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*यूपी बोर्ड परीक्षा में इस वर्ष 56 हजार छात्र - छात्राएं होंगे शामिल*


यूपी बोर्ड परीक्षा में इस वर्ष 56 हजार छात्र - छात्राएं होंगे शामिल

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही। फरवरी-मार्च में संभावित बोर्ड परीक्षा के लिए हाईस्कूल और इंटरमीडिएट के छात्र-छात्राओं की तस्वीर करीब-करीब साफ हो गई है। 55 हजार 965 छात्र-छात्राएं परीक्षा में शामिल होंगे। 20 सितंबर तक प्रवेश प्रक्रिया पूर्ण होने पर छात्र-छात्राओं की संख्या तय हो गई। 2023 के सापेक्ष इस बार चार हजार से अधिक परीक्षार्थी घट गए हैं।जिले में 38 राजकीय, 25 वित्तपोषित समेत कुल 190 माध्यमिक एवं इंटर कॉलेज हैं।

हर साल माध्यमिक शिक्षा परिषद की तरफ से फरवरी-मार्च में बोर्ड परीक्षा कराई जाती है। 2022-23 सत्र की परीक्षा फरवरी में होने के बाद मई में रिजल्ट घोषित किया गया। 2023-24 में होने वाली बोर्ड परीक्षा के लिए जुलाई से ही स्कूलों में प्रवेश शुरू हो गया।नौवीं और 11वीं में प्रवेश लेने वाले छात्र-छात्राओं का अगस्त में परीक्षा फार्म जमा कर उनका विवरण परिषद की वेबसाइट पर अपलोड की गई।

20 सितंबर तक सभी प्रक्रिया पूर्ण होने पर बोर्ड परीक्षा में हाईस्कूल और इंटरमीडिएट के शामिल होने वाले छात्र-छात्राओं की संख्या साफ हो गई। माध्यमिक शिक्षा विभाग के मुताबिक बोर्ड परीक्षा में हाईस्कूल में 30 हजार 153 और इंटरमीडिएट में 25 हजार 812 छात्र-छात्राएं शामिल होंगे। यह संख्या 2023 की परीक्षा में शामिल छात्र-छात्राओं से करीब चार हजार कम है। यह संख्या हाईस्कूल और इंटरमीडिएट के 59 हजार रही।

जिला विद्यालय निरीक्षक विकायल भारती ने बताया कि 55 हजार 965 छात्र-छात्राएं परीक्षा में शामिल होंगे। अब आगे की कार्रवाई शुरू हो गई है।ज्ञानपुर। यूपी बोर्ड परीक्षा के लिए जिले में छात्र-छात्राओं की संख्या का निर्धारण हो चुका है। अब केंद्र तय करने की कवायद शुरू हो गई है। 190 माध्यमिक एवं इंटर कॉलेजों के साथ ही पांच कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालयों की जियो टैगिंग की गई है। डीएम के निर्देश पर नामित अफसरों का सत्यापन पूर्ण होने पर परिषद से केंद्रों का निर्धारण भी हो जाएगा, हालांकि बाद में छात्र-छात्राओं की सहूलियत के लिए कुछ केंद्रों में बदलाव भी हो सकेगा।

*खतरनाक हुए वीआईपी सड़क पर बने गड्ढे,आए दिन दुर्घटनाएं*

खतरनाक हुए वीआईपी सड़क पर बने गड्ढे,आए दिन दुर्घटनाएं

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव 

भदोही। जिले की प्रमुख सड़कों में शामिल भदोही -ज्ञानपुर मार्ग की उखड़ी गिट्टियां एवं गड्ढे राहगीरों की समस्या बढ़ गई है। प्रतिदिन इस मार्ग सेडीएम से लेकर सीडीओ,पुलिस अधीक्षक और एक्स‌ईएन लोक निर्माण के वाहन गुजरते हैं, लेकिन किसी ने उस पर ध्यान नहीं दिया। क‌ई स्थानों पर गड्ढे इतने खतरनाक हो ग‌ए है कि रात में बाइक सवार अनियंत्रित होकर गिर जाते हैं। जिसको लेकर लोगों में नाराजगी बढ़ रही है।

प्रदेश सरकार गढ्ढामुक्ति अभियान के माध्यम से सड़कों की मरम्मत कराने का दावा करती है, लेकिन धरातल पर स्थिति अलग है। ग्रामीण सड़कों की हालत पहले से दयनीय है, लेकिन शहर की प्रमुख सड़कों की हालत भी ठीक नहीं है। सिक्सलेन के अलावा भदोही - दुर्गागंज, ज्ञानपुर - भदोही प्रमुख सड़क है।

ज्ञानपुर में रहने वाले अधिकतर अधिकारी ज्ञानपुर से भदोही जाने वाले मार्ग से प्रतिदिन आवागमन करते हैं, लेकिन टूटी सड़क को लेकर कोई संजीदा नहीं है। जिला कारागार, पुलिस लाइन और पटेल नगर के समीप सड़क की गिट्टियां क‌ई स्थानों पर उखड़ गई है। पुलिस लाइन के समीप तो गड्ढे भी ब‌न गए हैं, लेकिन अब तक मरम्मत की सुधि नहीं ली गई।

*डेंगू के दो और मरीज मिले, संख्या हुई 23*


डेंगू के दो और मरीज मिले, संख्या हुई 23

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव 

भदोही। जिले में डेंगू का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। डेंगू के दो न‌ए मरीज मिले।10 संदिग्धों में दो की रिपोर्ट पाॅजिटिव आई। इससे डेंगू संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 23 हो गई है। डेंगू पीड़ित 13 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। 10 मरीजों का अभी भी निजी अस्पतालों में इलाज चल रहा है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से जिले में डेंगू, मलेरिया जैसी संक्रामक बीमारियों से निपटने के पुख्ता इंतजाम किए जाने का दावा किया जा रहा है।

इसके बाद निजी चिकित्सालयों में बढ़ी रहें संक्रामक मरीजों की संख्या विभागीय दावों की पोल खोल रहे थे‌। बीते साल जिले में डेंगू के रिकार्ड 101 और मलेरिया के 22 केस मिले थे। इस बीच इस साल भी माह भर के अंदर 23 केस मिल चुके हैं। विभागीय दावों की पोल खोल रहे थे।जिले में डेंगू के रिकार्ड और मलेरिया के 22 केस मिले थे।इस बीच इस साल भी माहभर के अंदर 23 केस मिल चुके हैं।

स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी रिपोर्ट के अनुसार जिले में दो न‌ए डेंगू के मरीज मिले हैं। इससे मरीजों की संख्या बढ़कर 23 हो गई है।

जिला मलेरिया अधिकारी राम आसरे पाल ने कहा कि दो संदिग्धों की रिपोर्ट पाॅजिटिव आई है। दोनों भदोही नगर के रहने वाले हैं। उन्होंने कहा कि संवेदनशील और हाॅटस्पाट क्षेत्रों में दवाओं का छिड़काव टीमें कर रही है। कहा कि डेंगू को लेकर हमें सतर्क रहने की जरूरत है। वहीं दूसरी ओर बुखार होने पर दो हजार लोगों ने जिला अस्पताल में खून की जांच कराई।

*जिला अस्पताल में रिकार्ड 1113 की ओपीडी*


जिला अस्पताल में रिकार्ड 1113 की ओपीडी

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव 

भदोही। बदलता मौसम लोगों को बीमार बना रहा है। रात में गुलाबी ठंड और दिन में गर्मी के कारण लोग वायरल फीवर,सर्दी के शिकार बन रहे हैं। जिला अस्पताल में ओपीडी में बड़ी संख्या में बुखार पीड़ित पहुंच गए। दोपहर तक पर्ची काउंटर, इमरजेंसी से लेकर ओपीडी में मरीजों की लंबी-लंबी कतार दिखी।

स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों पर गौर करें तो जिला अस्पताल में कुल 1133 ओपीडी हुई। एमबीए भदोही, सभी सीएचसी के आंकड़ों को जोड़ दिया जाए तो यह संख्या चार हजार से अधिक पहुंच जाएगी।

वरिष्ठ चिकित्सक डॉ प्रदीप कुमार यादव ने कहा कि मौसम में बदलाव से वायरल बुखार के मरीज बढ़े हैं। डेंगू और मलेरिया होने की आशंका में अधिकतर मरीजों की जांच कराई जा रही है। पूरी सतर्कता बरती जा रही है।

*करोड़ों खर्च कर बना बस स्टेशन, ठहरती नहीं बसें*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही- जनपद भले ही कालीन के लिए दुनिया भर में जाना जाता है, मगर यहां बुनियादी सुविधाओं का अभाव है। कहने को तो यहां तीन रोडवेज बस स्टेशन स्थापित हैं, लेकिन आम लोगों के लिए सुविधाएं नहीं है। करोड़ों की लागत से बने रोडवेज स्टेशनों का कोई फायदा नहीं है। ज्ञानपुर में जहां बस नहीं आती वहीं भदोही में सिर्फ कानपुर के लिए एक या दो बसें पहुंचती हैं। औराई में प्रयागराज से वाराणसी जाने वाली बसें ही रुकती हैं। आलम यह है कि हाईवे से सटे गोपीगंज कस्बे में एक बस स्टैंड तक नहीं है, जबकि यहां से वाराणसी, इलाहाबाद समेत कानपुर और कोलकाता तक आवागमन होता है।काशी और प्रयाग के मध्य स्थित भदोही जिले के एक छोर पर हाईवे तो दूसरे छोर पर भदोही-बाबतपुर, ज्ञानपुर-दुर्गागंज मार्ग है। सरकार की तरफ से तीनों विधानसभाओं में एक-एक रोडवेज स्टेशन बनाए गए हैं, लेकिन गिने-चुने रूट के बसों का ही ठहराव होता है। इसका असर आम आदमी से लेकर कालीन निर्यात पर भी पड़ता है। बता दें कि भदोही जनपद के कई ऐसे कस्बे हैं, जो हाईवे से लगे हुए हैं। बाबूसराय, महाराजगंज, औराई, गोपीगंज, समेत कई ऐसे कस्बे हैं, जहां रोडवेज स्टैंड के नाम पर सरकारी बस के ड्राइवर मनचाही नाश्तों की दुकान के सामने बस लगा देते हैं। लोगों की मानें तो वहां बस लगाने पर ड्राइवर और कंडक्टर को मुफ्त में नाश्ता, भोजन आदि मिल जाता है। इन खस्ताहाल बसों में जो कंडक्टर होते हैं वह भी मानक के विपरीत सवारी बैठाते हैं।

2008 में बना रोडवेज, अब शोपीस

जिला मुख्यालय पर परिवहन व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए ज्ञानपुर के दुर्गागंज तिराहे पर 2008 में पांच करोड़ की लागत से रोडवेज डिपो बनाया गया। लोकार्पण के समय लगभग डेढ़ दर्जन बसें उपलब्ध कराकर वाराणसी, प्रयागराज, कानपुर, लखनऊ, प्रतापगढ़, जौनपुर, सीतामढ़ी, भदरांव, धनतुलसी, सुरियावां, भदोही वाया दुर्गागंज का रुट तय किया गया था। इसके कुछ ही दिन बाद एक-एक कर सभी बसें यहां से कहां चली गई, किसी को कुछ नहीं पता।

यहां से सिर्फ कानपुर रूट की दो बसों का संचालन

भदोही के जमुनीपुर बाईपास मार्ग पर 31 दिसंबर 2020 को राजकीय बस डिपो का लोकार्पण किया। सभी को उम्मीद बंध गई थी कि अब भदोही और वाराणसी के बीच आवागमन सुगम हो जाएगा, लेकिन लोकार्पण के तीन साल बाद भी अब तक न तो भदोही डिपो को अपनी बसें मिल पाईं, न ही भदोही और वाराणसी के बीच रोडवेज बसें संचालित हुईं। फिलहाल कानपुर और वाराणसी के बीच आने-जाने वाली बसों को वाया भदोही चलाया जा रहा है।

प्रयागराज रूट के बसों का होता है ठहराव

दो प्रांतों को जोड़ने वाले औराई चौराहे के समीप करीब ढाई करोड़ की लागत से रोडवेज डिपो का दो साल पूर्व जीर्णेाद्धार कराया गया। यहां पर प्रयागराज से वाराणसी जाने वाली बसों का ही ठहराव होता है। मिर्जापुर, जौनपुर या वाराणसी से प्रयागराज जाने वाली बसें सिक्सलेन से ही गुजर जाती हैं। इससे आम लोगों को इसका लाभ नहीं मिल पाता।

*डेंगू के 21 न‌ए मरीज मिले, स्वास्थ्य विभाग अलर्ट*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। जिले में डेंगू मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है। 21 न‌‌ए लोगों की डेंगू रिपोर्ट पाॅजीटिव आने के बाद स्वास्थ्य विभाग की चिंताएं बढ़ गई है। बढ़ते डेंगू मरीजों की संख्या देख स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड में आ गया है। जिले में भदोही , ज्ञानपुर, सुरियावां, और औराई डेंजर जोन में है। अभी पांच संदिग्धों की रिपोर्ट जांच के लिए भेजी गई है।बीते साल जिले में रिकार्ड 101 डेंगू के केस मिले थे। इससे सबक लेते हुए स्वास्थ्य विभाग ने इस बार बचाव के पुख्ता इंतजाम किए थे। लेकिन मानसून सीजन जैसे - जैसे बीतता जा रहा है, वैसे - वैसे मरीजों की संख्या में इजाफा होता जा रहा है। दो दिन पहले तक जहां डेंगू मरीजों की संख्या केवल दो थी।

आज वह बढ़कर 21 हो गई है। स्वास्थ्य विभाग के दावों के अनुसार डेंगू से निपटने के लिए पुख्ता तैयारियां की गई है। वहीं दवाओं का स्टाॅक भी पर्याप्त मात्रा में है। जिले में पिछले छह महीने में 27 हजार लोगों का मलेरिया जांच किया गया। इसी तरह एक जुलाई से 20 सितंबर तक 2250 मरीजों की डेंगू जांच किट के माध्यम से किए जा चुके हैं। इसमें से 50 मरीज डेंगू पाॅजीटिव आए हैं। इसके बाद मरीजों के नमूने लेकर एलाइजा टेस्ट कराए गए। इसमें से 21 मरीजों की रिपोर्ट पाॅजीटिव आई है। पिछले साल डेंगू के 101 मरीज मिले थे, जो पिछले चार वर्षों में रिकार्ड सबसे ज्यादा था। इसमें 65-70 मरीज अकेले ही भदोही के विभिन्न क्षेत्रों से मिले थे।

इस वर्ष औराई, भदोही , और ज्ञानपुर, सुरियावां ब्लॉक में डेंगू मरीज मिल रहे हैं। इससे बचाव के लिए हर व्यक्ति को सोते समय मच्छरदानी का उपयोग जरूर करना चाहिए। डेंगू की त्वरित जांच के लिए एलाइजा रीडर मशीन भी लगाई जा चुकी है। इसके अलावा बीमारी से निपटने के लिए 25 स्वास्थ्य केंद्रों पर 84 बेड संरक्षित किए गए हैं। इसमें जिला चिकित्सालय और महाराजा बलवंत सिंह राजकीय अस्पताल में 10-10 बेड,सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में 5-5 बेड , प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में 2-2 बेड संरक्षित है‌।

*भवन निर्माण सामग्री के दाम 20 प्रतिशत बढ़े*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही। पेट्रोल, डीजल के दामों में आग, बीमारी, महंगी बेकारी व अवैध खनन पर कोर्ट के रोक के कारण भवन निर्माण सामग्री के दामों में आग लगी है। इसके चलते आम आदमी का घर बनाने का सपना पूरा नहीं हो पा रहा है। उधर, बिल्डिंग मैटेरियल के दुकानदारों की हालत ग्राहकों के अभाव में खस्ताहाल हो चली है। समय रहते मंहगाई पर अंकुश नहीं लगाया गया तो आम आदमी छत के लिए तरसेगा। कुछ माह में करीब 20 फीसदी भवन निर्माण सामग्री के दाम बढ़ गए हैं।

प्रतिदिन हांड़तोड़ मेहनत करने वाला आम आदमी इस महंगी के दौर में किसी तरह परिवार का पेट चल रहा है। ऐसे में उसका घर बनाने का सपना वैसे भी सपने की ही तरह है‌। पाई- पाई जोड़कर किसी तरह लोग एक घर बनाने का सपना पूरा कर पाते हैं। इधर पेट्रोल व डीजल के दामों में वृद्धि,खनन पर रोक, बेकारी का बढ़ना आम आदमी के लिए घातक साबित हो रहा है।

भवन निर्माण में प्रयुक्त होने वाले बालू, ईंट, सरिया, सीमेंट समेत अन्य सामग्रियों के दाम बढ़ गए हैं। गिट्टी समेत अन्य भवन निर्माण सामग्री की दुकान संचालित करने वाले विराट सिंह, गौरीशंकर यादव, अजित सिंह, आशीष कुमार, रविशंकर मौर्य ने बताया कि गर्मी का सीजन भवन निर्माण के लिए उत्तम होता है। पूर्व के वर्षों में इन दिनों सांस लेने की फुर्सत तक नहीं रहती थी।

बालू 11 हजार रुपए में सौ फीट

ज्ञानपुर में भवन निर्माण सामग्री की दुकान चलाने वाले वीरु यादव ने बताया बालू 11 हजार रुपए में सौ फीट दिया जा रहा है। गंगा बालू पांच हजार सौ फीट, सौ फीट गिट्टी छत ढालने वाली आठ हजार रुपए में सीमेंट साढ़े चार सौ रुपए बोरी , कामधेनु सरिया 78 सौ रुपए कुंतल बिक रहा है। एक माह पूर्व तक दामों में करीब 20 फीसदी तक कमी थी।

*उपजिलाधिकारी ने लेखपाल को किया निलंबित*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही। जमीन पैमाइश के नाम पर रिश्वत लेने रंगेहाथ पकड़े गए लेखपाल शैलेश यादव को निलंबित कर दिया गया है। उपजिलाधिकारी भदोही शिव प्रकाश ने यह कार्रवाई की। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

मिर्जापुर एंटी करप्शन की की टीम ने भदोही के डूड़वा कुकरौठी निवासी दुर्गाशंकर यादव की शिकायत के बाद दोपहर में भदोही तहसील के पास रिंग मार्केट के समीप से आरोपी लेखपाल को रंगेहाथ गिरफ्तार किया था।

शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया था कि लेखपाल जमीन पैमाइश के नाम पर उसने 10 हजार रुपए की मांग कर रहें हैं। टीम ने आरोपी लेखपाल के खिलाफ औराई कोतवाली में विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया था। लेखपाल भदोही तहसील के कार्पेट सिटी क्षेत्र में तैनात थे।

*बीते साल पांच सौ करोड़ का हुआ था कारोबार*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही। शहर में गत वर्ष पहली बार अंतर्राष्ट्रीय कालीन मेले का आयोजन किया गया था। उस दौरान करीब पांच सौ करोड़ रुपए के कारोबार होने का दावा सीईपीसी के पदाधिकारियों ने किया था। पिछले साल से अधिक बायर आ रहे हैं और साथ ही निर्यातकों ने भी अधिक स्टाल बुक कराया है।‌ ऐसे में सीईपीसी को इस साल और अच्छे कारोबार की उम्मीदें हैं। परिषद की ओर से मेले में केंद्रिय मंत्रियों के साथ ही सीएम योगी आदित्यनाथ को बुलाने का प्रयास किया जा रहा है।

*कलेक्ट्रेट में डीएम साथ पत्रकारों और चिकित्सकों ने ली अंगदान करने की शपथ*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही। कहते है कि इंसान मर जाता है, लेकिन उसकी यादें जिंदा रहती हैं। लेकिन विज्ञान के तरक्की के इस युग में वैज्ञानिकों का मानना है कि इंसान को मौत आती है लेकिन उसके अंग जीवित रह कर किसी के काम सकते हैं। किसी को विकलांगता के अभिशाप से मुक्ति दिलवा सकते हैं। लेकिन जानकारी और जागरुकता के अभाव के कारण 99 प्रतिशत से ज्यादा लोग अपनी देह को अपने साथ ही समाप्त कर लेते हैं। इसी के मद्देनजर राज्य में अंगदान महादान अभियान को लेकर अनूठी पहल की है।

अंगदान डोनेट अभियान को लेकर बृहस्पतिवार को इंडियन ऑर्गन डोनेशन कार्यक्रम में जिले के कई पत्रकारों और डाक्टरों ने अंगदान की घोषणा की। अंगदान घोषणा पत्र सौंपकर सभी लोगों को जिलाधिकारी गौरांग राठी द्वारा शपथ दिलाई गई।सबसे पहले जिलाधिकारी गौरांग राठी ने सभी को अंगदान अभियान से जुड़कर अंगदान करने की सार्थक अपील करते हुए नेत्रदान की घोषणा की।

उन्होंने अंगदान डोनेट की घोषणा करने वाले पत्रकारों राजमणि पाण्डेय (नेत्र), सुशील बरनवाल (हार्ट,किडनी,लीवर,आंख), सी.आर.एन्यूज के पत्रकार राजेश जायसवाल (लीवर,आंख) दिनेश यादव (किडनी) डाक्टर राजकुमार वर्मा (किडनी), अशोक (आंख) और चिकित्सा विभाग के डाक्टर जेपी सरोज (हार्ट,वाल्ब) , डाक्टर अरविंद मौर्य (हार्ट), डाक्टर ओपी शुक्ला (आंख) के साथ अंगदान करने की शपथ ली। इसके साथ जिला चिकित्साधिकारी कार्यालय में भी अंगदान की शपथ ली गई।