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*सफलता के लिए समय व तकनीकी के अनुरूप चलना जरूरी : सीएम योगी*

गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सफलता हासिल करने के लिए समय व तकनीकी के अनुरूप चलना होगा। समयानुकूल तकनीकी के अनुरूप न चलने पर प्रतिस्पर्धा से बाहर हो जाने का खतरा होता है। आज का दौर समय के अनुकूल तकनीकी अपनाकर आगे बढ़ने का है। 

सीएम योगी रविवार को मोतीराम अड्डा में निजी क्षेत्र के मेसर्स श्री एसोसिएट्स की तरफ से बनवाए गए वेयरहाउस का उद्घाटन करने के बाद उपस्थित जनसमूह को संबोधित कर रहे थे। उत्तर प्रदेश वेयरहाउसिंग एंड लॉजिस्टिक पॉलिसी 2022 से प्रेरित होकर 30 करोड़ रुपये के निवेश से यह वेयरहाउस 1.23 लाख वर्गफुट में बनाया गया है। इसका एमओयू फरवरी 2023 में हुए ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में हस्ताक्षरित किया गया था। इससे करीब एक हजार लोगों को रोजगार मिलने का अनुमान है। वेयरहाउस के उद्घाटन समारोह में मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले फूड कारपोरेशन ऑफ इंडिया, केंद्रीय भंडारण निगम व को ऑपरेटिव द्वारा वेयरहाउस बनाए जाते रहे हैं। पर, तकनीकी पुरानी होने से नुकसान अधिक होता था। उन्होंने कहा कि समय व तकनीकी के हिसाब से खुद को बदला नहीं गया तो पीछे छूट जाएंगे और काफिले में पीछे छूटे व्यक्ति के लिए मंजिल दूर की कौड़ी हो जाती है। 

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन के अनुरूप राज्य सरकार ने समयानुकूल तकनीकी को समाहित करते हुए वेयरहाउसिंग एंड लॉजिस्टिक पॉलिसी बनाई। बड़े बड़े निवेशकों को इस सेक्टर में निवेश के लिए आमंत्रित किया। वेयरहाउसिंग एवं लॉजिस्टिक के लिए छूट की व्यवस्था की। इसी पॉलिसी का एक सुखद परिणाम आज मोतीराम अड्डा में इस विशाल वेयरहाउस के रूप में दिख रहा है। सवा चार एकड़ क्षेत्रफल वाला यह वेयरहाउस संभवतः पूर्वी उत्तर प्रदेश का अबतक का सबसे बड़ा वेयरहाउस है। इससे बड़े पैमाने पर रोजगार की प्रक्रिया आगे बढ़ेगी। उन्होंने वेयरहाउस संचालकों को बधाई भी दी। 

धरातल पर उतरेंगे जीआईएस के निवेश प्रस्ताव

सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश सरकार की हर सेक्टर के लिए प्रोत्साहन वाली नीतियों से फरवरी में हुए ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में प्रदेश को 36 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव हासिल हुए। इसमें प्रदेश के सभी 75 जिलों के लिए निवेश प्रस्ताव आए। उन्होंने कहा कि ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में हुए एमओयू धरातल पर उतरेंगे और विकास के साथ नौकरी व रोजगार की प्रक्रिया और तेज होगी। 

एशियन पेंट्स ने गोरखपुर को बनाया सप्लाई चेन का केंद्र

मुख्यमंत्री ने कहा कि इस वेयरहाउस को 22 लाख रुपये प्रतिमाह पर प्रतिष्ठित कंपनी एशियन पेंट्स ने किराए पर लिया है। एशियन पेंट्स इसके जरिये गोरखपुर को पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार और नेपाल तक के लिए अपने उत्पादों का सप्लाई चेन बना रही है। इससे रोजगार की संभावनाएं और तेजी से बढ़ेंगी। उद्घाटन समारोह के मंच से सीएम योगी ने यशोदा देवी सरोजनमती कन्या इंटर कॉलेज मोतीराम अड्डा की मेधावी छात्राओं को प्रशस्ति पत्र व उपहार देकर पुरस्कृत भी किया। 

सरकार के प्रोत्साहन से मात्र नौ माह में बना वेयरहाउस

वेयरहाउस के संचालक बृजेश मणि त्रिपाठी ने मुख्यमंत्री का स्वागत करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार के प्रोत्साहन से इस वेयरहाउस का निर्माण सभी मानक पूर्ण करते हुए मात्र नौ माह में किया गया है। आभार ज्ञापन वेयरहाउस के संचालक योगेश मणि त्रिपाठी ने किया। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का मार्गदर्शन प्रेरक रहा। उद्घाटन समारोह कोगोरखपुर ग्रामीण के विधायक विपिन सिंह ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर प्रमुख रूप से खजनी के विधायक श्रीराम चौहान, सहजनवा के विधायक प्रदीप शुक्ल, एमएलसी डॉ. धर्मेंद्र सिंह, भाजपा के महानगर अध्यक्ष राजेश गुप्ता, एशियन पेंट्स के महाप्रबंधक मुकेश कुमार आदि उपस्थित रहे।

*तैनाती स्थल पर ही रात्रि प्रवास करें चिकित्सक : मुख्यमंत्री*

गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देशित किया है कि सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (सीएचसी) व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों (पीएचसी) पर तैनात चिकित्सक अपनी तैनाती स्थल पर ही रात्रि प्रवास (नाइट स्टे) करें। रात में सीएचसी-पीएचसी आने वाले मरीजों के इलाज में कोई असुविधा नहीं आनी चाहिए। प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी चिकित्सकों की तैनाती स्थल पर नाइट स्टे की मॉनिटरिंग कर शासन को रिपोर्ट प्रेषित करें। जन स्वास्थ्य की रक्षा सरकार की उच्च प्राथमिकता का विषय है और इसमें किसी भी तरह की कोताही अक्षम्य होगी। 

सीएम योगी रविवार सुबह सर्किट हाउस में वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये गोरखपुर-बस्ती मंडल में जेई-एईएस समेत सभी संचारी रोगों के रोकथाम व स्वास्थ्य सुविधाओं की स्थिति की समीक्षा कर रहे थे। वीडियो कांफ्रेंसिंग में गोरखपुर के जनप्रतिनिधि, प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी व्यक्तिगत उपस्थित थे जबकि शेष अन्य छह जिलों के वर्चुअल मोड में। मुख्यमंत्री ने सबसे पहले दोनों मंडलों के सभी जनपदों (गोरखपुर, महराजगंज, देवरिया, कुशीनगर, बस्ती, सिद्धार्थनगर व संतकबीरनगर) में जापानी इंसेफेलाइटिस (जेई), एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम (एईएस) के नियंत्रण, डेंगू, चिकनगुनिया आदि रोगों की स्थिति और रोकथाम के लिए उठाए गए कदमों की विस्तार से जानकारी ली। 

इस दौरान मुख्यमंत्री ने जेई और एईएस के नियंत्रण को लेकर स्वास्थ्य समेत अन्य कई विभागों की सराहना करते हुए कहा कि पांच-छह वर्षों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में इस दिशा में काफी अच्छा कार्य हुआ है। जेई और एईएस के मामलों में 98 फीसद से अधिक कमी आई है। इससे मृत्यु दर भी शून्य के करीब है। बहुत जल्द इसका समूल उन्मूलन कर लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि जेई-एईएस पर नियंत्रण को लेकर अंतर विभागीय समन्वयन के मंत्र का आगे भी सतत अनुसरण होते रहना चाहिए। 

हर तरह के संचारी रोग को लेकर सतर्क रहे स्वास्थ्य विभाग

वीडियो कांफ्रेंसिंग में मुख्यमंत्री ने कहा कि अन्य संचारी रोगों, डेंगू, चिकनगुनिया आदि को लेकर वही सतत सतर्कता जरूरी है। संचारी रोगों को पनपने से रोकने के लिए आशा बहनों से संवाद बनाकर लोगों को जागरूक किया जाए। बीमार होने की दशा में त्वरित स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं। मरीजों को अस्पताल लाने में सुगमता रहे, इसके लिए 102 व 108 एम्बुलेंस सेवाओं का भी पर्यवेक्षण होना चाहिए। मुख्यमंत्री ने वर्तमान में चल रहे टीबी व फाइलेरिया नियंत्रण अभियान की भी समीक्षा की और कहा कि जागरूकता बढ़ाने पर विशेष ध्यान दिया जाए। 

प्लेटलेट्स की न होने पाए कमी

मुख्यमंत्री ने डेंगू की चर्चा करते हुए कहा कि इस बीमारी में प्लेटलेट्स की काफी मांग बढ़ जाती है। सभी डीएम सीएमओ ब्लड बैंकों से संवाद व संपर्क कर यह सुनिश्चित करें कि किसी भी दशा में प्लेटलेट्स की कमी न रहे। किसी ब्लड बैंक से प्लेटलेट्स की कालाबाजारी की शिकायत आए तो कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाए।

उच्चीकृत होंगे, सीएचसी-पीएचसी, बांसी में 100 बेड का अस्पताल

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनप्रतिनिधियों से अपील की कि वे अपने क्षेत्र की सीएचसी-पीएचसी को उच्चीकृत करने का प्रस्ताव उपलब्ध कराएं। शासन से उस पर सकारात्मक कदम उठाया जाएगा। इस दौरान डुमरियागंज के सांसद की मांग पर मुख्यमंत्री ने कहा कि बांसी सीएचसी को उच्चीकृत कर वहां 100 बेड का अस्पताल बनाया जाएगा। सीएम योगी ने जनप्रतिनिधियों से अपनी निधि का प्रयोग स्कूल व अस्पतालों की कनेक्टिविटी के लिए करने तथा संचारी रोगों के नियंत्रण में जागरूकता बढ़ाने का आह्वान किया। 

जहां कमी हो वहां संविदा पर तैनात करें चिकित्सक

वीडियो कांफ्रेंसिंग में कुछ जनप्रतिनिधियों ने अपने क्षेत्र के सीएचसी-पीएचसी पर चिकित्सकों की कमी का जिक्र किया। इस पर सीएम योगी ने कहा कि जहां भी चिकित्सक कम हैं, डीएम व सीएमओ वहां संविदा पर चिकित्सक तैनात करें। किसी भी सूरत में लोगों की स्वास्थ्य सुविधाओं पर बुरा असर नहीं पड़ना चाहिए। उन्होंने कहा कि जहां भी नए स्वास्थ्य केंद्र के भवन बन गए हैं, उन्हें संसाधन व स्टाफ के साथ शीघ्र संचालित कराया जाए।

प्रदेश में बिजली सरप्लस, आपूर्ति की हो मॉनिटरिंग

वीडियो कांफ्रेंसिंग में कुछ जनप्रतिनिधियों ने विद्युत आपूर्ति को लेकर अपनी बात रखी। इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में बिजली सरप्लस है ऐसे में आपूर्ति में दिक्कत नहीं आनी चाहिए। उन्होंने कमिश्नर व डीएम को हिदायत दी कि बिजली आपूर्ति की मॉनिटरिंग कर उन्हें रिपोर्ट उपलब्ध कराएं।

*विदेशों में संकटग्रस्त यूपी वासियों को लाएंगे वापस : मुख्यमंत्री*

गोरखपुर, 13 अगस्त। गोरखपुर प्रवास के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार सुबह जनता दर्शन में लोगों से मुलाकात कर उनकी समस्याएं सुनीं। जनता दर्शन में देवरिया व कुशीनगर से कुछ महिलाओं ने अपने परिजनों के थाइलैंड, ओमान आदि देशों में फंसे होने की जानकारी देकर उनकी वतन वापसी की गुहार लगाई। मुख्यमंत्री ने उन्हें आश्वस्त किया कि चिंता मत करिए, सबकी मदद की जाएगी। विदेशों में फंसे लोगों की वापसी कराई जाएगी। इसके लिए उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि दूतावास से संपर्क कर जरूरी व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। 

गोरखनाथ मंदिर परिसर के महंत दिग्विजयनाथ स्मृति भवन के सामने आयोजित जनता दर्शन में कुर्सियों पर बैठाए गए लोगों तक सीएम योगी खुद पहुंचे और एक-एक करके सबकी समस्याएं सुनीं। इस दौरान करीब 200 लोगों से मुलाकात कर उन्होंने सबको आश्वस्त किया कि सबकी समस्या का निस्तारण कराना उनकी प्रतिबद्धता है। सबके प्रार्थना पत्रों को संबंधित अधिकारियों को संदर्भित करते हुए त्वरित और संतुष्टिपरक निस्तारण का निर्देश देने के साथ लोगों को भरोसा दिलाया कि सरकार हर पीड़ित की समस्या का समाधान कराने के लिए दृढ़ संकल्पित है। 

इस दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को दो टूक हिदायत भी दी कि हर पीड़ित के साथ संवेदनशील व्यवहार अपनाते हुए उसकी मदद की जाए। किसी की जमीन पर अवैध कब्जा करने वाले, कमजोरों को उजाड़ने वाले किसी भी सूरत में बख्शे न जाएं। उनके खिलाफ सख्त से सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि कोई भी दबंग, माफिया, अपराधी किसी की जमीन पर कब्जा न करने पाए। आपराधिक मामलों में प्राथमिकी दर्ज कर अभियुक्तों की गिरफ्तारी की जाए। 

मुख्यमंत्री के समक्ष जनता दर्शन में कई लोग इलाज के लिए आर्थिक सहायता की गुहार लेकर पहुंचे थे। सीएम योगी ने उन्हें आश्वस्त किया कि सरकार इलाज के लिए भरपूर मदद करेगी। उनके प्रार्थना पत्रों को अधिकारियों को हस्तगत करते हुए मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि इलाज से जुड़ी इस्टीमेट की प्रक्रिया को जल्द से जल्द पूर्ण करा कर शासन में उपलब्ध कराया जाए। जनता दर्शन में कुछ महिलाओं के साथ उनके बच्चे भी आए थे। मुख्यमंत्री ने उन्हें दुलारकर आशीर्वाद दिया। उनका नाम और स्कूल जाने के बारे में पूछा। उन्हें अपने हाथों से चॉकलेट गिफ्ट करते हुए खूब पढ़ने के लिए प्रेरित किया।

*छह वर्ष पूर्व दूर की कौड़ी थी यूपी में निवेश: सीएम योगी*

गोरखपुर- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि छह वर्ष पूर्व उत्तर प्रदेश में निवेश दूर की कौड़ी थी। लचर कानून व्यवस्था के चलते लोग यहां उद्योग लगाने, कारोबार करने में डरते थे। जब उद्यमी और व्यापारी ही सुरक्षित नहीं थे तब उनकी पूंजी कैसे सुरक्षित रहती। बाहर से निवेशकों का यहां आना तो दूर, यहां के उद्यमी-व्यापारी भी भाग रहे थे। पर, छह सालों में यूपी की कानून व्यवस्था पूरे देश में नजीर बनी है। हर निवेशक यूपी आना चाहता है, अधिकाधिक निवेश करना चाहता है। फरवरी में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में मिला 36 लाख करोड़ रुपये का निवेश प्रस्ताव इसका प्रमाण है। 

सीएम योगी शनिवार को गीडा सेक्टर 26 में मेसर्स केयान डिस्टलरीज प्राइवेट लिमिटेड के 1200 करोड़ रुपये के निवेश वाले एथेनाल व ईएनए प्लांट का शिलान्यास करने के बाद यहां उपस्थित जनसमूह को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि छह साल पहले सपा-बसपा की सरकारों में यूपी के लोगों के सामने पहचान का संकट था। यहां के नौजवानों को देश में कोई ठौर ठिकाना नहीं मिलता था। दूसरे राज्यों में लोग किराए पर मकान नहीं देना चाहते थे। हॉस्टल मिलने में दिक्कत होती थी। उसे पहचान छुपाने को मजबूर होना पड़ता था। आज नौजवानों के सामने पहचान का कोई संकट नहीं। वह शान से खुद को यूपी वाला बताता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि फरवरी माह में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट को लेकर 10 लाख करोड़ रुपये का लक्ष्य रखा गया था लेकिन यूपी में निवेश के प्रति बढ़े आकर्षण से 36 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव मिले। इस निवेश से एक करोड़ नौजवानों को नौकरी व रोजगार की सुविधा मिलेगी। यूपी के नौजवानों को मुंबई, पंजाब, सूरत या बेंगलुरु जाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। उसे अपने ही जिले में रोजगार मिल जाएगा। 

ग्रीन एनर्जी के नए केंद्र के रूप में होगा सहजनवा का विकास

सीएम योगी ने कहा कि नए एथेनाल प्लांट की शुरुआत होने से सहजनवा का विकास ग्रीन एनर्जी के नए केंद्र के रूप में होगा। ग्रेन बेस्ड एथेनाल प्लांट लगने से अन्नदाता किसानों की आमदनी तो कई गुना बढ़ेगी ही, ऊर्जा व पेट्रोलियम के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता भी बढ़ेगी। यही नहीं पेट्रो पदार्थों के लिए विदेश जाने वाला पैसा किसानों को जेब मे जाएगा। किसान समृद्ध होंगे तो देश समृद्ध होगा। किसानों को वेस्ट से भी कमाई होगी। 

सपा सरकार यहां लगाना चाहती थी बूचड़खाना

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आज सहजनवा के जिस भीटी रावत में एथेनाल प्लांट लगने जा रहा है, वहीं 10 वर्ष पूर्व सपा सरकार बूचड़खाना लगाना चाहती थी। विरोध हुआ आंदोलन करके उसे रोका गया। अगर यहां सपा सरकार का थोपा बूचड़खाना का कलंक होता तो अन्य कोई उद्योग नहीं लग पाता। सीएम योगी ने कहा कि गीडा में सीपी मिल्क की तरफ से डेरी उद्योग, तत्वा प्लास्टिक की तरफ से पाइप निर्माण उद्योग, वरुण ब्रेवरेज की तरफ से बॉटलिंग प्लांट और केंद्रीय भंडारण निगम की तरफ से वेयरहाउस का निर्माण किया जा रहा है। अंकुर उद्योग का इस्पात प्लांट शुरू हो चुका है। 

सहजनवा व गीडा में निवेश, रोजगार और विकास का संगम

मुख्यमंत्री ने कहा कि सहजनवा और गीडा में निवेश, रोजगार व विकास कार्यों का संगम देखने को मिल रहा है। अकेले भीटी रावत में 207 एकड़ में औद्योगिक विकास की प्रक्रिया आगे बढ़ी है। 25 एकड़ में गारमेंट पार्क का भी निर्माण किया जा रहा है। दुनिया में गारमेंट उत्पादों की काफी मांग है और यदि महिलाओं को प्रशिक्षित कर इस सेक्टर से जोड़ दिया जाए तो घरेलू कामकाज निपटाते हुए भी महिला 10000 से 15000 रुपये प्रतिमाह अतिरिक्त आय अर्जित कर सकती है। गारमेंटट पार्क के लिए 101 भूखंडों का विकास किया जा रहा है। इसके साथ ही गारमेंट सेक्टर के लिए फ्लैटेड फैक्ट्री कॉम्प्लेक्स भी बनाया जा रहा है। 92 यूनिटों वाले प्लास्टिक पार्क का विकास किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने बताया कि भीटी रावत में एक पॉलिटेक्निक का निर्माण भी शीघ्र पूरा होगा। उन्होंने प्रशासन के अधिकारियों को निर्देशित किया कि इस पॉलिटेक्निक में ऐसे ट्रेड शुरू किए जाएं जो गीडा के उद्योगों से मिलते जुलते हों। मुख्यमंत्री ने गीडा प्रशासन ने कहा कि वह गीडा में स्किल डेवलपमेंट सेंटर स्थापित करने पर भी ध्यान दे। सीएम इंटर्नशिप योजना से युवाओं को उद्योगों के साथ जोड़ा जाए। इसमें प्रशिक्षण की अवधि में आधा मानदेय सरकार देगी व आधा मानदेय उद्योग की तरफ से दिया जाएगा।

कांग्रेस-सपा जब भी मिलती हैं, अनर्थ ही करती हैं

दक्षिणांचल में औद्योगिक विकास को लेकर तैयार की जा रही परियोजना का जिक्र करने से पूर्व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कांग्रेस और समाजवादी पार्टी पर तंज कसा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस व सपा जब भी मिलती हैं, तब अनर्थ ही करती हैं। जनता के पैसे से धुरियापार में चीनी मिल लगा दी गई जबकि वहां एक डंठल गन्ना पैदा नहीं होता। वह मिल एक दिन भी नहीं चली और कंडम हो गई। सीएम योगी ने कहा कि डबल इंजन की सरकार धुरियापारमें 8385 एकड़ में नया औद्योगिक नगर बसाने जा रही है। इससे काम की तलाश में बैंकाक, सिंगापुर, लाओस आदि देशों को जाने वाली दक्षिणांचल के युवाओं को अपने ही क्षेत्र में रोजगार मिल सकेगा। मुख्यमंत्री ने बताया कि निवेशकों की सुविधा के लिए निवेश मित्र, निवेश सारथी जैसे सिंगल विंडो सिस्टम लागू किए गए हैं। इससे कार्यालय का चक्कर लगाने, बाबूगिरी व घूसखोरी से मुक्ति मिली है। 

पीएम मोदी के नेतृत्व में बदली देश की तस्वीर

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में नौ वर्षों में देश की तस्वीर बदल गई है। दुनिया के लोगों का भारत के प्रति नजरिया बदला है। भारत विकास के नए-नए प्रतिमान स्थापित कर रहा है। आज अपना देश दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है। आजादी के अमृत वर्ष महोत्सव में दुनिया की सर्वाधिक अर्थव्यवस्था, सैन्य शक्ति व रिसर्च की ताकत पर अधिकार रखने वाले जी-20 के देशों की अगुवाई का अवसर देश को प्राप्त हुआ है। उन्होंने कहा कि हमें यह संकल्प लेना होगा कि अगले 25 वर्षों अर्थात अमृतकाल में हम कैसे भारत का निर्माण चाहते हैं। विकसित भारत में विकसित उत्तर प्रदेश की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। हमें उत्तर प्रदेश को देश का ग्रोथ इंजन बनाने के संकल्प को लेकर आगे बढ़ना है। अपने संबोधन में सीएम योगी ने अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस का भी उल्लेख किया। उन्होंने युवाओं को नशे तथा गलत संगत से दूर रहकर विकास की सकारात्मक सोच एवं स्वस्थ प्रतिस्पर्धा से जुड़ने की अपील की।

बड़े-बड़े उद्यमी यूपी में निवेश को लालायित

शिलान्यास समारोह में मुख्यमंत्री का स्वागत करते हुए सहजनवा के विधायक प्रदीप शुक्ल ने कहा कि योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद साढ़े छह साल से पूरे भारत से गीडा में उद्यमी आ रहे हैं और व्यापक निवेश कर रहे हैं। पहले पूर्वांचल के नौजवान रोजगार के लिए बाहर जाते थे, आज दूसरे राज्यों के युवा गीडा में आकर रोजगार पा रहे हैं। केयान डिस्टलरीज प्राइवेट लिमिटेड के एमडी विनय कुमार सिंह ने कहा कि सीएम योगी ने प्रदेश में ऐसा माहौल बनाया है कि देश-दुनिया के बड़े-बड़े उद्यमी यहां निवेश करने को लालायित हैं। उन्होंने गीडा की औद्योगिक विकास का जिक्र करते हुए कहा कि आने वाले समय में गीडा, नोएडा से भी आगे होगा। 

इस अवसर पर प्रदेश शासन के जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, विधायक विपिन सिंह, एमएलसी डॉ धर्मेंद्र सिंह, पूर्व विधायक देवनारायण उर्फ जीएम सिंह, अश्विनी त्रिपाठी, युधिष्ठिर सिंह, अनिल सिंह, भारतीय स्टेट बैंक के महाप्रबंधक आनंद विक्रम सिंह, उपमहाप्रबंधक संजीव कुमार आदि प्रमुख रूप से मौजूद रहे। 

दो हजार लोगों को मिलेगा रोजगार*

केयान डिस्टलरीज की 31 एकड़ में लग रही यूनिट में 300 किलो लीटर प्रतिदिन एथेनाल और 200 किलो लीटर प्रतिदिन ईएनए की उत्पादन क्षमता का प्लांट होगा। इसके क्रियाशील होने पर एक हजार लोगों को प्रत्यक्ष और एक हजार लोगों को परोक्ष रोजगार मिल सकेगा। यह इंडस्ट्री ग्रेन बेस्ड (अनाज आधारित) होगी यानी यहां उत्पादन के लिए चावल, मक्का व अन्य अनाज का प्रयोग किया जाएगा। खास बात यह भी है कि यहां धान की भूसी और अन्य फसल अवशेष से चलने वाला बॉयलर व 15 मेगावाट टरबाइन का पॉवर प्लांट भी स्थापित किया जाएगा। इंडस्ट्री की जरूरत के बाद अवशेष बिजली बेच दी जाएगी।

*देश, संविधान, जनतंत्र को बचाने के लिए हमें संगठित शक्ति में बदलना होगा: मेधा पाटकर*

गोरखपुर। प्रसिद्ध सामाजिक कार्यकर्ता मेधा पाटकर ने कहा है कि आज देश बहुत बड़ी चुनौती का सामना कर रहा है। आजादी के आंदोलन और संविधान निर्माण की प्रक्रिया से प्राप्त समानता, न्याय, समाजवाद के मूल्य पर चोट पहुंचाई जा रही है। गैरबराबरी आज सबसे वीभत्स रूप से हमारे सामने है। कानून में संशोधन कर और कानून को बदल कर किसानों, मजदूरों, आदिवासियों, के हक हकूक छीने जा रहे है।

आंदोलनों की आवाज को कुचलने के लिए जनता को बांटने व लड़ाने का प्रयास हो रहा है। ऐसे समय में जनआंदोलनों की राजनीति बहुत महत्वपूर्ण हो जाती है। हमे एक होकर संगठित शक्ति में बदलना होगा और देश, संविधान, जनतंत्र को बचाने की लड़ाई लड़नी होगी।  

मेधा पाटकर आज गोरखपुर जर्नलिस्ट्स प्रेस क्लब सभागार में जन संस्कृति मंच द्वारा आयोजित संवाद कार्यक्रम में बोल रही थीं। उन्होंने एक घंटे के अपने वक्तव्य में कहा कि जन आंदोलनों के राष्टीय समन्वय ने अपने गठन के दौरान देश बचाओ, देश बनाओ का नारा दिया था। यह नारा आज भी बेहद महत्वपूर्ण है। देश को मूर्ति नहीं है बल्कि इस देश की जनता है। लोकतंत्र के स्तम्भ का पहला स्तम्भ देश की जनता है। देश बचाने का मतलब जल , जंगल, जमीन बचाना है। पर्यावरण बचाना है, देश के संसाधनों को बेचने से बचाना है। 

उन्होंने कहा कि आज हम एकदम विपरीत प्रक्रिया के अनुभव से गुजर रहे हैं। आवास का अधिकार, जीने का अधिकार, रोजगार का अधिकार, बोलने के अधिकार पर हमला हो रहा है। ऐसी अर्थव्यवस्था निर्मित की जा रही है जिसका रोजगार से कोई रिश्ता नहीं है। लाखों सरकारी पद खाली हैं। देश की संपदा पूंजीपतियों को बेची जा रही है।

अर्थव्यवस्था पूंजीपतियों को और अमीर और देश की बहुसंख्यक जनता को गरीब बनाने की दिशा में चल रही हैं। अडानी की संपत्ति हर रोज 1600 करोड़ बढ़़ रही है जबकि 80 करोड़ जनता को पांच किलो राशन पर संतुष्ट रहने को कहा जा रहा है। लाॅकडाउन में अमीरों की सम्पत्ति छह गुना बढ़ गयी। पंूजीपतियों का 44 लाख करोड़ का कर्ज बट्टे खाते में डाल दिया गया। 

उन्होंने समूचे करण प्रणाली में बदलाव पर जोर देते हुए कहा कि यदि देश के अमीरों की संपत्ति पर दो फीसदी वेल्थ टैक्स लगा दिया जाए तो सभी को शिक्षा और स्वास्थ्य मुफ्त उपलब्ध कराया जा सकता है। कृषि कानूनों सहित कई कानूनों में संशोधन व बदलाव की चर्चा करते हुए उन्होंने जनता के सामने कानूनों के रखने और चर्चा कराने के बजाय उसे आनन-फानन में बदला जा रहा है। कानून बदलने का मकसद जनता के अधिकारों में कटौती करना और पूंजीपतियों को देश का संसाधन सौंपना हैं। वन संरक्षण कानून में संशोधन कर हजारों हेक्टेयर जंगल अडानी को सौंपने की तैयारी चल रही है।

मेधा पाटकर ने नर्मदा बचाओ आंदोलन के 38 वर्ष के संघर्ष, उस पर हुए दमन और आंदोलन की उपलब्धियों की चर्चा की और कहा कि आज नर्मदा का पानी पीने लायक नहीं रह गया है। नर्मदा जैसी स्थिति हर नदी की बना दी गई है। 

उन्होंने कहा कि जल, जंगल और जमीन का सवाल केवल आदिवासियों का नहीं हैं हम सभी का है और हमें उनको बचाने के लिए आगे आना चाहिए। मणिपुर और हरियाणा में हिंसा और उत्तराखंड में हुई घटनाओं का जिक्र करते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा-आरएसएस लोगों को बांटने और आपस में लड़ाने का कार्य कर रही है। इसका मकसद अपने अधिकारों के लिए उठ खड़ी हो रही जनता को बांटने और उसकी आवाज को दबाने के लिए किया जा रहा है।  

उन्होंने कहा कि देश, जनतंत्र, संविधान, समाजवाद और अपने बुनियादी अधिकारों की रक्षा के लिए आज बहुत अधिक संगठित शक्ति की जरूरत है। ऐसे संगठित शक्ति में महिलाओं की व्यापक भागीदारी होनी चाहिए। 

संवाद कार्यक्रम में अब्दुल्ला सिराज, मेधा सिंह, आनंद राय, गौतम लाल श्रीवास्तव, मंजीत सिंह, प्रदीप सुविज्ञ सहित कई लोगों ने सवाल पूछे जिसका जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि गठबंधन विचारधारा के आधार पर होना चाहिए। देश में चल रहे विभिन्न आंदोलनों को एक साथ आना चाहिए। सोशल मीडिया के जरिए सत्ता व बाजार द्वारा फैलाए जा रहे झूठ का खंडन करने का लिए भी हमें सचेत कोशिश करनी चाहिए। उन्हांेने कॉरपोरेट के पाखंड से भी सावधान रहने की अपील की। कार्यक्रम में आलोचक डॉ अरविंद त्रिपाठी ने भगवत रावत ‘ मेधा पाटकर ’ शीर्षक कविता का पाठ किया। कार्यक्रम का संचालन जन संस्कृति मंच के महासचिव मनोज कुमार सिंह ने किया। 

इस मौके पर प्रो चितरंजन मिश्र, प्रो अनंत मिश्र, वरिष्ठ कवि देवेन्द्र आर्य, डॉ रंजना जायसवाल, वरिष्ठ समाजवादी नेता फतेहबहादुर सिंह, अश्विनी पांडेय, राजेश सिंह, शालिनी श्रीनेत, ऐपवा नेता गीता पांडेय, शिक्षा अधिकार आंदोलन के नेता डाॅ चतुरानन ओझा, राजेश मणि, चक्रपाणि ओझा, वरिष्ठ रंगकर्मी राजाराम चौधरी, अमोल राय, पत्रकार अशोक चौधरी, प्रदीप सिंह, अमजद अली, अजय सिंह, महेश सिंह, आलोक मल्ल आदि उपस्थित थे।

*एथेनाल प्लांट का शिलान्यास व वेयरहाउस का उद्घाटन करेंगे सीएम योगी*

गोरखपुर। उत्तर बिहार, नेपाल की तराई और पूर्वी उत्तर प्रदेश का औद्योगिक हब बन रहे गोरखपुर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शनिवार को एथेनाल प्लांट का शिलान्यास व रविवार को बड़े वेयरहाउस का उद्घाटन करेंगे। यह दोनों इन्वेस्टमेंट निजी क्षेत्र के हैं। दोनों को मिलाकर 1230 करोड़ रुपये का निवेश है और इससे करीब तीन हजार लोगों को प्रत्यक्ष व परोक्ष रोजगार मिलेगा।

निजी क्षेत्र के निवेशकों का उत्साह बढ़ाने के लिए सीएम योगी शनिवार को गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण (गीडा) क्षेत्र में आएंगे।

वह गीडा सेक्टर 26 में मेसर्स केयान डिस्टलरीज प्राइवेट लिमिटेड की बॉटलिंग यूनिट का शिलान्यास करेंगे। केयान डिस्टलरीज के एमडी विनय कुमार सिंह के मुताबिक इस यूनिट में 300 किलो लीटर प्रतिदिन एथेनाल और 200 किलो लीटर प्रतिदिन ईएनए की उत्पादन क्षमता का प्लांट लगाया जाएगा।

करीब 31 एकड़ में लगने वाली इस यूनिट में 1200 करोड़ रुपये का निवेश होगा और इसके क्रियाशील होने पर एक हजार लोगों को प्रत्यक्ष और एक हजार लोगों को परोक्ष रोजगार मिल सकेगा। यह इंडस्ट्री ग्रेन बेस्ड (अनाज आधारित) होगी यानी यहां उत्पादन के लिए चावल, मक्का व अन्य अनाज का प्रयोग किया जाएगा।

खास बात यह भी है कि यहां धान की भूसी और अन्य फसल अवशेष से चलने वाला बॉयलर व 15 मेगावाट टरबाइन का पॉवर प्लांट भी स्थापित किया जाएगा। इंडस्ट्री की जरूरत के बाद अवशेष बिजली बेच दी जाएगी।

रविवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मोतीराम अड्डा में मेसर्स श्री एसोसिएट्स की तरफ से बनवाए गए वेयरहाउस का उद्घाटन भी करेंगे।

श्री एसोसिएट्स के योगेश मणि त्रिपाठी व बृजेश मणि त्रिपाठी ने बताया कि उत्तर प्रदेश वेयरहाउसिंग एंड लॉजिस्टिक पॉलिसी 2022 से प्रेरित होकर यह वेयरहाउस 1.23 लाख वर्गफुट में बनाया गया है। इसका एमओयू ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में हस्ताक्षरित किया गया था। वेयरहाउसिंग की इस परियोजना में 30 करोड़ रुपये का निवेश किया गया है। इससे करीब एक हजार लोगों के रोजगार का मार्ग प्रशस्त होगा।

*स्वतंत्रता सेनानियों की गाथा का हुआ वर्णन*

गोरखपुर। महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय गोरखपुर के संकायों में राष्ट्रीय सेवा योजना के तत्वावधान में आजादी के अमृत महोत्सव श्रृंखला में "मेरी माटी मेरा देश" कार्यक्रम के अंतर्गत शुक्रवार को महापुरुषों और स्वतंत्रता सेनानियों की गाथा का वर्णन किया गया।

राष्ट्रीय सेवा योजना की इकाई महायोगी अचल-अचम्बेनाथ एवं महायोगी गंजकन्थडनाथ द्वारा गुरु श्री गोरक्षनाथ कॉलेज ऑफ नर्सिंग की प्राचार्या डॉ. डीएस अजीथा की अध्यक्षता में वीरों की गाथा से संबंधित कहानियां विद्यार्थियों को सुनाई गईं।

बीएससी नर्सिंग की छात्रा मोनिका ने बलिदानी भगत सिंह की जीवनी का सविस्तार वर्णन किया। इस आयोजन में राष्ट्रीय सेवा योजना की कार्यक्रम अधिकारी सत्यभामा सिंह एवं खुशबू मोदनवाल का विशेष योगदान रहा।

इसी क्रम में राष्ट्रीय सेवा योजना की महायोगी आदिनाथ इकाई द्वारा कृषि विज्ञान एवं संबद्ध उद्योग संकाय के अधिष्ठाता डॉ. विमल दूबे की अध्यक्षता में राष्ट्रभक्तिपूर्ण सांस्कृतिक प्रस्तुतियां हुईं। इकाई के कार्यक्रम अधिकारी डॉ विकास कुमार यादव ने भारत के स्वतंत्रता सेनानियों भगत सिंह, महात्मा गांधी, चंद्रशेखर आजाद आदि की गाथा सुनाई।

राष्ट्रीय सेवा योजना की महायोगी संतोषनाथ इकाई द्वारा महंत अवेद्यनाथ पैरामेडिकल कॉलेज के विभागाध्यक्ष रोहित कुमार श्रीवास्तव की अध्यक्षता में वीरों की गाथा से संबंधित वृतचित्र वित्रचित्र का प्रदर्शन किया गया। आयोजन में राष्ट्रीय सेवा योजना की कार्यक्रम अधिकारी सुप्रिया गुप्ता का महत्वपूर्ण योगदान रहा।

कार्यक्रम की अगली कड़ी में राष्ट्रीय सेवा योजना की मत्स्येन्द्रनाथ इकाई द्वारा गुरू गोरक्षनाथ इंस्टिट्यूट आफ मेडिकल साइंसेस (आयुर्वेद कॉलेज) में राष्ट्रीय पोलियो सप्ताह के अन्तर्गत व्याख्यान कार्यक्रम का आयोजन कराया गया ।

जिसमें डॉ. नीरज कुमार गुप्ता बाल रोग विशेषज्ञ मुख्य वक्ता रहे। संचालन डॉ. जशोबन्त डनसना एवं आभार ज्ञापन डॉ. प्रज्ञा सिंह व कार्यक्रम का संयोजन डॉ. अनामिका अरजरिया ने किया।

*ऐतिहासिक स्थलों से मिट्टी लाकर स्थापित किया अमृत कलश*

गोरखपुर, 10 अगस्त। महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय गोरखपुर के संकायों में राष्ट्रीय सेवा योजना के तत्वावधान में मेरी माटी मेरा देश कार्यक्रम के तहत गुरुवार को विविध आयोजन किए गए।

संबद्ध स्वास्थ्य विज्ञान संकाय में मिट्टी को नमन करते हुए माटी गीत और वीरो की वंदना से युक्त गायन प्रस्तुत किया गया। इस मौके ऐतिहासिक स्थल चौरीचौरा व अन्य स्मृति स्थलों से लाई गई मिट्टी से अमृत कलश की स्थापना की गई। बीएससी व एमएससी बायोटेक्नोलॉजी, मेडिकल माइक्रोबायोलॉजी एवं मेडिकल बायोकेमिस्ट्री विभाग के छात्रों ने अधिष्ठाता डॉ सुनील कुमार सिंह की अध्यक्षता व राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारी धनंजय पांडेय की देखरेख में में कार्यक्रम प्रस्तुत किए।

राष्ट्रीय सेवा योजना की आदिनाथ इकाई द्वारा कृषि विज्ञान एवं संबद्ध उद्योग संकाय में अधिष्ठाता डॉ विमल दुबे की अध्यक्षता में देशभक्ति गीतों के बीच ऐतिहासिक स्थलों से लाई गई मिट्टी से अमृत कलश स्थापना की गई। कार्यक्रम संयोजन डॉ. विकास कुमार यादव ने किया। इसी क्रम में राष्ट्रीय सेवा योजना की महायोगी संतोषनाथ इकाई के तत्वावधान में महंत अवेद्यनाथ पैरामेडिकल कॉलेज के विभागाध्यक्ष शरोहित कुमार श्रीवास्तव के नेतृत्व में मेरी माटी मेरा देश कार्यक्रम आयोजित हुआ। आयोजन में राष्ट्रीय सेवा योजना की कार्यक्रम अधिकारी सुप्रिया गुप्ता की महत्वपूर्ण भूमिका रही।

*इस्लामिया कालेज आॅफ कामर्स बक्शीपुर में मना मेरी माटी मेरा देश व हर घर तिरंगा कार्यक्रम, दिलाई गई पंचप्रण की शपथ*

गोरखपुर। अमृत काल के पंचप्रण आजादी के अमृत महोत्सव के अन्तर्गत "मेरी माटी मेरा देश" व "हर घर तिरंगा " कार्यक्रम मनाने के क्रम में आज इस्लामिया कालेज आॅफ कामर्स बक्शीपुर, गोरखपुर में पंचप्रण शपथ कार्यक्रम का आयोजन महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ० शाहिद जमाल की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ।

जिसमें राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारी डॉ० सत्येन्द्र कुमार पाण्डेय के द्वारा डॉ० अरुण कुमार श्रीवास्तव, डॉ० अदिल अहमद, डॉ० के०एन० सिंह, डॉ० परमात्मा यादव, डॉ० राकेश कुमार तिवारी, डॉ० आलोक पाल, डॉ० आर०एस०एस० यादव, डॉ० विनोद प्रसाद व अन्य विभागों के सभी शिक्षकगण सहित महाविद्यालय परिवार के सभी कर्मचारी व छात्र / छात्राओं को प्राचार्य शाहिद जमाल ने पंचप्रण की शपथ दिलायी।

*मेयर, एडी हेल्थ और सीएमओ ने फाइलेरिया से बचाव की दवा का सेवन कर किया अभियान का शुभारंभ*

गोरखपुर।जिले में लाइलाज बीमारी फाइलेरिया के उन्मूलन के लिए सर्वजन दवा सेवन (एमडीए) अभियान गुरूवार से शुरू हुआ, जो कि 28 अगस्त तक चलेगो अभियान की शुरूआत महापौर डॉ मंगलेश श्रीवास्तव, अपर निदेशक-स्वास्थ्य (एडी हेल्थ) डॉ. आईबी विश्वकर्मा और मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आशुतोष कुमार दूबे ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय के प्रेरणा श्री सभागार में दवा का सेवन करके किया । अभियान के दौरान आशा कार्यकर्ता व स्वास्थ्यकर्मी घर - घर जाएंगे और अपने सामने ही दो वर्ष से अधिक उम्र के सभी लोगों को फाइलेरिया से बचाव की दवा का सेवन कराएंगे। गर्भवती और अति गंभीर बीमार को दवा का सेवन नहीं करना है । एक से दो वर्ष तक के बच्चों को सिर्फ पेट के कीड़े निकालने की दवा खिलाई जाएगी ।

महापौर ने जनपदवासियों से अपील की है कि वह खुद दवा का सेवन करें और आस-पास के लोगों को दवा सेवन के लिए प्रेरित करें। दवा का सेवन खाली पेट नहीं करना है । स्वास्थ्यकर्मी के सामने ही दवा खानी है । दवा का सेवन सिर्फ फाइलेरिया मरीज को नहीं, बल्कि दो वर्ष से अधिक आयु के प्रत्येक स्वस्थ व्यक्ति को करना है । पांच साल में पांच बार यानी साल में एक बार इस दवा का सेवन कर लेने से फाइलेरिया (हाथीपांव व हाइड्रोसील) से बचाव होगा । उन्होंने फाइलेरिया उन्मूलन की शपथ दिलाई और अभियान के समर्थन में हस्ताक्षर भी किया ।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आशुतोष कुमार दूबे ने बताया कि जिले की करीब 52 लाख की आबादी को दवा का सेवन कराया जाएगा । दवा के निर्धारित डोज का सेवन आशा कार्यकर्ता या स्वास्थ्यकर्मी के सामने ही करना है । अगर टीम पहुंचने पर घर का कोई सदस्य उपस्थित नहीं है तो वह आशा कार्यकर्ता के घर जाकर उनकेसामने ही दवा का सेवन करें । अभियान के संचालन के लिए 4099 टीम बनाई गई हैं जिन पर नजर रखने के लिए 820 पर्यवेक्षकों को लगाया गया है । फाइलेरिया से बचाव की दवा शरीर में इसके परजीवियों को मारती है जिसके प्रतिक्रिया स्वरूप कभी कभी सिर दर्द, शरीर दर्द, बुखार, उल्टी और बदन पर चकत्ते जैसे लक्षण सामने आते हैं । यह लक्षण स्वत: ठीक हो जाते हैं और जिनमें यह लक्षण आ रहे हैं उन्हें खुश होना चाहिए कि वह फाइलेरिया से मुक्त हो रहे हैं। जरूरी समझने पर आशा कार्यकर्ता की मदद से रैपिड रिस्पांस टीम (आरआरटी) या नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र की सेवाएं ले सकते हैं । उन्होंने बताया कि जिले में हाथीपांव के 1988 से ज्यादा और हाइड्रोसील के 579 से अधिक मरीज चिन्हित हैं । फाइलेरिया ग्रसित इन जैसे और भी मरीज न आएं इसी उद्देश्य से बड़ी आबादी को दवा का सेवन करवाना होगा, जिसमें सामुदायिक सहयोग अपेक्षित है ।

जिला मलेरिया अधिकारी अंगद सिंह ने कहा कि फाइलेरिया बीमारी संक्रमित मादा क्यूलेक्स मच्छर के काटने से होती है । मच्छरदानी के प्रयोग और आस-पास साफ सफाई रखने के साथ साथ साल में एक बार दवा के सेवन से ही इस बीमारी से बचा जा सकता है । यह बीमारी विश्व में दीर्घकालिक दिव्यांगता का दूसरा प्रमुख कारण है । एक बार हाथीपांव या हाइड्रोसील हो जाने पर उसे सिर्फ नियंत्रित किया जा सकता है, पूरी तरह से ठीक नहीं किया जा सकता । दवा सेवन ही श्रेष्ठ उपाय है ।

इस अवसर पर वेक्टर बार्न डिजीज कंट्रोल प्रोग्राम के नोडल अधिकारी डॉ नंदलाल कुशवाहा, एसीएमओ आरसीएच डॉ एके चौधरी, फाइनेंस कंट्रोल आॅफिसर डॉ राजीव वर्मा, डीएचईआईओ केएन बरनवाल, डीडीएचईआईओ सुनीता पटेल, एएमओ राजेश चौबे, सीपी मिश्रा, जेई एईएस कंसल्टेंट सिद्धेश्वरी सिंह, मलेरिया इंस्पेक्टर प्रवीण पांडेय और वंदना श्रीवास्तव समेत सहयोगी संगठनों के प्रतिनिधि प्रमुख तौर पर मौजूद रहे।

पहली बार किया दवा का सेवन

पिपराईच ब्लॉक के महराजी गांव की 17 वर्षीय खुशबू ने बताया कि उन्होंने पहली बार फाइलेरिया रोधी दवा का सेवन किया है। इसके लिए उन्हें महराजी फाइलेरिया रोगी नेटवर्क के सदस्य दर्शन प्रजापती.ने प्रेरित किया, जिन्हें खुद हाथीपांव है । उन्होंने बताया कि यह दवा सुरक्षित और असरदार है । बीमारी की गंभीरताके बारे में भी उन्हें दर्शन प्रजापति के जरिये जानकारी मिल सकी । दवा का सेवन उन्होंने नाश्ता करने के बाद किया । सेवन के बाद थोड़ी देर आराम से बैठीं रहीं और उन्हें कोई दिक्कत नहीं हुई । उनके भाई ने भी दवा का सेवन किया । ब्लॉक स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर अधीक्षक डॉ मणि शेखर ने लोगों को शपथ दिलाई और दवा भी खिलवाया । जिले के अन्य सभी स्वास्थ्य इकाइयों पर उद्घाटन कार्यक्रम हुए और लोगों को शपथ भी दिलाई गई।

सहयोग कर रहे हैं विभिन्न संगठन

जिला मलेरिया अधिकारी ने बताया कि दवा सेवन के प्रति लोगों को जागरूक करने में स्वयंसेवी संस्था प्रोजेक्ट कंसर्न इंटरनेशनल (पीसीआई), सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च (सीफार) और पिपराईच ब्लॉक में सक्रिय फाइलेरिया रोगी नेटवर्क सहयोग कर रहे हैं । विश्व स्वास्थ्य संगठन, यूनिसेफ और पाथ संस्था की तरफ से तकनीकी सहयोग मिल रहा है। अभियान के दौरान जिला प्रशासन के नेतृत्व में अन्तर्विभागीय सहयोग भी प्राप्त किया जा रहा है । इसी कड़ी में गोरखपुर विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) के बच्चों ने रैली निकाल कर बीमारी के बारे में जागरूक किया और 2000 बच्चों ने दवा का सेवन भी किया। जिला स्तर पर 500 स्वास्थ्यकर्मियों ने भी दवा का सेवन किया।