*गौ-वंशों की वधशाला बनी लौव्वावीरपुर गौशाला*
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नवाबगंज (गोंडा)। क्षेत्र के लौव्वावीरपुर गाँव में बनी गौशाला अव्यवस्थाओं के चलते अब गौवंशो की वधशाला बन चुकी है। यहां आये दिन दर्जनों गौवंश दम तोड़ रहे हैं। गौवंशो के मृत शरीर को कौए नोंच कर खा रहे हैं। गौवंशो के अंतिम संस्कार में भी जिम्मेदार लापरवाही बरत रहे हैं। इस गौशाला का उद्घाटन तत्कालीन जिलाधिकारी उज्जवल कुमार ने किया था।
इस गौशाला की व्यवस्थाओं की तारीफ करते हुए खंड विकास अधिकारी डाॅ राघवेंद्र प्रताप सिंह थकते नहीं थे लेकिन आज लापरवाही और अव्यवस्थाओं की भरमार इस गौ आश्रय केंद्र में हो चुकी है। शुक्रवार को इस गौशाला में एक साथ 10 गौवंशो की मौत हो गई जिसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल होने लगा। वीडियो में मृत गौवंशो के शरीर को कौए अपना आहार बना रहे हैं।
इस संबध में ग्राम विकास अधिकारी पवन कुमार गुप्ता ने बताया इस गौ-आश्रय केंद्र में 90 पशुओं की क्षमता वृद्धि का प्रस्ताव बना था लेकिन चन्नी की कमी के कारण संभव नहीं हो पाया। फिलहाल गौ-आश्रय केंद्र में 226 पशु हैं। यहां रख-रखाव के लिए 04 व्यक्ति भी रखे गए हैं जिन्हें 230 रूपये प्रति व्यक्ति की दर से भुगतान भी किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि शुक्रवार को गौशाला में 05 गौवंश मरे हुए पाए गए हैं जिनका अंतिम संस्कार कराया जा रहा है। ग्राम विकास अधिकारी ने कहा कि गौशाला के रख-रखाव के लिए चयनित 04 लोग अपनी जिम्मेदारियों का ठीक से निर्वाहन नहीं कर रहे हैं।
वहीं पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ प्रभात कुमार गौतम मृत पशुओं की संख्या की सही जानकारी देने से कतराते रहे। उन्होंने कहा कि उन्हें 05 गौवंशो के मरने की सूचना मिली थी। उन्होंने बाकी जानकारी प्रधान और ग्राम विकास अधिकारी से बात करके बताने की बात कही है।
Aug 04 2023, 18:46