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*एक ही जगह पर मिल रही है कंडोम, इमर्जेंसी पिल्स और प्रेग्नेंसी टेस्ट किट की सुविधा*


गोरखपुर। परिवार नियोजन में पुरुष भागीदारी बढ़ाने के लिए लगाए गये कंडोम बॉक्स की जगह अब फैमिली प्लानिंग बॉक्स ने ले लिया है । जिले में ऐसे 384 बॉक्स के जरिये कंडोम के साथ साथ इमर्जेंसी पिल्स और प्रेगेंसी टेस्ट किट की सुविधा भी दी जा रही है ।

इन बॉक्स पर नये क्यू आर कोड वाले स्टीकर लगाए जाएंगे जिनको स्कैन करने से तीनों साधनों के उपयोग के बारे में भी विस्तार से जानकारी लाभार्थी को मिल सकेगी ।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आशुतोष कुमार दूबे ने बताया कि एसीएमओ आरसीएच डॉ एके चौधरी की देखरेख में सभी जिला स्तरीय स्वास्थ्य इकाइयों, सीएचसी, पीएचसी और कुछ प्रमुख हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर व आई छाया वीएचएसएनडी एवं आई छाया यूएचएसएनडी सत्र स्थलों पर यहबॉक्स लगाए गए हैं । सभी पर नये क्यू आर कोड लगाने को कहा गया है ।

इस कार्य में उत्तर प्रदेश टेक्निकल सपोर्ट यूनिट (यूपीटीएसयू) के जिला परिवार नियोजन विशेषज्ञ तकनीकी सहयोग कर रहे हैं।

सीएमओ ने बताया कि सभी बॉक्स ऐसे स्थानों पर लगे हैं जहां पूरी गोपनीयता के साथ लाभार्थी कंडोम, इमर्जेंसी पिल्स और प्रेग्नेंसी टेस्ट किट प्राप्त कर सकें। परिवार नियोजन में इन तीनों साधनों की अहम भूमिका है । कंडोम के इस्तेमाल से न सिर्फ अनचाहे गर्भ से बचाव होता है बल्कि एचआईवी समेत अन्य यौन रोगों से भी सुरक्षा मिलती है । इसी प्रकार अगर बिना किसी साधन के इस्तेमाल से गर्भ ठहरने की आशंका हो तो महिला इमर्जेंसी पिल्स का इस्तेमाल कर सकती हैं लेकिन इनका ज्यादा उपयोग नहीं किया जाना चाहिए क्योंकि इन पिल्स का अत्यधिक इस्तेमाल करने से गर्भाशय सम्बन्धित बीमारियों की आशंका बढ़ जाती है । अन्य शारीरिक जटिलताओं का भी सामना करना पड़ता है।

जो महिलाएं दोनों साधनों का इस्तेमाल नहीं कर पातीं हैं और अनचाहा गर्भ ठहर जाता है तो वह माहवारी रुकने के पंद्रह दिन के भीतर प्रेग्नेंसी टेस्ट किट से जांच कर अनचाहे गर्भ का पता लगा सकती हैं।

शिशु स्वास्थ्य में प्रेग्नेंसी किट की अहम भूमिका

डॉ दूबे ने बताया कि गर्भावस्था के दौरान प्रथम त्रैमास में फोलिक एसिड की गोलियों का सेवन करने से बच्चे का जन्मजात विकृतियों से बचाव होता है।

प्रायः यह देखा जाता है कि महिलाएं प्रेग्नेंसी टेस्ट किट से समय से जांच नहीं करती हैं जिसकी वजह से वह गर्भावस्था के बारे में देर से जान पाती हैं और इन गोलियों का सेवन भी नहीं कर पाती हैं । इन किट की उपलब्धता परिवार नियोजन किट के अलावा सभी आई छाया वीएचएसएनडी व आई छाया यूएचएसएनडी सत्रों पर भी आशा और एएनएम के जरिये सुनिश्चित कराई जा रही है ।

उपयोगी है यह बॉक्स

पिपराईच ब्लॉक की निवासी 35 वर्षीय महिला ने बताया कि उनकी शादी 17 साल पहले हुई थी । उनका बड़ा बेटा 15 साल का है, जबकि छोटा बेटा 12 साल का। पति मजदूरी करते हैं ।

पति के पास कभी इतना समय नहीं रहता है कि वह स्वास्थ्य इकाई से कंडोम ला सकें । हमेशा गांव की आशा के जरिये कंडोम लेते रहे, लेकिन बच्चे बड़े होने लगे तो झिझक लगने लगी । आशा ने ब्लॉक पर परिवार नियोजन काउंसलर रीना से मुलाकात कराई । महिला ने काउंसलर रीना को अपनी समस्या बताया तो काउंसलर ने बताया कि कंडोम बॉक्स से भी कंडोम घर ले जा सकते हैं और गोपनीयता भी बनी रहेगी ।

शगुन किट में भी मिलती है सामग्री

जंगल कौड़िया ब्लॉक की परिवार नियोजन काउंसलर प्रीति बताती हैं कि नवदंपति को आशा कार्यकर्ता द्वारा जो शगुन किट दिया जाता है उसमें भी परिवार नियोजन किट की सामग्री रहती है । इसका उद्देश्य है कि दंपति पहला बच्चा शादी के दो साल बाद प्लान करे। दो बच्चों में तीन साल का अंतर रखे और परिवार नियोजन के साधनों के प्रति सजग रहे । परिवार नियोजन के अस्थायी साधनों में छाया गोली, माला एन गोली, कंडोम, पीपीआईयूसीडी, इमर्जेंसी पिल्स, आईयूसीडी और अंतरा इंजेक्शन की सुविधा दी जाती है, जबकि स्थायी साधनों में पुरुष नसबंदी और महिला नसबंदी शामिल है ।

एबीवीपी स्थापना दिवस के अवसर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन, महानगर के विभिन्न चौराहों पर लगी प्रतिमाओं की हुई साफ-सफाई

गोरखपुर- अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद गोरखपुर महानगर द्वारा अभाविप के 75वें स्थापना दिवस के अवसर पर महानगर में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में प्रवास पर आये अभाविप के अखिल भारतीय राज्य विश्वविद्यालय कार्य प्रमुख अंकित शुक्ला ने विश्वविद्यालय इकाई द्वारा आयोजित फुटबॉल प्रतियोगिता के उद्घाटन और पुरस्कार वितरण कार्यक्रम में शामिल होने के साथ-साथ गौतम बुद्ध छात्रावास में शोध विद्यार्थियों के साथ विभिन्न सम सामयिक विषयों पर चर्चा किया।

अभाविप के अखिल भारतीय राज्य विश्वविद्यालय कार्य प्रमुख अंकित शुक्ला ने अपने संबोधन में कार्यकर्ताओं को अभाविप के 75वें स्थापना दिवस की शुभकामना देते हुए कहा कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद अपने स्थापना काल से ही ज्ञान,शील और एकता के मंत्र पर कर करने वाला विश्व का सबसे बड़ा छात्र संगठन है। जिसने अपने 75 वर्षों की यात्रा के दौरान राष्ट्रहित में विभिन्न मुद्दों को प्रमुखता से उठाया है।

अभाविप गोरक्ष प्रांत मंत्री सौरभ कुमार गौंड ने कहा कि 1947 देश के आजादी के बाद जब देश राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय क्षेत्र में उत्पन्न चुनौतियों का सामना कर रहा था, तब विद्यार्थी परिषद का एक अभियान शुरू हुआ। विद्यार्थी परिषद ने यह मत रखा कि छात्रशक्ति-राष्ट्रशक्ति है। तब से शिक्षण संस्थानों में अन्य छात्र संगठनों ने भी छात्र शक्ति का जय घोष करने लगे हैं। यह विद्यार्थी परिषद की देश के प्रत्येक शिक्षण संस्थानों में वैचारिक स्वीकार्यता का परिचायक है। अपने 75 वर्षों के इस अमृत काल के दौरान विद्यार्थी परिषद देश के विभिन्न शैक्षिक संस्थानों में राष्ट्रवाद की अलख जगाया है।

अभाविप प्रांत राज्य विश्वविद्यालय कार्य प्रमुख ऋषभ सिंह ने कहा कि अभाविप ने इन 75 वर्षों में सेवा, संस्कार तथा संघर्ष के मुद्दों पर अपनी गतिवधियां चलाई हैं। विद्यार्थी परिषद् के कार्यकर्ताओं ने परिसर संस्कृति के रूप में व्यक्तिगत व्यवहार और प्रत्यक्ष आदर्श परिदृश्य उत्पन्न कर नयी संस्कृति स्थापित करने का कार्य किया है। भारत और भारतीयता से जुड़ाव के कारण विद्यार्थी परिषद ने भारतीय आदर्शों और मूल्यों के व्यवहारिक प्रगटीकरण का प्रयास किया। राष्ट्रीय प्रतीक, राष्ट्रीय चिन्हों और देश के लिए अपना जीवन न्यौछावर करने वाली महान विभूतियों के प्रति सम्मान से जुड़ा संवाद भी हमारी दिनचर्या में शामिल हो, इस उद्देश्य से नियमित कार्यक्रम का आयोजन करता है।

*गोरखपुर से वाया अयोध्या लखनऊ तक चलने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिखाई हरी झंडी*


गोरखपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार अपराह्न राज्यपाल श्रीमती आनंदी बेन पटेल व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की उपस्थिति में गोरखपुर को रफ्तार और विकास की सौगात दी। पीएम ने गोरखपुर से वाया अयोध्या, लखनऊ तक चलने वाली सेमी हाई स्पीड ट्रेन वंदे भारत को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। साथ ही गोरखपुर रेलवे स्टेशन के कायाकल्प वाली पुनर्विकास परियोजना का भी शिलान्यास किया।

गोरखपुर रेलवे स्टेशन पर आयोजित समारोह से ही पीएम मोदी ने जोधपुर-अहमदाबाद (साबरमती) वंदे भारत एक्सप्रेस का शुभारंभ किया।

गीता प्रेस के शताब्दी वर्ष के समापन समारोह में सम्मिलित होने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गोरखपुर रेलवे स्टेशन पहुंचे। प्लेटफार्म नंबर एक पर आने के साथ ही वहां यहां खड़ी वंदे भारत की एक बोगी में गए। उपलब्ध सुविधाओं को देखा।

बोगी में पहले से बैठे बच्चों से संवाद किया। क्रू मेंबर्स को शुभकामनाएं दीं। इंजन का जायजा लेने के बाद वह ट्रेन से उतरे।

प्रधानमंत्री ने प्लेटफॉर्म नम्बर एक पर रखे गोरखपुर जंक्शन स्टेशन पुनर्विकास परियोजना का मॉडल का अवलोकन करने के बाद रिमोट का बटन दबाकर इस परियोजना का शिलान्यास किया।

इसके बाद उन्होंने जोधपुर-अहमदाबाद वंदे भारत का वर्चुअल शुभारंभ किया। तत्पश्चात प्रधानमंत्री ने राज्यपाल आनंदी बेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की उपस्थिति में गोरखपुर-लखनऊ वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस अवसर पर सांसद रविकिशन शुक्ल, चेयरमैन रेलवे बोर्ड अनिल लोहाटी, पूर्वोत्तर रेलवे के महाप्रबंधक चंद्रवीर रमण आदि भी प्रमुख रूप से मौजूद रहे।

सुगम यात्रा के साथ पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा

गोरखपुर से वाया अयोध्या, लखनऊ तक वंदे भारत एक्सप्रेस के संचलन से गुरु गोरखनाथ की तपोभूमि, भगवान श्रीराम की जन्मस्थली और प्रदेश की राजधानी तक लोगों को न केवल आवागमन सुगमता मिलेगी बल्कि इससे पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। यह ट्रेन सांस्कृतिक, औद्योगिक और आर्थिक विकास की गति बढ़ाने में भी सहायक होगी।

वंदे भारत एक्सप्रेस गोरखपुर से लखनऊ के बीच चलने वाली सबसे तीव्र गति की ट्रेन होगी और इससे दोनों दूरी तय करने में करीब दो घंटे समय की बचत होगी। अत्याधुनिक सुविधाओं के चलते वंदे भारत की यात्रा हवाई जहाज की यात्रा का एहसास कराएगी। सुविधाओं की बात करें तो पूर्णतः वातानुकूलित इस ट्रेन में खानपान, आरामदायक व 360 डिग्री पर घूमने वाली सीट, टच फ्री शौचालय सुविधा, सेंसरयुक्त दरवाजे, वाईफाई के अलावा दिव्यांगजन के अनुकूल शौचालय व ब्रेल लिपि में सीट नम्बर अंकन की भी व्यवस्था है।

मल्टी फंक्शनल कॉम्प्लेक्स वाला बनेगा गोरखपुर रेलवे स्टेशन

गोरखपुर जंक्शन रेलवे स्टेशन पुनर्विकास परियोजना स्टेशन को सिटी सेंटर के रूप में विकसित करेगी। अत्याधुनिकता के साथ स्टेशन स्थानीय विरासत प्रतीकों का भी प्रतिनिधि होगा। नए स्टेशन भवन में गोरखनाथ मंदिर और गीता प्रेस की झलक भी दिखेगी।

इसमें मल्टी फंक्शनल कॉम्प्लेक्स का प्रावधान किया गया है। पुनर्विकास परियोजना में स्टेशन पर अत्याधुनिक सुविधाओं वाले रूफ प्लाजा, फूड आउटलेट, प्रतीक्षालय, एटीएम और बच्चों के लिए प्लेइंग एरिया का भी इंतजाम होगा। आधुनिक ग्रीन बिल्डिंग के कांसेप्ट में इसका निर्माण होगा और इसमें वाटर ट्रीटमेंट प्लांट, सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट की भी व्यवस्था की जाएगी।

*शाहिद के परिजनों ने देखा चौरीचौरा कांड पर आधारित फिल्म 1922 प्रतिकार चौरीचौरा*


गोरखपुर। चौरी चौरा के शहादत में शामिल शहीदों के परिजनों को चौरीचौरा क्रान्ति पर बनी फिल्म 1922 प्रतिकार चौरी चौरा दिखाया गया।

इस कार्यक्रम के आयोजक फ़िल्म के लाइन प्रोड्यूसर विजेन्द्र अग्रहरि व प्रोड्यूसर अविनाश गुप्ता ने बताया कि चौरी चौरा के संग्राम के 100 वर्ष पूर्ण होने पर उन सभी शहीदों के परिजनों को उस समय की घटना क्रम पर बनी फिल्म दिखा कर उनके पूर्वजों के वीरता व अंग्रेजों से टकराव उनके जुल्मों की गाथा को दिखाने के उद्देश्य से आज सभी परिजनों को चौरी चौरा से गोरखपुर स्थित PVR में "1922 प्रतिकार चौरी चौरा" दिखाया गया जिसे देख परिजन भावुक हो कर भारत माता व शहीदों की जयकार करने लगे।

उससे पूर्व सभी परिजनों का सिनेमा हाल पर माल्यार्पण के स्वागत करते हुए शाल पहनाकर सम्मानित किया गया।

इस कार्यक्रम में शहीद ....के परिजन शहीद विक्रम अहीर के पौत्र चौथी यादव, शहीद लाल विहारी के पौत्र रवि, शहीद रामरुप के पौत्र गुलाब, शहीद मुन्ना के पौत्र प्रभु शहीद झिंगुरी के पौत्र महंथ के साथ कालापानी की सजा पाने वालों के साथ समस्त सज़ा पाये के परिजन सम्मिलित हुए।

*वृक्षों के संरक्षण की संस्कृति से जुड़ना समय की मांग : डॉ वाजपेयी*


गोरखपुर। वन महोत्सव एवं पर्यावरण जागरूकता सप्ताह के अंतर्गत महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय, आरोग्यधाम गोरखपुर में विश्वविद्यालय और वन विभाग के संयुक्त तत्वावधान में वृहद पौधारोपण अभियान चलाया गया।

 अभियान का शुभारंभ विश्वविद्यालय के कुलपति मेजर जनरल डॉ अतुल वाजपेयी, कुलसचिव डॉ प्रदीप कुमार राव एवं प्रभागीय वनाधिकारी विकास यादव ने पौधा रोपकर किया।

इस अवसर पर कुलपति डॉ वाजपेयी ने कहा कि पर्यावरण पर आसन्न संकट से उबरने के लिए हम सबको वृक्षों के संरक्षण की अपनी पुरातन संस्कृति से एक बार फिर जुड़ना होगा। यह समय की मांग है। हमारे पुरखों ने वृक्षों के पूजन की परंपरा इसीलिए बनाई थी कि वृक्ष हमारे जीवन के लिए अपरिहार्य प्राणवायु के स्रोत हैं। इस संस्कृति से विमुख होने का दुष्परिणाम हम सबके सामने है। उन्होंने कहा कि पर्यावरण को बचाने के लिए सभी लोगों को अधिकाधिक पौधरोपण और उनके संरक्षण का संकल्प लेना होगा। 

पौधरोपण अभियान चलाने के लिए महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय की सराहना करते हुए प्रभागीय वनाधिकारी विकास यादव ने कहा कि यह प्रयास सभी के लिए अनुकरणीय है। हम जितना अधिक पौधा लगाएंगे, प्रकृति को बचाने में हमारा योगदान उतना ही अधिक होगा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मार्गदर्शन में उत्तर प्रदेश प्रतिवर्ष पौधरोपण में नए कीर्तिमान बना रहा है। इससे प्रदेश के वनावरण में काफी वृद्धि हुई है। 

पौधरोपण अभियान में सहयोग के लिए वन विभाग का आभार व्यक्त करते हुए महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ प्रदीप कुमार राव ने कहा कि विश्वविद्यालय अपने पर्यावरणीय सरोकारों को निभाने के लिए संकल्पित है। 'क्लीन-ग्रीन कैम्पस' की राह पर आगे बढ़ते हुए विश्वविद्यालय में 5500 पौधारोपण का लक्ष्य रखा गया है। पौधे वन विभाग द्वारा उपलब्ध कराए जा रहे हैं।

पौधरोपण अभियान में विश्वविद्यालय के शिक्षकों, अधिकारियों, कर्मचारियों के साथ ही वन विभाग की तरफ से उप प्रभागीय वनाधिकारी डॉ हरेंद्र सिंह, प्रभारी क्षेत्रीय वनाधिकारी दिनेश कुमार चौरसिया, कर्मचारीगण नरेन्द्र कुमार, राजकुमार, बीरबल, सुरेन्द्र कुमार आदि की सक्रिय भागीदारी रही।

*सीएम योगी ने किया 'संपर्क स्मार्टशाला , स्मार्ट स्कूल-स्मार्ट ब्लॉक' कार्यक्रम का शुभारंभ, बोले-सरकार ने किया 1.36 लाख स्कूलों का कायाकल्प*


गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि विगत छह वर्षों में उत्तर प्रदेश ने बेसिक शिक्षा के क्षेत्र में लंबी छलांग लगाई है। 2017 के पहले बदहाली से जो स्कूल बंदी के कगार पर थे आज उनका कायाकल्प हो चुका है।

दृढ़ संकल्प, संसाधन, तकनीकी, नवाचार के समन्वय से शिक्षा के क्षेत्र में चमत्कार का सपना साकार हुआ है। तकनीकी के बेहतर उपयोग वाला निपुण भारत मिशन शिक्षा की गुणवत्ता सुदृढ़ करने में शानदार परिणाम दे रहा है।

सीएम योगी मंगलवार को बेसिक शिक्षा विभाग एवं संपर्क फाउंडेशन की पहल पर 'संपर्क स्मार्टशाला-स्मार्ट ब्लॉक' कार्यक्रम का शुभारंभ कर रहे थे। इस कार्यक्रम के माध्यम से नगर क्षेत्र के 58 व चरगांवा ब्लॉक के 68 परिषदीय स्कूलों में एलईडी टीवी, गणित व अंग्रेजी किट से आच्छादित किया गया।

मुख्यमंत्री ने पांच स्कूलों के शिक्षकों को खुद अपने हाथ से टीएलएम किट प्रदान किया। साथ ही संपर्क फाउंडेशन की पत्रिका का भी विमोचन किया। योगिराज बाबा गंभीरनाथ प्रेक्षागृह में आयोजित कार्यक्रम में सीएम ने कहा कि शिक्षा समाज की नींव है और जब नींव दरक जाएगी तो समाज रूपी भवन कैसे बनेगा। 2017 के पूर्व बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों में शौचालय, फ्लोरिंग, पेयजल तक की सुविधा नहीं थी। लगभग 1.56 लाख स्कूलों में 1.34 करोड़ बच्चे जाते थे। शिक्षकों की भारी कमी थी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने दशा सुधारने का संकल्प लिया और बेसिक व माध्यमिक विद्यालयों में पारदर्शी तरीके से 1.65 लाख शिक्षकों की भर्ती की। कोई भी स्कूल जर्जर न रहे, उनमें फर्नीचर, शौचालय, पेयजल, स्मार्ट क्लास, लाइब्रेरी और डिजिटल लाइब्रेरी हो, इसके लिए मिशन कायाकल्प शुरू किया। आज 1.36 लाख स्कूलों का कायाकल्प हो चुका है। स्कूल जाने वाले बच्चों की संख्या बढ़कर 1.91 करोड़ हो चुकी है।

स्कूली बच्चों को मिल रहीं सभी सुविधाएं

सीएम योगी ने कहा कि पहले बेसिक स्कूलों के बच्चे नंगे पांव जाते थे, उनके पास यूनिफॉर्म नहीं था। आज सरकार उन्हें सभी सुविधाएं दे रही है। उन्हें दो यूनिफॉर्म, जाड़े में स्वेटर, जूते, बैग दिए जा रहे हैं। और अब तो इस सुविधा के लिए रकम उनके अभिभावकों के खातों में डीबीटी से भेजी जा रही है।

अपनी एमएलसी की पूरी निधि दी विद्यालयों को

मुख्यमंत्री ने कहा कि जब 2017 में वह एमएलसी बने तो अपनी पूरी निधि गोरखपुर नगरीय क्षेत्र के बेसिक स्कूलों में फर्नीचर और शौचालय बनवाने के लिए दे दी। वर्तमान में जीडीए और नगर निगम भी स्कूलों को स्मार्ट बनाने का प्रयास कर रहे हैं। जनप्रतिनिधियों को भी चाहिए कि वे अपने क्षेत्र के स्कूलों में जाएं और वहां के लिए आवश्यक व्यवस्थाएं कराएं।

टेक्नोलॉजी से बढ़ रही शिक्षा की गुणवत्ता

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शिक्षा के क्षेत्र में टेक्नोलॉजी की महत्ता पर चर्चा करते हुए कहा कि टेक्नोलॉजी के बेहतर उपयोग से शिक्षा के क्षेत्र में गुणवत्ता तेजी से बढ़ रही है।

उन्होंने कोरोना कालखंड में टेक्नोलॉजी के उपयोग का जिक्र करते हुए कहा कि कोरोना का सबसे अधिक प्रभाव स्कूली शिक्षा पर पड़ा था। तब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डिजिटल इंडिया की जो प्रेरणा दी, उसके इस्तेमाल से बच्चों की शिक्षा में रुकावट नहीं आने दी गई। डिजिटल इंडिया के चमत्कारिक परिणाम हरेक स्तर पर देखने को मिल रहे हैं और भारत लीडरशिप देने की स्थिति में है।

संपर्क फाउंडेशन के कार्यों की सराहना की मुख्यमंत्री ने

सीएम योगी से स्मार्ट स्कूल, स्मार्ट ब्लॉक कार्यक्रम को अभिनव प्रयोग बताते हुए इसके लिए पहल करने वाले संपर्क फॉउंडेशन की सराहना की। उन्होंने कहा कि वास्तव में शिक्षा को रचनात्मक तरीके से रोचक बनाने की जरूरत है ताकि बच्चा स्कूल जाने को खुद आतुर रहे। संपर्क फॉउंडेशन इस दिशा में महत्वपूर्ण कार्य कर रहा है।

उन्होंने कहा कि शिक्षकों ने बच्चों को भावनात्मक स्पर्श दिया तो बच्चों में स्वतः स्फूर्ति जागृत होगी। देश व समाज की नींव को मजबूत करने के लिए हमें शिक्षा को मजबूत बनाना होगा। इसके लिए आवश्यक है कि हम शिक्षा को तकनीकी व नवाचार से जोड़ें। उन्होंने कि गोरखपुर में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में स्मार्ट स्कूल, स्मार्ट ब्लॉक कार्यक्रम के परिणाम को देखने के बाद इसे पूरे प्रदेश में लागू करने की योजना बनाई जाएगी।

जनता के लिए पढ़ाई, दवाई और कमाई सीएम योगी की प्राथमिकता : रविकिशन

इस अवसर पर सांसद रविकिशन शुक्ल ने कहा कि प्रदेशवासियों के लिए पढ़ाई, दवाई और कमाई मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्राथमिकता है और इसमें भी पढ़ाई शीर्ष पर है। बच्चों की पढ़ाई कैसे बेहतर हो, योगी जी हमेशा इस पर चिंतन करते हैं। उन्होंने कहा कि आज बच्चों को तकनीकी आधारित खेल-खेल में शिक्षा देने और उन्हें रचनात्मकता से जोड़ने की जरूरत है। स्मार्ट स्कूल-स्मार्ट ब्लॉक कार्यक्रम शुरू करने के लिए उन्होंने संपर्क फाउंडेशन का आभार जताया।

सीएम योगी ने शिक्षा को शासन के एजेंडा के केंद्र में रखा : विनीत नायर

संपर्क फाउंडेशन के संस्थापक व प्रबंध निदेशक विनीत नायर ने कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत करते हुए सीएम योगी का स्वागत किया।

उन्होंने कहा कि सीएम योगी ने शिक्षा को शासन के एजेंडा के केंद्र में रखा है और इसका बेहतरीन परिणाम भी आ रहा है। उन्होंने कहा कि लर्निंग आउटकम व शिक्षा की गुणवत्ता बेहतर बनाने के लिए संपर्क फाउंडेशन लगातार कार्य कर रहा है। इसके लिए नवाचार पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। ऑडियो बॉक्स में बनाया गया लर्निंग किट, उच्चारण के लिए मोबाइल डिवाइस किट एवं संपर्क टीवी इसी नवाचार का हिस्सा है।

मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन में आया समग्र बदलाव : दीपक कुमार

अपर मुख्य सचिव बेसिक शिक्षा दीपक कुमार ने कहा कि सीएम योगी के मार्गदर्शन में शिक्षा के क्षेत्र में समग्र बदलाव आया है। ऑपरेशन कायाकल्प से विद्यालयों में हर प्रकार के संसाधन उपलब्ध हुए।

कायाकल्प ऑपरेशन की सराहना नीति आयोग ने भी की और अन्य राज्यों के लिए इसे मॉडल के रूप में बताया है। मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन में उत्तर प्रदेश छात्रों के अभिभावकों के खातों में योजनाओं का लाभ डीबीटी ट्रांसफर के मामले में अग्रणी राज्य है। शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने के लिए निपुण भारत मिशन के शानदार परिणाम सामने आ रहे हैं।

धन्यवाद ज्ञापन संपर्क फाउंडेशन के अध्यक्ष के. राजेश्वर राव ने किया। इस अवसर पर प्रमुख रूप से जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती साधना सिंह, महापौर डॉ मंगलेश श्रीवास्तव, विधायक श्रीराम चौहान, फतेह बहादुर सिंह, राजेश त्रिपाठी, महेंद्रपाल सिंह, डॉ विमलेश पासवान, प्रदीप शुक्ल, एमएलसी डॉ धर्मेंद्र सिंह, प्रशासन व शिक्षा विभाग के अधिकारी, बड़ी संख्या में शिक्षक व स्कूली बच्चे उपस्थित रहे।

स्टालों का अवलोकन कर सीएम ने किया उत्साहवर्धन

सीएम योगी ने कार्यक्रम स्थल पर बेसिक शिक्षा विभाग की तरफ से लगाए गए निपुण भारत मिशन व संपर्क फाउंडेशन के स्टालों का अवलोकन किया। स्टालों पर मौजूद बेसिक स्कूलों के बच्चों से आत्मीयता से बातचीत की। उनकी पढ़ाई के बारे में पूछा और उत्साहवर्धन करते हुए खूब पढ़ने को प्रेरित किया। स्टालों पर उन्होंने निपुण भारत मिशन की गतिविधियों और संपर्क फाउंडेशन के कार्यों के बारे में जानकारी ली और शिक्षण में हो रहे नवाचारों की सराहना की।

*भाजपा जिला व महानगर के संयुक्त तत्वाधान में प्रधानमंत्री के आगमन को लेकर सीएम की मौजूदगी में कार्यकर्ताओं एवं पदाधिकारियों के साथ की गई बैठक*


गोरखपुर। भारतीय जनता पार्टी जिला व महानगर के संयुक्त तत्वाधान में आगामी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गोरखपुर आगमन पर तैयारी बैठक का आयोजन सर्किट हाउस स्थित एनेक्सी भवन सभागार में किया गया।

कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सम्मिलित हुए। भाजपा के क्षेत्रीय अध्यक्ष सहजानंद राय ने मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पुष्पगुच्छ देकर उनका स्वागत किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री के आगमन को ऐतिहासिक बनाते हुए सभी कार्यकर्ता वो पदाधिकारी केंद्र व प्रदेश सरकार द्वारा किए जा रहे जन कल्याणकारी कार्यों को जन जन के बीच पहुंचाने का कार्य करें।

इस मौके पर सदर सांसद रवि किशन शुक्ला जिला पंचायत अध्यक्ष साधना सिंह एमएलसी डॉ धर्मेंद्र सिंह सीपी चंद विधायक डॉक्टर विमलेश पासवान प्रदीप शुक्ला राजेश त्रिपाठी श्रीराम चौहान महापौर डॉ मंगलेश श्रीवास्तव सहित बड़ी संख्या में भाजपा पदाधिकारी व कार्यकर्ता मौजूद रहे।

*सावन के पहले दिन सीएम योगी के किया रुद्राभिषेक व हवन*


गोरखपुर। चराचर जगत पर कृपा बरसाने वाले भगवान भोले शंकर को अति प्रिय पवित्र सावन मास के पहले दिन मुख्यमंत्री एवं गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ ने रुद्राभिषेक व हवन किया। रुद्राभिषेक का अनुष्ठान पूर्ण कर देवाधिदेव महादेव से प्रदेशवासियों के सुख समृद्धि की प्रार्थना की।

मंगलवार प्रातः गोरखनाथ मंदिर के अपने आवास के प्रथम तल स्थित शक्तिपीठ में सीएम योगी ने भोलेनाथ को विल्व पत्र, कमल पुष्प आदि अर्पित करने कर बाद दूध, ऋतुफल के रस एवं दूध से रुद्राभिषेक किया। मठ के मुख्य पुरोहित आचार्य रामानुज त्रिपाठी व अन्य आचार्य एवं पुरोहितगण ने शुक्ल यजुर्वेद संहिता के रुद्राष्टाध्यायी के महामंत्रों द्वारा रुद्राभिषेक का अनुष्ठान पूर्ण कराया। रुद्राभिषेक के बाद उन्होंने वैदिक मंत्रोच्चार के बीच हवन व आरती की।

विधि विधान से पूर्ण हुए अनुष्ठान के उपरांत मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों के आरोग्यमय, सुखमय, समृद्धमय व शांतिमय जीवन की मंगलकामना की।

*सीएम योगी ने किया दो दिवसीय गुरु गोरक्षनाथ महोत्सव का उद्घाटन, राप्ती नदी पर मुख्यमंत्री ने की महाआरती*


गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कला हमें हमेशा सकारात्मक भाव देती है। इससे सही व सकारात्मक दिशा में चलने की नई प्रेरणा प्राप्त होती है। नकारात्मकता में जीवन नहीं है। यह हमारी ऊर्जा का ह्रास करती है। हमें खलनायक के रूप में प्रस्तुत करती है। 

सभ्य समाज नकारात्मक दृष्टि को स्वीकार नहीं करता है। सभ्य समाज सकारात्मकता को महत्व देते हुए प्रेरित व प्रोत्साहित करती है। कला उसका सशक्त मंच है, जो लोककल्याण, समाज कल्याण, राष्ट्र कल्याण के लिए हो और जिसमें लोकमंगल की भावना निहित हो, वही कला है। कला का मंच गायन, वादन, नृत्य समेत अलग-अलग विधाओं से जुड़ने का सशक्त माध्यम हो सकता है।

सीएम योगी आदित्यनाथ ने यह बातें सोमवार को सांस्कृतिक संस्था ओमकारम की ओर से राप्ती नदी के गुरु गोरक्षनाथ घाट पर दो दिवसीय गुरु गोरक्षनाथ महोत्सव के उद्घाटन अवसर पर कहीं। 

सीएम ने कहा कि देवाधिदेव महादेव भूतभावन भगवान शिव की साधना स्थली यहीं से कुछ दूरी पर मुक्तेश्वरनाथ धाम है। गुरु पूर्णिमा के अवसर पर उन्हीं के सानिध्य में राप्ती नदी के पावन तट पर ओमकारम संस्था की ओऱ से यह कार्यक्रम आयोजित किया गया है।

 सीएम ने कहा कि पिछले छह दशक से भारत की कला को भजनों के माध्यम से वैश्विक मंच पर स्थान दिलाने वाले अनूप जलोटा के सानिध्य में यहां के नवोदित कलाकारों को मंच मिला है। ओमकारम संस्था अलग-अलग शहरों में नदी के प्रमुख घाटों पर जाकर नवोदित कलाकारों को प्रोत्साहित कर स्वस्थ प्रतिस्पर्धा से जुड़ने के लिए प्रेरित करेगी। 

दी सीख, जीवन में शॉर्टकट का रास्ता कभी भी सफलता का नहीं होता

सीएम ने नवोदित कलाकारों की सीख दी, कहा कि आपकी कड़ी मेहनत व परिश्रम, आपके द्वारा किए जाने वाले सकारात्मक प्रयास आपकी सफलता का मार्ग प्रशस्त करेंगे। जीवन में शॉर्टकट का रास्ता कभी भी सफलता का रास्ता नहीं हो सकता।

 वह तात्कालिक रूप से संतुष्ट कर देता हो, लेकिन लंबे समय तक चोट भी दे जाता है, कभी भी उस रास्ते को अपनाने की आवश्यकता नहीं। हमे मेहनत व परिश्रम के साथ आगे बढ़ने के लिए तैयार करना होगा 

सीएम ने विश्वास जताया कि गोरखपुर के नवोदित कलाकार इस संस्था के जरिए क्षेत्रीय, प्रदेश व राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गोरखपुर व प्रदेश का नाम रोशन करेंगे। 

कलाकारों के लिए चल रहीं सरकार की अनेक योजनाएं 

सीएम ने कहा कि यूपी सरकार ने कला के प्रोत्साहन के लिए भातखंडे संस्कृति विश्वविद्यालय का निर्माण किया है। इसने कार्य प्रारंभ कर दिया है। कलाकारों के लिए सरकार की अनेक योजनाएं चल रही है। सरकार की ओर से आजमगढ़ के हरिहरपुर गांव में संगीत महाविद्यालय की स्थापना के कार्यक्रम को बढ़ाया गया है।

 यह इसलिए वहां महत्वपूर्ण है, क्योंकि काशी से जुड़े अनेक प्रख्यात कलाकारों का हरिहरपुर घराने से प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से संबंध जुड़ा है। उस प्रमुख घराने से जुड़े कलाकारों व आने वाली पीढ़ी को मंच मिल सके, इसके लिए हमारा संगीत महाविद्यालय इस कार्यक्रम को आगे बढ़ाएगा। 

इन नवोदित कलाकारों को मंच मिलना चाहिए। आगे बढ़ने के लिए स्वस्थ प्रतिस्पर्धा के माध्यम से मंच की आवश्यकता थी। अनूप जी के संरक्षण में यह कार्यक्रम आगे बढ़ रहा है। मुझे विश्वास है कि प्रदेश व देश के युवा और उत्साही कलाकार सकारात्मक भाव व स्वस्थ ऊर्जा के साथ कला के मंच से जुड़ेंगे। 

ओमकारम के संरक्षक व भजन गायक अनूप जलोटा ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पुष्पगुच्छ प्रदान कर स्वागत किया। सांसद रवि किशन ने भी भजन प्रस्तुत किया। 

सीएम ने की महाआरती

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राप्ती नदी के तट पर महाआरती में भी हिस्सा लिया। इस अवसर पर गजल गायक चंदन दास, सांसद रवि किशन, गोरखपुर ग्रामीण के विधायक विपिन सिंह, पिपराइच के विधायक महेंद्र पाल सिंह, ओमकारम के अध्यक्ष नवारून चटर्जी आदि उपस्थित रहे।

*मातृशक्ति को गुरुशक्ति सदृश प्रतिष्ठित किया सीएम योगी ने*


गोरखपुर। मातृशक्ति को सम्मान देने की गोरक्षपीठ की अपनी खास परंपरा है। मुख्यमंत्री बनने के बाद गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ इस परंपरा को नारी सुरक्षा, सम्मान व स्वावलंबन की योजनाओं के माध्यमों से पूरे प्रदेश में आगे बढ़ा रहे हैं।

गुरु पूर्णिमा के पावन अवसर पर गोरखनाथ मंदिर में मातृशक्ति के सम्मान से जुड़ा हृदय को झंकृत कर देने वाला दृश्य भी तब नजर आया जब योगी ने मातृशक्ति को गुरुशक्ति सदृश प्रतिष्ठित किया। उनसे आशीर्वाद लेने गए जुड़वा भाई-बहन को उन्होंने स्नेह और आशीष तो दिया ही भाई को संस्कार की यह दीक्षा भी दी कि बहन का गुरु की भांति ही सम्मान करो। उन्होंने भाई से बहन के पांव स्पर्श कराए और आशीर्वाद दिलाया।

हुआ यूं कि गुरु पूर्णिमा पर गोरक्षपीठ में शीश नवाने तथा गोरक्षपीठाधीश्वर का आशीर्वाद लेने नई दिल्ली से रजत अरोड़ा अपनी पत्नी मेघा और जुड़वा बच्चों, बेटी आद्या व बेटा अभव के साथ आए हुए थे। सोमवार सुबह जब इस परिवार की मुख्यमंत्री एवं गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ से मुलाकात हुई। योगी ने सबको आशीर्वाद तो दिया ही जुड़वा भाई-बहन पर खूब स्नेह भी लुटाया। उन्होंने भाई अभव से प्यार से पूछा, बहन को सम्मान देते हो। उसने हां कहते हुए सिर हिलाया।

इस पर सीएम ने कहा कि आज गुरु पूर्णिमा है। बहन को भी गुरु जैसा मानो और पांव छूकर आशीर्वाद लो। अथव ने ऐसा ही किया। उसने बहन आद्या के पांव छुकर हाथ माथे पर लगा लिया। बच्चों के इस स्नेह पर योगी भी मोहित हो गए और दोनों को खूब प्यार व आशीष से सिंचित किया।