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*डीजीपी व प्रमुख सचिव गृह ने गीता प्रेस व रेलवे स्टेशन पर प्रधानमंत्री के कार्यक्रम स्थलों का किया निरीक्षण*


गोरखपुर। आगामी 7 जुलाई को गीता प्रेस व रेलवे स्टेशन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम के दृष्टिगत गोरखपुर पहुंचे डीजीपी विजय कुमार, प्रमुख सचिव गृह संजय कुमार एवम स्पेशल डीजी लॉ एंड आर्डर प्रशांत कुमार ने संबंधित अधिकारियों के साथ दोनों ही जगहों पर होने वाले कार्यक्रमों के स्थलों का स्थलीय निरीक्षण किया। वहीं मौजूद संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए।

इस मौके पर एडीजी जोन अखिल कुमार आईजी रेंज गोरखपुर परिक्षेत्र जे रविंद्र गौर मंडलायुक्त रवि कुमार एनजी जिलाधिकारी कृष्णा करुणेश वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ गौरव ग्रोवर नगर आयुक्त गौरव सिंह सिकरवार पुलिस अधीक्षक नगर कृष्ण कुमार विश्नोई सहित अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।

*मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 22 करोड़ की लागत से बने थाना गोरखनाथ एवं थाना एम्स के प्रशासनिक भवन का किया लोकार्पण*


गोरखपुर। 22 करोड़ की लागत से थाना गोरखनाथ एवं थाना एम्स के प्रशासनिक भवनों का लोकार्पण सोमवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कर कमलों द्वारा किया गया।

बता दें कि गोरखनाथ थाना का नवनिर्मित प्रशासनिक भवन जनसेवा के मंदिर के रूप में नजर आता है। यह प्रदेश का पहला बहुमंजिला थाना है। जो सेंट्रलाइज्ड एयर कंडीशन है। 17 करोड़ 10 लाख 94 हजार रुपए की लागत से बना गोरखनाथ थाने का प्रशासनिक भवन, बेसमेंट, भूतल और तीन मंजिल तक विस्तारित है।

इसका बेसमेंट एरिया पार्किंग के लिए है। भूतल पर महिला हेल्प डेस्क, पूछताछ व स्वागत कक्ष थानेदार का कार्यालय, माल खाना, पुरुष व महिला लॉकअप, शस्त्रागार, कार्यालय, पूछताछ रूम, प्रसाधन केंद्र बनाए गए हैं। प्रथम तल पर विवेचना कक्ष, सीसीटीएनएस रूम, मीटिंग हॉल, महिला उपनिरीक्षक केबिन, द्वितीय तल पर किचन, पुरुष उपनिरीक्षक केबिन, वाशिंग लाबी, डायनिंग हॉल और प्रशासन ब्लॉक की सुविधा है। जबकि तृतीय तल पर 40 सिपाहियों के रहने के लिए तीन अलग-अलग बैरक पुरुष उपनिरीक्षक केबिन है। वही एम्स थाना में भूतल पर स्वागत व शिकायत कक्ष, थानेदार कक्ष, पुरुष व महिला लॉकअप, माल खाना, कार्यालय बनाया गया है। प्रथम तल पर सर्विलांस रूम, मालखाना, डायल 112 कंट्रोल रूम का निर्माण किया गया है। द्वितीय तल पर बैरक मुख्य आरक्षी कक्ष, उपनिरीक्षक कक्ष, स्टोर युक्त किचन, डायनिंग हॉल की सुविधा है।

इस मौके पर प्रमुख सचिव गृह संजय कुमार, सदर सांसद रवि किशन शुक्ला, महापौर डॉक्टर मंगलेश श्रीवास्तव, अवनीश अवस्थी, एडीजी जोन अखिल कुमार, आईजी रेंज जे रविंद्र गौंड, जिलाधिकारी कृष्णा करुणेश, एसएसपी डॉ गौरव ग्रोवर, पुलिस अधीक्षक नगर कृष्ण कुमार विश्नोई सहित बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि व पुलिसकर्मी मौजूद रहे।

*मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनता दर्शन में 400 लोगों की सुनीं समस्याएं*


गोरखपुर। संस्कृति पर्व गुरु पूर्णिमा के पावन अवसर पर गुरु पूजन की नाथ पंथ की विशिष्ट आनुष्ठानिक व्यस्तता के बावजूद मुख्यमंत्री एवं गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ ने जनसेवा की परंपरा में रूकावट नहीं आने दी।

गुरु पूर्णिमा पर पूजनोपरांत उन्होंने जनता दर्शन में लोगों से मुलाकात की, उनकी समस्याएं सुनीं और समाधान का आत्मीय भरोसा दिया।

गोरखनाथ मंदिर में सोमवार सुबह आयोजित जनता दर्शन में आए लोगों को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आश्वस्त किया कि बिलकुल चिंता मत करिए। हर समस्या पर हम प्रभावी कार्रवाई कराएंगे। उन्होंने पास में मौजूद प्रशासन व पुलिस के अधिकारियों को निर्देशित किया कि जनता की समस्याओं पर संवेदनशीलता से ध्यान दें और उनका संतुष्टिपरक समाधान कराएं ।

साथ ही जरूरतमंदों को शासन की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाया जाए।

गोरखनाथ मंदिर में दिग्विजयनाथ स्मृति भवन के बाहर जनता दर्शन में मुख्यमंत्री ने करीब 400 लोगों से मुलाकात की। कुर्सियों पर बैठाए गए लोगों तक खुद पहुंचे और समस्या सुनते हुए उनके प्रार्थना पत्र लिए। उनकी बात इत्मीनान से सुनने के बाद पास में खड़े अधिकारियों को समस्या समाधान हेतु आवश्यक दिशानिर्देश दिए।

अलग-अलग मामलों से जुड़े समस्याओं के निस्तारण के लिए उन्होंने संबंधित प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों को प्रार्थना पत्र संदर्भित कर निर्देशित किया कि सभी समस्याओं का निस्तारण समयबद्ध, निष्पक्ष और सन्तुष्टिपरक होना चाहिए। अपराध से संबंधी शिकायतों पर मुख्यमंत्री ने पुलिस अधिकारियों को अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही करने का निर्देश दिया।

जनता दर्शन में गंभीर बीमारियों के उपचार के लिए आर्थिक मदद की गुहार लेकर आए कई लोगों को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि धन के अभाव में किसी का इलाज नहीं रुकेगा।

उन्होंने अधिकारियों कोनिर्देश दिया कि जो भी जरूरतमंद हैं, प्रशासन उनके उच्च स्तरीय इलाज का इस्टीमेट शीघ्रता से बनवाकर उपलब्ध कराए। इस्टीमेट मिलते ही सरकार तुरंत धन उपलब्ध कराएगी। जन स्वास्थ्य की रक्षा सरकार की प्राथमिकता है। जनता दर्शन में अपने परिजनों के साथ आये बच्चों को भी मुख्यमंत्री ने खूब दुलारा। उनकी पढ़ाई के बारे में जानकारी ली और चॉकलेट के साथ खूब पढ़ने, आगे बढ़ने का आशीर्वाद दिया।

*कार्यकर्ताओं की मदद के लिए शिव राष्ट्र सेना फाउंडेशन ने किया रक्तदान*


गोरखपुर। शिव राष्ट्र सेना फाउंडेशन ने अपने कार्यकर्ताओं के मदद के लिए किया रक्तदान

शिव राष्ट्र सेना फाउंडेशन महिला प्रमुख रिया द्वारा फीता काटकर रक्तदान शिविर कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

शिव राष्ट्र सेना प्रमुख ने कहा की संस्था में जो भी कार्य करता है वहीं संस्था की नींव है तो आज हम अपने संस्था के कार्यकर्ताओं के लिए जिन्हें समय-समय पर अपने परिजनों के लिए रक्त की आवश्यकता होती है उन्हें जीवन दान देना ही हमारा उद्देश्य है ।इसी विशेष बात को देखते हुए शिव राष्ट्र सेना फाउंडेशन ने अपने कार्यकर्ताओं के मदद के लिए आज रक्तदान का कार्यक्रम किया।

फाउंडेशन की महिला प्रमुख ने कहा कि रक्तदान एक ऐसा दान है जो दूसरों को जीवनदान प्रदान करता है कभी किसी ऐसे को जरूरत पड़ने पर आप एक बार रक्तदान देकर देखिए जो उसके मुख से निकला हुआ आशीर्वाद मिलता है वह कई गुना शक्ति प्रदान करता है। समय-समय पर संस्था के कार्यकर्ताओं को भी रक्त की आवश्यकता होती है ।

इसी को देखते हुए हम लोगों ने विश्व रक्तदाता माह पर आज जिला चिकित्सालय ब्लड बैंक गोरखपुर में रक्तदान किया इसमें शिवराष्ट्र सैनिकों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया एवं अन्य लोगों ने भी इसमें बढ़-चढ़कर बड़े ही उत्साह के साथ रक्तदान किया। आशा करता हूँ कि इस अभियान के माध्यम से सभी लोगो मे रक्तदान करने के प्रति जागरूकता फैले और सभी कार्यकर्ता को ये पुण्य का मौका मिले ।

उपस्थित-रितेश आल्हा,रिया आल्हा,शालिनी,नीलम,ज्योति,ज्योति शाहनी, प्रियंका गुप्ता, सुधीर,अमन गुप्ता, प्रशान्त सिंह,आशीष जायसवाल, प्रिंस, राकेश, विपिन, विमलेश,सुयश, यशसोनकर,राजकुमार,सूरज आदि लोग उपस्थित थे।

*टेराकोटा शिल्पकारों के पास अभी से दशहरा-दिवाली के ऑर्डर की भरमार*


गोरखपुर। छह साल पहले तक गोरखपुर के विशिष्ट माटी शिल्प टेराकोटा के हुनरमंद कभी बाजार को तरसते थे। सीएम योगी ने टेराकोटा को ओडीओपी योजना में शामिल किया तो बाजार का विस्तार इतना हुआ कि शिल्पकारों को डिमांड रोकनी पड़ रही है।

दशहरा, दिवाली आने में तीन माह से अधिक का समय है लेकिन टेराकोटा का ऑर्डर फुल है। कभी खाली रहने वाले हाथ अब काम की अत्यधिकता से बिलुकल भी खाली नहीं हैं।

यूं तो अभी जून का महीना समाप्त होने वाला है लेकिन गोरखपुर के टेराकोटा शिल्पकारों के पास तीन महीने बाद आने वाले दशहरा-दिवाली तक के त्योहार के लिए ऑर्डर भरे पड़े हैं। जबकि छह साल पहले तक बाजार और मांग के अभाव में शिल्पकार प्रायः खाली बैठे रहते थे। टेराकोटा को पंख लगाने का श्रेय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को जाता है। टेराकोटा शिल्प को उद्यम में बदलने के लिए उन्होंने इसे बहुआयामी और महत्वाकांक्षी एक जिला-एक उत्पाद (ओडीओपी) योजना में शामिल किया।

ओडीओपी में शामिल होने के बाद टेराकोटा शिल्पकारों को संसाधनगत, वित्तीय व तकनीकी मदद तो मिली ही, सीएम की अगुवाई में ऐसी जबरदस्त ब्रांडिंग हुई कि इसके बाजार का अपार विस्तार हो गया। इलेक्ट्रिक चाक, पगमिल, डिजाइन मशीन आदि मिलने से शिल्पकारों का काम आसान और उत्पादकता तीन से चार गुनी हो गई।

वर्तमान में टेराकोटा के मूल गांव औरंगाबाद के साथ ही गुलरिहा, भरवलिया, जंगल एकला नंबर-2, अशरफपुर, हाफिज नगर, पादरी बाजार, बेलवा, बालापार, शाहपुर, सरैया बाजार, झुंगिया, झंगहा क्षेत्र के अराजी राजधानी आदि गांवों में टेराकोटा शिल्प का काम वृहद स्तर पर चल रहा है।

ओडीओपी में शामिल होने के बाद बाजार बढ़ने से करीब 30-35 फीसद नए लोग भी टेराकोटा के कारोबार से जुड़े हैं।

एक तरह से इसके ब्रांड एम्बेसडर खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हैं। और, इस ब्रांडिंग ने शिल्पकारों को बारह महीने काम से सराबोर कर दिया है। मांग और बाजार के बाबत राष्ट्रपति पुरस्कार से पुरस्कृत शिल्पकार राजन प्रजापति का कहना है कि साल के शुरुआत में ही इतना ऑर्डर मिल गया कि नए ऑर्डर नहीं ले रहे हैं। दो माह से तो दशहरा-दिवाली के ही ऑर्डर पर काम चल रहा है।

टेराकोटा के सजावटी उत्पादों की सर्वाधिक मांग हैदराबाद, गुजरात, बेंगलुरु, चेन्नई, विशाखापत्तनम, पांडिचेरी, मुंबई आदि राज्यों से है।

राज्य पुरस्कार से सम्मानित

टेराकोटा शिल्पी पन्ने लाल प्रजापति कहते हैं कि बाबा जी (सीएम योगी) ने हमारे टेराकोटा का ऐसा कायाकल्प करा दिया है कि काम की कोई किल्लत ही नहीं है। हम सजावटी उत्पाद तो बना ही रहे हैं, मशीन लगाकर रोजमर्रा की जरूरत वाले कुल्हड़ भी बड़े पैमाने पर बना रहे हैं। टेराकोटा की महिला शिल्पकार पूनम आजाद भी मानती हैं कि मुख्यमंत्री के प्रयासों से काम इतना बढ़ गया है कि तनिक भी फुर्सत नहीं मिल पा रही। कभी स्थानीय बाजार में ही उत्पाद नहीं बिक पाते थे जबकि आज हमारे उत्पाद की मांग पूरे देश में हैं।

*पूर्व प्रमुख की स्मृति में ब्लाॅक के नवनिर्मित मुख्यद्वार एवं 18 विकास कार्यों का लोकार्पण*


खजनी/गोरखपुर। ब्लाॅक के पूर्व ब्लॉक प्रमुख रहे स्व.सुरेंद्र बहादुर सिंह उर्फ गुड्डू सिंह की स्मृति में नवनिर्मित मुख्यद्वार और क्षेत्र पंचायत निधि से कराए गए करोड़ों के 18 विकास कार्यों के लोकार्पण में मुख्य अतिथि के रूप में विधायक श्रीराम चौहान ने कहा कि देश के हर नागरिक को केंद्र सरकार की जनहित की योजनाओं का लाभ मिला है।

कोरोना वैक्सीन सभी को लगी है। उन्होंने प्रधानमंत्री अन्नपूर्णा योजना में 80 करोड़ देशवासियों को मुफ्त खाद्यान्न दिए जाने समेत केंद्र सरकार की दर्जनों जनहित की योजनाओं का उल्लेख किया।

सहजनवां विधायक प्रदीप शुक्ल ने कहा कि आज पूरी दुनियां में भारत और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नाम का डंका बज रहा है। अपने लाभ के लिए सत्ता के लोभी दलों को देश की जनता पहचान चुकी है। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहीं ब्लाॅक प्रमुख अंशु सिंह ने अतिथियों और सभी उपस्थित जनों के प्रति आभार जताते हुए क्षेत्र में और अधिक विकास कार्यों को कराने का आश्वासन दिया।

संचालन भाजपा जिला उपाध्यक्ष जगदीश चौरसिया ने किया इस अवसर पर खंड विकास अधिकारी कुमार कार्तिकेय मिश्रा,अंशुमालीधर भक्ति द्विवेदी,मंडल अध्यक्ष धरणीधर राम त्रिपाठी,विनोद शर्मा सहित अन्य वक्ताओं ने भी संबोधित किया।

इससे पूर्व मुख्य अतिथियों के आगमन पर पंडित अमित राम त्रिपाठी ने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ फीता काट कर मुख्यद्वार का लोकार्पण और बटन दबाकर डेढ़ दर्जन विकास कार्यों का लोकार्पण कराया। कार्यक्रम में पूर्व प्रमुख विकास सिंह,सत्येन्द्र बहादुर सिंह,मान सिंह,अरविंद सिंह,संजय सिंह,चुन्नू सिंह, अजीत सिंह कमांडो,सुरेंद्र सिंह सहित ब्लाॅक के सभी अधिकारी कर्मचारी और ग्रामप्रधान बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।

*तकबीरे तशरीक पढ़ना वाजिब है, बुधवार से पढ़ी जाएगी : कारी अनस*

गोरखपुर। ईद-उल-अजहा त्योहार गुरुवार 29 जून को है। उर्दू बाज़ार, नखास चौक, घंटाघर, जाफ़रा बाज़ार, गोरखनाथ आदि जगहों पर सेवईयों का बाज़ार सज चुका है। जहां मोटी, बारीक, लच्छेदार के साथ कई वैराइटीज की सेवईयां मौजूद हैं, जो गुणवत्ता और अपने नाम के मुताबिक डिमांड में है। बाहर व आसपास के इलाकों से लोग खरीदारी करने शहर आ रहे हैं।

उर्दू बाज़ार स्थित ताज सेवई सेंटर के मोहम्मद कैस व मोहम्मद आरिफ़ ने बताया कि उनके यहां छड़ व सादी सेवई, छत्ते वाली सेवई, किमामी सेवई, बनारसी, भुनी सेवई, लाल लच्छा, सफेद लच्छा, बनारसी लच्छा, सूतफेनी, रूमाली, दूध फेनी आदि बिक रही है। इस समय सबसे ज्यादा मांग में बनारसी किमामी सेवई है, जो हाथों हाथ खरीदी जा रही है। ईद-उल-फित्र व ईद-उल-अजहा में सेवई की खूब बिक्री होती है। वहीं कुर्बानी के लिए तमाम रंग व नस्ल के बकरे बाजार में बिक रहे हैं।

मकतब इस्लामियात तुर्कमानपुर के शिक्षक कारी मोहम्मद अनस रज़वी ने बताया कि दीन-ए-इस्लाम में कुर्बानी देना वाजिब है। उन्होंने बताया कि बुधवार 28 जून को फज्र की नमाज से लेकर हर फर्ज नमाज के बाद तकबीरे तशरीक बुलंद आवाज से पढ़ी जाएगी। जिसका सिलसिला रविवार 2 जुलाई की असर की नमाज तक जारी रहेगा। जमात से जो नमाज अदा की जाएगी उसमें ही तकबीरे तशरीक पढ़ी जाएगी।

नौवीं जिलहिज्जा के फज्र से तेरहवीं के असर तक हर फर्ज नमाज के बाद सभी नमाजियों को एक मर्तबा तकबीरे तशरीक ‘‘अल्लाहु अकबर अल्लाहु अकबर ला इलाहा इल्लल्लाह वल्लाहु अकबर अल्लाहु अकबर व लिल्लाहिल हम्द’ बुलंद आवाज से पढ़ना वाजिब है और तीन बार अफ़जल है। अरफा (9 जिलहिज्जा) के दिन रोजा रखने की बहुत फजीलत हदीस शरीफ में आई है। अरफा इस बार बुधवार 28 जून को पड़ रहा है।

सब्जपोश हाउस मस्जिद जाफ़रा बाज़ार के इमाम हाफिज रहमत अली ने कहा कि दीन-ए-इस्लाम में दो खास ईदें हैं ईद-उल-फित्र व ईद-उल-अज़हा। ईद-उल-फित्र व ईद-उल-अज़हा के दिन रोजा रखना हराम है क्योंकि यह दिन मेहमान नवाजी का है। यह हजरत इब्राहीम अलैहिस्सलाम व हजरत इस्माईल अलैहिस्सलाम की सुन्नत है। जिसे अल्लाह ने इस उम्मत के लिए बाकी रखा। साफ-सफाई अल्लाह तआला को पसंद हैं इसका हर मुसलमान को खास ख्याल रखना चाहिए। कुर्बानी का फोटो व वीडियो न बनाएं और न ही अपने कुर्बानी के जानवर की नुमाइश करें। खास जानवर को खास दिनों में कुर्बानी की नियत से जिब्ह करने को कुर्बानी कहते हैं। जिनके यहां कुर्बानी न हुई हो उनके घर सबसे पहले गोश्त भेजवाएं। जिन पर कुर्बानी वाजिब है वह कुर्बानी जरूर कराएं।

*एबीवीपी ने विश्वविद्यालय में व्याप्त अनियमितताओं को लेकर किया विरोध प्रदर्शन*


गोरखपुर। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद गोरखपुर महानगर द्वारा दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में व्याप्त अनियमितताओं को लेकर प्रशासनिक भवन पर धरना प्रदर्शन कर विश्वविद्यालय कुलपति को ज्ञापन सौंपा गया।

एबीवीपी ने विभिन्न विषयो के माँग पत्र को कुलपति को सौपा

विश्वविद्यालय के तमाम सारे पाठ्यक्रमों में विषय पूर्ण नहीं होने के बावजूद भी उनकी परीक्षाएं करायी जा रही है। कक्षाओं का संचालन उच्च गुणवत्ता वाले शिक्षकों से न कराकर शोध विद्यार्थियों से कराया जा रहा है। जिसको तत्काल बन्द किया जाये। विश्वविद्यालय की परीक्षाएं तो समय से हो रही हैं परंतु छात्रों को उनके पिछले सेमेस्टर के परीक्षा परिणाम अभी तक नहीं उपलब्ध हो पाये है।

विश्वविद्यालय में परीक्षाओं का निरस्त होना सामान्य सी बात हो गयी है, जिससे छात्रों को मानसिक दबाव का सामना करना पड़ रहा है। विश्वविद्यालय के छात्रावासों में स्वछता और प्रसाधन की स्थिति दिन प्रतिदिन खराब होती जा रही है। विश्वविद्यालय में लगा वाई-फाई हमेशा बन्द रहता है जिसे अतिशीघ्र चालू किया जाये।

आगामी सत्र में प्रवेश हेतु होने वाली प्रवेश परीक्षा की उत्तर कुंजी जारी की जाये। आगामी सत्र में छात्रसंघ के चुनाव को समय से संपन्न कराया जाये। 10 दिनों में डिग्री उपलब्ध करने की व्यवस्था सुनिश्चित की जाये। पुस्तकालय की स्थिति बेहद खराब है उसे ठीक किया जाए। नियमों को ताक पर रखकर हो रही सहायक आचार्य भर्ती की जांच की जाए।

एबीवीपी गोरक्ष प्रांत राज्य विश्वविद्यालय कार्य प्रमुख ऋषभ सिंह ने कहा कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद विश्व का सबसे बड़ा छात्र संगठन है, अभाविप अपने स्थापना काल से ही नवीन परिवर्तनों को एक नयी दिशा और दशा प्रदान की है।

विद्यार्थी परिषद ने निरंतर शैक्षिक संस्थानों में छात्र हितों से जुड़े प्रश्नों को प्रमुखता से उठाया है और देशव्यापी आंदोलनों का नेतृत्व किया है, इसी क्रम अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में व्याप्त घोर अनियमितताओं को लेकर धरना प्रदर्शन किया गया।

उन्होंने कहा कि विद्यार्थी परिषद ने इससे पहले भी तमाम ज्ञापन के माध्यम से विश्वविद्यालय को समस्याओं से अवगत कराती रहती हैं परंतु समस्याओं के निवारण हेतु विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा किये गये प्रयास नगण्य है, यदि विश्वविद्यालय प्रशासन छात्र हितों से जुड़ी समस्याओं पर त्वरित कार्यवाही नहीं करता है तो विद्यार्थी परिषद उग्र आंदोलन को बाध्य होगी और जिसका जिम्मेदार विश्वविद्यालय प्रशासन स्वयं होगा।

28 जून को एबीवीपी उच्च शिक्षा मंत्री का करेगी घेराव

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद गोरक्ष प्रांत संगठन मंत्री हरिदेव ने बताया कि यदि विश्वविद्यालय प्रशासन एबीवीपी द्वारा किये मांगो के निस्तारण में कदम नहीं उठाता है तो एबीवीपी आगामी 28 जून को विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में आ रहे उत्तर प्रदेश सरकार के उच्च शिक्षा मंत्री का घेराव करेगी।

*बकरीद : कुर्बानी के लिए बिक रहे तमाम रंग व नस्ल के खुबसूरत बकरे*


गोरखपुर। अल्लाह के नाम पर कुर्बानी देने का त्योहार ईद-उल-अजहा 29 जून को है। 29 व 30 जून और 1 जुलाई को परम्परागत तरीके से कुर्बानी की जाएगी। मुस्लिम घरों में तैयारियां जारी है।

कुर्बानी के लिए बकरों की खरीदारी जोर शोर से हो रही है। गली, मोहल्ले व बाज़ार में कुर्बानी के लिए तमाम रंग व नस्ल के खुबसूरत बकरे बिक रहे हैं।

जामा मस्जिद उर्दू बाजार के निकट, इलाहीबाग, रेती, खूनीपुर, मछली दफ्तर के निकट बकरों का बाज़ार हर रोज सज रहा है। बाजार में करीब सात हजार रुपये से लेकर तीस हजार रुपये तक में बकरे बिक रहे हैं। महंगाई का असर कुर्बानी के जानवरों पर साफ नज़र आ रहा है। भाव में थोड़ी तेजी है।

बाजार में देसी, तोतापरी, बरबरी, सिरोही, जमुनापरी, राजस्थानी आदि नस्ल के बकरे बिकने के लिए आ रहे हैं। बहराइच, बाराबंकी, इटावा, कानपुर, फतेहपुर, सीतापुर, मऊ, खलीलाबाद, नौगढ़, गोरखपुर, देवरिया, आजमगढ़, बलिया, भभुआ आदि जिलों से बकरे बिकने के लिए गोरखपुर के बाजार में लाए जा रहे हैं।

हाजी सेराज अहमद, सैयद नदीम अहमद, मनोव्वर अहमद, शादाब अहमद सिद्दीक़ी, गजनफर अली शाह ने बताया कि ईद-उल-अजहा के लिए शहर में बकरों का बाजार सजा हुआ है। कुर्बानी रोजगार का बहुत बड़ा जरिया भी है। गली मोहल्ले के घरों से बकरों की आवाज आने लगी है।

त्योहार के करीब आते ही शाह मारूफ, गाजी रौजा, रहमतनगर, तुर्कमानपुर, उंचवा, अस्करगंज, जाफरा बाजार, बक्शीपुर, रसूलपुर, दीवान बाजार, गोरखनाथ सहित तमाम जगहों पर बड़े जानवरों (भैंस) का बाज़ार गुलजार होगा। वहीं बड़े जानवर (भैंस) में हिस्सा लेने के लिए भी तैयारी शुरू है। लोगों ने पेशगी रकम जमा करानी शुरु कर दी है।

कुर्बानी पर साफ-सफाई का खास ख्याल रखा जाए : कारी अनस

युवा धर्मगुरु कारी मोहम्मद अनस रज़वी ने कहा कि ईद-उल-अजहा के मौके पर मुसलमान बड़ी संख्या में कुर्बानी अदा करते हैं। दीन-ए-इस्लाम में कुर्बानी देना वाजिब है। जिन पर कुर्बानी वाजिब है वह क़ुर्बानी जरूर कराएं। कुर्बानीगाहों के चारों तरफ पर्दा लगाकर कुर्बानी करें।

साफ-सफाई का ख्याल रखें। अपशिष्ट पदार्थ, खून व हड्डी वगैरा इधर-उधर न फेंके बल्कि गड्ढे में दफ़न कर दें। प्रशासन का सहयोग करें। कुर्बानी के मौके पर फोटो व वीडियो न बनाएं। सोशल मीडिया पर कुर्बानी से संबंधित किसी भी तरह का मजाकिया मैसेज व जोक्स पोस्ट करने से सख्ती के साथ बचें। कुर्बानी इबादत है। कुर्बानी के दीनी मसाइल जानने के लिए 7860799059 पर संपर्क किया जा सकता है।

ईद-उल-अजहा पर्व में गरीबों का खास ख्याल रखें : हाफिज रहमत

सब्जपोश हाउस मस्जिद जाफ़रा बाज़ार के इमाम हाफिज रहमत अली निजामी ने कहा कि अल्लाह ने क़ुरआन-ए-पाक में क़ुर्बानी करने का हुक्म दिया है। कुर्बानी का अर्थ होता है कि जान व माल को अल्लाह की राह में खर्च करना। इससे अमीर, गरीब इन दिनों में सब बराबर हो जाते हैं। कुर्बानी से भाईचारगी बढ़ती है। त्योहार के मौके पर गरीब मुसलमानों का खास ख्याल रखा जाए।

*केंद्र सरकार द्वारा एनपीएस के नियमों बदलाव की तैयारी, पर खुश नहीं है कर्मचारी*


गोरखपुर- राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मंच के संयोजक विनोद राय और सहसंयोजक रूपेश कुमार श्रीवास्तव और राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के कार्यवाहक जिलाध्यक्ष राम समुझ और अनिल किशोर पांडेय ने केंद्र सरकार द्वारा एनपीएस नियमों में बदलाव के कवायद के बीच एक साझा बयान जारी कर यह स्पष्ट कर दिया है कि कर्मचारियों को पुरानी पेंशन से नीचे कुछ भी मंजूर नहीं है। यहां बताते चलें कि गैर बीजेपी शासित कई राज्यों में पुरानी पेंशन बहाल किए जाने के बाद दबाव में आई केंद्र सरकार की केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने माह अप्रैल में न्यू पेंशन स्कीम नियमों में बदलाव के लिए एक कमेटी का गठन किया था। विश्वस्त सूत्रों से पता चला है कि उक्त कमेटी ने पेंशन नियमों में बदलाव का सुझाव केंद्रीय वित्त मंत्री को दे दिया है, सरकार अब कर्मचारियों को उसके रिटायरमेंट के समय पा रहे मूल वेतन का 45’/. पेंशन के रूप में देने का मन बना लिया है लेकिन इसमें महंगाई भत्ता को नहीं जोड़ा जा रहा है इसी बात से कर्मचारी नाराज हैं और वह कह रहे हैं कि हमें पुरानी पेंशन से नीचे कुछ भी बदलाव मंजूर नहीं है।

राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के अध्यक्ष और पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा के सहसंयोजक रूपेश कुमार श्रीवास्तव ने कहा की सेवा रूपी शरीर में पुरानी पेंशन प्राण के समान है, जैसे प्राण के बिना शरीर निर्जीव हो जाता है उसी तरह पुरानी पेंशन के बिना कर्मचारी मरे हुए व्यक्ति के समान है। पूर्वोत्तर रेलवे कर्मचारी संघ के महामंत्री और मंच के संयोजक विनोद राय ने कहा कि पुरानी पेंशन हमारा मौलिक अधिकार है हम इसे हर हाल में लेकर रहेंगे और हमें पुरानी पेंशन के नीचे कुछ भी मंजूर नहीं है।

इंजीनियर रामसमुझ ने कहा कि माननीय उच्चतम न्यायालय स्वत संज्ञान लेते हुए केंद्र सरकार को पुरानी पेंशन बहाल करने के लिए आदेश जारी करें क्योंकि वर्तमान मुख्य न्यायाधीश के पिता मुख्य न्यायाधीश रखते हुए कर्मचारी हित में पेंशन नियमों को मजबूत किए थे, वर्तमान मुख्य न्यायाधीश से अनुरोध है कि वह अपने पिता के मार्ग पर चलते हुए कर्मचारियों की पुरानी पेंशन बहाल कराने की कृपा करें।

नेतागण ने कहा की दिनांक 27 जून को लखनऊ में होने वाली हुंकार महारैली में पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीपी रावत ने भी इस महारैली को समर्थन दिया है, इसलिए सभी संगठनों से अपील है आपसी भेद भाव भुलाकर सभी कर्मचारी रैली में पहुंचकर अपनी ताकत दिखाएं जिससे यह सरकार पुरानी पेंशन बहाल करने के लिए मजबूर हो जाए।