मोदी मित्र” कराएंगे 2024 में बीजेपी की नइया पार?
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अगले साल यानी 2024 में लोकसभा चुनाव होना है। हालांकि, राजनीतिक दल अभी से सियासी जमीन तैयार करने में जुट गए हैं। एक तरफ विपक्ष बीजेपी को सत्ता से बाहर करने के लिए एकजुट होने की दिशा में आगे बढ़ रहा है तो वहीं दूसरी तरफ भाजपा ने विपक्ष के कोर वोट-बैंक में सेंधमारी करने और अल्पसंख्यक समुदाय पर अपनी पकड़ मजबूत करने के लिए अपने अभियान की शुरूआत कर दी है। इसके लिए आज 22 जून को उत्तर प्रदेश में भाजपा ने अल्पसंख्यक मोर्चा का विशेष अभियान “मोदी मित्र” चलाया है। इस अभियान के तहत भाजपा की मुसलमानों को पार्टी से जोड़ने की मंशा है।
बीजेपी और मुस्लिमों के बीच की दूरी कम होगी?
दरअसल, बीजेपी एक मुस्लिम विरोधी पार्टी मानी जाती रही है। 16 वीं लोकसभा चुनावों (2014) में संसद में एक भी मुस्लिम सांसद नहीं था। इसके बाद बीजेपी पर मुस्लिम विरोधी होने के आरोप लगाए गए थे। बीजेपी अब इस खाई को पाटने की कोशिश कर रही हैं। अब सवाल ये है कि क्या इससे बीजेपी और मुस्लिमों के बीच की दूरी कम होगी?
मोदी मित्र का सर्टिफिकेट भी दिया जा रहा
भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा ने अपने इस कार्यक्रम के तहत उत्तर प्रदेश के देवबंद शहर में लगभग 150 मुसलमानों को 'मोदी मित्र' प्रमाण पत्र दिया।मोदी मित्र उन लोगों को बनाया जा रहा है जो बीजेपी से नहीं जुड़े हैं और ना ही फिलहाल बीजेपी की सदस्यता लेना चाहते हैं।अल्पसंख्यक मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जमाल सिद्दिकी ने बताया कि ऐसे लोगों को मोदी मित्र बना रहे हैं जो किसी पार्टी से ताल्लुक नहीं रखते, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की योजनाओं को सराहते हैं। उन्हें मोदी मित्र का सर्टिफिकेट भी दिया जा रहा है।
लोकसभा चुनाव से पहले करीब 3.25 लाख मोदी मित्र बनाने का लक्ष्य
अल्पसंख्यक मोर्चा ने मोदी मित्र बनाने के लिए 64 ऐसी लोकसभा सीटों की पहचान की है, जहां मुस्लिम आबादी 30 पर्सेंट या इससे ज्यादा है।इनमें दस राज्य और एक केंद्र शासित प्रदेश की लोकसभा सीटें हैं। टारगेट एक लोकसभा में 5000 मोदी मित्र बनाने का है। एक विधानसभा में 700-750 मोदी मित्र बनाने का टारगेट है। अगले लोकसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी ने करीब 3.25 लाख मोदी मित्र बनाने का लक्ष्य रखा है। उत्तर प्रदेश से अभियान को शुरू करने की वजह यह भी है कि राज्य में अल्पसंख्यक समुदाय की संख्या सबसे अधिक है और लोकसभा सीट के लिहाज से भी उत्तर प्रदेश सबसे आगे है
मोदी मित्र एक कड़ी का काम करेंगे
मोदी मित्र उन लोगों को बनाया जा रहा है जो प्रधानमंत्री मोदी द्वारा चलाई किसी योजना के लाभार्थी हो या फिर प्रधानमंत्री के कार्यों से प्रभावित हों जो अल्पसंख्यक समाज के बीच में जाकर भाजपा और पीएम मोदी की कार्यशैली और विजन की तारीफ कर सकें। इन्हीं लोगों को भाजपा माइनॉरिटी मोर्चा की तरफ ले मोदी मित्र सर्टिफिकेट बांटे गए अगले चुनाव ही नहीं भाजपा अब इनके साथ हमेशा संपर्क बनाकर रखने की तैयारी में है ताकि उनकी राय और भाजपा की अल्पसंख्यक समुदाय में पकड़ की असल रिपोर्ट पार्टी आलाकमान तक पहुंचती रहे। मोदी मित्र के जरिए पार्टी के लोग समाज के लोगों से मिलेंगे और संवाद स्थापित करेंगे। मोदी मित्र एक कड़ी का काम करेंगे।
एंटी मुस्लिम इमेज से बाहर निकलने की कोशिश
कोई भी पार्टी जब देश में काम करती है तो वो हर क्षेत्र में अपना जनाधार बढ़ाने की कोशिश करती है। बीजेपी 2014 में पूर्ण बहुमत के साथ सरकार में आयी थी, 2019 में बहुमत का आंकड़ा भी पार कर गया। बीजेपी ने शुरू से 'सबका साथ सबका विकास और सबका विश्वास और सबका प्रयास' पर जोर दिया है। ऐसे में बीजेपी की ये कोशिश है कि ये पार्टी केवल हिंदुओं के वोट पर सरकार में न आए इसमें सभी समुदाय के लोगों का प्रयास शामिल हो। मोदी मित्र ऐसी ही एक कोशिश है।
Jun 28 2023, 06:40