अमेरिका के साथ रक्षा क्षेत्र, अंतरिक्ष में साथ मिशन करने को लेकर बड़ी डील, मिस्र के साथ भी किए 4 समझौते
जानिए पीएम मोदी के दौरे से भारत को क्या मिला
डेस्क: पीएम नरेंद्र मोदी अमेरिका और मिस्र की अपनी राजकीय यात्रा से रविवार (25 जून) रात स्वदेश वापस लौट आएंगे. पीएम का दो देशों का ये दौरा बेहद अहम रहा है. इस दौरान उन्होंने जहां अमेरिका के साथ रक्षा क्षेत्र, अंतरिक्ष में साथ मिशन करने को लेकर बड़ी डील की तो वहीं मिस्र के साथ भी कृषि, पुरातत्व क्षेत्र में अहम समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए गए. आपको बताते हैं कि पीएम की इस यात्रा के दौरान भारत की दोनों देशों के साथ क्या-क्या डील हुई हैं.
पीएम मोदी मंगलवार (20 जून) को अमेरिका पहुंचे थे. वहां उन्होंने कई कार्यक्रमों में हिस्सा लेने के साथ-साथ राष्ट्रपति जो बाइडेन के साथ द्विपक्षीय बैठक की. पीएम मोदी की अमेरिका की ये पहली राजकीय यात्रा थी. इस दौरान भारत और अमेरिका ने आपसी वाणिज्य, टेक्नोलॉजी ट्रांसफर, सेमीकंडक्टर डील, 5जी और 6जी दूरसंचार और ओपन सोर्स आधारित दूरसंचार नेटवर्क, क्वांटम और एडवांस कंप्यूटिंग के क्षेत्र में प्रौद्योगिकियों के संयुक्त विकास को बढ़ावा देने के लिए कई समझौतों पर हस्ताक्षर किए हैं.
सेमीकंडक्टर को लेकर हुआ समझौता
अमेरिका की कंप्यूटर मेमोरी चिप विनिर्माता माइक्रोन टेक्नोलॉजी गुजरात में अपना सेमीकंडक्टर असेंबली एवं परीक्षण संयंत्र लगाएगी, जिसपर कुल 2.75 अरब डॉलर (22,540 करोड़ रुपये) का निवेश होगा. दोनों नेताओं ने भारत में सेमीकंडक्टर शिक्षा और कार्यबल के विकास में तेजी लाने के लिए 60,000 भारतीय इंजीनियरों को प्रशिक्षित करने के लैम रिसर्च के प्रस्ताव का स्वागत किया. उन्होंने एक सहयोगी इंजीनियरिंग केंद्र स्थापित करने के लिए 40 करोड़ अमेरिकी डॉलर का निवेश करने के लिए एप्लाइड मैटेरियल्स इंक की घोषणा का भी स्वागत किया.
भारत-अमेरिका की ड्रोन डील
एप्लाइड मैटेरियल्स इंक सहयोगी इंजीनियरिंग केंद्र स्थापित करने के लिए 40 करोड़ अमेरिकी डॉलर का निवेश करेगी. इसके अलावा भारत और अमेरिका ने 31 'हाई एल्टीट्यूड लॉन्ग एंड्योरेंस' (हेल) ड्रोन के सौदे पर हस्ताक्षर किये हैं, जिनमें से नौसेना को 15 सीगार्जियन ड्रोन मिलेंगे, जबकि थलसेना और भारतीय वायुसेना को आठ-आठ भूमि संस्करण वाले ड्रोन स्काईगार्जियन प्राप्त होंगे.
रक्षा क्षेत्र में किया बड़ा समझौता
पीएम मोदी की यात्रा के दौरान भारत और अमेरिका के बीच जेट इंजन एफ414 के संयुक्त निर्माण के लिए जनरल इलेक्ट्रिक (जीई) और हिन्दुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) के बीच भी समझौता ज्ञापन (एमओए) पर हस्ताक्षर हुए हैं. जनरल इलेक्ट्रिक कंपनी का भारत में लड़ाकू विमान बनाने का ये निर्णय रक्षा क्षेत्र के लिए मील का पत्थर साबित होगा. ये ऐतिहासिक सौदा पीएम मोदी की यात्रा का सबसे महत्वपूर्ण सौदा है क्योंकि अमेरिका भारत को अत्याधुनिक जेट इंजन तकनीक देने को राजी है.
एफ414 इंजन भारत की अगली पीढ़ी के तेजस 2 को शक्ति देगा. बाइडेन प्रशासन ने साथ ही ये घोषणा की है कि वह भारतीय श्रमिकों के लिए अमेरिकी वीजा प्राप्त करना और नवीनीकरण करना आसान बना देगा. घरेलू स्तर पर वीजा नवीनीकृत करने के लिए एक पायलट कार्यक्रम शुरू किया जाएगा.
अतंरिक्ष में साथ में मिशन करने की घोषणा की
भारत-अमेरिका ने 2024 के लिए संयुक्त अंतरिक्ष यात्री मिशन की भी घोषणा की है. भारत ने अर्टेमिस संधि में शामिल होने का फैसला किया है और अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा (नासा) और भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) 2024 में इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (आईएसएस) के लिए एक संयुक्त मिशन भेजने पर सहमत हुए हैं. अर्टेमिस संधि असैन्य अंतरिक्ष अन्वेषण पर समान विचार वाले देशों को एक मंच पर लाता है.
मिस्र के राष्ट्रपति के साथ की बैठक
अमेरिका की यात्रा के बाद पीएम शनिवार को मिस्र की राजकीय यात्रा पर पहुंचे. ये 26 सालों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की मिस्र की पहली द्विपक्षीय यात्रा रही. प्रधानमंत्री मोदी ने मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सीसी से रविवार को काहिरा में मुलाकात की और व्यापार एवं निवेश और ऊर्जा संबंधों को बेहतर करने पर जोर देते हुए दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी और मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा की.
भारत-मिस्र में ये एमओयू हुए साइन
अल-सीसी ने पीएम मोदी का राष्ट्रपति भवन में स्वागत किया, जहां दोनों नेताओं ने बैठक की. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी ने दोनों देशों के बीच एक समझौता पत्र पर हस्ताक्षर किया. विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी के मिस्र दौरे के दौरान 4 महत्वपूर्ण समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए. दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी पर हस्ताक्षर किए गए. इसके अलावा कृषि क्षेत्र, स्मारकों की सुरक्षा एवं संरक्षण को लेकर भी समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर हुए.
पीएम ने मिस्र की प्रमुख हस्तियों से मुलाकात की
प्रधानमंत्री मोदी ने मिस्र में प्रसिद्ध विचारक एवं पेट्रोलियम रणनीतिकार तारेक हेग्गी सहित प्रमुख हस्तियों से मुलाकात की और वैश्विक भू-राजनीति, ऊर्जा सुरक्षा, कट्टरवाद और विभिन्न क्षेत्रों में भारतीय कंपनियों के साथ घनिष्ठ सहयोग को बढ़ावा देने के तरीकों पर चर्चा की. विदेश मंत्रालय की ओर से जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, दोनों के बीच वैश्विक भू-राजनीति, ऊर्जा सुरक्षा, कट्टरवाद और लैंगिक समानता से जुड़े मुद्दों पर चर्चा हुई. सीसी ने पीएम को मिस्र के सर्वोच्च राजकीय सम्मान 'ऑर्डर ऑफ द नाइल' (किलादत एल निल) से भी नवाजा.
प्रधानमंत्री मोदी ने हसन अल्लाम होल्डिंग कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) हसन अल्लाम से भी मुलाकात की. उन्होंने नवीकरणीय ऊर्जा, हरित हाइड्रोजन, बुनियादी ढांचे और निर्माण क्षेत्रों में भारतीय कंपनियों के साथ घनिष्ठ सहयोग बनाने की संभावनाओं पर चर्चा की. विदेश मंत्रालय के अनुसार हसन अल्लाम पश्चिम एशिया और उत्तरी अफ्रीका क्षेत्र में काम करने वाली मिस्र की प्रमुख कंपनी है.
Jun 25 2023, 22:01