/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png StreetBuzz पनवेल में घरों के बाहर पड़े मिले PFI जिंदाबाद की चिट्ठी और सुतली बम, असमाजिक तत्वों की ओर से लोगों के बीच दहशत फैलान की कोशिश India
पनवेल में घरों के बाहर पड़े मिले PFI जिंदाबाद की चिट्ठी और सुतली बम, असमाजिक तत्वों की ओर से लोगों के बीच दहशत फैलान की कोशिश

डेस्क: नवी मुंबई के पनवेल में कुछ असमाजिक तत्वों की ओर से लोगों के बीच दहशत फैलान की कोशिश की जा रही है। खबर है कि न्यू पनवेल की एक सोसायटी में कुछ फ्लैट्स के बाहर एक मैसेज मिले हैं। घरों के बाहर मिली चिट्ठी में "पीएफआई जिंदाबाद" के संदेश लिखे मिले हैं और साथ में दो सुतली बम भी रखे गए थे। इस घटना के बाद न्यू पनवेल में दहशत का माहौल फैल गया है। सूचना मिलते ही पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी है।

चिट्ठी, सुतली बम और घरों के बाहर लिखा 786

बताया जा रहा है कि नवी मुंबई की निलंगण सोसायटी में कुल 10 परिवार रहते हैं, जिनमें से घरों के बाहर "पीएफआई जिंदाबाद" लिखी एक चिट्ठी और साथ में कुछ सुतली बम मिले हैं। वहीं सभी के घर के बाहर 786 नंबर लिखे होने से लोगों में दहशत फैल गई है। 

पुलिस ने मामला दर्ज कर सीसीटीवी की जांच कर शुरू कर दी। IPC की धारा 153 के तहत पुलिस ने मामला दर्ज किया है। दो समुदायों में अशांति फैलाने के आरोप में अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। साथ ही सोसायटी के रहवासियों के बयान भी दर्ज किए जाएंगे।

साल 2022 में PFI से जुड़े 20 लोग हुए थे गिरफ्तार

पुलिस को इस घटना की जानकारी सोसायटी में रहने वाले लोगों से मिली तो पुलिस मौके पर पहुंची और पूछाताछ की। वहीं पुलिस यह संदेश देने वाले मुखबिर की तलाश कर रही है। 

बता दें कि 2022 में, राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने पुणे, मालेगांव और नवी मुंबई, भिवंडी और महाराष्ट्र राज्य के अन्य शहरों में छापे मारे और पीएफआई संगठन से जुड़े लगभग 20 लोगों को गिरफ्तार किया था। इस घटना के बाद पीएफआई संगठन की चर्चा शुरू हो गई और उस पर देश विरोधी गतिविधियों को बढ़ावा देने का आरोप लगाया गया। इस वजह से यह संगठन पनवेल में भी चर्चा में था, लेकिन शुक्रवार को हुई घटना से पीएफआई संगठन को लेकर एक बार बहस शुरू हो गई।

काशी विश्वनाथ के दर्शन सावन में हो जाएंगे महंगे, मंगला आरती से लेकर रुद्राभिषेक के लिए चुकाने होंगे इतने रुपए

डेस्क: 12 ज्योतिर्लिंग में से वाराणसी में स्थित काशी विश्वनाथ ज्योतिर्लिंग का महत्व विशेष है। यहां हर रोज लाखों भक्त भगवान शंकर के दर्शन व पूजन के लिए उमड़ते हैं। हजारों भक्त यहां भगवान शंकर का रुद्राभिषेक भी करते हैं। सावन के महीने में यहां भयानक भीड़ रहती है। भगवान के दर्शन के लिए कई घंटों तक लाइन में लगना पड़ता है। हालांकि इसमें भी कई लोग पैसे खर्च करके सुगम दर्शन का लाभ उठाते हैं। इसके लिए उन्हें तय रकम चुकानी पड़ती है। लेकिन इस बार ऐसे लोगों को ज्यादा रकम चुकानी पड़ेगी। 

दस स्वरूपों में होंगे भगवान शिव के दर्शन 

काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास, वाराणसी ने इस बार सुगम दर्शन से लेकर श्रावण श्रृंगार समेत कई क्रियाकलापों के शुल्क में बढ़ोतरी की है। इसके साथ ही लंबे समय के बाद यह पहला मौका होगा जब बाबा का दस स्वरूप में श्रृंगार होगा। इसके साथ ही बाबा की आरती के दाम भी बढ़ा दिए गए हैं। बता दें कि अधिमास के कारण इस बार सावन दो माह का होगा और इसमें आठ सोमवार पड़ेंगे। चार जुलाई से सावन माह की शुरुआत होगी और 31 अगस्त को सावन माह का समापन होगा।

 

जानकारी के अनुसार, इस बार सावन माह के प्रत्येक सोमवार को सुगम दर्शन के लिए 750, मंगला आरती के लिए 2 हजार, एक शास्त्री के द्वारा रुद्राभिषेक के लिए 700 तो वहीं 05 शास्त्रियों के द्वारा रुद्राभिषेक के लिए 3 हजार रुपए का भुगतान करना पड़ेगा। इसके साथ ही श्रावण सन्यासी भोग के लिए 7500 और भगवान शंकर के श्रावण श्रंगार के लिए एक भक्त को 20 हजार रुपए का भुगतान करना पड़ेगा। इसके साथ ही इस बार भक्तों को भगवान शंकर के 10 रूपों के दर्शन होंगे।

पीएम नरेंद्र मोदी को मिला मिस्त्र का सर्वोच्च राजकीय सम्मान 'ऑर्डर ऑफ द नाइल'

डेस्क: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका के बाद अब मिस्त्र की यात्रा पर गए हुए हैं। यहां काहिरा में मिस्त्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 'ऑर्डर ऑफ द नाइल' पुरस्कार से सम्मानित किया है। बता दें कि ऑर्डर ऑफ द नाइल मिस्त्र का सर्वश्रेष्ठ राजकीय सम्मान है। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मिस्त्र के राष्ट्रपति ने एक समझौता पत्र यानि एमओयू पर हस्ताक्षर किया। पीएम मोदी ने काहिरा में स्थित हेलियोपोलिस वार मेमोरियल का दौरा किया और प्रथम विश्वयुद्ध के दौरान सर्वोच्च बलिदान देने वाले भारतीय सैनिकों को श्रद्धांजलि दी। 

मिस्त्र में पीएम मोदी को सर्वोच्च सम्मान

बता दें कि इससे पहले पीएम नरेंद्र मोदी अल-हकीम मस्जिद पहुंचे थे। इस मस्जिद का जीर्णोद्धार बोहरा समुदाय द्वारा किया गया था और 1980 में यह एक नए रूप में लोगों के सामने आई। इस निर्माण कार्य की जिम्मेदारी दाऊदी बोहरा समुदाय के 52वें धर्मगुरु सैयदना मोहम्मद बुरहानुद्दीन ने ली थी। मोहम्मद बुरहानुद्दीन का भारत से संबंध था। भारत सरकार द्वारा उन्हें सामाजिक क्षेत्र में योगदान देने के लिए मरणोपरांत पद्मश्री से सम्मानित किया गया था। इस बाबत भारतीय मूल के बोहरा समुदाय के सदस्य शुजाउद्दीन शब्बीर तांबावाला ने कहा कि आज का दिन हमारे लिए ऐतिहासिक दिन है। 

बोहरा समुदाय में खुशी की लहर

उन्होंने कहा कि आज पीएम नरेंद्र मोदी यहां हल हकीम मस्जिद आए हुए हैं। उन्होंने यहां हमसे बातचीक की और बोहरा समुदाय का हालचाल जाना। उन्होंने हमसे एक परिवार की तरह बात की। बता दें कि मिस्त्र की यात्रा से पहले पीएम नरेंद्र मोदी अपनी अमेरिकी यात्रा पर गए हुए थे। यहां पीएम नरेंद्र मोदी का व्हाइट हाउस में भव्य स्वागत किया गया। साथ ही भारतीय समुदाय के लोगों के लिए भोज का आयोजन भी किया गया था। यहां पीएम मोदी ने भारतीय समाज के लोगों को संबोधित भी किया था।

एशिया कप की शुरुआत से पहले टीम इंडिया के लिए बहुत बड़ा झटका, राहुल के बाद अब यह स्टार खिलाड़ी एशिया कप से हुआ बाहर!

डेस्क: भारतीय टीम को इस साल एशिया कप और वनडे वर्ल्ड कप जैसे कई प्रमुख टूर्नामेंट खेलने हैं। अभी दोनों टूर्नामेंट का शेड्यूल नहीं जारी हुआ है। पर खबरें यह हैं कि एशिया कप की शुरुआत 31 अगस्त से होनी है तो वनडे वर्ल्ड कप 5 अक्टूबर से शुरू हो सकता है। इन दो बड़े टूर्नामेंट से पहले टीम इंडिया के लिए चिंताएं थोड़ा बढ़ गई हैं। ऋषभ पंत जहां एक्सीडेंट के बाद से बाहर हैं और अभी इस साल उनकी वापसी मुश्किल भी लग रही है, तो केएल राहुल और श्रेयस अय्यर की इंजरी टीम के लिए चिंता का विषय है। जसप्रीत बुमराह जहां वापसी के लिए तैयार नजर आ रहे हैं तो राहुल और अय्यर के लिए इंतजार करना पड़ सकता है।

शनिवार को कुछ रिपोर्ट्स में कहा गया था कि केएल राहुल एशिया कप से भी बाहर रह सकते हैं। वहीं अब टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार श्रेयस अय्यर को लेकर भी चिंताएं बढ़ गई हैं। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि अय्यर का भी एशिया कप तक फिट होने मुश्किल है। यह दोनों ही खिलाड़ी फिलहाल वेस्टइंडीज दौरे के लिए घोषित की गई टेस्ट और वनडे टीम का हिस्सा नहीं हैं। राहुल आईपीएल 2023 के बाद से बाहर हैं तो अय्यर बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के दौरान चोटिल हुए थे। वह पूरे आईपीएल से बाहर रहे थे और उनकी गैरमौजूदगी में नितीश राणा ने उनकी फ्रेंचाइजी केकेआर की कप्तानी की थी।

कौन लेगा राहुल और अय्यर की जगह?

आपको बता दें कि वेस्टइंडीज में तीन मैचों की वनडे सीरीज के लिए सूर्यकुमार यादव और संजू सैमसन को मध्यक्रम की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इस सीरीज के बाद टीम इंडिया सीधे एशिया कप में वनडे मैच खेलेगी। यानी यह सीरीज काफी अहम होने वाली है। इसके बाद टीम को वेस्टइंडीज में ही पांच टी20 और फिर आयरलैंड के खिलाफ एक छोटी टी20 सीरीज खेलनी है। फिर होगी एशिया कप की शुरुआत जो वनडे वर्ल्ड कप का रिहर्सल होगा। इस टूर्नामेंट में अगर राहुल और अय्यर नहीं खेलते हैं तो सूर्या और सैमसन को ही उनकी जगह मौका दिया जाएगा।

 बशर्ते इन दोनों को वेस्टइंडीज सीरीज में खुद को साबित करना होगा। वहीं यशस्वी जायसवाल और रुतुराज गायकवाड़ भी इस दौरे पर वनडे टीम के लिए दावेदारी ठोक सकते हैं। हालांकि, गायकवाड़ वेस्टइंडीज वनडे सीरीज के लिए टीम का हिस्सा हैं और वह भी एशिया कप पर नजरें टिकाए होंगे।

वेस्टइंडीज सीरीज के लिए वनडे स्क्वॉड

रोहित शर्मा (कप्तान), शुभमन गिल, रुतुराज गायकवाड़, विराट कोहली, सूर्यकुमार यादव, संजू सैमसन (विकेटकीपर), ईशान किशन (विकेटकीपर), हार्दिक पंड्या (उपकप्तान), शार्दुल ठाकुर, रवींद्र जडेजा, अक्षर पटेल, युजवेंद्र चहल, कुलदीप यादव, जयदेव उनादकट, मोहम्मद सिराज, उमरान मलिक, मुकेश कुमार।

मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी से मिले पीएम मोदी, मुलाकात पर टिकीं सबकी निगाहें

डेस्क: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मिस्र की दो दिवसीय यात्रा पर हैं। पीएम मोदी शनिवार को मिस्र की राजधानी काहिरा पहुंचे हैं और यात्रा के दूसरे दिन पीएम ने काहिरा के अल हकीम मस्जिद गए। ये पीएम मोदी की पहली मिस्र यात्रा है और साथ ही 1997 के बाद किसी भारतीय पीएम की यह मिस्र की पहली राजकीय यात्रा है। शनिवार को मिस्र पहुंचने पर पीएम मोदी को गॉर्ड ऑफ ऑनर दिया गया और भारतीय समुदाय के लोगों ने उनका जोरदार स्वागत किया। अपनी यात्रा के दूसरे दिन आज पीएम मोदी मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी से मुलाकात की। इससे पहले पीएम मोदी अल-करीम मस्जिद गए थे।

पीएम मोदी ने मिस्र के राष्ट्रपति से की मुलाकात, 

मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी ने काहिरा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 'ऑर्डर ऑफ द नाइल' पुरस्कार से सम्मानित किया... 'ऑर्डर ऑफ द नाइल', मिस्र का सर्वोच्च राजकीय सम्मान है।

पीएम मोदी और अल-सिसी की मुलाकात पर टिकीं निगाहें

पश्चिमी एशिया और अफ्रीका में अपने रिश्तों को नए सिरे से मजबूत करने में जुटी भारत सरकार के लिए पीएम मोदी की मिस्र की यह यात्रा बहुत महत्वपूर्ण मानी जा रही है। बता दें कि जनवरी, 2023 में मिस्र के राष्ट्रपति अल-सिसी जब भारत आए थे, तब दोनों देशों ने एक-दूसरे को रणनीतिक साझेदार घोषित किया था। इसके बाद अब पीएम मोदी की राष्ट्रपति अल सिसी से मुलाकात अहम मानी जा रही है और दोनों की मुलाकात पर सबकी निगाहें टिकी रहेंगी।

इमरजेंसी के 48 साल पूरे होने पर बीजेपी मना रही 'काला दिवस', कांग्रेस पर प्रहार का बड़ा प्लान

डेस्क: 1975 में आज ही के दिन देश में इमरजेंसी की घोषणा की गई थी। इमरजेंसी के 48 साल पूरे होने पर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) आज 'काला दिवस' मना रही है। बीजेपी पूरे देश के अंदर सभी जिलों और सभी लोकसभा क्षेत्रों में बड़े सम्मेलन कर रही है। इन सभी सम्मेलन में आपातकाल के पीड़ितों की आपबीती (जिस तरह से उन्हें प्रताड़ित किया गया) बताई जाएगी। पीड़ितों को क्रांतिकारी के रूप में सम्मानित भी किया जाएगा।

"1984 में सिखों का कत्लेआम मचाया"

इसे लेकर बीजेपी का कहना है कि आज की युवा पीढ़ी को आपातकाल के बारे में इतनी जानकारी नहीं है, तो यह सम्मेलन इसलिए किए जा रहे हैं, ताकि युवा पीढ़ी को यह बताया जाए कि ये वही कांग्रेस है, जो देश के बाहर जाकर कह रही है कि देश में लोकतंत्र की हत्या हो रही है, लेकिन इन्होंने ही कत्लेआम मचाकर देश का बंटवारा किया और 1984 में सिखों का कत्लेआम मचाया। वहीं, सम्मेलनों में जो पीड़ित नहीं आ पाएंगे उनके घर बीजेपी कार्यकर्ता जाएंगे और जिन पीड़ितों का स्वर्गवास हो गया है उनके परिवारजनों को बुलाकर उनका सम्मान किया जाएगा। 

आपातकाल पर विपक्षी नेता चुप: बीजेपी

बीजेपी हर राज्य में 'काला दिवस' मना रही है, क्योंकि पार्टी का मानना है कि विपक्ष के नेता सत्ता के लालच में इतने व्याकुल है कि कांग्रेस के काले कृत्य का जिक्र नहीं कर पा रहे हैं। बीजेपी जनता को विपक्षी नेताओं (कांग्रेस से अलग) के आपातकाल पर चुप्पी के बारे में भी बताएगी। बीजेपी ने आपातकाल पर एक डॉक्यूमेंट्री बनाई है, जो जन-जन तक पहुंचाएगी। पूरे देश में अलग-अलग तरीकों से 'काला दिवस' मनाया जाएगा।

मिस्र दौरे के दूसरे दिन काहिरा की अल हाकिम मस्जिद पहुंचे पीएम मोदी, राष्ट्रपति अल-सिसी के साथ होगी द्विपक्षीय बैठक

डेस्क: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी दो दिवसीय यात्रा पर मिस्र में हैं। पीएम मोदी शनिवार को मिस्र की राजधानी काहिरा पहुंचे हैं। ये पीएम मोदी की पहली मिस्र यात्रा है और साथ ही 1997 के बाद किसी भारतीय पीएम की यह मिस्र की पहली राजकीय यात्रा है। शनिवार को मिस्र पहुंचने पर पीएम मोदी को गॉर्ड ऑफ ऑनर दिया गया और भारतीय समुदाय के लोगों ने उनका जोरदार स्वागत किया। अपनी यात्रा के दूसरे दिन आज पीएम मोदी मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी से मुलाकात करेंगे और अल-करीम मस्जिद भी जाएंगे।

पीएम मोदी और अल-सिसी की मुलाकात पर टिकीं निगाहें

पश्चिमी एशिया और अफ्रीका में अपने रिश्तों को नए सिरे से मजबूत करने में जुटी भारत सरकार के लिए पीएम मोदी की मिस्र की यह यात्रा बहुत महत्वपूर्ण मानी जा रही है। बता दें कि जनवरी, 2023 में मिस्र के राष्ट्रपति अल-सिसी जब भारत आए थे, तब दोनों देशों ने एक-दूसरे को रणनीतिक साझेदार घोषित किया था। इसके बाद अब पीएम मोदी की राष्ट्रपति अल सिसी से मुलाकात अहम मानी जा रही है और दोनों की मुलाकात पर सबकी निगाहें टिकी रहेंगी। 

अरिंदम बागची ने किया ट्वीट

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने ट्वीट किया, व्यापार एवं निवेश, नवीकरणीय ऊर्जा, ग्रीन हाइड्रोजन, सूचना प्रौद्योगिकी, डिजिटल भुगतान मंच, दवा तथा लोगों के बीच संपर्क सहित कई क्षेत्रों में सहयोग को प्रगाढ़ करने पर चर्चा हुई। इसके साथ ही पीएम मिस्र के सबसे बड़े मुफ्ती डा शाकी इब्राहिम अब्देल-करीम अल्लम से भी मिले। वह प्रवासी भारतीयों और बोहरा समुदाय के लोगों से भी मिले।

नरेंद्र मोदी ने काहिरा में दो युवा प्रमुख योग प्रशिक्षकों, रीम जाबक और नाडा एडेल के साथ गर्मजोशी से बातचीत की। पीएम ने योग के प्रति उनकी प्रतिबद्धता के लिए उनकी सराहना की और उन्हें भारत आने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने प्रधानमंत्री को मिस्र में योग के प्रति भारी उत्साह की जानकारी दी।

अल-करीम मस्जिद जाएंगे पीएम मोदी

रविवार को पीएम का पहले अल-करीम मस्जिद जाने का कार्यक्रम है और उसके बाद वह हेलियोपोलिस जाएंगे जहां प्रथम विश्व युद्ध में मारे गए भारतीय सिपाहियों के स्मारक पर श्रद्धासुमन चढ़ाएंगे। इसके बाद उनकी राष्ट्रपति अल-सिसी के साथ द्विपक्षीय बैठक होगी।

मोदी की इस यात्रा के बाद सितंबर, 2023 में अल-सिसी के फिर से भारत आने की संभावना है। भारत ने जी-20 बैठक में हिस्सा लेने के लिए मिस्र को विशेष मेहमान के तौर पर आमंत्रित किया है।

पटना में हुई विपक्षी दलों के नेताओं की बैठक को असदुद्दीन ओवैसी ने बताया मुस्लिम विरोधी, उमर अब्दुल्ला और पीडीपी चीफ महबूबा मुफ्ती को बीजेपी के प


पटना में 23 जून को हुई विपक्षी एकता की बैठक को लेकर असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। AIMIM के प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल ईमान ने विपक्षी एकता की बैठक को अल्पसंख्यक विरोधी करार दिया है। गहरी नाराजगी जताते हुए कहा कि बैठक में मुसलमानों को बेइज्जत किया गया है।

अल्पसंख्यक विरोधी है विपक्षी एकता- AIMIM

अख्तरुल ईमान ने कहा कि इस बैठक में न मुसलमान, न सिक्ख और न ही ईसाइयों के प्रतिनिधियों को बुलाया गया। वहीं बैठक में शामिल हुए नेशनल क्रॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला और पीडीपी चीफ महबूबा मुफ्ती को बीजेपी के पिटे हुए मोहरे करार दिए। और कहा कि ये मुसलमानों का प्रतिनिधित्व नहीं करते हैं। विपक्षी एकता के लोग भाजपा मुक्त की जगह अल्पसंख्यक मुक्त की राजनीति रहे हैं। 

विपक्षी एकता स्वार्थी लोगों की जमात

उन्होने कहा कि विपक्षी एकता स्वार्थी लोगों की जमात है। ये देश के मुद्दों पर लड़ने वाला गठबंधन नहीं है। विपक्षी एकता को आधा-अधूबरा काम बताया, जिसमें कई लोगों को नजरअंदाज किया गया। बैठक में मुस्लिम प्रतिनिधियों को पूछा तक नहीं गया। अख्तरुल ईमान ने कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव में AIMIM किशनगंज से चुनाव लड़ने का फैसला किया है। आने वाले दिनों में राज्य में अन्य जगहों से भी चुनाव लड़ने पर विचार-विमर्श किया जाएगा।

आदिवासी सम्मेलन में बोले तेजप्रताप, विपक्षी एकता की बैठक सफल, 2024 में बीजेपी की नहीं गलेगी दाल, शिमला में बैठक के पूर्व भाजपा अपनाएगी नए हथकंडे

बिहार सरकार के पर्यावरण मंत्री और आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव शनिवार को आरजेडी के आदिवासी सम्मेलन में शामिल हुए थे। इस दौरान तेज प्रताप ने कहा कि विपक्षी एकता की बैठक सफल रही है। जिसका संदेश आम लोगों तक पहुंचा है। अब बीजेपी की दाल गलने वाली नहीं है। 2024 में बीजेपी पूरी तरह उखड़ जाएगी। 

बीजेपी पर निशाना साधते हुए तेज प्रताप ने कहा कि हिंदू-मुस्लिम के नाम पर देश को तोड़ने का काम किया जा रहा है। विरोधी दल कहते है कि बिहार में काम नहीं हुआ। जबकि महागठबंधन की सरकार में बिहार तेजी से आगे बढ़ रहा है। सरकार का काम विरोधियों को नजर नहीं आता है। विपक्षी एकता की अगली बैठक शिमला में बैठक होने वाली है, ऐसे में बीजेपी के लोग नए हथकंडे अपनाएंगे। जांच एजेंसियों का डर दिखाएंगे, सीबीआई और ईडी से जांच करवाएंगे।

आदिवासियों संग बजाई ढोलक

राजद के आदिवासी सम्मेलन में तेज प्रताप अलग ही अंदाज में नजर आए। तेज प्रताप ने आदिवासी कार्यकर्ताओं के साथ ढोलक बजाई और नृत्य भी किया। उन्होने कहा कि आदिवासियों को एकजुट करना और पार्टी से जोड़ना ही इस सम्मेलनम का उद्देश्य है। तेज प्रताप ने आदिवासी कार्यकर्ताओं को जोहार कहकर संबोधित किया। बता दें करीब 23 साल बादराजद के अनुसूचित जनजाति प्रकोष्ठ की ओर से आदिवासी सम्मेलन किया गया है।

वैगनर आर्मी के चीफ येवगेनी प्रिगोजिन ने रूस की राजधानी मॉस्को की ओर अपनी कूच रोकी, बेलारूस के राष्ट्रपति ने की पहल

वैगनर आर्मी के चीफ येवगेनी प्रिगोजिन ने रूस की राजधानी मॉस्को की ओर अपनी कूच रोक दी है। रसिया 24 न्यूज चैनल के मुताबिक, बेलारूस के राष्ट्रपति एलेक्सेंडर लुकाशेंको ने वैगनर आर्मी के चीफ से बात की।एलेक्सेंडर ने प्रिगोजिन के सामने मॉस्को की ओर बढ़ रहे लड़ाकों को रोकने का प्रस्ताव दिया, जिसे वैगनर आर्मी चीफ ने स्वीकार कर लिया। उन्होंने एक ऑडियो मैसेज जारी कर इसकी जानकारी दी। न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक, क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री एस पेसकोव ने शनिवार को कहा कि विद्रोह करने वाली वैगनर आर्मी के खिलाफ मुकदमा नहीं चलाया जाएगा। न्यूज एजेंसी इंटरफैक्स की रिपोर्ट के अनुसार, शनिवार रात दक्षिणी रूसी शहर रोस्तोव में सड़कों को फिर से खोलना शुरू कर दिया गया। वैगनर लड़ाकों ने रोस्तोव ​​​​​​के मिलिट्री हेडक्वार्टर को खाली करना शुरू कर दिया है। वैगनर आर्मी ने इस पर कब्जा कर लिया था।

एपीएन न्यूज के मुताबिक, वैगनर आर्मी के चीफ ने अपने लड़ाकों को यूक्रेन के फील्ड शिविरों लौटने का आदेश दिया है। बेलारूस के राष्ट्रपति से बातचीत के बाद हमने अपने लड़ाकों को वापस बुलाने का फैसला किया।