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*नर्सेज डे पर याद की गई फ्लोरेंस नाइटिंगेल*



गोरखपुर। अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस के अवसर पर जिला महिला चिकित्सालय में फ्लोरेंस नाइटिंगेल का जन्मोत्सव पूरे हर्ष के साथ के साथ मनाया गया। प्रमुख अधीक्षक डा. जय कुमार, मैट्रन सीके वर्मा, प्रदेश महामंत्री महिला स्वास्थ्य डा.प्रियंका वर्मा ने फ्लोरेंस नाइटिंगेल के चित्र पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम की शुरुआत की।

तदुपरांत केक कांटा गया। प्रमुख अधीक्षक डा. जय कुमार ने कहा फ्लोरेंस नाइटिंगेल ने अपना जीवन बीमार और लाचार मरीजों के लिए समर्पित कर दिया था, नर्सों को उनसे प्रेरणा लेने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि एक नर्स की सेवा सुश्रुषा से गंभीर मरीज भी ठीक हो जाते हैं, क्योंकि मरीजो के प्रति संवेदना दवा से ज्यादा कारगर होता है। कार्यक्रम के दौरान ममता लाइफ केयर फाउंडेशन की ओर से महिला चिकित्सालय की दस नर्सों को उत्कृष्ट सेवाओं के लिए प्रशस्ति पत्र एवं मेडल देकर सम्मानित किया गया।

कार्यक्रम में डॉ. कमलेश, अमरनाथ जायसवाल, गिरिजापति त्रिपाठी, वेल्थ मैनेजर संतोष जायसवाल, सरदार मंजीत सिंह, सीके वर्मा, जाहिदा, वंदना राय, अनुभा त्रिपाठी, अनीता वर्मा, श्वेता अस्थाना, रेशमा द्विवेदी, नेहा चौरसिया, शोधन गुर्जर, सीमा काशी, शालिनी दूबे, कन्हैया चौरसिया समेत कई स्वास्थ्य कर्मी उपस्थित रहें।
*नर्सों के बिना चिकित्सा तंत्र अपूर्ण : डॉ वाजपेयी*


गोरखपुर, 12 मई। महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय, आरोग्यधाम के कुलपति मेजर जनरल डॉ. अतुल कुमार वाजपेयी ने कहा कि नर्सों के बिना चिकित्सा तंत्र अपूर्ण है। एक नर्स अपनी समर्पित सेवा भावना और सहृदयता से मरीज को जल्द से जल्द आरोग्यता प्राप्त करने में बड़ी भूमिका निभाती है। व्यावहारिक रूप से नर्स की महत्ता चिकित्सक के समानांतर होती है।

डॉ. वाजपेयी शुक्रवार को महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के अंतर्गत संचालित गुरु श्री गोरक्षनाथ कॉलेज ऑफ नर्सिंग में आयोजित अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस समारोह को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। 'हमारी नर्स-हमारा भविष्य' थीम पर आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने सभी नर्सों को दिवस विशेष की शुभकामनाएं दीं और अपने सेवा क्षेत्र में सतत प्रगति की कामना की। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि गुरु गोरक्षनाथ चिकित्सालय के पूर्व निदेशक ब्रिगेडियर डॉ. केपीबी सिंह ने भी नर्सिंग सेवा की महत्ता पर प्रकाश डाला।

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए गुरु श्री गोरक्षनाथ कॉलेज ऑफ नर्सिंग की प्रधानाचार्या डॉ. डीएस अजीथा ने सभी के प्रति आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर उप प्रधानाचार्य मिसेज प्रिंसी जॉर्ज मिस श्वेता, सलोनी, मिस अनामिका जायसवाल व अन्य शिक्षकों की सक्रिय सहभागिता रही।

नर्सेज वीक की विजेता प्रतिभागी पुरस्कृत

समारोह के दौरान नर्सेज वीक (6 से 12 मई) के तहत आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं में विजेता प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया गया। पोस्टर प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार बीएससी नर्सिंग फोर्थ सेमेस्टर की श्वेता को, द्वितीय पुरस्कार बीएससी नर्सिंग फोर्थ सेमेस्टर की मनीषा और तृतीय पुरस्कार बीएससी नर्सिंग थर्ड ईयर की शिवांगी मौर्या को मिला।

स्किट प्रतियोगिता में पहला पुरस्कार ग्रुप वन पोस्ट बीएस नर्सिंग सेकंड ईयर की निधि राय, मंशी पांडे, प्रिया सिंह, सिस्टर एलेन लाकर, सुमन यादव, सिस्टर प्रभिति मंडी, सांत्वना द्विवेदी, अर्चना चौहान की टीम को, द्वितीय पुरस्कार ग्रुप टू बीएससी फोर्थ सेमेस्टर (आकृति सिंह, शेफाली गौतम, आकांक्षा, शिवांगी मिश्र, संजना, कनकलता, मुस्कान, निधि, कविता, श्रिया और संस्कृति की टीम को तथा तृतीय पुरस्कार जीएनएम प्रथम वर्ष ग्रुप थ्री की प्रगति, शिक्षा, संजू, कुमारी शालू, मनीषा यादव, मधु, भारती, सलोनी, प्रिया, कृतिका, प्रियम्बदा की टीम को मिला।

मेंहदी प्रतियोगिता में प्रथम विजेता बीएससी फोर्थ ईयर की निशा पासवान, द्वितीय जीएनएम फर्स्ट ईयर की अंजली जय प्रकाश व तृतीय बीएससी फोर्थ ईयर की श्रद्धा कुमारी रहीं। रंगोली प्रतियोगिता में प्रथम विजेता पूजा शर्मा, द्वितीय प्रिया श्रीवास्तव व तृतीय संजना शर्मा रहीं।

इंग्लिश स्पीच में पहला पुरस्कार बीएससी फोर्थ सेमेस्टर की नीलिमा, दूसरा पुरस्कार द्वितीय वर्ष की निधि राय व सेकेंड ईयर की श्रिया तथा तीसरा पुरस्कार जीएनएम सेकेंड ईयर की आराध्या मिश्र को प्राप्त हुआ। हिंदी स्पीच में प्रथम विजेता बीएससी नर्सिंग थर्ड ईयर की प्रियंका, द्वितीय जीएनएम फर्स्ट ईयर की शालू रहीं।

*इंटरमीडिएट सीबीएसई में जान्हवी ने प्राप्त किया 94% अंक*


गोरखपुर। इंटरमीडिएट सीबीएसई बोर्ड परीक्षा में एस के वाई इंटरनेशनल स्कूल बालापार गोरखपुर की छात्रा जान्हवी पटेल ने 94% अंक प्राप्त कर सफलता अर्जित की है जान्हवी सेल्फ स्टडी पर विशेष ध्यान देकर 94% अंक अर्जित कर अपने माता-पिता व स्कूल का नाम रोशन किया ।

जान्हवी एक्सिस क्लासेज से मार्गदर्शन प्राप्त करती रही जान्हवी इस सफलता का पुरा श्रेय मां सुनीता पटेल उप जिला स्वास्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकारी एवं नाना सत्य शंकर दास को दी उन्होंने बताया कि बहन शिखा एवं अंशुमान का सहयोग के साथ पिता उमेश चन्द्र पटेल बडे पापा मामा एवं दोनों मौसी का हमेशा मार्ग दर्शन प्राप्त होता रहा।

94% अंक प्राप्त करने पर माता सुनीता पटेल के पास बधाई देने का तांता लगा हुआ है।

वीर बहादुर सिंह नक्षत्र शाला में विज्ञान प्रौद्योगिकी एवं खगोल विज्ञान विषय पर व्याख्यान का हुआ आयोजन


गोरखपुर। राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस के अवसर पर वीर बहादुर सिंह नक्षत्र शाला तारामंडल गोरखपुर में दिन में 12 बजे से 1 बजे तक खगोल विद अमर पाल सिंह के द्वारा दर्शकों को विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी और खगोल विज्ञान पर आधारित विषय विशेषज्ञों के साथ विशेष व्याख्यान दिया गया तथा रात्रि के दौरान ऑप्टिकल दूरबीनों के माध्यम से रात्रि आकाश दर्शन कराया गया।

जिसके जरिए लोगों ने ग्रह, नक्षत्रों एवम स्टार क्लस्टर्स और और ध्रुव तारा एवम उसकी की स्थिति, सप्त ऋषि तारामंडल आदि को देखा, जिसके द्वारा लोगों में विज्ञान और प्रौद्योगिकी की समझ विकसित हुई, ब नई नई जानकारियों से परिचय प्राप्त हुआ, इस आयोजन पर वैज्ञानिक अधिकरी/ प्रभारी नक्षत्र शाला तारामंडल गोरखपुर , महादेव पांडेय के निर्देशन में खगोल विद अमर पाल सिंह के साथ धीरज सिंह, गिरिजेश कुमार राय, साहिर हसन, इज़हार अली, राम प्रताप आदि लोग मौजूद रहे।

*खिलाड़ियों के लिए बुक होंगे होटलों में 190 कमरे*


गोरखपुर। खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स के अंतर्गत गोरखपुर की मेजबानी में रामगढ़ताल में 27 से 31 मई तक होने वाली रोइंग प्रतियोगिता में प्रतिभागी खिलाड़ियों व टीम स्टाफ के लिए शहर के होटलों में 190 कमरे बुक कराए जाएंगे। आयोजन ऐसा होगा कि इसके बाद यहां जल क्रीड़ा की प्रतियोगिताओं की श्रृंखला शुरू हो जाए।

आयोजन से जुड़े विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ गुरुवार को बैठक करते है कमिश्नर रवि कुमार एनजी ने यह जानकारी अपर मुख्य सचिव (एसीएस) खेल नवनीत सहगल को दी। श्री सहगल बैठक में ऑनलाइन जुड़े थे। उन्होंने कहा कि खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स के अंतर्गत रोइंग प्रतियोगिता गोरखपुर में वाटर स्पोर्ट्स (जल क्रीड़ा) को बढ़ावा देने का शानदार अवसर है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा के अनुरूप इस प्रतियोगिता से स्थानीय स्तर पर भी रुझान बढ़ाकर जल क्रीड़ा के क्षेत्र में खिलाड़ियों की नई पौध तैयार की जा सकेगी। उन्होंने कहा कि आयोजन ऐसा होना चाहिए कि हर प्रतिभागी व टीम स्टाफ के लिए अविस्मरणीय रहे। कमिश्नर रवि कुमार एनजी ने उन्हें बताया कि प्रतियोगिता को अभूतपूर्व बनाने के लिए कई विभागों की तरफ से पूरी प्रतिबद्धता के साथ समन्वित प्रयास किए जा रहे हैं। कमिश्नर ने आयोजन के दौरान खिलाड़ियों की सुरक्षा, आवागमन, खानपान, स्वास्थ्य व अन्य सभी सुविधाओं को लेकर अलग-अलग विभागों द्वारा की जा रही तैयारियों की बिंदुवार समीक्षा की।

बैठक में मुख्य विकास अधिकारी संजय मीना, नगर आयुक्त गौरव सिंह सोगरवाल, अपर जिलाधिकारी (नगर) विनीत सिंह, एसपी ट्रैफिक डॉ. एमपी सिंह, क्षेत्रीय क्रीड़ा अधिकारी आले हैदर, जिला सूचना अधिकारी प्रशांत श्रीवास्तव समेत पर्यटन, जीडीए, परिवहन, शिक्षा आदि विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।

दर्शकों के लिए एक लेन आरक्षित

रोइंग प्रतियोगिता में बड़ी संख्या में दर्शकों के आने की उम्मीद है। दर्शकों को प्रतियोगिता के अवलोकन में कोई असुविधा न हो, इसके लिए रामगढ़ताल मार्ग पर एक लेन को प्रतियोगिता अवधि के दौरान आरक्षित रखा जाएगा। यानी इस लेन पर वाहनों का आवागमन नहीं होगा, सिर्फ दर्शक मौजूद रहेंगे।

*नदियों के तटीय क्षेत्र के गांवों में डूबने से बचाव और बाढ़ बचाव का दिया जा रहा है प्रशिक्षण*


गोरखपुर। उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल क्षेत्र में नदियों का संजाल है जिसमें मुख्य रुप से गंगा, घाघरा, राप्ती इत्यादि नदियां विद्यमान है। इन नदियों के तटीय क्षेत्र में बहुत सारे गांव बसा हुआ है, नदियों के समीप बसे हुए गांव के बच्चे ग्रीष्मकालीन में नदियों में नहाने के लिए जाते हैं और खेल-खेल में अपनी जान गवां बैठते हैं।

उपर्युक्त तराई बेल्ट में प्रत्येक वर्ष लगभग सैकड़ों लोगों का नदी में डूबने के कारण मौत हो जाती है।

उपर्युक्त घटनाओं को ध्यान में रखते हुए राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) ने प्रत्येक जिले में सक्रिय आपदा सलाहकारों से डुबने की घटनाओं का आंकड़ा इकट्ठा किया गया और जहां पर सबसे ज्यादा डुबने की घटना घटित हुई है उन स्थानों को रेड जोन में रखा गया है।

इन क्षेत्रों में कम से कम ऐसी घटना घटित हो इसके लिए 11वीं एनडीआरएफ के मनोज कुमार शर्मा , डीआईजी के दिशा-निर्देशन में एनडीआरएफ के द्वारा लोगों को जागरूक करने के लिए जागरूकता अभियान शुरू किया गया है।

जिसके अंतर्गत आज जनपद गोरखपुर के तहसील सहजनवा के कोलिया ग्राम सभा के लोगों को जागरूक करने के लिए ग्राम प्रधान राजेंद्र निषाद के सहयोग से जागरूकता अभियान चलाया गया।

इस अभियान के अंतर्गत निरीक्षक सुधीर कुमार एवं प्रशिक्षक टीम ने गांव वालों को बताया की घरेलू सामान से तैरने वाली वस्तु , स्ट्रेचर को कैसे तैयार किया जाता है और इसका इस्तेमाल कैसे किया जाता है, सर्प दंश के दौरान क्या करना चाहिए, क्या नहीं करना चाहिए, आकाशीय बिजली से बचाव का तरीका, डूबते हुए व्यक्ति को बचाने का तरीका एवं पानी निकालने का तरीका, सी.पी.आर पद्धति के बारे में प्रदर्शन के माध्यम से प्रशिक्षण दिया गया एवं गांव के लोगों द्वारा उपयुक्त प्रशिक्षण का अभ्यास कराया गया तथा बाढ़ से पहले बाढ़ के दौरान एवं बाढ़ के उपरांत के क्या करना चाहिए क्या नहीं करना चाहिए।

इसके बारे में विस्तृत जानकारी ग्रामीणों को दिया गया।डीडीएमए से अंकित कुमार एवं राणा प्रताप सिंह मौजूद रहे

*बच्चे का अपहरण कर बेरहमी से हत्या, हाथ-पैर बांधने के बाद मुंह में कपड़ा ठूंसकर दबाया गला*


गोरखपुर। हरपुर बुदहट थाना क्षेत्र में दिल दहलाने वाला मामला सामने आया है। पड़ोसी ने छात्र का अपहरण करने के बाद उसकी बेरहमी से हत्या कर दी। हाथ, पैर बांधने के बाद मुंह में कपड़ा ठूंसकर गला दबाया गया था।

देर रात पुलिया के नीचे अचेतावस्था में मिले छात्र को हरपुर-बुदहट थाना पुलिस ने बीआरडी में भर्ती कराया था। अपहरण के आरोपित पड़ोसी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।

हरपुर-बुदहट क्षेत्र के गोरेडीह निवासी सत्यनारायण सिंह गीडा की फैक्ट्री में मजदूरी करते हैं। पांच भाई बहनों में चौथे नंबर का उनका 11 वर्षीय पुत्र आयुष सिंह गांव के प्राथमिक विद्यालय में कक्षा तीन का छात्र था।

बुधवार की सुबह 11.30 बजे स्कूल से लौटते समय पड़ोसी रामसिंह अपनी बाइक से लेकर चला गया। देर शाम तक आयुष के घर न पहुंचने पर बहनों ने खोजबीन शुरू की। पता न चलने पर सत्यनारायण को बताया। साथ में पढ़ने वाले गांव के बच्चों से पूछने पर पता चला कि आयुष को रामसिंह अपनी बाइक से ले गया था।सत्यनारायण के पूछने पर उसने जानकारी होने से इंकार कर दिया जिसके बाद उन्होंने घटना की जानकारी हरपुर-बुदहट थाना पुलिस को देने के साथ ही अपहरण का मुकदमा दर्ज कराया।

आरोपित को हिरासत में लेकर पुलिस ने छानबीन शुरू की तो उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया। रामसिंह की निशानदेही पर रात एक बजे कटाई टीकर के पास पुलिया के नीचे आयुष को बरामद किया। उसके दोनों हाथ-पैर बंधे होने के साथ ही मुंह में कपड़ा ठूंसा गया था।

अचेतावस्था में पुलिस बीआरडी मेडिकल कालेज ले गई जहां गुरुवार की सुबह आयुष की मृत्यु हो गई। रामसिंह ने आयुष की हत्या क्यों की पुलिस इसकी जांच कर रही है।

आयुष के मां की मृत्यु पांच वर्ष पहले हो गई थी। उसकी देखभाल बड़ी बहन अंबिका, अंकिता, अनामिका करती थीं। सात वर्ष की राखी सबसे छोटी है। एकलौते भाई की हत्या के बाद बहनों का रो-रोकर बुरा हाल है।रामसिंह ने सात वर्ष पहले खोराबार क्षेत्र में ट्रक लूटने के लिए मालिक की हत्या कर दी थी।

ट्रक सिखाने के बहाने उन्हें अपने साथ ले गया था। खोराबार थाना पुलिस ने आरोपित को जेल भेजा था, इस मामले में वह चार वर्ष बाद जेल से छूटा था।

*महायोगी गोरखनाथ विवि में मनाया गया राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस*


गोरखपुर । महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय, आरोग्यधाम के संबद्ध स्वास्थ्य विज्ञान संकाय के तत्वावधान में गुरुवार को राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस मनाया गया। अधिष्ठाता संबद्ध स्वास्थ्य विज्ञान संकाय प्रो. सुनील कुमार सिंह की अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम में विद्यार्थियों ने नई दिल्ली से प्रसारित प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबोधन को लाइव देखा और सुना।

संबोधन के दौरान पीएम मोदी द्वारा साझा किए गए परमाणु परीक्षण, वैश्वीकरण की नई ऊंचाई, रेडियोलॉजी, न्यूक्लियर टेक्नोलॉजी में नवीनीकरण को प्रोत्साहन जैसे महत्वपूर्ण बिंदुओं को सुनकर विद्यार्थियों ने संकल्प लिया कि वे भी शोध, नवाचार आदि के जरिये भारत की प्रगति में अपनी भूमिका को सुदृढ़ करेंगे।

प्रधानमंत्री ने अपनी बात रखते हुए अटल टिंकरिग लैब, अटल इनोवेशन सेंटर एवं अटल इनक्यूबेशन सेंटर के संचालन एवम महत्ता के बारे में विस्तार से बताया। उन्हें इस बात को भी साझा किया आज भारत का वैश्वीकरण व प्रौद्योगिकी में विश्व में 81वें स्थान से 40वें स्थान और स्टार्टअप में तीसरे स्थान पर आना भारतीयों के सामर्थ्य एवम बुद्धिमता को प्रदर्शित करता है।

उन्होंने विभिन्न ऑनलाइन डिजिटल ऐप जैसे ऑनलाइन बर्थ सर्टिफिकेट, ई-पाठशाला, दीक्षा, ई-संजीवनी, एम-पासपोर्ट एवं डीजी लॉकर के बढ़ते उपयोग को भारत के विकास से जोड़ा।

इस अवसर पर संबद्ध स्वास्थ्य विज्ञान संकाय की सहायक आचार्य डॉ. अनुपमा ओझा, सहायक आचार्य डॉ. पवन कुमार कन्नौजिया, सहायक आचार्य डॉ. अमित कुमार दुबे, डॉ अखिलेश कुमार दुबे, धनंजय पांडेय,सुश्री प्रभा शर्मा, सुश्री प्रियांशी, सुश्री अपूर्वा आनंद सिंह, सुश्री सृष्टि प्रमुख रूप से उपस्थित रहीं।

*प्रसव और गर्भपात पश्चात आईयूसीडी या नसबंदी का चुनाव श्रेयस्कर*


गोरखपुर। प्रसव व गर्भपात के लिए जो भी लाभार्थी आती हैं उन्हें पीपीआईयूसीडी व पीएआईयूसीडी लगवाने और परिवार पूरा होने पर नसबंदी के लिए प्रेरित किया जाना चाहिए । दोनों स्थितियों में इन दोनों साधनों का चुनाव श्रेयस्कर होता है ।

जब लाभार्थी अस्पताल में आएं तो उसी समय उन्हें इन साधनों की महत्ता और प्रसव एवं गर्भपात की स्थिति में इनके चुनाव की महत्ता से अवगत करा दिया जाना चाहिए । इस कार्य में परिवार नियोजन काउंसलर के अलावा विशेषज्ञ महिला चिकित्सक, नर्स मेंटर, लेबर रुम इंचार्ज व एएनएम की भूमिका अहम है ।

यह बातें जिला महिला अस्पताल के कार्यवाहक प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉ जय कुमार ने कहीं । वह जिला महिला अस्पताल में परिवार नियोजन कार्यक्रम की समीक्षा बैठक को सम्बोधित कर रहे थे। बैठक का आयोजन स्वयंसेवी संस्था पीएसआई इंडिया के सहयोग से किया गया ।

बैठक के दौरान संस्था के प्रतिनिधियों ने जिला महिला अस्पताल के कार्यवाहक अधीक्षक को अवगत कराया गया कि अस्पताल में औसतन 600-700 संस्थागत प्रसव प्रति माह होता है ।

इनमें से औसतन 50 से 80 महिलाएं पीपीआईयूसीडी की सेवा लेती हैं, जबकि एक दो महिलाएं ही नसबंदी करवा रही हैं। अगर इनको प्रसव कक्ष में आने के साथ ही दोनों साधनों का महत्व समझा दिया जाए तो अधिकाधिक महिलाएं इसका लाभ ले सकती हैं। इसी प्रकार प्रति माह के औसतन 20 गर्भपात के सापेक्ष एक से दो महिला नसबंदी या पीएआईयूसीडी की सेवाएं अपनाई जा रही हैं।

कार्यवाहक मुख्य चिकित्सा अधीक्षक ने जिला महिला अस्पताल के प्रतिभागियों से कहा कि वह लाभार्थियों को बताएं कि प्रसव के लगभग डेढ़ माह बाद महिला के पुनः गर्भधारण की आशंका बढ़ जाती है । ऐसे में प्रसव के 48 घंटे के भीतर या प्रसव के छह सप्ताह बाद तक पीपीआईयूसीडी अपना कर दो बच्चों में अंतराल रखा जा सकता है । गर्भपात होने के बाद तुरंत या बारह दिन के अंदर पीएआईयूसीडी लगवाई जा सकती है, बशर्ते आयूसीडी का संक्रमण या चोट न लगा हो । दोनों साधन 10 साल तक गर्भनिरोधन के लिए भी अपनाए जा सकते हैं । जिनका परिवार पूरा हो चुका है, वह भी इन साधनों का इस्तेमाल कर सकते हैं । इन दोनों साधनों का इस्तेमाल चिकित्सकीय स्क्रिनिंग व परामर्श के आधार पर ही किया जाना चाहिए। अगर लाभार्थी दोनों साधनों के लिए पात्र नहीं है और परिवार पूरा हो गया हो तो महिला नसबंदी के लिए प्रेरित करना है ।

बैठक में शहरी स्वास्थ्य मिशन की मंडलीय समन्वयक डॉ प्रीति सिंह, जिला कार्यक्रम प्रबन्धक पंकज आनंद, हॉस्पिटल के क्वालिटी मैनेजर डॉ कमलेश, हेल्प डेस्क मैनेजर अमरनाथ जायसवाल, परिवार नियोजन काउंसलर ज्योति, पीएसआई इंडिया संस्था की प्रतिनिधि कृति पाठक व प्रियंका सिंह ने प्रमुख तौर पर प्रतिभाग किया ।

तो अपनाएं महिला नसबंदी

डॉ कुमार ने बताया कि परिवार पूरा हो जाने पर महिला नसबंदी सर्जिकल गर्भपात के तुरंत बाद या सात दिन के भीतर, जबकि चिकित्सकीय गर्भपात अगले माहवारी आने के एक से सात दिन के भीतर परिवार पूरा होने की स्थिति में अपनाई जा सकती है । सामान्य प्रसव की स्थिति में प्रसव के 72 घंटे के भीतर और सर्जरी से प्रसव की स्थिति में सर्जरी के साथ ही नसबंदी करानी चाहिए। दोनों नसबंदी की सफलता की संभावना अपेक्षाकृत ज्यादा होती है।

*पंडित राम प्रसाद बिस्मिल बलिदानी मेला एवं खेल महोत्सव के नवनिर्मित वेबसाइट को हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल ने किया लांच*


गोरखपुर। हिमाचल प्रदेश के

महामहिम राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला ने गुरुकृपा संस्थान एवं अखिल भारतीय क्रांतिकारी संघर्ष मोर्चा के संयुक्त तत्वावधान में विगत एक दशक से भी ज्यादा समय से पखवारे भर विभिन्न कार्यक्रमों द्वारा आयोजित होने वाले पंडित राम प्रसाद बिस्मिल बलिदानी मेला एवं खेल महोत्सव का नवनिर्मित अधिकृत वेबसाईट

www.bismilbalidanimela.com लांच किया।

राज्यपाल श्री शुक्ल ने वेबसाइट लांचिंग के मौके पर अपनी शुभकामनाए दी और कहा कि संपूर्ण गतिविधियों को डिजिटल प्लेट फार्म द्वारा ऑनलाइन के माध्यम से इतिहास को पढ़ने और समझने में सुविधा होगी।

पत्रकारों को जानकारी देते हुए बृजेश राम त्रिपाठी ने बताया कि काकोरी एक्शन प्लान की विस्तृत जानकारी बलिदानी मेले के 2010 से अब तक हुए आयोजन से जुड़े स्मृतियों को संजोया गया है। उन्होंने कहा कि

वेबसाईट में देश के स्वतंत्रता आंदोलन के क्रांतिवीरों, बलिदानियों के इतिहास और गौरव को भावी पीढ़ी तक संदेश पहुंचाने का कार्य किया जाएगा।

इस अवसर पर पूर्व विधान परिषद सदस्य विनोद पांडेय,

वेबसाईट बनाने वाले राहुल मिश्रा, विशाल मिश्रा, मदन किशोर त्रिपाठी, सत्येंद्र राम त्रिपाठी, प्रदीप त्रिपाठी, हरी गोविंद सिंह, अश्वनी पांडेय महेश चंद्र दूबे, सुनील शुक्ला सहित अनेक गणमान्य लोग मौजूद रहे।