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समाजवादी विचारक प्रोफेसर चितरंजन मिश्रा व विश्वविद्यालय के पूर्व अध्यक्ष राजीव पांडे ने सपा मेयर पद के प्रत्याशी के पक्ष में मांगा वोट


गोरखपुर। समाजवादी विचारक प्रोफेसर चितरंजन मिश्रा व विश्वविद्यालय के पूर्व अध्यक्ष राजीव पांडे ने संयुक्त प्रेस वार्ता में कहा कि नागरिक सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए शहर की साफ सफाई को और अच्छा रूप देने के लिए हिंसक और विनाशकारी विकास जिस विकास के मूल में कोष व सरकारी खजाने की लूट है। उस पर रोक लगाने के लिए हम पूरी ताकत से चुनाव लड़ रहे हैं और हमारा मुकाबला सत्ताधारी दल से है वह अपने तंत्र का बेजा इस्तेमाल कर रही है।

नागरिकों से अपील करते हैं कि सत्ता के बेजा इस्तेमाल को रोकने के लिए,लोकतंत्र की बहाली के लिए, नागरिक सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए, हिंसक और क्रूर विकास को रोकने के लिए, स्वस्थ एवं उदार विकास को प्रभावशाली बनाने के लिए सपा प्रत्याशियों को अपना-अपना मत दीजिए सपा शुरू से ही किसानों नौजवानों मजदूरों और छोटे व्यवसायियों को समर्थन देने वाली पार्टी रही है इस समय जो विकास का नया ढांचा बना हुआ है । इस ढांचे में सभी छोटे लोगों की, छोटी फसलों की, छोटे दुकानदारों की, छोटे किसानों की, सबकी बहुत दुर्दशा हो रही है पूरे प्रदेश में लोकतंत्र को बाधित कर दिया गया है ।

प्रदेश और देश की राजनीति को दिशा देने वाले छात्र संघ के ऊपर रोक लगा दी गई है। यह लोकतांत्रिक समाज में व व्यवस्था में जायज नहीं है समाजवादी पार्टी के सभी प्रत्याशी इन बातों को लेकर स्थानीय सुविधाओं को ध्यान में रखकर चुनाव लड़ रहे हैं। नगर निगम हाउस टैक्स लेता है उसके बाद भी जनता को सुविधाएं नहीं मिल पा रही है।

परिवर्तन ही विकास की जननी है सरकार हठ धर्मी और दंभी हो गई है विकास के नाम पर छोटे मझोले व्यापारियों को उजाड़ा जा रहा है गलियां गंदे नालियों से भरी पड़ी है नालियों में कीड़े बज बजा रहे हैं गोरखपुर संचारी रोगों का केंद्र है और बना हुआ है ऐसी स्थिति में संचारी रोग को खत्म करने का झूठा दावा करने वाली भाजपा की ट्रिपल इंजन सरकार पूरी तरह से विफल हो चुकी है। गोरखपुर के समग्र विकास के लिए सभी सपा प्रत्याशी को जीताइये।

*मन की पीड़ा का समाधान बता जीवन को खुशहाल बना रहे हैं रमेन्द्र*


गोरखपुर। ‘‘कहेहू ते कछु दुख घटि होई, काहि कहौं यह जान न कोई’ यानि मन का दुख कह डालने से भी कुछ कम हो जाता है, पर कहूं किससे, यह दुख कोई नहीं जानता ? इन पंक्तियों के भावों को समझते हुए लोगों के मन के दर्द को दूर करने का कार्य कर रहे नैदानिक मनोवैज्ञानिक परामर्शदाता रमेन्द्र त्रिपाठी।

वह मन की पीड़ा का समाधान बता कर लोगों के जीवन को खुशहाल बना रहे हैं । वर्ष 2017 से लेकर 2019 तक विभिन्न कैम्प के माध्यम से उन्होंने परामर्श सेवाएं दीं, जबकि 2019 के बाद से कैम्प के साथ ही साथ जिला अस्पताल में स्थापित मनकक्ष में भी वह परामर्श देते हैं ।

वह करीब 5000 से ज्यादा लोगों को परामर्श देकर उनके जीवन को खुशहाल बना चुके हैं।

चरगांवा ब्लॉक के मानीराम की रहने वाली 28 वर्षीय पूर्णिमा सिंह सिविल सर्विसेज की तैयारी करती हैं। उन्हें कुछ समय से अवसाद की समस्या थी जो बाद में भूलने की समस्या में बदल गई। अपने भाई की राय पर वह जिला अस्पताल के मनकक्ष गईं। वहां पर नैदानिक मनोवैज्ञानिक रमेन्द्र से बात हुई। विशेषज्ञ ने उनकी समस्या सुनी और प्राणायाम करने की सलाह दी।

पुरानी बातें सुबह-सुबह दोबारा याद कर लिखने के लिए कहा। इस अभ्यास से पूर्णिमा की अवसाद की समस्या समाप्त हो गई है। कुछ और सत्रों में पूर्णिमा को अधिक बेहतर परिणाम मिलने की उम्मीद है। वह बताती हैं कि एक दो बार के ही परामर्श सत्र के बाद उनका आत्मविश्वास काफी बढ़ गया है।

नैदानिक मनोवैज्ञानिक रमेन्द्र ने बताया कि तनाव, अवसाद, भूलने की समस्या जैसी कई ऐसी मानसिक बीमारियां हैं जिनमें परामर्श की अहम भूमिका होती है । औसतन वह 100 से 110 लोगों को हर माह परामर्श दे पाते हैं । एक व्यक्ति पर 30 से 45 मिनट तक का समय लगता है । पहले सामने वाले की बात सुननी होती है और फिर समस्या का समाधान बताना होता है ।

स्वास्थ्य केंद्रों पर लगने वाले कैम्प में जिन लोगों को परामर्श नहीं मिल पाता उन्हें भी मनकक्ष में बुलाया जाता है । जेल, शरणालय, किशोर सुधार गृह आदि में मौके पर ही परामर्श दिया जाता है । मनकक्ष के नम्बर पर कॉल करने पर आवश्यकतानुसार टेलीफोनिक परामर्श भी दिया जाता है ।

श्री त्रिपाठी बताते हैं कि परामर्श की जरूरत ज्यादातर 18 से 50 के आयु वर्ग में देखी जाती है। परीक्षा का तनाव, आर्थिक तनाव, नौकरी की दिक्कत, नव विवाहिताओं में तनाव, मोबाइल की लत,चिंता, डर,और अवसाद जैसी मानसिक समस्याओं के लोग ज्यादा मिलते हैं । कोविड काल के दौरान तनाव का स्तर और अधिक था। उस समय कई लोग रात में कॉल कर देते थे और कई बार लाभार्थी को टेलीफोन पर बात करने के बाद ही काफी अच्छा महसूस होता था और वह ठीक हो जाते थे। राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत इस परामर्श की व्यवस्था के संचालन में सीएमओ डॉ आशुतोष कुमार दूबे, नोडल अधिकारी डॉ एके चौधरी और मानसिक रोग विशेषज्ञ डॉ अमित शाही का हर समय मार्गदर्शन मिलता रहता है ।

इस नम्बर पर करना है कॉल

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आशुतोष कुमार दूबे बताते हैं कि स्थापना से लेकर अब तक मनकक्ष के हेल्पलाइन नंबर 9336929266 पर और कक्ष संख्या 50 में 3000 से ज्यादा लोगों के मन की बातें सुनी गयीं और उनको सही सलाह दी गयी है । इस नम्बर पर सुबह आठ बजे से अपराह्न 2.00 बजे तक कॉल करके परामर्श प्राप्त कर सकते हैं। विशेष परिस्थिति में कभी भी इस नम्बर पर कॉल किया जा सकता है । परामर्शदाता द्वारा समर्पित भाव से सेवाएं दी जा रही हैं।

सपा मेयर पद के प्रत्याशी का सघन जनसंपर्क जारी


गोरखपुर। समाजवादी पार्टी की मेयर प्रत्याशी श्रीमती काजल निषाद ने आज डाक्टर राजेन्द्र प्रसाद नगर, विश्वविद्यालय प्रशासनिक भवन,विकास भवन, एवं बसंतपुर में सघन जनसम्पर्क किया और जगह-जगह एकत्रित जनसमुदाय को भी सम्बोधित करते हुए श्रीमती काजल निषाद ने कहा कि आज गोरखपुर महानगर में लोग कह रहे हैं कि परिवर्तन की तैयारी है ।

अबकी निषाद बहू की बारी है उन्होने कहा कि भाजपा के इशारे पर कुछ लोग मेरा परिचय पूछ रहे हैं उन्हे बताना चाहती हूँ मैं निषाद समाज की बहू हूं और बहू की डोली ससुराल आती है और अर्थी ही अंतिम संस्कार के लिए जाती है।काजल निषाद ने कहा कि गोरखपुर के सभी पदों पर हमेशा भाजपा ही काबीज रही है इस कारण नगर निगम में भाजपा ने भ्रष्टाचार का मकड़जाल बना लिया है अबकी परिवर्तन से ही मकड़जाल टूटेगा।

इस दौरान प्रमुख रुप से जिलाध्यक्ष बृजेश कुमार गौतम कृष्ण कुमार त्रिपाठी, पूर्व जिलाध्यक्ष अवधेश यादव प्रहलाद यादव रजनीश यादव, नगीना साहनी एडवोकेट, अभिमन्यू यादव,करूणा निधान प्रजापति, संजय यादव, तूफानी निषाद, बिजेंदर अग्रहरि, अनिरुद्ध यादव, पट्टू अमर अग्रहरि, देवेन्द्र भूषण निषाद, रामा यादव,राजेश सिंह सैथवार, बिंदा देवी राजीव यादव,आनन्द राय,प्रमोद यादव,आजम लारी, अनूप ईश्वर, अविनाश तिवारी, लक्ष्मी शर्मा बल्लभ सहाय, अर्जुन यादव, डाॅ. नारद यादव, महेन्द्र यादव, अनुज यादव खातून, गीता साहनी, सपना निषाद ,अनिल यादव, संजय निषाद, राजन शाही, शादाब समानी आदि लोग मौजूद रहे।

*निजी क्षेत्र के हर टीबी मरीज के निकट सम्पर्की को मिले टीपीटी: डीटीओ*


गोरखपुर। जिला क्षय रोग केंद्र और स्वयंसेवी संस्था जीत टू के तत्वावधान में बुधवार की शाम को निजी क्षेत्र के चिकित्सकों के लिए सतत चिकित्सा शिक्षा (सीएमई) कार्यक्रम का आयोजन किया गया ।

कार्यक्रम के दौरान जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ गणेश यादव ने उपस्थित सभी चिकित्सकों से कहा कि निजी क्षेत्र में इलाज करवा रहे प्रत्येक टीबी मरीज के निकट सम्पर्कियों को टीबी प्रिवेंटिव ट्रिटमेंट (टीपीटी) अवश्य दिलवाया जाए । इस कार्य में जिला क्षय रोग केंद्र और संस्था की तरफ से पूरी मदद की जाएगी ।

जिला क्षय रोग अधिकारी ने बताया कि टीबी मरीज के साथ रहने वाले अत्यंत निकट सम्पर्की भी मास्क व स्वच्छता का ध्यान न रख पाने के कारण टीबी संक्रमित हो सकते हैं । इससे बचाव के लिए टीपीटी कार्यक्रम चल रहा है । इसके तहत टीबी मरीज के पांच वर्ष से अधिक आयु वाले सभी निकट सम्पर्कियों की एक्स रे जांच कराई जाती है । अगर उनमें टीबी की पुष्टि होती है तो टीबी की दवा चलती है ।

अगर किसी भी निकट सम्पर्की में टीबी की समस्या नहीं है तब भी बच्चों से लेकर बड़ों तक सभी को छह माह तक टीबी से बचाव की दवा खानी है । इसी उद्देश्य से निजी चिकित्सकों को टीपीटी की महत्ता से अवगत कराया गया । उन्हें बताया गया कि निजी क्षेत्र में इलाज करा रहे मरीजों के परिजनों को भी सरकारी प्रावधानों के अनुसार एक्स रे की सुविधा दी जाएगी और साथ ही जिला क्षय रोग केंद्र द्वारा टीपीटी की दवा भी उपलब्ध कराई जाएगी ।

डॉ यादव ने बताया कि बिना किसी बीमारी के छह माह तक दवा खाने से लोग कतराते हैं, जबकि टीबी से बचाव का सिर्फ यही एक सशक्त तरीका है । चिकित्सकों को मरीज एवं निकट सम्पर्कियों को प्रेरित करना है। टीबी मरीज के प्रत्येक निकट सम्पर्की को कांटैक्ट ट्रेसिंग के लिए भी प्रेरित करना है । साथ ही बताना है कि अगर किसी भी सम्पर्की को दो हफ्ते से अधिक की खांसी, शाम को बुखार, बुखार के साथ पसीना आना, वजन तेजी से घटना, भूख न लगना और बलगम में खून आने जैसी समस्या हो तो तुरंत टीबी की जांच कराएं ।

कार्यक्रम को उप जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ विराट स्वरूप श्रीवास्तव, चिकित्सा अधिकारी डॉ एएन त्रिगुण, चेस्ट फिजिशियन डॉ वीएन अग्रवाल, डॉ नदीम, डॉ सूरज जायसवाल और जीत टू संस्था के ड्रिस्ट्रिक्ट लीड अमित कुमार श्रीवास्तव ने भी सम्बोधित किया और टीपीटी की महत्ता के बारे में जानकारी दी। कुल 30 चिकित्सकों ने प्रतिभाग किया। कार्यक्रम का संचालन पीपीएम समन्वयक अभय नारायण मिश्रा ने किया ।

निक्षय मित्र बने डॉ वीएन अग्रवाल

निजी क्षेत्र से सर्वाधिक टीबी मरीजों का नोटिफिकेशन करने वाले चेस्ट फिजिशियन डॉ वीएन अग्रवाल ने कार्यक्रम के दौरान ही एक 16 वर्षीय बच्ची को गोद लेकर निक्षय मित्र की भूमिका निभाने का संकल्प लिया । बच्ची के पिता कपड़े की दुकान पर काम करते हैं जबकि माता दिहाड़ी मजदूर हैं । डॉ अग्रवाल ने कहा कि वह अपने यहां इलाज करवा रहे 30 बच्चों को भी गोद लेंगे और उन्हें पोषक सामग्री देंगे । साथ में उनका मनोबल भी बढ़ाएंगे ताकि वह जल्दी ठीक हो जाएं।

*कमल के कमाल का सिलसिला जारी रखने को हुंकार भरेंगे सीएम योगी*


गोरखपुर। 'कमल' के कमाल का सिलसिला लोकसभा चुनाव और विधानसभा चुनाव की तरह नगर निकाय चुनाव में भी जारी रहे, इसका माहौल बनाने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शुक्रवार और शनिवार को गोरखपुर मंडल के सभी जिलों में जाएंगे। दो दिन में चार जिलों में चुनावी तैयारियों को परवान चढ़ाते हुए सीएम चार चुनावी जनसभाओं और दो विशेष सम्मेलनों में हुंकार भरेंगे।

निकाय चुनाव को लेकर कार्यकर्ताओं में जोश भरने और नागरिकों से पार्टी प्रत्याशियों को जिताने की अपील करने सीएम योगी शुक्रवार अपराह्न गोरखपुर पहुंचेंगे। शुक्रवार को उनके दो कार्यक्रम हैं। करीब चार बजे वह सिविल लाइंस स्थित आशीष मैरेज हाल (गोरखपुर क्लब परिसर) में आयोजित चिकित्सक सम्मेलन में शामिल होकर चिकित्सकों से चुनाव में भाजपा का परचम फहराने का आह्वान करेंगे। इस कार्यक्रम के बाद मुख्यमंत्री की चुनावी जनसभा राप्तीनगर के डॉ भीमराव आंबेडकर जूनियर हाईस्कूल परिसर में होगी।

शनिवार को मुख्यमंत्री मंडल के चारो जिलों को कवर करेंगे। सबसे पहला कार्यक्रम गोरखपुर महानगर के आर्यनगर उत्तरी स्थित सरस्वती विद्या मंदिर में करीब 10 बजे से होगा। यहां मुख्यमंत्री व्यापारी सम्मेलन में अपना मार्गदर्शन देंगे। इसके बाद वह महराजगंज रवाना हो जाएंगे। वह साढ़े ग्यारह बजे से जीएसवीएस डिग्री कॉलेज में प्रस्तावित जिले की सभी निकायों की चुनावी जनसभा को संबोधित करेंगे।

महराजगंज में पार्टी प्रत्याशियों के पक्ष में माहौल बनाने के बाद सीएम का अगला पड़ाव कुशीनगर जनपद होगा। यहां मुख्यमंत्री की जनसभा एक बजे उदित नारायण पीजी कॉलेज में प्रस्तावित। शनिवार को सीएम योगी का गोरखपुर मंडल में चौथा कार्यक्रम देवरिया में होगा। वह करीब सवा चार बजे से देवरिया जिले की चुनावी जनसभा में हुंकार भरेंगे। इस दो दिवसीय चुनाव प्रचार के बाद मुख्यमंत्री की एक अन्य जनसभा एक मई को गोरखपुर में टाउनहॉल पर होगी।

प्रचंड जीत के लिए पहले ही टिप्स दे चुके हैं सीएम योगी

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ नगर निकाय चुनाव में लोकसभा चुनाव 2019 और विधानसभा चुनाव 2022 की तरह क्लीन स्वीप वाली जीत चाहते हैं। गोरखपुर मंडल इस लिहाज से खास है। गोरखपुर मंडल की सभी छह लोकसभा सीटों और 28 में से 27 विधानसभा सीटों पर भाजपा का कब्जा है। निकाय प्रमुख पदों पर क्लीन स्वीप के साथ सभी निकायों के बोर्ड में भाजपा का बहुमत हो, इसके लिए सीएम योगी 19 अप्रैल को सभी जिलों की अलग-अलग बैठक कर कार्यकर्ताओं को जीत हासिल करने के टिप्स दे चुके हैं।

*सूडान संकट से लौटे गोरखपुर-बस्ती मंडल के 31 नागरिक*


गोरखपुर, 27 अप्रैल। अफ्रीकी देश सूडान में गृहयुद्ध संकट में फंसे भारतीयों की स्वदेश वापसी की मुहिम में ऑपरेशन कावेरी के तहत अबतक करीब छह सौ लोगों का रेस्क्यू किया गया है। इनमें गोरखपुर-बस्ती मंडल के भी 31 नागरिक शामिल हैं। देवरिया के 12, कुशीनगर के 13, गोरखपुर के 5 नागरिकों तथा सिद्धार्थनगर के 1 नागरिक की वतन वापसी पर योगी सरकार ने पूरी देखभाल के साथ उनके घर तक पहुंचाने की व्यवस्था की।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर प्रदेश शासन के अधिकारी लगातार विदेश मंत्रालय की टीम के साथ संपर्क में बनी हुई है। सीएम का स्पष्ट निर्देश है कि यूपी के जो भी नागरिक सूडान से लौट रहै हैं, उनको ससम्मान रिसीव करने के बाद उनके भोजन-नाश्ते की उत्तम व्यवस्था करते हुए सुविधाजनक साधन से घर तक पहुंचाया जाए। इसी क्रम में रेस्क्यू कर वाया जेद्दा दिल्ली लाए गए यूपी के नागरिकों को गुरुवार को एसी बसों और फिर लक्जरी गाड़ियों से उनके घर पहुंचाया गया। गोरखपुर-बस्ती मंडल के 31 नागरिकों का दल एसी बस से गुरुवार दोपहर बाद सहजनवा पहुंचा। इनमें 5 नागरिक गोरखपुर जनपद के, 12 देवरिया, 13 कुशीनगर और 1 सिद्धार्थनगर जिले के रहे। यहां उनके अभिवादन के बाद एक रेस्टोरेंट में भोजन कराया गया और फिर उनके गृह क्षेत्र के पते के अनुसार लक्जरी फोर व्हीलर से रवाना किया गया।

जयकारों के बीच अफसरों ने की अगवानी

सूडान के मुश्किल हालात से निकलकर वतन वापसी करने वाले नागरिकों की खुशी का कोई ठिकाना नहीं था। सहजनवा में बस से उतरते ही उन्होंने भारत माता की जय, वंदे मातरम, नरेंद्र मोदी जिंदाबाद, योगी बाबा जिंदाबाद, इंडियन एम्बेसी जिंदाबाद और यूपी प्रशासन जिंदाबाद के जयकारे लगाए। इन नागरिकों का एडीएम वित्त एवं राजस्व राजेश सिंह, एसडीएम सहजनवा सुरेश कुमार राय, जिला आपदा प्रबंधक गौतम गुप्ता, नायाब तहसीलदार अमित कुमार सिंह, जिला सूचना अधिकारी प्रशांत श्रीवास्तव ने माला पहनाकर स्वागत किया।

सरकार की पहल से सूडान का खौफ छू मंतर

सूडान से लौटे नागरिको ने कहा कि वहां हाल में बिताए गए दिन बेहद खौफनाक रहे। पर, सरकार की पहल से सुरक्षित वतन वापसी और यहां इतनी आत्मीयता से देखभाल के साथ घर तक पहुंचाने की व्यवस्था से खौफ छू मंतर हो गया। मोदी सरकार ने जिस तरह हमें संकट से निकाला और योगी सरकार ने घर पहुंचने तक हर कदम ख्याल रखा, वह अभिभूत कर देने वाला है।

कुछ दिन और फंसे रहते तो भूख से मर जाते

मीडिया से बातचीत में गोरखपुर के हथियापरास निवासी जनार्दन त्रिपाठी, राजेंद्र नगर के मनीष गुप्ता, गगहा के देव नारायण, कुशीनगर के राघवेंद्र यादव, देवरिया के संतोष चौरसिया ने कहा कि गृहयुद्ध के कारण सूडान में पिछले 15 दिनों से जीवन नारकीय हो गया था। हमारी कमाई तो वहीं लूट ली गई। कुछ दिन और फंसे रहते तो भूख से मर जाते। कोई शरीर पर पहने वस्त्र में ही लौटा तो कोई एक छोटे से बैग में एक-दो जोड़ी कपड़ा लेकर। और कोई सामान नहीं ला पाए। नागरिकों ने बताया कि उन्हें इंडियन एम्बेसी ने पोर्ट सूडान से नेवी, आर्मी और एयरफोर्स की मदद से जेद्दा भेजवाया। वहां से उन्हें हवाई जहाज से दिल्ली लाया गया। यूपी भवन में भोजन व विश्राम कराने के बाद योगी सरकार ने उन्हें घर भेजने और रास्ते भर खानपान की उत्कृष्ट व्यवस्था की।

गोरखपुर-बस्ती मंडल के इन नागरिकों की हुई सूडान से वापसी

देवरिया : विनोद शाह, जितेंद्र गुप्ता, जितेंद्र कुमार चौरसिया, विकास प्रसाद, अजय कुमार कनौजिया, रविंद्र कुमार निषाद, दशरथ कुशवाहा, अर्जुन यादव, सत्य प्रकाश यादव, नागेंद्र निषाद, प्रमोद कुमार यादव, संतोष चौरसिया।

कुशीनगर: राणा प्रताप सिंह, राकेश यादव, विनोद कुमार शर्मा, मुरारी शर्मा, जितेंद्र सिंह, उमेश यादव, सतीश शर्मा, संतोष राजभर, राघवेंद्र यादव, बाबूलाल शर्मा, दिलीप गुप्ता, धर्मेंद्र मिश्रा, खुशबूद्दीन अंसारी।

गोरखपुर : मनीष गुप्ता, विजय बहादुर सिंह,, रामहंस, देवनारायण, जनार्दन त्रिपाठी।

सिद्धार्थनगर : महेंद्र।

*अपनी बहू के सम्मान में निषाद समाज मैदान में -जफर अमीन डक्कू*


गोरखपुर । समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता जफर अमीन डक्कू ने पत्रकार वार्ता के दौरान कहा कि नगर निगम चुनाव में समाजवादी पार्टी ने श्रीमती काजल निषाद को प्रत्याशी बनाकर महिलाओं का सम्मान बढ़ाने का कार्य एवं राजनीति में पिछड़ी जाति को उनका हक और हुकूक देने की पहल की है।

उन्होंने दावे के साथ कहा कि समाजवादी पार्टी एवं समाजवादी सरकार में ही महिलाओं का सम्मान है। उन्होंने भाजपा को जातिवाद को बढ़ावा देने वाली पार्टी बताते हुए कहा कि भाजपा जाति जनगणना कराने से घबराती है जबकि सपा इसके समर्थन में है।

उन्होंने कहा कि मेयर प्रत्याशी काजल निषाद को मिल रहे जनसमर्थन से भाजपा घबरा गई है। समाज के हर वर्ग के लोगों का समर्थन श्रीमती काजल निषाद एवं समाजवादी पार्टी को मिल रहा है। उन्होंने कहा कि भाजपा के बागी प्रत्याशी भी काजल निषाद के समर्थन में हैं और उन्हें वोट देने की अपील जनता से कर रहे हैं। काजल निषाद की ऐतिहासिक जीत होनी तय है।

भाजपा के लिए पिछड़ी व अनुसूचित जातियां सिर्फ वोट बैंक : दयाशंकर निषाद


गोरखपुर। अखिल भारत वर्षीय गोंड महासभा के राष्ट्रीय संयुक्त मंत्री एवं समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता संतोष गौड़ व निवर्तमान प्रदेश सचिव दयाशंकर निषाद ने संयुक्त रूप से प्रेस वार्ता में कहा कि नगर निगम, नगर पंचायत से लेकर केंद्र तक भाजपा की सरकार है। यानी पूरी तरह से भाजपा की सरकार है फिर भी नगर निकाय एवं नगर पंचायतों में जनता को मूलभूत सुविधाएं नहीं मिल रही है।

जगह-जगह कूड़े का अंबार, टूटी सड़कें, बिखरी नालियां देखी जा सकती है। नेता द्वय ने कहा कि निगम के द्वारा लिए जाने वाले टैक्स में 10 गुना बढ़ोतरी की गई है यदि भाजपा जीती तो इस टैक्स को वसूलने का कार्य चुनाव के बाद करेगी। जनता ने सपा की मेयर प्रत्याशी श्रीमती काजल निषाद को मौका दिया तो जनता को मूलभूत सुविधाएं ही नहीं मिलेगी बल्कि टैक्स को भी कम किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि भाजपा पिछड़ी और अनुसूचित जातियों को सिर्फ वोट बैंक के नाम पर इस्तेमाल किया है। जब अधिकार देने की बात आती है तो भाजपा भूल जाती है। उन्होंने कहा कि स्वच्छ और स्वस्थ गोरखपुर के लिए जनता सपा प्रत्याशियों को नगर निगम के सदन में भेजने का कार्य करें।

*जिला जेल गोरखपुर में आग लगाने वाला फरार अभियुक्त को शाहपुर पुलिस ने किया गिरफ्तार*


गोरखपुर। गोरखपुर जेल में 13 अक्टूबर 2016 को कैदी की मौत के बाद जिला जेल में उत्पात मचाते हुए कैदियों ने पुलिस पर जानलेवा हमला बोला था जिसमें 121 से कैदियों को विवेचना के दौरान अभियुक्त बनाया गया था 119 कैदियों को पहले जेल भेजा जा चुका है। 

फरार चल रहे दो अभियुक्तों में से महेंद्र यादव को शाहपुर पुलिस ने एसओजी टीम के सहयोग से गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की बचे एक अभियुक्त बिट्टू मिश्रा निवासी भैंसालोटन बाल्मिकी नगर बिहार के ऊपर 15000 नगद इनाम घोषित है उसे भी गोरखपुर की पुलिस जल्द ही गिरफ्तार कर लेगी । 

पुलिस लाइन वाइट हाउस सभागार में पुलिस अधीक्षक नगर कृष्ण विश्नोई ने प्रेस वार्ता कर बताया कि 13 अक्टूबर 2016 को जेल खोलने के पश्चात कारागार में निरुद्ध बंदी आफरीन विवेक तिवारी राकेश सिंह नंदन सिंह राकेश मणि मनोज ओझा चंदन यादव शेरू राज कुमार बाजपेई आनंद तिवारी दीपू उर्फ करुणेश बुद्धीसागर शुक्ला तथा अन्य अज्ञात कैदियों द्वारा कारागार में अभिलेखों को नष्ट कर सरकारी इमारत पीसीओ यंत्र जेल में लगे सीसीटीवी कैमरे सहित अन्य बिजली के सामान तोड़फोड़ कर नष्ट कर दिये थे जिसमें 119 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया जा चुका था। 

फरार चल रहे दो कैदियों में से एक मनोज यादव पुत्र श्यामा यादव निवासी इंद्र नगर न्यू शिवपुर कॉलोनी थाना रामगढ़ताल गोरखपुर को आज गिरफ्तार किया गया फरार एक अभियुक्त बिट्टू मिश्रा को बहुत ही जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

 मालूम हो कि 13 अक्टूबर 2016 को जिला कारागार में एक कैदी की मौत के बाद अन्य कैदियों ने जमकर उत्पात मचाया था पूरे जेल परिसर को अपने कब्जे में ले लिया था इस भिड़ंत में तीन पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए थे स्थिति को काबू में करने के लिए जिला प्रशासन को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी थी जेल सिपाही जेल के अंदर जाने में कतरा रहे हैं थे तत्कालीन जिलाधिकारी संध्या तिवारी के साथ तत्कालिन वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रामलाल वर्मा भारी संख्या में बल लेकर जेल के बाहर मुस्तैद थे कैदियों पर आंसू गैस के गोले छोड़े गए थे। 

क्यों की 13 अक्टूबर 2016 को जेल प्रशासन ने जेल में छापा मारकर सघन जांच अभियान चलाया था कई कैदियों के पास से आपत्तिजनक सामान बरामद किए गए थे, जिसके बाद से ही जेल में सख्ती बरती जा रही थी इस कार्रवाई से नाराज कुछ बंदियों ने नारेबाजी और पथराव किया था उस कार्रवाई में 25 अभियुक्तों को नामजद किया गया था विवेचना के दौरान विवेचक ने 121 उपद्रव आगजनी दस्तावेजों को फाड़ने के लिए दोषी पाया था जिसमें से 119 उपद्रवियों को पहले ही जेल भेजा जा चुका है फरार चल रहे दो अभियुक्तों में से एक अभियुक्त महेंद्र यादव पुत्र स्वर्गीय श्यामा यादव निवासी इंदिरा नगर न्यू शिवपुर कॉलोनी थाना रामगढ़ ताल को शाहपुर पुलिस ने एसओजी टीम के सहयोग से गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त किया फरार चल रहे । 

बिहार निवासी बिट्टू मिश्रा भईसालोटन बाजार बाल्मिकीनगर के ऊपर 15000 इनाम घोषित किया गया है उसे भी बहुत ही जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

*कायाकल्प अवार्ड योजना में भटहट ने प्रदेश में बढ़ाया जिले का मान*


गोरखपुर। जिले के भटहट, जंगल कौड़िया, बरही, पाली, गगहा, पिपराइच और सहजनवां सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों को कायाकल्प अवार्ड मिला है । इनमें से भटहट सीएचसी ने पूरे प्रदेश में जिले का मान बढ़ाते हुए दूसरा स्थान हासिल किया है । इसके लिए भटहट सीएचसी को छह लाख रुपये मिलेंगे ।

इकोफ्रेंडली श्रेणी में भी सीएचसी ने एक लाख का अतिरिक्त पुरस्कार हासिल किया है । यह जानकारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आशुतोष कुमार दूबे ने दी । उन्होंने इन सभी सीएचसी की टीम और जिला स्तरीय सहयोगियों को बधाई दी है ।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि भटहट सीएचसी को पीएचसी श्रेणी में एक बार और सीएचसी श्रेणी में लगातार तीसरी बार कायाकल्प अवार्ड मिला है । इस बार 96.43 फीसदी अंकों के साथ सीएचसी ने प्रदेश स्तर पर रैकिंग हासिल की है । इस सीएचसी का नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस सर्टिफिकेशन (एनक्वास) के लिए भी राष्ट्रीय असेसमेंट हो चुका है और उम्मीद है कि यह पुरस्कार भी सीएचसी द्वारा हासिल किया जाएगा ।

डॉ दूबे ने बताया कि मुख्यमंत्री द्वारा गोद ली गयी जंगल कौड़िया सीएचसी ने 86.71 फीसदी अंकों के साथ जनपद में दूसरा स्थान, जबकि बरही सीएचसी ने पहले ही प्रयास में पहली बार 83.43 फीसदी अंकों के साथ जनपद में तीसरा स्थान हासिल किया है । पिपराइच सीएचसी को लगातार चौथी बार, सहजनवां सीएचसी को लगातार तीसरी बार, जंगल कौड़िया, गगहा और पाली सीएचसी को लगातार दूसरी बार यह पुरस्कार मिला है ।

इस उपलब्धि के लिए कायाकल्प अवार्ड योजना के नोडल अधिकारी डॉ नंद कुमार, मंडलीय व जिला क्वालिटी सेल, जिला कार्यक्रम प्रबन्धन इकाई, भटहट सीएचसी के अधीक्षक डॉ अश्वनी चौरसिया, जंगल कौड़िया सीएचसी के अधीक्षक डॉ मनीष चौरसिया, बरही सीएचसी के अधीक्षक डॉ एसके मिश्रा, पाली सीएचसी के अधीक्षक डॉ सतीश सिंह, गगहा सीएचसी के अधीक्षक डॉ बृजेश बरनवाल, पिपराइच सीएचसी के अधीक्षक डॉ मणि शेखर और सहजनवां सीएचसी के अधीक्षक डॉ व्यास कुशवाहा और उनकी टीम बधाई की पात्र है। भटहट के अलावा सभी सीएचसी को इस बार एक एक लाख रुपये का पुरस्कार मिला है।

कायाकल्प से हो रहा है बदलाव

कायाकल्प अवार्ड योजना के नोडल अधिकारी डॉ नंद कुमार ने बताया कि कायाकल्प पुरस्कारों की ही देन है कि भटहट सीएचसी एनक्वास के प्रतिस्पर्धा में शामिल हो सकी । पूर्व में मिले पुरस्कारों के पैसे से भटहट सीएचसी में क्लिनिंग एरिया का विकास हुआ । हर्बल स्पेशल गार्डेन बनाया गया जिसकी वजह से इसे इकोफ्रेंडली पुरस्कार भी मिला ।

आडियो विजुअल सिस्टम लगाए गए और पब्लिक एड्रेस सिस्टम भी लगवाया गया है । इसी प्रकार पिपराइच सीएचसी में अवार्ड के पैसे से ब्लड स्टोरेज यूनिट बनाया गया जिससे मौके पर लोगों को ब्लड मिल जा रहा है । अवार्ड के पैसे से कुर्सी, मेज, भवन की मरम्मत जैसे इंफ्रास्ट्रक्चर विकास के भी काम कराए गए हैं।

581 बिंदुओं पर हुआ मूल्यांकन

जिला प्रशासनिक कार्यक्रम सहायक (क्वालिटी एश्योरेंस) विजय कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि जिले में फरवरी 2023 में 581 बिंदुओं पर इन सीएचसी का मूल्यांकन हुआ था । अक्टूबर 2022 में कुल 12 सीएचसी को आंतरिक मूल्यांकन के लिए चुना गया था जिनमें से नौ सीएचसी पास हुईं।

दिसम्बर 2022 में नौ सीएचसी का पियर मूल्यांकन (मंडल स्तरीय मूल्यांकन) हुआ और उन्हीं का बाहर से आई टीम से भी मूल्यांकन करवाया गया । सीएचसी को पुरस्कार में मिली धनराशि का 75 फीसदी सीएचसी के विकास पर, जबकि 25 फीसदी कर्मचारी कल्याण जैसे पुरस्कार, समारोह आदि में खर्च किये जाएंगे।