वरुणा और मोरवा नदी के उद्धार की जगी आस
नितेश श्रीवास्तव
भदोही। जिले में अस्तित्व खो चुकी वरुणा नदी और मोरवा जैसी नदियों का उद्धार होगा। इस काम में डेनमार्क सरकार सहयोग करेगी। जिले में पहुंची डेनमार्क की टीम ने मोरवा और वरुणा नदी का निरीक्षण कर यूपी स्मार्ट लैबोरेट्री की स्थापना की रूपरेखा तैयार की। जिलाधिकारी गौरांग राठी के साथ भी टीम ने इस पर चर्चा की। टीम के साथ पर्यावरण संरक्षण विशेषज्ञ और अधिकारी भी मौजूद रहे। पिछले साल भारत और डेनमार्क के बीच नदियों के संरक्षण को लेकर आपसी समझौता हुआ था। समझौते के तहत डेनमार्क सरकार के सहयोग से प्रदेश की कुल 24 छोटी नदियों का पुनरोद्धार होना है। इसमें वरुणा और मोरवा नदी भी शामिल है। 24 अप्रैल को वाराणसी आई टीम बुधवार को जिले में पहुंची।
भदोही के नई बाजार और धौरहरा के समीप बने ड्रेन का अवलोकन किया। नदियों की हालत पर चिंता जताई। टीम ने वरुणा नदी में गिर रहे मोरवा के मुहाने को भी देखा। इसके बाद इंडस्ट्रियल एरिया भदोही में निरीक्षण करने के उपरांत कारपेट इंडस्ट्री का भी निरीक्षण किया। टीम के सदस्य कारपेट सिटी में इंडस्ट्रियल लोगों द्वारा लगाए गए ईटीपी को भी देखा। टीम ने जिलाधिकारी गौरांग राठी के साथ मिलकर जिले में यूपी स्मार्ट लैबोरेट्री की स्थापना की रुपरेखा तैयार की। टीम में शामिल मिस. टीना कोलरूप हंसन, मि. लेने मेलोरप, डेनमार्क के विदेश मंत्रालय के सदस्य मि. जैकब पीटर मिस. हेलेन मैरेटी, किम वांग कूक और डॉ. अनीता शर्मा ने फूलपुर में वरुणा उद्गम स्थल पर भी पहुंची।
विशेषज्ञों ने बताया कि इसका मकसद दुनिया की नदियों को स्वच्छ रखने के लिए किए जा रहे प्रयासों के क्रम में भारत की नदियों को भी साफ कर वैश्विक स्तर पर शामिल करना है। जिलाधिकारी गौरांग राठी ने बताया कि ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के तहत उत्तर प्रदेश सरकार व डेनमार्क के बीच में एमओयू साइन हुआ है। जिसमें नदियों के संरक्षण को कार्य किया जाना है। उसी सिलसिले में डेनमार्क की टीम भदोही जिले में पहुंची थी। इसमें आईआईटी बीएचयू ‘नॉलेज पार्टनर’ की भूमिका निभाएगा। जल्द ही इस पर काम शुरू हो जाएगा। टीम को जिला स्तर पर जो भी सहयोग की अपेक्षा होगी। उसे उपलब्ध कराने का प्रयास किया जाएगा।
Apr 27 2023, 11:56