*2030 तक मलेरिया को शून्य पर लाने का लक्ष्य: सीएमओ*
नितेश श्रीवास्तव
भदोही। आज विश्व मलेरिया दिवस मनाया जा रहा है। मलेरिया एक जानलेवा बीमारी है, जो संक्रमित मादा एनोफिलीज मच्छरों के काटने से होती है । बरसात या वातावरण में नमी के कारण मलेरिया के मच्छर पनपने लगते हैं और बीमारी का प्रसार होता है।
मलेरिया की गंभीर स्थिति बच्चों के लिए जानलेवा हो सकती है। मलेरिया के कुछ सामान्य लक्षण हैं, जैसे- बुखार, सिर दर्द, उल्टी आना, ठंड लगना, थकान होना, चक्कर आना और पेट में दर्द होना। आमतौर पर मलेरिया के इलाज में करीब दो सप्ताह तक दवाइयाँ लेनी होती हैं। वहीं बीमारी को नजरअंदाज करना जानलेवा हो सकता है।
हर साल भारत में मलेरिया के हजारों मामले सामने आते हैं और कई रोगियों की तो मलेरिया से जान चली जाती है । मलेरिया की गंभीरता और इसे बचने के लिए जागरूक करने के विश्व स्तर पर मलेरिया दिवस मनाया जाता है।दुनिया भर में विश्व मलेरिया दिवस 25 अप्रैल को मनाया जाता है। इस दिन को मनाने की शुरुआत वर्ष 2007 से की गई थी।विश्व स्वास्थ्य संगठन ने साल 2007 में मलेरिया दिवस को वैश्विक स्तर पर मनाने का फैसला किया था ।
पहली बार अफ्रीकी देशों में मलेरिया दिवस मनाया गया। उस समय अफ्रीकी देशों में होने वाली मौतों की एक वजह मलेरिया था और इन मौतों के आंकड़ों को कम करने के उद्देश्य से विश्व मलेरिया दिवस मनाये जाने की शुरुआत हुई ।अफ्रीकी स्तर पर मलेरिया दिवस के आयोजन कके मद्देनजर वर्ष 2007 में विश्व स्वास्थ्य संगठन ने एक बैठक में इस दिन को मनाने की घोषणा की, ताकि लोगों का ध्यान इस खतरनाक बीमारी के ओर जाए और हर साल मलेरिया के कारण होने वाली लाखों मौतों को रोका जा सके। साथ ही लोगों को मलेरिया के प्रति जागरूक किया जा सके।
मंगलवार को विश्व मलेरिया दिवस पर मुख्य चिकित्साधिकारी के कार्यालय के समीप चिकित्सक व कमियों को शपथ दिलाई गई। इस दौरान मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ संतोष कुमार चक ने चिकित्सकों और कर्मियों शपथ दिलाते हुए कहा कि हम सब यह शपथ लेते हैं कि अपने जिले में मलेरिया रोग को समाप्त करने में अपने देंगे। अपने घर के आस - पास जलजमाव नहीं होने देंगे तथा मच्छरों को पनपने से रोकेंगे।
जब भी सोएंगे मच्छरदानी के अंदर सोएंगे और दूसरे को भी प्रेरित करेंगे। हमारा लक्ष्य 2030 तक मलेरिया को शून्य पर लाना होगा। जिला मलेरिया अधिकारी राम आसरे ने कहा कि मलेरिया से ग्रसित होने के बाद काफी परेशान हो जाते हैं, इससे बचाव ही एक रास्ता है। अगर हम लोग स्वच्छ एवं साफ - सुथरे जगह पर रहें और गंभीर को दूर रखें। तो मलेरिया जैसी घातक बीमारी से बचा जा सकता है।
इस मौके पर डॉ ओपी शुक्ला, जिला मलेरिया अधिकारी राम आसरे, विनय, आदि लोग उपस्थित रहे।
Apr 25 2023, 17:35