*छुट्टा पशुओं पर नहीं लग सका लगाम, कहीं दुर्घटना तो कहीं जाम*
नितेश श्रीवास्तव
भदोही। छुट्टा पशुओं को गोआश्रय स्थल पहुंचाने के लिए सीएम के आदेश का असर जिले में देखने को नहीं मिल रहा है। जिले की सड़कों पर आज भी तमाम गोवंश छुट्टा घूम रहे हैँ।
विभागीय अधिकारियों की उदासीनता का परिणाम है कि गोवंश गोआश्रय स्थलों में न होकर सड़कों पर हैँ। इससे किसानों की फसलों का नुकसान तो हो रही रहा है, सड़क दुर्घटना और जाम की समस्या भी होती रहती है। जिले में तीन स्थायी और 25 अस्थायी गोआश्रय स्थल हैं। इसमें 6370 मवेशी संरक्षित हैं। इसके बाद भी जिले में सैकड़ों छुट्टा पशु सड़क, हाईवे और खेतों में टहलते दिख जा रहे हैँ।
छुट्टा पशुओं को गोआश्रय स्थल तक पहुंचाने के लिए शासन की ओर से तमाम निर्देश जारी किए जा रहे हैँ। सीएम योगी आदित्यनाथ ने 31 मार्च तक सभी गोवंशों को गोआश्रय स्थल तक पहुंचाने का निर्देश दिया था। शासन की ओर से जिले को दो कैटिल कैचर भी मिले हैं। इन सब प्रयासों के बाद भी धरातल पर समस्या जस की तस बनी हुई है।
विभागीय अधिकारी दावा कर रहे हैँ कि इस माह अब तक 270 मवेशियों को पकड़कर गोशालाओं में भेजा गया है, लेकिन आज भी सैकड़ों गोवंश सड़कों पर छुट्टा घूम रहे हैँ। ज्ञानपुर बाजार में दुर्गागंज तिराहे के पास दो-दो छुट्टा गोवंश घूमते दिखे। इसी तरह भदोही, गोपीगंज, सुरियावां, नईबाजार, खमरिया, घोसिया जैसे बाजारों में भी आए दिन छुट्टा पशुओं का डेरा लगता रहा है। कई बार तो ये सड़कों पर ही भिड़ जाते हैँ।
गोवंश को उनके ठिकाने तक भेजने के लिए न तो पशु पालन विभाग सक्रियता दिखा रहा है और न ही नगर पालिका या नगर पंचायत प्रशासन। इससे आम लोगों के साथ किसानों की समस्या भी बढ़ गई है। विभाग लगातार अभियान चला रहा है। इस महीने में 270 मवेशियों को पकड़ा भी गया है। पशुपालक भी सहयोग करें तो यह समस्या न देखने को मिले। - डॉ. राजेश उपाध्याय, प्रभारी सीवीओ।
Apr 23 2023, 16:35