*नगर स्थित चर्च में मनाया गया गुड फ्राइडे, हुई चर्च में प्रार्थना सभा*
नितेश श्रीवास्तव
भदोही। नगर के पड़ाव स्थित सीएनआई चर्च में गुड फ्राइडे को यीशु मसीह के बलिदान दिवस के रूप में प्रार्थना सभा किया गया। इस दौरान हाल में बड़ी संख्या में समुदाय के सभी वर्ग के लोगों ने अपनी सहभागिता की।
गुड फ्राइडे के दिन लोग चर्च में इकट्ठा होते हैं और फिर प्रार्थना सभा होती है। गुड फ्राइडे पर प्रभु यीशु के वाक्यों की विशेषता बताया गया। गुड फ्राइडे पर शुक्रवार को चर्च में विशेष प्रार्थना सभा हुई। यह दिन प्रभु यीशु को क्रूस पर चढ़ाने की स्मृति में प्रतिवर्ष मनाया जाता है। वहीं प्रार्थना सभा में मुल्क के अमन चैन की कामना की गई।
इस मौके पर चर्च के मुख्य पादरी जार्ज लाल ने प्रभु यीशु के सात वचनों को बताया। कहा कि प्रभु यीशु मसीह के वचनों के माध्यम से इंसानियत की राह पर चलने का ज्ञान देने वाला दिन है गुड फ्राइडे मान्यतानुसार इसी दिन प्रभु यीशु को कई यातनाएं देने के बाद शूली पर चढ़ाया गया था। यही कारण है कि ईसाई समुदाय के लोग गुड फ्राइडे का दिन प्रभु यीशु बलिदान दिवस के रुप में मनाते हैं। हर साल गुड फ्राइडे ईस्टर संडे से पहले आने वाले शुक्रवार को पड़ता है। ज्ञात हो कि इस वर्ष ईस्टर संडे 9 अप्रैल को मनाया जाएगा। ऐसे में गुड फ्राइडे 7 अप्रैल को मनाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि यीशु के समाजसेवी व धार्मिक कार्यों ने लाखों को उनका अनुयायी बना दिया था , लेकिन इन्हीं कार्यों ने कुछ लोगों के मन में उनके प्रति विरोध और घृणा भी जताई।गुड फ्राइडे के दिन क्राॅस पर उनकी मृत्यु इसी का परिणाम था। ईसाई चर्च के प्रारंभिक दिनों में ईसाई यीशु की मृत्यु और जीवित हो जाने की घटना को एक ही घटना मानता था। अतः पहले गुड फ्राइडे और ईस्टर दो अलग - अलग दिन नहीं थे चौथी शताब्दी के अंत तक आते - आते यरुशलम पवित्र सप्ताह के सारे दिन अलग पहचान रखने लगे थे। यीशु का संपूर्ण जीवन एक ईश्वरीय योजना को पूरा करने के लिए था। उन्हें शूली पर चढ़ाया जाना कोई अपवाद नहीं है। यीशु को पहले से ही ज्ञात था कि ईश्वर की इच्छा क्या है। ये सब जानने बाद भी वे अपने दुश्मनों से मिलने चले गए। दुश्मनों के सामने उनका आत्मसमर्पण भी परमपिता की इच्छा के अनुसार ही है।इस अवसर पर प्रमुख रूप से रंजना, डॉली, कुंती डेनियल, मिसेज नाथ, रॉबिंसन मैथ्यू आदि रहे।
Apr 07 2023, 15:15