किताबों के दाम 20 से 25 फीसदी बढ़े
नितेश श्रीवास्तव
भदोही। स्कूलों में नए सत्र की पढ़ाई शुरू हो गई है। परिषदीय स्कूलों के साथ ही निजी कान्वेंट स्कूलों में नौनिहालों का प्रवेश भी शुरू हो गया है। ऐसे में अभिभावकों पर बच्चों की फीस के साथ ड्रेस और किताबों का अतिरिक्त बोझ बढ़ा है। बच्चों की एडमिशन और फीस को लेकर चिंतित अभिभावकों का काॅपी- किताब, पेंसिल, कलर , स्केल , ज्योमेट्री बाॅक्स , स्कूल बैग जैसी चीजों के बढ़े दामों के बजट बिगाड़ दिया है।
इस बार अभिभावकों को बच्चों की खातिर अधिक जेब ढीली करनी पड़ रही है। इस बार पिछली बार की अपेक्षा 20 से 25 फीसदी किताबों और काॅपियों के दाम बढ़े हैं। दुकानदार इसके पीछे कागज व ट्रांसपोर्ट महंगा होने का तर्क दे रहे हैं। जिले में 892 परिषदीय स्कूलों के अलावा लगभग 750 निजी और कान्वेंट स्कूल है। नया सत्र शुरू हुआ तो अभिभावक स्कूलों द्वारा थमाए काॅपी किताब की लिस्ट लेकर अभिभावक जब दुकान पर पहुंचते हैं तो दाम देख कर चौंक जाते हैं। बुक स्टाॅल पर हर क्लास का काॅपी किताब का पैकेट तैयार है और उसका रेट तय है।
Apr 06 2023, 16:07