*आक्सीजन प्लांट के पाइप लाइन की टूटी नाली*
नितेश श्रीवास्तव
भदोही। देश में कोरोना के बढ़ते मामलों ने स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ा दी है। स्वास्थ्य विभाग तैयारी को लेकर भले ही तमाम दावे कर रहा है, लेकिन धरातल पर स्थिति अलग है। लाखों की लागत से स्थापित आक्सीजन प्लांट की स्थिति बदहाल है। कहीं पाइप लाइन की नाली टूट गई है तो कहीं दरवाजे ध्वस्त हैं।
वैश्विक महामारी कोविड ने साल 2020 और 2021 में देश ही नहीं कालीन नगरी में भी जमकर तबाही मचाई। आक्सीजन की कमी एवं समय से दवाएं न मिलने से बड़ी संख्या में लोगों की जान चली गई। दूसरी लहर के बाद शासन ने तैयारी का दायरा बढ़ाया। सांसद, निर्यातक, विधायकों के सहयोग से जिला अस्पताल ज्ञानपुर सहित पांच स्वास्थ्य केंद्रों पर आक्सीजन प्लांट स्थापित हुए। तीसरी लहर में स्थिति सामान्य होने से आक्सीजन की जरूरत नहीं पड़ी। धीरे-धीरे डेढ़ साल से अधिक समय गुजर गया और प्लांट की देखरेख पर महकमें का ध्यान नहीं दिया गया। अब एक बार देश भर में बढ़ते कोरोना केस से शासन सतर्क हो गया है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से भी तैयारी परखी जा रही हैं। सीएचसी औराई में स्थापित प्लांट का गेट ही ध्वस्त हो चुका है। अंदर भी कई स्थानों पर मकड़ी के जाले तक लग गए हैं। इसी तरह ज्ञानपुर जिला अस्पताल में 500 एमएलपी क्षमता के आक्सीजन प्लांट की पाइप लाइन की बनी नाली भी कई स्थानों से क्षतिग्रस्त हो चुकी है। इससे आक्सीजन की पाइप भी खराब होने की आशंका बढ़ गई है।
12 और 13 अप्रैल को मॉकड्रील
ज्ञानपुर। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. संतोष कुमार चक ने कहा कि कोविड के बढ़ते मामलों को लेकर विभाग सतर्क है। 12 और 13 अप्रैल को मॉकड्रील किया जाएगा। जिले में पिछले दिनों एक मात्र केस मिला था। औराई में प्लांट के दरवाजे को जल्द ही सही करा दिया जाएगा।
फौजियों ने की दरिंदगी: कोच में
इनसेट:
ऑक्सीजन प्लांट की स्थिति
एल टू भदोही - 850 एलपीएम - 100 ं
एमसीएस ज्ञानपुर - 500 एलपीएम - 50
एमबीएस भदोही - 250 एलपीएम - 50
सीएचसी सुरियावां - 250 एलपीएम - 30
ट्रामा सेंटर औराई - 250 एलपीएम - 30
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Apr 06 2023, 13:42