छात्रसंघ: अधिसूचना जारी करने बाद चुनाव रद करना गलत
भदोही। काशी नरेश राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में नामांकन के ठीक पहले रद हुए चुनाव के बाद से ही छात्र आंदोलनरत रहे। मंगलवार को आक्रोशित छात्रों ने मुख्यालय पर लगभग दो घंटे से अधिक धरना प्रदर्शन भी किया। जिसके बाद छात्रों से मिलने पहुंचे जिलाधिकारी गौरांग राठी ने छात्रों को समझा-बुझाकर शांत कराया।
आगामी 19 मार्च को जिलाधिकारी कॉलेज के प्राचार्य डॉ. पीएन डोंगरे सहित छात्रों के साथ बैठक करेंगे। इस बीच छात्रसंघ के पूर्व पदाधिकारियों ने भी इसे छात्र अधिकारों का हनन बताया है। 2005-06 में महाविद्यालय के अध्यक्ष रहे श्रीनिवास चतुर्वेदी ने कहा कि छात्रसंघ चुनाव ही राजनीति की पौध होती है। ऐसे में चुनाव की तिथि घोषित कर अचानक रद कर दिए जाना कहीं से भी उचित नहीं हैं।
उन्होंने कहा कि महाविद्यालय में जब छात्रसंघ चुनाव की अधिसूचना जारी किये जाने के पहले ही जिला प्रशासन से समन्वय स्थापित किया जाना चाहिए। इस तरह अधिसूचना जारी करने के बाद छात्रसंघ चुनाव कहीं से भी जायज नहीं है। उन्होंने छात्र हित में चुनाव चुनाव कराएं जाने की मांग की। वहीं 2003-04 में महाविद्यालय के अध्यक्ष रहे श्याम लाल यादव ने कहा कि शिक्षण संस्थान में छात्र हितों की रक्षा के लिए छात्रसंघ का होना बहुत जरूरी होता है।
महाविद्यालय प्रशासन ने अगर छात्रसंघ चुनाव की अधिसूचना जारी की है तो चुनाव भी कराया जाना चाहिए। इस तरह चुनाव रद किए जाने से चुनाव की तैयारी कर रहे छात्रों के मनोबल पर बुरा प्रभाव पड़ता है।
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Mar 16 2023, 14:32