*फासीवाद का एक रूप है केन्द्र की मोदी सरकार, हटाने के लिए सभी को एकजुट होना होगा एकजुट : दीपांकर भट्टाचार्य*
डेस्क : राजधानी पटना के श्रीकृष्ण मेमोरियल हाल में गुरुवार को भाकपा माले की 11वें महाअधिवेशन की शुरुआत हुई। इस महाधिवेशन का उद्घाटन पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने किया।
उद्घाटन सत्र में उन्होंने कहा कि फासीवाद फिर से सिर उठा रहा है। केन्द्र की मोदी सरकार भी फासीवाद का एक रूप है। यह संविधान को खोखला और कमजोर कर रही है। ऐसी सरकार को हटाने के लिए सभी को एकजुट होना होगा। भाजपा और आरएसएस के जाल को तोड़ने के लिए लंबी लड़ाई लड़नी होगी।
दीपांकर ने कहा कि मोदी सरकार की नीतियां अमीरों के लिए हैं। भारत में बढ़ती आर्थिक असमानता ने सबका ध्यान आकर्षित किया है। इस असमानता को कम करने के लिए अरबपतियों पर संपत्ति और विरासत करों की शुरुआत की जानी चाहिए। इसके उलट मोदी सरकार गरीबों पर ही ज्यादा टैक्स थोप रही है। टैक्स का बड़ा हिस्सा गरीब दे रहा है।
उन्होंने कहा कि सब के लिए घर, बिजली, शौचालय और पानी मुहैया कराने के झूठे वादों की जगह बुल्डोजर से लोगों के घरों को ढाया जा रहा है। आने वाले दिनों में ज्यादा झूठ और नफरत का सामना करना पड़ेगा। इसलिए सभी वामदल सांप्रदायिकता, निजीकरण, नफरत के खिलाफ आगे आएं।
इस खुले सत्र को कई वाम दलों के नेताओं ने भी संबोधित किया। इनमें सीपीआई राष्ट्रीय सचिव मंडल के सदस्य पल्लव सेन गुप्ता, सीपीएम पोलित ब्यूरो सदस्य व पश्चिम बंगाल के सचिव. मो. सलीम, मार्क्सवादी समन्वय समिति के महासचिव हलधर महतो, ऑल इंडिया फारवर्ड ब्लाक महासचिव देवराजन, लाल निशान पार्टी महासचिव भीमराव बंसोड, आरएमपीआई संस्थापक मंगत राम पासला, आरएमपीआई के मंगत राम पासला, सत्यशोधक कम्युनिस्ट पार्टी के किशोर ढामले आदि शामिल रहे।
Feb 17 2023, 09:33