योजनाओं के क्रियान्वयन में लापरवाही बरतना अधिकारियों को पड़ा महंगा, डीएम ने एडीएम समेत 5 अफसरों का वेतन रोका
डेस्क : पटना जिला में सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में रुचि नहीं लेने के मामले में मंगलवार को डीएम ने बड़ी कार्रवाई की। उन्होंने पटना के एडीएम समेत पांच अफसरों के वेतन पर रोक लगा दी है।
मीठापुर से महुली एलिवेटेड कॉरिडोर निर्माण परियोजना के लिए भूमि अधिग्रहण में शिथिलता बरतने के आरोप में एडीएम, पटना सदर के डीसीएलआर और फुलवारीशरीफ के सीओ का वेतन रोका गया है। साथ ही प्रोजेक्ट मॉनिटरिंग कमेटी की बैठक में अनुपस्थित रहने वाले मनेर और दानापुर सीओ के वेतन भुगतान पर भी अगले आदेश तक रोक लगा दी गई है।
समीक्षा के दौरान पाया गया कि मीठापुर से महुली एलिवेटेड कोरिडोर निर्माण के लिए बकास्त मालिक और गैरमजरूआ मालिक भूमि का रैयतीकरण सरकारी भूमि में किया जाना था पर फुलवारीशरीफ के सीओ बिजेंद्र कुमार, पटना सदर के डीसीएलआर ब्रजकिशोर पांडेय और एडीएम रमण कुमार सिन्हा के स्तर से कोई काम नहीं किया गया।
डीएम ने बताया कि बिहार स्टेट रोड डेवलपमेन्ट कॉरपोरेशन लिमिटेड से संबंधित इस परियोजना के पांच मौजा में भू-अर्जन की कार्रवाई चल रही है। चार मौजा में 17 गैर मजरूआ मालिक भूमि एवं 8 बकास्त मालिक भूमि है, जिसका सरकारीकरण किया जाना है।
जिलाधिकारी ने जिले में चल रही कई परियोजनाओं की समीक्षा के लिए अधिकारियों की बैठक मंगलवार को बुलाई थी, लेकिन मनेर के सीओ दिनेश कुमार सिंह और दानापुर के सीओ अमृत राज बंधु बैठक में नहीं पहुंचे। इसके बाद डीएम ने इनका भी वेतन रोकने का आदेश दे दिया।
उन्होंने निर्देश दिया कि भू-अर्जन और मुआवजा से संबंधित मामले के लिए जहां कैंप लगाया जा रहा है उसे ऑन द स्पॉट निटपाएं। यदि योजनाओं के क्रियान्वयन में कोई बाधा उत्पन्न कर रहा है तो उसके खिलाफ एसडीओ और डीएसपी कार्रवाई करें।
Feb 08 2023, 14:48