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भारत के नए एक्शन से बांग्लादेश पर कितना होगा असर?

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भारत सरकार ने बांग्लादेश से आने वाले कई अहम उत्पादों के आयात पर नई पाबंदियां लगा दी है। नए नियमों के अनुसार, बांग्लादेश से आने वाले कुछ खास सामान जैसे रेडीमेड कपड़े, प्रोसेस्ड फूड और प्लास्टिक के सामान अब कुछ खास समुद्री बंदरगाहों से ही भारत में आ सकेंगे। कुछ सामान को तो जमीनी रास्तों से पूरी तरह से बैन कर दिया गया है। इससे पहले, पिछले महीने की शुरुआत में भारत ने बांग्लादेश को दी गई ट्रांसशिपमेंट सुविधा भी वापस ले ली थी। इस कदम से बांग्लादेश की पहले से ही कमजोर अर्थव्यवस्था पर और दबाव पड़ने की संभावना है।

770 मिलियन डॉलर के आयात पर प्रतिबंध

भारत सरकार के नए आदेश के तहत बांग्लादेश से होने वाले 770 मिलियन डॉलर के आयात पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। यह आंकड़ा दोनों देशों के द्विपक्षीय आयात का लगभग 42 प्रतिशत है। आंकड़ों के मुताबिक़, वित्तीय वर्ष 2023-24 में भारत और बांग्लादेश के बीच कुल 14 अरब डॉलर का व्यापार हुआ। इस दौरान बांग्लादेश ने भारत को लगभग 1.97 अरब डॉलर का सामान निर्यात किया। बांग्लादेश का सबसे बड़ा निर्यात उत्पाद रेडीमेड गारमेंट है। आंकड़े बताते हैं कि बांग्लादेश की कुल निर्यात आय का लगभग 83 प्रतिशत हिस्सा रेडीमेड गारमेंट्स से आता है।

बांग्लादेश से भारत आने वाले रेडीमेड गारमेंट्स की कुल अनुमानित क़ीमत 618 मिलियन डॉलर है। अब ये कपड़े केवल कोलकाता और न्हावा शेवा की बंदरगाहों के ज़रिए ही भारत में आ सकेंगे।

नए प्रतिबंधों का बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर क्या असर होगा?

गारमेंट इंडस्ट्री- पिछले साल, बांग्लादेश से भारत में रेडीमेड गारमेंट्स का एक्सपोर्ट 700 मिलियन डॉलर (करीब 6,000 करोड़ रुपए) का था। इनमें से 93% रेडीमेड गारमेंट एक्सपोर्ट भारत के लैंड रूट्स के जरिए हुए। समुद्री रास्ते पर शिफ्ट होने से शिपिंग कॉस्ट 20-30% बढ़ जाएगी, जिससे ये प्रोडक्ट कम कॉम्पिटिटिव होंगे।

ट्रेड घट जाएगा- इन प्रतिबंधों से बांग्लादेश का भारत के लिए 2 बिलियन डॉलर (करीब 17 हजार करोड़ रुपए) का एक्सपोर्ट मार्केट 15-20% तक कम हो सकता है। इससे उसका व्यापार घाटा बढ़ जाएगा। गारमेंट, फूड प्रोसेसिंग, और लॉजिस्टिक्स सेक्टर में हजारों नौकरियां खतरे में आ सकती है।

आर्थिक दबाव- विदेशी मुद्रा भंडार की कमी और टका के अवमूल्यन के बीच, एक्सपोर्ट कॉस्ट बढ़ने से बांग्लादेश के पेमेंट बैलेंस पर और प्रेशर आएगा। वहीं, सख्त नियमों के कारण छोटे और मध्यम उद्यमों की कॉम्पिटिटिवनेस कम होगी।

बांग्लादेश पर कौन से नए आयात प्रतिबंध लगाए हैं?

जवाब: भारत ने बांग्लादेश से कई उपभोक्ता सामानों के आयात पर लैंड बॉर्डर के माध्यम से रोक लगा दी है। इनमें शामिल हैं:

• शर्ट, पैंट, टी-शर्ट जैसे रेडीमेड गारमेंट्स

• बिस्किट, चिप्स, कनफेक्शनरी, स्नैक्स प्रोसेस्ड फूड आइटम

• कार्बोनेटेड और एनर्जी ड्रिंक्स

• बाल्टी, खिलौने, कुर्सियां जैसे प्लास्टिक उत्पाद

• कॉटन वेस्ट और इंडस्ट्रियल ग्रेड कॉटन बाय प्रोडक्ट

• सोफा, बेड, टेबल, कुर्सियां जैसे लकड़ी के फर्नीचर

ये सामान अब नॉर्थ-ईस्ट (असम, मेघालय, त्रिपुरा, मिजोरम) और पश्चिम बंगाल के लैंड कस्टम स्टेशनों या इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट्स जैसे पेट्रापोल (पश्चिम बंगाल), सुतरकंडी (असम), या डॉकी (मेघालय) जैसे लैंड पोर्ट्स के माध्यम से भारत में प्रवेश नहीं कर सकते। इसके बजाय, बांग्लादेश को मुंबई के नवा शेवा पोर्ट या कोलकाता के श्यामा प्रसाद मुखर्जी पोर्ट के माध्यम से समुद्री रास्ते का उपयोग करना होगा।

हालांकि, कुछ आवश्यक वस्तुओं जैसे मछली और समुद्री भोजन, एलपीजी, एडिबल ऑयल और क्रस्ट स्टोन पर ये प्रतिबंध लागू नहीं होंगे। साथ ही, नेपाल और भूटान को बांग्लादेश के माध्यम से भेजे जाने वाले सामान पर भी कोई रोक नहीं लगाई गई है, क्योंकि भारत इन देशों के साथ फ्रेंडली रिलेशन बनाए रखना चाहता है।

यूएई के आसमान की रक्षा करेगा भारत का 'आकाश'? राजनाथ सिंह ने दुबई के क्राउन प्रिंस को दिया ऑफर

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भारत ने संयुक्त अरब अमीरात को आकाश वायु रक्षा मिसाइल प्रणाली देने की पेशकश की। भारत ने ये पेशकश रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और दुबई के क्राउन प्रिंस और यूएई के उप प्रधानमंत्री शेख हमदान बिन मोहम्मद बिन राशिद अल मकतूम के बीच बैठक के दौरान की। इसके अलावा खाड़ी देश यूएई के साथ भारत रक्षा सहयोग के अलावा हथियारों के साझा-निर्माण के लिए भी तैयार हो गया है।

दिल्ली दौरे पर पहुंचे दुबई के क्राउन प्रिंस शेख हमदान बिन मोहम्मद बिन ने मंगवार को रक्षामंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की।रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस मीटिंग को बहुत अच्छा बताया।दोनों नेताओं ने दुनिया में चल रही राजनीतिक घटनाओं पर भी बात की। उन्होंने रक्षा सहयोग के लिए बनाए गए सिस्टम, सैन्य अभ्यास और ट्रेनिंग प्रोग्रामों पर खुशी जताई। एक अधिकारी ने बताया कि ट्रेनिंग प्रोग्रामों के आदान-प्रदान को रक्षा सहयोग का एक महत्वपूर्ण हिस्सा माना गया है। इससे दोनों देशों की रक्षा प्रणालियों को समझने और रक्षा संबंधों को मजबूत करने में मदद मिलेगी

आकाश मिसाइल में यूएई की दिलचस्पी

इस दौरान मेक-इन-इंडिया और मेक-इन-एमिरेट्स पहल को लेकर ध्यान केंद्रित करने पर दोनों देशों के नेता सहमत हुए हैं। दरअसल, भारत की स्वदेशी आकाश मिसाइल में यूएई ने दिलचस्पी दिखाई है। थलसेना, वायुसेना और नौसेना द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली आकाश मिसाइल को भारत निर्यात भी करता है। आकाश मिसाइल को आर्मेनिया को एक्सपोर्ट किया जा चुका है।

रक्षा उद्योग सहयोग बढ़ाने पर हुई चर्चा

दोनों नेताओं ने तटरक्षक बल के बीच सक्रिय सहयोग पर भी संतोष व्यक्त किया और एक समझौता ज्ञापन के माध्यम से इसे औपचारिक रूप देकर और मजबूत करने के लिए प्रतिबद्धता व्यक्त की। दोनों नेता इस बात से आश्वस्त थे कि रक्षा उद्योगों के बीच घनिष्ठ सहयोग द्विपक्षीय संबंधों के लिए अभिन्न अंग होना चाहिए। उन्होंने रक्षा उद्योग सहयोग बढ़ाने पर जोर देते हुए और रक्षा विनिर्माण में साझेदारी बढ़ाने के अवसरों पर चर्चा की।

मेक इन इंडिया को बढ़ावा दे रही सरकार

बता दें कि भारत सरकार आकाश मिसाइल सिस्टम, पिनाका मल्टी-लॉन्च रॉकेट सिस्टम और ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल जैसे हथियारों को मित्र देशों को बेचना चाहता है। खासकर खाड़ी और आसियान देशों को। भारत पहले ही फिलीपींस को ब्रह्मोस मिसाइलें बेच चुका है। आर्मेनिया, आकाश, पिनाका और 155mm तोपों का पहला विदेशी ग्राहक बन गया है।

आकाश मिसाइल की खासियत

स्वदेशी निर्मित आकाश मिसाइल सिस्टम को भारत के रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) और भारत डायनेमिक्स लिमिटेड (BDL) ने बनाया है। यह एक मध्यम दूरी की सतह से हवा (SAM) सिस्टम है, जो 25 किलोमीटर की दूरी पर हवाई खतरों को खत्म कर कर सकती है। इसे फाइटर जेट्स, क्रूज मिसाइल और ड्रोन जैसे हवाई खतरों को नष्ट करने के लिए डिजाइन किया गया है। मैक 2.5 की रफ्तार से यह 18 किलोमीटर की ऊंचाई तक के लक्ष्यों को ध्वस्त करने की क्षमता रखता है।

भारत 2036 में ओलंपिक गेम्स की मेजबानी की तैयारी कर रहा है” लाल किले से बोले पीएम मोदी

#pm_narendra_modi_says_indias_dream_to_host_olympics_2036 

भारत ने अभी तक ओलंपिक खेलों का आयोजन नहीं किया है। नरेंद्र मोदी जब से सत्ता में आए हैं तब से कई बार कह चुके हैं कि वह भारत में ओलंपिक खेलों का आयोजन करना चाहते हैं। आज लाल किले की प्राचीर से पीएम मोदी ने बड़ी बात कही। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2036 में होने वाले ओलंपिक खेलों की मेजबानी के लिए भारत के संकल्प को दोहराते हुए कहा कि देश इस खेल महाकुंभ के आयोजन के लिए तैयारी कर रहा है।पीएम मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले की प्राचीर से अपने संबोधन के दौरान वहां उपस्थित ओलंपिक विजेताओं का उल्लेख किया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के अपने भाषण में ओलंपिक में शानदार प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों का जिक्र करते हुए कहा, आज हमारे साथ इस तिरंगे के नीचे वो नौजवान बैठे हैं, जिन्होंने ओलंपिक की दुनिया में भारत का परचम लहराया है। मैं अपने सभी खिलाड़ियों को 140 करोड़ देशवासियों की ओर से धन्यवाद देता हूं। पीएम मोदी ने कहा, हम नए सपने और नए संकल्प और अत्यंतिक पुरुषार्थ के साथ नए लक्ष्यों को हासिल करने के लिए आगे बढ़ेंगे। इस विश्वास के साथ मैं उनको शुभकामनाएं देता हूं। आने वाले कुछ दिनों में भारत का बहुत बड़ा दस्ता पैरालंपिक्स के लिए पेरिस रवाना होगा। मैं सभी पैरालंपिक खिलाड़ियों को भी शुभकामनाएं देता हूं।

पीएम मोदी ने कहा, 'हिंदुस्तान का सपना है कि 2036 में जो ओलंपिक हों, वह हिंदुस्तान की धरती पर हों। उसके लिए हम तैयारी कर रहे हैं, आगे बढ़ रहे हैं।'

बता दें कि भारत 2036 में होने वाले खेलों के महाकुंभ की मेजबानी हासिल करने की कोशिश कर रहा, लेकिन अब इस रेस में उसे चुनौती देने एक और देश आ गया है। मिस्र भी ओलंपिक-2036 की मेजबानी की दावेदारी पेश करेगा।

भारत 2036 में ओलंपिक गेम्स की मेजबानी की तैयारी कर रहा है” लाल किले से बोले पीएम मोदी

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भारत ने अभी तक ओलंपिक खेलों का आयोजन नहीं किया है। नरेंद्र मोदी जब से सत्ता में आए हैं तब से कई बार कह चुके हैं कि वह भारत में ओलंपिक खेलों का आयोजन करना चाहते हैं। आज लाल किले की प्राचीर से पीएम मोदी ने बड़ी बात कही। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2036 में होने वाले ओलंपिक खेलों की मेजबानी के लिए भारत के संकल्प को दोहराते हुए कहा कि देश इस खेल महाकुंभ के आयोजन के लिए तैयारी कर रहा है।पीएम मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले की प्राचीर से अपने संबोधन के दौरान वहां उपस्थित ओलंपिक विजेताओं का उल्लेख किया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के अपने भाषण में ओलंपिक में शानदार प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों का जिक्र करते हुए कहा, आज हमारे साथ इस तिरंगे के नीचे वो नौजवान बैठे हैं, जिन्होंने ओलंपिक की दुनिया में भारत का परचम लहराया है। मैं अपने सभी खिलाड़ियों को 140 करोड़ देशवासियों की ओर से धन्यवाद देता हूं। पीएम मोदी ने कहा, हम नए सपने और नए संकल्प और अत्यंतिक पुरुषार्थ के साथ नए लक्ष्यों को हासिल करने के लिए आगे बढ़ेंगे। इस विश्वास के साथ मैं उनको शुभकामनाएं देता हूं। आने वाले कुछ दिनों में भारत का बहुत बड़ा दस्ता पैरालंपिक्स के लिए पेरिस रवाना होगा। मैं सभी पैरालंपिक खिलाड़ियों को भी शुभकामनाएं देता हूं।

पीएम मोदी ने कहा, 'हिंदुस्तान का सपना है कि 2036 में जो ओलंपिक हों, वह हिंदुस्तान की धरती पर हों। उसके लिए हम तैयारी कर रहे हैं, आगे बढ़ रहे हैं।'

बता दें कि भारत 2036 में होने वाले खेलों के महाकुंभ की मेजबानी हासिल करने की कोशिश कर रहा, लेकिन अब इस रेस में उसे चुनौती देने एक और देश आ गया है। मिस्र भी ओलंपिक-2036 की मेजबानी की दावेदारी पेश करेगा।

भारत 2036 में ओलंपिक गेम्स की मेजबानी की तैयारी कर रहा है” लाल किले से बोले पीएम मोदी

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भारत ने अभी तक ओलंपिक खेलों का आयोजन नहीं किया है। नरेंद्र मोदी जब से सत्ता में आए हैं तब से कई बार कह चुके हैं कि वह भारत में ओलंपिक खेलों का आयोजन करना चाहते हैं। आज लाल किले की प्राचीर से पीएम मोदी ने बड़ी बात कही। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2036 में होने वाले ओलंपिक खेलों की मेजबानी के लिए भारत के संकल्प को दोहराते हुए कहा कि देश इस खेल महाकुंभ के आयोजन के लिए तैयारी कर रहा है।पीएम मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले की प्राचीर से अपने संबोधन के दौरान वहां उपस्थित ओलंपिक विजेताओं का उल्लेख किया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के अपने भाषण में ओलंपिक में शानदार प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों का जिक्र करते हुए कहा, आज हमारे साथ इस तिरंगे के नीचे वो नौजवान बैठे हैं, जिन्होंने ओलंपिक की दुनिया में भारत का परचम लहराया है। मैं अपने सभी खिलाड़ियों को 140 करोड़ देशवासियों की ओर से धन्यवाद देता हूं। पीएम मोदी ने कहा, हम नए सपने और नए संकल्प और अत्यंतिक पुरुषार्थ के साथ नए लक्ष्यों को हासिल करने के लिए आगे बढ़ेंगे। इस विश्वास के साथ मैं उनको शुभकामनाएं देता हूं। आने वाले कुछ दिनों में भारत का बहुत बड़ा दस्ता पैरालंपिक्स के लिए पेरिस रवाना होगा। मैं सभी पैरालंपिक खिलाड़ियों को भी शुभकामनाएं देता हूं।

पीएम मोदी ने कहा, 'हिंदुस्तान का सपना है कि 2036 में जो ओलंपिक हों, वह हिंदुस्तान की धरती पर हों। उसके लिए हम तैयारी कर रहे हैं, आगे बढ़ रहे हैं।'

बता दें कि भारत 2036 में होने वाले खेलों के महाकुंभ की मेजबानी हासिल करने की कोशिश कर रहा, लेकिन अब इस रेस में उसे चुनौती देने एक और देश आ गया है। मिस्र भी ओलंपिक-2036 की मेजबानी की दावेदारी पेश करेगा।

“भारत 2036 में ओलंपिक गेम्स की मेजबानी की तैयारी कर रहा है” लाल किले से बोले पीएम मोदी
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भारत ने अभी तक ओलंपिक खेलों का आयोजन नहीं किया है। नरेंद्र मोदी जब से सत्ता में आए हैं तब से कई बार कह चुके हैं कि वह भारत में ओलंपिक खेलों का आयोजन करना चाहते हैं। आज लाल किले की प्राचीर से पीएम मोदी ने बड़ी बात कही। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2036 में होने वाले ओलंपिक खेलों की मेजबानी के लिए भारत के संकल्प को दोहराते हुए कहा कि देश इस खेल महाकुंभ के आयोजन के लिए तैयारी कर रहा है।पीएम मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले की प्राचीर से अपने संबोधन के दौरान वहां उपस्थित ओलंपिक विजेताओं का उल्लेख किया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के अपने भाषण में ओलंपिक में शानदार प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों का जिक्र करते हुए कहा, आज हमारे साथ इस तिरंगे के नीचे वो नौजवान बैठे हैं, जिन्होंने ओलंपिक की दुनिया में भारत का परचम लहराया है। मैं अपने सभी खिलाड़ियों को 140 करोड़ देशवासियों की ओर से धन्यवाद देता हूं। पीएम मोदी ने कहा, हम नए सपने और नए संकल्प और अत्यंतिक पुरुषार्थ के साथ नए लक्ष्यों को हासिल करने के लिए आगे बढ़ेंगे। इस विश्वास के साथ मैं उनको शुभकामनाएं देता हूं। आने वाले कुछ दिनों में भारत का बहुत बड़ा दस्ता पैरालंपिक्स के लिए पेरिस रवाना होगा। मैं सभी पैरालंपिक खिलाड़ियों को भी शुभकामनाएं देता हूं।

पीएम मोदी ने कहा, 'हिंदुस्तान का सपना है कि 2036 में जो ओलंपिक हों, वह हिंदुस्तान की धरती पर हों। उसके लिए हम तैयारी कर रहे हैं, आगे बढ़ रहे हैं।'

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“भारत 2036 में ओलंपिक गेम्स की मेजबानी की तैयारी कर रहा है” लाल किले से बोले पीएम मोदी
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भारत ने अभी तक ओलंपिक खेलों का आयोजन नहीं किया है। नरेंद्र मोदी जब से सत्ता में आए हैं तब से कई बार कह चुके हैं कि वह भारत में ओलंपिक खेलों का आयोजन करना चाहते हैं। आज लाल किले की प्राचीर से पीएम मोदी ने बड़ी बात कही। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2036 में होने वाले ओलंपिक खेलों की मेजबानी के लिए भारत के संकल्प को दोहराते हुए कहा कि देश इस खेल महाकुंभ के आयोजन के लिए तैयारी कर रहा है।पीएम मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले की प्राचीर से अपने संबोधन के दौरान वहां उपस्थित ओलंपिक विजेताओं का उल्लेख किया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के अपने भाषण में ओलंपिक में शानदार प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों का जिक्र करते हुए कहा, आज हमारे साथ इस तिरंगे के नीचे वो नौजवान बैठे हैं, जिन्होंने ओलंपिक की दुनिया में भारत का परचम लहराया है। मैं अपने सभी खिलाड़ियों को 140 करोड़ देशवासियों की ओर से धन्यवाद देता हूं। पीएम मोदी ने कहा, हम नए सपने और नए संकल्प और अत्यंतिक पुरुषार्थ के साथ नए लक्ष्यों को हासिल करने के लिए आगे बढ़ेंगे। इस विश्वास के साथ मैं उनको शुभकामनाएं देता हूं। आने वाले कुछ दिनों में भारत का बहुत बड़ा दस्ता पैरालंपिक्स के लिए पेरिस रवाना होगा। मैं सभी पैरालंपिक खिलाड़ियों को भी शुभकामनाएं देता हूं।

पीएम मोदी ने कहा, 'हिंदुस्तान का सपना है कि 2036 में जो ओलंपिक हों, वह हिंदुस्तान की धरती पर हों। उसके लिए हम तैयारी कर रहे हैं, आगे बढ़ रहे हैं।'

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“भारत 2036 में ओलंपिक गेम्स की मेजबानी की तैयारी कर रहा है” लाल किले से बोले पीएम मोदी
#pm_narendra_modi_says_indias_dream_to_host_olympics_2036 भारत ने अभी तक ओलंपिक खेलों का आयोजन नहीं किया है। नरेंद्र मोदी जब से सत्ता में आए हैं तब से कई बार कह चुके हैं कि वह भारत में ओलंपिक खेलों का आयोजन करना चाहते हैं। आज लाल किले की प्राचीर से पीएम मोदी ने बड़ी बात कही। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2036 में होने वाले ओलंपिक खेलों की मेजबानी के लिए भारत के संकल्प को दोहराते हुए कहा कि देश इस खेल महाकुंभ के आयोजन के लिए तैयारी कर रहा है।पीएम मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले की प्राचीर से अपने संबोधन के दौरान वहां उपस्थित ओलंपिक विजेताओं का उल्लेख किया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के अपने भाषण में ओलंपिक में शानदार प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों का जिक्र करते हुए कहा, आज हमारे साथ इस तिरंगे के नीचे वो नौजवान बैठे हैं, जिन्होंने ओलंपिक की दुनिया में भारत का परचम लहराया है। मैं अपने सभी खिलाड़ियों को 140 करोड़ देशवासियों की ओर से धन्यवाद देता हूं। पीएम मोदी ने कहा, हम नए सपने और नए संकल्प और अत्यंतिक पुरुषार्थ के साथ नए लक्ष्यों को हासिल करने के लिए आगे बढ़ेंगे। इस विश्वास के साथ मैं उनको शुभकामनाएं देता हूं। आने वाले कुछ दिनों में भारत का बहुत बड़ा दस्ता पैरालंपिक्स के लिए पेरिस रवाना होगा। मैं सभी पैरालंपिक खिलाड़ियों को भी शुभकामनाएं देता हूं।

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भारत ने अभी तक ओलंपिक खेलों का आयोजन नहीं किया है। नरेंद्र मोदी जब से सत्ता में आए हैं तब से कई बार कह चुके हैं कि वह भारत में ओलंपिक खेलों का आयोजन करना चाहते हैं। आज लाल किले की प्राचीर से पीएम मोदी ने बड़ी बात कही। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2036 में होने वाले ओलंपिक खेलों की मेजबानी के लिए भारत के संकल्प को दोहराते हुए कहा कि देश इस खेल महाकुंभ के आयोजन के लिए तैयारी कर रहा है।पीएम मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले की प्राचीर से अपने संबोधन के दौरान वहां उपस्थित ओलंपिक विजेताओं का उल्लेख किया।

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पीएम मोदी ने कहा, 'हिंदुस्तान का सपना है कि 2036 में जो ओलंपिक हों, वह हिंदुस्तान की धरती पर हों। उसके लिए हम तैयारी कर रहे हैं, आगे बढ़ रहे हैं।'

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#pm_narendra_modi_says_indias_dream_to_host_olympics_2036 

भारत ने अभी तक ओलंपिक खेलों का आयोजन नहीं किया है। नरेंद्र मोदी जब से सत्ता में आए हैं तब से कई बार कह चुके हैं कि वह भारत में ओलंपिक खेलों का आयोजन करना चाहते हैं। आज लाल किले की प्राचीर से पीएम मोदी ने बड़ी बात कही। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2036 में होने वाले ओलंपिक खेलों की मेजबानी के लिए भारत के संकल्प को दोहराते हुए कहा कि देश इस खेल महाकुंभ के आयोजन के लिए तैयारी कर रहा है।पीएम मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले की प्राचीर से अपने संबोधन के दौरान वहां उपस्थित ओलंपिक विजेताओं का उल्लेख किया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के अपने भाषण में ओलंपिक में शानदार प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों का जिक्र करते हुए कहा, आज हमारे साथ इस तिरंगे के नीचे वो नौजवान बैठे हैं, जिन्होंने ओलंपिक की दुनिया में भारत का परचम लहराया है। मैं अपने सभी खिलाड़ियों को 140 करोड़ देशवासियों की ओर से धन्यवाद देता हूं। पीएम मोदी ने कहा, हम नए सपने और नए संकल्प और अत्यंतिक पुरुषार्थ के साथ नए लक्ष्यों को हासिल करने के लिए आगे बढ़ेंगे। इस विश्वास के साथ मैं उनको शुभकामनाएं देता हूं। आने वाले कुछ दिनों में भारत का बहुत बड़ा दस्ता पैरालंपिक्स के लिए पेरिस रवाना होगा। मैं सभी पैरालंपिक खिलाड़ियों को भी शुभकामनाएं देता हूं।

पीएम मोदी ने कहा, 'हिंदुस्तान का सपना है कि 2036 में जो ओलंपिक हों, वह हिंदुस्तान की धरती पर हों। उसके लिए हम तैयारी कर रहे हैं, आगे बढ़ रहे हैं।'

बता दें कि भारत 2036 में होने वाले खेलों के महाकुंभ की मेजबानी हासिल करने की कोशिश कर रहा, लेकिन अब इस रेस में उसे चुनौती देने एक और देश आ गया है। मिस्र भी ओलंपिक-2036 की मेजबानी की दावेदारी पेश करेगा।

भारत के नए एक्शन से बांग्लादेश पर कितना होगा असर?

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भारत सरकार ने बांग्लादेश से आने वाले कई अहम उत्पादों के आयात पर नई पाबंदियां लगा दी है। नए नियमों के अनुसार, बांग्लादेश से आने वाले कुछ खास सामान जैसे रेडीमेड कपड़े, प्रोसेस्ड फूड और प्लास्टिक के सामान अब कुछ खास समुद्री बंदरगाहों से ही भारत में आ सकेंगे। कुछ सामान को तो जमीनी रास्तों से पूरी तरह से बैन कर दिया गया है। इससे पहले, पिछले महीने की शुरुआत में भारत ने बांग्लादेश को दी गई ट्रांसशिपमेंट सुविधा भी वापस ले ली थी। इस कदम से बांग्लादेश की पहले से ही कमजोर अर्थव्यवस्था पर और दबाव पड़ने की संभावना है।

770 मिलियन डॉलर के आयात पर प्रतिबंध

भारत सरकार के नए आदेश के तहत बांग्लादेश से होने वाले 770 मिलियन डॉलर के आयात पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। यह आंकड़ा दोनों देशों के द्विपक्षीय आयात का लगभग 42 प्रतिशत है। आंकड़ों के मुताबिक़, वित्तीय वर्ष 2023-24 में भारत और बांग्लादेश के बीच कुल 14 अरब डॉलर का व्यापार हुआ। इस दौरान बांग्लादेश ने भारत को लगभग 1.97 अरब डॉलर का सामान निर्यात किया। बांग्लादेश का सबसे बड़ा निर्यात उत्पाद रेडीमेड गारमेंट है। आंकड़े बताते हैं कि बांग्लादेश की कुल निर्यात आय का लगभग 83 प्रतिशत हिस्सा रेडीमेड गारमेंट्स से आता है।

बांग्लादेश से भारत आने वाले रेडीमेड गारमेंट्स की कुल अनुमानित क़ीमत 618 मिलियन डॉलर है। अब ये कपड़े केवल कोलकाता और न्हावा शेवा की बंदरगाहों के ज़रिए ही भारत में आ सकेंगे।

नए प्रतिबंधों का बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर क्या असर होगा?

गारमेंट इंडस्ट्री- पिछले साल, बांग्लादेश से भारत में रेडीमेड गारमेंट्स का एक्सपोर्ट 700 मिलियन डॉलर (करीब 6,000 करोड़ रुपए) का था। इनमें से 93% रेडीमेड गारमेंट एक्सपोर्ट भारत के लैंड रूट्स के जरिए हुए। समुद्री रास्ते पर शिफ्ट होने से शिपिंग कॉस्ट 20-30% बढ़ जाएगी, जिससे ये प्रोडक्ट कम कॉम्पिटिटिव होंगे।

ट्रेड घट जाएगा- इन प्रतिबंधों से बांग्लादेश का भारत के लिए 2 बिलियन डॉलर (करीब 17 हजार करोड़ रुपए) का एक्सपोर्ट मार्केट 15-20% तक कम हो सकता है। इससे उसका व्यापार घाटा बढ़ जाएगा। गारमेंट, फूड प्रोसेसिंग, और लॉजिस्टिक्स सेक्टर में हजारों नौकरियां खतरे में आ सकती है।

आर्थिक दबाव- विदेशी मुद्रा भंडार की कमी और टका के अवमूल्यन के बीच, एक्सपोर्ट कॉस्ट बढ़ने से बांग्लादेश के पेमेंट बैलेंस पर और प्रेशर आएगा। वहीं, सख्त नियमों के कारण छोटे और मध्यम उद्यमों की कॉम्पिटिटिवनेस कम होगी।

बांग्लादेश पर कौन से नए आयात प्रतिबंध लगाए हैं?

जवाब: भारत ने बांग्लादेश से कई उपभोक्ता सामानों के आयात पर लैंड बॉर्डर के माध्यम से रोक लगा दी है। इनमें शामिल हैं:

• शर्ट, पैंट, टी-शर्ट जैसे रेडीमेड गारमेंट्स

• बिस्किट, चिप्स, कनफेक्शनरी, स्नैक्स प्रोसेस्ड फूड आइटम

• कार्बोनेटेड और एनर्जी ड्रिंक्स

• बाल्टी, खिलौने, कुर्सियां जैसे प्लास्टिक उत्पाद

• कॉटन वेस्ट और इंडस्ट्रियल ग्रेड कॉटन बाय प्रोडक्ट

• सोफा, बेड, टेबल, कुर्सियां जैसे लकड़ी के फर्नीचर

ये सामान अब नॉर्थ-ईस्ट (असम, मेघालय, त्रिपुरा, मिजोरम) और पश्चिम बंगाल के लैंड कस्टम स्टेशनों या इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट्स जैसे पेट्रापोल (पश्चिम बंगाल), सुतरकंडी (असम), या डॉकी (मेघालय) जैसे लैंड पोर्ट्स के माध्यम से भारत में प्रवेश नहीं कर सकते। इसके बजाय, बांग्लादेश को मुंबई के नवा शेवा पोर्ट या कोलकाता के श्यामा प्रसाद मुखर्जी पोर्ट के माध्यम से समुद्री रास्ते का उपयोग करना होगा।

हालांकि, कुछ आवश्यक वस्तुओं जैसे मछली और समुद्री भोजन, एलपीजी, एडिबल ऑयल और क्रस्ट स्टोन पर ये प्रतिबंध लागू नहीं होंगे। साथ ही, नेपाल और भूटान को बांग्लादेश के माध्यम से भेजे जाने वाले सामान पर भी कोई रोक नहीं लगाई गई है, क्योंकि भारत इन देशों के साथ फ्रेंडली रिलेशन बनाए रखना चाहता है।

यूएई के आसमान की रक्षा करेगा भारत का 'आकाश'? राजनाथ सिंह ने दुबई के क्राउन प्रिंस को दिया ऑफर

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भारत ने संयुक्त अरब अमीरात को आकाश वायु रक्षा मिसाइल प्रणाली देने की पेशकश की। भारत ने ये पेशकश रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और दुबई के क्राउन प्रिंस और यूएई के उप प्रधानमंत्री शेख हमदान बिन मोहम्मद बिन राशिद अल मकतूम के बीच बैठक के दौरान की। इसके अलावा खाड़ी देश यूएई के साथ भारत रक्षा सहयोग के अलावा हथियारों के साझा-निर्माण के लिए भी तैयार हो गया है।

दिल्ली दौरे पर पहुंचे दुबई के क्राउन प्रिंस शेख हमदान बिन मोहम्मद बिन ने मंगवार को रक्षामंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की।रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस मीटिंग को बहुत अच्छा बताया।दोनों नेताओं ने दुनिया में चल रही राजनीतिक घटनाओं पर भी बात की। उन्होंने रक्षा सहयोग के लिए बनाए गए सिस्टम, सैन्य अभ्यास और ट्रेनिंग प्रोग्रामों पर खुशी जताई। एक अधिकारी ने बताया कि ट्रेनिंग प्रोग्रामों के आदान-प्रदान को रक्षा सहयोग का एक महत्वपूर्ण हिस्सा माना गया है। इससे दोनों देशों की रक्षा प्रणालियों को समझने और रक्षा संबंधों को मजबूत करने में मदद मिलेगी

आकाश मिसाइल में यूएई की दिलचस्पी

इस दौरान मेक-इन-इंडिया और मेक-इन-एमिरेट्स पहल को लेकर ध्यान केंद्रित करने पर दोनों देशों के नेता सहमत हुए हैं। दरअसल, भारत की स्वदेशी आकाश मिसाइल में यूएई ने दिलचस्पी दिखाई है। थलसेना, वायुसेना और नौसेना द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली आकाश मिसाइल को भारत निर्यात भी करता है। आकाश मिसाइल को आर्मेनिया को एक्सपोर्ट किया जा चुका है।

रक्षा उद्योग सहयोग बढ़ाने पर हुई चर्चा

दोनों नेताओं ने तटरक्षक बल के बीच सक्रिय सहयोग पर भी संतोष व्यक्त किया और एक समझौता ज्ञापन के माध्यम से इसे औपचारिक रूप देकर और मजबूत करने के लिए प्रतिबद्धता व्यक्त की। दोनों नेता इस बात से आश्वस्त थे कि रक्षा उद्योगों के बीच घनिष्ठ सहयोग द्विपक्षीय संबंधों के लिए अभिन्न अंग होना चाहिए। उन्होंने रक्षा उद्योग सहयोग बढ़ाने पर जोर देते हुए और रक्षा विनिर्माण में साझेदारी बढ़ाने के अवसरों पर चर्चा की।

मेक इन इंडिया को बढ़ावा दे रही सरकार

बता दें कि भारत सरकार आकाश मिसाइल सिस्टम, पिनाका मल्टी-लॉन्च रॉकेट सिस्टम और ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल जैसे हथियारों को मित्र देशों को बेचना चाहता है। खासकर खाड़ी और आसियान देशों को। भारत पहले ही फिलीपींस को ब्रह्मोस मिसाइलें बेच चुका है। आर्मेनिया, आकाश, पिनाका और 155mm तोपों का पहला विदेशी ग्राहक बन गया है।

आकाश मिसाइल की खासियत

स्वदेशी निर्मित आकाश मिसाइल सिस्टम को भारत के रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) और भारत डायनेमिक्स लिमिटेड (BDL) ने बनाया है। यह एक मध्यम दूरी की सतह से हवा (SAM) सिस्टम है, जो 25 किलोमीटर की दूरी पर हवाई खतरों को खत्म कर कर सकती है। इसे फाइटर जेट्स, क्रूज मिसाइल और ड्रोन जैसे हवाई खतरों को नष्ट करने के लिए डिजाइन किया गया है। मैक 2.5 की रफ्तार से यह 18 किलोमीटर की ऊंचाई तक के लक्ष्यों को ध्वस्त करने की क्षमता रखता है।

भारत 2036 में ओलंपिक गेम्स की मेजबानी की तैयारी कर रहा है” लाल किले से बोले पीएम मोदी

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भारत ने अभी तक ओलंपिक खेलों का आयोजन नहीं किया है। नरेंद्र मोदी जब से सत्ता में आए हैं तब से कई बार कह चुके हैं कि वह भारत में ओलंपिक खेलों का आयोजन करना चाहते हैं। आज लाल किले की प्राचीर से पीएम मोदी ने बड़ी बात कही। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2036 में होने वाले ओलंपिक खेलों की मेजबानी के लिए भारत के संकल्प को दोहराते हुए कहा कि देश इस खेल महाकुंभ के आयोजन के लिए तैयारी कर रहा है।पीएम मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले की प्राचीर से अपने संबोधन के दौरान वहां उपस्थित ओलंपिक विजेताओं का उल्लेख किया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के अपने भाषण में ओलंपिक में शानदार प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों का जिक्र करते हुए कहा, आज हमारे साथ इस तिरंगे के नीचे वो नौजवान बैठे हैं, जिन्होंने ओलंपिक की दुनिया में भारत का परचम लहराया है। मैं अपने सभी खिलाड़ियों को 140 करोड़ देशवासियों की ओर से धन्यवाद देता हूं। पीएम मोदी ने कहा, हम नए सपने और नए संकल्प और अत्यंतिक पुरुषार्थ के साथ नए लक्ष्यों को हासिल करने के लिए आगे बढ़ेंगे। इस विश्वास के साथ मैं उनको शुभकामनाएं देता हूं। आने वाले कुछ दिनों में भारत का बहुत बड़ा दस्ता पैरालंपिक्स के लिए पेरिस रवाना होगा। मैं सभी पैरालंपिक खिलाड़ियों को भी शुभकामनाएं देता हूं।

पीएम मोदी ने कहा, 'हिंदुस्तान का सपना है कि 2036 में जो ओलंपिक हों, वह हिंदुस्तान की धरती पर हों। उसके लिए हम तैयारी कर रहे हैं, आगे बढ़ रहे हैं।'

बता दें कि भारत 2036 में होने वाले खेलों के महाकुंभ की मेजबानी हासिल करने की कोशिश कर रहा, लेकिन अब इस रेस में उसे चुनौती देने एक और देश आ गया है। मिस्र भी ओलंपिक-2036 की मेजबानी की दावेदारी पेश करेगा।

भारत 2036 में ओलंपिक गेम्स की मेजबानी की तैयारी कर रहा है” लाल किले से बोले पीएम मोदी

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भारत ने अभी तक ओलंपिक खेलों का आयोजन नहीं किया है। नरेंद्र मोदी जब से सत्ता में आए हैं तब से कई बार कह चुके हैं कि वह भारत में ओलंपिक खेलों का आयोजन करना चाहते हैं। आज लाल किले की प्राचीर से पीएम मोदी ने बड़ी बात कही। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2036 में होने वाले ओलंपिक खेलों की मेजबानी के लिए भारत के संकल्प को दोहराते हुए कहा कि देश इस खेल महाकुंभ के आयोजन के लिए तैयारी कर रहा है।पीएम मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले की प्राचीर से अपने संबोधन के दौरान वहां उपस्थित ओलंपिक विजेताओं का उल्लेख किया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के अपने भाषण में ओलंपिक में शानदार प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों का जिक्र करते हुए कहा, आज हमारे साथ इस तिरंगे के नीचे वो नौजवान बैठे हैं, जिन्होंने ओलंपिक की दुनिया में भारत का परचम लहराया है। मैं अपने सभी खिलाड़ियों को 140 करोड़ देशवासियों की ओर से धन्यवाद देता हूं। पीएम मोदी ने कहा, हम नए सपने और नए संकल्प और अत्यंतिक पुरुषार्थ के साथ नए लक्ष्यों को हासिल करने के लिए आगे बढ़ेंगे। इस विश्वास के साथ मैं उनको शुभकामनाएं देता हूं। आने वाले कुछ दिनों में भारत का बहुत बड़ा दस्ता पैरालंपिक्स के लिए पेरिस रवाना होगा। मैं सभी पैरालंपिक खिलाड़ियों को भी शुभकामनाएं देता हूं।

पीएम मोदी ने कहा, 'हिंदुस्तान का सपना है कि 2036 में जो ओलंपिक हों, वह हिंदुस्तान की धरती पर हों। उसके लिए हम तैयारी कर रहे हैं, आगे बढ़ रहे हैं।'

बता दें कि भारत 2036 में होने वाले खेलों के महाकुंभ की मेजबानी हासिल करने की कोशिश कर रहा, लेकिन अब इस रेस में उसे चुनौती देने एक और देश आ गया है। मिस्र भी ओलंपिक-2036 की मेजबानी की दावेदारी पेश करेगा।

भारत 2036 में ओलंपिक गेम्स की मेजबानी की तैयारी कर रहा है” लाल किले से बोले पीएम मोदी

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भारत ने अभी तक ओलंपिक खेलों का आयोजन नहीं किया है। नरेंद्र मोदी जब से सत्ता में आए हैं तब से कई बार कह चुके हैं कि वह भारत में ओलंपिक खेलों का आयोजन करना चाहते हैं। आज लाल किले की प्राचीर से पीएम मोदी ने बड़ी बात कही। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2036 में होने वाले ओलंपिक खेलों की मेजबानी के लिए भारत के संकल्प को दोहराते हुए कहा कि देश इस खेल महाकुंभ के आयोजन के लिए तैयारी कर रहा है।पीएम मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले की प्राचीर से अपने संबोधन के दौरान वहां उपस्थित ओलंपिक विजेताओं का उल्लेख किया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के अपने भाषण में ओलंपिक में शानदार प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों का जिक्र करते हुए कहा, आज हमारे साथ इस तिरंगे के नीचे वो नौजवान बैठे हैं, जिन्होंने ओलंपिक की दुनिया में भारत का परचम लहराया है। मैं अपने सभी खिलाड़ियों को 140 करोड़ देशवासियों की ओर से धन्यवाद देता हूं। पीएम मोदी ने कहा, हम नए सपने और नए संकल्प और अत्यंतिक पुरुषार्थ के साथ नए लक्ष्यों को हासिल करने के लिए आगे बढ़ेंगे। इस विश्वास के साथ मैं उनको शुभकामनाएं देता हूं। आने वाले कुछ दिनों में भारत का बहुत बड़ा दस्ता पैरालंपिक्स के लिए पेरिस रवाना होगा। मैं सभी पैरालंपिक खिलाड़ियों को भी शुभकामनाएं देता हूं।

पीएम मोदी ने कहा, 'हिंदुस्तान का सपना है कि 2036 में जो ओलंपिक हों, वह हिंदुस्तान की धरती पर हों। उसके लिए हम तैयारी कर रहे हैं, आगे बढ़ रहे हैं।'

बता दें कि भारत 2036 में होने वाले खेलों के महाकुंभ की मेजबानी हासिल करने की कोशिश कर रहा, लेकिन अब इस रेस में उसे चुनौती देने एक और देश आ गया है। मिस्र भी ओलंपिक-2036 की मेजबानी की दावेदारी पेश करेगा।

“भारत 2036 में ओलंपिक गेम्स की मेजबानी की तैयारी कर रहा है” लाल किले से बोले पीएम मोदी
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भारत ने अभी तक ओलंपिक खेलों का आयोजन नहीं किया है। नरेंद्र मोदी जब से सत्ता में आए हैं तब से कई बार कह चुके हैं कि वह भारत में ओलंपिक खेलों का आयोजन करना चाहते हैं। आज लाल किले की प्राचीर से पीएम मोदी ने बड़ी बात कही। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2036 में होने वाले ओलंपिक खेलों की मेजबानी के लिए भारत के संकल्प को दोहराते हुए कहा कि देश इस खेल महाकुंभ के आयोजन के लिए तैयारी कर रहा है।पीएम मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले की प्राचीर से अपने संबोधन के दौरान वहां उपस्थित ओलंपिक विजेताओं का उल्लेख किया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के अपने भाषण में ओलंपिक में शानदार प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों का जिक्र करते हुए कहा, आज हमारे साथ इस तिरंगे के नीचे वो नौजवान बैठे हैं, जिन्होंने ओलंपिक की दुनिया में भारत का परचम लहराया है। मैं अपने सभी खिलाड़ियों को 140 करोड़ देशवासियों की ओर से धन्यवाद देता हूं। पीएम मोदी ने कहा, हम नए सपने और नए संकल्प और अत्यंतिक पुरुषार्थ के साथ नए लक्ष्यों को हासिल करने के लिए आगे बढ़ेंगे। इस विश्वास के साथ मैं उनको शुभकामनाएं देता हूं। आने वाले कुछ दिनों में भारत का बहुत बड़ा दस्ता पैरालंपिक्स के लिए पेरिस रवाना होगा। मैं सभी पैरालंपिक खिलाड़ियों को भी शुभकामनाएं देता हूं।

पीएम मोदी ने कहा, 'हिंदुस्तान का सपना है कि 2036 में जो ओलंपिक हों, वह हिंदुस्तान की धरती पर हों। उसके लिए हम तैयारी कर रहे हैं, आगे बढ़ रहे हैं।'

बता दें कि भारत 2036 में होने वाले खेलों के महाकुंभ की मेजबानी हासिल करने की कोशिश कर रहा, लेकिन अब इस रेस में उसे चुनौती देने एक और देश आ गया है। मिस्र भी ओलंपिक-2036 की मेजबानी की दावेदारी पेश करेगा।
“भारत 2036 में ओलंपिक गेम्स की मेजबानी की तैयारी कर रहा है” लाल किले से बोले पीएम मोदी
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भारत ने अभी तक ओलंपिक खेलों का आयोजन नहीं किया है। नरेंद्र मोदी जब से सत्ता में आए हैं तब से कई बार कह चुके हैं कि वह भारत में ओलंपिक खेलों का आयोजन करना चाहते हैं। आज लाल किले की प्राचीर से पीएम मोदी ने बड़ी बात कही। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2036 में होने वाले ओलंपिक खेलों की मेजबानी के लिए भारत के संकल्प को दोहराते हुए कहा कि देश इस खेल महाकुंभ के आयोजन के लिए तैयारी कर रहा है।पीएम मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले की प्राचीर से अपने संबोधन के दौरान वहां उपस्थित ओलंपिक विजेताओं का उल्लेख किया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के अपने भाषण में ओलंपिक में शानदार प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों का जिक्र करते हुए कहा, आज हमारे साथ इस तिरंगे के नीचे वो नौजवान बैठे हैं, जिन्होंने ओलंपिक की दुनिया में भारत का परचम लहराया है। मैं अपने सभी खिलाड़ियों को 140 करोड़ देशवासियों की ओर से धन्यवाद देता हूं। पीएम मोदी ने कहा, हम नए सपने और नए संकल्प और अत्यंतिक पुरुषार्थ के साथ नए लक्ष्यों को हासिल करने के लिए आगे बढ़ेंगे। इस विश्वास के साथ मैं उनको शुभकामनाएं देता हूं। आने वाले कुछ दिनों में भारत का बहुत बड़ा दस्ता पैरालंपिक्स के लिए पेरिस रवाना होगा। मैं सभी पैरालंपिक खिलाड़ियों को भी शुभकामनाएं देता हूं।

पीएम मोदी ने कहा, 'हिंदुस्तान का सपना है कि 2036 में जो ओलंपिक हों, वह हिंदुस्तान की धरती पर हों। उसके लिए हम तैयारी कर रहे हैं, आगे बढ़ रहे हैं।'

बता दें कि भारत 2036 में होने वाले खेलों के महाकुंभ की मेजबानी हासिल करने की कोशिश कर रहा, लेकिन अब इस रेस में उसे चुनौती देने एक और देश आ गया है। मिस्र भी ओलंपिक-2036 की मेजबानी की दावेदारी पेश करेगा।
“भारत 2036 में ओलंपिक गेम्स की मेजबानी की तैयारी कर रहा है” लाल किले से बोले पीएम मोदी
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के अपने भाषण में ओलंपिक में शानदार प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों का जिक्र करते हुए कहा, आज हमारे साथ इस तिरंगे के नीचे वो नौजवान बैठे हैं, जिन्होंने ओलंपिक की दुनिया में भारत का परचम लहराया है। मैं अपने सभी खिलाड़ियों को 140 करोड़ देशवासियों की ओर से धन्यवाद देता हूं। पीएम मोदी ने कहा, हम नए सपने और नए संकल्प और अत्यंतिक पुरुषार्थ के साथ नए लक्ष्यों को हासिल करने के लिए आगे बढ़ेंगे। इस विश्वास के साथ मैं उनको शुभकामनाएं देता हूं। आने वाले कुछ दिनों में भारत का बहुत बड़ा दस्ता पैरालंपिक्स के लिए पेरिस रवाना होगा। मैं सभी पैरालंपिक खिलाड़ियों को भी शुभकामनाएं देता हूं।

पीएम मोदी ने कहा, 'हिंदुस्तान का सपना है कि 2036 में जो ओलंपिक हों, वह हिंदुस्तान की धरती पर हों। उसके लिए हम तैयारी कर रहे हैं, आगे बढ़ रहे हैं।'

बता दें कि भारत 2036 में होने वाले खेलों के महाकुंभ की मेजबानी हासिल करने की कोशिश कर रहा, लेकिन अब इस रेस में उसे चुनौती देने एक और देश आ गया है। मिस्र भी ओलंपिक-2036 की मेजबानी की दावेदारी पेश करेगा।
“भारत 2036 में ओलंपिक गेम्स की मेजबानी की तैयारी कर रहा है” लाल किले से बोले पीएम मोदी
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भारत ने अभी तक ओलंपिक खेलों का आयोजन नहीं किया है। नरेंद्र मोदी जब से सत्ता में आए हैं तब से कई बार कह चुके हैं कि वह भारत में ओलंपिक खेलों का आयोजन करना चाहते हैं। आज लाल किले की प्राचीर से पीएम मोदी ने बड़ी बात कही। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2036 में होने वाले ओलंपिक खेलों की मेजबानी के लिए भारत के संकल्प को दोहराते हुए कहा कि देश इस खेल महाकुंभ के आयोजन के लिए तैयारी कर रहा है।पीएम मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले की प्राचीर से अपने संबोधन के दौरान वहां उपस्थित ओलंपिक विजेताओं का उल्लेख किया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के अपने भाषण में ओलंपिक में शानदार प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों का जिक्र करते हुए कहा, आज हमारे साथ इस तिरंगे के नीचे वो नौजवान बैठे हैं, जिन्होंने ओलंपिक की दुनिया में भारत का परचम लहराया है। मैं अपने सभी खिलाड़ियों को 140 करोड़ देशवासियों की ओर से धन्यवाद देता हूं। पीएम मोदी ने कहा, हम नए सपने और नए संकल्प और अत्यंतिक पुरुषार्थ के साथ नए लक्ष्यों को हासिल करने के लिए आगे बढ़ेंगे। इस विश्वास के साथ मैं उनको शुभकामनाएं देता हूं। आने वाले कुछ दिनों में भारत का बहुत बड़ा दस्ता पैरालंपिक्स के लिए पेरिस रवाना होगा। मैं सभी पैरालंपिक खिलाड़ियों को भी शुभकामनाएं देता हूं।

पीएम मोदी ने कहा, 'हिंदुस्तान का सपना है कि 2036 में जो ओलंपिक हों, वह हिंदुस्तान की धरती पर हों। उसके लिए हम तैयारी कर रहे हैं, आगे बढ़ रहे हैं।'

बता दें कि भारत 2036 में होने वाले खेलों के महाकुंभ की मेजबानी हासिल करने की कोशिश कर रहा, लेकिन अब इस रेस में उसे चुनौती देने एक और देश आ गया है। मिस्र भी ओलंपिक-2036 की मेजबानी की दावेदारी पेश करेगा।
“भारत 2036 में ओलंपिक गेम्स की मेजबानी की तैयारी कर रहा है” लाल किले से बोले पीएम मोदी

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भारत ने अभी तक ओलंपिक खेलों का आयोजन नहीं किया है। नरेंद्र मोदी जब से सत्ता में आए हैं तब से कई बार कह चुके हैं कि वह भारत में ओलंपिक खेलों का आयोजन करना चाहते हैं। आज लाल किले की प्राचीर से पीएम मोदी ने बड़ी बात कही। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2036 में होने वाले ओलंपिक खेलों की मेजबानी के लिए भारत के संकल्प को दोहराते हुए कहा कि देश इस खेल महाकुंभ के आयोजन के लिए तैयारी कर रहा है।पीएम मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले की प्राचीर से अपने संबोधन के दौरान वहां उपस्थित ओलंपिक विजेताओं का उल्लेख किया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के अपने भाषण में ओलंपिक में शानदार प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों का जिक्र करते हुए कहा, आज हमारे साथ इस तिरंगे के नीचे वो नौजवान बैठे हैं, जिन्होंने ओलंपिक की दुनिया में भारत का परचम लहराया है। मैं अपने सभी खिलाड़ियों को 140 करोड़ देशवासियों की ओर से धन्यवाद देता हूं। पीएम मोदी ने कहा, हम नए सपने और नए संकल्प और अत्यंतिक पुरुषार्थ के साथ नए लक्ष्यों को हासिल करने के लिए आगे बढ़ेंगे। इस विश्वास के साथ मैं उनको शुभकामनाएं देता हूं। आने वाले कुछ दिनों में भारत का बहुत बड़ा दस्ता पैरालंपिक्स के लिए पेरिस रवाना होगा। मैं सभी पैरालंपिक खिलाड़ियों को भी शुभकामनाएं देता हूं।

पीएम मोदी ने कहा, 'हिंदुस्तान का सपना है कि 2036 में जो ओलंपिक हों, वह हिंदुस्तान की धरती पर हों। उसके लिए हम तैयारी कर रहे हैं, आगे बढ़ रहे हैं।'

बता दें कि भारत 2036 में होने वाले खेलों के महाकुंभ की मेजबानी हासिल करने की कोशिश कर रहा, लेकिन अब इस रेस में उसे चुनौती देने एक और देश आ गया है। मिस्र भी ओलंपिक-2036 की मेजबानी की दावेदारी पेश करेगा।