साल 2017 से अब तक उत्तर प्रदेश में कोई बड़ा सांप्रदायिक या जातिगत दंगा नहीं हुआ:  डीजीपी राजीव कृष्ण
लखनऊ। डीजीपी राजीव कृष्ण ने बताया कि प्रदेश में वर्ष 2017 के बाद कानून-व्यवस्था की स्थिति में बड़ा और व्यापक सुधार देखने को मिला है। पुलिस विभाग के अनुसार, बीते आठ वर्षों में प्रदेश में सांप्रदायिक दंगों और जातिगत संघर्ष की कोई बड़ी घटना नहीं हुई है। साथ ही संगठित अपराध, माफिया गतिविधियों और गंभीर अपराधों पर प्रभावी नियंत्रण स्थापित किया गया है।

सात बड़े महानगरों में पुलिस कमिश्नरेट प्रणाली लागू

प्रदेश के सात बड़े महानगरों में पुलिस कमिश्नरेट प्रणाली लागू किए जाने के बाद पुलिसिंग की गुणवत्ता में सुधार हुआ है। अपराध नियंत्रण, त्वरित कार्रवाई और जनसमस्याओं के समाधान में इस व्यवस्था का सकारात्मक असर देखा गया है। इसी अवधि में कुंभ मेला, महाकुंभ-2025, माघ मेला, अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि प्राण-प्रतिष्ठा समारोह, जी-20 सम्मेलन, ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट, अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच और आईपीएल जैसे बड़े आयोजनों को शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराया गया।

अपराधियों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति

पुलिस ने वर्ष 2017 से अपराध और अपराधियों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई है। पुलिस कार्रवाई में इस अवधि के दौरान 266 अपराधी मारे गए और लगभग 11 हजार अपराधी घायल हुए। इस दौरान 18 पुलिसकर्मी शहीद हुए और 1,783 घायल हुए। पुलिस द्वारा 25 हजार रुपये तक के करीब 19,800 इनामी अपराधियों और 50 हजार रुपये से अधिक के 271 इनामी अपराधियों को गिरफ्तार किया गया।

85 हजार से अधिक अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया

गैंगस्टर एक्ट के तहत 27 हजार से अधिक मुकदमे दर्ज कर 85 हजार से अधिक अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया। राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के अंतर्गत भी सैकड़ों अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई की गई। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इन कदमों से संगठित अपराध और भय का माहौल खत्म हुआ है।

माफिया पर शिकंजा

प्रदेश में चिन्हित 68 माफिया और उनके गिरोहों के खिलाफ विशेष अभियान चलाया गया। पुलिस ने इन माफियाओं की अवैध संपत्तियों को जब्त करने और ध्वस्त करने की कार्रवाई की। अब तक 4,137 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति जब्त या मुक्त कराई जा चुकी है। कई मामलों में माफिया और उनके सहयोगियों को आजीवन कारावास और मृत्युदंड तक की सजा दिलाई गई है। पुलिस का कहना है कि इससे कानून का भय स्थापित हुआ है।

अपराध के आंकड़ों में गिरावट

पुलिस आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2016 की तुलना में वर्ष 2025 तक डकैती की घटनाओं में लगभग 90 प्रतिशत, लूट में 84 प्रतिशत और हत्या में करीब 46 प्रतिशत की कमी आई है। बलवा, अपहरण, दहेज हत्या और बलात्कार जैसे गंभीर अपराधों में भी उल्लेखनीय गिरावट दर्ज की गई है। पुलिस का दावा है कि अपराध दर के मामले में उत्तर प्रदेश कई श्रेणियों में राष्ट्रीय औसत से बेहतर स्थिति में है।

महिला सुरक्षा पर विशेष ध्यान

महिला सुरक्षा को लेकर मिशन शक्ति अभियान को और मजबूत किया गया है। प्रत्येक थाने में मिशन शक्ति केंद्र स्थापित किए गए हैं, जहां महिलाओं की शिकायतों के त्वरित समाधान के लिए प्रशिक्षित स्टाफ तैनात है। इन केंद्रों की स्थापना के बाद महिला अपराधों में कमी दर्ज की गई है। पुलिस के अनुसार, महिला और पॉक्सो मामलों में हजारों अभियुक्तों को सजा दिलाई गई है। ऑनलाइन फैमिली काउंसलिंग और ITSSO पोर्टल के माध्यम से मामलों के शीघ्र निस्तारण पर भी जोर दिया गया है।

साइबर अपराध पर नियंत्रण

साइबर अपराध को रोकने के लिए 1930 हेल्पलाइन और NCRP पोर्टल के माध्यम से त्वरित कार्रवाई की जा रही है। वर्ष 2025 में अब तक 325 करोड़ रुपये से अधिक की ठगी की राशि फ्रीज कराई गई है। साइबर अपराध से निपटने के लिए हजारों पुलिसकर्मियों को प्रशिक्षण दिया गया है। पुलिस ने आम जनता से सतर्क रहने और समय रहते शिकायत दर्ज कराने की अपील की है।

तकनीक और आधुनिक पुलिसिंग

ऑपरेशन त्रिनेत्र के तहत प्रदेशभर में 12 लाख से अधिक सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, जिनकी निगरानी थानों के कंट्रोल रूम से की जा रही है। यूपी-112 सेवा की औसत रिस्पॉन्स टाइम वर्ष 2016 में एक घंटे से अधिक थी, जो अब घटकर लगभग सात मिनट रह गई है। इससे आपात स्थितियों में नागरिकों को त्वरित सहायता मिल रही है।

आगे की राह

पुलिस महानिदेशक के अनुसार, तकनीक के उपयोग, प्रशिक्षण, जवाबदेही और सख्त कार्रवाई के जरिए उत्तर प्रदेश में कानून-व्यवस्था को और मजबूत किया जाएगा। पुलिस का कहना है कि जनता के सहयोग से अपराध नियंत्रण और बेहतर पुलिस सेवाओं की दिशा में यह प्रयास आगे भी जारी रहेंगे।
अयोध्या के शौर्य के आगे कभी नहीं टिका कोई शत्रु: सीएम योगी
*श्रीरामजन्मभूमि मंदिर में श्रीरामलला की प्राण-प्रतिष्ठा की दूसरी वर्षगांठ पर बोले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, पांच साल में 45 करोड़ श्रद्धालुओं के आगमन का किया उल्लेख*

अयोध्या। श्रीरामजन्मभूमि मंदिर में श्रीरामलला की प्राण-प्रतिष्ठा की दूसरी वर्षगांठ ‘प्रतिष्ठा द्वादशी’ बुधवार को श्रद्धा और भव्यता के साथ मनाई गई। इस ऐतिहासिक अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सहभागिता की। मुख्यमंत्री योगी ने देशवासियों को अंग्रेजी नववर्ष 2026 की शुभकामनाएं देते हुए प्रार्थना की कि यह वर्ष सभी के लिए मंगलकारी, सुख-समृद्धि और विकास से परिपूर्ण हो।

मुख्यमंत्री ने कहा कि अयोध्या के नाम से ही यह अनुभूति होती है कि यह नगरी कभी युद्ध और संघर्ष की भूमि नहीं रही। यहां के शौर्य, वैभव और पराक्रम के आगे कोई भी दुश्मन टिक नहीं पाया। उन्होंने कहा कि कुछ लोगों ने स्वार्थ, मजहबी जुनून और सत्ता के तुष्टिकरण की नीति के चलते अयोध्या को उपद्रव और संघर्ष का अड्डा बनाने का प्रयास किया, लेकिन प्रभु श्रीराम की कृपा से यह भूमि हमेशा विजयी रही।

*पिछली सरकारों पर साधा निशाना*

सीएम योगी ने पूर्ववर्ती सरकारों पर निशाना साधते हुए कहा कि जिन सरकारों के शासनकाल में अयोध्या में कभी संघर्ष नहीं होता था, वहीं आतंकी घटनाएं हुईं और इस पावन भूमि को लहुलूहान करने का प्रयास किया गया। उन्होंने 2005 की घटना का उल्लेख करते हुए कहा कि आतंकियों के दुस्साहस का पीएसी के जवानों ने मुंहतोड़ जवाब दिया और उन्हें वहीं ढेर कर दिया।

*अयोध्या के लिए अविस्मरणीय तीन तिथियां*

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बीते 11 वर्षों में अयोध्या के लिए तीन तिथियां कभी विस्मृत नहीं की जा सकतीं।
उन्होंने बताया कि 5 अगस्त 2020 को पहली बार किसी प्रधानमंत्री ने अयोध्या आकर श्रीराम मंदिर का भूमि पूजन किया। इसके बाद 22 जनवरी 2024 को प्रधानमंत्री ने स्वयं रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा संपन्न कराई। वहीं 25 नवंबर 2025 को विवाह पंचमी के अवसर पर राम मंदिर के मुख्य शिखर पर सनातन धर्म की भगवा ध्वजा की प्रतिष्ठा कर यह संदेश दिया गया कि सनातन से ऊपर कुछ भी नहीं।

*रामजन्मभूमि आंदोलन में राजनाथ सिंह की भूमिका*

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि श्रीराम जन्मभूमि आंदोलन में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की प्रत्यक्ष और सक्रिय भूमिका रही है। मुख्यमंत्री और संगठन के विभिन्न दायित्वों के निर्वहन के दौरान उन्होंने आंदोलन को दिशा देने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। उन्होंने बताया कि प्रतिष्ठा द्वादशी के अवसर पर मां अन्नपूर्णा मंदिर में सनातन धर्म की ध्वजा का आरोहण करते समय रक्षा मंत्री भावुक दिखाई दिए।

*पांच साल में 45 करोड़ श्रद्धालु पहुंचे अयोध्या*

सीएम योगी ने कहा कि वर्ष 2017 से पहले अयोध्या में बिजली, पानी, स्वच्छता, सड़क, सुरक्षा और कनेक्टिविटी जैसी बुनियादी सुविधाओं का अभाव था। जयश्रीराम बोलने पर लाठी और गिरफ्तारी होती थी, लेकिन आज अयोध्या पूरी दुनिया के सनातन धर्मावलंबियों के लिए आस्था और गौरव का केंद्र बन चुकी है।
उन्होंने बताया कि पहले जहां कुछ लाख श्रद्धालु आते थे, वहीं बीते पांच वर्षों में 45 करोड़ से अधिक श्रद्धालु अयोध्या पहुंचे हैं। अयोध्या अब देश की पहली सोलर सिटी बन चुकी है, यहां अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट है, रेलवे की डबल लाइन कनेक्टिविटी है और फोरलेन सड़कों का जाल बिछ चुका है।

*अब हर जगह जय श्रीराम कहने की स्वतंत्रता*

गोरक्षपीठाधीश्वर एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आज देश में हर जगह निर्भय होकर ‘जय श्रीराम’ और ‘राम-राम’ कहा जा सकता है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की ‘जी राम जी’ योजना ग्रामीण रोजगार के क्षेत्र में बड़ा परिवर्तन लाने जा रही है, जिससे गांवों में ही रोजगार के अवसर सुनिश्चित होंगे।

*रामभक्तों के संघर्ष को किया नमन*

मुख्यमंत्री ने कहा कि रामभक्तों ने 500 वर्षों तक चले संघर्ष में कभी लाठी, गोली या दमन की परवाह नहीं की। 1528 से लेकर 1992 और उसके बाद भी रामभक्त निरंतर संघर्ष करते रहे। यह आंदोलन आरएसएस के नेतृत्व और संत समाज की एकता से सफलता की ऊंचाइयों तक पहुंचा और अंततः भव्य राम मंदिर का निर्माण संभव हुआ।

*नई यात्रा की शुरुआत*

सीएम योगी ने कहा कि प्राण-प्रतिष्ठा के दो वर्ष पूरे होना किसी यात्रा का अंत नहीं, बल्कि नई यात्रा की शुरुआत है। अयोध्या की दिव्यता और भव्यता को अनंत काल तक बनाए रखने के लिए हर सनातन धर्मावलंबी को आगे आना होगा। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी की ‘विकसित भारत’ की संकल्पना का उल्लेख करते हुए कहा कि आजादी के 100 वर्ष पूरे होने तक हर नागरिक को विरासत के संरक्षण और विकास के नए प्रतिमान स्थापित करने का संकल्प लेना चाहिए।मुख्यमंत्री ने अंत में कहा कि सामूहिक प्रयासों से ही भारत को विश्व की बड़ी शक्ति बनाया जा सकता है और सनातन धर्म की ध्वजा सदैव ऊंची रखी जा सकती है।
अयोध्या में धर्म और आस्था का संगम
*मुख्यमंत्री व रक्षा मंत्री ने हनुमानगढ़ी और रामलला के किए दर्शन-पूजन*
*रक्षा मंत्री व मुख्यमंत्री ने मां अन्नपूर्णा मंदिर के शिखर पर धर्मध्वजा का किया आरोहण* 
*राजनाथ सिंह और योगी ने राम दरबार में श्रद्धालुओं का किया अभिवादन*

अयोध्या।  मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को हनुमानगढ़ी पहुंचकर संकट मोचन हनुमान के दर्शन-पूजन किए। हनुमानगढ़ी से निकलने के बाद रक्षा मंत्री व मुख्यमंत्री सीधे श्रीराम जन्मभूमि परिसर पहुंचे। यहां प्रभु श्रीरामलला मंदिर व राम दरबार में हाजिरी लगाई, विधिवत आरती उतारी तथा मंदिर की परिक्रमा की। सीएम व रक्षा मंत्री ने देश व प्रदेश की सुख-समृद्धि की कामना की।

प्रतिष्ठा द्वादशी कार्यक्रम में शामिल होने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह बुधवार सुबह अयोध्या पहुंचे। यहां महर्षि वाल्मीकि अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनका स्वागत किया। यहां से रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हनुमानगढ़ी पहुंचकर संकट मोचन के चरणों में शीश झुकाया। यहां से वे सीधे श्रीराम जन्मभूमि परिसर पहुंचे। यहां प्रभु श्रीरामलला के दरबार में हाजिरी लगाई। इसके उपरांत राम दरबार में भी दर्शन-पूजन कर देश-प्रदेश की उन्नति और जनकल्याण के लिए प्रार्थना की।

*मां अन्नपूर्णा मंदिर के शिखर पर धर्मध्वजा का किया आरोहण*

रक्षा मंत्री व मुख्यमंत्री ने श्रीराम की जयघोष व मंत्रोच्चार के बीच विधिवत पूजन कर मां अन्नपूर्णा मंदिर के शिखर पर धर्मध्वजा का आरोहण किया।

*राम दरबार में दर्शन के बाद श्रद्धालुओं का किया अभिवादन*

दर्शन-पूजन के पश्चात रक्षा मंत्री और मुख्यमंत्री मंदिर बाहर निकले तो श्रद्धालुओं ने जय श्रीराम के जयघोष के साथ उनका स्वागत किया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाथ हिलाकर जनता का अभिवादन स्वीकार किया और बच्चों को स्नेहपूर्वक आशीर्वाद दिया। पूरे परिसर में भक्ति और उत्साह का वातावरण बना रहा।
*ध्वजारोहण यज्ञ की पूर्णाहूति नहीं, बल्कि नए युग का शुभारंभ हैः सीएम योगी*


अयोध्या। मुख्यमंत्री व गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ ने ध्वजारोहण समारोह में अपनी बातों का आगाज सियावर रामचंद्र भगवान, माता जानकी, सरयू मैया की जय, भारत माता की जय और हर हर महादेव के उद्घोष के साथ किया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ ही समूचा मंदिर परिसर जय-जयकार से गूंज उठा।

आजु सफल तपु तीरथ त्यागू। आजु सुफल जप जोग बिरागू।

सफल सकल सुभ साधन साजू। राम तुम्हहि अवलोकत आजू।

सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि ध्वजारोहण यज्ञ की पूर्णाहूति नहीं, बल्कि नए युग का शुभारंभ है। प्रभु श्रीराम का भव्य मंदिर 140 करोड़ भारतीयों की आस्था, सम्मान व आत्मगौरव का प्रतीक है। सीएम योगी ने भव्य मंदिर के निर्माण में योगदान देने वाले कर्मयोगियों का भी अभिनंदन किया। उन्होंने कहा कि आज का पावन दिन उन पूज्य संतों, योद्धाओं, श्रीरामभक्तों की अखंड साधना-संघर्ष को समर्पित है, जिन्होंने आंदोलन व संघर्ष के लिए जीवन को समर्पित किया। विवाह पंचमी का दिव्य संयोग इस उत्सव को और भी पावन बना रहा है।

मुख्यमंत्री-गोरक्षपीठाधीश्वर महंत योगी आदित्यनाथ ने श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के शिखर पर भगवा ध्वज के आरोहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघ चालक मोहन भागवत की उपस्थिति में अपने विचार रखे। सीएम योगी समेत सभी विशिष्टजनों ने झुककर भगवा ध्वज को प्रणाम निवेदित किया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सरसंघ चालक मोहन भागवत को स्मृति चिह्न भी प्रदान किया।

धर्म का प्रकाश अमर और रामराज्य के मूल्य कालजयी हैं

सीएम योगी ने कहा कि ध्वजारोहण उस सत्य का उद्घोष है कि धर्म का प्रकाश अमर है और रामराज्य के मूल्य कालजयी हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2014 में जब नेतृत्व संभाला था, उसी दिन कोटि-कोटि भारतवासियों के मन और हृदय में जिस संभावना, संकल्प व विश्वास का सूर्योदय हुआ, आज वही तपस्या, अनगिनत पीढ़ियों की प्रतीक्षा आपके कर कमलों के माध्यम से साकार होकर भव्य राम मंदिर के रूप में भारतवासियों व सनातन धर्मावलंबियों के समक्ष है। श्रीराम मंदिर पर फहराता केसरिया ध्वज धर्म, मर्यादा, सत्य-न्याय व राष्ट्रधर्म का भी प्रतीक है। यह विकसित भारत की संकल्पना का प्रतीक है।

संकल्प का कोई विकल्प नहीं होता

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि संकल्प का कोई विकल्प नहीं होता। सभी ने 11 वर्ष में बदलते भारत को देखा है। हम नए भारत का दर्शन कर रहे हैं, जहां विकास और विरासत का बेहतरीन समन्वय है। यह इसे नई ऊंचाई प्रदान कर रहा है। सीएम योगी ने कहा कि 80 करोड़ लोगों को राशन, 50 करोड़ लोगों को निःशुल्क स्वास्थ्य सुविधा, हर जरूरतमंद को आवास, हर व्यक्ति बिना भेदभाव शासन की योजनाओं का लाभ पा रहा है तो यह रामराज्य की वह उद्घोषणा है, जिसका आधार विकसित भारत है।

उत्सवों की वैश्विक राजधानी बन रही अयोध्या

सीएम योगी ने कहा कि 500 वर्षों में साम्राज्य बदले, पीढ़ियां बदलीं, लेकिन आस्था अडिग रही। आस्था न झुकी, न रुकी। जन-जन का विश्वास अटल था। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ जैसे संगठन के हाथों में कमान आई तो हर मुंह से एक ही उद्घोष निकलता था कि ‘रामलला हम आएंगे, मंदिर वहीं बनाएंगे। लाठी गोली खाएंगे, मंदिर वहीं बनाएंगे।‘ एक समय था, जब वैभवशाली अयोध्या संघर्ष, बदहाली का शिकार बन चुकी थी, लेकिन पीएम मोदी के मार्गदर्शन व नेतृत्व में अयोध्या उत्सवों की वैश्विक राजधानी बन रही है। यहां हर दिन पर्व है, हर दान प्रताप है और हर दिशा में रामराज्य की पुनर्स्थापना की दिव्य अनुभूति हो रही है।

रामलला की पावन नगरी आस्था व अर्थव्यवस्था के नए युग में कर चुकी है प्रवेश

सीएम योगी ने कहा कि रामलला की पावन नगरी आस्था व आधुनिकता, आस्था व अर्थव्यवस्था के नए युग में प्रवेश कर चुकी है। यहां बेहतर कनेक्टिविटी है। धर्मपथ, रामपथ, भक्ति पथ, पंचकोसी और 14 कोसी के साथ 84 कोसी की परिक्रमा श्रद्धालुओं व भक्तों को नया मार्ग व आस्था को नया सम्मान प्रदान कर रही है। महर्षि वाल्मीकि अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट कनेक्टिविटी की बेहतर सुविधा उपलब्ध करा रही है। पीएम मोदी के मार्गदर्शन में अयोध्या धाम में आस्था, आधुनिकता, आस्था और अर्थव्यवस्था का नया केंद्र दिख रहा है। देश की पहली सोलर सिटी-सस्टेनबल स्मार्ट रूप में नई अयोध्या का दर्शन हो रहा है। आज का दिन हर भारतवासी, सनातन धर्मावलंबी के लिए आत्मगौरव-राष्ट्रगौरव का दिन है।

इस अवसर पर श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास जी महाराज, राज्यपाल आनंदी बेन पटेल, श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष स्वामी गोविंद देव गिरी जी महाराज आदि मौजूद रहे। संचालन श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सचिव चंपत राय ने किया।

प्रधानमंत्री मोदी ने अयोध्या में राम मंदिर के शिखर पर किया ध्वजारोहण, सरसंघचालक भी रहे मौजूद

अयोध्या। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को भगवान श्रीराम की जन्मभूमि पर बने राम मंदिर के शिखर पर बटन दबाकर धर्म ध्वजारोहण किया। ध्वजारोहण के दौरान पूरे समय मंत्रोच्चार चलता रहा। जैसे ही ध्वज शिखर पर पहुँचा प्रधानमंत्री ने ध्वज को प्रणाम किया। इसके बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत ने ध्वज पर पुष्पार्चन किया। इससे पहले प्रधानमंत्री ने रामलला का दर्शन पूजन किया।

भगवान श्रीराम की जन्मभूमि पर बने राम मंदिर के शिखर पर धर्म ध्वजारोहण अवसर पर प्रधानमंत्री के साथ डॉ. भागवत, श्रीराम जन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष गोविन्द देव गिरि व महामंत्री चंपत राय प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।

ध्वजारोहण से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने डॉ. भागवत के साथ रामलला की पूजा अर्चना की। राम मंदिर में पूजा अर्चना स्वामी विश्वप्रपन्नतीर्थ महाराज ने संपन्न कराई। इससे पहले प्रधानमंत्री ने प्रथम तल पर बने राम दरबार में भी दर्शन किया।

राम मंदिर के शिखर पर लगे ध्वज की ऊंचाई 10 फिट और लम्बाई फिट है। ध्वज पर चमकते सूर्य की तस्वीर है। इस पर कोविदार पेड़ की तस्वीर के साथ ऊं लिखा है। यह धर्म ध्वजा पारंपरिक उत्तर भारतीय नागर शैली में निर्मित किया गया है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को राम मंदिर की प्रतिमा भेंट कर उनका स्वागत किया। इस अवसर पर देशभर से आये आमंत्रित अतिथि व पूज्य संत मंदिर परिसर में विराजमान हैं।

प्रधानमंत्री मोदी ने अयोध्या धाम में ध्वजारोहण से पहले किया रोड शो

-महर्षि वाल्मीकि की प्रतिमा पर की पुष्पांजलि

अयोध्या। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को राम मंदिर पर ध्वजारोहण के पूर्व जय श्रीराम के गगनभेदी नारों के बीच अयोध्या में रोड शो किया। कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बावजूद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के स्वागत के लिए रोड शो में रामपथ पर रामभक्तों की भारी भीड़ उमड़ी।

प्रधानमंत्री के महर्षि वाल्मीकि अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पहुंचने पर राज्यपाल आनंदी बेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनका स्वागत किया। यहां से प्रधानमंत्री हेलीकॉप्टर से साकेत महाविद्यालय पहुँचे। यहाँ प्रधानमंत्री के पहुँचने पर शंखनाद किया गया और बटुकों ने स्वस्ति वाचन कर स्वागत किया।

इसके बाद साकेत महाविद्यालय से राम मंदिर परिसर तक रामपथ पर नरेन्द्र मोदी ने राेड शो किया। रोड शो के दौरान रास्ते में प्रधानमंत्री के काफिले पर स्कूली बच्चे, महिलाएं और स्थानीय नागरिकों ने जगह-जगह पुष्प वर्षा की। रास्ते में सात स्थानों पर बने सांस्कृतिक मंच पर कलाकारों ने रामायण पर आधारित नृत्य, संगीत और लोक कलाओं की प्रस्तुतियां दी। इसके बाद प्रधानमंत्री ने आद्यगुरु शंकराचार्य द्वार से राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र में प्रवेश किया।

सप्त मंदिर में पूजा अर्चनामंदिर परिसर में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी राम दरबार गर्भगृह में रामलला का दर्शन कर पूजा-अर्चना की। इसके बाद प्रधानमंत्री ने राम मंदिर के परकोटे में बने सप्‍त मंदिर में विराजमान देवों का दर्शन पूजन किया। इस दौरान प्रधानमंत्री ने महर्षि वाल्मीकि, महर्षि वशिष्‍ठ, महर्षि विश्‍वामित्र, महर्षि अगस्‍त्‍य, महर्षि वाल्मिकी, देवी अहिल्‍या, निषादराज गुहा और माता शबरी की प्रतिमा पर पुष्पार्चन किया।

विश्व हिन्दू परिषद के राष्ट्रीय प्रवक्ता अम्बरीष ने कहा कि संकल्प से सिद्धि की राम मंदिर आन्दोलन की गौरवशाली यात्रा पूर्ण हुई है। हम सबके पुरखों और हुतात्मा कारसेवकों के बलिदान का सुफल पूर्णता को प्राप्त हुआ है।

राम मंदिर आन्दोलन से लम्बे समय तक जुड़े रहे शरद शर्मा ने कहा, मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के संदेश ‘सामाजिक समरसता’ को ध्यान में रखते हुए कार्यक्रम में देशभर से विभिन्न समुदायों के प्रतिनिधियों को आमंत्रित किया गया है। आज अयोध्या का जन-जन आह्लादित है। ध्वजारोहण के साथ 500 वर्षों के संकल्प की सिद्धि होने वाली है। राम मंदिर सामाजिक समरसता का केन्द्र बनने जा रहा है। हम सबके लिए जन जन को जोड़ने वाला यह कार्यक्रम है।

अयोध्या में ध्वजारोहण महोत्सव पहुंचे प्रधानमंत्री

अयोध्या में ध्वजारोहण महोत्सव: पीएम मोदी ने किए सप्त ऋषियों व संतों के मंदिरों के र्शन ध्वजारोहण महोत्सव अयोध्या ध्वजारोहण महोत्सव के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज श्रीराम जन्मभूमि परिसर पहुंचे और सबसे पहले सप्त ऋषि व प्रमुख संत-परंपरा से जुड़े मंदिरों का दर्शन किया। पीएम ने महर्षि वशिष्ठ, महर्षि विश्वामित्र, महर्षि अगस्त्य, महर्षि वाल्मीकि, देवी अहिल्या, निषादराज और माता शबरी से जुड़े पावन स्थलों पर पूजा-अर्चना की। रामनगरी में पीएम के पहुंचने के साथ ही उत्साह का माहौल चरम पर है। ध्वजारोहण से पहले इन सभी दिव्य स्थलों के दर्शन को समारोह की आध्यात्मिक शुरुआत माना जा रहा है।

अयोध्या: एसपी ग्रामीण बलवंत चौधरी ने दिखाई मानवता की मिसाल

बच्चे का खोमचा उठाकर रास्ते से हटवाया, श्रद्धालुओं ने की सराहना

अयोध्या। पांच कोसी परिक्रमा मार्ग पर शनिवार को एक बार फिर मानवीय संवेदना का सुंदर उदाहरण देखने को मिला, जब एसपी ग्रामीण बलवंत चौधरी ने अपनी ड्यूटी के साथ-साथ मानवता का भी परिचय दिया।

परिक्रमा मार्ग पर एक बच्चे ने अपना खोमचा (फेरी का ठेला) सड़क के बीच में लगाया हुआ था। इस दौरान बच्चा अपने पिता के कहीं सामान लेने जाने के कारण अकेला रह गया था। जैसे ही एसपी ग्रामीण बलवंत चौधरी की नजर उस पर पड़ी, उन्होंने बिना किसी हिचकिचाहट के स्वयं आगे बढ़कर बच्चे का खोमचा उठाया और उसे सुरक्षित रूप से सड़क के किनारे रखवाया, ताकि श्रद्धालुओं की आवाजाही में कोई बाधा न आए। एसपी ग्रामीण के इस संवेदनशील कदम को देखकर श्रद्धालुओं ने राहत की सांस ली और पुलिस अधिकारी की मानवीय पहल की जमकर प्रशंसा की।

गौरतलब है कि इससे पहले भी एसपी ग्रामीण बलवंत चौधरी ने अपनी ड्यूटी से आगे बढ़कर मानवता का परिचय दिया था। 14 कोसी परिक्रमा के दिन उन्होंने एक दिव्यांग श्रद्धालु की व्हीलचेयर पकड़कर उसे सुरक्षित रूप से मार्ग पार कराया था। लगातार मिल रही ऐसी मिसालों से यह स्पष्ट है कि एसपी ग्रामीण बलवंत चौधरी न केवल कानून-व्यवस्था संभालने में अग्रणी हैं, बल्कि मानवता के प्रतीक के रूप में भी लोगों के दिलों में विशेष जगह बना रहे हैं।

अयोध्या में देर रात दूसरा धमाका: मृतकों की संख्या छह हुई, रेस्क्यू के दौरान हुए ब्लास्ट में लेखपाल हुआ घायल

अयोध्या। रामनगरी अयोध्या में गुरुवार की शाम, जब सूर्य अस्त हो रहा था और गलियों में बच्चे खेल रहे थे, हनुमत नगर के पगलाभारी गांव में अचानक एक जोरदार धमाके ने सबकुछ तहस-नहस कर दिया। रामकुमार गुप्त उर्फ पारसनाथ का दो मंजिला मकान, जिसमें वे आटा चक्की भी चलाते थे, धमाके की वजह से ढह गया। इस दर्दनाक हादसे में उनकी तीन मासूम संतानें ईशा (10), लव (7) और यश (5) साथ ही रामकुमार और एक मजदूर रामसजीवन की भी जान चली गई।

सीएम योगी ने जताया दुख

वहीं एक और शुक्रवार की मलबा हटाने के बाद एक और शव मिलने से हड़कंप मच गया। इस प्रकार से मृतकाें की संख्या अब कुल छह हो गई है। सीएम योगी ने घटना पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए शोक संतप्त परिवारों के साथ संवेदनाएं साझा की और दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए प्रार्थना की। उन्होंने घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की भी कामना की।

मकान की ईंटें आसपास के घरों तक जा गिरीं

ग्रामीणों ने बताया कि धमाके की आवाज इतनी तेज थी कि दूर-दूर तक सुनाई दी। मकान की ईंटें आसपास के घरों तक जा गिरीं और पूरे गांव में अफरातफरी मच गई। घटना की सूचना मिलते ही एसएसपी डॉ. गौरव ग्रोवर, एसपी सिटी चक्रपाणि त्रिपाठी और सीओ अयोध्या पुलिस फोर्स के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। पुलिस और ग्रामीणों ने मिलकर मलबे से लोगों को निकालने की कोशिश शुरू की। डॉग स्क्वायड और जेसीबी की मदद से मलबा हटाया गया।

विस्फोट रसोई गैस या पटाखों की वजह से हुआ

जिला प्रशासन ने पुष्टि की कि मलबे में दबे पांचों लोग अब नहीं रहे। अस्पताल में चार मृत घोषित किए गए और सबसे छोटा बच्चा यश वहीं दम तोड़ गया। इस बीच, घटनास्थल से फटा हुआ कुकर और सिलिंडर मिला, जिससे यह आशंका जताई जा रही है कि यह विस्फोट रसोई गैस या पटाखों की वजह से हुआ।

पिछले साल भी रामकुमार के मकान में हुआ था विस्फोट

यह कोई पहली घटना नहीं है। पिछले साल इसी रामकुमार गुप्त के मकान में विस्फोट हुआ था, जिसमें उनकी मां और पत्नी सहित एक पड़ोसी लड़की की भी जान गई थी। तब भी मकान में पटाखों और घरेलू गैस के संयोजन को हादसे का कारण माना गया था। ग्रामीणों का कहना है कि रामकुमार ने पिछले साल हादसे के बाद मकान गांव के बाहर सड़क किनारे बनाकर रहना शुरू किया, नहीं तो इस बार विस्फोट पूरे गांव के लिए और भी विनाशकारी हो सकता था।

बच्चों की हंसी सब कुछ एक क्षण में उजड़ गया

रामकुमार का घर, उसकी चक्की, और उनके बच्चों की हंसी सब कुछ एक क्षण में उजड़ गया। इस हादसे ने गांव को गहरा सदमा दिया। ग्रामीण अब भी सकते में हैं और प्रशासन की मौजूदगी के बावजूद उनके चेहरे पर भय और दुःख साफ देखा जा सकता है।पुलिस ने जांच शुरू कर दी है और विस्फोट के कारणों का पता लगाने के लिए सभी संभावनाओं पर ध्यान दिया जा रहा है।

सेवा पखवारा को लेकर भाजपा की कार्यशाला, 17 सितम्बर से 2 अक्टूबर तक होंगे विविध कार्यक्रम

अयोध्या।भारतीय जनता पार्टी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जन्म दिवस 17 सितम्बर से लेकर गांधी जयंती 2 अक्टूबर तक सेवा पखवारा मनाएगी। इसी की तैयारी को लेकर महानगर तथा जिला इकाई की कार्यशाला सर्किट हाउस में आयोजित की गई।

सेवा पखवारा के तहत समाज सेवा से जुड़े विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। 17 सितम्बर को जिले स्तर पर रक्तदान शिविर तथा बूथ स्तर पर स्वच्छता अभियान चलाया जाएगा। 17 से 24 सितम्बर तक स्वास्थ्य शिविर का आयोजन होगा।

17 सितम्बर से 2 अक्टूबर तक प्रधानमंत्री मोदी के जीवन पर आधारित प्रदर्शनी लगाई जाएगी। 18 सितम्बर से 2 अक्टूबर तक रक्तदान शिविर का दूसरा चरण चलेगा। 19 और 20 सितम्बर को प्रबुद्ध संवाद व पीएम के जीवन पर आधारित डॉक्यूमेंट्री फिल्म का प्रदर्शन होगा। इसके साथ ही नमो मैराथन, आत्मनिर्भर भारत तथा स्वदेशी विषय पर गोष्ठी, प्रदर्शनी और विकसित भारत चित्रकला प्रतियोगिता भी आयोजित की जाएगी। गांधी जयंती पर वृहद स्वच्छता अभियान चलाया जाएगा।

कार्यशाला में प्रदेश महामंत्री व अवध क्षेत्र प्रभारी संजय राय ने कहा कि “प्रधानमंत्री मोदी के जन्मदिवस से गांधी जयंती तक सेवा पखवारा मनाकर हम समाज सेवा को जनआंदोलन का स्वरूप देंगे। प्रत्येक कार्यकर्ता को इसमें सक्रिय भागीदारी निभानी होगी। आज नेपाल में हो रही घटनाओं के बीच यह स्पष्ट है कि भारत एक मजबूत और निर्णायक नेतृत्व के कारण सुरक्षित व स्थिर है। मोदी जी के नेतृत्व में देश हर परिस्थिति का मजबूती से सामना कर रहा है।”

जिलाध्यक्ष संजीव सिंह ने कहा कि सेवा ही संगठन का मूल मंत्र है। सेवा पखवारा के माध्यम से भाजपा कार्यकर्ता समाज के अंतिम पंक्ति में खड़े व्यक्ति तक पहुंचेंगे। महानगर अध्यक्ष कमलेश श्रीवास्तव ने कहा कि “सेवा पखवारा प्रधानमंत्री मोदी के जीवन मूल्यों से प्रेरित है। शहर में हर बूथ पर स्वच्छता, स्वास्थ्य और सेवा कार्यक्रमों का आयोजन होगा।

कार्यशाला में पूर्व सांसद लल्लू सिंह, विधायक वेद प्रकाश गुप्ता, रामचंद्र यादव, चन्द्रभानु पासवान, महापौर गिरीश पति त्रिपाठी, डा. बांके बिहारी मणि त्रिपाठी, अवधेश पांडे बादल, ओमप्रकाश सिंह, अभिषेक मिश्रा, राघवेंद्र पांडे, शैलेंद्र कोरी, अशोक कसौधन, परमानंद मिश्रा कप्तान सिंह, दिनेश वर्मा, पवन सिंह सहित अन्य पदाधिकारी व कार्यकर्ता मौजूद रहे।