दिव्यांगजन और पिछड़ा वर्ग के सशक्तीकरण को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है योगी सरकार: नरेन्द्र कश्यप

* दिव्यांग विश्वविद्यालयों में छात्र संख्या बढ़ाने, शिक्षकों की नियुक्ति और निर्माण कार्य समय पर पूरे कराने के निर्देश



लखनऊ। प्रदेश के पिछड़ा वर्ग कल्याण एवं दिव्यांगजन सशक्तीकरण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) नरेन्द्र कश्यप ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश सरकार दिव्यांगजन और पिछड़ा वर्ग के सर्वांगीण सशक्तीकरण को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है। सरकार की नीतियां संवेदनशील, ठोस और परिणामोन्मुखी हैं, जिनका उद्देश्य समाज के अंतिम पंक्ति के व्यक्ति तक योजनाओं का लाभ पहुंचाना है।

विभागीय समीक्षा बैठक में मंत्री कश्यप ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी सरकारी योजनाओं का लाभ पात्र लाभार्थियों तक पारदर्शी, समयबद्ध और प्रभावी ढंग से पहुंचाया जाए। उन्होंने डॉ. शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय, लखनऊ तथा जगद्गुरु रामभद्राचार्य दिव्यांग राज्य विश्वविद्यालय, चित्रकूट की समीक्षा करते हुए कहा कि ये दोनों संस्थान दिव्यांगजनों के लिए उच्च शिक्षा के प्रमुख केंद्र हैं। उन्होंने मंडल स्तर पर कार्यशालाओं, जागरूकता कार्यक्रमों और प्रचार-प्रसार के माध्यम से विश्वविद्यालयों की शैक्षणिक सुविधाओं और पाठ्यक्रमों की जानकारी दिव्यांगजनों तक पहुंचाने के निर्देश दिए, ताकि अधिक से अधिक छात्र-छात्राएं उच्च शिक्षा से जुड़ सकें।

मंत्री ने विश्वविद्यालयों में रिक्त पदों पर शिक्षकों की नियुक्ति शीघ्र पूरी करने तथा परिसरों में चल रहे निर्माण कार्यों को निर्धारित समय-सीमा में उच्च गुणवत्ता के साथ पूर्ण कराने के भी निर्देश दिए।

पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग की समीक्षा के दौरान उन्होंने कहा कि योजनाओं की सफलता तभी मानी जाएगी जब उसका सीधा लाभ समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचे। अधिकारियों ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2025-26 में शादी अनुदान योजना के तहत 72,690 लाभार्थियों को लाभ दिया जा चुका है, जबकि छात्रवृत्ति योजना के अंतर्गत 12,76,303 विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति प्रदान की गई है। कंप्यूटर प्रशिक्षण योजना में 299 संस्थाओं को 25,588 ‘ओ’ लेवल और 9,304 ‘सीसीसी’ प्रशिक्षणार्थियों का लक्ष्य आवंटित किया गया है।

दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग की समीक्षा में बताया गया कि वर्तमान में 11,88,425 दिव्यांगजनों को दिव्यांग पेंशन तथा 13,357 लाभार्थियों को कुष्ठावस्था पेंशन दी जा रही है। निःशुल्क बस यात्रा योजना के तहत वित्तीय वर्ष में अब तक 16,97,319 दिव्यांगजन एवं उनके सहयोगियों ने राज्य परिवहन की बस सेवाओं का लाभ उठाया है। मंत्री ने राज्य निधि के संवेदनशील और जिम्मेदार उपयोग पर जोर देते हुए कहा कि किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

बैठक में वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए प्रस्तावित कार्यक्रमों पर भी चर्चा हुई। मंत्री ने बताया कि लखनऊ में 7 दिवसीय राज्य स्तरीय दिव्यांग खेलकूद प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा। इसके अलावा प्रयागराज और ललितपुर में राष्ट्रीय कार्यशालाएं तथा प्रयागराज, प्रतापगढ़, कानपुर नगर, गोरखपुर, वाराणसी और बागपत में चित्रकला व हस्तकला प्रदर्शनी एवं कार्यशालाओं के माध्यम से दिव्यांग प्रतिभाओं को मंच दिया जाएगा।

मंत्री नरेन्द्र कश्यप ने कहा कि योगी सरकार का लक्ष्य दिव्यांगजन और पिछड़ा वर्ग को केवल सहायता देना नहीं, बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर, सशक्त और सम्मानपूर्ण जीवन जीने के लिए सक्षम बनाना है। शिक्षा, कौशल विकास, रोजगार और सामाजिक सहभागिता के हर क्षेत्र में सरकार पूरी प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है।

मतदाता सूची पुनरीक्षण की तिथियों में संशोधन, अंतिम प्रकाशन 6 मार्च 2026 को
लखनऊ। भारत निर्वाचन आयोग द्वारा उत्तर प्रदेश में चल रहे विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) कार्यक्रम की तिथियों में संशोधन किया गया है। अर्हता तिथि 1 जनवरी 2026 के आधार पर मतदाता सूची के पुनरीक्षण हेतु नई समय-सारिणी जारी कर दी गई है।

प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने बताया कि संशोधित कार्यक्रम के अनुसार अब मतदाता सूची का आलेख्य प्रकाशन 6 जनवरी 2026 को किया जाएगा। इसके साथ ही मतदाता सूची से संबंधित दावे और आपत्तियां दर्ज कराने की अवधि 6 जनवरी से 6 फरवरी 2026 तक निर्धारित की गई है।

उन्होंने बताया कि 6 जनवरी से 27 फरवरी 2026 तक नोटिस की प्रक्रिया, गणना प्रपत्रों पर निर्णय तथा प्राप्त दावे और आपत्तियों का निस्तारण किया जाएगा। सभी प्रक्रियाएं पूर्ण होने के बाद उत्तर प्रदेश की मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन 6 मार्च 2026 को किया जाएगा।

मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने मतदाताओं से अपील की है कि वे निर्धारित अवधि में अपनी प्रविष्टियों की जांच कर आवश्यक होने पर दावे एवं आपत्तियां अवश्य दर्ज कराएं, ताकि मतदाता सूची त्रुटिरहित बनाई जा सके।
PGI फ्लाईओवर पर खून की साजिश! 9वीं की छात्रा मानसी को मारने की कोशिश या हादसे की आड़ में जुर्म?
लखनऊ । राजधानी के पीजीआई इलाके में गुरुवार शाम जो मंजर दिखा, उसने हर किसी को सन्न कर दिया। बरौली फ्लाईओवर के किनारे 9वीं कक्षा की छात्रा मानसी खून से लथपथ बेसुध हालत में पड़ी मिली, सिर और गले पर गंभीर चोट के निशान थे। कुछ ही दूरी पर उसकी सहेली और एक दोस्त भी घायल मिले, लेकिन सवाल यह है कि क्या यह सिर्फ एक सड़क हादसा था या फिर हत्या को हादसे का रूप देने की खौफनाक कोशिश?

घटना के बाद से मानसी एपेक्स ट्रॉमा सेंटर में जिंदगी और मौत के बीच जूझ रही है, हालत नाजुक बनी हुई है। वहीं, इस मामले ने तब नया मोड़ ले लिया जब छात्रा की मां ने अपनी ही बेटी के दोस्तों पर गला रेतने और जान से मारने की कोशिश जैसे सनसनीखेज आरोप लगा दिए।

क्रिसमस डे पर निकली, लहूलुहान हालत में मिली

एसीपी गोसाईगंज ऋषभ यादव के अनुसार, पीजीआई रुचिखंड निवासी मानसी क्रिसमस के दिन अपने दोस्तों के साथ प्लासियो मॉल घूमने गई थी। शाम करीब चार बजे राहगीरों ने बरौली फ्लाईओवर पर मानसी को खून से सनी हालत में पड़ा देखा। सिर और गले पर गहरे जख्म थे। मौके पर मौजूद लोगों ने पुलिस को सूचना दी और तीनों को ट्रॉमा सेंटर पहुंचाया।

मां का आरोप: पहले पीटा, फिर हत्या की कोशिश

सोमवार को मानसी की मां नीतू सिंह पत्नी दीपक सिंह ने पीजीआई थाने पहुंचकर तहरीर दी। आरोप है कि बेटी की सहेली और पीछे बाइक से चल रहे दोस्त ने पहले मानसी के साथ मारपीट की और फिर जान से मारने की नीयत से उस पर हमला किया। मां का दावा है कि हादसे की कहानी गढ़कर सच्चाई छिपाने की कोशिश की जा रही है।मां के आरोपों के बाद पुलिस ने तीन दोस्तों के खिलाफ हत्या के प्रयास और मारपीट की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है।

पुलिस की कहानी: तेज रफ्तार बनी वजह

हालांकि, पुलिस की शुरुआती जांच कुछ और ही कहानी बयां कर रही है। इंस्पेक्टर पीजीआई धीरेंद्र सिंह के मुताबिक, प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि मानसी सहेली और दोस्त के साथ बाइक से अंसल की ओर से आ रही थी। फ्लाईओवर पर मोड़ लेते समय तेज रफ्तार के कारण बाइक अनियंत्रित हो गई और रेलिंग से टकरा गई। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि मानसी उछलकर लोहे की रेलिंग से टकरा गई, जबकि दोनों दोस्त सड़क पर गिर पड़े।

सवाल जो अब भी खड़े हैं

अगर यह सिर्फ हादसा था, तो गले पर चोट के निशान कैसे आए?
मानसी की हालत गंभीर, लेकिन दोस्त मामूली चोटों के बाद घर कैसे भेज दिए गए?
क्या हादसे के पीछे कोई पुरानी रंजिश या साजिश छिपी है?

फिलहाल, मानसी जिंदगी की जंग लड़ रही है और पूरा मामला हादसे बनाम हत्या की कोशिश के बीच उलझा हुआ है। पुलिस जांच में जुटी है, लेकिन इस रहस्यमयी खूनखराबे ने लखनऊ को झकझोर कर रख दिया है।
भीषण शीतलहर और कोहरा के चलते प्रदेश में अब 15 जनवरी को खुलेंगे स्कूल
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में जारी भीषण शीतलहर और घने कोहरे ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित कर दिया है। ठंड के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए परिषदीय विद्यालयों के साथ-साथ कक्षा 12 तक के सभी स्कूलों में अवकाश की अवधि पहले ही लागू कर दी गई है। इस निर्णय से न सिर्फ विद्यार्थियों बल्कि शिक्षकों को भी बड़ी राहत मिली है।
सामान्य परिस्थितियों में परिषदीय विद्यालयों में शीतकालीन अवकाश 31 दिसंबर से 14 जनवरी तक रहता है, लेकिन इस बार मौसम की गंभीरता को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 29 दिसंबर से 1 जनवरी तक स्कूल बंद रखने के निर्देश दिए हैं। इसके चलते स्कूलों में छुट्टियां दो दिन पहले ही प्रभावी हो गईं और अब सभी विद्यालय 15 जनवरी को पुनः खुलेंगे।
इस बीच अमेठी और प्रतापगढ़ समेत कुछ जिलों में छुट्टियों के दौरान शिक्षकों को विद्यालय बुलाने के आदेश जारी किए गए थे। जैसे ही यह मामला बेसिक शिक्षा निदेशालय के संज्ञान में आया, तत्काल सख्त निर्देश जारी किए गए। इसके बाद संबंधित जिलों को अपने आदेश संशोधित करने पड़े, जिससे शिक्षकों को कड़ाके की ठंड में स्कूल आने की बाध्यता से निजात मिली।वहीं प्रदेश भर में ठंड और कोहरे का कहर लगातार बना हुआ है। सोमवार सुबह कई जिलों में दृश्यता बेहद कम दर्ज की गई। कानपुर में दृश्यता शून्य तक पहुंच गई, जबकि आगरा, मेरठ, अलीगढ़, हरदोई और फतेहपुर जैसे जिलों में भी हालात चिंताजनक रहे।
आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, मंगलवार को दिन के तापमान में सामान्य से 4 से 5 डिग्री तक गिरावट की संभावना है। पश्चिमी और पूर्वी उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में घने कोहरे के साथ शीत दिवस की चेतावनी जारी की गई है।न्यूनतम तापमान की बात करें तो बाराबंकी और फतेहपुर में पारा 8 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया, जबकि बुलंदशहर, हरदोई और मेरठ में भी ठंड ने रिकॉर्ड तोड़ असर दिखाया है। मौसम विभाग ने लोगों को सतर्क रहने और अनावश्यक यात्रा से बचने की सलाह दी है।
नववर्ष 2026 पर हजरतगंज में ट्रैफिक डायवर्जन लागू, 31 दिसंबर को कई मार्ग रहेंगे बंद
लखनऊ। नववर्ष 2026 के आगमन पर बढ़ने वाली भीड़ और सुरक्षा व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए 31 दिसंबर को हजरतगंज क्षेत्र में यातायात डायवर्जन लागू रहेगा। महानगर, गोमतीनगर, चारबाग, कैसरबाग, अलीगंज और लालबाग सहित कई प्रमुख मार्गों से हजरतगंज की ओर आने वाले वाहनों को वैकल्पिक रास्तों से भेजा जाएगा।

इस प्रकार से रहेगा डायवर्जन

1. महानगर/गोमतीनगर/दैनिक जागरण चौराहे की ओर से आने वाला यातायात सिकन्दरबाग चौराहे से सहारागंज माल व चिरैयाझील तिराहे की ओर नहीं जा सकेगा, बल्कि यह यातायात सप्रू मार्ग तिराहे से दाहिने डनलप तिराहे से दाहिने सहारागंज तिराहा होते हुए सहारागंज माल पार्किग तक जा सकेगा।
2. सहारागंज तिराहे से कोई भी यातायात डनलप तिराहे/पुलिस आयुक्त आवास/सप्रू मार्ग तिराहे की ओर नही जा सकेगा, बल्कि यह यातायात सिकन्दरबाग चौराहे से दाहिने मुडकर सप्रू मार्ग होकर अपने गंतव्य को जा सकेगा।
3. डनलप तिराहे/पुलिस आयुक्त आवास सेे कोई भी यातायात सेण्ट फ्रांसिस/बैक आफ इण्डिया/अल्का तिराहे की ओर नही जा सकेगा, बल्कि यह यातायात सहारागंज/सप्रू मार्ग होकर अपने गंतव्य को जा सकेगा।
4. हजरतगंज चौराहे से कोई भी यातायात अल्का तिराहा या मेफेयर तिराहा होते हुए परिवर्तन चौक/सुभाष चौराहा की तरफ नहीं जा सकेगा, बल्कि यह यातायात सप्रू मार्ग तिराहे से बांये डनलप तिराहा, सहारागंज तिराहा से बांये चिरैयाझील तिराहा, संकल्प वाटिका होकर अपने गंतव्य को जा सकेगा। केवल मल्टीलेबल पार्किग, हजरतगंज जाने वाले वाहन मल्टीलेबल पार्किग इनगेट से मल्टीलेबल पार्किग तक ही जा सकेंगे।
5. चारबाग से हजरतगंज चौराहा होेते हुए परिवर्तन चौक की तरफ यातायात नही जा सकेगा, बल्कि यह यातायात हुसैनगंज चौराहे से बांयंे ओडियन सिनेमा (डा0 सूजा रोड) कैसरबाग होकर अपने गंतव्य को जा सकेंगे।
6. अलीगंज या महानगर/कैसरबाग से परिवर्तन चौक होकर आने वाला कोई भी यातायात हिन्दी संस्थान तिराहे के आगे मेफेयर तिराहे, हजरतगंज चौराहे की ओर नही जा सकेगा, बल्कि यह यातायात स्टेडियम तिराहे से बांये मुडकर चिरैयाझील तिराहा, संकल्प वाटिका/सिकन्दरबाग या परिवर्तन चौक, सफेद बारादरी से कैसरबाग होकर अपने गंतव्य को जा सकेगा।
7. लालबाग/कैपर रोड की ओर से बाल्मिकी तिराहे की ओर आने वाले वाहन बाल्मिकी तिराहे से दाहिने नही जा सकेगा बल्कि यह यातायात बाल्मिकी तिराहे से बांये डीएम आवास, प्रेस क्लब, परिवर्तत चौक की ओर होकर अपने गंतव्य को जा सकेगा।
8. नवल किशोर रोड, लीला टाकिज तिराहे से कोई भी यातायात बैंक ऑफ इण्डिया तिराहे की ओर नहीं जा सकेगा, बल्कि यह यातायात आयकर भवन तिराहा/सेन्ट लारेन्स कालोनी होकर अपने गंतव्य की ओर जा सकेगा।
9. लालबाग चौराहे से कोई भी यातायात मेफेेयर/अल्का तिराहे की ओर नही जा सकेगा, बल्कि यह यातायात कैंपर रोड/कैपिटल तिराहा होकर अपने गंतव्य को जा सकेगा।
10. महानगर की तरफ से आने वाली रोडवेज/सिटी बसें सिकन्दरबाग चौराहा, हजरतगंज चौराहा की ओर नही जा सकेगी, बल्कि उपरोक्त रोडवेज/सिटी बसें संकल्प वाटिका तिराहे से बैकुण्ठधाम तिराहा, गॉधी सेतु (1090) चौराहा, गोल्फ क्लब चौराहा, बन्दरियाबाग चौराहा होकर अपने गंतव्य को जा सकेगी।
11. अयोध्या रोड़ की तरफ से कैसरबाग बस अड्डा आने-जाने वाली रोडवेज बसें सिकन्दरबाग चौराहा, हजरतगंज चौराहा की ओर नही जा सकेगी, बल्कि यह बसे पीएनटी (बालू अडडा) तिराहे से दाहिने बैकुण्ठ धाम तिराहा से बांये संकल्प वाटिका ओवर ब्रिज, लक्ष्मण मेला बन्धा चिरैयाझील चौराहे से दाहिने मोतीमहल तिराहे से बांये केडी सिंह बाबू स्टेडियम तिराहे से दाहिने परिवर्तन चौक, सुभाष चौराहा, क्लार्क अवध तिराहा, सीडीआरआई तिराहा होकर अपने गन्तव्य को जा सकेगी।
12. कमता की तरफ से आने वाली सिटी बसे गॉधी सेतु (1090) चौराहा से सिकन्दरबाग चौराहा, हजरतगंज चौराहा की ओर नही जा सकेगी, बल्कि यह बसे गॉधी सेतु (1090) चौराहे से सीधे गोल्फ क्लब चौराहा, बन्दरियाबाग चौराहा होकर अपने गंतव्य को जा सकेगी।
13. चारबाग की तरफ से हजरतगंज की ओर आने वाली रोडवेज/सिटी बसें के0के0सी0 तिराहा से कुॅवर जगदीश चौराहा, कैन्ट होकर या हुसैनगंज चौराहा से कैसरबाग या रॉयल होटल (बापू भवन) चौराहा से डीएसओ चौराहा होते हुए अपने गंतव्य को जा सकेगी।
14. अब्दुल हमीद चौराहा से एम.बी. क्लब, नेहरू चौराहा से होकर सामान्य यातायात नहीं जा सकेगा, बल्कि यह यातायात अटल रोड से गुरूद्वारा चौराहा कैण्ट होकर अपने गंतव्य को जा सकेगा।

नोट-सामान्य यातायात हेतु प्रदान डायवर्जन मार्ग के अतिरिक्त यदि किसी जन-सामान्य की चिकित्सकीय अपरिहार्यता की स्थिति में ट्रैफिक कन्ट्रोल नंम्बर-9454405155 पर सम्पर्क किया जा सकता है।
यातायात पुलिस, लखनऊ ।
सीमावर्ती जिलों में पर्यटन की रफ्तार तेज, स्थानीय निवासियों की आमदनी बढ़ाने का नया जरिया बनी होमस्टे नीति

* वन्यजीव अभयारण्यों के आसपास बढ़ी ठहराव की मांग, बेड एंड ब्रेकफास्ट एवं होमस्टे नीति-2025 से खुलेंगे रोजगार के अवसर



लखनऊ। उत्तर प्रदेश के सीमावर्ती जिलों में पर्यटन लगातार नई ऊंचाइयों को छू रहा है। बढ़ते पर्यटक आगमन के साथ ही आवासीय सुविधाओं की मांग में भी तेजी आई है। लखीमपुर खीरी, पीलीभीत और बहराइच जैसे जिलों में वन्यजीव अभयारण्यों के निकट रहने वाले स्थानीय निवासियों के लिए यह बदलाव आय के नए अवसर लेकर आया है।

पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि राज्य सरकार की उत्तर प्रदेश बेड एंड ब्रेकफास्ट एवं होमस्टे नीति-2025 स्थानीय लोगों को सीधा लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से लागू की गई है। इस नीति के तहत निवासी अपने मकानों में उपलब्ध अतिरिक्त कमरों को पर्यटकों को किराये पर देकर अच्छी आमदनी प्राप्त कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि सरकार का प्रयास है कि अधिक से अधिक लोग इस नीति का लाभ उठाएं।

मंत्री ने जानकारी दी कि जिन आवासीय भवनों में भूस्वामी स्वयं निवास करता है, वहां अधिकतम 6 कमरों (कुल 12 बेड) तक पर्यटकों के लिए उपलब्ध कराए जा सकते हैं। वहीं, ऐसे भवन जहां मालिक स्वयं निवास नहीं करता, वहां भी 1 से 6 कमरों तक की व्यवस्था की जा सकती है, लेकिन वहां केयरटेकर की नियुक्ति अनिवार्य होगी। ग्रामीण क्षेत्रों में भी समान प्रावधान लागू होंगे।

जयवीर सिंह ने बताया कि बी एंड बी एवं होमस्टे इकाइयों का पंजीकरण पूरी तरह ऑनलाइन, सरल और पारदर्शी प्रक्रिया के तहत किया जा रहा है। नई और पहले से संचालित दोनों प्रकार की इकाइयां निर्धारित पोर्टल पर पंजीकरण कराकर सरकारी सुविधाओं और योजनाओं का लाभ उठा सकती हैं।

उन्होंने कहा कि सरकारी प्रयासों से उत्तर प्रदेश में ईको टूरिज्म को मजबूत पहचान मिली है। वर्ष 2025 में जनवरी से जून तक लखीमपुर खीरी में 11.36 लाख से अधिक, पीलीभीत में करीब 24 लाख और बहराइच में 1.59 लाख से अधिक पर्यटकों का आगमन हुआ। बढ़ती संख्या के साथ गुणवत्तापूर्ण ठहराव की मांग भी तेजी से बढ़ी है।

पर्यटन मंत्री के अनुसार, बेड एंड ब्रेकफास्ट एवं होमस्टे नीति-2025 न केवल पर्यटकों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराएगी, बल्कि सीमावर्ती और ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों की आर्थिक स्थिति को भी सशक्त बनाएगी।
महात्मा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों को यूपी राज्य अभिलेखागार में प्रशिक्षण

लखनऊ। महात्मा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय, वर्धा (महाराष्ट्र) के विद्यार्थियों को प्रशिक्षण कार्यक्रम के अंतर्गत उत्तर प्रदेश राज्य अभिलेखागार, लखनऊ में 26 दिसंबर से 09 जनवरी 2026 तक शोध गतिविधियों से संबंधित विशेष प्रशिक्षण दिया जा रहा है।

इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के तहत विद्यार्थियों को अभिलेखीय शोध की विभिन्न विधाओं से परिचित कराया जा रहा है। कार्यक्रम के द्वितीय दिवस, 29 दिसंबर को विद्यार्थियों को राज्य अभिलेखागार स्थित शोध कक्ष में अभिलेखों की खोज एवं संदर्भ (सर्च केस) से संबंधित व्यावहारिक प्रशिक्षण प्रदान किया गया।

प्रशिक्षण का उद्देश्य विद्यार्थियों को ऐतिहासिक अभिलेखों के संरक्षण, अध्ययन एवं शोध प्रक्रिया की व्यावहारिक समझ प्रदान करना है, जिससे वे अपने अकादमिक और शोध कार्यों में अभिलेखीय स्रोतों का प्रभावी उपयोग कर सकें।
यूपी में कड़ाके की सर्दी का कहर, तीन दिन तक नहीं मिलेगी राहत


* 37 जिलों के लिए चेतावनी जारी, 1 जनवरी तक स्कूल बंद; दिल्ली-एनसीआर में घने कोहरे से विजिबिलिटी घटी


लखनऊ। उत्तर प्रदेश में भीषण सर्दी का दौर जारी है और आने वाले तीन दिनों तक लोगों को ठंड से किसी तरह की राहत मिलने की उम्मीद नहीं है। मौसम विभाग ने राज्य के 37 जिलों के लिए सर्दी और कोहरे को लेकर चेतावनी जारी की है। लगातार गिरते तापमान और शीतलहर के कारण जनजीवन प्रभावित हो रहा है।

मौसम विभाग के अनुसार उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में सुबह और रात के समय घना कोहरा छाए रहने की संभावना है, जिससे सड़क और रेल यातायात पर असर पड़ सकता है। ठंड के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए एहतियातन प्रदेश में स्कूलों को एक जनवरी तक बंद रखने का निर्णय लिया गया है।

वहीं, राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और एनसीआर के कई इलाकों में भी घना कोहरा छाया हुआ है। कोहरे के कारण विजिबिलिटी काफी कम हो गई है, जिससे वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

प्रशासन ने लोगों से ठंड से बचाव के लिए आवश्यक सावधानियां बरतने, अनावश्यक यात्रा से बचने और बुजुर्गों व बच्चों का विशेष ध्यान रखने की अपील की है।
उप्र: लेखपाल भर्ती को लेकर नया नोटिफिकेशन जारी, आरक्षित पदों की संख्या में संशोधन


* संशोधित आरक्षण व्यवस्था के बाद जारी हुई नई अधिसूचना


लखनऊ । यूपी में लेखपाल पद पर भर्तियों को लेकर नया नोटिफिकेशन जारी कर दिया गया है। आरक्षित वर्गों के पदों की संख्या में संशोधन के बाद यह अधिसूचना जारी की गई है। संबंधित विभाग ने स्पष्ट किया है कि संशोधित नियमों के अनुसार अब भर्ती प्रक्रिया आगे बढ़ाई जाएगी।

नई अधिसूचना में आरक्षित श्रेणियों के अंतर्गत पदों का पुनः निर्धारण किया गया है, ताकि आरक्षण से जुड़े प्रावधानों का विधिवत पालन सुनिश्चित किया जा सके। विभाग के अनुसार यह कदम पारदर्शी और न्यायसंगत भर्ती प्रक्रिया को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है।

अधिकारियों ने अभ्यर्थियों को सलाह दी है कि वे आधिकारिक वेबसाइट पर जारी नोटिफिकेशन को ध्यानपूर्वक पढ़ें और अद्यतन जानकारी के अनुसार आवेदन प्रक्रिया पूरी करें। भर्ती से जुड़ी अन्य शर्तें और चयन प्रक्रिया पूर्ववत रहने की संभावना है
कैबिनेट मंत्री नंदी का दवा व्यापार मंडल ने स्वागत किया, ज्ञापन सौंपा
प्रयागराज । उत्तर प्रदेश के दवा के रिटेल केमिस्ट डिस्ट्रीब्यूटर एसोसिएशन आरसीडीए एवं फुटकर दवा व्यापार मण्डल, द्वारा औद्योगिक विकास , निर्यात प्रोत्साहन मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी का स्वागत किया और पूरे दवा व्यापार मंडी में भ्रमण कराया। संगठन के द्वारा मंत्री नंदी को दवा व्यापार से संबंधित समस्याओं को लेकर एक ज्ञापन भी सौंपा गयाl आरसीडीए के महामंत्री राजेन्द्र सैनी ने मंत्री जी को दवा से दवा कंपनियों की मनमानी और एक्सपायरी ब्रेकेज की समस्याओं के बारे में विस्तारपूर्वक बताया।

कानपुर दवा व्यापार मंडल के महामंत्री नंदकिशोर ओझा ने मांग की कि पूरे देश में दवाओं की एमआरपी एक समान होनी चाहिएl प्रवीण वाजपेयी कोषाध्यक्ष संगठन एक्सपायरी दवाओं के निष्पादन पर गंभीर चिंता व्यक्त की l प्रयागराज से विशेष रूप से आए प्रयाग केमिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष एवं आरसीडीए के वरिष्ठ मंत्री लालू मित्तल ने मंत्री नंदी के प्रति आभार प्रकट किया और अपेक्षा की कि दवा व्यापारियों की समस्याओं को वो  मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी तक पहुँचाकर उसका निराकरण करवाने की कृपा करें l संगठन के चेयरमैन संजय मेहरोत्रा ने अंगवस्त्रम भेंट किया lकार्यक्रम भारी संख्या में दवा व्यवसायी उपस्थित रहे जिसमें प्रमुख रूप से हरविंदर सिंह भल्ला रोहित टंडन अशोक अग्रवाल राजेश गुप्ता,उपाध्यक्ष आरसीडीए दीपक निगम संचित गुप्ता उदय गुप्ता जितेन्द्र गुप्ता राजेश गोस्वामी गोविन्द रविभद्रा सिंह भाटिया शेष नारायण तिवारी इरफान इरफान अंकित सोनी अंकित सोनी लोग उपस्थित आदि उपस्थित रहे। उक्त जानकारी आरसीडीए के प्रदेश मंत्री लालू मित्तल ने दी।