बीजेपी नेता ठाकुर मंगल सिंह सेंगर ने अपने आवास पर धूमधाम से मनाई अटल बिहारी वाजपेई की 101वीं जयंती

संजीव सिंह रसड़ा, बलिया। परम श्रद्धेय पूर्व प्रधानमंत्री एवं भारतीय जनता पार्टी के प्रणेता, हम सभी के मार्गदर्शक स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेई जी की 101वीं जयंती के अवसर पर सुशासन दिवस के रूप में ठाकुर मंगल सिंह सेंगर के आवास एवं कैम्प कार्यालय पर भारी हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।कार्यक्रम की शुरुआत परम श्रद्धेय हम सभी के अराध्य महामंडलेश्वर कौशलेंद्र गिरी द्वारा दीप प्रज्वलित कर पुष्पांजलि अर्पित करके की गई। इस अवसर पर मुख्य रूप से ठाकुर मंगल सिंह सेंगर के राम जी सिंह, ग्राम प्रधान प्रतिनिधि बड़े भाई अजय कुमार , विधानसभा संयोजक प्रेमचंद सिंह , नगर मंडल अध्यक्ष छोटे भाई संदीप सोनी जी, पूर्व मंडल अध्यक्ष आदरणीय श्री दिनेश सिंह गोधन , छोटे भाई अंकित सिंह, छोटे भाई छत्रपाल सिंह निशू (पूर्व सभासद), मंडल अध्यक्ष किसान मोर्चा धीरज तिवारी, मंडल अध्यक्ष किसान मोर्चा उमेश सिंह, मंडल अध्यक्ष किसान मोर्चा हिमांशु सिंह, बड़े भाई सुशील त्रिपाठी , छोटे भाई पूर्व उपाध्यक्ष अमित सिंह बिट्टू, छोटे भाई अजीत सिंह सोनू, छोटे भाई भानु सिंह, छोटे भाई शंशाक सिंह, छोटे भाई पंकज सिंह टुनटुन, छोटे भाई मनीष तिवारी , छोटे भाई शत्रुघ्न सिंह, भाई राकेश सिंह मंटू , आदरणीय ओम प्रकाश सिंह , चाचा अनिल सिंह , बलजीत सिंह, गोपाल , राजेश सिंह जी, छोटे भाई अनुराग तिवारी , छोटे भाई विजेंद्र चौहान, महेश सिंह, बड़े भाई टंटू सिंह जी, राजू सिंह , भरत गुप्ता , बहादुर सिंह , भुवर गुप्ता, विकास सिंह, धर्मेंद्र सिंह , गोपाल सिंह जी, संजय सिंह , पारस यादव जी, छोटे भाई आशुतोष तिवारी , नित्यानंद सिंह टिंकू , चाचा आदरणीय हरिवंश सिंह , छोटे भाई धनंजय सिंह, छोटे भाई आनन्द सिंह, एबीवीपी के भाई मनीष यादव जी सहित सैकड़ों भाजपा जनों ने जयंती मनाई।कार्यक्रम की अध्यक्षता मंडल अध्यक्ष पश्चिम छोटे भाई अविनाश सिंह ने की तथा संचालन मंडल महामंत्री छोटे भाई धनंजय पाण्डेय जी ने किया। ठाकुर मंगल सिंह सेंगर सेवक रसड़ा बलिया जिला महामंत्री, भारतीय जनता पार्टी किसान मोर्चा बलिया प्रत्याशी, वार्ड नंबर 37, जिला पंचायत क्षेत्र रसड़ा बलिया
परायापन अब सिर्फ बेटियों की पीड़ा नहीं, रोज़गार की दौड़ में बेटे भी बन रहे पराये
अमर बहादुर सिंह बलिया शहर। भारतीय समाज में वर्षों से यह धारणा रही है कि विवाह के बाद बेटियाँ ही परायी हो जाती हैं, क्योंकि उन्हें मायके से दूर ससुराल में रहना पड़ता है। लेकिन बदलते समय और परिस्थितियों ने इस सोच को चुनौती दी है। आज परायापन सिर्फ बेटियों की कहानी नहीं रहा, बल्कि रोज़गार, शिक्षा और बेहतर भविष्य की तलाश में घर से दूर गए बेटे भी उसी दर्द को चुपचाप जी रहे हैं। ग्रामीण अंचलों से शहरों की ओर बढ़ते पलायन ने परिवारों की संरचना और रिश्तों की गर्माहट को गहराई से प्रभावित किया है। पढ़ाई के लिए गांव से निकलने वाला बच्चा कब नौकरीपेशा युवा बनकर किसी अनजान शहर में बस जाता है, इसका एहसास तब होता है जब गांव के आंगन सूने और त्योहार फीके लगने लगते हैं। मां की थाली, पिता की छांव और बचपन की गलियों की रौनक शहर की भागदौड़ में कहीं पीछे छूट जाती है। समाज बेटे से उम्मीद करता है कि वह मजबूत बने, जिम्मेदारियां उठाए और कभी अपने दर्द को जाहिर न करे। परिवार का भविष्य उसके कंधों पर होता है, इसलिए वह अकेलेपन, मानसिक दबाव और भावनात्मक खालीपन को मुस्कान के पीछे छिपा लेता है। वह यह नहीं कह पाता कि उसे भी घर की याद आती है, उसे भी अपनों के साथ बैठकर सुकून चाहिए। विडंबना यह है कि जब बेटियां दूर होती हैं तो समाज इसे भावनात्मक विषय मानकर सहानुभूति जताता है, लेकिन जब बेटे घर से दूर रहते हैं तो इसे उनका कर्तव्य और मजबूरी कहकर नजरअंदाज कर दिया जाता है। सच्चाई यह है कि भावनाएं लिंग नहीं देखतीं। बेटे भी टूटते हैं, अकेले पड़ते हैं और परायापन महसूस करते हैं। साल में एक बार गांव जाने की उम्मीद, रोज़ फोन पर “कब आ रहे हो” की बातचीत और फिर कुछ दिनों में पूरे साल का हिसाब समेटने की मजबूरी—यह आज के लाखों युवाओं की कहानी है। गांव पहुंचते ही “कब तक रहोगे” का सवाल और लौटते समय मां के हाथ का बना खाना व पिता की नम आंखें दिल को भारी कर देती हैं। बदलते दौर में यह स्वीकार करना जरूरी है कि परिवार से दूरी केवल भौगोलिक नहीं, बल्कि भावनात्मक भी होती है। बेटों के संघर्ष, त्याग और उनकी खामोश पीड़ा को समझना और स्वीकार करना आज की सामाजिक जरूरत बन चुका है। वाकई, परायापन अब सिर्फ बेटियों की कहानी नहीं रहा—बेटों को भी पराया होना पड़ रहा है।
वीर बाल दिवस अभियान: बेल्थरारोड़ विधानसभा के नगरा में प्रभात फेरी का सफल आयोजन
संजीव सिंह बलिया! वीर बाल दिवस अभियान के तहत बलिया में प्रभात फेरी कार्यक्रम का सफल आयोजनआज बेल्थरारोड़ विधानसभा के नगरा में माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में चल रहे वीर_बाल_दिवस अभियान के तहत बलिया में प्रभात_फेरी कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में भाजपा बेल्थरारोड़ पूर्व प्रत्याशी छठ्ठू राम, वीर बाल दिवस अभियान जिला सह संयोजक व जिला संयोजक आईटी जयप्रकाश जायसवाल, मण्डल अध्यक्ष सूर्यप्रकाश सिंह, देवनारायण प्रजापति, समरजीत बहादुर सिंह, राजू सिंह चंदेल, सभासद कृष्णा कुशवाहा, सभासद सन्तोष पाण्डेय, दीपू पाठक, जूनियर हाईस्कूल नगरा के शिक्षक व बच्चे आदि शामिल हुए। कार्यक्रम का उद्देश्य बाल सशक्तिकरण और बाल दिवस के महत्व को समाज में प्रचारित करना था।
अखिल भारतीय प्राथमिक शिक्षक संघ को संशोधित कार्यकारिणी व नियमावली पर वैधानिक मान्यता
संजीव सिंह बलिया!पटना/नई दिल्ली। बिहार के निबंधन विभाग ने अखिल भारतीय प्राथमिक शिक्षक संघ (AIPTF) को उसके संशोधित उद्देश्य, नियमावली एवं कार्यकारिणी को वैधानिक मान्यता प्रदान कर दी है। पंजीकरण क्रमांक 14/1957-58 वाले इस संगठन को 5 दिसंबर 2025 को जारी प्रमाण-पत्र के माध्यम से अनुमोदन मिला है। वर्षों से देशभर के प्राथमिक शिक्षकों के हितों के लिए संघर्षरत यह संस्था अब और मजबूत हुई है।संघ के अध्यक्ष सुशील कुमार पांडेय के नेतृत्व में प्रस्तुत संशोधित स्मृति-पत्र (मेमोरेंडम) और नई कार्यकारिणी को निबंधक ने विधिवत स्वीकृति दी। इससे संगठन की वैधानिक स्थिति सुदृढ़ हुई है, जो शिक्षक हितों से जुड़े मुद्दों को केंद्र और राज्य स्तर पर प्रभावी ढंग से उठाने में सहायक होगी। AIPTF का पंजीकृत कार्यालय भुवनेश्वर शिक्षक सेवा सदन, एक्ज़ीबिशन रोड, पटना में है, जबकि दैनिक संचालन जगदीश मिश्र शिक्षक भवन, जनकपुरी, नई दिल्ली से होता है।मान्यता मिलते ही संघ ने उत्तर प्रदेश सहित विभिन्न राज्यों के विभागों—मुख्यमंत्री कार्यालय, उपमुख्यमंत्री कार्यालय, बेसिक शिक्षा विभाग, गृह विभाग, वित्त विभाग, शिक्षा निदेशालय और जिला प्रशासन—को औपचारिक सूचना भेजी है। इसका उद्देश्य शिक्षक कल्याण और संगठनात्मक गतिविधियों में समन्वय सुनिश्चित करना है।AIPTF पदाधिकारियों ने इसे प्राथमिक शिक्षकों के लिए ऐतिहासिक उपलब्धि बताया। उन्होंने कहा कि संशोधित नियमावली से सेवा शर्तें, शैक्षणिक गुणवत्ता, प्रशिक्षण, पदोन्नति, वेतनमान और सामाजिक सुरक्षा जैसे मुद्दों पर सरकार से बेहतर संवाद संभव होगा। आने वाले समय में शिक्षक हितों की रक्षा, गुणवत्तापूर्ण प्राथमिक शिक्षा का विस्तार और नीतिगत सुधारों के लिए केंद्र-राज्य सरकारों के साथ सक्रिय संवाद तेज किया जाएगा।यह मान्यता संगठन की पारदर्शिता, लोकतांत्रिक संरचना और दीर्घकालिक प्रतिबद्धता को प्रमाणित करती है, जो शिक्षक समुदाय के लिए नई उम्मीद जगाती है।
बलिया: बढ़ती ठंड और शीतलहर के बीच अलाव-रैन बसेरों की मजबूत व्यवस्था की मांग सुशील कुमार पाण्डेय 'कान्हजी' ने जिला प्रशासन से राहत देने अपील की
संजीव सिंह बलिया। जनपद में कड़ाके की ठंड और पछुआ हवाओं से तापमान लगातार गिर रहा है। इस पर चिंता जताते हुए समाजवादी पार्टी (सपा) के उपाध्यक्ष व प्रवक्ता सुशील कुमार पाण्डेय 'कान्हजी' ने जिला प्रशासन से सड़क पर जीवन यापन करने वाले निर्धन लोगों के लिए तत्काल राहत की मांग की है। उन्होंने कहा कि मीडिया में खबरें छापने से काम नहीं चलेगा, जरूरतमंदों तक व्यवस्था पहुंचनी चाहिए।कान्हजी ने चेतावनी दी कि वर्तमान भीषण ठंड जानलेवा साबित हो सकती है। मानवता के नाते और शासन की मंशा के अनुरूप प्रशासन को तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने शहर, तहसील व ब्लॉक स्तर के प्रमुख चौराहों, बस स्टेशनों, रेलवे स्टेशन व अस्पतालों के बाहर पर्याप्त अलाव जलाने की मांग की।रैन बसेरों में सुविधाओं का खास जोर
सपा नेता ने सभी रैन बसेरों को सक्रिय करने और सुव्यवस्थित करने की अपील की। वहां केवल बिस्तर ही नहीं, बल्कि कंबल, साफ-सफाई व रात्रि में गरम भोजन-पेयजल की व्यवस्था होनी चाहिए। प्रशासन व स्वयंसेवी संस्थाओं के सहयोग से फुटपाथ पर सोने वालों व निर्धन परिवारों में युद्ध स्तर पर कंबल वितरण शुरू किया जाए।सामूहिक जिम्मेदारी पर बल
कान्हजी ने कहा, "बलिया की धरती सेवा व समर्पण की प्रतीक रही है। इस ठंड में कोई गरीब खुले आसमान तले न सोए, यह हम सबकी जिम्मेदारी है। जिला प्रशासन संवेदनशील बने और राहत कार्य जमीन पर उतारे।"
उन्होंने नगर निकायों व ग्राम पंचायतों से भी अपील की कि वे सार्वजनिक स्थानों पर अलाव जलवाएं ताकि राहगीरों व मजदूरों को राहत मिले।
महाकुंभ 2025 में बलिया बीजेपी आईटी सेल संयोजक जयप्रकाश जायसवाल को मिला प्रशंसा प्रमाण पत्र
संजीव सिंह बलिया। मां गंगा की असीम कृपा से आज दिव्य-भव्य-डिजिटल महाकुंभ_2025 में उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा बलिया बीजेपी आईटी सेल के जिला संयोजक जयप्रकाश जायसवाल को 'Certificate of Appreciation' अवार्ड बलिया बीजेपी महामंत्री   आलोक शुक्ला एवं बीजेपी जिला उपाध्यक्ष सुरेंद्र सिंह द्वारा प्रदान किया गया।इस सम्मान पर जायसवाल ने कहा, "मुझे गर्व है कि मुझे विश्व के विशालतम धार्मिक एवं आध्यात्मिक आयोजन—दिव्य-भव्य-डिजिटल महाकुंभ 2025 में सेवा करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ।
इस अद्भुत संगम में देश-विदेश से तकरीबन 66 करोड़ श्रद्धालुओं ने मां गंगा की अविरल धारा में पवित्र आस्था की डुबकी लगाई। यह आयोजन सांस्कृतिक एवं आध्यात्मिक एकता का अनुपम प्रतीक बना।
परिषदीय विद्यालय में अध्ययनरत बच्चों को समाज की प्रगति में निर्णायक दिशा देने की भूमिका के संकल्प के साथ संपन्न हुआ एकीकृत *संपूर्ण* प्रशिक्षण
संजीव सिंह बलिया!बदलते शैक्षिक परिदृश्य में यह विश्वास निहित है कि बच्चे अपने ज्ञान का निर्माण स्वयं करते हैं एवं बच्चों को अपने ज्ञान पर चिंतन करने और दैनिक जीवन में उपयोग हेतु प्रोत्साहित करने की आवश्यकता होती है ।इस हेतु शिक्षकों को बच्चों को समझने की आवश्यकता है जिससे सीखना उनके लिए बोझ न होकर आनंददायक और रोचक अनुभव हो सके, जो शिक्षकों के साथ-साथ विद्यार्थियों के समग्र विकास में सहयोगी हो। इन्हीं आवश्यकताओं के दृष्टिगत राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद उत्तर प्रदेश द्वारा प्राथमिक विद्यालयों में अध्यापन कर रहे शिक्षकों के क्षमता संवर्धन की दृष्टि से महत्वपूर्ण विषयों एवं बिंदुओं के प्रभावकारी संकलन का एक नवीन प्रयास किए जाने हेतु एकीकृत संपूर्ण प्रशिक्षण का आयोजन सुनिश्चित किया जा रहा है। इस प्रशिक्षण के प्रथम चक्र में जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान पकवाइनार बलिया पर विगत जुलाई माह 2025 से संचालित एकीकृत संपूर्ण प्रशिक्षण का समापन डाइट पर आज हर्षोल्लास के साथ हुआ। इस प्रशिक्षण के विभिन्न चरणों में प्राथमिक विद्यालय में कार्य कर रहे शिक्षकों को गणित एवं भाषा शिक्षण ,पर्यावरण शिक्षा, नैतिक शिक्षा, जीवन कौशल, अनुभवात्मक शिक्षण ,आकलन, कला एवं संगीत ,क्राफ्ट एवं पपेट्री ,समावेशी शिक्षा, नेतृत्व क्षमता संवर्धन, स्वास्थ्य के लिए खेल के योगदान आदि विषयों को समाहित करने का प्रयास किया गया है ।प्रत्येक सत्र में ऐसी गतिविधियों का समावेश किया गया जो सत्रा के उद्देश्यों की प्राप्ति के साथ-साथ शिक्षकों के माध्यम से विद्यार्थियों के व्यवहार में वांछनीय परिवर्तन लाने में उपयोगी सिद्ध हो। शिक्षकों का क्षमता संवर्धन, प्रभावी कक्षा प्रबंधन, कौशलों का विकास ,विभिन्न शैक्षिक दृष्टिकोण एवं समाज से परिचित कराना है ताकि शिक्षक स्वयं के अनुभवों और अनुभवात्मक ज्ञान को उपलब्ध संसाधनों के साथ जोड़कर बच्चों का विकास कर सकें और समाज में निर्णायक भूमिका में पदस्थापित करा सके। जनपद के विभिन्न शिक्षा क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालयों में अध्यापन कर रहे शिक्षकों को प्रशिक्षित करते हुए उनके अंदर राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में अपेक्षित जीवन कौशलों के विकास, समावेशी एवं सुरक्षित विद्यालई वातावरण के सृजन हेतु विभिन्न प्रकार की गतिविधियों का आयोजन कर मजबूती प्रदान की गई। संस्थान के प्राचार्य/ उप शिक्षा निदेशक मनीष कुमार सिंह द्वारा सकुशल प्रशिक्षण संपन्न होने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए बताया गया कि सीखना हमेशा से आनंद की अनुभूति होना चाहिए तथा विद्यार्थियों में समझ का विकास राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा के अनुरूप होना चाहिए जो इस प्रशिक्षण की नीव भी है। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान पकवाइनार बलिया पर शिक्षक शिक्षा कार्यक्रम के प्रभारी डॉक्टर मृत्युंजय सिंह तथा एकीकृत संपूर्ण प्रशिक्षण के नोडल रवि रंजन खरे द्वारा संयुक्त रूप से प्रयास करते हुए प्रशिक्षण में लोकतांत्रिक मूल्यों की स्थापना हेतु लगातार प्रयास किया जाता रहा ताकि प्रशिक्षण रोचक तरीके से संपन्न हो सके। शिक्षकों को प्रथम स्तर के परामर्शदाता के रूप में विकसित करने का काम इस प्रशिक्षण के माध्यम से हो सके इसका विशेष ध्यान रखा गया तथा इस बात को सुनिश्चित किया गया कि शिक्षकों के अंदर संपूर्णता का विकास इस स्तर तक हो कि बच्चों के प्रत्येक पहलू को राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप ढाला जा सके। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान पकवाइनार बलिया के सभी प्रवक्ता डॉक्टर जितेंद्र गुप्त ,अविनाश सिंह, राम यश योगी,राम प्रकाश, देवेंद्र सिंह, जानू राम ,डॉक्टर अशफाक, हलचल चौधरी, किरण सिंह, भानु प्रताप सिंह , डा शाइस्ता अंजुम द्वारा प्रशिक्षण को पूर्ण मनोयोग से प्रदान किया गया। प्रशिक्षण में तकनीकी सहयोग हेतु पूर्व एकेडमिक पर्सन डॉक्टर शशि भूषण मिश्र, संतोष कुमार तथा शिक्षक चंदन मिश्रा की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
बलिया की बेटी ने लहराया परचम, बनी मिस यूपी
संजीव सिंह बलिया। नगर के टाउन हाल निवासी सचिन सिंह एवं डॉ. दिवा सिंह की पुत्री अलक्ष्या सिंह ने मिस यूपी का खिताब जीतकर बलिया का मान बढ़ाया है। 18 दिसंबर को लखनऊ में उत्तर प्रदेश आर्टिस्ट एसोसिएशन द्वारा आयोजित भव्य समारोह में यह उपलब्धि हासिल की गई।कार्यक्रम में प्रदेश के सभी जनपदों से युवक-युवतियां शामिल हुए थे। अलक्ष्या सिंह ने अपनी प्रतिभा और आत्मविश्वास से सभी को प्रभावित कर मिस यूपी का खिताब अपने नाम कर लिया। बताते चलें कि अलक्ष्या होली क्रॉस स्कूल से एलकेजी से 12वीं तक की पढ़ाई पूरी कर चुकी हैं। वर्तमान में वह लखनऊ में आगे की तैयारी कर रही हैं।बलिया में अलक्ष्या की इस सफलता को लेकर खुशी का माहौल है। स्थानीय लोगों ने इसे बलिया की बेटियों के लिए प्रेरणा बताया। परिवार और परिजनों ने भी गर्व से कहा कि अलक्ष्या ने कड़ी मेहनत से यह मुकाम हासिल किया है।
बजरंग दल रसड़ा की जिला बैठक संपन्न, 25 को निकलेगी शौर्य यात्रा
संजीव सिंह बलिया!रसड़ा:विश्व भर में सनातन धर्म की रक्षा एवं सेवा को समर्पित बजरंग दल की रसड़ा इकाई की जिला बैठक 20 दिसंबर को श्री गणिनाथ मंदिर प्रांगण में संपन्न हुई। बैठक में 25 दिसंबर को आयोजित शौर्य दिवस की विस्तृत योजना तैयार की गई। मुख्य अतिथि के रूप में बजरंग दल बलिया के विभाग संयोजक दीपक गुप्ता उपस्थित रहे।बैठक को संबोधित करते हुए विभाग संयोजक दीपक गुप्ता ने कहा कि बजरंग दल की स्थापना का मूल उद्देश्य प्रभु श्रीराम को उनके महल में पुनः स्थापित करना था। इसके लिए संगठन ने प्राणों को दाव पर लगाते हुए भारत पर लगे कलंक के ढांचे को ध्वस्त कर दिया, जिसे बाबरी शौर्य दिवस के रूप में जाना जाता है। पिछले वर्ष पूरे विश्व ने देखा कि आराध्य प्रभु श्रीराम अपने भव्य मंदिर में विराजमान हो गए। इस शौर्य को याद करते हुए बजरंग दल प्रतिवर्ष शौर्य यात्रा निकालता है, जो इस बार 25 दिसंबर को निकलेगी। यह यात्रा विदेशी त्यौहार क्रिसमस को समाप्त कर भारतीय त्यौहारों के पुनरुत्थान का प्रतीक बनेगी।उक्त बैठक में जिला संयोजक प्रतीक राय, सह-संयोजक सोनू गुप्ता, जिला गौ रक्षा प्रमुख धर्मेंद्र यादव, नगर मंत्री रमेश चौरसिया, अंशु सोनी, नगर उपाध्यक्ष कृष्णा गुप्ता एवं राघवेंद्र सोनी, नगर बलोपासना प्रमुख अभिनंदन वर्मा, पशुराम गुप्ता, गणेश गुप्ता, दीपक गुप्ता, विष्णु सोनी आदि पदाधिकारी उपस्थित रहे।
बजरंग दल रसड़ा की जिला बैठक संपन्न, 25 को निकलेगी शौर्य यात्रा
संजीव सिंह बलिया!रसड़ा:विश्व भर में सनातन धर्म की रक्षा एवं सेवा को समर्पित बजरंग दल की रसड़ा इकाई की जिला बैठक 20 दिसंबर को श्री गणिनाथ मंदिर प्रांगण में संपन्न हुई। बैठक में 25 दिसंबर को आयोजित शौर्य दिवस की विस्तृत योजना तैयार की गई। मुख्य अतिथि के रूप में बजरंग दल बलिया के विभाग संयोजक दीपक गुप्ता उपस्थित रहे।बैठक को संबोधित करते हुए विभाग संयोजक दीपक गुप्ता ने कहा कि बजरंग दल की स्थापना का मूल उद्देश्य प्रभु श्रीराम को उनके महल में पुनः स्थापित करना था। इसके लिए संगठन ने प्राणों को दाव पर लगाते हुए भारत पर लगे कलंक के ढांचे को ध्वस्त कर दिया, जिसे बाबरी शौर्य दिवस के रूप में जाना जाता है। पिछले वर्ष पूरे विश्व ने देखा कि आराध्य प्रभु श्रीराम अपने भव्य मंदिर में विराजमान हो गए। इस शौर्य को याद करते हुए बजरंग दल प्रतिवर्ष शौर्य यात्रा निकालता है, जो इस बार 25 दिसंबर को निकलेगी। यह यात्रा विदेशी त्यौहार क्रिसमस को समाप्त कर भारतीय त्यौहारों के पुनरुत्थान का प्रतीक बनेगी।उक्त बैठक में जिला संयोजक प्रतीक राय, सह-संयोजक सोनू गुप्ता, जिला गौ रक्षा प्रमुख धर्मेंद्र यादव, नगर मंत्री रमेश चौरसिया, अंशु सोनी, नगर उपाध्यक्ष कृष्णा गुप्ता एवं राघवेंद्र सोनी, नगर बलोपासना प्रमुख अभिनंदन वर्मा, पशुराम गुप्ता, गणेश गुप्ता, दीपक गुप्ता, विष्णु सोनी आदि पदाधिकारी उपस्थित रहे।