पलामू के सरकारी स्कूलों ने पेश की मिसाल: प्राइवेट स्कूलों जैसी सुविधाएं और अनुशासन, बदल रही है शिक्षा की सूरत
पलामू: जिले के सरकारी विद्यालयों में अब प्राइवेट स्कूलों जैसा नजारा देखने को मिल रहा है। कभी संसाधनों की कमी के लिए जाने जाने वाले ये स्कूल अब स्मार्ट क्लासरूम, कंप्यूटर लैब और अनुशासित वातावरण के कारण चर्चा में हैं। पांकी और हरिहरगंज प्रखंड के स्कूलों ने यह साबित कर दिया है कि बेहतर शिक्षा के लिए केवल बड़ी बिल्डिंग नहीं, बल्कि शिक्षकों की प्रतिबद्धता जरूरी है।
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प्रमुख विद्यालय और उनकी विशेषताएं:
1. उत्क्रमित मध्य विद्यालय, हरैया (पांकी)
छात्र संख्या: 283 नामांकित, जिसमें 231 से अधिक की नियमित उपस्थिति।
खासियत: सुरक्षित चहारदीवारी और फूलों से सजा हरा-भरा कैंपस। यहाँ के बच्चे पूर्ण यूनिफॉर्म और कड़े अनुशासन का पालन करते हैं।
उपलब्धि: बड़ी संख्या में बच्चों का नवोदय विद्यालय की प्रवेश परीक्षा में शामिल होना। यहाँ कंप्यूटर क्लास और डेमो क्लास के जरिए आधुनिक शिक्षा दी जा रही है।
टीम: मोहम्मद फारुक अहमद, नरेंद्र सिंह, मिथलेश कुमार दुबे और मो. आशिक अंसारी।
2. नवसृजित प्राथमिक विद्यालय, पिरोजी (हरिहरगंज)
संस्कार और शिक्षा: स्कूल में सरस्वती माता की प्रतिमा और औषधीय पौधों से सुसज्जित परिसर बच्चों को प्रकृति और संस्कृति से जोड़ता है।
आधुनिक संसाधन: टीवी और खेल सामग्री के माध्यम से बच्चों के सर्वांगीण विकास पर जोर।
नेतृत्व: प्रधानाध्यापक नीरज कुमार पाठक के नेतृत्व में नियमित असेंबली और स्वच्छता अभियान ने स्कूल की सूरत बदल दी है।
बदलाव की मुख्य वजह:
इन स्कूलों की सफलता के पीछे कोई विशेष बजट नहीं, बल्कि शिक्षकों और स्कूल प्रबंधन की मजबूत इच्छाशक्ति है। बिजली, पानी, स्मार्ट क्लास और रैंप जैसी सुविधाओं ने अभिभावकों का भरोसा सरकारी तंत्र पर फिर से बहाल किया है।












1 hour and 40 min ago
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