पुस्तक मेले का पांचवां दिन‘मालगुड़ी’और‘रस्किन बॉन्ड’की श्रृंखला पर पाठक फिदा,अन्य जिलो से भी उमड़ रहे पुस्तक प्रेमी
संजय द्विवेदी प्रयागराज।कटरा स्थित द पाम्स रिसोर्ट–रॉयल गार्डन (लक्ष्मी टॉकीज के सामने)में विकसित भारत–विकसित प्रदेश” की थीम पर आयोजित प्रयागराज पुस्तक मेले के पांचवें दिन पाठको की उत्साहजनक उपस्थिति देखने को मिली। प्रयागराज जनपद के साथ-साथ आसपास के जिलों से भी बड़ी संख्या में पुस्तक प्रेमी मेले में पहुंच रहे हैं।मेले में विभिन्न विधाओ की पुस्तकों के प्रति पाठकों की विशेष रुचि देखी जा रही है। मध्यकालीन संत माधव हाड़ा की पुस्तक‘बुल्ले शाह’सहित अनेक पुस्तकों की खरीदारी करने पहुंचे पुस्तक प्रेमी सोहन ने बताया कि वे बीएचयू के शोध छात्र हैं और मूल रूप से गुजरात के निवासी है।उन्होंने बताया कि दोस्तों के माध्यम से प्रयागराज पुस्तक मेले की जानकारी मिली जिसके बाद वे यहां पहुंचे।सोहन ने कहा कि इस प्रकार का पुस्तक मेला उन्होंने पहली बार देखा है और यह उन्हें अत्यंत सराहनीय लगा।डिजिटल युग में भी पुस्तको के प्रति पाठको का यह प्रेम आयोजको को उत्साहित कर रहा है।आयोजन समिति से जुड़े मनोज सिंह चन्देल और मनीष गर्ग ने कहा कि आज भी एक बड़ा वर्ग पुस्तकों को अपना सच्चा मित्र मानता है, यही भावना उन्हे भविष्य में भी ऐसे साहित्यिक आयोजनो को निरंतर करने की प्रेरणा देती है।मेले में लगे राजपाल एंड संस, दिल्ली के स्टॉल पर अज्ञेय की ‘चुनी हुई कविताएं’ विष्णु प्रभाकर की ‘आवारा मसीहा’ डॉ. ए.पी.जे.अब्दुल कलाम की ‘आपका भविष्य आपके हाथ’ हरिवंश राय बच्चन की ‘मधुशाला’तथा भगवतीशरण मिश्र की‘पवनपुत्र’पाठको को विशेष रूप से आकर्षित कर रही है।इसके अतिरिक्त साहित्य अकादमी से सम्मानित लेखक आर.के.नारायण की ‘मालगुड़ी की कहानिया मालगुड़ी का प्रिंटर सहित मालगुड़ी श्रृंखला की कुल 14 पुस्तकें पाठकों की पहली पसंद बनी हुई है।वही अंग्रेजी लेखक रस्किन बॉन्ड की हिंदी अनूदित पुस्तकों का लगभग 15 पुस्तकों का संग्रह युवाओं को खासा आकर्षित कर रहा है।इसी क्रम में सेतु प्रकाशन समूह के स्टॉल पर राज गोपाल सिंह वर्मा की ताकि सनद रहे आपातकाल में लोक सभा अनिल माहेश्वरी एवं शंभूनाथ शुक्ल द्वारा अनूदित ‘प्लेटे:द रिपब्लिक’कमल नयन चौबे की‘मार्क्सवादी चिंतन शब्दकोश’राम पुनियानी की ‘आरएसएस और हिन्दुत्व की राजनीति’किशन पटनायक की ‘भारत शूद्रो का होगा’तथा ‘अंबेडकर:दलित और स्त्री प्रश्न’ की अच्छी मांग रही। स्टॉल प्रतिनिधि राहुल श्रीवास्तव के अनुसार चंद्रभूषण की ‘भारत से कैसे गया बुद्ध का धर्म’, इश्तियाक अहमद की ‘जिन्ना’और प्रकाश कश्यप की ‘पेरियार ई.वी.रामासामी’भी पाठकों द्वारा खूब पसंद की जा रही है।पुस्तक मेले के सांस्कृतिक मंच पर जुनून-ए- मौसीकी संगीत संस्था द्वारा सुरमई शाम का आयोजन किया गया।कल्पना केसरवानी ने गंगा गीत मेला गीत और लोकगीतों की प्रस्तुति से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। जूली भव्या ने कबीर और मीरा बाई के भजनों के साथ राम भजन प्रस्तुत कर वातावरण को भक्तिमय बना दिया, जबकि समशुद्दीन की ग़ज़लों ने शाम को और भी खुशनुमा बना दिया।इसी दिन प्रयागराज पुस्तक मेले में डॉ.संगीता (विभागाध्यक्ष योग,आंजनय विश्वविद्यालय रायपुर)की पुस्तक“आत्मा की अनुभूति का आस्थापर्व”का भव्य विमोचन भी संपन्न हुआ। यह पुस्तक मृत्यु को भय या शोक के रूप में नही बल्कि आस्था के उत्सव और आत्मिक अनुभूति के पर्व के रूप में प्रस्तुत करती है।कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ.मुरार त्रिपाठी तथा विशिष्ट अतिथि बृजेंद्र गौतम रहे।दीप प्रज्वलन सरस्वती वंदना एवं मौन प्रार्थना के साथ कार्यक्रम का शुभारम्भ हुआ।मंच संचालन करते हुए राकेश कुमार ने पुस्तक की जन्मकथा पर प्रकाश डाला।मुख्य अतिथि डॉ.मुरार त्रिपाठी ने पुस्तक की सराहना करते हुए कहा कि यह एक दुर्लभ ग्रंथ है,जो मृत्यु जैसे विषय को आस्था और सकारात्मक दृष्टिकोण के साथ प्रस्तुत करता है। कार्यक्रम में उपस्थित साहित्यकारो शिक्षाविदो चिकित्सको एवं सांस्कृतिक प्रेमियों ने पुस्तक को अत्यंत प्रासंगिक बताया।विमोचन उपरांत अतिथियों को पुस्तक की प्रतियां स्मृति-चिह्न स्वरूप भेंट की गईं। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान एवं धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ।
जननेता धर्मवीर संघर्ष और सामाजिक राजनीतिक सुचिता एवं चेतना के प्रतीक।
संजय द्विवेदी प्रयागराज।ट्रांस्पोर्ट नगर चौराहा मुण्डेरा स्थित स्वर्गीय धर्मवीर जी की मूर्तिस्थल पर उनकी 41वीं पुण्यतिथि हवन पूजन के पश्चात सैकड़ो लोगो के माल्यार्पण के साथ सम्पन्न हुआ। पुण्यतिथि पर वैदिक रीति से हवन पूजन किया गया।यह आयोजन उनके महान संघर्ष एवं सामाजिक योगदान को याद करने का अवसर बना। श्रद्धांजलि कार्यक्रम में विभिन्न राजनीतिक दलो के नेता और समर्थकों ने भाग लिया।विदित हो की धर्मवीर उत्तर प्रदेश के पूर्व गृह मंत्री और केन्द्र सरकार में श्रम मंत्री रहे और सत्तर तथा अस्सी के दशक में प्रदेश एवं देश की राजनीति में महत्वपूर्ण तथा उल्लेखनीय योगदान दिया।ट्रांस्पोर्ट नगर चौराहे पर उनकी मूर्ति पर सैकड़ों समर्थको द्वारा माल्यार्पण हुआ।परिवारजन और समर्थको ने श्रद्धांजलि अर्पित की।धर्मवीर वंचित वर्गो के उत्थान के प्रतीक थे जिन्होंने सामाजिक समानता के लिए संघर्ष किया।उनकी स्मृति में ऐसे आयोजन प्रतिवर्ष आयोजित होते है।आर्य समाज के विद्वान राधेश्याम आर्य ने हवन संपन्न कराया।सैकड़ों गरीबो और ज़रूरतमन्दो को कंबल वितरण भी किया गया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से पूर्व सांसद शैलेंद्र कुमार शिशु जायसवाल पूर्व विधायक सत्यवीर मुन्ना पूर्व पुलिस अधीक्षक एल.पी भास्कर एस.पी सिंह वरिष्ठ नेता मोईनुद्दीन रामभजन त्रिपाठी सपा नेता जोटी यादव प्रवीण केसरवानी ठाकुर अशोक सिंह मान सिंह पटेल मान सिंह यादव मजीद भाई भोला नाथ यादव व्यापारी नेता दिनेश केसरवानी शंकर लाल कुशवाहा राजीव पासवान अरशद जानी जनसत्ता दल नेता इरफान अहमद कलीम ख़ान राजू कसेंदा नसीम भाई नीरज गुप्ता शंभूलाल केसरवानी भैयाराम सरोज शिवशरण कनौजिया आनंद आर्य प्रमोद आर्य दिनेश आर्य अनंत यादव बुद्ध लाल पासी शाश्वत आर्य सूर्यवीर आर्य सोराव से सुभाष यादव किसान यादव देशराज गौतम सानू वारसी अरविंद श्रीवास्तव आसिफ अब्बासी शरद गौतम शिवशंकर सरोज एडवो प्रमोद सरोज संतोष कनौजिया जनार्दन त्रिपाठी रामखिलावन सरोज अवनीश प्रजापति राजकुमार विश्वकर्मा अन्नू साहू धाकड़ पासी ओम प्रकाश पासी महेन्द्र बहल मनोज हेला सहित सामाजिक कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
माघ मेले की तैयारियां शुरू, महंत बलबीर गिरी जी महाराज ने शिविर के लिए किया गया भूमि पूजन

संजय द्विवेदी प्रयागराज।माघ मेले में प्रयागराज के बाघम्बरी मठ के महंत बलबीर गिरी महाराज के शिविर के लिए सोमवार को भूमि पूजन किया गया।वैदिक मन्त्रोच्चारण के साथ विधिवत पूजन-अर्चन के बाद आरती उतारी गई।भूमि पूजन के साथ ही शिविर स्थापना का कार्य भी शुरू कर दिया गया है।तीन जनवरी से शुरू होने वाले माघ मेले को लेकर तैयारियां तेजी से चल रही है।एक तरफ प्रशासन तो दूसरी तरफ संतो ने शिविरो की स्थापना शुरू कर दी है।प्रयागराज के बाघम्बरी मठ के महंत बलबीर गिरी महाराज ने अक्षय वट मार्ग के पास शिविर के लिए भूमि पूजन किया।उन्होने बताया कि माघ मेले के दौरान इस शिविर के माध्यम से धार्मिक गतिविधियो का संचालन किया जाएगा।सोमवार को शिविर स्थापना से पूर्व विधि-विधान से भूमि पूजन किया गया।महंत ने बताया कि तीन जनवरी को माघ मेले का पहला स्नान पौषण पूर्णिमा के साथ शुरू होगा।वही दूसरा 15 जनवरी को मकर संक्रांति तीसरा 18 जनवरी को मौनी अमावस्या चौथा 23 जनवरी को बसंत पंचमी पांचवां एक फरवरी को माघी पूर्णिमा व आखिरी 15 फरवरी को महाशिवरात्रि को स्नान होगा।
सुगम यातायात व्यवस्था के लिए माघ मेला पुलिस की व्यापक योजना
संजय द्विवेदी प्रयागराज।रिजर्व पुलिस लाइन्स माघ मेला के तीर्थराज सभागार में आयोजित प्रशिक्षण शिविर में उपस्थित अधिकारियो/कर्मचारियों को यातायात उपनिरीक्षक अवधेश कुमार सिंह के द्वारा माघ मेला क्षेत्र के प्रमुख यातायात नियम जैसे-
 
नो व्हीकल ज़ोन-

मुख्य स्नान पर्वो (जैसे माघ पूर्णिमा मकर संक्रांति मौनी अमावस्या)पर पूरा मेला क्षेत्र वाहनों के लिए बंद रहता है।
केवल आपातकालीन और आवश्यक सेवाओं के वाहनो को ही प्रवेश की अनुमति होती है।

डायवर्जन और मार्ग-

अलग-अलग मार्गो(जौनपुर वाराणसी मिर्जापुर, कानपुर लखनऊ)से आने वाले वाहनो के लिए डायवर्जन और वन-वे सिस्टम लागू होता है।संगम क्षेत्र (मेला)में प्रवेश के लिए जवाहरलाल नेहरू मार्ग (काली सड़क) और निकास के लिए (त्रिवेणी मार्ग) का उपयोग किया जा सकता है।पाण्टून पुलों पर आवागमन केवल एक दिशा में होती है। तथा प्रशिक्षण के इसी क्रम में फायरमैन आरक्षी पिरत पाल सिंह के द्वारा बताया गया कि माघ मेला क्षेत्र में फायर कन्ट्रोल के लिए व्यापक इंतजाम किए गए है जिसमें फायर स्टेशन फायर बाइक और AI कैमरे तैनात किए गए हैं, जिससे आग लगने पर 1 से 2 मिनट में पहुंच कर आग पर काबू पाया जा सके साथ ही श्रद्धालुओ के लिए सुरक्षा गाइडलाइन जारी की गई है,ताकि किसी भी आगजनी की घटना से बचा जा सके और त्वरित बचाव कार्य सुनिश्चित हो सके।प्रशिक्षण में उपस्थित थाना प्रभारी/शाखा प्रभारी व अन्य कर्मचारीगणो का अपर पुलिस अधीक्षक/नोडल पुलिस अधिकारी माघ मेला विजय आनन्द के द्वारा आभार व्यक्त किया गया।
माघ मेला आपदा प्रबधन के उद्देश्य से महत्वपूर्ण राज्य स्तरीय संगोष्ठी सह टेबल टॉप एक्सरसाइज का आयोजन
26 जनपदो के राजस्व पुलिस अग्निशमन एवं आपात सेवाएं चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग तथा जिला आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण के अधिकारी कर रहे प्रतिभाग

भीड़ प्रबन्धन योजना बनाते समय खतरे जोखिम नीति योजना एवं परिस्थितियो को समझना आवश्यक

सिम्पोजियम एवं टेबलटॉप एस्सरसाइज कार्यशाला अन्तर-विभागीय समन्वय एवं त्वरित निर्णय-क्षमता को सुदृढ़ करने में अत्यंत सहायक होगी- उपाध्यक्ष लेफ्टिनेन्ट जनरल योगेन्द्र डिमरी

संजय द्विवेदी प्रयागराज।उत्तर प्रदेश राज्य आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण द्वारा दिनांक 22-23 दिसम्बर 2025 को कोबरा ऑडिटोरियम न्यू कैंट जनपद प्रयागराज में भीड़ प्रबंधन तथा 03 संवेदनशील आपदाओं-डूबना शीतलहर एवं अग्नि दुर्घटना विषय पर सिम्पोजियम एवं टेबलटॉप एक्सरसाइज का आयोजन किया जा रहा है।इस दो दिवसीय आयोजन में प्रथम दिवस में टेक्निकल सेशन एवं द्वितीय दिवस में 26 जनपदो के अधिकारियो के साथ टेबल टॉप एक्सरसाइज किया जा रहा है।संगोष्ठी प्राधिकरण के उपाध्यक्ष लेफ्टिनेन्ट जनरल योगेन्द्र डिमरी पी.वी.एस.एम ए.वी.एस.एम, वी.एस.एम, (से.नि.)एवं लेफ्टिनेंट जनरल पी.एस. शेखावत पी.एस.एम ए.वी.एस.एम.एस.एम जी.ओ. सी.मध्य भारत एरिया की अध्यक्षता में मण्डलायुक्त सौम्या अग्रवाल जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा मेला अधिकारी ऋषिराज पुलिस विभाग भारतीय सेना भारतीय रेलवे एन०डी०आर०एफ०.एस०डी० आर०एफ०अग्निशमन विभाग चिकित्सा एवं स्वास्थ अन्य जनपद स्तरीय अधिकारी तथा 26 जनपदों प्रयागराज अयोध्या फतेहपुर कौशाम्बी प्रतापगढ़, चित्रकूट बांदा महोबा झांसी जालौन ललितपुर गाजियाबाद मेरठ आगरा कानपुर नगर कानपुर देहात गोडा बहराइच श्रावस्ती बाराबंकी उन्नाव लखनऊ हरदोई फतेहपुर सीकरी शाहजहाँपुर चित्रकूट जिलो के अपर जिलाधिकारी (वि०/रा०)पुलिस अधिकारी अग्निशमन अधिकारी अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी तथा जिला आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण से आपदा विशेषज्ञो द्वारा प्रतिभाग किया जा रहा है।टेक्निकल सेशन के प्रथम सत्र में पुलिस विभाग द्वारा भीड़ की गतिशीलता जोखिम कारको और भीड़ प्रबन्धन के लिए संगठन और चुनौतियां पर केस स्टडी के बारे में प्रतिभागियो को बताया गया।प्राधिकरण द्वारा भीड़ प्रबन्धन के लिए इन्सिडेन्ट रिस्पांस सिस्टम अग्निशमन एवं आपात सेवाओं द्वारा आग की घटनाओं की रोकथाम तैयारी और प्रतिक्रिया राष्ट्रीय आपदा मोचन बल द्वारा डूबने के जोखिम से बचाव एवं प्रबन्धन अभियान तथा चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के वक्ताओ द्वारा शीतलहर से बचाव की तैयारी-पूर्वानुमान आश्रय और स्वास्थ्य प्रतिक्रिया के सम्बन्ध में केस स्टडी/बेस्ट प्रैक्टिस के माध्यम से संगोष्ठी में व्याख्यान दिया गया।द्वितीय सत्र में प्रयागराज द्वारा माघ मेला हेतु भीड़ प्रबन्धन के दृष्टिगत की गयी तैयारियों पर जानकारी तथा जनपद हापुड़ गौतमबुद्ध नगर गोरखपुरएवं मथुरा के अपर जिलाधिकारी/पुलिस विभाग के अधिकारियो द्वारा जनपद में भीड़ प्रबन्धन की तैयारियो एवं केस स्टडी पर चर्चा किया गया।

विशेष उद्बोधन में ऑनलाइन मोड से जुड़े।

पुलिस महानिदेशक उत्तर प्रदेश राजीव कृष्ण ने कहा कि भीड़ प्रबन्धन केवल कानून-व्यवस्था का विषय नही बल्कि यह बहु-विभागीय समन्वय वैज्ञानिक योजना जोखिम आकलन तथा त्वरित निर्णय क्षमता पर आधारित एक समग्र प्रक्रिया है।जनसंख्या के दृष्टि से प्रदेश में आयोजित होने वाले विभिन्न धार्मिक सांस्कृतिक आध्यात्मिक एवं खेल-कूद आदि कार्यक्रमो के आयोजन में भीड़ प्रबंधन एक चुनौती पूर्ण कार्य है। यूपीएसडीएमए द्वारा सभी स्टेकहोल्डर को एक मंच पर लाना और विशेषकर माघ मेला के दौरान भीड़ प्रबंधन तथा अन्य संवेदनशील आपदाओं जैसे- डूबना, शीतलहर एवं अग्नि दुर्घटना विषय पर संगोष्टी सह टेबलटॉप एक्सरसाइज का आयोजन फील्ड स्तर पर कार्य कर रहे अधिकारियों के लिए लाभकारी होगा।बैठक को संबोधित करते हुए उपाध्यक्ष योगेन्द्र डिमरी ने बताया कि प्रदेश में भीड़ प्रबन्धन और आपदा प्रबंधन के शमन के उपाय प्रशिक्षण एवं क्षमता निर्माण और हितधारको की सहभागिता बहुत आवश्यक है। भीड़ प्रबंधन योजना बनाते समय खतरे जोखिम और नाजुकता का महत्त्व समझना बहुत आवश्यक है।उन्होंने कहा कि प्रदेश में आयोजित होने वाले बड़े धार्मिक सांस्कृतिक एवं सामाजिक आयोजनों में जनसुरक्षा सुनिश्चित करना हम सभी की साझा जिम्मेदारी है। यह दो दिवसीय कार्यक्रम नीति, योजना एवं फील्ड-स्तर पर कार्यान्वयन के बीच समन्वय को सुदृढ़ करने का प्रभावी मंच प्रदान करता है। तकनीकी सत्रों के माध्यम से भीड़ की गतिशीलता जोखिम आकलन इन्सिडेन्ट रिस्पांस सिस्टम अग्नि सुरक्षा डूबने की घटनाओं में बचाव तथा शीतलहर से निपटने हेतु स्वास्थ्य-आधारित तैयारियों पर आधारित केस-स्टडी एवं बेस्ट प्रैक्टिस प्रतिभागियों के लिए अत्यंत उपयोगी सिद्ध होगी।मंडलायुक्त सौम्या अग्रवाल ने कहा कि यह सिम्पोजियम एवं टेबलटॉप एक्सरसाइज प्रदेश के सभी 26 जनपदो में आपदा प्रबन्धन की तैयारी प्रतिक्रिया क्षमता और विभागीय समन्वय को मज़बूत करने की दिशा में एक अत्यन्त महत्वपूर्ण पहल है साथ ही उन्होंने कहा कि इस विषय पर माक अभ्यास करने की भी आवश्यकता है जिससे सभी जनपद स्तरीय कार्य करने वाले अधिकारीयों को अधिक जागरूकता किया जा सके। सभी विभागो और जनपदो के अधिकारियो से अपेक्षा है कि वे पूर्ण मनोयोग तत्परता और टीम भावना के साथ इसमें भाग लेकर प्रदेश की आपदा प्रबन्धन प्रणाली को और अधिक सुदृढ़ एवं सक्षम बनाएं।अपर पुलिस आयुक्त डॉ अजय पाल ने बताया कि माघ मेला के दृष्टिगत सभी सम्भावित परिस्थितियों का आंकलन कर लिया गया है तथा मेले के दौरान श्रद्धालुओ की सुरक्षा हेतु पर्याप्त पुलिस कर्मी तैनात रहेंगे।उन्होने यह भी बताया की विभिन्न मार्गो से आने वाले यात्रियो हेत पार्किंग स्थल एवं ट्रैफिक प्लान को यात्रियो की सुविधा के अनुसार बनाया गया है।उन्होंने कहा कि सुरक्षा के दृष्टिगत सभी पाण्टुन पुलों के दोनों तरफ चौकियाँ बनायी जाएंगी जिससे की किसी भी प्रकार की दुर्घटना से बचा जा सके।उक्त संगोष्ठी का संचालन प्राधिकरण के वरिष्ठ सलाहकार कर्नल संदीप मेहरोत्रा द्वारा किया गया एवं समन्वय प्रवीण किशोर प्रोजेक्ट कोऑर्डिनेटर (ट्रेनिंग)तथा जिला आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण प्रयागराज द्वारा किया जा रहा है।
अपात्र मतदाता का नाम मतदाता सूची में न हो सम्मिलित-जिलाधिकारी
जिलाधिकारी ने विधान सभा निर्वाचन क्षेत्रो की नामावलियो के विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण में राजनैतिक दलो के प्रतिनिधियो के साथ बैठक

एएसडी श्रेणी के मतदाताओ की हिन्दी अनुवादित सूची पूर्ण विवरण सहित ई0सी0आई0 पोर्टल पर उपलब्ध

राजनैतिक दलो के प्रतिनिधि पोर्टल पर उपलब्ध सूची का अवलोकन स्वयं यदि कोई विसंगति हो तो उसे दूर कराये

संजय द्विवेदी प्रयागराज।जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा की अध्यक्षता में सोमवार को संगम सभागार में राजनैतिक दलो के प्रतिनिधियो की उपस्थिति में विधान सभा निर्वाचन क्षेत्रों की निर्वाचक नामावलियो का विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण कार्यक्रम के सम्बन्ध में बैठक आयोजित की गयी।बैठक में जिलाधिकारी के द्वारा राष्ट्रीय एवं राज्यीय राजनैतिक दलो के प्रतिनिधियो को विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण के अन्तर्गत हो रहे एएसडी मतदाताओ के पुर्नसत्यापन व मैपिंग के कार्यो की प्रगति एवं गतिविधियो के बारे में विस्तार से जानकारी दी गयी।जिलाधिकारी ने कहा कि बीएलओ के द्वारा बनायी गयी मतदाताओं की एएसडी लिस्ट को आप सभी लोगो के साथ साझा किया गया है यदि कोई व्यक्ति गलती से एएसडी लिस्ट में सम्मिलित हो गया है तो उसे अभी 26 दिसम्बर तक रोलबैक कराया जा सकता है अन्यथा सम्बंधित मतदाता का नाम ड्राफ्ट प्रकाशन की लिस्ट में सम्मिलित नही होगा।अतः आपसे अनुरोध है कि आपके द्वारा नियुक्त बीएलए पूरे डेडीकेशन के साथ लग कर बीएलओ का सहयोग करे जिससे कोई भी पात्र मतदाता छूटने न पाये।जिलाधिकारी ने बताया कि बीएलओ के द्वारा मृतक पूर्ण रूप से स्थानातरित डुप्लीकेट/आल रेडी इनरोल्ड अनुपस्थित एवं अन्य मतदाताओ को चिन्हित कर बनायी गयी एएसडी लिस्ट को आप सभी राजनैतिक दलो के द्वारा नियुक्त बीएलए के साथ साझा किया गया है और सभी बूथो पर चस्पा भी कराया गया है और एएसडी मतदाताओ की मतदेय स्थलवार सर्चेबल फार्मेट पर यदि किसी व्यक्ति का नाम बीएलओ के द्वारा एएसडी लिस्ट में गलत चिन्हित कर लिया गया है तो वह अपना नाम सम्बंधित बीएलओ अथवा ईआरओ से सम्पर्क कर रोलबैक करा सकता है।जिलाधिकारी ने बैठक में बताया कि अभी एएसडी वोटर्स पर विशेष फोकस कर उन्हें ढूढंने का प्रयास किया जा रहा है।उन्होंने सभी मतदाताओ से अनुरोध है कि अपने-अपने बूथों पर जाकर अपना नाम एएसडी लिस्ट में चेक कर ले यदि किसी गलती से उनका नाम एएसडी लिस्ट में सम्मिलित हो गया है तो वह अपना नाम रोलबैक करा ले। बताया कि कुल 30,31,144 (86.15 प्रतिशत)मतदाताओ का डिजिटाइजेशन के अनुसार मैपिंग का कार्य दिनांक 22 दिसम्बर के अपरान्हन 02ः00 बजे तक पूर्ण कर लिया गया है।बैठक में जिलाधिकारी ने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग के ई0सी0आई0 नेट पोर्टल पर एएसडी श्रेणी के मतदाताओ की हिन्दी अनुवादित सूची पूर्ण विवरण सहित डाउनलोड करने हेतु आप्शन उपलब्ध करा दिया गया है।उन्होने सभी राजनैतिक दलो के प्रतिनिधियो से सूची का अवलोकन स्वयं एवं अपने बीएलए के माध्यम से करवाने के लिए कहा है जिससे कि कोई विसंगति पायी जाती है तो तत्काल सक्षम अधिकारी को अवगत कराते हुए उसे सही कराया जा सके।जिलाधिकारी ने सभी राजनैतिक दलो के प्रतिनिधियो से कहा कि बीएलओ के पास फार्म-6 उपलब्ध करा दिए गए है जिन लोगो ने 18 वर्ष की आयु पूर्ण कर लिया है लेकिन अभी तक उनका नाम वोटर लिस्ट में नही है या ऐसे लोग जो अर्हता तिथि 01.01.2026 तक 18 वर्ष की आयु पूर्ण कर रहे है या ऐसे मतदाता जो पूर्व में मतदाता थे लेकिन किन्ही कारणो से मतदाता सूची में उनका नाम नही है तो वह सभी फार्म-6 भरकर जमा कर सकते है ऐसे सभी मतदाताओ का नाम 28 फरवरी 2026 के फाइनल ड्राफ्ट रोल में आ जायेगा।नए वोटर्स बनाये जाने का अभियान भी चलाया जा रहा है।उन्होने सभी प्रतिनिधियोे से इस अभियान में सहयोग करने के लिए एवं बीएलओ से सम्पर्क कर फार्म-6 अनुलग्नक-4 सहित घोषणापत्र के साथ बीएलओ को उपलब्ध कराने के लिए अनुरोध किया।जिलाधिकारी ने सभी राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियो से अपने-अपने बूथ लेवल एजेंट को और अधिक सक्रिय करने और व सम्बंधित बीएलओ से एएसडी लिस्ट को अवश्य रिसीव कर ले और लिस्ट का अवलोकन कर लिस्ट में सम्मिलित लोगो को टेस करने में बीएलओ को अपना सहयोग प्रदान करे।उन्होने सभी राजनैतिक दलो के प्रतिनिधियों से अनुरोध किया कि वे सभी एएसडी लिस्ट में चिन्हित मतदाताओ का सर्वे कराकर अपने स्तर से भी पुष्टि अवश्य कर ले यदि किसी भी मतदाता का एएसडी लिस्ट में गलत अंकन हो गया है तो उसका रोलबैक अवश्य करा ले। कोई भी पात्र मतदाता एएसडी लिस्ट में सम्मिलित न रहे।इस अवसर पर उप जिला निर्वाचन अधिकारी पूजा मिश्रा राजनैतिक दलो के प्रतिनिधिगण एवं निर्वाचन से सम्बंधित अधिकारीगण उपस्थित रहे।
कवित्री चित्रा श्रीवास्तव की दो कृतियो मेरा मन वृंदावन तथा दुलहिन दूलहु का भव्य लोकार्पण

चित्रा एक अलग अलौकिक दृष्टि एवं कल्पना की रचनाकार-कलाकार रवीन्द्र कुशवाहा

संजय द्विवेदी प्रयागराज।ओहरियो ऑर्गेनाइजेशन के तत्वावधान में कवयित्री चित्रा विशाल श्रीवास्तव की काव्य कृतियो- ‘मेरो मन वृन्दावन’एवं‘दुलहिन दूलहु’—का लोकार्पण प्रयागराज स्थित ब्लू बेल स्कूल करेली सभागार में सुप्रसिद्ध अकादमी चित्रकार रवीन्द्र कुशवाहा की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ।अध्यक्षीय सम्बोधन में कुशवाहा ने कहा कि दोनों पुस्तकों में राधा कृष्ण के अलौकिक प्रेम का सजीव चित्रण हुआ है स्वर कोकिला कवित्री चित्रा श्रीवास्तव ने‘मेरो मन वृन्दावन’में रसिक भक्त के हृदय में उठते वियोग व संयोग के भावों को गीत-पदो के माध्यम से अभिव्यक्त किया है वही दुलहिन दूलहु’में श्यामा- श्याम के मध्य घटित सुन्दर लीलाओ का काव्यमय चित्रण किया है।दोनों कृतियो की विशेषता यह है कि इनमें भावानुसार उपयुक्त चित्रो का समावेश है।उल्लेखनीय है कि चित्रा जी की यह ग्यारहवीं पुस्तक है।सर्वप्रथम अतिथियो ने दीप प्रज्वलित कर एवं मां सरस्वती पर माल्यार्पण करके कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। तत्पश्चात ओहरियो ऑर्गेनाइजेशन ने सभी अतिथियों को अंगवस्त्र पुष्पदान प्रदान कर सम्मानित किया।मुख्य अतिथि के रूप में राघवेन्द्र बहादुर सरल व सरला श्रीवास्तव उपस्थित रहे। विशिष्ट अतिथियो में कल्पना वर्मा जया मोहन एवं विजय लक्ष्मी विभा शामिल रही मुख्य वक्ता में भगवान प्रसाद उपाध्याय रहे। संचालन प्रो.रवि कुमार मिश्र ने किया।ब्लू बेल स्कूल के प्रबन्धक संदीप कुशवाहा के अतुलनीय सहयोग से यह कार्यक्रम से सम्पन्न हुआ।अन्य वक्ताओ में कल्पना वर्मा जया मोहन मिली संजय इं. रंजन पाण्डेय पंडित राकेश मालवीय मुस्कान अजित श्रीवास्तव एवं अन्नू श्रीवास्तव ने आध्यात्मिक पक्ष एवं चित्रमय प्रस्तुति को विशेष रूप से सराहा।ओहरिओ की ओर से अदिति श्रीवास्तव एवं चित्रा विशाल श्रीवास्तव ने सभी अतिथियो साहित्य प्रेमियो एवं उपस्थित जनो का स्वागत एवं आभार व्यक्त किया।कार्यक्रम का समापन प्रभंजन त्रिपाठी द्वारा किया गया।इस अवसर पर साहित्यकार अनु श्रीवास्तव डॉ.अरविंद मालवीय मुक्तक सम्राट पाल प्रयागी शरद श्रीवास्तव राघवेन्द्र बहादुर श्रीवास्तव प्रभंजन त्रिपाठी मधुरिमा शर्मा चेतना सिंह चितेरी डॉ.मंजू प्रकाश शैलेन्द्र जय ऋतु पाण्डेय अदिति श्रीवास्तव सुयश श्रीवास्तव विवान शिवाय श्रीवास्तव श्रिया आदिल खां की गरिमामयी उपस्थिति रही।
खेलो प्रयागराज महापौर कप का इस बार का भी आयोजन भव्य और दिव्य होगा-महापौर गणेश केसरवानी।
संजय द्विवेदी प्रयागराज।नगर निगम मुख्यालय सिविल लाइंस के हाल में महापौर कप 2025 की बैठक महापौर गणेश केसरवानी की अध्यक्षता में सभी खेल सघो के साथ बैठक सम्पन्न हुई जिसमें महापौर ने सभी खेलो को कराने की स्वीकृति 25/12/2025 से 6/1/2026 तक कराने की मंजूरी प्रदान की महापौर ने कहा इस खेल महोत्सव की तैयारियो को अंतिम रूप दिया गया इस प्रतियोगिता में विभिन्न खेलो के खिलाड़ी अपनी प्रतिभा दिखाएंगे जिससे शहर की खेल संस्कृति में एक नई ऊर्जा आएगी यह भी बताया दिनांक 25.12.25 को दोपहर 3:00 बजे मदन मोहन मालवीय स्टेडियम कम्पनी बाग में इस खेल का शुभारम्भ होगा जिसमें प्रदेश के बड़े नेता उपस्थित होकर इस खेल का शुभारम्भ करेगे और 06.1.26 को इसी स्टेडियम में ही खेलो प्रयागराज महापौर कप का समापन होगा।इसके प्रचार के लिए शहर में खिलाड़ियो द्वारा जागरूकता अभियान चलाया जाएगा जिससे लोगो को खेल से भावना जुड़े और खेल कार्यक्रम से पहले एक जागरूकता रैली निकाली जाएगी।

इस बैठक में अपर नगर आयुक्त राजीव शुक्ला पार्षद आशीष द्विवेदी पंकज जायसवाल सुनीता चोपड़ा खेल से के बी काला आर एस वेदी कुलदीप सिंह उज्ज्वल सिंह शील ओझा और खेलगांव पब्लिक स्कूल के चेयरमैन अनिल मिश्रा के टीम सदस्य प्रदीप तिवारी नीरज शर्मा आदि मौजूद रहे।

जिसमें निम्नलिखित खेल सम्मिलित होंगे-एथलेटिक पैरा एथलीट बैडमिंटन बास्केटबॉल बॉक्सिंग चेस क्रिकेट फुटबॉल हैंडबॉल हॉकी जूडो कबड्डी खो खो लॉन टेनिस रोइंग स्केटिंग टेबल टेनिस ताइक्वांडो वॉलीबॉल कयाकिंग और कैनोइंग कराटे ।
नगर आयुक्त ने शीतलहर एवं अत्यधिक ठंड से बचाव के दृष्टिगत में जोनल अधिकारियो को अलाव एवं रैन बसेरा का निरीक्षण किये जाने का निर्देश

संजय द्विवेदी,प्रयागराज।शीतलहर एवं अत्यधिक ठंड के प्रकोप को देखते हुए सीलम सांई तेजा नगर आयुक्त नगर निगम प्रयागराज द्वारा समस्त जोनल अधिकारियो को अलाव एवं रैन बसेरा का निरीक्षण किये जाने का निर्देश दिया गया ताकि निरश्रित एवं रात को फुटपाथ एवं सड़को पर राज गुजारने वालो को ठंड से राहत के दृष्टिगत सभी जोन के मुख्य चौराहो लेबर चौराहो रेलवे स्टेशनो बस अड्डा एवं रैन बसेरो आदि पर अलाव की व्यवस्था रहे।

साथ ही रैन बसेरो को साफई का विशेष ध्यान रखते हुए तकिया चादर गद्दे एवं राजाई/कम्बल व शुद्ध पेयजल इत्यादि का भी विशेष ध्यान दिया जाए।इसके अतिरिक्त सम्बन्धित अधिकारियो निरन्तर निरीक्षण करते रहने के निर्देश दिये गये।
माघ मेला 2025 की तैयारियों को लेकर प्रयागराज में संगोष्ठी व टेबल-टॉप एक्सरसाइज, डीजीपी राजीव कृष्ण ने भीड़ प्रबंधन और आपदा तैयारी पर दिया जोर
प्रयागराज। उत्तर प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (UPSDMA) द्वारा आगामी माघ मेला 2025 की तैयारियों के दृष्टिगत प्रयागराज में एक संगोष्ठी एवं टेबल-टॉप एक्सरसाइज का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य माघ मेले के दौरान भीड़ के प्रभावी प्रबंधन, डूबने की घटनाओं की रोकथाम, शीत लहर तथा अग्नि दुर्घटनाओं जैसी संभावित आपदाओं से निपटने की तैयारियों की समीक्षा और सुदृढ़ीकरण करना रहा।इस अवसर पर पुलिस महानिदेशक उत्तर प्रदेश श्री राजीव कृष्ण ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सहभागिता करते हुए प्रमुख वक्ता के रूप में संबोधन दिया।

संगोष्ठी की शुरुआत

कार्यक्रम की शुरुआत उत्तर प्रदेश स्टेट डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी (UPSDMA) के वाइस चेयरमैन श्री योगेन्द्र डिमरी, लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) के उद्घाटन संबोधन से हुई। उन्होंने माघ मेला जैसे विशाल धार्मिक आयोजनों में आपदा प्रबंधन की भूमिका को अत्यंत महत्वपूर्ण बताया।

कुंभ और माघ मेला विश्व के सबसे बड़े जनसमूह आयोजन

अपने संबोधन में डीजीपी राजीव कृष्ण ने कहा कि कुंभ मेला और माघ मेला विश्व के सबसे बड़े सार्वजनिक जनसमूह आयोजनों (Public Gathering Events) में शामिल हैं। उन्होंने बताया कि इन आयोजनों में कुछ ऐसे विशेष स्नान पर्व होते हैं, जब एक ही समय और एक ही स्थान पर श्रद्धालुओं की संख्या अत्यधिक बढ़ जाती है, जिससे भीड़ प्रबंधन एक बड़ी चुनौती बन जाता है।

उन्होंने स्पष्ट किया कि चुनौती केवल भीड़ की संख्या तक सीमित नहीं होती, बल्कि उसकी निरंतर बदलती और गतिशील प्रकृति भी प्रशासन और पुलिस के लिए गंभीर चुनौती पैदा करती है।

एक साथ कई जोखिमों से निपटने की जरूरत

डीजीपी ने कहा कि माघ मेला जैसे आयोजनों में—
उच्च घनत्व वाली भीड़
नदी और संगम क्षेत्र से जुड़े डूबने के जोखिम
शीत लहर का प्रभाव
अग्नि दुर्घटनाओं की संभावना
यातायात, ट्रैफिक और पार्किंग की जटिलताएं
ये सभी समस्याएं एक साथ उत्पन्न होती हैं, जिनसे निपटने के लिए समग्र, समन्वित और बहुआयामी रणनीति की आवश्यकता होती है।

प्रतिक्रिया नहीं, अब पूर्वानुमान आधारित व्यवस्था जरूरी

पुलिस महानिदेशक ने इस बात पर विशेष बल दिया कि अब आपदा प्रबंधन का दृष्टिकोण केवल घटना के बाद प्रतिक्रिया देने तक सीमित नहीं रह सकता। उन्होंने कहा कि पूर्वानुमान आधारित, योजनाबद्ध और प्रशिक्षित प्रतिक्रिया प्रणाली विकसित करना समय की आवश्यकता है।उन्होंने कहा कि भले ही अलग-अलग विभाग अपनी-अपनी तैयारियां करते हों, लेकिन किसी भी आपात स्थिति में इन सभी तैयारियों को एकीकृत, समन्वित और समयबद्ध प्रतिक्रिया में बदलना अत्यंत आवश्यक है।

प्रवेश-निकास और स्नान घाटों पर विशेष फोकस

डीजीपी राजीव कृष्ण ने माघ मेले की सफलता के लिए—प्रवेश और निकास मार्गों की वैज्ञानिक योजना,स्नान घाटों पर भीड़ की आवाजाही का संतुलित प्रबंधन,माइक्रो-क्राउड की निरंतर निगरानी को बेहद अहम बताया। उन्होंने कहा कि छोटी-छोटी भीड़ इकाइयों पर नजर रखकर बड़ी दुर्घटनाओं को रोका जा सकता है।

SDRF अब सिर्फ बैकअप नहीं

अपने संबोधन में डीजीपी ने कहा कि एसडीआरएफ (State Disaster Response Force) अब केवल एक बैकअप बल नहीं रह गया है, बल्कि भीड़ सुरक्षा और आपदा प्रबंधन की ऑपरेशनल व्यवस्था का अभिन्न हिस्सा बन चुका है। उन्होंने कहा कि एसडीआरएफ ने पूर्व आयोजनों में अपनी उच्च दक्षता और पेशेवर क्षमता का सफल प्रदर्शन किया है।

अग्नि, शीत लहर और डूबने की घटनाओं पर सख्त सतर्कता

अग्नि दुर्घटना, शीत लहर और डूबने से संबंधित खतरों पर चर्चा करते हुए डीजीपी ने कहा कि इन सभी संभावित जोखिमों से निपटने के लिए—

विभागों के बीच सतत समन्वय,

प्रभावी संचार व्यवस्था,

त्वरित और प्रशिक्षित प्रतिक्रिया तंत्र

अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने अधिकारियों को आगाह किया कि पूर्व अनुभवों के बावजूद किसी भी स्तर पर आत्मसंतोष या शिथिलता नहीं होनी चाहिए, क्योंकि हर दिन नई परिस्थितियां और नई चुनौतियां सामने आती हैं।

प्रशासनिक और सुरक्षा अधिकारियों की मौजूदगी

संगोष्ठी के दौरान कई वरिष्ठ प्रशासनिक और सुरक्षा अधिकारियों ने भी अपने विचार रखे। इनमें प्रमुख रूप से—

लेफ्टिनेंट जनरल पी.एस. शेखावत, जीओसी मध्य भारत, जबलपुर

अपर पुलिस महानिदेशक प्रयागराज जोन श्री संजीव गुप्ता

मंडलायुक्त प्रयागराज श्रीमती सौम्या अग्रवाल

श्री प्रवीण किशोर, परियोजना समन्वयक (प्रशिक्षण), यूपी एसडीएमए

श्री अनिमेष सिंह, सीएफओ माघ मेला प्रयागराज

श्री संतोष कुमार, 2IC, 11वीं बटालियन एनडीआरएफ, वाराणसी

डीडीएमए प्रयागराज, हापुड़, गौतमबुद्धनगर, गोरखपुर, वाराणसी

श्री संदीप मेहरोत्रा, कर्नल (सेवानिवृत्त), वरिष्ठ सलाहकार यूपी एसडीएमए

शामिल रहे।

तैयारियों को और मजबूत बनाएगी संगोष्ठी

अंत में डीजीपी राजीव कृष्ण ने विश्वास व्यक्त किया कि इस प्रकार की संगोष्ठियां और टेबल-टॉप एक्सरसाइज प्रशासन और पुलिस की तैयारियों को और अधिक मजबूत बनाएंगी तथा माघ मेला 2025 के दौरान श्रद्धालुओं की सुरक्षा, सुविधा और विश्वास सुनिश्चित करने में अहम भूमिका निभाएंगी।उन्होंने कहा कि शासन-प्रशासन की प्राथमिकता यह सुनिश्चित करना है कि माघ मेला न केवल धार्मिक दृष्टि से सफल हो, बल्कि सुरक्षा और आपदा प्रबंधन के मानकों पर भी एक आदर्श आयोजन बने।