परिषदीय विद्यालय में अध्ययनरत बच्चों को समाज की प्रगति में निर्णायक दिशा देने की भूमिका के संकल्प के साथ संपन्न हुआ एकीकृत *संपूर्ण* प्रशिक्षण
संजीव सिंह बलिया!बदलते शैक्षिक परिदृश्य में यह विश्वास निहित है कि बच्चे अपने ज्ञान का निर्माण स्वयं करते हैं एवं बच्चों को अपने ज्ञान पर चिंतन करने और दैनिक जीवन में उपयोग हेतु प्रोत्साहित करने की आवश्यकता होती है ।इस हेतु शिक्षकों को बच्चों को समझने की आवश्यकता है जिससे सीखना उनके लिए बोझ न होकर आनंददायक और रोचक अनुभव हो सके, जो शिक्षकों के साथ-साथ विद्यार्थियों के समग्र विकास में सहयोगी हो। इन्हीं आवश्यकताओं के दृष्टिगत राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद उत्तर प्रदेश द्वारा प्राथमिक विद्यालयों में अध्यापन कर रहे शिक्षकों के क्षमता संवर्धन की दृष्टि से महत्वपूर्ण विषयों एवं बिंदुओं के प्रभावकारी संकलन का एक नवीन प्रयास किए जाने हेतु एकीकृत संपूर्ण प्रशिक्षण का आयोजन सुनिश्चित किया जा रहा है। इस प्रशिक्षण के प्रथम चक्र में जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान पकवाइनार बलिया पर विगत जुलाई माह 2025 से संचालित एकीकृत संपूर्ण प्रशिक्षण का समापन डाइट पर आज हर्षोल्लास के साथ हुआ। इस प्रशिक्षण के विभिन्न चरणों में प्राथमिक विद्यालय में कार्य कर रहे शिक्षकों को गणित एवं भाषा शिक्षण ,पर्यावरण शिक्षा, नैतिक शिक्षा, जीवन कौशल, अनुभवात्मक शिक्षण ,आकलन, कला एवं संगीत ,क्राफ्ट एवं पपेट्री ,समावेशी शिक्षा, नेतृत्व क्षमता संवर्धन, स्वास्थ्य के लिए खेल के योगदान आदि विषयों को समाहित करने का प्रयास किया गया है ।प्रत्येक सत्र में ऐसी गतिविधियों का समावेश किया गया जो सत्रा के उद्देश्यों की प्राप्ति के साथ-साथ शिक्षकों के माध्यम से विद्यार्थियों के व्यवहार में वांछनीय परिवर्तन लाने में उपयोगी सिद्ध हो। शिक्षकों का क्षमता संवर्धन, प्रभावी कक्षा प्रबंधन, कौशलों का विकास ,विभिन्न शैक्षिक दृष्टिकोण एवं समाज से परिचित कराना है ताकि शिक्षक स्वयं के अनुभवों और अनुभवात्मक ज्ञान को उपलब्ध संसाधनों के साथ जोड़कर बच्चों का विकास कर सकें और समाज में निर्णायक भूमिका में पदस्थापित करा सके। जनपद के विभिन्न शिक्षा क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालयों में अध्यापन कर रहे शिक्षकों को प्रशिक्षित करते हुए उनके अंदर राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में अपेक्षित जीवन कौशलों के विकास, समावेशी एवं सुरक्षित विद्यालई वातावरण के सृजन हेतु विभिन्न प्रकार की गतिविधियों का आयोजन कर मजबूती प्रदान की गई। संस्थान के प्राचार्य/ उप शिक्षा निदेशक मनीष कुमार सिंह द्वारा सकुशल प्रशिक्षण संपन्न होने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए बताया गया कि सीखना हमेशा से आनंद की अनुभूति होना चाहिए तथा विद्यार्थियों में समझ का विकास राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा के अनुरूप होना चाहिए जो इस प्रशिक्षण की नीव भी है। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान पकवाइनार बलिया पर शिक्षक शिक्षा कार्यक्रम के प्रभारी डॉक्टर मृत्युंजय सिंह तथा एकीकृत संपूर्ण प्रशिक्षण के नोडल रवि रंजन खरे द्वारा संयुक्त रूप से प्रयास करते हुए प्रशिक्षण में लोकतांत्रिक मूल्यों की स्थापना हेतु लगातार प्रयास किया जाता रहा ताकि प्रशिक्षण रोचक तरीके से संपन्न हो सके। शिक्षकों को प्रथम स्तर के परामर्शदाता के रूप में विकसित करने का काम इस प्रशिक्षण के माध्यम से हो सके इसका विशेष ध्यान रखा गया तथा इस बात को सुनिश्चित किया गया कि शिक्षकों के अंदर संपूर्णता का विकास इस स्तर तक हो कि बच्चों के प्रत्येक पहलू को राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप ढाला जा सके। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान पकवाइनार बलिया के सभी प्रवक्ता डॉक्टर जितेंद्र गुप्त ,अविनाश सिंह, राम यश योगी,राम प्रकाश, देवेंद्र सिंह, जानू राम ,डॉक्टर अशफाक, हलचल चौधरी, किरण सिंह, भानु प्रताप सिंह , डा शाइस्ता अंजुम द्वारा प्रशिक्षण को पूर्ण मनोयोग से प्रदान किया गया। प्रशिक्षण में तकनीकी सहयोग हेतु पूर्व एकेडमिक पर्सन डॉक्टर शशि भूषण मिश्र, संतोष कुमार तथा शिक्षक चंदन मिश्रा की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
बलिया की बेटी ने लहराया परचम, बनी मिस यूपी
संजीव सिंह बलिया। नगर के टाउन हाल निवासी सचिन सिंह एवं डॉ. दिवा सिंह की पुत्री अलक्ष्या सिंह ने मिस यूपी का खिताब जीतकर बलिया का मान बढ़ाया है। 18 दिसंबर को लखनऊ में उत्तर प्रदेश आर्टिस्ट एसोसिएशन द्वारा आयोजित भव्य समारोह में यह उपलब्धि हासिल की गई।कार्यक्रम में प्रदेश के सभी जनपदों से युवक-युवतियां शामिल हुए थे। अलक्ष्या सिंह ने अपनी प्रतिभा और आत्मविश्वास से सभी को प्रभावित कर मिस यूपी का खिताब अपने नाम कर लिया। बताते चलें कि अलक्ष्या होली क्रॉस स्कूल से एलकेजी से 12वीं तक की पढ़ाई पूरी कर चुकी हैं। वर्तमान में वह लखनऊ में आगे की तैयारी कर रही हैं।बलिया में अलक्ष्या की इस सफलता को लेकर खुशी का माहौल है। स्थानीय लोगों ने इसे बलिया की बेटियों के लिए प्रेरणा बताया। परिवार और परिजनों ने भी गर्व से कहा कि अलक्ष्या ने कड़ी मेहनत से यह मुकाम हासिल किया है।
बजरंग दल रसड़ा की जिला बैठक संपन्न, 25 को निकलेगी शौर्य यात्रा
संजीव सिंह बलिया!रसड़ा:विश्व भर में सनातन धर्म की रक्षा एवं सेवा को समर्पित बजरंग दल की रसड़ा इकाई की जिला बैठक 20 दिसंबर को श्री गणिनाथ मंदिर प्रांगण में संपन्न हुई। बैठक में 25 दिसंबर को आयोजित शौर्य दिवस की विस्तृत योजना तैयार की गई। मुख्य अतिथि के रूप में बजरंग दल बलिया के विभाग संयोजक दीपक गुप्ता उपस्थित रहे।बैठक को संबोधित करते हुए विभाग संयोजक दीपक गुप्ता ने कहा कि बजरंग दल की स्थापना का मूल उद्देश्य प्रभु श्रीराम को उनके महल में पुनः स्थापित करना था। इसके लिए संगठन ने प्राणों को दाव पर लगाते हुए भारत पर लगे कलंक के ढांचे को ध्वस्त कर दिया, जिसे बाबरी शौर्य दिवस के रूप में जाना जाता है। पिछले वर्ष पूरे विश्व ने देखा कि आराध्य प्रभु श्रीराम अपने भव्य मंदिर में विराजमान हो गए। इस शौर्य को याद करते हुए बजरंग दल प्रतिवर्ष शौर्य यात्रा निकालता है, जो इस बार 25 दिसंबर को निकलेगी। यह यात्रा विदेशी त्यौहार क्रिसमस को समाप्त कर भारतीय त्यौहारों के पुनरुत्थान का प्रतीक बनेगी।उक्त बैठक में जिला संयोजक प्रतीक राय, सह-संयोजक सोनू गुप्ता, जिला गौ रक्षा प्रमुख धर्मेंद्र यादव, नगर मंत्री रमेश चौरसिया, अंशु सोनी, नगर उपाध्यक्ष कृष्णा गुप्ता एवं राघवेंद्र सोनी, नगर बलोपासना प्रमुख अभिनंदन वर्मा, पशुराम गुप्ता, गणेश गुप्ता, दीपक गुप्ता, विष्णु सोनी आदि पदाधिकारी उपस्थित रहे।
बजरंग दल रसड़ा की जिला बैठक संपन्न, 25 को निकलेगी शौर्य यात्रा
संजीव सिंह बलिया!रसड़ा:विश्व भर में सनातन धर्म की रक्षा एवं सेवा को समर्पित बजरंग दल की रसड़ा इकाई की जिला बैठक 20 दिसंबर को श्री गणिनाथ मंदिर प्रांगण में संपन्न हुई। बैठक में 25 दिसंबर को आयोजित शौर्य दिवस की विस्तृत योजना तैयार की गई। मुख्य अतिथि के रूप में बजरंग दल बलिया के विभाग संयोजक दीपक गुप्ता उपस्थित रहे।बैठक को संबोधित करते हुए विभाग संयोजक दीपक गुप्ता ने कहा कि बजरंग दल की स्थापना का मूल उद्देश्य प्रभु श्रीराम को उनके महल में पुनः स्थापित करना था। इसके लिए संगठन ने प्राणों को दाव पर लगाते हुए भारत पर लगे कलंक के ढांचे को ध्वस्त कर दिया, जिसे बाबरी शौर्य दिवस के रूप में जाना जाता है। पिछले वर्ष पूरे विश्व ने देखा कि आराध्य प्रभु श्रीराम अपने भव्य मंदिर में विराजमान हो गए। इस शौर्य को याद करते हुए बजरंग दल प्रतिवर्ष शौर्य यात्रा निकालता है, जो इस बार 25 दिसंबर को निकलेगी। यह यात्रा विदेशी त्यौहार क्रिसमस को समाप्त कर भारतीय त्यौहारों के पुनरुत्थान का प्रतीक बनेगी।उक्त बैठक में जिला संयोजक प्रतीक राय, सह-संयोजक सोनू गुप्ता, जिला गौ रक्षा प्रमुख धर्मेंद्र यादव, नगर मंत्री रमेश चौरसिया, अंशु सोनी, नगर उपाध्यक्ष कृष्णा गुप्ता एवं राघवेंद्र सोनी, नगर बलोपासना प्रमुख अभिनंदन वर्मा, पशुराम गुप्ता, गणेश गुप्ता, दीपक गुप्ता, विष्णु सोनी आदि पदाधिकारी उपस्थित रहे।
फाइलेरिया मुक्ति अभियान 2026 की तैयारी को लेकर लखनऊ में एक दिवसीय वर्कशॉप आयोजित
अमर बहादुर सिंह बलिया/लखनऊ। फाइलेरिया मुक्ति अभियान फरवरी 2026 की तैयारियों के तहत भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय एवं राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) के संयुक्त तत्वावधान में दिनांक 16 दिसंबर 2025 को लखनऊ में एक दिवसीय वर्कशॉप का आयोजन किया गया। इस वर्कशॉप में विश्वविद्यालय स्तर से कार्यक्रम अधिकारियों एवं समन्वयकों ने सहभागिता की। वर्कशॉप में कार्यक्रम अधिकारी/नोडल अधिकारी डॉ. संजीव कुमार, डॉ. मुनेन्द्र पाल एवं डॉ. आनन्द द्विवेदी के साथ विश्वविद्यालय समन्वयक डॉ. कृष्ण कुमार सिंह ने प्रतिभाग किया। कार्यशाला का उद्देश्य आगामी फाइलेरिया उन्मूलन अभियान को प्रभावी ढंग से लागू करने, जन-जागरूकता बढ़ाने तथा एमडीए (मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन) कार्यक्रम की रणनीति को मजबूत करना रहा। कार्यशाला में विशेषज्ञों द्वारा फाइलेरिया रोग की रोकथाम, समय पर दवा सेवन की अनिवार्यता, समुदाय की सहभागिता एवं स्वयंसेवकों की भूमिका पर विस्तृत चर्चा की गई। साथ ही यह भी बताया गया कि सरकार का लक्ष्य फाइलेरिया जैसी गंभीर बीमारी से देश को मुक्त करना है, जिसमें शैक्षणिक संस्थानों एवं एनएसएस की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। बताया गया कि आगामी वर्ष 10 फरवरी 2026 से बलिया जनपद के 14 विकास खंडों में फाइलेरिया से संबंधित जन-जागरूकता अभियान एवं एमडीए अभियान चलाया जाएगा। यह अभियान एनएसएस एवं PCI India के संयुक्त तत्वावधान में संचालित होगा। इस अभियान के तहत आमजन को फाइलेरिया के कारण, लक्षण, रोकथाम एवं दवा सेवन के महत्व के प्रति जागरूक किया जाएगा। इस टीम में डॉ. समरजीत बहादुर सिंह भी सक्रिय सदस्य के रूप में शामिल रहेंगे। अभियान में एनएसएस स्वयंसेवकों की महत्वपूर्ण भूमिका होगी, जो घर-घर जाकर लोगों को दवा सेवन के लिए प्रेरित करेंगे तथा भ्रांतियों को दूर करेंगे। कार्यक्रम से जुड़े अधिकारियों ने विश्वास जताया कि सामूहिक प्रयासों, जनभागीदारी और सतत जागरूकता के माध्यम से फाइलेरिया उन्मूलन के लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकेगा। यह पहल स्वस्थ समाज एवं रोगमुक्त भारत की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम सिद्ध होगी।
ठंड के कारण बलिया में कक्षा 1 से 8वीं तक स्कूलों का समय बदला, 10 बजे से 3 बजे तक चलेगी कक्षाएं
संजीव सिंह बलिया। ठंड, गलन एवं मौसम विभाग द्वारा जारी पूर्वानुमान को देखते हुए जनपद बलिया में कक्षा एक से आठवीं तक के समस्त परिषदीय, मान्यता प्राप्त तथा सहायता प्राप्त स्कूलों और अन्य बोर्डों से संचालित विद्यालयों के संचालन की अवधि में बदलाव किया गया है।इस संबंध में बीएसए मनीष कुमार सिंह ने जिलाधिकारी बलिया के निर्देश पर आदेश जारी कर दिया है। आदेश के अनुसार, 18 दिसंबर 2025 से जनपद के सभी 8वीं तक के स्कूल प्रातः 10:00 बजे से अपरान्ह 3:00 बजे तक संचालित होंगे।बीएसए ने सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया है कि उक्त आदेश का कड़ाई से पालन सुनिश्चित किया जाए। इससे छात्रों को ठंड से राहत मिलेगी और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित होगी।ठंड के कारण बलिया में कक्षा 1 से 8वीं तक स्कूलों का समय बदला, 10 बजे से 3 बजे तक चलेगी कक्षाएंबलिया। ठंड, गलन एवं मौसम विभाग द्वारा जारी पूर्वानुमान के दृष्टिगत जनपद बलिया में कक्षा एक से आठवीं तक के समस्त परिषदीय, मान्यता व सहायता प्राप्त तथा अन्य बोर्डों से संचालित विद्यालयों का संचालन अवधि में परिवर्तन किया गया है। इस आशय का आदेश बीएसए मनीष कुमार सिंह ने जिलाधिकारी बलिया द्वारा प्रदत्त निर्देश के क्रम में जारी कर दिया है।जारी आदेश के मुताबिक, जनपद में 8वीं तक के सभी स्कूलों का संचालन 18.12.2025 से प्रातः 10:00 बजे से अपरान्ह 03:00 बजे तक किया जाएगा। बीएसए ने स्पष्ट कहा है कि उक्त आदेश का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित किया जाए। इस बदलाव से बच्चों को शीतलहर से सुरक्षा मिलेगी।
नकली खाद और कालाबाजारी पर योगी सरकार सख्त, दोषियों पर रासुका की तैयारी
अमर बहादुर सिंह बलिया शहर! लखनऊ:प्रदेश में किसानों के हितों की रक्षा के लिए योगी सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। नकली खाद की बिक्री और खाद की कालाबाजारी में लिप्त लोगों के खिलाफ अब राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) के तहत कड़ी कार्रवाई की जाएगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उच्चस्तरीय बैठक में स्पष्ट निर्देश दिए कि किसानों के साथ किसी भी तरह की धोखाधड़ी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि खाद की उपलब्धता, वितरण और बिक्री व्यवस्था पर कड़ी निगरानी रखी जाए। जहां भी अनियमितता या गड़बड़ी की शिकायत मिले, वहां तत्काल कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। दोषी पाए जाने पर संबंधित दुकानदारों और अधिकारियों के खिलाफ विजिलेंस जांच भी कराई जाएगी। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि किसानों को खाद की कमी का कृत्रिम संकट पैदा करने वालों के लिए प्रदेश में कोई जगह नहीं है। उन्होंने कृषि विभाग के अधिकारियों को चेतावनी दी कि यदि फील्ड स्तर पर लापरवाही या मिलीभगत सामने आई तो सख्त दंडात्मक कार्रवाई होगी। सरकार ने निर्देश दिए हैं कि खाद केवल निर्धारित सरकारी दरों पर ही उपलब्ध कराई जाए और ओवररेटिंग किसी भी स्थिति में स्वीकार नहीं की जाएगी। डीएम, एसडीएम और अन्य प्रशासनिक अधिकारियों को खाद दुकानों और समितियों पर नियमित निरीक्षण करने के आदेश दिए गए हैं। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि प्रदेश के किसानों को समय पर और पर्याप्त मात्रा में खाद मिले, यह सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। नकली खाद बेचकर किसानों की फसल और भविष्य से खिलवाड़ करने वालों के खिलाफ अब कठोरतम कार्रवाई की जाएगी।
14.20 करोड़ में बिका अमेठी के शिक्षामित्र का बेटा: यूपी का ऑलराउंडर प्रशांत वीर CSK में बनेगा जडेजा का विकल्प
संजीव सिंह बलिया!16 दिसंबर 2025: आईपीएल 2026 के मिनी ऑक्शन में उत्तर प्रदेश के हरफनमौला खिलाड़ी प्रशांत वीर ने इतिहास रच दिया। चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) ने उन्हें 14.20 करोड़ रुपये में खरीदकर IPL के सबसे महंगे अनकैप्ड भारतीय खिलाड़ी बना दिया।नीलामी में छिड़ी जोरदार बोली जंगबुधाबी में आयोजित नीलामी में प्रशांत वीर का नाम आते ही फ्रेंचाइजियों के बीच जबरदस्त होड़ मच गई।लखनऊ सुपर जायंट्स और मुंबई इंडियंस ने शुरुआत की।राजस्थान रॉयल्स, कोलकाता नाइट राइडर्स, सनराइजर्स हैदराबाद और CSK भी कूद पड़ीं। लंबी लड़ाई के बाद CSK ने 14.20 करोड़ में उन्हें अपने साथ जोड़ा। यह सौदा रविंद्र जडेजा के RR में ट्रेड के बाद CSK की ऑलराउंडर खोज को पूरा करता है।शिक्षामित्र पिता की मेहनत का फलअमेठी के संग्रामपुर ब्लॉक निवासी प्रशांत वीर (जन्म: 24 नवंबर 2005) के पिता शिक्षामित्र हैं। 20 साल के इस बाएं हाथ के स्पिन-बॉलिंग ऑलराउंडर ने घरेलू क्रिकेट में अपनी काबिलियत साबित की। सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी 2025 में:7 पारियों में 9 विकेट (इकॉनमी 6.76)।6 पारियों में 112 रन (170 का स्ट्राइक रेट), 3 बार नाबाद। पहले मैच में जम्मू-कश्मीर के खिलाफ 10 गेंदों में नाबाद 37 रन बनाकर सुर्खियां बटोरीं। यूपी टी20 लीग में नोएडा सुपर किंग्स के लिए चमके और CSK ट्रायल में भी प्रभावित किया।7 दिनों में 6 मैचों का कमालप्रशांत ने सिर्फ 7 दिनों में मुंबई-कोलकाता ट्रैवल करते हुए सीनियर T20 और अंडर-23 मैच खेले। यह उनका संघर्ष और प्रतिभा दर्शाता है। CSK में वे जडेजा की जगह भरने के दावेदार बन चुके हैं।प्रशांत वीर की यह सफलता गरीबी से उभरने वाली प्रतिभाओं के लिए प्रेरणा है। IPL 2026 में उनका प्रदर्शन देखने लायक होगा!
बलिया: शिक्षा मित्रों के स्थानान्तरण/समायोजन को लेकर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी मनीष कुमार सिंह ने जारी किया आदेश
संजीव सिंह बलिया। जनपद बलिया में कार्यरत शिक्षा मित्रों के स्थानान्तरण एवं समायोजन की प्रक्रिया को लेकर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी मनीष कुमार सिंह, बलिया द्वारा महत्वपूर्ण आदेश जारी किया गया है। यह आदेश शासन के निर्देशों के क्रम में सत्र 2025–26 के लिए लागू किया गया है। आदेश के अनुसार शिक्षा मित्रों से विकल्प प्राप्त कर चरणबद्ध तरीके से समायोजन की कार्रवाई की जाएगी। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय से जारी पत्र में स्पष्ट किया गया है कि जनपद में कार्यरत सभी शिक्षा मित्रों से निर्धारित प्रारूप पर जानकारी ली जाएगी। इसमें शिक्षा मित्र का नाम, वर्तमान तैनाती का विद्यालय, मूल तैनाती का विद्यालय, वर्तमान या मूल विद्यालय में कार्य करने की इच्छा, वैवाहिक स्थिति (पुरुष/महिला) तथा महिला शिक्षा मित्रों के मामले में पति के निवास स्थान के आधार पर अन्य जनपद में तैनाती की इच्छा जैसी सूचनाएं शामिल होंगी। आदेश में यह भी कहा गया है कि जो शिक्षा मित्र अपनी वर्तमान तैनाती पर ही बने रहना चाहते हैं, उन्हें किसी अतिरिक्त कार्यवाही की आवश्यकता नहीं होगी। वहीं, जो पुरुष या अविवाहित महिला शिक्षा मित्र अपनी मूल तैनाती के विद्यालय में जाना चाहते हैं, यदि वहां रिक्त पद उपलब्ध होगा तो उन्हें उसी विद्यालय में समायोजित किया जाएगा। इसके अतिरिक्त, जिन मामलों में मूल तैनाती के विद्यालय में रिक्ति उपलब्ध नहीं होगी, वहां संबंधित ग्राम सभा, ग्राम पंचायत या वार्ड के अंतर्गत किसी अन्य नजदीकी विद्यालय में रिक्त पद के आधार पर तैनाती की जाएगी। विवाहित महिला शिक्षा मित्रों के मामलों में पति के निवास स्थान के आसपास स्थित विद्यालयों में समायोजन पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए गए हैं, बशर्ते आवश्यक प्रमाण पत्र (विवाह प्रमाण पत्र, आधार कार्ड, पैन कार्ड आदि) उपलब्ध कराए जाएं। जिला प्रशासन ने यह भी निर्देश दिया है कि शिक्षा मित्रों के रिक्त पदों को चिन्हित करते समय शासनादेश दिनांक 03 जनवरी 2025 के प्रावधानों का पूर्ण रूप से पालन किया जाए, जिससे प्रक्रिया पारदर्शी एवं न्यायसंगत बनी रहे। इस आदेश के बाद जनपद के शिक्षा मित्रों में हलचल तेज हो गई है। कई शिक्षा मित्रों ने इसे लंबे समय से प्रतीक्षित कदम बताया है और उम्मीद जताई है कि इससे उन्हें अपने परिवार और मूल स्थान के निकट कार्य करने का अवसर मिलेगा।
बलिया: शिक्षा मित्रों के स्थानान्तरण/समायोजन को लेकर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी मनीष कुमार सिंह ने जारी किया आदेश
संजीव सिंह बलिया। जनपद बलिया में कार्यरत शिक्षा मित्रों के स्थानान्तरण एवं समायोजन की प्रक्रिया को लेकर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी मनीष कुमार सिंह, बलिया द्वारा महत्वपूर्ण आदेश जारी किया गया है। यह आदेश शासन के निर्देशों के क्रम में सत्र 2025–26 के लिए लागू किया गया है। आदेश के अनुसार शिक्षा मित्रों से विकल्प प्राप्त कर चरणबद्ध तरीके से समायोजन की कार्रवाई की जाएगी। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय से जारी पत्र में स्पष्ट किया गया है कि जनपद में कार्यरत सभी शिक्षा मित्रों से निर्धारित प्रारूप पर जानकारी ली जाएगी। इसमें शिक्षा मित्र का नाम, वर्तमान तैनाती का विद्यालय, मूल तैनाती का विद्यालय, वर्तमान या मूल विद्यालय में कार्य करने की इच्छा, वैवाहिक स्थिति (पुरुष/महिला) तथा महिला शिक्षा मित्रों के मामले में पति के निवास स्थान के आधार पर अन्य जनपद में तैनाती की इच्छा जैसी सूचनाएं शामिल होंगी। आदेश में यह भी कहा गया है कि जो शिक्षा मित्र अपनी वर्तमान तैनाती पर ही बने रहना चाहते हैं, उन्हें किसी अतिरिक्त कार्यवाही की आवश्यकता नहीं होगी। वहीं, जो पुरुष या अविवाहित महिला शिक्षा मित्र अपनी मूल तैनाती के विद्यालय में जाना चाहते हैं, यदि वहां रिक्त पद उपलब्ध होगा तो उन्हें उसी विद्यालय में समायोजित किया जाएगा। इसके अतिरिक्त, जिन मामलों में मूल तैनाती के विद्यालय में रिक्ति उपलब्ध नहीं होगी, वहां संबंधित ग्राम सभा, ग्राम पंचायत या वार्ड के अंतर्गत किसी अन्य नजदीकी विद्यालय में रिक्त पद के आधार पर तैनाती की जाएगी। विवाहित महिला शिक्षा मित्रों के मामलों में पति के निवास स्थान के आसपास स्थित विद्यालयों में समायोजन पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए गए हैं, बशर्ते आवश्यक प्रमाण पत्र (विवाह प्रमाण पत्र, आधार कार्ड, पैन कार्ड आदि) उपलब्ध कराए जाएं। जिला प्रशासन ने यह भी निर्देश दिया है कि शिक्षा मित्रों के रिक्त पदों को चिन्हित करते समय शासनादेश दिनांक 03 जनवरी 2025 के प्रावधानों का पूर्ण रूप से पालन किया जाए, जिससे प्रक्रिया पारदर्शी एवं न्यायसंगत बनी रहे। इस आदेश के बाद जनपद के शिक्षा मित्रों में हलचल तेज हो गई है। कई शिक्षा मित्रों ने इसे लंबे समय से प्रतीक्षित कदम बताया है और उम्मीद जताई है कि इससे उन्हें अपने परिवार और मूल स्थान के निकट कार्य करने का अवसर मिलेगा।