परिषदीय विद्यालय में अध्ययनरत बच्चों को समाज की प्रगति में निर्णायक दिशा देने की भूमिका के संकल्प के साथ संपन्न हुआ एकीकृत *संपूर्ण* प्रशिक्षण
संजीव सिंह बलिया!बदलते शैक्षिक परिदृश्य में यह विश्वास निहित है कि बच्चे अपने ज्ञान का निर्माण स्वयं करते हैं एवं बच्चों को अपने ज्ञान पर चिंतन करने और दैनिक जीवन में उपयोग हेतु प्रोत्साहित करने की आवश्यकता होती है ।इस हेतु शिक्षकों को बच्चों को समझने की आवश्यकता है जिससे सीखना उनके लिए बोझ न होकर आनंददायक और रोचक अनुभव हो सके, जो शिक्षकों के साथ-साथ विद्यार्थियों के समग्र विकास में सहयोगी हो। इन्हीं आवश्यकताओं के दृष्टिगत राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद उत्तर प्रदेश द्वारा प्राथमिक विद्यालयों में अध्यापन कर रहे शिक्षकों के क्षमता संवर्धन की दृष्टि से महत्वपूर्ण विषयों एवं बिंदुओं के प्रभावकारी संकलन का एक नवीन प्रयास किए जाने हेतु एकीकृत संपूर्ण प्रशिक्षण का आयोजन सुनिश्चित किया जा रहा है। इस प्रशिक्षण के प्रथम चक्र में जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान पकवाइनार बलिया पर विगत जुलाई माह 2025 से संचालित एकीकृत संपूर्ण प्रशिक्षण का समापन डाइट पर आज हर्षोल्लास के साथ हुआ। इस प्रशिक्षण के विभिन्न चरणों में प्राथमिक विद्यालय में कार्य कर रहे शिक्षकों को गणित एवं भाषा शिक्षण ,पर्यावरण शिक्षा, नैतिक शिक्षा, जीवन कौशल, अनुभवात्मक शिक्षण ,आकलन, कला एवं संगीत ,क्राफ्ट एवं पपेट्री ,समावेशी शिक्षा, नेतृत्व क्षमता संवर्धन, स्वास्थ्य के लिए खेल के योगदान आदि विषयों को समाहित करने का प्रयास किया गया है ।प्रत्येक सत्र में ऐसी गतिविधियों का समावेश किया गया जो सत्रा के उद्देश्यों की प्राप्ति के साथ-साथ शिक्षकों के माध्यम से विद्यार्थियों के व्यवहार में वांछनीय परिवर्तन लाने में उपयोगी सिद्ध हो। शिक्षकों का क्षमता संवर्धन, प्रभावी कक्षा प्रबंधन, कौशलों का विकास ,विभिन्न शैक्षिक दृष्टिकोण एवं समाज से परिचित कराना है ताकि शिक्षक स्वयं के अनुभवों और अनुभवात्मक ज्ञान को उपलब्ध संसाधनों के साथ जोड़कर बच्चों का विकास कर सकें और समाज में निर्णायक भूमिका में पदस्थापित करा सके। जनपद के विभिन्न शिक्षा क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालयों में अध्यापन कर रहे शिक्षकों को प्रशिक्षित करते हुए उनके अंदर राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में अपेक्षित जीवन कौशलों के विकास, समावेशी एवं सुरक्षित विद्यालई वातावरण के सृजन हेतु विभिन्न प्रकार की गतिविधियों का आयोजन कर मजबूती प्रदान की गई। संस्थान के प्राचार्य/ उप शिक्षा निदेशक मनीष कुमार सिंह द्वारा सकुशल प्रशिक्षण संपन्न होने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए बताया गया कि सीखना हमेशा से आनंद की अनुभूति होना चाहिए तथा विद्यार्थियों में समझ का विकास राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा के अनुरूप होना चाहिए जो इस प्रशिक्षण की नीव भी है। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान पकवाइनार बलिया पर शिक्षक शिक्षा कार्यक्रम के प्रभारी डॉक्टर मृत्युंजय सिंह तथा एकीकृत संपूर्ण प्रशिक्षण के नोडल रवि रंजन खरे द्वारा संयुक्त रूप से प्रयास करते हुए प्रशिक्षण में लोकतांत्रिक मूल्यों की स्थापना हेतु लगातार प्रयास किया जाता रहा ताकि प्रशिक्षण रोचक तरीके से संपन्न हो सके। शिक्षकों को प्रथम स्तर के परामर्शदाता के रूप में विकसित करने का काम इस प्रशिक्षण के माध्यम से हो सके इसका विशेष ध्यान रखा गया तथा इस बात को सुनिश्चित किया गया कि शिक्षकों के अंदर संपूर्णता का विकास इस स्तर तक हो कि बच्चों के प्रत्येक पहलू को राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप ढाला जा सके। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान पकवाइनार बलिया के सभी प्रवक्ता डॉक्टर जितेंद्र गुप्त ,अविनाश सिंह, राम यश योगी,राम प्रकाश, देवेंद्र सिंह, जानू राम ,डॉक्टर अशफाक, हलचल चौधरी, किरण सिंह, भानु प्रताप सिंह , डा शाइस्ता अंजुम द्वारा प्रशिक्षण को पूर्ण मनोयोग से प्रदान किया गया। प्रशिक्षण में तकनीकी सहयोग हेतु पूर्व एकेडमिक पर्सन डॉक्टर शशि भूषण मिश्र, संतोष कुमार तथा शिक्षक चंदन मिश्रा की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
2 hours and 59 min ago
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