करौंदीकलां क्षेत्र की ग्राम सभा बहाउद्दीनपुर में नव निर्मित राजकीय होम्योपैथिक डिस्पेंसरी का विधिवत पूजन-अर्चन कर एवं फीता काटकर किया उद्घाटन*
करौंदीकलां क्षेत्र की ग्राम सभा बहाउद्दीनपुर में नव निर्मित राजकीय होम्योपैथिक डिस्पेंसरी का विधिवत पूजन-अर्चन कर एवं फीता काटकर उद्घाटन किया। यह स्वास्थ्य सुविधा क्षेत्रवासियों के लिए सुलभ, प्रभावी एवं जनहितकारी उपचार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस अवसर पर प्रधान श्री राणा सिंह जी, श्री कल्लू सिंह जी, प्रमुख प्रतिनिधि श्री सर्वेश मिश्रा जी, पूर्व मंडल अध्यक्ष श्री प्रदीप सिंह राणा जी, श्री नरेंद्र सिंह जी, प्रधान श्री मनोज तिवारी जी, श्री धीरेंद्र सोमवंशी जी, श्री सुनील सिंह जी, श्री शैलेंद्र प्रताप सिंह जी, प्रधान श्री शिव प्रकाश सिंह जी, श्री जगन्नाथ पाल जी, श्री विजय सिंह प्रधान जी, पत्रकार श्री दीपक सिंह जी, श्री प्रदीप टाइगर जी, प्रधान श्री राजेंद्र वर्मा जी सहित होम्योपैथिक चिकित्सकगण एवं क्षेत्र के अनेक सम्मानित नागरिक उपस्थित रहे। क्षेत्र की देवतुल्य जनता को समर्पित यह पहल स्वस्थ समाज, समृद्ध क्षेत्र के संकल्प को और सुदृढ़ करेगी। ****************

राजेश गौतम विधायक 191_कादीपुर सुल्तानपुर
*बंगाली कायस्थों को साधने के लिए नितिन को बागडोर : जितेन्द्र बच्चन*
पश्चिम बंगाल में खेला होगा, यह तो सभी जानते हैं। लेकिन खेल का असली मदारी कौन है, यह नितिन नबीन की ताजपोशी से पता चलता है। नितिन को देश की सबसे बड़ी पार्टी का ताज उस दौर में मिला है जब बिहार से लेकर देशभर में जाति आधारित वोट बैंक की राजनीति केंद्र में है। कायस्थ समाज के नितिन को बीजेपी का राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष बनाकर पीएम मोदी ने सियासत की बाजी पलट दी है। बीजेपी के ऐलान ने जहां उन तमाम अटकलों को गलत साबित कर दिया जिनमें बड़े दिग्गजों को पार्टी की कमान सौंपने की चर्चा हो रही थी, वहीं 45 साल के नितिन नबीन पर दांव खेलकर मोदी ने 'मिशन बंगाल' को लेकर अपने इरादे भी साफ कर दिए हैं। पश्चिम बंगाल में कायस्थों की अच्छी खासी आबादी है और उन्हें ब्राह्मणों व वैद्यों के साथ बंगाल की पारंपरिक उच्च जातियों (भद्रलोक) में गिना जाता है, जो शिक्षा, लेखन और प्रशासन से जुड़े हुए हैं। बंगाल में आजादी के बाद 37 साल तक कायस्थों के हाथ में सत्ता रही है और करीब 24 लाख मतदाता इस वर्ग के हैं। बंगाल में सबसे अधिक समय तक मुख्यमंत्री रहने वाले ज्योति बसु भी कायस्थ थे। यहां के कायस्थ सदियों से भूमिधर हैं। बंगाल के सामाजिक-आर्थिक ताने-बाने में उनका महत्वपूर्ण वर्चस्व है। ऐसे में मोदी का मानना है कि कायस्थ्य समाज के नितिन नबीन बीजेपी के लिए बंगाल विधानसभा चुनाव में ट्रंप कार्ड साबित हो सकते हैं और उनके संकेत पर पार्टी ने 14 दिसंबर को नितिन नबीन को जेपी नड्डा का उत्तराधिकारी घोषित कर दिया। इस तरह यह नियुक्ति भाजपा के इतिहास में सबसे युवा राष्ट्रीय नेता रूप में दर्ज हो गई है। दरसअल, बिहार विधानसभा चुनाव (2025) में बीजेपी ने पारंपरिक रूप से कायस्थ बहुल सीटों, जैसे कुम्हरार में कायस्थ उम्मीदवारों के टिकट काट दिए या उनकी जगह दूसरी जातियों के उम्मीदवारों को मैदान में उतार दिया। इससे कायस्थों में यह भावना पैदा हो गई कि पार्टी उन्हें कम महत्व दे रही है। इससे पहले केंद्र और राज्यों के मंत्रिमंडल में भी कायस्थ संगठनों की शिकायत रही है कि उनके समाज के विधायकों को मंत्रिमंडल में उचित स्थान नहीं दिया गया, जबकि पार्टी का कायस्थ समाज वफादार मतदाता रहा है। अन्य पिछड़ा वर्ग और दलित समुदाय के नेताओं को समायोजित करने की बीजेपी की सामाजिक इंजीनियरिंग नीति में भी कायस्थों को हाशिए पर धकेल दिया गया। इससे कायस्थों में असंतोष पनपने लगा, जिसे दूर करने के प्रयास में बीजेपी ने बिहार के कायस्थ नेता नितिन नबीन को पार्टी की बागडोर सौंप दी। नरेंद्र मोदी के इस कदम को कायस्थ समाज के बीच डैमेज कंट्रोल (नुकसान की भरपाई) के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है। मोदी के इस फैसले से कायस्थ समाज की नाराजगी भी दूर हो गई और बंगाल के कायस्थों का वोट मिलना भी अब पक्का माना जा रहा है। लेकिन बीजेपी के नए राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष नितिन नबीन के सामने चुनौतियां भी कम नहीं हैं। बंगाल और असम चुनाव से पहले महाराष्ट्र में बृहन्मुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) समेत 29 नगर निकायों में 15 जनवरी 2026 को चुनाव की घोषणा हो गई है। बीजेपी की अगुवाई वाली महायुति सरकार का एक साल बाद यह पहला लिटमस टेस्ट होगा। जबकि असम विधानसभा चुनाव मार्च-अप्रैल में कराया जा सकता है। बीजेपी यहां लगातार दो बार से सत्ता में है। 126 सीटों वाली विधानसभा में एनडीए ने 75 सीटें जीती थीं। हिमंता बिस्वा सरमा की अगुवाई में बीजेपी के लिए यहां लगातार तीसरी जीत हासिल करने की बड़ी चुनौती होगी। देखना है कि नितिन नबीन इन चुनौतियों से कैसे पार पाते हैं? *(लेखक वरिष्ठ पत्रकार हैं।)*
एबीवीपी राष्ट्रहित, छात्रहित और समाजहित को केंद्र में रखकर कार्य करती है - डॉ संतोष अंश
एबीवीपी की राणा प्रताप कॉलेज की इकाई घोषित हुई, अनुभवी सिंह अध्यक्ष और आदित्य मिश्रा इकाई मंत्री चुने गये।
सुलतानपुर। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा राणा प्रताप पी जी कालेज इकाई की घोषणा प्रान्त उपाध्यक्ष एवं चुनाव अधिकारी डॉ संतोष अंश ने किया। ईकाई के अध्यक्ष अध्यक्ष अनुभवी सिंह, इकाई मंत्री आदित्य मिश्रा, इकाई सह मंत्री खुशी सिंह, आदर्श मौर्या, आकृति सिंह, तुषार यादव, इकाई उपाध्यक्ष ज्योति मिश्रा, अंकित सिंह, आर्या मिश्रा, इकाई एसएफडी संयोजक अभिषेक कुमार, एसएफडी सह संयोजक आशीष यादव,अमितः मिश्रा, इकाई एसएसएस संयोजक प्रियम पाण्डेय सह संयोजक अनुपम वर्मा, वर्षा यादव, राष्ट्रीय कला मंच संयोजिका आर्चिता सिंह, सह संयोजिका भीम श्रद्धा, इकाई कार्यकारिणी सदस्य मानस श्रीवास्तव, श्रध्दा यादव, सौरभ, रानी, प्रीति है। इस अवसर पर अपने संबोधन में डॉ. संतोष अंश ने कहा कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद विश्व का सबसे बड़ा छात्र संगठन है, जो राष्ट्रहित, छात्रहित और समाजहित को केंद्र में रखकर कार्य करता है। एबीवीपी का उद्देश्य केवल संगठनात्मक विस्तार नहीं, बल्कि छात्रों में राष्ट्रनिर्माण की चेतना, अनुशासन, नेतृत्व और सेवा भाव का विकास करना है। उन्होंने कहा कि महाविद्यालय इकाई छात्रों को सकारात्मक दिशा देने, शैक्षणिक परिवेश को सुदृढ़ बनाने तथा सामाजिक सरोकारों से जोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। विद्यार्थी परिषद का प्रत्येक कार्यकर्ता ‘ज्ञान, शील और एकता’ के मंत्र को आत्मसात कर राष्ट्र के प्रति अपने दायित्वों का निर्वहन करता है। डॉ.अंश ने नवगठित इकाई को शुभकामनाएँ देते हुए आशा व्यक्त की कि यह इकाई छात्रहित के मुद्दों को मजबूती से उठाते हुए महाविद्यालय एवं समाज में रचनात्मक और राष्ट्रवादी गतिविधियों को गति प्रदान करेगी। चुनाव प्रक्रिया के अवसर पर जिला संयोजक तेजस्व पाण्डेय, नगर अध्यक्षडॉ वीरेंद्र गुप्ता ,नगर मंत्री राज निश्रा, कार्यालय मंत्री शिखर पाठक, अलका मिश्रा के साथ नगर एवं कॉलेज के कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
*सर्वेश कान्त वर्मा ने उन्नीस पाठ्य पुस्तकें लिख बढ़ाया जनपद का गौरव*
सुलतानपुर,सर्वेश कान्त वर्मा सरल निवासी बनमई,वैदहा,जयसिंहपुर सुलतानपुर ने मात्र 38 वर्ष की अवस्था में हिंदी के उत्थान में अनुपम योगदान देते हुए एक बार फिर से जनपद को गौरवान्वित किया है। अभी तक इनकी नगीन प्रकाशन मेरठ के सौजन्य से कक्षा 1 लेकर कक्षा 12 तक कुल 19 पाठ्य-पुस्तकें प्रकाशित होकर विद्यार्थियों के अध्ययन हेतु पुस्तक भंडार, अमेजॉन, फ्लिपकार्ट एवं कॉपी किताब डाट काम पर उपलब्ध हैं। प्रकृति प्रदत्त कहें या फिर विरासत में मिले हिंदी ज्ञान को शिक्षक सर्वेश कान्त वर्मा सरल शिक्षक रामरती इंटर कालेज द्वारिकागंज सुलतानपुर दिन प्रतिदिन हिंदी के पाठ्यक्रम लिखकर एक नया इतिहास गढ़ते जा रहे हैं। इनके पिता स्व० राम बुझारत वर्मा किंशुक भी हिंदी के शिक्षक रह चुके हैं। इनका प्रिय विषय हिंदी रहा है। पिता के दिशा-निर्देश और माता जानकी देवी के आशीर्वाद तथा धर्मपत्नी मुद्रिका वर्मा के सहयोग ने इन्हें इस पायदान पर लाके खड़ा कर दिया है। अभी हाल में आईसीएसई बोर्ड की दिव्य ज्ञान हिंदी पाठ्य-पुस्तक के नाम से कक्षा 1 से 8 तक कुल 8 पुस्तकें और सीबीएसई बोर्ड की संधान हिंदी व्याकरण के नाम से कक्षा 1 से 5 तक कुल 5 पुस्तकें प्रकाशित हुई हैं। यूपी बोर्ड की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट में इनकी 6 पुस्तकें पहले से पढ़ाई जा रही हैं। इस प्रकार इनके द्वारा लिखित विद्याध्ययन की कुल 19 पुस्तकें नगीन प्रकाशन के सौजन्य से शुलभ हैं । इनके द्वारा लिखी पाठ्य पुस्तकें शिक्षकों और विद्यार्थियों द्वारा सराही जा रही हैं। इनके द्वारा लिखे आईसीएसई बोर्ड की सरल हिंदी व्याकरण 9 और 10 में 11 कहानियां और कई पद्य सम्मिलित है। स्वभाव से सरल सर्वेश विद्यार्थियों में प्रतिभाओं को उभारने में जरा भी कोर-कसर नहीं छोड़ते। प्रख्यात मंच संचालक सर्वेश बच्चों की रुचि अनुसार अतिरिक्त नि:शुल्क क्लास भी लेते हैं। नशा उन्मूलन की दिशा में भी सम्पर्क में आने वालों का उचित मार्गदर्शन किया करते हैं। बच्चों के स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखते हुए ये खेल प्रतियोगिताओं में विशेष रुचि लेते हैं। इनसे अविभावक,विद्यार्थी, शिक्षक सभी संतुष्ट रहते हैं। सर्वेश कान्त वर्मा ने बताया कि मौका लगता रहा तो पाठ्यक्रम पर अपनी कलम चलाने का पुण्यकर्म करते रहेंगे। हिंदी प्रचार-प्रसार की दिशा में एक अहम् योगदान दिया है। इनकी रचनाएं देश अतिरिक्त अमेरिका ऑस्ट्रेलिया बांग्लादेश तथा नेपाल के पत्र पत्रिकाओं में छपती रही हैं। इनके द्वारा रचित खंडकाव्य 'शून्य से संवाद'प्रकाशित हो चुका है। भाव वाटिका, अनामिका स्वर, शिक्षाप्रद कहानियां, सरल कहानियां आदि साझा संकलनों का संपादन कर चुके हैं। शब्द - शब्द विज्ञान निबंध संग्रह अभी अप्रकाशित है। देश विदेश की कई सम्मानित साहित्यिक संस्थाओं ने इन्हें सम्मानित किया है। महत्वपूर्ण मंचों पर इन्हें आमंत्रित किया जा चुका है और काव्यपाठ एवं साहित्यिक वक्तव्य का अवसर मिला है। दूरदर्शन लखनऊ (डीडीयूपी) पर भी काव्यपाठ कर चुके हैं। सर्वेश कान्त वर्मा सरल जैसे विद्वानों का होना जनपद के लिए गौरव की बात है। इस उपलब्धि के लिए आशुकवि मथुरा प्रसाद सिंह जटायु, डॉ. ओंकार नाथ द्विवेदी, डॉ. आद्या प्रसाद सिंह प्रदीप, डॉ राम प्यारे प्रजापति, दिनेश प्रताप सिंह चित्रेश,पवन सिंह, ज्ञानेन्द्र विक्रम सिंह रवि, कांति सिंह,राज बहादुर राना, अनिल कुमार वर्मा मधुर, बृजेश वर्मा, रमेश चंद्र नंदवंशी जैसे साहित्यकार एवं शिक्षक वर्ग तथा भूपेंद्र नाथ वर्मा प्रबंधक रामरती काँलेज ने प्रसंशा करते हुए बधाई दिया।
उत्तर प्रदेश वालीबाल संघ द्वारा आयोजित सीनियर स्टेट महिला एवं पुरुष वालीबाल चयन*
उत्तर प्रदेश वालीबाल संघ द्वारा आयोजित सीनियर स्टेट महिला एवं पुरुष वालीबाल चयन कानपुर में आयोजित किया गया। जिसमें 20 बालक एवं 20 बालिकाओं का चयन प्रशिक्षण शिविर के लिए किया गया जिसमें सुलतानपुर जनपद की बालिका जानसि सिंह का चयन प्रशिक्षण शिविर के लिए किया गया। इससे पहले सुलतानपुर जनपद से वर्ष 2018 में रागिनी मिश्रा का सीनियर स्टेट उत्तर प्रदेश वॉलीबॉल टीम में चयन हुआ था। विगत 8 वर्ष बाद किसी महिला खिलाड़ी का चयन सिनियर स्टेट वालीबाल प्रशिक्षण शिविर के लिए हुआ है ये शिविर 20 दिसंबर से वाराणसी में आयोजित होगा।
इसके बाद 4 जनवरी से 11 जनवरी तक राष्ट्रीय वालीबाल प्रतियोगिता वाराणसी में होगा। जानसी सिंह पहले भी अलग-अलग आयु वर्ग की प्रतियोगिता में उत्तर प्रदेश की तरफ से खेल चुकी है। सुलतानपुर जनपद से जानसी सिंह के चयन पर जिला ओलंपिक संघ के अध्यक्ष पूर्व खेल मंत्री ओम प्रकाश सिंह (ओपी सिंह), जिला वालीबाल संघ के अध्यक्ष पूर्व विधायक चंद्रभद्र सिंह उर्फ सोनू, जिला वालीबाल संघ के सचिव शिवनारायण सिंह, जिला कीड़ा अधिकारी राजेश सोनकर, पूर्व प्रमुख प्रदीप सिंह, जिला ओलंपिक संघ के उप सचिव दीपक श्रीवास्तव,वालीबाल प्रशिक्षक प्रदीप यादव,राकेश सिंह,रामकुमार मिश्र,राकेश पालीवाल,भोला सिंह,ओलंपिक संघ के प्रवक्ता डॉ अब्दुल हामिद सहित अन्य लोगों ने खुशी व्यक्त किया।
स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद महाराज के आगमन पर कटका क्लब सामाजिक संस्था ने ज़ोरदार स्वागत किया गया*
सुल्तानपुर,सनातन धर्म की परंपरा के अनुसार भारत में स्थापित चार प्रमुख शंकराचार्य पीठों में से उत्तर पीठ ज्योतिर्मठ (बद्रीनाथ/जोशीमठ) के शंकराचार्य जनपद में स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद महाराज के आगमन पर कटका क्लब सामाजिक संस्था ने ज़ोरदार स्वागत किया गया। कार्यक्रम कि अगुवाई संस्था अध्यक्ष सौरभ मिश्र विनम्र ने किया। आप को बताते चलें स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने गौ माता को राष्ट्र माता घोषित के लिए लिए जनपद के सौरभ मिश्र विनम्र को पूर्व में समर्थन भी दे चुके हैं। काशी जाते हुई कटका क्लब से जुड़े लोगों के द्वारा पयागीपुर चौराहे पर स्वागत किया गया।स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद महाराज ने कहा कि आप सभी के उत्साह को देखकर ऐसा प्रतीक होता है की जल्द जनपद का नाम कुशभवनपुर होग। पूर्व सांसद प्रतिनिधि संदीप मिश्र ने कहा कि हम सभी आपके साथ है गौ हम सभी माता है यह लड़ाई प्रत्येक सनातनी की है। इस मौके पर उपस्थित इस मौके पर ऋषभदेव शुक्ला ने बताया कि अयोध्या से लेकर जनपद तक पदयात्रा हुई जनपद का नाम परिवर्तन करने के लिए लेकिन अभी सरकार इस बार विचार नहीं कर रही है। इस मौके पर अनिल सिंह,डॉक्टर अमित मिश्र, सुनीता श्रीवास्तव, अनीता पांडेय, शीतला प्रसाद पांडे, धर्मेंद्र शर्मा, रवि शुक्ला, अनमोल अग्रहरि, यशदीप ठठेर, पीयूष, लालमणि दुबे, आदि लोग उपस्थित रहे।
पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे बना मौत का रास्ता,रेलिंग से टकराई कार पल्टी,लगी आग,मौत से बचे लोग*
उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर जिले के दोस्तपुर थानाक्षेत्र में पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर गांव सहंगिया के पास सोमवार की दोपहर करीब साढ़े बजे लखनऊ जा रही कार अनियंत्रित होकर रेलिंग से टकरा गई और उसके बाद वह पलट गई। इस दौरान कार में भयानक आग लग गई। गोमती नगर लखनऊ निवासी प्रतीक सिंह चालक बताया जा रहा है। जो
किसी तरह कार का शीशा तोड़कर अपनी जान बचाई,जिन्हें मामूली चोट लगी है। यूपी यूपीडा के सहायक सुरक्षा अधिकारी राजेंद्र सिंह ने बताया कि कार में लगी आग को दो टैंकर की मदद से आग बुझाई गई। जली हुई कार को क्रेन की मदद से सड़क से हटावा दिया गया है। चालक प्रतीक का दोस्तपुर सीएचसी में इलाज के लिए भर्ती करा दिया गया। वहां प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया है। दोस्तपुर थाने के प्रभारी निरीक्षक अनिरुद्ध श्री सिंह ने बताया कि दुर्घटना में कार चालक को मामूली चोटें लगी थी,वह इलाज के बाद बिलकुल ठीक है जिसे घर भेज दिया गया है।
लग्जरी गाड़ियों से करते थे व्यापार उत्तर प्रदेश से छत्तीसगढ़ तक जुड़े थे तार,गांजा,गाड़ियों और नगदी के साथ तीन गिरफ्तार*
सुल्तानपुर,पुलिस को मुखबिर की सूचना पर बड़ी सफलता है मिली। पुलिस ने गांजा तस्करी के आरोप में दंपत्ति समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया। साथ ही उनके पास से 33 किलोग्राम से ज्यादा गांजा और उसे बेचकर अर्जित किए गए 3 लाख 25 हज़ार रूपये नगदी भी बरामद किया है। बताया जा रहा है कि उड़ीसा और छत्तीसगढ़ से ये सभी गांजा लाते थे और पश्चिमी यूपी के कई जिलों में इसकी सप्लाई की जाती थी। दरअसल मुखबिर के जरिए सुल्तानपुर पुलिस को सूचना मिली कुछ गांजा तस्कर लंभुआ क्षेत्र से निकलने वाले हैं। जिस पर पुलिस ने लंभुआ थानाक्षेत्र में शिवगढ़ से श्रीरामपुर मार्ग पर घेराबंदी कर चेकिंग शुरू कर दी। इसी दरम्यान दो गाड़ियों को रुकवा कर तलाशी ली गई तो दोनों गाड़ियों के गुप्त चैंबर से करीब 33 किलोग्राम से ज्यादा गांजा बरामद हुआ,साथ ही गांजा बेचकर रखे गए करीब सवा तीन लाख रूपये भी बरामद हुए हैं। पुलिस ने इस मामले में लंभुआ कोतवाली क्षेत्र के अर्जुनपुर के रहने वाले धर्मेंद्र सरोज, उसकी पत्नी अनीता,साथ ही सरायमकर कोला गांव के रहने वाले अमरदेव चौहान को गिरफ्तार किया है। पुलिस की माने तो ये सभी छत्तीसगढ़ और उड़ीसा से गांजा लाकर पश्चिमी यूपी के कई जिलों में गांजा सप्लाई करके मोटी रकम कमाते थे। लेकिन पुलिस के हत्थे तीनो चढ़ गए। फिलहाल पुलिस इन तीनों के खिलाफ कार्यवाही कर के जेल भेज दिया है।
*जिला सुरक्षा संगठन सुल्तानपुर का भव्य रजत जयंती समारोह संपन्न, पुलिस, प्रशासन और समाज के समन्वय का संदेश
पूर्व आईजी आर पी सिंह बोले:—

अविश्वास की खाई पाटने के लिए बना जिला सुरक्षा संगठन, एसपी कुंवर अनुपम सिंह ने संगठन के कार्यों की सराहना की ।* सुल्तानपुर। जिला सुरक्षा संगठन सुल्तानपुर का रजत जयंती समारोह पंडित राम नरेश त्रिपाठी सभागार में भव्य रूप से आयोजित किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश पुलिस के पूर्व पुलिस अधीक्षक सुल्तानपुर एवं पूर्व महानिरीक्षक तथा जिला सुरक्षा संगठन की नींव रखने वाले आईपीएस आरपी सिंह रहे। समारोह में जिले भर से सैकड़ों गणमान्य नागरिकों की उपस्थिति रही। मुख्य अतिथि आरपी सिंह ने मीडिया से बातचीत में कहा कि अपने सेवाकाल के दौरान उन्होंने पुलिस प्रशासन और समाज के बीच एक अविश्वास की खाई महसूस की थी। इसी दूरी को कम करने और परस्पर विश्वास को मजबूत करने के उद्देश्य से जिला सुरक्षा संगठन की स्थापना की गई, ताकि पुलिस, प्रशासन और समाज के सम्मानित नागरिक एक मंच पर आकर मिल-जुलकर कार्य कर सकें। विशिष्ट अतिथि पुलिस अधीक्षक कुंवर अनुपम सिंह ने कहा कि सुल्तानपुर आगमन के बाद उन्होंने देखा कि जिला सुरक्षा संगठन के पदाधिकारी एवं सदस्य सभी धार्मिक और सामाजिक आयोजनों में निस्वार्थ भाव से सहभागिता करते हैं। उन्होंने ऐतिहासिक दुर्गा पूजा महोत्सव 2025 में संगठन की भूमिका की प्रशंसा करते हुए संगठन के विस्तार को थाने स्तर तक ले जाने की बात कही। साथ ही कहा कि सभी धर्मों के त्योहारों—दुर्गा पूजा, होली, दिवाली, दशहरा, मोहर्रम, चेहल्लुम, ईद, बकरीद,गणेश पूजा और छठ—को शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने में संगठन की भूमिका सराहनीय रही है। कार्यक्रम में कवि सम्मेलन ने समां बांध दिया। यमुना प्रसाद उपाध्याय, शोभनाथ फैजाबादी और अब्दुल मन्नान सुल्तानपुरी की रचनाओं पर सभागार तालियों से गूंज उठा। पुलिस अधीक्षक ने कवियों को अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया। मंच पर संगठन अध्यक्ष डॉ. राजीव श्रीवास्तव ने अतिथियों का स्वागत किया। महासचिव हाजी मोहम्मद इलियास खान, मुख्य संयोजक सरदार बलदेव सिंह,संरक्षक कमलनयन पांडेय, सुंदर लाल टंडन, संयोजक आशीष अग्रवाल, राधे श्याम गुप्ता सहित अनेक पदाधिकारियों ने सभा को संबोधित किया। मंच संचालन राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित वक्ता एवं साहित्यकार आयुष चतुर्वेदी ने किया। इस मौके पर संयोजक जाहिद आब्दी, कोषाध्यक्ष अजय कुमार सिंह, उपाध्यक्ष नैय्यर रज़ा ज़ैदी, अरुण जायसवाल, कुलदीप गुप्ता सचिव, अफ्तार अहमद ज़िला मीडिया प्रभारी समेत ज़िला सुरक्षा संगठन के थाना गोसाईगंज, बंधुआ, कादीपुर, चांदा, कोतवाली नगर समेत पदाधिकारी, वार्ड अध्यक्ष एवं सदस्य मौजूद रहे।
समाजसेवी राजेन्द्र कुमार लोहिया के श्रद्धांजलि कार्यक्रम में विभिन्न दलों के लोगों ने की शिरकत*
सुल्तानपुर,जनसंघ के जमाने के विख्यात समाजसेवी रहे वयोवृद्ध राजेंद्र कुमार लोहिया को दी गयी श्रद्धांजलि। सुल्तानपुर पूर्व सपा विधायक अनूप संडा ने बेहद मार्मिक ढंग से उन्हें याद करते हुए चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। मंच से उन्होंने स्वर्गीय राजेन्द्र कुमार लोहिया और अपने स्वर्गीय पिता त्रिभुवन नाथ संडा के व्यक्तित्व पारिवारिक प्रेम व्यवहार पर भी चर्चा की गई। इस मौके पर शहर के समाज के अधिकांश शख्शियतों ने जेल मोड़ स्थित एक लॉन में श्रद्धांजलि सभा में उन्हें याद कर उन्हें दो शब्दों से नवाज़ा गया। पूर्व चेयरमैन अजय जायसवाल ने कहा कि स्वर्गीय राजेन्द्र चाचा के एक अच्छे विचारक,एक अच्छे इंसान और अच्छे राजनेता थे। उनके अंदर व्यक्तिगत ईमानदारी,निस्वार्थ सेवा, दूरदर्शिता और जनता के प्रति जवाबदेही जैसे गुण थे। इस मौके पर सैकड़ों लोग मौजूद रहे।