हिंदी को राष्ट्रभाषा घोषित करने की मांग
अम्बेडकर नगर में विधिक अधिवक्ताओं की बैठक
अम्बेडकर नगर। हिंदी प्रचार प्रसार सेवा संस्थान के तत्वावधान में शुक्रवार को कचहरी परिसर में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता संस्थान के विधिक प्रभारी व वरिष्ठ अधिवक्ता कौशल किशोर श्रीवास्तव ने की। इस अवसर पर महाराष्ट्र में हिंदी के विरोध में हो रहे उपद्रव की कड़ी निंदा की गई और हिंदी को शीघ्र राष्ट्रभाषा घोषित करने की मांग दोहराई गई।
वरिष्ठ अधिवक्ता कौशल किशोर श्रीवास्तव ने कहा, “हिंदी न केवल हमारी मातृभाषा है, बल्कि संविधान द्वारा मान्य राजभाषा भी है। सरकार की उदासीनता ही इसका कारण है कि आज भी हिंदी का विरोध हो रहा है। स्वतंत्रता के बाद संविधान में स्पष्ट था कि 15 वर्षों में हिंदी राष्ट्रभाषा के रूप में स्थापित होगी, लेकिन अब तक इसे लागू नहीं किया गया।”
बैठक में विचार व्यक्त किए गए कि यदि हिंदी को राष्ट्रभाषा घोषित कर दिया जाता, तो इस तरह के विवाद स्वतः समाप्त हो जाते। इसके साथ ही यह भी कहा गया कि हिंदी को वैश्विक संपर्क भाषा बनाने के लिए भारत सरकार को ठोस कदम उठाने चाहिए।
बैठक में संस्थान के राष्ट्रीय महामंत्री डॉ. सम्राट अशोक मौर्य, महिला शाखा की मंडलीय प्रभारी डॉ. अनुराधा मौर्य, संरक्षक मंडल सदस्य राम केर सिंह तथा अनेक अधिवक्ता उपस्थित रहे।




11 hours ago
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