अनुदान पर सोलर पंप प्राप्त करने के लिए 15 दिसंबर तक करें आवेदन

* पीएम कुसुम योजना के अंतर्गत अन्नदाताओं को अनुदान पर 40521 सोलर पंप उपलब्ध कराए जाएंगे

* किसानों की समृद्धि में सहायक केंद्रांश व राज्यांश का बड़ा अनुदान


लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा 'प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा व उत्थान महाभियान' (पीएम कुसुम) के अंतर्गत वर्ष 2025-26 में प्रदेश के अन्नदाता किसानों को अनुदान पर 40521 सोलर पंप उपलब्ध कराए जाएंगे। इस योजना का लाभ उठाने के लिए किसान 15 दिसंबर 2025 तक कृषि विभाग की आधिकारिक वेबसाइट www.agriculture.up.gov.in पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। केवल उन्हीं किसानों को अनुदान पर सोलर पंप प्राप्त होगा जो इस वेबसाइट पर पहले से पंजीकृत हैं। किसानों का चयन ई-लॉटरी के माध्यम से किया जाएगा। राज्य सरकार ने इस कार्य के लिए 20227.50 लाख (दो अरब दो करोड़ सत्ताइस लाख पचास हजार) रुपये की धनराशि भी स्वीकृत कर दी है, जो किसानों की समृद्धि में सहायक होगी।
किसानों को 9 प्रकार के सोलर पंपों पर केंद्र सरकार और राज्य सरकार दोनों की ओर से अनुदान के रूप में बड़ी छूट दी जा रही है। 2 एचपी डीसी/एसी सरफेस पंप पर कुल ₹98,593-₹98,593 का अनुदान दिया जाएगा। 2 एचपी डीसी सबमर्सिबल पंप पर ₹1,00,215, और 2 एचपी एसी सबमर्सिबल पंप पर ₹99,947 का अनुदान उपलब्ध कराया जाएगा। 3 एचपी डीसी सबमर्सिबल पंप पर ₹1,33,621 और 3 एचपी एसी सबमर्सिबल पंप पर ₹1,32,314 का अनुदान मिलेगा, जिसमें राज्य सरकार का अंश ₹77,618 और केंद्र सरकार का अंश ₹54,696 होगा। 5 एचपी एसी सबमर्सिबल पंप पर ₹1,88,038 का अनुदान किसानों को प्राप्त होगा। 7.5 एचपी एसी और 10 एचपी एसी सबमर्सिबल पंपों पर सर्वाधिक ₹2,54,983 का अनुदान मिलेगा, जिसमें राज्य सरकार द्वारा ₹1,40,780 और केंद्र सरकार द्वारा ₹1,14,203 का अनुदान शामिल है।
किसानों को अनुदान पर सोलर पंप की ऑनलाइन बुकिंग www.agriculture.up.gov.in पर जाकर 'अनुदान हेतु सोलर पंप की बुकिंग करें' लिंक के माध्यम से करनी होगी। ऑनलाइन बुकिंग कन्फर्म होने पर पंजीकृत मोबाइल नंबर पर सूचना मिलेगी, जिसके बाद किसानों को अनुदान के बाद बची हुई अवशेष धनराशि ऑनलाइन जमा करनी होगी। टोकन मनी के रूप में किसानों को केवल ₹5,000 की राशि जमा करनी होगी। कृषि विभाग के अनुसार, 2 एचपी के लिए 4 इंच, 3 व 5 एचपी के लिए 6 इंच, और 7.5 एचपी व 10 एचपी के लिए 8 इंच की बोरिंग अनिवार्य है, जो स्वयं किसान की होनी चाहिए। सत्यापन के समय बोरिंग न पाए जाने पर टोकन मनी जब्त कर ली जाएगी और आवेदन निरस्त माना जा सकता है।
बाराबंकी में मादक पदार्थ तस्कर गिरफ्तार, 1 करोड़ 5 लाख रुपये की स्मैक/हेरोइन बरामद

लखनऊ ।  एएनटीएफ थाना बाराबंकी की पुलिस टीम ने मादक पदार्थ की तस्करी में लिप्त कमलेश रावत (55 वर्ष, पुत्र स्व. बंशीलाल, ग्राम लखियापुर, थाना कोठी) को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तारी के समय उसके कब्जे से 522 ग्राम अवैध स्मैक/हेरोइन, 1 मोबाइल फोन और 1,270 रुपये नकद बरामद हुए। बरामद स्मैक/हेरोइन की अनुमानित कीमत लगभग 1 करोड़ 5 लाख रुपये बताई जा रही है।थाना कोठी में आरोपी के खिलाफ एन.डी.पी.एस. एक्ट, 1985 की धारा 8/21/29 के तहत मामला दर्ज कर अग्रिम कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी गई है।

पूछताछ में यह हुआ बड़ा खुलासा

अभियुक्त ने बताया कि यह अवैध मादक पदार्थ वह एक व्यक्ति से खरीदकर तस्करी के जरिए कमीशन के लिए बेचता था। चार-पांच साल पहले हुए एक्सीडेंट में पैर टूटने के कारण वह अन्य काम नहीं कर सकता और इसी वजह से तस्करी करता था। पूछताछ के दौरान आरोपी से काफी जानकारी मिली है, जिनके आधार पर अन्य सहयोगियों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।

गिरफ्तारी का विवरण
स्थान: लखियापुर तिराहा, बह्दग्राम छोटा लालपुर, थाना कोठी, जनपद बाराबंकी
बरामदगी
522 ग्राम स्मैक/हेरोइन (अनुमानित कीमत 1 करोड़ 5 लाख रुपये)
1 मोबाइल फोन
1,270 रुपये नकद

गिरफ्तारी करने वाली टीम
ए0एन0टी0एफ0 थाना बाराबंकी के कुल 13 अधिकारी और कर्मचारियों ने यह कार्रवाई की, जिसमें थाना प्रभारी और अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे।
कफ सिरप सिंडिकेट पर ईडी की बड़ी कार्रवाई: यूपी सहित छह शहरों में छापे, तीन गिरफ्तार, एक फरार

लखनऊ । उत्तर प्रदेश में कोडीन युक्त कफ सिरप की अवैध सप्लाई नेटवर्क पर प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने शुक्रवार सुबह बड़ी कार्रवाई करते हुए सिंडिकेट के 25 ठिकानों पर एक साथ छापेमारी शुरू की। ईडी की टीमें लखनऊ, वाराणसी, अहमदाबाद, जौनपुर, सहारनपुर और रांची में दबिश दे रही हैं। लखनऊ में आरोपी आलोक सिंह के ठिकानों की भी तलाशी ली गई।

कृष्णानगर से भारी मात्रा में नशीला कप सिरप बरामद हुआ था

इस कार्रवाई का सीधा संबंध उस मामले से है जिसमें 11 अक्टूबर को कृष्णानगर क्षेत्र में भारी मात्रा में नशीला कफ सिरप, टेबलेट और इंजेक्शन बरामद हुए थे। उस समय पुलिस ने स्नेहनगर निवासी दीपक मानवानी को गिरफ्तार किया था, जिसने पूछताछ में अपने दो सप्लायर—सूरज मिश्र और प्रीतम सिंह के नाम बताए थे। दोनों आरोपी पुलिस को तलाश में थे।

एक अन्य युवक आरुष सक्सेना अब भी फरार

गुरुवार देर शाम कृष्णानगर पुलिस ने दोनों फरार आरोपियों को बैकुंठ धाम वीआईपी रोड इलाके से दबोच लिया।सूरज मिश्र, निवासी फैजुल्लागंज (मूलतः सीतापुर), एक आयुर्वेदिक दवा एजेंसी चलाता है।प्रीतम सिंह, निवासी बादशाहनगर (मूलतः बहराइच), एक फैमिली रेस्टोरेंट में काम करता है।दोनों पर आरोप है कि वे दीपक को कोडीन मिली प्रतिबंधित दवाएं सप्लाई करते थे, जिन्हें आगे नशे के आदी लोगों को बेचा जाता था। इस नेटवर्क से जुड़े एक अन्य युवक आरुष सक्सेना अब भी फरार है और पुलिस उसकी तलाश में जुटी है।

अवैध लेन-देन और मनी ट्रेल की जांच के तहत की जा रही

एसीपी कृष्णानगर रजनीश वर्मा के मुताबिक, दीपक मानवानी के घर से बरामद की गई बड़ी मात्रा की दवाएं इस बात का संकेत हैं कि यह नेटवर्क लंबे समय से सक्रिय था और इसके तार कई शहरों में फैले हो सकते हैं। ईडी की छापेमारी इसी नेटवर्क से जुड़े अवैध लेन-देन और मनी ट्रेल की जांच के तहत की जा रही है।
वर्ष 2025-26 में ग्राम पंचायतों में वितरण के वाद्य यंत्रों को उच्चस्तरीय कमेटी की देखरेख में सेट खरीदे जांएगे


उत्तर प्रदेश गौरव सम्मान के लिए आवेदन पत्रों के परीक्षण के उपरांत निर्णय लिया जाएगा

पर्यटन मंत्री ने पर्यटन एवं संस्कृति विभाग की समीक्षा की

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने आज दूसरे दिन पर्यटन एवं संस्कृति विभाग की समीक्षा करते हुए विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए कि पर्यटन विभाग की परियोजनाओं को तय समय सीमा में पूरा किया जाए। व्यवधान की स्थिति में उसका निस्तारण सुनिश्चित करते हुए कार्य को आगे बढ़ाया जाए। वित्तीय वर्ष 2025-26 की स्वीकृत कार्ययोजना में शामिल 19 परियोजनाओं के आगणन प्रस्ताव की स्वीकृति शीघ्र जारी कर दी जाएगी।

उन्होंने अब तक न शुरू की गई परियोजनाओं की भी गहन समीक्षा करते हुए कार्य की गति तेज करने के निर्देश दिए। पर्यटन मंत्री आज गोमती नगर स्थित पर्यटन भवन के सभागार में संस्कृति तथा पर्यटन विभाग की निर्माण कार्य से जुड़ी परियोजनाओं तथा विभागीय गतिविधियों की बिंदुवार समीक्षा की। उन्होंने निर्देश दिए कि बदले परिवेश में परियोजनाओं को गुणवत्ता के साथ पूरा करके पर्यटन क्षेत्र को बढ़ावा दिया जाए, ताकि वन ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने में पर्यटन एवं संस्कृति विभाग का अधिकतम सहयोग सुनिश्चित हो सके और स्थानीय लोगों को अपने घर के आस-पास रोजगार मिल सके।

उन्होंने पिछली बैठकों में दिए गए निर्देशों के अनुपालन की स्थिति की भी समीक्षा की। उन्होंने कहा कि अधिकारी किसी कार्य में अड़गा न लगाए, बल्कि उसके समाधान के लिए हरसंभव प्रयास करे।

जयवीर सिंह ने कहा कि संस्कृति विभाग द्वारा लोककला से आमजनता को जोड़ने तथा उन्हें संरक्षित रखते हुए अगली पीढ़ी तक पहुंचाने के लिए संस्कृति विभाग ने वाद्य यंत्रों का सेट क्रय करके वितरित किया था। उसमें से अवशेष 26 सेट वाद्य यंत्र भातखंडे संगीत संस्थान को और आजमगढ़ के हरिहर पुर स्थित संगीत विद्यालय को उपलब्ध करा दिए गए है। यह वाद्य यत्र वित्तीय वर्ष 2023-24 में क्रय किए गए थे। उन्होंने शेष जनपदों में वाद्य यंत्र का सेट वितरित करने के लिए एक उच्चस्तरीय कमेटी की देख-रेख में नए वाद्य यंत्र क्रय करने के निर्देश दिए। उन्होंने यह भी कहा कि नए वाद्य यंत्र की गुणवत्ता एवं टिकाऊपन की जांच के लिए विशेषज्ञों की भी राय ली जाए और क्रय करते समय वित्तीय अनुशासन एवं गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जाए। बैठक में बताया गया कि वित्तीय वर्ष 2025-26 में वाद्य यंत्र क्रय करने के लिए कार्यवाई शुरू कर दी गयी है।

पर्यटन मंत्री ने रेडियों जयघोष की फ्रीक्वेंसी बढ़ाने के लिए कार्यवाई शुरू की जाए। उन्होंने बताया कि रेडियो जयघोष की क्षमता बढ़ने से दूरस्थ स्थानों तक रेडियों जयघोष के कार्यक्रमों का श्रोताओं को लाभ मिलेगा। बैठक में यह भी बतायागया कि संगीत नाटक अकादमी द्वारा रिसोर्ट होटल से समन्वय किया जा रहा है तथा उप्र लोक जनजाति संस्कृति संस्थान के माध्यम से स्थानीय रिसोर्ट/होटल से समन्वय स्थापित कर कार्यक्रम कराए जाने का प्रयास किया जा रहा है। इसके अलावा भारतेन्दु नाट्य अकादमी, राज्य ललित कला अकादमी, वृंदावन स्रोत संस्थान, अंतर्राष्ट्रीय रामायण एवं वैदिक स्रोत संस्थान द्वारा भी विभिन्न कार्यक्रमों हेतु समन्वय का प्रयास किया जा रहा है।

प्रदेश में लोक सांस्कृतिक विरासत को बढ़ावा देने के लिए संस्कृति उत्सव के आयोजन के निर्देश दिए। उन्होंने प्रदेश के 75 जनपदों के लिए निदेशालय स्तर से नोडल अधिकारी नामित करने के भी निर्देश दिए।

जयवीर सिंह ने उप्र की संस्कृति नीति तैयार करने के लिए भारत सरकार द्वारा संस्कृति नीति जारी होने के पश्चात उसके प्रस्तावों के हिसाब से प्रदेश की संस्कृति नीति तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने यह भी हिदायत दी कि समीक्षा बैठक में लिए गए निर्णयों के अनुरूप निर्धारित समय सीमा में अनुपालन सुनिश्चित किया जाए। दोनों बैठकों मे प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति अमृत अभिजात, महानिदेशक पर्यटन, अशोक कुमार द्वितीय, विशेष सचिव संस्कृति ईशाप्रिया, अपर निदेशक संस्कृति डॉ सृष्टि धवन, प्रबंध निदेशक आशीष कुमार, पर्यटन सलाहाकार जेपी सिंह, संयुक्त निदेशक  वीरेन्द्र कुमार व प्रीति श्रीवास्तव तथा अंजु चौधरी, निदेशक अमित अग्निहोत्री, निदेशक पुरातत्व रेनु द्विवेदी के अलावा उपनिदेशक एवं सहायक निदेशक मौजूद थे।
माघ मेले के आयोजन के इतिहास में पहली बार जारी हुआ मेले का प्रतीक चिन्ह


*महाकुंभ-2025 के भव्य आयोजन के बाद माघ मेला-2026 को भव्य और दिव्य स्वरूप देने के लिए योगी सरकार की एक और पहल* *प्रतीक चिन्ह में परिलक्षित है संगम माघ मास में तप, अनुष्ठान और कल्पवास का दर्शन, अक्षयवट को मिली जगह* लखनऊ/प्रयागराज। प्रयागराज महाकुंभ-2025 के दिव्य और भव्य आयोजन के बाद अब उत्तर प्रदेश की योगी सरकार अब माघ मेला-2026 को भी अभूतपूर्व स्वरूप देने की तैयारी में है । इसी क्रम में माघ मेले के दर्शन तत्व को उद्घाटित करता माघ मेले का प्रतीक चिन्ह जारी हुआ है। मुख्यमंत्री के स्तर से माघ मेले का यह लोगो जारी किया गया है। जारी किए गए लोगो में माघ मास में संगम किनारे जप, तप साधना और कल्पवास की महत्ता के साथ इस अवधि नक्षत्रों की अवस्थिति के आधार पर सप्त ऊर्जा चक्रों को स्थान दिया गया है। लोगो में अक्षय पुण्य का संचय साक्षी अक्षयवट, सूर्य देव और चंद्र देव की 27 नक्षत्रों के साथ की ब्रह्मांडीय यात्रा, श्री लेटे हुए हनुमान जी का दर्शन बोध कराता बड़े हनुमान जी का मंदिर, सनातन के विस्तार की प्रतीक सनातन पताका और संगम पर साइबेरियन पक्षियों की कलरव को ध्वनित करने वाला पर्यावरण बोध सभी का इसमें समावेश है। लोगो पर श्लोक "माघे निमज्जनं यत्र पापं परिहरेत् तत:" माघ के महीने में स्नान करने से सभी पाप मुक्ति का शंखनाद कर रहा है। यह लोगो मेला प्राधिकरण द्वारा आबद्ध किए गए डिजाइन कंसल्टेंट अजय सक्सेना एवं प्रागल्भ अजय द्वारा डिजाइन किया गया जिसे मुख्यमंत्री के स्तर पर जारी किया गया है। जारी लोगो का दर्शन माघ महीने के सूर्य और चंद्र की स्थिति को भी उद्घाटित करता है। ज्योतिषाचार्य आचार्य हरि कृष्ण शुक्ला बताते हैं कि सूर्य एवं चंद्रमा की 14 कलाओं की उपस्थिति ज्योतिषीय गणना के अनुसार सूर्य, चंद्रमा एवं नक्षत्रों की स्थितियों को प्रतिबिंबित करता है जो प्रयागराज में माघ मेले का कारक बनता है। भारतीय ज्योतिषीय गणना के अनुसार चंद्रमा 27 नक्षत्रों की परिक्रमा लगभग 27.3 दिनों में पूर्ण करता है। माघ मेला इन्हीं नक्षत्रीय गतियों के अत्यंत सूक्ष्म गणित पर आधारित है। जब सूर्य मकर राशि में होता है और पूर्णिमा के दिन चंद्रमा माघी या अश्लेषा-पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्रों के समीप होता है, तब माघ मास बनता है और उसी काल में माघ मेला आयोजित होता है। इसी तरह चंद्रमा की 14 कलाओं का संबंध मानव जीवन, मनोवैज्ञानिक ऊर्जा और आध्यात्मिक साधना से माना गया है। माघ मेला चंद्र-ऊर्जा की इन कलाओं के सक्रिय होने का विशेष काल भी है। अमावस्या से पूर्णिमा की ओर चंद्रमा की वृद्धि (शुक्ल पक्ष) साधना की उन्नति के लिए सर्वश्रेष्ठ मानी गई है। माघ स्नान की तिथियाँ चंद्र कलाओं के अत्यंत सूक्ष्म संतुलन पर चुनी जाती हैं। माघ महीने की ऊर्जा (शक्ति) अनुशासन, भक्ति और गहन आध्यात्मिक कार्यों से जुड़ी होती है क्योंकि यह महीना पवित्र नदियों में स्नान, दान, तपस्या और कल्पवास जैसे कार्यों के लिए विशेष माना जाता है। इस माह में किए गए कार्य व्यक्ति को निरोगी बनाते हैं और उसे दिव्य ऊर्जा से भर देते हैं।
राजधानी लखनऊ में सर्वाधिक रूफटॉप सोलर किया गया स्थापित
*लखनऊ में 62 हजार से ज्यादा इंस्टॉलेशन, वाराणसी और कानपुर नगर शीर्ष 3 में शामिल*

लखनऊ।  मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ ने सौर ऊर्जा के क्षेत्र में नया कीर्तिमान स्थापित किया है। प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना (PMSGY) के तहत लखनऊ में अब तक 62,271 रूफटॉप सोलर (RTS) इंस्टॉलेशन पूरे हो चुके हैं। यह राज्य के किसी भी जिले से सबसे अधिक है। लखनऊ की इस अगुवाई ने पूरे उत्तर प्रदेश को 3 लाख से अधिक इंस्टॉलेशन का मुकाम छू लिया है, जो योगी सरकार की कुशल मॉनिटरिंग और जनकेंद्रित नीतियों का जीता-जागता प्रमाण है।

योगी सरकार के निर्देश पर लखनऊ जिला प्रशासन, यूपीनेडा और डिस्कॉम की टीम ने दिन-रात मेहनत कर 62,271 इंस्टॉलेशन पूरे किए। लखनऊ की यह सफलता अन्य जिलों के लिए प्रेरणा बन रही है और सौर ऊर्जा को घर-घर पहुंचाने में मील का पत्थर साबित हो रही है।
लखनऊ के बाद वाराणसी ने 26,208, कानपुर नगर ने 18,562, बरेली ने 12,952 और आगरा ने 11,033 इंस्टॉलेशन कर शानदार प्रदर्शन किया। प्रयागराज (9,719), रायबरेली (8,616), झांसी (7,674), बाराबंकी (6,477) और गोरखपुर (6,262) जैसे जिलों ने भी योगी सरकार की योजना को मजबूती प्रदान की। सभी 75 जिलों में PO नियुक्त कर और 23 जिलों की मासिक दर दोगुनी करने से समावेशी विकास सुनिश्चित हुआ।

योगी सरकार के मार्गदर्शन में इंस्टॉलेशन की गति छह गुना बढ़ी है। प्रदेश भर में पहले ढ़ाई लाख इंस्टॉलेशन में 270 दिन लगे जबकि आखिरी 50,000 मात्र 43 दिन में पूरे हुए। यह तेजी लाखों परिवारों को मुफ्त बिजली, कम बिल और अतिरिक्त आय का लाभ दे रही है। उत्तर प्रदेश अब सौर ऊर्जा में टॉप-3 राज्यों में शामिल है। यह सीएम योगी के हरित विकास मॉडल के संकल्प को साकार कर रहा है
कोडिनयुक्त कफ सिरप पर यूपी में अब तक का सबसे बड़ा एक्शन: 31 जिलों में 133 फर्मों पर FIR, कई गिरफ्तार

* सीएम योगी के जीरो–टॉलरेंस आदेश पर चला एफएसडीए का मेगा क्रैकडाउन, पहली बार एनडीपीएस व बीएनएस धाराओं में मुकदमेलखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा अवैध नशे के खिलाफ छेड़ी गई जंग अब निर्णायक दौर में पहुंच गई है। वर्ष 2022 में गठित एएनटीएफ और एफएसडीए ने कोडिनयुक्त कफ सिरप एवं एनडीपीएस श्रेणी की दवाओं के अवैध व्यापार और डायवर्जन पर अब तक का सबसे बड़ा अभियान चलाया है। दो महीने से जारी इस कार्रवाई से प्रदेश भर में नशे के सौदागरों की कमर टूट गई है।एफएसडीए ने गहन अंदरुनी जांच और झारखंड, हरियाणा, हिमाचल समेत कई राज्यों में विवेचना के बाद दो माह पहले बड़े स्तर पर क्रैकडाउन शुरू किया। अब तक 31 जिलों में 133 फर्मों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जा चुकी है, जिनमें आधा दर्जन से अधिक संचालक जेल भेजे जा चुके हैं।एफएसडीए सचिव एवं आयुक्त डॉ. रोशन जैकब ने बताया कि सीएम योगी का स्पष्ट निर्देश था कि कार्रवाई केवल लाइसेंस रद्द करने तक सीमित न रहे, बल्कि ऐसा एक्शन हो जो देश में नजीर बने। इसी के तहत पहली बार कोडिनयुक्त कफ सिरप के अवैध डायवर्जन में एनडीपीएस और बीएनएस एक्ट के तहत मुकदमे दर्ज किए गए। जिलाधिकारियों को गैंगस्टर एक्ट लगाने के लिए भी पत्र भेजा गया है।प्रदेश के 52 जिलों में 332 औषधि विक्रय प्रतिष्ठानों की जांच में चौंकाने वाले तथ्य सामने आए। कई प्रतिष्ठान कागजों में ही मौजूद थे और केवल बिलिंग प्वॉइंट के रूप में चल रहे थे। कई दुकानों में भंडारण व्यवस्था और रिकॉर्ड भी नहीं मिले। जांच के दौरान 133 प्रतिष्ठान संगठित रूप से कफ सिरप का गैर-चिकित्सीय उपयोग हेतु अवैध डायवर्जन करते पाए गए। इनका नेटवर्क लखनऊ, कानपुर, लखीमपुर, बहराइच के जरिए नेपाल तथा वाराणसी, गाजियाबाद से बांग्लादेश तक फैला हुआ था।* इन जिलों में तस्करी के केस सामने आए:वाराणसी, जौनपुर, कानपुर नगर, गाजीपुर, लखीमपुर खीरी, लखनऊ, बहराइच, बिजनौर, प्रयागराज, प्रतापगढ़, सीतापुर, सोनभद्र, बलरामपुर, रायबरेली, संतकबीर नगर, हरदोई, भदोही, अमेठी, श्रावस्ती, सिद्धार्थनगर, उन्नाव, बस्ती, अंबेडकरनगर, आजमगढ़, सहारनपुर, बरेली, सुल्तानपुर, चंदौली, मीरजापुर, बांदा, कौशांबी।
मध्य प्रदेश से आ रहे श्रद्धालुओं की बोलेरो ट्रैक्टर ट्राली से टकराई, तीन की मौत

लखनऊ । उत्तर प्रदेश अयोध्या जिले में थाना पूराकलंदर के कल्याण भदरसा गांव के पास प्रयागराज हाईवे पर अयोध्या दर्शन के लिए आ रहे श्रद्धालुओं की बोलेरो गाड़ी ट्रैक्टर ट्राली से टकरा गई। तीन श्रद्धालुओं की मौत हाे गयी और 11 श्रद्धालु घायल हो गए हैं। सभी घायलों को जिला अस्पताल पहुंचाया गया।घटना गुरुवार की भोर में लगभग 5 बजे के आसपास की है। सूचना मिलने पर मौके पर थाना पूराकलंदर की पुलिस ने स्थानीय लोगों के सहयोग से घायलों को जिला अस्पताल पहुंचाया और दोनों वाहनों को पुलिस ने कब्जे में ले लिया।



मध्य प्रदेश से आ रहे थे अयोध्या



बता दें कि मध्य प्रदेश के रीवा जिले के मऊगंज निवासी चित्रसेन पटेल (50) परिवार के 10 लोगों के साथ रामलला का दर्शन करने अयोध्या आ रहे थे। वह लोग बोलेरो से बुधवार को निकले थे। गुरुवार की भोर में लगभग पांच बजे सभी कल्याण भदरसा के पास पहुंचे तो चालक को अचानक नींद लगी और वह अनियंत्रित होकर सामने से आ रही ट्रैक्टर ट्राला में भिड़ गया। हादसे में बोलेरो सवार चित्रसेन की बेटी अंकिता पटेल (25), महेंद्र मणि पटेल की पत्नी मीराबाई (25) व चालक राम यश मिश्रा (50) की मौके पर ही मौत हो गई।



पुलिस ने दोनों वाहनों को लिया कब्जे में



हादसे में जबकि, चित्रसेन उनकी पत्नी चंद्रकला (45), बेटा तनुज पटेल (20) व दीपक कुमार पटेल (35), सरोज मणि पटेल की पत्नी कुसुम (35) और बेटा आशीष पटेल (23), हरिकेश का पांच साल का बेटा शिवांश पटेल व पत्नी शशि पटेल (30) गंभीर रूप से घायल हो गए।मौके पर आई पूराकलंदर पुलिस ने घायलों को तीन एंबुलेंस से जिला अस्पताल पहुंचाया। जहां उनका इलाज चल रहा है। प्रभारी निरीक्षक मनोज शर्मा ने बताया कि शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। घायलों का इलाज चल रहा है। दोनों वाहनों को कब्जे में लिया गया है।



सीएम योगी ने मृतकों के शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना की व्यक्त



सभी श्रद्धालु मध्य प्रदेश के रीवा से अयोध्या रामलला का दर्शन करने आ रहे थे। हादसे की जानकारी होने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने जनपद अयोध्या में हुए सड़क हादसे का संज्ञान लिया है और मृतकों के शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त किया। उन्होंने अधिकारियों को तत्काल मौके पर पहुंच कर राहत कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए है। साथ ही मुख्यमंत्री ने घायलों के समुचित उपचार के निर्देश दिए।
एसटीएफ के हत्थे चढ़ा माफिया अशरफ का खास, 50 हजार का इनामी अफसार दिल्ली से गिरफ्तार
लखनऊ। पुलिस अभिरक्षा में मारे गए माफिया अशरफ के निर्देश पर संगीन वारदातों को अंजाम देने वाले 50,000 के इनामी अपराधी अफसार अहमद को यूपी एसटीएफ ने दिल्ली के साउथ ईस्ट इलाके से गिरफ्तार कर लिया। यह गिरफ्तारी उपनिरीक्षक जय प्रकाश राय की टीम ने की।

कैसे पहुंची एसटीएफ अफसार तक?

एसटीएफ के अपर पुलिस उपाधीक्षक शैलेन्द्र प्रताप सिंह ने बताया कि इनामी बदमाश अफसार अहमद, प्रयागराज के पूरा मुफ्ती क्षेत्र के सल्लाहपुर का रहने वाला है और कई दिनों से दिल्ली में छिपकर रह रहा था।सूत्रों से लगातार सूचना मिल रही थी कि अशरफ का यह खास गुर्गा दिल्ली में सक्रिय है। इसके बाद उपनिरीक्षक जय प्रकाश राय की टीम को इसके पीछा करने की जिम्मेदारी दी गई। बुधवार को मुखबिर की पुष्टि के बाद इसे दबोच लिया गया।

अफसार का आपराधिक जाल

पूछताछ में अफसार ने खुलासा किया कि वह जेल में बंद माफिया अशरफ से बरेली जिला कारागार में मिलता था। वह अपनी ही आईडी से अपने साथियों अजहर, लल्ला गद्दी, गुड्डू, मुस्लिम, साबिर और अरमान को भी अशरफ से मुलाकात करवाता था।अफसार ने यह भी स्वीकार किया कि वह अशरफ के इशारों पर रंगदारी, लूट, अपहरण और हत्या जैसी संगीन वारदातों को अंजाम देता था।
एसटीएफ की बड़ी कार्रवाई: 50 हजार की इनामी महिला तस्कर नसरीन बानो उर्फ ‘बादाम’ गिरफ्तार
लखनऊ। यूपी एसटीएफ ने मादक पदार्थ की तस्करी पर कड़ा प्रहार करते हुए 50 हजार रुपए की इनामी महिला तस्कर नसरीन बानो उर्फ बादाम को ठाकुरगंज के फरीदपुर से गिरफ्तार कर लिया है। नसरीन कई महीनों से फरार चल रही थी और ब्राउन शुगर सप्लाई करने वाले नेटवर्क की सरगना बताई जा रही है।इससे पहले इसी गिरोह से जुड़े एक तस्कर को बहराइच से पकड़ा गया था। एसटीएफ के अपर पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार सिंह के निर्देशन में उपनिरीक्षक अमित कुमार तिवारी की टीम ने बुधवार को मुखबिर की सूचना पर यह कार्रवाई की।

गिरफ्तार महिला तस्कर का गैंग और नेटवर्क

उपनिरीक्षक अमित कुमार तिवारी के अनुसार नसरीन बानो उर्फ बादाम, लखनऊ के खदरा (मदयेगंज थाना) क्षेत्र की रहने वाली है। पूछताछ में उसने बताया कि वह पिछले छह सालों से ब्राउन शुगर के इस काले धंधे में लिप्त है।नसरीन ने खुलासा किया कि उसका एक संगठित गिरोह है जो मणिपुर से कच्चा माल मंगवाकर उससे ब्राउन शुगर तैयार करता था और फिर उसे बहराइच सहित विभिन्न जिलों में सप्लाई करवाया जाता था।
17 अक्टूबर 2025 को इसी गिरोह के एक सदस्य को बहराइच के कोतवाली देहात क्षेत्र से पकड़ा गया था। वहीं गैंग लीडर नसरीन फरार हो गई थी, जिसकी गिरफ्तारी पर पुलिस ने 50,000 का इनाम घोषित किया था।

महिलाओं के भरोसे मादक पदार्थ की तस्करी

नसरीन ने स्वीकार किया कि मादक पदार्थ के इस गोरखधंधे में महिलाओं की भूमिका लगातार बढ़ती जा रही है। तस्करों ने पुलिस की निगरानी से बचने के लिए सप्लाई चैन की जिम्मेदारी महिलाओं पर डाल दी है।
पहले नसरीन बड़े तस्करों के इशारे पर काम करती थी, लेकिन कुछ समय बाद वह पूरे गैंग की लीडर बन गई और नेटवर्क संचालित करने लगी।