राजधानी लखनऊ में सर्वाधिक रूफटॉप सोलर किया गया स्थापित
*लखनऊ में 62 हजार से ज्यादा इंस्टॉलेशन, वाराणसी और कानपुर नगर शीर्ष 3 में शामिल*

लखनऊ।  मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ ने सौर ऊर्जा के क्षेत्र में नया कीर्तिमान स्थापित किया है। प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना (PMSGY) के तहत लखनऊ में अब तक 62,271 रूफटॉप सोलर (RTS) इंस्टॉलेशन पूरे हो चुके हैं। यह राज्य के किसी भी जिले से सबसे अधिक है। लखनऊ की इस अगुवाई ने पूरे उत्तर प्रदेश को 3 लाख से अधिक इंस्टॉलेशन का मुकाम छू लिया है, जो योगी सरकार की कुशल मॉनिटरिंग और जनकेंद्रित नीतियों का जीता-जागता प्रमाण है।

योगी सरकार के निर्देश पर लखनऊ जिला प्रशासन, यूपीनेडा और डिस्कॉम की टीम ने दिन-रात मेहनत कर 62,271 इंस्टॉलेशन पूरे किए। लखनऊ की यह सफलता अन्य जिलों के लिए प्रेरणा बन रही है और सौर ऊर्जा को घर-घर पहुंचाने में मील का पत्थर साबित हो रही है।
लखनऊ के बाद वाराणसी ने 26,208, कानपुर नगर ने 18,562, बरेली ने 12,952 और आगरा ने 11,033 इंस्टॉलेशन कर शानदार प्रदर्शन किया। प्रयागराज (9,719), रायबरेली (8,616), झांसी (7,674), बाराबंकी (6,477) और गोरखपुर (6,262) जैसे जिलों ने भी योगी सरकार की योजना को मजबूती प्रदान की। सभी 75 जिलों में PO नियुक्त कर और 23 जिलों की मासिक दर दोगुनी करने से समावेशी विकास सुनिश्चित हुआ।

योगी सरकार के मार्गदर्शन में इंस्टॉलेशन की गति छह गुना बढ़ी है। प्रदेश भर में पहले ढ़ाई लाख इंस्टॉलेशन में 270 दिन लगे जबकि आखिरी 50,000 मात्र 43 दिन में पूरे हुए। यह तेजी लाखों परिवारों को मुफ्त बिजली, कम बिल और अतिरिक्त आय का लाभ दे रही है। उत्तर प्रदेश अब सौर ऊर्जा में टॉप-3 राज्यों में शामिल है। यह सीएम योगी के हरित विकास मॉडल के संकल्प को साकार कर रहा है
कोडिनयुक्त कफ सिरप पर यूपी में अब तक का सबसे बड़ा एक्शन: 31 जिलों में 133 फर्मों पर FIR, कई गिरफ्तार

* सीएम योगी के जीरो–टॉलरेंस आदेश पर चला एफएसडीए का मेगा क्रैकडाउन, पहली बार एनडीपीएस व बीएनएस धाराओं में मुकदमेलखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा अवैध नशे के खिलाफ छेड़ी गई जंग अब निर्णायक दौर में पहुंच गई है। वर्ष 2022 में गठित एएनटीएफ और एफएसडीए ने कोडिनयुक्त कफ सिरप एवं एनडीपीएस श्रेणी की दवाओं के अवैध व्यापार और डायवर्जन पर अब तक का सबसे बड़ा अभियान चलाया है। दो महीने से जारी इस कार्रवाई से प्रदेश भर में नशे के सौदागरों की कमर टूट गई है।एफएसडीए ने गहन अंदरुनी जांच और झारखंड, हरियाणा, हिमाचल समेत कई राज्यों में विवेचना के बाद दो माह पहले बड़े स्तर पर क्रैकडाउन शुरू किया। अब तक 31 जिलों में 133 फर्मों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जा चुकी है, जिनमें आधा दर्जन से अधिक संचालक जेल भेजे जा चुके हैं।एफएसडीए सचिव एवं आयुक्त डॉ. रोशन जैकब ने बताया कि सीएम योगी का स्पष्ट निर्देश था कि कार्रवाई केवल लाइसेंस रद्द करने तक सीमित न रहे, बल्कि ऐसा एक्शन हो जो देश में नजीर बने। इसी के तहत पहली बार कोडिनयुक्त कफ सिरप के अवैध डायवर्जन में एनडीपीएस और बीएनएस एक्ट के तहत मुकदमे दर्ज किए गए। जिलाधिकारियों को गैंगस्टर एक्ट लगाने के लिए भी पत्र भेजा गया है।प्रदेश के 52 जिलों में 332 औषधि विक्रय प्रतिष्ठानों की जांच में चौंकाने वाले तथ्य सामने आए। कई प्रतिष्ठान कागजों में ही मौजूद थे और केवल बिलिंग प्वॉइंट के रूप में चल रहे थे। कई दुकानों में भंडारण व्यवस्था और रिकॉर्ड भी नहीं मिले। जांच के दौरान 133 प्रतिष्ठान संगठित रूप से कफ सिरप का गैर-चिकित्सीय उपयोग हेतु अवैध डायवर्जन करते पाए गए। इनका नेटवर्क लखनऊ, कानपुर, लखीमपुर, बहराइच के जरिए नेपाल तथा वाराणसी, गाजियाबाद से बांग्लादेश तक फैला हुआ था।* इन जिलों में तस्करी के केस सामने आए:वाराणसी, जौनपुर, कानपुर नगर, गाजीपुर, लखीमपुर खीरी, लखनऊ, बहराइच, बिजनौर, प्रयागराज, प्रतापगढ़, सीतापुर, सोनभद्र, बलरामपुर, रायबरेली, संतकबीर नगर, हरदोई, भदोही, अमेठी, श्रावस्ती, सिद्धार्थनगर, उन्नाव, बस्ती, अंबेडकरनगर, आजमगढ़, सहारनपुर, बरेली, सुल्तानपुर, चंदौली, मीरजापुर, बांदा, कौशांबी।
मध्य प्रदेश से आ रहे श्रद्धालुओं की बोलेरो ट्रैक्टर ट्राली से टकराई, तीन की मौत

लखनऊ । उत्तर प्रदेश अयोध्या जिले में थाना पूराकलंदर के कल्याण भदरसा गांव के पास प्रयागराज हाईवे पर अयोध्या दर्शन के लिए आ रहे श्रद्धालुओं की बोलेरो गाड़ी ट्रैक्टर ट्राली से टकरा गई। तीन श्रद्धालुओं की मौत हाे गयी और 11 श्रद्धालु घायल हो गए हैं। सभी घायलों को जिला अस्पताल पहुंचाया गया।घटना गुरुवार की भोर में लगभग 5 बजे के आसपास की है। सूचना मिलने पर मौके पर थाना पूराकलंदर की पुलिस ने स्थानीय लोगों के सहयोग से घायलों को जिला अस्पताल पहुंचाया और दोनों वाहनों को पुलिस ने कब्जे में ले लिया।



मध्य प्रदेश से आ रहे थे अयोध्या



बता दें कि मध्य प्रदेश के रीवा जिले के मऊगंज निवासी चित्रसेन पटेल (50) परिवार के 10 लोगों के साथ रामलला का दर्शन करने अयोध्या आ रहे थे। वह लोग बोलेरो से बुधवार को निकले थे। गुरुवार की भोर में लगभग पांच बजे सभी कल्याण भदरसा के पास पहुंचे तो चालक को अचानक नींद लगी और वह अनियंत्रित होकर सामने से आ रही ट्रैक्टर ट्राला में भिड़ गया। हादसे में बोलेरो सवार चित्रसेन की बेटी अंकिता पटेल (25), महेंद्र मणि पटेल की पत्नी मीराबाई (25) व चालक राम यश मिश्रा (50) की मौके पर ही मौत हो गई।



पुलिस ने दोनों वाहनों को लिया कब्जे में



हादसे में जबकि, चित्रसेन उनकी पत्नी चंद्रकला (45), बेटा तनुज पटेल (20) व दीपक कुमार पटेल (35), सरोज मणि पटेल की पत्नी कुसुम (35) और बेटा आशीष पटेल (23), हरिकेश का पांच साल का बेटा शिवांश पटेल व पत्नी शशि पटेल (30) गंभीर रूप से घायल हो गए।मौके पर आई पूराकलंदर पुलिस ने घायलों को तीन एंबुलेंस से जिला अस्पताल पहुंचाया। जहां उनका इलाज चल रहा है। प्रभारी निरीक्षक मनोज शर्मा ने बताया कि शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। घायलों का इलाज चल रहा है। दोनों वाहनों को कब्जे में लिया गया है।



सीएम योगी ने मृतकों के शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना की व्यक्त



सभी श्रद्धालु मध्य प्रदेश के रीवा से अयोध्या रामलला का दर्शन करने आ रहे थे। हादसे की जानकारी होने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने जनपद अयोध्या में हुए सड़क हादसे का संज्ञान लिया है और मृतकों के शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त किया। उन्होंने अधिकारियों को तत्काल मौके पर पहुंच कर राहत कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए है। साथ ही मुख्यमंत्री ने घायलों के समुचित उपचार के निर्देश दिए।
एसटीएफ के हत्थे चढ़ा माफिया अशरफ का खास, 50 हजार का इनामी अफसार दिल्ली से गिरफ्तार
लखनऊ। पुलिस अभिरक्षा में मारे गए माफिया अशरफ के निर्देश पर संगीन वारदातों को अंजाम देने वाले 50,000 के इनामी अपराधी अफसार अहमद को यूपी एसटीएफ ने दिल्ली के साउथ ईस्ट इलाके से गिरफ्तार कर लिया। यह गिरफ्तारी उपनिरीक्षक जय प्रकाश राय की टीम ने की।

कैसे पहुंची एसटीएफ अफसार तक?

एसटीएफ के अपर पुलिस उपाधीक्षक शैलेन्द्र प्रताप सिंह ने बताया कि इनामी बदमाश अफसार अहमद, प्रयागराज के पूरा मुफ्ती क्षेत्र के सल्लाहपुर का रहने वाला है और कई दिनों से दिल्ली में छिपकर रह रहा था।सूत्रों से लगातार सूचना मिल रही थी कि अशरफ का यह खास गुर्गा दिल्ली में सक्रिय है। इसके बाद उपनिरीक्षक जय प्रकाश राय की टीम को इसके पीछा करने की जिम्मेदारी दी गई। बुधवार को मुखबिर की पुष्टि के बाद इसे दबोच लिया गया।

अफसार का आपराधिक जाल

पूछताछ में अफसार ने खुलासा किया कि वह जेल में बंद माफिया अशरफ से बरेली जिला कारागार में मिलता था। वह अपनी ही आईडी से अपने साथियों अजहर, लल्ला गद्दी, गुड्डू, मुस्लिम, साबिर और अरमान को भी अशरफ से मुलाकात करवाता था।अफसार ने यह भी स्वीकार किया कि वह अशरफ के इशारों पर रंगदारी, लूट, अपहरण और हत्या जैसी संगीन वारदातों को अंजाम देता था।
एसटीएफ की बड़ी कार्रवाई: 50 हजार की इनामी महिला तस्कर नसरीन बानो उर्फ ‘बादाम’ गिरफ्तार
लखनऊ। यूपी एसटीएफ ने मादक पदार्थ की तस्करी पर कड़ा प्रहार करते हुए 50 हजार रुपए की इनामी महिला तस्कर नसरीन बानो उर्फ बादाम को ठाकुरगंज के फरीदपुर से गिरफ्तार कर लिया है। नसरीन कई महीनों से फरार चल रही थी और ब्राउन शुगर सप्लाई करने वाले नेटवर्क की सरगना बताई जा रही है।इससे पहले इसी गिरोह से जुड़े एक तस्कर को बहराइच से पकड़ा गया था। एसटीएफ के अपर पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार सिंह के निर्देशन में उपनिरीक्षक अमित कुमार तिवारी की टीम ने बुधवार को मुखबिर की सूचना पर यह कार्रवाई की।

गिरफ्तार महिला तस्कर का गैंग और नेटवर्क

उपनिरीक्षक अमित कुमार तिवारी के अनुसार नसरीन बानो उर्फ बादाम, लखनऊ के खदरा (मदयेगंज थाना) क्षेत्र की रहने वाली है। पूछताछ में उसने बताया कि वह पिछले छह सालों से ब्राउन शुगर के इस काले धंधे में लिप्त है।नसरीन ने खुलासा किया कि उसका एक संगठित गिरोह है जो मणिपुर से कच्चा माल मंगवाकर उससे ब्राउन शुगर तैयार करता था और फिर उसे बहराइच सहित विभिन्न जिलों में सप्लाई करवाया जाता था।
17 अक्टूबर 2025 को इसी गिरोह के एक सदस्य को बहराइच के कोतवाली देहात क्षेत्र से पकड़ा गया था। वहीं गैंग लीडर नसरीन फरार हो गई थी, जिसकी गिरफ्तारी पर पुलिस ने 50,000 का इनाम घोषित किया था।

महिलाओं के भरोसे मादक पदार्थ की तस्करी

नसरीन ने स्वीकार किया कि मादक पदार्थ के इस गोरखधंधे में महिलाओं की भूमिका लगातार बढ़ती जा रही है। तस्करों ने पुलिस की निगरानी से बचने के लिए सप्लाई चैन की जिम्मेदारी महिलाओं पर डाल दी है।
पहले नसरीन बड़े तस्करों के इशारे पर काम करती थी, लेकिन कुछ समय बाद वह पूरे गैंग की लीडर बन गई और नेटवर्क संचालित करने लगी।
बिजली बिल राहत योजना पर अध्यक्ष का सख़्त रुख, धीमी प्रगति पर अधिकारियों की क्लास,3.62 लाख उपभोक्ताओं ने कराया पंजीकरण, 283 करोड़ की वसूली
लखनऊ । उत्तर प्रदेश में संचालित बिजली बिल राहत योजना को अधिक प्रभावी बनाने और उपभोक्ताओं तक तेजी से पहुंचाने के लिए यूपी पावर कॉर्पोरेशन के अध्यक्ष डॉ. आशीष गोयल ने बुधवार को विद्युत वितरण निगमों की समीक्षा बैठक में अधिकारियों की जमकर क्लास ली। उन्होंने साफ कहा कि नेवर-पेड, लॉन्ग अनपेड और चोरी के मामलों में प्रगति संतोषजनक नहीं है, ऐसे में जो अधिकारी अच्छा काम नहीं करेंगे, उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।

खराब प्रदर्शन पर कार्रवाई, चेतावनी, निलंबन और तबादला

बैठक में अध्यक्ष ने पांच मुख्य अभियंताओं  कानपुर, बांदा, सीतापुर, गोरखपुर और झांसी के खराब प्रदर्शन पर चेतावनी जारी की। जबकि मिर्जापुर के मुख्य अभियंता का स्थानांतरण करने के निर्देश दिए गए।
इसी तरह सहायक अभियंता कासगंज सुशील कुमार को एडवर्स एंट्री और आशुतोष कुमार (मिर्जापुर) को निलंबित करने का निर्देश दिया गया।अध्यक्ष ने कहा कि उपभोक्ता हितों से जुड़ी इस महत्वपूर्ण योजना में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

योजना में अब तक 3.62 लाख उपभोक्ता जुड़े, 283 करोड़ की वसूली

बिजली बिल राहत योजना में उपभोक्ताओं की बढ़ती दिलचस्पी का हवाला देते हुए अध्यक्ष ने बताया कि अब तक 3,62,854 उपभोक्ताओं ने पंजीकरण कराया है, जिससे 282.91 करोड़ का राजस्व प्राप्त हुआ है।
बिजली चोरी के मामलों में राहत पाने के लिए 4,911 उपभोक्ताओं ने पंजीकरण कराया है।उन्होंने कहा कि “हर बकायेदार उपभोक्ता तक पहुंचें, उसे फोन करें, व्यक्तिगत रूप से वार्ता करें और योजना का लाभ समझाएं।”

हमेशा पहली बार—100% ब्याज माफी और मूलधन में भारी छूट

अध्यक्ष ने बताया कि इस योजना में उपभोक्ताओं को पहली बार 100 प्रतिशत ब्याज माफी के साथ मूलधन में 25% तक की छूट दी जा रही है।
जल्दी पंजीकरण कराने और बकाया जमा करने वालों को अतिरिक्त लाभ भी मिलेगा।
यह योजना बिजली चोरी के मामलों में भी राहत प्रदान कर रही है—मुकदमे, एफआईआर समेत कानूनी प्रक्रियाओं से निजात मिलेगी।

व्यापक प्रचार-प्रसार का आदेश

उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देशित किया कि जिला प्रशासन के साथ समन्वय कर योजना को हर उपभोक्ता तक पहुंचाएं। मीटर रीडरों, फीडर मैनेजरों और फिनटेक एजेंसियों को मिशन मोड में लगाया जाए। पंपलेट, समाचार पत्र, सोशल मीडिया, कॉलर ट्यून, व्हाट्सऐप मैसेज और मुनादी के जरिए अधिकतम जागरूकता सुनिश्चित की जाए

ट्रांसफार्मर क्षतिग्रस्तता पर कड़ा निर्देश, “लापरवाही नहीं चलेगी”

डॉ. गोयल ने ट्रांसफार्मर डैमेज पर भी नाराजगी जताई।उन्होंने कहा जहां ट्रांसफार्मर डैमेज कम नहीं हुआ है, वहां तात्कालिक सख्त कार्रवाई की जाए। अभी तक जिम्मेदारी तय क्यों नहीं की गई? लापरवाही बिल्कुल सहन नहीं की जाएगी। उन्होंने आदेश दिया कि रोजाना प्रगति की समीक्षा अवर अभियंता स्तर तक की जाए।

अच्छे काम पर प्रोत्साहन

अध्यक्ष ने बताया कि योजना में बेहतर प्रदर्शन करने वाले कार्मिकों और कलेक्शन एजेंसियों के लिए विशेष प्रोत्साहन योजना लागू की गई है।योजना की समाप्ति पर 10 अधिशासी अभियंताओं, 20 उपखंड अधिकारियों, 30 अवर अभियंताओं को प्रशस्ति-पत्र और प्रोत्साहन राशि दी जाएगी।

विद्युत व्यवस्था में सुधार, शिकायतें कम होने का दावा

बैठक में अर्बन रिस्ट्रक्चरिंग से जुड़े बिंदुओं पर भी चर्चा हुई। मध्यांचल और पश्चिमांचल के अभियंताओं ने बताया कि शहरी क्षेत्रों में बिजली व्यवस्था पहले से बेहतर हुई है, उपभोक्ताओं की शिकायतें कम हुई हैं और समस्याओं का निस्तारण भी शीघ्रता से किया जा रहा है।
प्रदेशभर में ‘बिजली बिल राहत योजना’ की गूंज, लाखों उपभोक्ता हो रहे लाभान्वित: एके शर्मा

लखनऊ । ऊर्जा एवं नगर विकास मंत्री एके शर्मा प्रदेश में संचालित जनकल्याणकारी योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन को लेकर निरंतर सक्रिय हैं। वे लगातार विभिन्न जनपदों का दौरा कर ‘बिजली बिल समाधान/राहत योजना’ के अंतर्गत आयोजित शिविरों में पहुँचकर लोगों को योजना का लाभ लेने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं तथा आम नागरिकों से सीधे संवाद कर उनकी समस्याओं का समाधान सुनिश्चित कर रहे हैं।उत्तर प्रदेश में विद्युत उपभोक्ताओं के हित में लागू की गई यह योजना अत्यंत सफल सिद्ध हो रही है।

अब तक कई लाख उपभोक्ता इसका लाभ उठा चुके

अब तक कई लाख उपभोक्ता इसका लाभ उठा चुके हैं, जिससे वर्षों से लंबित पुराने विद्युत बिल मामलों का समाधान संभव हो पाया है।इसी क्रम में मऊ जनपद के सुदूर क्षेत्र फतेहपुर मंडाव एवं परशुरामपुर गांव में आयोजित शिविरों का निरीक्षण किया गया। इसके उपरांत मधुबन क्षेत्र स्थित सिपाह इब्राहिमाबाद एवं 33/11 केवी विद्युत उपकेन्द्र मधुबन रौजा, साथ ही 33/11 केवी विद्युत उपकेन्द्र बड़गांव एवं टड़ियाव, मऊ में लगे ‘बिजली बिल राहत योजना’ के शिविरों का भी निरीक्षण किया गया।

योजना के प्रथम चरण में  25 प्रतिशत की विशेष छूट प्रदान की जा रही

सभी स्थानों पर उपभोक्ताओं में भारी उत्साह देखने को मिला तथा प्रत्येक शिविर में बड़ी संख्या में लोग पंजीकरण कराते हुए नजर आए।यह योजना उपभोक्ताओं के लिए अत्यंत आकर्षक है। योजना के प्रथम चरण में मूलधन पर 25 प्रतिशत की विशेष छूट प्रदान की जा रही है। उपभोक्ताओं से अपील की गई है कि वे इस योजना का लाभ पहले चरण में ही अवश्य उठाएँ।योजना में पंजीकरण हेतु उपभोक्ता विभाग के किसी भी बिलिंग काउंटर, संबंधित एसडीओ अथवा एक्सईएन कार्यालय में जाकर अथवा uppcl.org वेबसाइट के माध्यम से अपना पंजीकरण करा सकते हैं।

पंजीकरण कराकर पुराने बकाया विद्युत बिलों से राहत प्राप्त करें

इसके अतिरिक्त गाजीपुर जनपद के शेखपुर महाराजगंज में आयोजित शिविर में भी कल सायं 07:00 बजे के बाद तक सैकड़ों उपभोक्ता उपस्थित रहे और उन्होंने पंजीकरण कराकर पुराने विद्युत बिलों से राहत प्राप्त करने की प्रक्रिया पूरी की।सभी उपभोक्ताओं से पुनः आग्रह किया गया है कि वे इस जनकल्याणकारी योजना का अधिक से अधिक लाभ उठाएँ और समय रहते अपना पंजीकरण कराकर पुराने बकाया विद्युत बिलों से राहत प्राप्त करें।
पर्यटकों को लखनऊ भ्रमण कराने के लिए 1090 चौराहे से इलेक्ट्रिक डबल डेकर बस की जाएगी संचालित


*निर्माणाधीन परियोजनाओं को 31 दिसंबर, 2025 तक हर हाल में पूरा किया जाए*

*निर्माण कार्यों में वित्तीय अनुशासन, गुणवत्ता एवं पारदर्शिता का पालन जरूरी-जयवीर सिंह*

लखनऊ ब्यूरो

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने पर्यटन एवं संस्कृति विभाग की निर्माणाधीन परियोजनाओं के अवशेष कार्यों को 31 दिसंबर, 2025 तथा फरवरी, 2026 तक हर हाल में पूरा करने के निर्देश दिए है। उन्होंने वित्तीय वर्ष 2025-26 की कार्ययोजना पर शीघ्रता से कार्य करते हुए सभी आवश्यक औपचारिकताएं पूरी करने के लिए हिदायत दी है। इसके साथ ही विभिन्न विकास परिषदो के क्षेत्र में पर्यटन अवस्थापना सुविधाओं के विकास पर बल दिया है। उन्होंने यह भी निर्देशित किया है कि निर्माण कार्यों में वित्तीय अनुशासन, समयबद्धता तथा गुणवत्ता अनिवार्य रूप से सुनिश्चित की जाए।

पर्यटन मंत्री आज गोमती नगर स्थित पर्यटन भवन सभागार में पर्यटन एवं संस्कृति विभाग के कार्यकलापों की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि राजधानी आने वाले पर्यटकों तथा श्रद्धालुओं को लखनऊ के प्रमुख दर्शनीय स्थलों का भ्रमण कराने के लिए 1090 चौराहे से इलेक्ट्रिक डबल डेकर बस संचालित की जाएगी। इस बस में प्रशिक्षित गाइड की व्यवस्था होगी, जो ऐतिहासिक एवं प्राचीन धार्मिक स्थलों के इतिहास पृष्ठ भूमि मान्यताओं एवं विरासत के बारे में जानकारी देंगें। बस के रूट एवं किराया आदि के बारे में विचार-विमर्श करके निर्णय लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस डबल डेकर बस का शुभारंभ भारत रत्न एवं पूर्व प्रधानमंत्री स्व अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिन 25 दिसंबर को किया जाना प्रस्तावित है।

मंत्री जयवीर सिंह ने समीक्षा के दौरान यह भी निर्देश दिए कि जहां पर भी पर्यटन एवं संस्कृति की परियोजनाएं संचालित की जा रही है उस स्थल पर एक बोर्ड लगाया जाए, जिसमें परियोजना का नाम, अनुमानित लागत, पूर्ण होने की तिथि तथा अधिशासी अभियंता एवं सहायक अभियंता का मोबाइल नंबर अंकित हो। इसके साथ ही आम जनता परियोजना की पृष्ठभूमि, आस्था एवं ऐतिहासिक महत्व के बारे में जान सके।

जयवीर सिंह ने संस्कृति निदेशालय तथा उप्र संग्रहालय निदेशालय के निर्माण कार्यों की अद्यतन प्रगति गहन समीक्षा की। उन्होंने हरदोई, एटा, अलीगढ़, पीलीभीत, फिरोजाबाद, फिरोजाबाद, मैनपुरी, अमरोहा में निर्माणाधीन रामलीला चारदीवारीयों को 31 दिसंबर तक पूरा करने के निर्देश दिए। साथ ही बड़े रामलीला मैदान में आंगतुकों के लिए टॉयलेट कॉपलेक्स बनाने की हिदायत दी। उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश की निर्माणाधीन रामलीला चारदीवारी में एकरूपता होनी चाहिए। इसके साथ ही दीवारों पर सनातन परंपरा की झलक दिखनी चाहिए। उन्होंने कहा कि यही स्टैंडर्ड पूरे प्रदेश के रामलीला स्थलों पर लागू होगा।

मंत्री जयवीर सिंह ने जनपद चित्रकूट स्थित रामलीला स्थल व रामायण मेला परिसर के शुद्धिकरण का कार्य विलंब से चलने पर अप्रशंता व्यक्त की। इसके अलावा अवध केसरी राणा बेनी माधव सिंह की स्मृति में निर्माणाधीन सभागार एवं पुस्ताकालय का निर्माण, बंदायू में ऑडिटोरियम, जनपद कन्नौज में रोमा समुदाय को समर्पित स्मारक एवं मुक्ताकाशी मंच का निर्माण, चित्रकूट में महर्षि बाल्मिकी सांस्कृतिक केन्द्र, लखनऊ में डॉ भीमराव अंबेडकर स्मारक एवं सांस्कृतिक केन्द्र के संग्रहालय के आंतरिक कार्य के निर्माण कार्य की गति तेज करने के निर्देश दिए ताकि इन महापुरूषों से जुड़े स्थलों का शीघ्र लोकार्पण किया जा सके। इसके अलावा उन्होंने उप्र संग्रहालय निदेशालय के निर्माणाधीन नवीन संग्रहालयों की अद्यतन प्रगति की समीक्षा की।

जयवीर सिंह ने विगत बैठकों में लिए गए निर्णयों के अनुपालन की अद्यतन स्थिति, अब तक स्वीकृत कार्ययोजनााओं के आगणन एवं प्रशासकीय व वित्तीय स्वीकृति की स्थिति, अब तक शुरू न की गई परियोजनाओं की समीक्षा तथा भारत सरकार में लंबित प्रकरणों की गहन समीक्षा की। इस अवरसर पर प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति अमृत अभिजात, महानिदेशक पर्यटन राजेश कुमार, द्वितीय पर्यटन विकास निगम के एमडी आशीष कुमार, विशेष सचिव संस्कृति संजय कुमार सिंह, पर्यटन सलाहाकार जेपी सिंह, अपर निदेशक संस्कृति डॉ सृष्टि धवन, निदेशक पुरातत्व श्रीमती रेनु द्विवेदी के अतिरिक्त मुख्यालय के संयुक्त निदेशक एवं उपनिदेशक उपस्थित थे।
गाजियाबाद में 11 दिसम्बर को लगेगी पासपोर्ट लोक अदालत, 50 लंबित मामलों का होगा त्वरित निस्तारण

लखनऊ/गाजियाबाद, उत्तर प्रदेश। लंबित पासपोर्ट आवेदनों के शीघ्र निस्तारण के उद्देश्य से क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय, गाजियाबाद द्वारा एक विशेष “पासपोर्ट लोक अदालत” का आयोजन किया जा रहा है। इस पहल का उद्देश्य नागरिकों को पासपोर्ट से संबंधित सेवाएं त्वरित, पारदर्शी और सुविधाजनक रूप में उपलब्ध कराना है।

यह लोक अदालत 11 दिसम्बर, 2025 (गुरुवार) को दोपहर 3 बजे से शाम 5 बजे तक आयोजित की जाएगी। कार्यक्रम का स्थल कक्ष संख्या 320, क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय, गाजियाबाद (हापुड़ चुंगी, कमला नेहरू नगर) रहेगा।

इस अवसर पर क्षेत्रीय पासपोर्ट अधिकारी अनुज स्वरूप (IFS) स्वयं मौजूद रहेंगे और आवेदकों से सीधे संवाद कर उनकी समस्याओं का समाधान करेंगे। श्री स्वरूप ने बताया कि यह लोक अदालत विदेश मंत्रालय, भारत सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुरूप आयोजित की जा रही है। समय की सीमित उपलब्धता के कारण इस विशेष शिविर में 50 लंबित आवेदनों का निस्तारण किया जाएगा।

क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय की यह पहल नागरिकों को त्वरित और पारदर्शी सेवाएं प्रदान करने की दिशा में एक सराहनीय कदम माना जा रहा है।
उत्तर प्रदेश में 2जी स्मार्ट मीटर बदलकर लगेंगे 4जी स्मार्ट प्रीपेड मीटर
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में वर्ष 2018 में लगाए गए 2जी स्मार्ट मीटरों को अब 4जी तकनीक वाले स्मार्ट प्रीपेड मीटर से बदलने का निर्णय लिया गया है। राज्य में कुल 11.32 लाख सक्रिय मीटरों को रिवैम्प्ड डिस्ट्रीब्यूशन सेक्टर स्कीम (RDSS) के तहत नए स्मार्ट मीटरों से प्रतिस्थापित किया जाएगा। इस परियोजना को मार्च 2027 तक पूरा किया जाएगा।

2018 से चली आ रही स्मार्ट मीटर योजना

वर्ष 2018 में पॉवर कॉर्पोरेशन लिमिटेड और ऊर्जा दक्षता सेवाएं लिमिटेड (EESL) ने प्रदेश में 40 लाख स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने की योजना बनाई थी।यह परियोजना 8 साल की अवधि वाली थी और 2जी तकनीक पर आधारित थी।शुरुआत से ही 2जी मीटरों को लेकर सवाल उठते रहे थे और तकनीकी रूप से इन्हें 4जी में अपग्रेड करने की मांग लगातार की जाती रही।

आरडीएसएस योजना के तहत बदलाव

पॉवर कॉर्पोरेशन के निर्णय के अनुसार ईईएसएल द्वारा लगाए गए 12 लाख स्मार्ट मीटरों में से 11,32,506 सक्रिय मीटर को बदलने का आदेश हुआ है।नए स्मार्ट मीटर इंटेली स्मार्ट कंपनी द्वारा लगाए जाएंगे, जो ईईएसएल की सहायक कंपनी है।यह बदलाव मार्च 2027 तक पूरा किया जाएगा और इसके तहत मीटरों की स्मार्ट तकनीक 4जी होगी।

पिछले अनुभव और आर्थिक नुकसान

अगस्त 2020 में कृष्ण जन्माष्टमी के दिन 1.58 लाख स्मार्ट मीटर अचानक बंद हो गए थे, जिसके बाद एसटीएफ ने जांच की थी, लेकिन किसी पर कार्रवाई नहीं हुई।राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष अवधेश कुमार वर्मा ने कहा कि पिछले सात वर्षों में निगम ने इन मीटरों पर 959 करोड़ रुपये खर्च कर दिए हैं।उन्होंने यह भी कहा कि इस परियोजना की विफलता की उच्च स्तरीय जांच कराई जानी चाहिए।

तकनीकी और नियामक दृष्टिकोण

वर्मा ने बताया कि उस समय विद्युत नियामक आयोग ने भी 2जी मीटरों को 4जी में बदलने के निर्देश दिए थे।अब इस निर्णय से प्रदेश में स्मार्ट मीटरिंग तकनीक में सुधार और उपभोक्ता सुविधाओं में बढ़ोतरी की उम्मीद है।