हमारा दायित्व है जिन्दगी को सजाना व संवारना, साई कॉलेज में खुसरो ईरानी ने दिये मोटीवेशनल टिप्स

अम्बिकापुर- जन्म और मृत्यु जीवन के दो छोर हैं और इस बीच हमारी जिन्दगी है। इस जिन्दगी को सजाना, संवारना ही हमारी कर्तव्य दायित्व है। यह बातें श्री साई बाबा आदर्श महाविद्यालय में आयोजित व्याख्यान के दौरान मोटीवेशनल स्पीकर खुसरो ईरानी ने कहा।

उन्होंने कहा कि जिन्दगी में माता-पिता की इच्छाओं के साथ अपने चयन को भी महत्व दिया जाना चाहिए। प्रत्येक काम, कर्तव्य और जिम्मेदारी के दौरान हमेशा दो चयन उपलब्ध होते हैं। इन्हीं दोनों में अपने लिये किसी एक का चयन करते हैं जो निर्णायक होता है। उन्होंने प्राध्यापक और विद्यार्थियों का आह्वान करते हुए कहा कि शिक्षण कार्य और विद्यार्थीपन जीवन का आदर्श होता है, जिसमें हम हमेशा सीखते हैं। उन्होंने तकनीकी जीवन, एआई, चैट जीपीटी जैसे एप्प के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि कक्षाओं को तकनीकी का प्रयोग कीजिये जो प्राध्यापकों के साथ विद्यार्थियों के लिये भी सुगम होगी।

इससे पहले महाविद्यालय शासी निकाय के अध्यक्ष विजय कुमार इंगोले और अतिथियों में ने मां सरस्वती और श्री साई नाथ की तस्वीर के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। अतिथियों को स्वागत बैच लगाकर और पुष्प गुच्छ प्रदान कर किया गया।

विद्यार्थी और शिक्षकों के लिए अलग-अलग सत्र आयोजित हुआ जिसमें शैक्षिक जिज्ञासाओं को समाधान किया गया। शासी निकाय अध्यक्ष विजय कुमार इंगोले और डॉ. आरएन शर्मा ने मोटीवेशनल स्पीकर खुसरो ईरानी को स्मृति चिह्न प्रदान कर सम्मानित किया। कार्यक्रम के दौरान लाईफ साईंस विभाग के अध्यक्ष अरविन्द तिवारी, फिजीकल साईंस विभाग के अध्यक्ष डॉ. शैलेष देवांगन, कम्प्यूटर साईंस विभाग के अध्यक्ष डॉ. विवेक कुमार गुप्ता तथा सभी प्राध्यापक और विद्यार्थी उपस्थित रहे।

जल जीवन मिशन में तकनीकी अनियमितता का आरोप: DI Pipe की जगह O-PVC का उपयोग, एक साल से कार्रवाई ठप

रायपुर- जल जीवन मिशन की मल्टी विलेज स्कीम में कथित तकनीकी अनियमितताओं को लेकर छत्तीसगढ़ शासन के लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग में बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। पूर्व संचालक डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे ने 23 अक्टूबर 2024 को पीएचई विभाग के सचिव मोहम्मद कैसर अब्दुल हक को एक विस्तृत शिकायत-पत्र भेजकर मुख्य अभियंता, परिक्षेत्र रायपुर राजेश गुप्ता के खिलाफ D.I. Pipe की जगह O-PVC Pipe उपयोग करने जैसे गंभीर आरोप लगाते हुए अनियमितता की जांच करने तथा राजेश गुप्ता के खिलाफ तत्काल निलंबन की कार्रवाई करने की बात लिखी गई थी।

पीएचई विभाग के प्रमुख अभियंता रहे टीडी शांडिल्य ने भी विभागीय सचिव को 29 अप्रैल 2025 तथा 18 जुलाई 2025 को राजेश गुप्ता को निलंबित करने पत्र लिखा है। चौंकाने वाली बात यह है कि लगभग एक साल बीतने के बाद भी विभाग स्तर पर किसी प्रकार की ठोस कार्रवाई नहीं की गई, जबकि पत्र में उठाए गए बिंदु पूरी तरह तकनीकी और नीति-विरुद्ध बदलाव से जुड़े हुए हैं।

क्या है मामला?

डॉ.भूरे द्वारा भेजे गए पत्र के अनुसार, जल जीवन मिशन की मल्टी विलेज योजनाओं के DPR में Gravity Main लाइन के लिए DI K-7 Pipe को अनिवार्य रूप से अपनाया गया था। उच्च स्तरीय वित्तीय/तकनीकी स्वीकृति भी इसी पाइप के आधार पर दी गई थी।

लेकिन विभागीय स्तर पर बाद में 250 mm से नीचे Diameter वाले O-PVC Pipe को लेकर डिजाइन बनाया गया और फिर इसी आधार पर PAC की तकनीकी स्वीकृति देकर निविदा प्रक्रिया संचालित की गई।

पत्र में उठाए गए प्रमुख तकनीकी बिंदु

DPR में DI K-7 Pipe की ही स्वीकृति

Bulk Water Supply के लिए DI K-7 Pipe प्रस्तावित थी, जिसकी राज्य जल एवं स्वच्छता मिशन (SLSSC) से प्रशासकीय स्वीकृति मिल चुकी थी।

यहां डिजाइन बदलकर O-PVC Pipe ले लिया गया। आरोप है कि मुख्य अभियंता राजेश गुप्ता द्वारा अपने स्तर पर डिजाइन बदला गया और O-PVC Pipe को मंजूरी देते हुए PAC स्वीकृति प्रदान कर दी गई।

DPR में प्रस्तावित सामग्री को बदलने के लिए पुनरीक्षित प्रशासकीय स्वीकृति अनिवार्य थी, लेकिन रिकॉर्ड के अनुसार यह स्वीकृति प्राप्त नहीं की गई।

SLSSC से पुनरीक्षित स्वीकृति भी नहीं ली गई। पत्र में साफ उल्लेख है कि O-PVC पाइप के उपयोग को लेकर SLSSC की संशोधित स्वीकृति रिकॉर्ड में उपलब्ध नहीं है।

डॉ. भूरे ने तकनीकी समिति से जांच की अनुशंसा की

पत्र में कहा गया है कि मामला पूरी तरह तकनीकी है, इसलिए जल जीवन मिशन की तकनीकी समिति के माध्यम से मुख्य अभियंता से प्रतिवेदन लिया जाना उचित होगा। यह भी लिखा है कि उपलब्ध दस्तावेज यह स्पष्ट करते हैं कि विभागीय नियमों के अनुसार आवश्यक प्रक्रिया का पालन नहीं किया गया।

O-PVC बनाम DI Pipe – तकनीकी और वित्तीय अंतर

DI (Ductile Iron) Pipe - अधिक मजबूत, टिकाऊ, जंग-प्रतिरोधी, लंबी अवधि की योजनाओं के लिए उपयुक्त,महंगी, लेकिन गुणवत्ता और सुरक्षा अधिक।

O-PVC Pipe - सस्ती, हल्की और आसान इंस्टॉलेशन,हाई-प्रेशर और Gravity Main जैसी लाइनों में मानकों के अनुसार कम उपयुक्त अधिक बार मरम्मत/रिसाव की संभावना।

विशेषज्ञों के अनुसार Bulk Water Supply में DI Pipe का उपयोग अंतरराष्ट्रीय मानकों में दर्ज है, जबकि O-PVC को बिना तकनीकी समिति की स्वीकृति के बदलना गंभीर प्रक्रिया उल्लंघन माना जाता है।

एक साल से कार्रवाई क्यों नहीं? विभाग के भीतर चर्चाएँ तेज

यह पत्र 23 अक्टूबर 2024 को लिखा गया था। अब लगभग 12 महीने बाद भी न तो तकनीकी जांच कमेटी बनी, न मुख्य अभियंता से प्रतिवेदन लिया गया और न किसी प्रकार की निलंबन/जांच कार्रवाई हुई।विभाग के भीतर इस चुप्पी को लेकर कई तरह की चर्चाएँ हैं विभागीय सचिव भी संदेह के दायरे में है।

सवाल उठता है कि क्या फाइल दबा दी गई? क्या जानबूझकर जांच नहीं की जा रही? या फिर यह मामला किसी बड़े ठेकेदार-इंजीनियर गठजोड़ से जुड़ा है?

ऐसे में जल जीवन मिशन जैसी राष्ट्रीय प्राथमिकता वाली योजनाओं में इस प्रकार की तकनीकी अनियमितताओं का आरोप गंभीर है। पूर्व संचालक का पत्र स्वयं विभाग के उच्च अधिकारियों को संबोधित था, फिर भी एक वर्ष तक कार्रवाई का अभाव शासन-प्रशासन पर सवाल खड़ा करता है। अब देखना यह है कि इस खुलासे के बाद बाद विभाग मंत्री उप मुख्यमंत्री अरुण साव इस मामले पर कब और कैसी कार्रवाई करते है।

राष्ट्रीय संगोष्ठी में गूंजा पत्रकारिता का मंथन, संगठन ने घोषित की नई कार्यकारिणी और पराड़कर सम्मान 2025

रायपुर- स्टेट वर्किंग जर्नलिस्ट्स यूनियन छत्तीसगढ़ द्वारा 6 दिसंबर 2025, शनिवार को रायपुर में आयोजित राष्ट्रीय संगोष्ठी पत्रकारिता के बदलते परिवेश और चुनौतियों पर केंद्रित रही। विभिन्न राज्यों से आए वरिष्ठ पत्रकारों और प्रतिनिधियों ने इस मंच को संवाद, समीक्षा और सुझाव का महत्वपूर्ण अवसर बताया। संगोष्ठी में मुख्य वक्ता वरिष्ठ पत्रकार राजेश बादल ने वर्तमान मीडिया जगत की परिस्थितियों पर बात रखते हुए कहा कि डिजिटल क्रांति के बीच पत्रकारिता का मूल मूल्य, सत्य, निष्पक्षता और जनपक्ष कभी भी कमजोर नहीं होना चाहिए। उन्होंने फील्ड रिपोर्टिंग में बढ़ती जोखिम, संसाधनों की कमी और व्यावसायिक दबावों को पत्रकारों के सामने बड़ी चुनौती बताया। विशेष अतिथि बलविंदर सिंह जम्मू, राष्ट्रीय महासचिव(इंडियन जर्नलिस्ट यूनियन) ने कहा कि पत्रकार यदि संगठित रहेंगे, तभी उनके अधिकार, सुरक्षा और सम्मान को संरक्षित किया जा सकेगा। उन्होंने दोहराया कि डेटा प्रोटेक्शन एक्ट और श्रम कानूनों में आए बदलावों के मद्देनज़र पत्रकारों को जागरूक होने और संगठन के साथ खड़े रहने की आवश्यकता है। वही इस अवसर पर यूनियन ने प्रतिष्ठित बाबूराव विष्णु पराड़कर सम्मान-2025 की घोषणा भी की। यह सम्मान इस वर्ष बस्तर संभाग के भोपालपट्टनम में कार्यरत जमीनी पत्रकार मो. इरशाद ख़ान को दिया जाएगा। संगठन ने उनके निडर और जनपक्षीय पत्रकारिता को सराहा।

तृतीय राज्य सम्मेलन में संगठन की नई प्रदेश कार्यकारिणी का गठन किया गया, जिसमें दिलीप कुमार साहू (राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य), पी.सी. रथ (प्रदेश अध्यक्ष), सुधीर आजाद तंबोली (महासचिव), रेणु नंदी, कृष्णा गोस्वामी, अजीत शर्मा (उपाध्यक्ष), शुभम वर्मा (कोषाध्यक्ष), सैयद सलमा (उप कोषाध्यक्ष), रूमा सेन गुप्ता और संतोष राजपूत (संयुक्त सचिव), राकेश दत्ता (प्रदेश संगठन सचिव), तथा जयदास मानिकपुरी (प्रदेश मीडिया प्रभारी) शामिल हैं। वरिष्ठ पत्रकार वीरेंद्र कुमार शर्मा, घनश्याम गुप्ता, मो. शाह, संजय चंदेल के साथ जितेंद्र साहू, शिवशंकर पांडेय व हरिमोहन तिवारी को प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य की जिम्मेदारी मिली। राज्य सम्मेलन में संगठन के रायपुर जिला पदाधिकारियों ने अपनी महत्वपूर्ण भागीदारी निभाई। संगोष्ठी का समापन पत्रकारिता की मजबूती, संगठनात्मक एकता और भविष्य की कार्ययोजना को नए संकल्प के साथ किया गया।

बाल-तंत्रिका विज्ञान में राष्ट्रीय गौरव: डॉ. अनूप वर्मा को मिला प्रतिष्ठित “प्रो. पी. ए. एम. कुंजू ओरेशन” सम्मान

रायपुर- प्रदेश के लिए गर्व का अवसर है कि क्षेत्र के वरिष्ठ शिशु रोग विशेषज्ञ और बाल-तंत्रिका विज्ञान के ख्यात चिकित्सक डॉ. अनूप वर्मा को प्रतिष्ठित “प्रो. पी. ए. एम. कुंजू ओरेशन” से सम्मानित किया गया है। यह सम्मान पेडियाट्रिक न्यूरोलॉजी के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान देने वाले चुनिंदा विशेषज्ञों को प्रदान किया जाता है। डॉ. वर्मा पिछले 37 वर्षों से छत्तीसगढ़ के बच्चों के उपचार और अनुसंधान कार्य में निरंतर सेवाएं दे रहे हैं। बाल-तंत्रिका विज्ञान में उनके क्लीनिकल अनुभव, शोध और शैक्षणिक नेतृत्व ने रायपुर को राष्ट्रीय स्तर पर विशेष पहचान दिलाई है।

अकादमी ऑफ पेडियाट्रिक न्यूरोलॉजी (AOPN) की ओर से दिया जाने वाला यह ओरेशन उन विशेषज्ञों को सम्मानित करता है जिन्होंने बाल-तंत्रिका विज्ञान में उल्लेखनीय नवाचार, उत्कृष्टता और प्रभावशाली सेवाएं दी हों। इस सम्मान के साथ डॉ. वर्मा राष्ट्रीय स्तर के उन चुनिंदा अग्रणी विशेषज्ञों की श्रेणी में शामिल हो गए हैं जिन्हें पूर्व में भी यह प्रतिष्ठा प्राप्त हो चुकी है। वे पहले भी कई राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय ओरेशन से सम्मानित किए जा चुके हैं।

डॉ. वर्मा यह ओरेशन 6 दिसंबर को गुवाहाटी में आयोजित होने वाले NeuroPedicon 2025, अकादमी ऑफ पेडियाट्रिक न्यूरोलॉजी के वार्षिक राष्ट्रीय सम्मेलन में प्रस्तुत करेंगे। देशभर के बाल-तंत्रिका विशेषज्ञ उनके व्याख्यान को लेकर उत्साहित हैं। इसके साथ ही डॉ. अनूप वर्मा IMA छत्तीसगढ़ राज्य शाखा के स्टेट प्रेसीडेंट इलेक्ट भी हैं, जो उनके नेतृत्व और पेशेवर उत्कृष्टता को दर्शाता है।

यह उपलब्धि रायपुर और पूरे छत्तीसगढ़ के लिए गौरव का विषय है, जो प्रदेश की चिकित्सा और अकादमिक क्षमता को राष्ट्रीय मानचित्र पर और मजबूती से स्थापित करती है।

जन्मदिन को बनाया सीख और सेवा का उत्सव, आंगनबाड़ी बच्चों संग मनाया खास दिन

रायपुर- महिला एवं बाल विकास विभाग के आओ खुशियां बांटें प्रोजेक्ट के तहत एक सराहनीय पहल सामने आई। विभाग की पर्यवेक्षक वंदना शर्मा ने अपना जन्मदिन होटल या किसी आयोजन स्थल पर मनाने के बजाय आंगनबाड़ी के बच्चों के साथ मनाया। उन्होंने बच्चों को खीर, पूरी, सब्जी, केला, रसगुल्ला और चॉकलेट वितरित किए और उनके साथ दिनभर खेलकूद, गीत-संगीत और बातचीत में समय बिताया।

वंदना शर्मा ने कहा कि बच्चों की मुस्कान ही उनके लिए सबसे बड़ी खुशी है। उन्होंने सभी आंगनबाड़ी बच्चों को खिलौने भी उपहार स्वरूप दिए। रायपुर कलेक्टर द्वारा शुरू की गई यह पहल लगातार आगे बढ़ रही है। न्योता भोज कार्यक्रम के तहत कोई भी व्यक्ति या संस्था किसी विशेष अवसर पर स्कूल या आंगनबाड़ी के बच्चों को भोजन करा सकती है।

इस अवसर पर बैरनबाजार आंगनबाड़ी की कार्यकर्ता, सहायिका और स्थानीय नागरिक भी उपस्थित रहे।

हमारी जिम्मेदारी है दिव्यांगों को आत्मनिर्भर बनाना, नृत्य नाटिका में छलका दिव्यांगों का दर्द

अम्बिकापुर- श्री साई बाबा आदर्श स्नातकोत्तर महाविद्यालय में विश्व दिव्यांग दिवस मनाया गया। इस अवसर पर प्राचार्य डॉ. राजेश श्रीवास्तव ने महाविद्यालय के प्राध्यापक और विद्यार्थियों का आह्वान करते हुए कहा कि दिव्यांग होना एक संयोग है जो सृष्टि की व्यवस्था है। उन्होंने कहा कि हमारी जिम्मेदारी है कि दिव्यांगों की मदद करें, उनके साथ सौहार्द्रपूर्ण, समरसता का व्यवहार रखें। उन्होंने विद्यार्थियों को मानसिक स्वास्थ्य के बारे में बताया।

इस अवसर पर डॉ. जगमीत कौर के निर्देशन में बी.एससी बी.एड के विद्यार्थियों द्वारा दिव्यांगता आधारित नृत्य नाटिका प्रस्तुत की गयी, जिसमें जीवन के संघर्ष और उनसे निकलने की जिजीविषा का दर्शाया गया। मंच का संचालन विधि पांडेय और निशा निषााद ने किया।

कॉलेज में मना कम्प्यटर साक्षरता दिवस

कम्प्यूटर साइंस एवं आईटी विभाग के तत्वावधान में विश्व कम्प्यूटर साक्षरता दिवस मनाया गया। इस अवसर पर देवरा यूनिवर्सिटी के कंप्यूटर साइंस विभाग के अध्यक्ष डॉ. दुर्गेश केशर ने कम्प्यूटर के विकास और वर्तमान स्थितियों से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि तकनीकी ने जीवन में गति प्रदान कर दी है।

श्री साई बाबा आदर्श स्नातकोत्तर महाविद्यालय के कम्प्यूटर विभाग के अध्यक्ष डॉ. विवेक कुमार गुप्ता ने कम्प्यूटर साक्षरता और तकनीक के बारे बताया। उन्होंने कहा कि हम सिटीजन से नेटीजन बन चुके हैं। हमारी लिट्रेसी अब कम्प्यूट्रेसी में बदल चुकी है। कार्यक्रम के दौरान सभी प्राध्यापक और विद्यार्थी उपस्थित रहे।

कांग्रेस की 'झूठ का पुलिंदा' और 'विकास विरोधी' मानसिकता हुई बेनकाब: डॉ. के.के. वर्मा

धरसींवा- रायपुर ग्रामीण जिला कांग्रेस कमेटी के नव-नियुक्त अध्यक्ष राजेंद्र पप्पू बंजारे द्वारा विधायक अनुज शर्मा पर लगाए गए आरोपों को भाजपा ने सिरे से खारिज कर दिया है। भाजपा के पूर्व मंडल अध्यक्ष डॉ. के.के. वर्मा ने कांग्रेस के बयान को “घोर राजनीतिक हताशा और विकास विरोधी मानसिकता” की उपज बताया।

डॉ. वर्मा ने कहा कि कांग्रेस जिन 400 करोड़ रुपये के विकास कार्यों को ‘झूठा’ बता रही है, वे न केवल सरकारी अभिलेखों में दर्ज हैं, बल्कि धरातल पर भी स्पष्ट दिखाई देते हैं। इनमें सड़कों का उन्नयन, पुल-पुलिया निर्माण, विद्युतीकरण और कई शासकीय भवनों का जीर्णोद्धार जैसे कार्य शामिल हैं। उन्होंने कहा कि इन पर सवाल उठाना धरसींवा की जनता द्वारा देखे जा रहे विकास को नकारने जैसा है।

कांग्रेस के ‘कलाकार’ वाले तंज पर जवाब

विधायक अनुज शर्मा के ‘कलाकार’ होने को लेकर कांग्रेस के तंज पर भाजपा ने पलटवार किया। डॉ. वर्मा ने कहा कि शर्मा न केवल एक स्थापित कलाकार हैं बल्कि जनता की सेवा को भी समर्पण के साथ निभा रहे हैं। उन्होंने कहा कि विधायक लगातार क्षेत्र में रहकर काम कर रहे हैं, जबकि कांग्रेस के नेता केवल एसी कमरों में बैठकर बयान जारी करने तक सीमित हैं।

उन्होंने कहा कि अनुज शर्मा ने अपने सांस्कृतिक योगदान से छत्तीसगढ़ का नाम रोशन किया है और यही संघर्षशील व्यक्तित्व उन्हें एक कर्मठ जनप्रतिनिधि बनाता है। कांग्रेस को बताना चाहिए कि उनके पूर्व विधायक ने अपने कार्यकाल में कौन-सा उल्लेखनीय काम किया था।

सीएसआर फंड पर उठाए सवालों का जवाब

विधायक द्वारा सीएसआर फंड का श्रेय लेने के कांग्रेस के आरोप पर डॉ. वर्मा ने कहा कि यह आरोप हास्यास्पद है। उन्होंने कहा कि सीएसआर राशि का उपयोग तभी संभव होता है जब जनप्रतिनिधि उद्योगों से संवाद कर सही दिशा में कार्य सुनिश्चित करें। कांग्रेस शासन में यह फंड कहाँ उपयोग हुआ, यह भी कांग्रेस को बताना चाहिए। वर्तमान में सीएसआर राशि का उपयोग जनता की मूलभूत सुविधाएँ बढ़ाने में किया जा रहा है।

विधायक निधि और विकास कार्यों पर सफाई

विधायक निधि पर उठाए गए सवालों पर उन्होंने कहा कि निधि का उपयोग सड़कों, नालियों, स्ट्रीट लाइट तथा आंगनबाड़ी भवनों के निर्माण में पारदर्शी तरीके से किया जा रहा है। सभी विवरण सार्वजनिक रूप से उपलब्ध हैं।

प्रदूषण नियंत्रण और प्रशासनिक कार्रवाई

उन्होंने बताया कि क्षेत्र में प्रदूषण फैलाने वाले कई उद्योगों पर पर्यावरण नियमों के उल्लंघन को लेकर भारी जुर्माना लगाया गया है। साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य शिविर नियमित रूप से आयोजित किए जा रहे हैं। उन्होंने तंज करते हुए कहा कि कांग्रेस अपने शासनकाल में प्रदूषण फैलाने वाली इकाइयों पर कार्रवाई से बचती रही।

अंत में डॉ. वर्मा ने कहा कि कांग्रेस का बयान धरसींवा की जनता को गुमराह करने का एक प्रयास मात्र है। जनता विकास की राजनीति को अपना चुकी है और विधायक अनुज शर्मा के नेतृत्व में क्षेत्र लगातार प्रगति कर रहा है। कांग्रेस को बेबुनियाद आरोपों की जगह एक जिम्मेदार विपक्ष की भूमिका निभानी चाहिए।

“उड़ान हमारी” — विशेष बच्चों की कला-संभावनाओं और पारिवारिक जागरूकता की ओर एक नई शुरुआत

रायपुर- विश्व विकलांग दिवस (World Disability Day) के अवसर पर सृष्टि स्पेशल स्कूल, रोहिणीपुरम तालाब, रायपुर में सुरूज ट्रस्ट द्वारा विशेष बच्चों के लिए एक महत्वपूर्ण चित्रकला कार्यशाला “उड़ान हमारी” का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम न केवल बच्चों की कला प्रतिभा को उभारने, बल्कि उनके परिवारों को सशक्त और जागरूक बनाने का एक प्रयास है।

इस कार्यशाला में स्पर्श, जो स्वयं एक विशेष कलाकार हैं, उन्होंने अपने समान 30 बच्चों को रंगों की दुनिया से परिचित कराते हुए उनकी कल्पनाओं, भावनाओं और संवेदनाओं को पेपर पर उतारने के लिए प्रेरित किया। इस सत्र में बच्चों के साथ आए उनके परिवारों ने भी उत्साहपूर्वक हिस्सा लिया।

कार्यशाला की विशिष्टता परिवारों के लिए आयोजित काउंसलिंग सत्र रहा, जिसका संचालन श्रीमती संगीता धुरंधर और मिनेश साहू द्वारा किया गया। साथ ही सुरूज ट्रस्ट के सभी सदस्य बस्तर से शकील रिजवी, राहुल सिंधी, सुधीर आज़ाद तम्बोली, हिमानी वासनिक उपस्थित रहें।

काउंसलिंग के दौरान—

परिवारों ने बच्चों से जुड़ी अपनी जिज्ञासाओं और चिंताओं पर खुलकर सवाल पूछे।

विशेषज्ञों ने व्यवहार, शिक्षा, दिनचर्या, भावनात्मक संतुलन सहित सभी विषयों पर मार्गदर्शन दिया।

यह समझाया गया कि इन बच्चों की सबसे बड़ी असली हिम्मत उनका परिवार ही है, और परिवार यदि धैर्य, सहयोग और सकारात्मकता के साथ खड़ा रहे तो बच्चा सामान्य जीवन की ओर बढ़ सकता है।

समान अवसर ही स्वस्थ समाज का आधार — दीप्ति ओग्रे, अध्यक्ष, सुरूज ट्रस्ट

सुरूज ट्रस्ट की अध्यक्ष दीप्ति ओग्रे ने कहा: “एक अच्छे और स्वस्थ समाज का निर्माण तभी संभव है जब सभी को समान अवसर दिए जाएँ। मानसिक विकलांगता को लेकर हमारे समाज में अब भी जागरूकता की कमी है। अक्सर किसी बच्चे का IQ लेवल कम होने पर उसे तुरंत ‘पागल’ कह दिया जाता है, जबकि हर समस्या का समाधान हमारे आस-पास ही मौजूद होता है। यह चित्रकला कार्यशाला बच्चों की प्रतिभा को सामने लाने और काउंसलिंग सत्र परिवारों में जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से आयोजित की गई है।” उन्होंने यह भी कहा कि जिस दिन पूरी दुनिया विश्व विकलांग दिवस मना रही है, उसी दिन सुरूज ट्रस्ट ने इस विशेष दिन को “उड़ान हमारी” नाम देकर एक नई परंपरा की शुरुआत की है, जिसे हर वर्ष मनाने का संकल्प लिया गया।

एथलेटिक्स में साई कॉलेज रहा प्रथम, लक्ष्मी राजवाड़े, खूशबू रानी सिंह और ममता राजवाड़े ने दिखाया दमखम

अम्बिकापुर- श्री साई बाबा आदर्श स्नातकोत्तर महाविद्यालय की छात्राओं ने शासकीय राजमोहिनी देवी कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय में परिक्षेत्र स्तरीय एथलेटिक्स प्रतियोगिता में शानदार प्रदर्शन किया है। ऊंची कूद में लक्ष्मी राजवाड़े प्रथम, ट्रिपल जम्प में खूशबू रानी सिंह प्रथम और २०० लम्बी दौड़ में ममता राजवाड़े प्रथम रहीं तो लम्बी कूद में खूशबू रानी सिंह द्वितीय रहीं।

श्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाली छात्राओं को गर्ल्स कॉलेज की प्राचार्य एजेन टोप्पो ने मेडल प्रदान कर पुरस्कृत किया। बेहतरीन सफलता के लिए क्रीड़ा प्रभारी सोनाली गोस्वमी के साथ विजेता खिलाड़ियों को महाविद्यालय शासी निकाय के अध्यक्ष विजय कुमार इंगोले, सचिव अजय कुमार इंगोले और प्राचार्य राजेश श्रीवास्तव ने बधाई थी।

साई कॉलेज में मनाया गया विश्व एड्स दिवस

अम्बिकापुर- एड्स जानलेवा बीमारी है और इसका कोई ईलाज नहीं है। सावधानी से सुरक्षा की जा सकती है। यह बातें सोमवार को श्री साई बाबा आदर्श स्नातकोत्तर महाविद्यालय में विश्व एड्स दिवस के उपलक्ष्य पर यूथ रेडक्रॉस, राष्ट्रीय सेवा योजना एवं सोशल वर्क कमेटी के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित कार्यक्रम के दौरान जिला नोडल अधिकारी डा. शैलेन्द्र गुप्ता ने कही। उन्होंने कहा कि एचआईव्ही एक संक्रमण है जो वायरस से फैलता है। इस संक्रमण को रोकना और बचना ही हमारा लक्ष्य होना चाहिए। उन्होंने कहा कि संक्रमित व्यक्ति के साथ सामान्य जीवन जिया जा सकता है। असुरक्षित यौन सम्बन्ध, संक्रमित रक्त, नशे के लिए इस्तेमाल की जाने वाली सीरिंज से बचना होगा।

कार्यक्रम के दौरान अतिथियों को स्वागत करते हुए कला एवं सामाजिक विज्ञान विभाग के अध्यक्ष डॉ. आर.एन शर्मा ने कहा कि बचाव ही एकमात्र उपाय है। संयमित दिनचर्या को अपनाकर इस बीमारी से बच सकते हैं। हमे ना सिर्फ स्वयं को इससे बचाना है बल्कि लोगों को भी जागरूक करना है।

इस अवसर यूथ रेडक्रॉस सोसायटी, राष्ट्रीय सेवा योजना, स्वीप केकार्यकर्ताओं के साथ महाविद्यालय के विद्यार्थियों ने रैली निकाली, जिसमें बीमारी से बचने और लोगों को जागरूक करने का संदेश दिया गया। यह रैली महाविद्यालय प्रांगण से प्रारम्भ डिगमा, गांधीनगर होते हुए कॉलेज पहुंच सभा के रूप में परिणत हो गयी।

इस अवसर यूथ रेडक्रॉस प्रभारी डॉ. एलपी गुप्ता, राष्ट्रीय सेवा योजना प्रभारी देवेंद्र दास सोनवानी, स्वीप नोडल डॉ. अजय कुमार तिवारी, सोशल वर्क कमेटी प्रभारी रौनक निशा, चांदनी व्यापारी, सोनाली गोस्वामी, अभिषेक कुमार के साथ सभी प्राध्यापक और विद्यार्थियों ने सहभागिता की। कार्यक्रम के दौरान जिला चिकित्सालय की टीम उपस्थित रही।