“पूजा-पाठ के बहाने मौत, 11 घंटे तक तख्त के नीचे छिपा ‘पुजारी-कातिल’, बुजुर्ग नीलिमा की सांसें छीनकर जेवर लूटे
लखनऊ । राजधानी में ऐसा दिल दहला देने वाला हत्याकांड सामने आया है जिसने पड़ोस, पुजारी और भरोसे — तीनों पर ही सवाल खड़े कर दिए। 74 वर्षीय नीलिमा श्रीवास्तव की हत्या उसी व्यक्ति ने की… जिस पर वो आंख बंद कर भरोसा करती थीं।और इस हत्या का सच इतना रोंगटे खड़े करने वाला है कि पुलिस भी दंग रह गई।
पूजा-पाठ करने वाला शख्स निकला बेरहम हत्यारा
इटौंजा का 50 वर्षीय जितेंद्र मिश्रा, जो खुद को ‘पूजा-पाठ’ करने वाला बताता था, नीलिमा के घर के ठीक सामने रहता था।उसी की सलाह पर घरों में पूजा-पाठ करने वाला जितेंद्र नीलिमा की दिनचर्या, रहन-सहन और घर की हर जानकारी रखता था।लेकिन अंदर ही अंदर लालच का बुखार उसे कातिल बना चुका था।
तख्त के नीचे 11 घंटे… मौत की घात पर बैठा ‘पुजारी’
2 दिसंबर की दोपहर— जब नीलिमा घर से बाहर गई थीं,जितेंद्र चोरी-छिपे घर में घुसा और सीधे तख्त के नीचे जाकर 11 घंटे तक दुबका बैठा रहा।सोचिए… घर में एक बुजुर्ग महिला आराम से घूमकर आई, टीवी देखा, चाय पी…और ठीक उनके नीचे एक कातिल चुपचाप सांस रोके बैठा हुआ था।
रात 11 बजे , अलमारी खुली, नींद टूटी और मौत सामने खड़ी थी
जब नीलिमा रात 11 बजे सो रही थीं, तभी जितेंद्र अलमारी खंगालने लगा।खटपट से उनकी नींद खुली…और सामने वही शख्स खड़ा था, जिस पर वह ईश्वर का आदमी समझकर भरोसा करती थीं।नीलिमा ने विरोध किया बस यही विरोध उनकी जान ले गया।जितेंद्र ने बेरहमी से उनका गला दबा दिया।कुछ मिनटों में नीलिमा की आवाज हमेशा के लिए खामोश हो गई।
सोना-चांदी लूटकर बोरे में भर ले गया हत्यारा
हत्या के बाद जितेंद्र ने अलमारी में रखे—सोने के कंगन,सिक्के,आर्टिफिशियल ज्वेलरी व नकदी सब एक प्लास्टिक के बोरे में भरा और भाग निकला। सीतापुर रोड पर अजीजनगर चौकी तक 1.5 किमी पैदल चला, फिर हाफ-डाले से गांव भाग गया।
साजिश इसके पीछे थी, मजिस्ट्रेट के नौकर दीपक और सुशील की
जानकीपुरम पुलिस की जांच में बड़ा खुलासा हुआ—जितेंद्र अकेला नहीं था!लूट की पूरी साजिश बुजुर्ग महिला को जानने वाले दीपक व सुशील ने रची थी।दोनों मजिस्ट्रेट संजय सिंह के सर्वेंट क्वार्टर में रहते हैं और नीलिमा के घर कई बार जा चुके थे। नीलिमा ने कुछ दिन पहले आलमारी का लॉकर खुलवाने के लिए दीपक को बुलाया था…और तभी दोनों ने लॉकर में सोना-चांदी देखकर कातिल योजना बना डाली।
सीसीटीवी की बारीक जांच ने खोल दी पुजारी की पोल
250 से अधिक कैमरों की फुटेज खंगालने के बाद पुलिस ने शुक्रवार को तीनों को सलीम तिराहे के पास पकड़ लिया।हैरानी की बात — हत्या के अगले दिन भी पुजारी जितेंद्र मजिस्ट्रेट के घर पूजा करने पहुंच गया!जितेंद्र ने कत्ल को इतना सामान्य दिखाया कि अगले दिन वह ऐसे काम पर पहुंचा जैसे कुछ हुआ ही नहीं।
बढ़ाई जाएगी धारा – कातिल को आजीवन कारावास तक की सजा संभव
एसीपी अरीब खान के अनुसार, इस मामले में 331(8) BNS की धारा बढ़ाई जा रही है। इसके तहत:रात में घर में घुसकर हत्या या गंभीर चोट पहुंचाना। इस पर आजीवन कारावास या 10 साल की कठोर सजा तय है।
सनसनीखेज स्टोरी का सार
पूजा-पाठ करने वाले पुजारी जितेंद्र ने 74 वर्षीय नीलिमा की हत्या महज लालच में की।
11 घंटे तक तख्त के नीचे छिपकर बैठा रहा, रात को अलमारी तोड़ी, विरोध करने पर गला दबा दिया।
साजिश उसके साथ काम करने वाले दीपक और सुशील ने रची थी।
तीनों गिरफ्तार, लूट का सामान बरामद।
3 hours ago
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