महाराष्ट्र प्रेरणा पुरस्कार से सम्मानित हुए समाजसेवी नितिन गुप्ता

पुणे/ मुंबई । युवा महाराष्ट्र तथा अनुर्वी फाउंडेशन द्वारा पुणे स्थित पंडित जवाहरलाल नेहरू सांस्कृतिक भवन में आयोजित भव्य कार्यक्रम में युवा समाजसेवी तथा भाजपा नेता, भवन निर्माता व ऑल इंडिया यूथ आर्गेनाइजेशन कमेटी के राष्ट्रीय अध्यक्ष नितिन गुप्ता को उनके जनसेवी कार्यों के लिए 'महाराष्ट्र प्रेरणा पुरस्कार' से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में सामाजिक, कारोबारी क्षेत्र की तमाम दिग्गज हस्तियों के साथ ही अनेक नामचीन फिल्मी कलाकार मौजूद रहे। गौरतलब हो कि नितिन गुप्ता ऑल इंडिया यूथ आर्गेनाइजेशन कमेटी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में अपने सामाजिक दायित्वों के निर्वहन के साथ ही भाजपा कामगार मोर्चा के महाराष्ट्र प्रदेश उपाध्यक्ष, भाजपा चित्रपट कामगार आघाड़ी के मुंबई प्रभारी के रूप में भाजपा की मजबूती के लिए अथक प्रयास भी कर रहे हैं। आगामी महीनों में होने वाले मुंबई महानगरपालिका चुनाव में वे वर्सोवा विधानसभा क्षेत्र के वार्ड क्रमांक 68 से प्रबल दावेदार हैं। और चुनाव लड़ने की तैयारियों में जोर-शोर से जुटे हुए हैं। बता दें कि वर्सोवा विधानसभा क्षेत्र में वे पिछले तीन दशकों से विविध कार्यक्रम आयोजित करते आ रहे हैं। जरूरतमंद महिलाओं को गृहोपयोगी सामग्री का वितरण, उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए विविध प्रशिक्षण, आर्थिक सहयोग, केंद्र व राज्य सरकार की महिलाओं के उत्थान के लिए क्रियान्वित सभी योजनाओं का लाभ दिलाने, गरीब बच्चों की शिक्षा के लिए मदद, गंभीर बीमारी से पीड़ित मरीजों व उनके परिजनों की अस्पताल, उपचार संबंधी हरसंभव मदद, कामगारों को उनका हक दिलाने, व्यापारियों, दुकानदारों की समस्याओं के निराकरण, क्षेत्र में बीएमसी द्वारा प्रदत्त सभी मूलभूत सुविधाओं (बिजली, पानी, गटर, साफ-सफाई, आरोग्य, शिक्षा, सड़क जैसी सभी सुविधाएं) उपलब्ध कराने के लिए युद्धस्तर पर प्रयास कर रहे हैं। उनके इन सभी जनहित के कार्यों को मद्देनजर रखते हुए नितिन गुप्ता को इस गरिमामयी 'महाराष्ट्र प्रेरणा पुरस्कार' से सम्मानित किया गया है। नितिन गुप्ता को मिले इस सम्मान पर विधान परिषद सदस्य व ऑल इंडिया यूथ आर्गेनाइजेशन कमेटी के संरक्षक संजय केनेकर, प्रमुख सलाहकार व भाजपा युवा मोर्चा के मुंबई अध्यक्ष तेजिंदर सिंग तिवाना, सलाहकार महबूब खान, सलाहकार कंचन जी, अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार राजदूत संगठन के संस्थापक अध्यक्ष डाॅ अविनाश साकुंडे, राष्ट्रीय अध्यक्ष डाॅ अफसर कुरैशी समेत तमाम शुभचिंतकों ने बधाई दी है।

हिन्दी प्रचार एवं शोध संस्था मुंबई की 253 वीं मासिक गोष्ठी सम्पन्न

भाईंदर/मुंबई । हिन्दी प्रचार एवं शोध संस्था मुंबई के 253 वीं मासिक काव्य गोष्ठी का संयोजन डॉ उमेशचंद्र शुक्ल द्वारा न्यु.सी.ब्यु, न्यु रविराज काम्प्लेक्स जेसल पार्क भाईंदर पूर्व में आयोजित किया गया। डॉ.सुधाकर मिश्र ने अध्यक्षता करते हुए कहा कि गोष्ठी में विविध तरह की रचनाएं पढ़ी गई। शब्द और अर्थ सौंदर्य की दृष्टि से कवियों की रचनाएं सराहनीय है। सातवे दशक में लिखें गीत "मेरा चांद क्यों उदास है" प्रस्तुत किया।मुख्य अतिथि डॉ कृपाशंकर मिश्र ने "जिसकी रचना में है व्याकरण की कमी" और श्रृंगार परक गीत "प्राण आओगे तुम आज की रात में,देखती मैं रही राह ही रह गई।"प्रसिद्ध ग़ज़लकार डॉ.उमेशचंद्र शुक्ल ने क‌ई शेर और दो ग़ज़ल कहें " धनवानों से गले कभी तुम मत मिलना, यारों धन कि सोहबत भारी पड़ती है।" एवं " हमसे ही जिंदा है संस्कार का विधान सारा, मुर्दा आदर्शों का हथियार नहीं है ब्राह्मण।" संयोग साहित्य के संपादक मुरलीधर पाण्डेय ने ग्यारह आधुनिक दोहे पढ़ें,भोलानाथ तिवारी भारतांचली ने"दायरे सोच के इतने सिकुड़ ग‌ए" एवं "था कुछ नहीं पर्दा, फिर न जाने क्यों लगा पर्दा।"पर्दा कविता पढ़ा,मार्कंडेय त्रिपाठी ने भक्तिमय "कण कण में भगवान" कविता प्रस्तुत किया।डॉ.ओमप्रकाश तिवारी ने" जितने वजनी मिलें लिफाफे, उतनी ही मगरूर हो गई" एवं "साधों! हम हैं लेखक जादे।" डॉ. रोशनी किरण ने ग़ज़ल" बहुत जलाती बहुत रुलाती है उसकी सुधियो की आँच ।" डॉ. कुसुम तिवारी झल्ली ने " बप्पा हमारे हम हैं, तुम्हारे सहारे" एवं " सखा मैं भूलु ब्रज धाम" किरन तिवारी ने " पसीने की कमाई से कोई", " चुभे है काँटे कितने तब याद रखता है", "सोम से रवि तक" स्त्री संघर्ष केंद्रित रचना पढ़ी।किरन मिश्र ने " दर्द में भी मुस्कुराने की अदा" तो डॉ.अशोक पाण्डेय ने "विधर्मी के नाद के उपर गहरा प्रहार।" वाचस्पति तिवारी ने " जुड़ न पाएं अगर राम के नाम से " कविता का पाठ किया एवं प्रभाकर मिश्र ने कहानी का वाचन किया। किरन मिश्र ने " माँ शारदे, माँ शारदे माँ दुर्गा लक्ष्मी की शक्ति दें।" सरस्वती वंदना से विधिवत कार्यक्रम का आरंभ किया। संस्था के महासचिव डॉ. उमेशचंद्र शुक्ल ने कार्यक्रम का संचालन किया एवं संस्था के कोषाध्यक्ष कहानीकार प्रभाकर मिश्र ने सभी अतिथियों के प्रति आभार व्यक्त किया।

शिक्षण महर्षि शंकर अण्णा परब की मनाई गई 75वीं जयंती

मुंबई। शिक्षण महर्षि एवं समाजसेवक स्व. शंकर अण्णा परब की 75वीं जयंती के उपलक्ष्य में चांदीवली के प्रभात नगर स्थित गुरुकुल कोचिंग क्लासेस में कै. अण्णा परब प्रतिष्ठान की ओर से कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में उपस्थित सभी वक्ताओं ने अण्णा परब के प्रेरणादायी कार्यों और व्यक्तित्व को याद करते हुए उन्हें भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की।इस अवसर पर अनिल गलगली, वज़ीर चांद मुल्ला, रवि नायर, पांडुरंग पांगिरे, रविंद्र हिंगमिरे, बाबू बत्तेली, एड. कैलास आगवणे, संजय कळसेकर, प्रीति पोतदार, सुभाष गायकवाड़, डॉ. साहेबराव रवि, अवधूत शेलार, शिवाजी लोंढे, रियाज़ मुल्ला, रत्नाकर शेट्टी, मोहसिन शेख, अनिल लोंढे, मनाली गायकवाड़, माया खोत, प्रकाश सावंत, पवन जैन, स्वप्निल चव्हाण और दिलीप अंसारी उपस्थित थे।