आपकी योजना आपकी सरकार आपके द्वार” कार्यक्रम के तहत सेवा का अधिकार सप्ताह में जनसेवा शिविर का आयोजन

श्रीमती शिल्पी नेहा तिर्की, माननीय कृषि, पशुपालन और सहकारिता मंत्री झारखण्ड सरकार आज दिनांक-26 नवंबर 2025 को चान्हो प्रखंड के टांगर और लुंडरी में आयोजित आपकी योजना- आपकी सरकार - आपके द्वार कार्यक्रम में शामिल हुई।

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सरकार के प्रति विश्वास और योजनाओं का मिले रहे लाभ का दूसरा नाम है सरकार आपके द्वार - शिल्पी नेहा तिर्की

झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार फिर से एक बार योजनाओं की गठरी लेकर ग्रामीण जनता के बीच पहुंच रही है। आपकी योजना आपकी सरकार आपके द्वार कार्यक्रम का उद्देश्य राज्य की जनता को सरकार की योजना की जानकारी और उसका लाभ दिलाना है। ग्रामीण इलाकों में ये कार्यक्रम मेला के स्वरूप में दिख रहा है। इसी कड़ी में मांडर विधानसभा क्षेत्र के चान्हो प्रखंड के टांगर और लुंडरी पंचायत भवन में आपकी योजना आपकी सरकार - आपके द्वार कार्यक्रम का आयोजन हुआ।

सरकार आपके द्वार कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने कहा कि जैसे हर साल जतरा लगता है ठीक उसी तरह ये कार्यक्रम हो रहा है। ग्रामीण इलाकों में मेला जैसा माहौल है। जनता की भीड़ सरकार के प्रति विश्वास और योजना का मिल रहे लाभ का जीवंत उदाहरण है।

उन्होंने कहा कि सरकार की योजना का जनता को " ऑन स्पोर्ट " लाभ दिया जा रहा है . अब जनता को योजना का लाभ लेने के लिए प्रखंड या जिला मुख्यालय जाने की जरूरत नहीं , बल्कि सरकार खुद पंचायत सचिवालय तक पहुंच रही है। ये बेहतर मौका है जब ग्रामीण जनता योजना पाने की जरूरी सरकारी कागजात की प्रक्रिया को पूरा कर इसका लाभ आसानी से ले सकती है। मंत्री ने कहा कि जनता का विश्वास सरकार पर आगे भी बना रहे , इसके लिए अधिकारियों और कर्मचारियों को काम के प्रति तत्परता दिखानी होगी . सरकार और जनता के बीच अधिकारी उस सेतु की तरह है जिनके सहयोग से सरकार की योजनाएं लाभुक के चौखट तक दस्तक देती है।

उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी राँची, श्री मंजूनाथ भजंत्री ने कहा कि यह कार्यक्रम झारखंड सरकार की सबसे महत्वाकांक्षी जनकल्याणकारी पहलों में से एक है, जिसका मूल मकसद अंतिम छोर के व्यक्ति तक शासकीय योजनाओं का लाभ पहुंचाना है।

उपायुक्त ने कहा, “सेवा का अधिकार सप्ताह के तहत हम पंचायत स्तर पर ही ये शिविर लगा रहे हैं ताकि लोगों को शहर या ब्लॉक मुख्यालय तक आने की जरूरत न पड़े। हमारा एकमात्र उद्देश्य है कि सरकार की हर योजना की सही और पूर्ण जानकारी समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचे तथा उसका लाभ उसे तुरंत मिले।”

ऑन-स्पॉट निबटारा और प्रमाण-पत्र वितरण हो, शिविरों में सबसे बड़ी विशेषता रही ऑन-स्पॉट आवेदनों का तत्काल निबटारा किया जा रहा है। उपायुक्त ने बताया कि चाहे आय प्रमाण-पत्र हो, जाति प्रमाण-पत्र, आवासीय प्रमाण-पत्र, जॉब कार्ड, आधार कार्ड में सुधार या नया कार्ड, राशन कार्ड, विभिन्न पेंशन योजनाएं (वृद्धावस्था, विधवा, दिव्यांग पेंशन), प्रधानमंत्री आवास योजना, बिरसा हरित ग्राम योजना या अन्य कोई सरकारी सेवा सभी का मौके पर ही समाधान किया जा रहा है। उन्होंने कहा, “आज यहां सैकड़ों लाभुकों के आवेदन लिए गए और अधिकांश का निपटारा तुरंत कर दिया गया।

ऑन-द-स्पॉट परिसंपत्ति वितरण, प्रसन्न नजर आये लाभुक

श्रीमती शिल्पी नेहा तिर्की, माननीय कृषि, पशुपालन और सहकारिता मंत्री झारखण्ड सरकार द्वारा शिविर में कई योजनाओं के लाभुकों को मौके पर ही परिसंपत्तियाँ और स्वीकृति पत्र प्रदान किया गया। इसमें अबुआ आवास योजना, सामाजिक सुरक्षा पेंशन (वृद्धावस्था, निःशक्तजन, विधवा), सोना-सोबरन धोती-साड़ी योजना के तहत वस्त्र वितरण, दाखिल-खारिज शुद्धि प्रमाणपत्र तथा विभिन्न विभागों की अनुमोदन एवं स्वीकृति प्रतियाँ शामिल रहीं। ग्रामीणों ने प्रशासन द्वारा प्रदत्त इन त्वरित सेवाओं की सराहना की।

सरकार की सभी योजनाओं का पात्र लाभुकों को लाभ मिलें यह सुनिश्चित करना सर्वाेच्च प्राथमिकता- श्रीमती शिल्पी नेहा तिर्की

श्रीमती शिल्पी नेहा तिर्की, माननीय कृषि, पशुपालन और सहकारिता मंत्री झारखण्ड सरकार ने आयोजित आपके अधिकार-आपकी सरकार आपके द्वार कार्यक्रम में उपस्थित विभिन्न विभागों के वरीय अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए।

माननीय मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार की सभी कल्याणकारी योजनाओं एवं कार्यक्रमों का शत-प्रतिशत लाभ पात्र हितग्राहियों तक समयबद्ध रूप से पहुँचाना प्रशासन की प्राथमिक जिम्मेदारी है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि एक ही स्थान पर, एक ही दिन में हितग्राहियों को योजनाओं की पूरी जानकारी, आवेदन जमा करने की सुविधा, त्वरित स्वीकृति तथा लाभ का वितरण सुनिश्चित किया जाए।

साथ ही, आवेदन से स्वीकृति और स्वीकृति से लाभ वितरण तक की सम्पूर्ण प्रक्रिया को और अधिक सरल, पारदर्शी एवं त्वरित बनाने तथा प्रत्येक आवेदन का प्रभावी फॉलो-अप सुनिश्चित करने के लिए तत्काल आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए गए।

माननीय मंत्री ने जनकल्याणकारी कैंप में बच्चे का अन्नप्राशन एवं महिला की गोद भराई रस्म संपन्न की

पंचयात में माननीय मंत्री ने आयोजित कैंप में मातृ-शिशु स्वास्थ्य एवं पोषण जागरूकता अभियान के तहत एक नवजात शिशु का अन्नप्राशन संस्कार कराते हुए उसे स्वयं खीर खिलाई तथा उसके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।

इस दौरान उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी राँची, श्री मंजूनाथ भजन्त्री, श्रीमती मोनी कुमारी, विशिष्ट अनुभाजन पदाधिकारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी चान्हो, श्री वरुण कुमार, अंचल अधिकारी चान्हो,जिला परिषद आदिल अजीम, मोहम्मद इस्तियाक, मुखिया नीलम उरांव , मुखिया शिव उरांव , मुखिया महादेव उरांव , मुजीबुल्लाह, अजीत सिंह , मंगलेश्वर उरांव, त्रिभुवन , सादिक अंसारी , इरशाद खान , सिंटू उरांव , बसंत उरांव , मजीद अंसारी एवं संबंधित विभागों के प्रमुख पदाधिकारी एवं कर्मी और बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित रहे।

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भारत मंडपम में आयोजित 44वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेला (IITF) 2025 अपनी समाप्ति की ओर


नई दिल्ली: भारत मंडपम में आयोजित 44वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेला (IITF) 2025 के अंतिम दो दिनों में झारखंड पैवेलियन ग्राहकों के लिए आकर्षक छूट और विविध उत्पादों के कारण केंद्र बिंदु बना हुआ है। इन विशेष छूटों का उद्देश्य झारखंड के स्वदेशी उत्पादों को अधिक उपभोक्ताओं तक पहुँचाना और राज्य के कारीगरों, महिलाओं के स्वयं सहायता समूहों और स्थानीय उद्यमियों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना है। आईआईटीएफ 2025 के अंतिम चरण में झारखंड पैवेलियन अपने विविध उत्पादों, आकर्षक ऑफर्स और उत्कृष्ट प्रस्तुति के कारण खरीदारों की पहली पसंद बना हुआ है।

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स्टॉल पर मिल रही छूट से ग्राहकों में उत्साह

झारखंड के प्रसिद्ध करियातपुर ब्रास ने अपने प्रीमियम पीतल उत्पादों पर विशेष छूट की घोषणा की है, जिसे ग्राहकों से उत्साहपूर्ण प्रतिक्रिया मिल रही है। वस्त्रों की श्रेणी में डामू बोडरा के स्टॉल पर हैंडमेड कॉटन और सिल्क सूट पर आकर्षक छूट उपलब्ध कराई जा रही है। इसी प्रकार, अनुपमा स्टॉल पर मटका सिल्क और चंदेरी कॉटन के सूट व साड़ियों पर भी विशेष छूट प्रदान की जा रही है। इन ऑफर्स के कारण पारंपरिक हस्तनिर्मित वस्त्रों की खरीदारी में उल्लेखनीय वृद्धि देखी जा रही है, जिससे पैवेलियन में रौनक का माहौल बना हुआ है।

आधुनिकता और परंपरा के सुन्दर मेल फ्यूज़न ज्वेलरी स्टॉल विशेष आकर्षण का केंद्र

आधुनिकता और परंपरा के सुन्दर मेल की तलाश करने वाले ग्राहकों के लिए फ्यूज़न ज्वेलरी स्टॉल विशेष आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। स्टॉल संचालक धीरज जैन ने बताया कि झारखंड की पारंपरिक कला के आधुनिक स्वरूप को दर्शाती इस ज्वेलरी के प्रति ग्राहकों की भारी रुचि देखने को मिल रही है।इसके अतिरिक्त, राज्य की प्रमुख संस्था झारक्राफ्ट अपने रेशमी वस्त्रों, हथकरघा उत्पादों और हस्तशिल्प सामग्री पर छूट प्रदान कर रही है। स्थानीय बुनकरों और कारीगरों द्वारा तैयार किए गए इन उत्पादों की मांग लगातार बढ़ रही है, जिससे पैवेलियन की रौनक में और भी वृद्धि हुई है।

आईआईटीएफ के फूड कोर्ट में आगंतुकों ने झारखंड के पारंपरिक व्यंजनों दाल पीठा, रुगड़ा, चिल्का रोटी, मालपुआ, ठेकुआ, और धुस्का का भरपूर आनंद लिया। इन स्थानीय स्वादों ने लोगों का दिल जीत लिया।

हाऊस के निर्देश पर पुलिस प्रशासन और कोल माफिया की साझेदारी में हो रही कोयले की लूट.....बाबूलाल मरांडी

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भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवम नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने आज राज्य में बड़े पैमाने पर चल रहे अवैध कोयला कारोबार को लेकर राज्य सरकार पर निशाना साधा।

श्री मरांडी ने प्रेसवार्ता के माध्यम से अवैध कोल व्यापार में मुख्यमंत्री आवास की भूमिका के भी संकेत दिए।

उन्होंने कहा कि पहले कोयला चोर कोयला की चोरी कर कमीशन पुलिस प्रशासन तक पहुंचाते थे लेकिन अब हालत में बदलाव आया है।अब पुलिस प्रशासन और कोल माफिया साझेदारी में काम करते हैं।

कहा कि धनबाद में तैनात शीर्ष पुलिस अधिकारी कोयला के कारोबार में लिप्त हैं और सीधे सीधे इस धंधे को संचालित कर रहे हैं।

कहा कि धनबाद में निरसा,बाघमारा,झरिया अवैध कोल व्यापार के क्षेत्र हैं जिसमें 20..25 थाना,ओपी पड़ता है।इस क्षेत्र में 30,..40 साइट से अवैध कोयला निकाला जाता है।

कहा कि चर्चा है कि साइट प्राप्त करने केलिए" हाउस" का परमिशन आवश्यक है। हाउस से फोन आने पर ही एसएसपी साइट का अप्रूवल देते हैं।फिर एडवांस के तौर पर एक करोड़ रूपये लिए जाते हैं।

कहा कि इन क्षेत्रों से प्रतिदिन 150..200ट्रक कोयला निकाला जाता है।प्रति टन 8 से 10 हजार का व्यवसाय हाउस के नियंत्रण में होता है।

कहा कि इस अवैध कारोबार में हाउस महाराजा की भूमिका में होता है जबकि एस एस सी प्रधान सेनापति और डीसी महामंत्री की भूमिका निभाते हैं। इसके लिए दोनों प्रॉफिट के हिस्सेदार होते हैं।

कहा कि इस धंधे में थाना प्रभारी,इंस्पेक्टर,डीएसपी,एसडीओ ग्रामीण एसपी ,खनन अधिकारी,अंचलाधिकारी का हिस्सा भी निर्धारित है। बाघमारा डीएसपी पुरुषोत्तम सिंह,पूर्व में मुख्यमंत्री के सुरक्षाकर्मी रहे हैं। एससीपी दाहिना और इंस्पेक्टर अजीत सिंह बायां हाथ हैं जो मिलकर मालदार थानों की बोली लगाते हैं। एससीपी की मदद केलिए जमशेदपुर से रितेश,विकास सहित अन्य को भी बुलाया गया है।

प्रमुख कोल साइट्स में भौंदा अरविंद, कारण, कुंजामा आकाश,मनीष आर्य, पंचेत अंजनी ,निरसा संजय सिंह, गोपाली और बाघमारा पाण्डेय जी जबकि बरौना,तेतुलमारी,जमुनिया राम कनाली इन तीन साइट्स को बाघमारा डीएसपी पुरुषोत्तम सिंह खुद चलवाते हैं।

कहा कि इसके अलावा जीना गोंडा,बरारी ,अलगडीहा गणेश यादव के बेटा बीटू काम देखता है। सुदामडीह शेखर सिन्हा,गुलाम केशर आदि देखते हैं।

श्री मरांडी ने कहा कि यदि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन इन आरोपों से सहमत नहीं हैं तो इसकी उच्चस्तरीय जांच कराएं ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो सके।

प्रशासनिक शिथिलता का शिकार झारखंड सरकार: सरयू राय ने धालभूम SDM पद रिक्त होने पर उठाया सवाल


जमशेदपुर। जमशेदपुर पूर्वी विधानसभा के विधायक और जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के नेता सरयू राय ने झारखंड सरकार के सामान्य प्रशासन विभाग पर गंभीर शिथिलता बरतने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि इस शिथिलता का प्रतिकूल प्रभाव मुख्यालय से लेकर प्रखंड स्तर तक की प्रशासनिक दक्षता पर पड़ रहा है, जिसका सर्वाधिक शिकार पूर्वी सिंहभूम जिला प्रशासन है।

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पूर्वी सिंहभूम में रिक्त महत्वपूर्ण पद

विधायक सरयू राय ने धालभूम अनुमंडल के महत्वपूर्ण प्रशासनिक पद की स्थिति को उजागर किया:

SDO धालभूम का पद: यह महत्वपूर्ण प्रशासनिक पद कई महीनों से खाली है और प्रभार (Additional Charge) पर चल रहा है।

परिणाम: इस कारण जनहित के अति आवश्यक निर्णय लंबित हैं और पूर्व में लिए गए निर्णयों को लागू करने में भी शिथिलता बरती जा रही है।

डीडीसी का पद: उन्होंने बताया कि पूर्वी सिंहभूम में उप विकास आयुक्त (DDC) जैसा अति आवश्यक प्रशासनिक पद भी 9 महीने से अधिक समय तक प्रभार में चलता रहा था।

विधायक ने मुख्यमंत्री से धालभूम अनुमंडल में पूर्णकालिक सिविल एसडीओ की शीघ्र पदस्थापना की मांग की है।

पदस्थापन में विलंब और प्रोन्नति का मुद्दा

सरयू राय ने राज्य की प्रशासनिक व्यवस्था में व्याप्त व्यापक विसंगतियों की ओर भी ध्यान आकर्षित किया:

रिक्त पदों की भरमार: राज्य के विभिन्न जिलों और विभागों में बड़ी संख्या में अति आवश्यक पद रिक्त हैं, जबकि दूसरी ओर एक अधिकारी एक से अधिक विभागों के प्रभार में काम कर रहा है।

अधिकारियों का इंतजार: लगभग 80 से अधिक उप समाहर्ता स्तर के अनुभवी पदाधिकारी स्थानांतरण के बाद काफी दिनों से पदस्थापन की प्रतीक्षा में हैं। यही स्थिति नव प्रोन्नत भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) के युवा अधिकारियों की भी है।

अस्थायी कार्य पद्धति पर सवाल: राय ने कहा कि डीडीसी, एसडीओ जैसे पदों पर योग्य पूर्णकालिक अधिकारी की नियुक्ति के बजाय अस्थायी अतिरिक्त प्रभार देकर 'जुगाड़ू कार्य पद्धति' से काम चलाया जा रहा है, जिससे जिले की प्रशासनिक क्षमता घटती है और विकास कार्यों के अतिरिक्त सामान्य जन के निजी कार्यों पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है।

प्रोन्नति का गतिरोध

सरयू राय ने बताया कि प्रशासन और पुलिस तथा राज्य सेवाओं के अन्य राजपत्रित पदों पर पदस्थापित पदाधिकारियों की प्रोन्नतियां भी रुकी हुई हैं। उन्होंने कहा कि यही स्थिति अभियांत्रिकी, स्वास्थ्य, कृषि एवं अन्य विभागों के विशेषज्ञ पदों पर कार्यरत राज्य सेवा के अधिकारियों और कर्मियों की भी है, जबकि बिहार में उनके समकक्ष अधिकारी प्रोन्नत होकर उच्च पदों पर कार्यरत हैं।

रांची में मनाया गया संविधान दिवस: प्लैटिनम जुबिली वर्ष पर उपायुक्त की अध्यक्षता में हुआ सामूहिक प्रस्तावना पाठ

"संविधान हमारी लोकतांत्रिक परंपरा, समानता, न्याय और स्वतंत्रता का जीवंत प्रतीक है" - उपायुक्त श्री मंजूनाथ भजन्त्री

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रांची, 26 नवंबर 2025। भारत के संविधान के लागू होने के 75वें वर्ष (प्लैटिनम जुबिली वर्ष) के अवसर पर आज रांची जिला में संविधान दिवस हर्षोल्लास एवं गरिमा के साथ मनाया गया।

जिला प्रशासन रांची द्वारा समाहरणालय ब्लॉक-A स्थित पोर्टिको क्षेत्र में एक औपचारिक कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसकी अध्यक्षता उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी, रांची, श्री मंजूनाथ भजन्त्री ने की।

संविधान की प्रस्तावना का सामूहिक पाठ

कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण भारतीय संविधान की प्रस्तावना का सामूहिक पठन रहा। उपायुक्त के नेतृत्व में जिला स्तरीय विभिन्न विभागों के वरीय पदाधिकारियों और कर्मचारीगण ने संविधान की प्रस्तावना में निहित महान आदर्शों को दोहराया:

"हम, भारत के लोग... भारत को एक सम्पूर्ण प्रभुत्व-संपन्न समाजवादी पंथनिरपेक्ष लोकतंत्रात्मक गणराज्य बनाने के लिए..."

उपायुक्त का संदेश

उपायुक्त श्री मंजूनाथ भजन्त्री ने अपने संबोधन में संविधान के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा:

“भारतीय संविधान न केवल एक दस्तावेज है, अपितु यह हमारी लोकतांत्रिक परंपरा, समानता, न्याय और स्वतंत्रता का जीवंत प्रतीक है। संविधान की प्रस्तावना में निहित मूल्यों को हमें अपने दैनिक कार्यों में आत्मसात करना चाहिए।”

कार्यक्रम में उपस्थिति

इस अवसर पर उप विकास आयुक्त श्री सौरभ भुवनिया, अपर जिला दंडाधिकारी (विधि-व्यवस्था) श्री राजेश्वर नाथ आलोक, अपर समाहर्ता श्री रामनारायण सिंह, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी श्रीमती उर्वशी पांडेय सहित जिला स्तरीय विभिन्न विभागों के वरीय पदाधिकारी एवं कर्मचारीगण उपस्थित थे।

विराट कोहली पहुंचे रांची, फैंस में भारी उत्साह!

30 नवंबर के वनडे मैच के लिए टीम इंडिया की तैयारी शुरू; कोहली एयरपोर्ट से सीधे होटल रवाना, रोहित आज शाम पहुंचेंगे

रांची। भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच 30 नवंबर को होने वाले एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय (वनडे) मैच से पहले टीम इंडिया की रांची में तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। बुधवार (आज) सुबह टीम इंडिया के स्टार बल्लेबाज विराट कोहली रांची एयरपोर्ट पहुंचे।

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कोहली का आगमन: कोहली के आने की खबर सुनते ही फैंस की भारी भीड़ उनकी एक झलक पाने के लिए एयरपोर्ट पर जमा हो गई। हालांकि, कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच उन्हें सीधे एयरपोर्ट से बाहर निकालकर होटल रेडिशन ब्लू पहुंचाया गया।

कप्तान का इंतजार: वहीं, भारतीय टीम के कप्तान रोहित शर्मा आज शाम की फ्लाइट से रांची पहुंचेंगे। उनके स्वागत के लिए भी फैंस के बड़ी संख्या में एयरपोर्ट पर जुटने की उम्मीद है।

यह वनडे मुकाबला रांची में आयोजित किया जाएगा, जिसके लिए दोनों टीमें जल्द ही अपनी पूरी ताकत के साथ शहर में इकट्ठा हो जाएंगी।

भारत मंडपम: 44वें IITF में धूमधाम से मना 'झारखंड दिवस' समारोह

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नई दिल्ली। 44वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेला (IITF) 2025 के दौरान मंगलवार को भारत मंडपम में झारखंड दिवस समारोह का भव्य आयोजन किया गया। झारखंड के मुख्य सचिव श्री अविनाश कुमार ने भगवान बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर और दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ किया।

मुख्य सचिव का संबोधन और अवलोकन

मुख्य सचिव श्री अविनाश कुमार ने झारखंड पैवेलियन के सभी 32 स्टॉलों का अवलोकन किया और राज्य के कारीगरों, उद्यमियों तथा स्वयं सहायता समूहों के उत्पादों की सराहना की। उन्होंने कहा कि:

"हमारी संस्कृति, परंपरा और विकास मॉडल—तीनों को समान प्राथमिकता देते हुए हम शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, खेल, पेयजल, तकनीक और हवाई कनेक्टिविटी जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर को तेज़ी से विकसित कर रहे हैं। हमारा लक्ष्य झारखंड को एक सक्षम, समृद्ध और भविष्य-उन्मुख राज्य के रूप में स्थापित करना है।"

उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार राज्य को हर क्षेत्र में अग्रणी बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।

सांस्कृतिक विरासत का मनोहारी प्रदर्शन

झारखंड दिवस समारोह सांस्कृतिक विरासत और क्रिएटिव इकोनॉमी का उत्सव बना। नाट्यशाला थिएटर में आयोजित सांस्कृतिक संध्या ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।

मुख्य आकर्षण: झारखंड के लोक कलाकारों ने पारंपरिक नृत्य और संगीत की प्रस्तुतियों से राज्य की सांस्कृतिक विविधता को उजागर किया।

प्रस्तुतियाँ: दर्शकों ने निम्नलिखित प्रस्तुतियों का आनंद लिया:

छऊ नृत्य: तपन नायक और टीम

नागपुरी नृत्य: किशोर नायक और टीम

मुंडारी नृत्य: सुखराम पाहन और टीम

उरांव नृत्य: श्री कृष्ण भगत और टीम

पाइका नृत्य: श्री अशोक कच्छप

पैवेलियन में स्टॉलों का अनूठा संगम

झारखंड पवेलियन इस वर्ष विविधता और रचनात्मकता का केंद्र बना।

स्टॉल श्रेणी उदाहरण

संस्थागत स्टॉल मत्स्य निदेशालय, मुख्यमंत्री लघु एवं कुटीर उद्यम विकास बोर्ड, झारक्राफ्ट, पलाश मार्ट, झारखंड राज्य खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड

पारंपरिक कला पैतकर और सोहराय पेंटिंग

स्थानीय उद्यमी/कारीगर छोटानागपुर क्राफ्ट, माटी कला बोर्ड, अर्मान कार्पेट, करियातपुर ब्रास, एमवीएम भागिमा (जोहार रागी), पीपल ट्री, मकबूल जादोपटिया, गीता वर्मा आदि।

कारीगरों की हस्तनिर्मित कला और उत्पाद आगंतुकों को विशेष रूप से आकर्षित कर रहे थे।

इस अवसर पर उद्योग सचिव श्री अरवा राजकमल, उद्योग निदेशक श्री विशाल सागर और अन्य पदाधिकारी भी उपस्थित रहे। झारखंड दिवस समारोह ने राज्य की सांस्कृतिक धरोहर, रचनात्मकता और विकासोन्मुख नीतियों का एक जीवंत प्रदर्शन किया।

झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम में डबल मर्डर, घर में घुसकर दंपति का गला रेता; खून से लथपथ मिली लाश

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झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम से सनसनीखेज मामला सामने आया है. यहां एक वृद्ध दंपत्ति की खून से लथपथ शव मिलने से इलाके में हड़कंप मच गया. मृतक दंपति की पहचान 72 वर्षीय सर्गिया बालमुचू और उनकी 65 वर्षीय पत्नी मुक्ता बालमुचू के नाम से हुई है. मामले में अज्ञात अपराधियों ने बर्बरता की सारी सीमाओं को लांघते हुए धारदार हथियार से पति-पत्नी का गला काटकर हत्या कर दी. दंपत्ति की हत्या के बाद से पूरे गांव में दहशत का माहौल है.

घटना जिले के गुवा थाना क्षेत्र के लिपुंगा नाम के गांव का है. यहां मंगवार को स्थानीय लोगों ने सुबह दंपत्ति को अपने घर के आंगन की खटिया पर चादर ओढ़े लेटा देखा. जब लंबे समय तक कोई हरकत नहीं हुई तो लोगों को संदेह हुआ. इसके बाद चादर हटाई तो खून से लथपथ शव देखकर गांव वाले डर गए. मामले में अपराधी हत्या करने के बाद उनके शव को खाट पर लिटाकर, ऊपर से चादर डालकर फरार हो गए थे. इसके बाद स्थानीय लोगों की सूचना पर गुवा थाना की पुलिस दिया. मौके पर पहुंची पुलिस ने, शवों को कब्जे में लिया और हत्याकांड के जांच में जुट गई.

आरोपियों की तलाश जारी

जानकारी के अनुसार, मृतक दंपत्ति का कुछ समय पहले गांव के कुछ लोगों के साथ अंधविश्वास और डायन-बिसाही को लेकर विवाद हुआ था. इस डबल मर्डर की घटना को इसी विवाद का नतीजा माना जा रहा है. मामले की गंभीरता को देखते हुए गुवा थाना की पुलिस ने गांव में सतर्कता बढ़ा दी है और दोहरे हत्याकांड में शामिल आरोपियों की पहचान और धर-पकड़ के लिए छापेमारी शुरू कर दी है.

पहले भी हुई थी घटनाएं

इस घटना से महज एक सप्ताह पहले ही झारखंड के खूंटी जिले में भी कानू मुंडा (66) और उनकी पत्नी गौरी देवी (64) नामक एक वृद्ध दंपत्ति की घर में घुसकर धारदार हथियार से हत्या कर दी गई थी. उस मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए दो पड़ोसी आरोपियों को गिरफ्तार किया था.

बीजेपी का 'अबुआ सरकार' पर हमला: "नर्स, लैब टेक्नीशियन 'अकुशल', जबकि राजमिस्त्री 'अति कुशल' श्रेणी में!"

श्रम विभाग की नीतियों पर सवाल; सदर अस्पताल के आउटसोर्सिंग स्टाफ के वेतन में करोड़ों के घोटाले का आरोप

रांची। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने झारखंड सरकार के श्रम नियोजन विभाग द्वारा जारी गजट में विभिन्न कर्मचारियों के वर्गीकरण और रांची सदर अस्पताल में आउटसोर्सिंग कर्मियों के वेतन भुगतान में व्याप्त विसंगतियों को लेकर राज्य सरकार पर तीखा हमला किया है। प्रतुल शाहदेव ने इस पूरे मामले को "अजब सरकार की गजब कहानी" बताया।

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अति कुशल श्रेणी के वर्गीकरण पर गंभीर विसंगति

प्रतुल शाहदेव ने 11 मार्च 2024 को प्रकाशित श्रम विभाग के गजट का हवाला देते हुए मुख्य मुद्दा उठाया:

श्रेणी शामिल कर्मी (गजट के अनुसार) बाहर रखे गए कर्मी (आरोप के अनुसार)

अति कुशल राजमिस्त्री, ईंट पारने वाले (भट्ठा मजदूर), बावर्ची स्टाफ नर्स, एक्स-रे टेक्नीशियन, लैब फार्मासिस्ट, पैरामेडिकल स्टाफ

आरोप: शाहदेव ने कहा कि श्रम विभाग ने वर्षों की पढ़ाई और लाखों रुपए खर्च करके आने वाले स्टाफ नर्स, लैब टेक्नीशियन और अन्य पैरामेडिकल कोर्स किए लोगों को अति कुशल या कुशल श्रेणी में भी जिक्र करना जरूरी नहीं समझा।

परिणाम: इस विसंगति के कारण ये प्रशिक्षित युवा आउटसोर्सिंग एजेंसियों के रहमों-करम पर आ जाते हैं, जिन्हें कहीं सामान्य वर्ग का तो कहीं कुशल श्रेणी का भुगतान मिलता है, जबकि तकनीकी रूप से इन्हें अति कुशल श्रेणी में होना चाहिए। प्रतुल ने इसे युवाओं के साथ क्रूर मजाक बताया

सदर अस्पताल में आउटसोर्सिंग एजेंसी पर घोटाला का आरोप

प्रतुल शाहदेव ने रांची सदर अस्पताल में कार्यरत समानता सिक्योरिटी एजेंसी पर गंभीर वित्तीय अनियमितताओं के आरोप लगाए, जहां 600 से अधिक संविदा कर्मी कार्यरत हैं:

वेतन विसंगति: सरकारी फाइलों में पैरामेडिकल स्टाफ का मानदेय ₹805 प्रतिदिन है, जबकि एजेंसी द्वारा इन्हें मात्र ₹514 प्रतिदिन का भुगतान कुशल श्रेणी के नाम पर किया जाता है।

भुगतान के दिनों में अंतर: सिविल सर्जन का कार्यालय एजेंसी को पूरे महीने (30/31 दिन) का ₹18,138 भुगतान करता है, जबकि एजेंसी इन संविदा कर्मियों को सिर्फ 26 दिन का वेतन (₹14,704) ही देती है।

जीएसटी का बोझ: सरकार द्वारा एजेंसी को 18% जीएसटी अलग से देने की व्यवस्था है, लेकिन एजेंसी आश्चर्यजनक रूप से संविदा कर्मियों की तनख़ाह से ही अतिरिक्त 18% जीएसटी काटती है।

ईपीएफ में धांधली: ईपीएफ नियम के अनुसार 12% संविदा कर्मी और 12% एजेंसी का योगदान होना चाहिए। लेकिन इन संविदा कर्मियों से पूरा 25% (12%+12% की कुल राशि) उनकी तनख्वाह से काटा जाता है, और एजेंसी का कोई योगदान नहीं रहता।

प्रतुल शाहदेव ने आरोप लगाया कि इस पूरे प्रकरण में करोड़ों रुपए के मासिक घोटाले को अंजाम दिया जा रहा है।

भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि उनकी पार्टी संविदा कर्मियों के मुद्दे पर संवेदनशील है और यदि सरकार ने हठधर्मिता नहीं छोड़ी, तो भाजपा इस मुद्दे को सड़क से लेकर विधानसभा तक ले जाने में सक्षम है।

भाजपा आरोप लगाती रहे—अबुआ सरकार काम करती रहेगी : विनोद पांडेय


झारखंड मुक्ति मोर्चा के महासचिव सह प्रवक्ता विनोद पांडेय ने भाजपा के आरोपों पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि झारखंड की ‘अबुआ सरकार’ को बदनाम करने का भाजपा का सिलसिला अब बेतुके आरोपों के नए अध्याय पर पहुँच गया है।

उन्होंने कहा कि भाजपा का पूरा बयान तथ्यों से रहित, भ्रामक, आधा-अधूरा ज्ञान और पूरी तरह राजनीतिक स्वार्थ से प्रेरित है। भाजपा को पैरामेडिकल स्टाफ की चिंता तब क्यों नहीं हुई जब केंद्र में उनकी सरकार ने इन्हें उपेक्षित रखा?

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विनोद पांडेय ने कहा कि भाजपा जिन पैरामेडिकल स्टाफ की आज अचानक चिंता जता रही है, उन्हीं वर्गों को लेकर केंद्र सरकार ने कभी न्यूनतम वेतन, सुरक्षित कार्य वातावरण और पुरानी पेंशन जैसी मांगों पर कोई कदम नहीं उठाया। उन्होंने कहा कि भाजपा अपने शासनकाल में स्वास्थ्य ढांचे को जर्जर करने और संविदा कर्मचारियों को शोषण के अंधेरे में धकेलने के लिए कुख्यात रही है।

गजट की गलत व्याख्या कर रहे है भाजपा

विनोद पांडेय ने साफ कहा कि श्रम विभाग की गजट अधिसूचना को भाजपा नेता ‘चुनिंदा रूप’ से पढ़ रहे हैं, जबकि

सरकार पैरामेडिकल स्टाफ के वेतनमान, कौशल श्रेणी और मानदेय संरचना को अपडेट करने की प्रक्रिया पर पहले से काम कर रही है। भाजपा को यह भी बताना चाहिए कि उनके शासन में स्वास्थ्यकर्मियों की वेतन संरचना किस हालत में थी? वे क्यों 17 - 18 वर्षों तक चुप बैठे रहे?”

समानता सिक्योरिटी को लेकर भाजपा का आरोप राजनीतिक नौटंकी

विनोद पांडेय ने आगे कहा कि सदर अस्पताल रांची में आउटसोर्सिंग व्यवस्था भाजपा शासनकाल से ही चलती आ रही है और उस दौरान भारी घोटाले, दलाली तंत्र और भ्रष्ट एजेंसियों को भाजपा नेताओं के संरक्षण में फलने-फूलने दिया गया था।

उन्होंने कहा आज जब अबुआ सरकार आउटसोर्सिंग एजेंसियों के पूरे सिस्टम की ऑडिट और रिव्यू कर रही है, तब भाजपा बौखला गई है।

भाजपा संविदा कर्मियों की हमदर्द नहीं, बल्कि शोषक रही है

विनोद पांडेय ने कहा कि भाजपा संविदा कर्मियों की संवेदना की नहीं, बल्कि उनकी पीड़ा को राजनीतिक लाभ में बदलने की राजनीति करती है।

अगर भाजपा सच में संविदा कर्मियों के लिए संवेदनशील होती तो देशभर में इनके लिए एक समान नीति बनाती,

लेकिन आज तक कुछ नहीं किया।

उन्होंने कहा कि झारखंड सरकार सभी स्वास्थ्यकर्मियों के मानदेय, सेवा शर्तों और सुरक्षा को लेकर

सुस्पष्ट नीति पर काम कर रही है।

महासचिव पांडेय ने कड़ा बयान जारी करते हुए कहा कि झारखंड में भाजपा की राजनीति अब तथ्यहीन आरोपों और झूठे आंकड़ों का खेल बन चुकी है।

उन्होंने कहा कि यदि भाजपा के पास कोई ठोस दस्तावेज है तो वह सरकार को दें, सिर्फ कैमरे के सामने कहानी गढ़ने से भाजपा को राजनीतिक ऑक्सीजन तो मिल सकता है, सच नहीं।

अबुआ सरकार श्रमिकों, युवाओं और स्वास्थ्य कर्मियों के हित में प्रतिबद्ध है। पांडेय ने कहा कि हेमंत सोरेन और अबुआ सरकार ने नर्सों की भर्ती, लैब तकनीशियन की बहाली, जिला स्तर पर स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार, और संविदा कर्मियों की सुरक्षा पर ऐतिहासिक कदम उठाए हैं, जो भाजपा के समय कभी संभव नहीं था।