झारखंड-बंगाल में ED का सबसे बड़ा एक्शन: कोयला तस्करों के 42 ठिकानों पर छापेमारी, ₹2.20 करोड़ नकद जब्त; पुलिस-सरकारी अफसरों से लिंक का खुलासा
![]()
रांची/धनबाद: शुक्रवार को प्रवर्तन निदेशालय (ED) की रांची और कोलकाता जोनल ऑफिस की संयुक्त कार्रवाई ने झारखंड और पश्चिम बंगाल में चल रहे कोयला तस्करी के सिंडिकेट में हड़कंप मचा दिया। जांच एजेंसी ने दोनों राज्यों में बड़े कोयला कारोबारियों और आउटसोर्सिंग संचालकों के कुल 42 ठिकानों पर छापेमारी की।
करोड़ों नकदी और डिजिटल साक्ष्य बरामद
ईडी ने झारखंड में 18 और पश्चिम बंगाल में 24 ठिकानों पर कार्रवाई की। यह कार्रवाई चार अलग-अलग ECIR (प्रवर्तन मामला सूचना रिपोर्ट) दर्ज कर शुरू की गई थी।
नकदी बरामदगी: रांची की जांच टीम ने अकेले ₹2.20 करोड़ नकदी बरामद की है। इसमें एक व्यक्ति के घर से ₹80 लाख और दूसरे के यहां से ₹80 लाख से अधिक नकदी मिली है।
अन्य बरामदगी: करोड़ों रुपये के गहने और जमीन के 14 डीड के साथ-साथ कई डिजिटल एविडेन्स भी जब्त किए गए हैं। चिरकुंडा थाना क्षेत्र के एक कोयला कारोबारी के घर से ₹21.5 लाख जब्त हुए हैं।
पुलिस और सरकारी अफसरों से लिंक
छापेमारी के दौरान जांच एजेंसी को सबसे महत्वपूर्ण साक्ष्य के रूप में झारखंड राज्य के पुलिस अफसरों और सरकारी पदाधिकारियों के साथ कोयला तस्करी के लिंक मिले हैं।
डिजिटल साक्ष्य: जांच टीम को कई डिजिटल साक्ष्य मिले हैं, जो बड़े पैमाने पर हो रही रोजाना कोयला तस्करी के प्रमाण हैं। इन चैट से आने वाले दिनों में बड़ा खुलासा होने की आशंका है।
बालू सिंडिकेट: यह बात भी सामने आई है कि अमर मंडल जामताड़ा और दुमका में बालू सिंडिकेट के नाम पर वसूली करता था। सिर्फ नाला इलाके से प्रतिदिन 200 ट्रकों से वसूली की जानकारी मिली है।
धनबाद के प्रमुख ठिकानों पर कार्रवाई
ईडी की टीम ने धनबाद में कई बड़े कोयला कारोबारियों और बीसीसीएल आउटसोर्सिंग संचालकों के यहां तलाशी ली:
एलबी सिंह: सरायढेला स्थित एलबी सिंह (देव प्रभा कंपनी के निदेशक) के घर में घुसने के लिए जांच टीम को सुरक्षा गार्ड द्वारा रोके जाने पर पुलिस बुलानी पड़ी। उनके घर, दफ्तर और अन्य ठिकानों पर पड़ताल हुई।
अन्य कारोबारी: संजय उद्योग के मालिक संजय खेमका, अनिल गोयल, हार्डकोक भट्ठा संचालक दीपक पोद्दार, गणेश अग्रवाल और हेमंत अग्रवाल सहित कई कारोबारियों के घरों, दफ्तरों और भट्ठों को खंगाला गया।
बंगाल में कार्रवाई: दुर्गापुर, हावड़ा, कोलकाता और पुरुलिया में भी अलग-अलग कारोबारियों के घरों और दफ्तरों में जांच की गई।













3 hours ago
- Whatsapp
- Facebook
- Linkedin
- Google Plus
0- Whatsapp
- Facebook
- Linkedin
- Google Plus
0.4k