पीवीयूएनएल, पतरातू में बिरसा मुंडा जयंती पर विशेष आयोजन

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पीवीयूएनएल पतरातू में बिरसा मुंडा जी की 151वीं जयंती बड़े ही श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाई गई।

कार्यक्रम में श्री ए.के. सेहगल, सीईओ, पीवीयूएनएल, श्री अनुपम मुखर्जी, सीजीएम (प्रोजेक्ट), विभिन्न जीएम, एचओडी तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।

कस्तूरबा विद्यालय की छात्राओं ने लोकगीत पर शानदार नृत्य प्रस्तुति दी। साथ ही भगवान बिरसा मुंडा के जीवन पर आधारित नाटक प्रस्तुत कर उनके अदम्य साहस, संघर्ष और आदिवासी समाज के उत्थान के लिए किए गए योगदान को प्रभावी ढंग से दिखाया।

सीईओ श्री सेहगल ने छात्राओं को बधाई देते हुए कहा कि भगवान बिरसा मुंडा की प्रेरणा आज भी हम सबके लिए मार्गदर्शक है और हम उनके आदर्शों को अपनाकर समाज व राष्ट्र के विकास में योगदान दें।

कार्यक्रम के अंत में सभी ने बिरसा मुंडा जी को विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की।

CM सोरेन: "हम गांव से चलने वाली सरकार": उलिहातु में CM बोले- वीरों की धरती झारखंड को देश के अग्रणी राज्यों में लाकर खड़ा करेंगे, आदिवासी और महिल


उलिहातु (खूंटी): धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती एवं राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर आज खूंटी जिला के उलिहातु स्थित बिरसा मुंडा कॉम्प्लेक्स में भव्य कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस ऐतिहासिक मौके पर माननीय राज्यपाल श्री संतोष कुमार गंगवार, माननीय मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन और जनजातीय कार्य मंत्रालय भारत सरकार के मंत्री श्री जुएल ओराम सम्मिलित हुए।

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वीरों को नमन और जिम्मेदारी का बोध

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने झारखंड को "वीरों की धरती" बताया। उन्होंने कहा कि शहीदों के संघर्ष, प्रयास और बलिदान से राज्य का निर्माण हुआ है, और उनके सपनों का झारखंड बनाना हम सभी का कर्तव्य है।

मुख्यमंत्री ने इस मौके पर दिशोम गुरु बाबा शिबू सोरेन को याद करते हुए भावुकता व्यक्त की, और कहा कि उनकी कमी आज सभी को खल रही है।

आदिवासी विकास और महिला सशक्तीकरण

मुख्यमंत्री ने अपनी सरकार की प्रतिबद्धता स्पष्ट करते हुए कहा कि उनकी सरकार राज्य मुख्यालय से नहीं, बल्कि गाँव से चलने वाली सरकार है।

सर्वोच्च प्राथमिकता: मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार की विकास योजनाओं में आदिवासी एवं जनजातीय समुदायों के सर्वांगीण विकास को सबसे ऊपर रखा जा रहा है।

महिलाओं पर फोकस: उन्होंने बताया कि राज्य सरकार अपने कार्यों का 50% खर्च माताओं, बहनों, बेटियों तथा गाँव, गरीब, किसान के कल्याणार्थ कर रही है, और महिलाओं को मजबूत बनाने के लिए विशेष कार्य कर रही है।

युवा झारखंड: मुख्यमंत्री ने कहा कि आज हमारा राज्य 25 वर्ष का युवा राज्य है, और हम युवा वर्ग के साथ मिलकर इस राज्य को अपने बल पर आगे बढ़ाते हुए देश के अग्रणी राज्यों के श्रेणी में लाकर खड़ा करेंगे।

मुख्यमंत्री ने विश्वास जताया कि शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में बेहतर काम हो रहा है, और आने वाले दिनों में खेल, पर्यटन, रोजगार तथा आधारभूत संरचनाओं के विकास पर कई महत्वपूर्ण काम किए जाएंगे।

इस अवसर पर माननीय विधायक श्री विकास सिंह मुंडा, श्री रामसूर्या मुंडा, श्री सुदीप गुड़िया, मुख्य सचिव श्री अविनाश कुमार तथा धरती आबा के वंशज श्री सुखराम मुंडा सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।

उलिहातु से झारखंड स्थापना दिवस का संदेश: राज्यपाल, CM सोरेन और केंद्रीय मंत्री जुएल ओराम ने बिरसा मुंडा को 150वीं जयंती पर दी भावपूर्ण श्रद्धांज


उलिहातु (खूंटी): झारखंड स्थापना दिवस और धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के ऐतिहासिक अवसर पर, आज 15 नवंबर 2025 को, माननीय राज्यपाल श्री संतोष कुमार गंगवार, माननीय मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन और जनजातीय कार्य मंत्रालय भारत सरकार के मंत्री श्री जुएल ओराम खूंटी जिला स्थित उनके पैतृक गांव उलिहातु पहुँचे।

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यह पहला मौका है जब राज्य और केंद्र के इतने वरिष्ठ पदाधिकारी एक साथ उलिहातु पहुँचे हैं।

परंपरागत विधि-विधान से पूजा

माननीय राज्यपाल, मुख्यमंत्री एवं केंद्रीय मंत्री ने यहां धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की जन्मस्थली पर परम्परागत जनजातीय विधि-विधान से पूजा-अर्चना की। इसके बाद, उन्होंने उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं पुष्प अर्पित कर उन्हें भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी।

वंशजों से मुलाकात और सम्मान

इस अवसर पर तीनों गणमान्य व्यक्तियों ने धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा के वंशजों से आत्मीय मुलाकात की। उन्होंने वंशजों को शॉल ओढ़ाकर एवं स्मृति चिन्ह भेंटकर सम्मानित किया, जो राज्य और केंद्र सरकार द्वारा जनजातीय गौरव को दिए जा रहे सम्मान को दर्शाता है।

झारखंड स्थापना दिवस: बिरसा चौक पर राज्यपाल, CM सोरेन और कल्पना सोरेन ने बिरसा मुंडा को दी श्रद्धांजलि
राज्यपाल, CM सोरेन और विधायक कल्पना सोरेन ने कोकर समाधि स्थल पर धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा को 150वीं जयंती पर दी श्रद्धांजलि
झारखंड स्थापना दिवस: राज्यपाल और CM सोरेन ने धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा को 150वीं जयंती पर दी श्रद्धांजलि

रांची: झारखंड स्थापना दिवस के अवसर पर आज, राज्य के सर्वोच्च संवैधानिक प्रमुख राज्यपाल (गवर्नर) और मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने महान स्वतंत्रता सेनानी और जननायक भगवान बिरसा मुंडा को उनकी 150वीं जयंती पर भावभीनी पुष्पांजलि अर्पित की।

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इस अवसर पर राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने राज्य के वीर नायकों को नमन किया और झारखंड के निर्माण में उनके बलिदान को याद किया।

राज्यपाल और मुख्यमंत्री का एक साथ पुष्पांजलि अर्पित करना राज्य के निर्माणकर्ताओं के प्रति एकजुटता और सम्मान व्यक्त करने का प्रतीक है। आज का दिन झारखंड के लिए गौरव, आत्मसम्मान और संकल्प का दिवस है।

महिला नेतृत्व का उत्सव: रजत जयंती पर JSLPS द्वारा 21,000 ग्राम संगठनों में विशेष कार्यक्रम; सखी मंडलों ने लिया 5 वर्षों की विकास प्राथमिकताओं का

रांची: झारखंड स्थापना दिवस की रजत जयंती के अवसर पर, झारखंड स्टेट लाइवलीहुड प्रमोशन सोसाइटी (JSLPS), ग्रामीण विकास विभाग द्वारा एक व्यापक पहल की गई। राज्यभर के 21,000 से अधिक ग्राम संगठनों (VOs) में एक साथ विशेष कार्यक्रमों का आयोजन किया गया, जिसमें सखी मंडल की ग्रामीण महिलाओं और स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।

प्रगति, बदलाव और महिला नेतृत्व पर संवाद

इन आयोजनों का मुख्य केंद्र पिछले 25 वर्षों में झारखंड की प्रगति, सामाजिक-आर्थिक बदलावों और महिला नेतृत्व की बढ़ती भूमिका पर विस्तृत चर्चा करना था।

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सखी मंडलों की महिलाओं ने सामुदायिक चर्चा के माध्यम से अगले पाँच वर्षों की विकास प्राथमिकताएँ तय कीं। महिलाओं ने निम्नलिखित विषयों पर संकल्प दोहराया:

वित्तीय अनुशासन: कम्युनिटी निवेश फण्ड (CIF) व बैंक ऋण की 100% वापसी सुनिश्चित करना।

आजीविका विस्तार: आजीविका गतिविधियों को बढ़ाना।

संवेदनशील परिवार: महिला प्रधान, एकल और अति-गरीब परिवारों को संवेदनशीलता कमी निधि (VRF) और आजीविका योजनाओं से जोड़ना।

सामाजिक संकल्प: लैंगिक-आधारित हिंसा, स्वास्थ्य, पोषण और समुदाय सुदृढ़ीकरण से जुड़े शपथ-पत्रों का पालन करना।

उत्कृष्ट समूहों का सम्मान

रजत जयंती वर्ष में आयोजित इस राज्यव्यापी कार्यक्रम के अंत में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले सर्वश्रेष्ठ स्वयं सहायता समूहों (SHGs) और विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान देने वाले कैडरों को सम्मानित किया गया।

JSLPS द्वारा आयोजित यह व्यापक पहल न केवल झारखंड की 25 वर्षों की विकास यात्रा का उत्सव है, बल्कि आने वाले वर्षों में एक मजबूत, समावेशी और समुदाय-केन्द्रित विकास मॉडल की दिशा में एक ठोस कदम भी है।

IITF 2025: भारत मंडपम में 'झारखंड पवेलियन' का भव्य शुभारंभ; राज्य को मिला 'फोकस स्टेट' का दर्जा, मंत्री सुदिव्य कुमार ने किया उद्घाटन

नई दिल्ली: देश की सबसे बड़ी प्रदर्शनी सह बिक्री, 44वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेला (IITF) का शुभारंभ शुक्रवार, 14 नवंबर 2025 को भारत मंडपम, नई दिल्ली में हुआ। इस ऐतिहासिक मेले में झारखंड को 'फोकस स्टेट' का दर्जा प्राप्त हुआ है।

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झारखंड पवेलियन का विधिवत उद्घाटन झारखंड सरकार के नगर विकास एवं आवास, पर्यटन, कला संस्कृति एवं युवा कार्य मंत्री श्री सुदिव्य कुमार ने किया।

'एक भारत श्रेष्ठ भारत' थीम पर झारखंड की विशिष्टता

मंत्री श्री सुदिव्य कुमार ने उद्घाटन के बाद कहा कि झारखंड प्रदेश देश के अग्रणी प्रदेशों में से एक है। उन्होंने बताया कि इस वर्ष IITF की थीम "एक भारत श्रेष्ठ भारत" है, और झारखंड इसमें अपनी विशिष्टता प्रदर्शित कर रहा है।

"भारत मंडपम का यह पटल राज्य की अलग-अलग उपलब्धियों और वस्तुओं को प्रदर्शित करने का उपयुक्त पटल है। हमें आशा है यहां आने वाले आगंतुक हमारे द्वारा प्रदर्शित की गई चीजों को पसंद करेंगे।"

माननीय मंत्री ने इस अवसर पर दीप प्रज्वलित किया और पवेलियन में स्थापित भगवान बिरसा मुंडा और सिद्धो-कान्हू की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किए।

स्थापना दिवस और फोकस स्टेट

झारखंड इस वर्ष अपने स्थापना दिवस के 25 साल पूरे होने का जश्न मना रहा है। इसी कारण, मेले में झारखंड प्रदेश को फोकस स्टेट के रूप में प्रमुखता दी गई है। पवेलियन में प्रदेश के प्रमुख सरकारी संस्थानों के साथ-साथ शिल्पकारों के वस्तुओं की प्रदर्शनी सह बिक्री के स्टॉल लगाए गए हैं।

इस अवसर पर उद्योग सचिव श्री अरवा राजकमल, प्रबंध निदेशक जूडिको श्री वरुण रंजन, उद्योग निदेशक श्री विशाल सागर, संयुक्त निदेशक उद्योग श्री प्रणव कुमार पॉल सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित रहे।

संघर्ष से सफलता तक का सफर… जानें कैसे मोदी सरकार ने बदली आदिवासी भारत की तस्वीर

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एक दशक पहले तक आदिवासी शब्द संग पिछड़ेपन, दूरदराज गांवों में बुनियादी सुविधाओं की कमी, पानी के लिए मीलों चलती महिलाएं और रोजगार की तलाश में पलायन करते युवा… ये ही तस्वीरें जुड़ी रहती थीं. मगर, प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में ये तस्वीर बदल चुकी है. अब ये कहानी संघर्ष से आगे निकलकर सफलता और सम्मान की बन चुकी है. जो क्षेत्र कभी देश की भूली-बिसरी सीमा माना जाता था, वो अब विकास और गौरव का नया केंद्र बना है. पहली बार आदिवासी सशक्तिकरण नारा नहीं, बल्कि एक व्यापक आंदोलन बनकर उभरा है.

2014 में सत्ता में जब मोदी सरकार आई तो आदिवासी विकास का एक ढांचा मिला था. एक मंत्रालय और 4 हजार 498 करोड़ रुपये का बजट था. अब 42 मंत्रालय विकास कार्यों में सीधे जुड़े हैं. DAPST के तहत आदिवासी समुदायों पर केंद्रित खर्च 2014 के 24 हजार करोड़ से बढ़कर 202425 में .25 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया है, यानी पांच गुना उछाल.

आदिवासी मामलों के मंत्रालय का बजट भी तीन गुना होकर 13 हजार करोड़ हो चुका है. DAPST के तहत अब 200 से अधिक योजनाएं चल रही हैं. 25 लाख वनाधिकार पट्टों से लेकर PMAY 2.0 के तहत 1.11 लाख मकानों तक आदिवासी विकास अब हाशिए का नहीं, बल्कि राष्ट्रीय प्राथमिकता का विषय बन चुका है.

विकास को गांव-गांव तक ले जाने की पहल

PM जनजातीय उन्नत ग्राम अभियान (JUGA) आदिवासी विकास की नई पहचान बना है. 79 हजार 156 करोड़ की लागत और 17 मंत्रालयों की साझेदारी से यह अभियान 63 हजार 843 आदिवासी-बहुल गांवों और 112 आकांक्षी जिलों में 2029 तक बुनियादी सुविधाएं पहुंचाने का लक्ष्य है.

सिर्फ एक साल में बड़े बदलाव दिखने लगे हैं, जिसमें 4 लाख से अधिक पक्के घर तैयार हैं. 700 के करीब छात्रावास निर्माणाधीन हैं. 70 मोबाइल मेडिकल यूनिट सक्रिय हैं. 26 हजार 500 गांवों तक पेयजल आपूर्ति है. 8 हजार 600 से अधिक घरों में बिजली है. 2 हजार 200 गांवों में मोबाइल नेटवर्क है. 280 से अधिक आंगनवाड़ी केंद्र चालू हैं.

साथ ही पीएम जनमन, जो 75 विशेष रूप से कमजोर जनजातीय समूहों (PVTGs) पर केंद्रित है, 19 राज्यों व केंद्रशासित प्रदेशों में समग्र विकास को गति दे रहा है. 90 हजार से अधिक पक्के घर, 92 हजार से ज्यादा घरों में बिजली, 700 मोबाइल मेडिकल यूनिट स्वीकृत, 6 हजार 700 गांवों तक पाइप जलापूर्ति, 1 हजार आंगनवाड़ी केंद्र सक्रिय हैं.

इन दोनों अभियानों ने यह सुनिश्चित किया है कि न कोई गांव दूर रह जाए और न कोई समुदाय पीछे, विकसित भारत की नींव अब जमीन पर दिखने लगी है. SEED स्कीम से डीएनटी समुदायों को नया आधार मिला है. 2019 में शुरू हुई सीड स्कीम ने विमुक्त, घुमंतू और अर्ध-घुमंतू जनजातियों के लिए पहली बार व्यवस्थित सहायता दी. अब तक ₹53 करोड़ की मदद जारी की जा चुकी है, जिससे 53 हजार से अधिक लोग लाभान्वित हुए. 46 हजार को आजीविका सहायता, 551 को मुफ्त कोचिंग और 7 हजार लोगों को स्वास्थ्य बीमा का लाभ मिला.

झारखण्ड की जनता को जोहार": CM हेमन्त सोरेन ने रजत पर्व पर दी बधाई, 'आत्मनिर्भर और खुशहाल झारखण्ड' के निर्माण का लिया संकल्प

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रांची झारखंड के मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने आज, राज्य स्थापना दिवस के रजत पर्व (25वीं वर्षगांठ) और धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के ऐतिहासिक अवसर पर राज्य की जनता को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दीं।

मुख्यमंत्री ने अपने संदेश में कहा:

"जोहार! रजत पर्व के इस ऐतिहासिक अवसर पर झारखण्ड की जनता को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएँ। धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती पर हम सभी वीर नायकों और राज्य निर्माण के योगदानकर्ताओं को नमन करते हैं।"

श्री सोरेन ने इस अवसर को संघर्ष, आत्मसम्मान और स्वाभिमान की गौरवशाली यात्रा का उत्सव बताया।

उन्होंने सभी राज्यवासियों से आह्वान करते हुए एक समृद्ध, आत्मनिर्भर और खुशहाल झारखण्ड के निर्माण का संकल्प लेने के लिए कहा।