लोकतंत्र सेनानी पंडित राधेश्याम मिश्र हुए पंचतत्व में विलीन
बलरामपुर। आरएसएस के प्रचारक, विश्व हिंदू परिषद के अयोध्या प्रांत पूर्व प्रांत मंत्री(2000), सामाजिक समरसता अभियान के क्षेत्रीय संगठन मंत्री (उत्तर प्रदेश- उत्तरांचल), क्षेत्रीय गौ रक्षा प्रमुख, वर्तमान में विश्व हिंदू परिषद द्वारा संचालित वेद विद्यालय प्रभारी कार्य सेवक पुरम, सह मंत्री कार्य सेवक पुरम कमेटी अयोध्या राधे श्याम मिश्र का लंबी बीमारी के चिकित्सा उपचार के दौरान ट्रामा सेंटर मेडिकल कॉलेज लखनऊ में 8- 9 की रात्रि में करीब १० बजे आकास्मिक निधन हो गया।
मिश्र का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ उनके पैतृक गांव लोहे पनिया महाराजगंज तराई में बीते गुरुवार को उनके बड़े पुत्र डॉ विनय कुमार मिश्रा द्वारा मुखाग्नि देकर किया गया।
बलरामपुर में विश्व हिंदू परिषद को लाने वाले प्रथम व्यक्ति स्व० राधेश्याम मिश्रा थे। अयोध्या श्री राम जन्मभूमि मुक्ति आंदोलन में उन्होंने अपनी माहिती भूमिका निभाई थी। स्वर्गीय राधेश्याम मिश्र का जन्म 5 अगस्त 1945 में ग्राम लोहे पनिया महाराजगंज तराई में हुआ था।
जून 1975 में इमरजेंसी में लोकतंत्र की रक्षा के लिए संघर्ष करते हुए 3 माह तक बचते हुए सितंबर 1975 को गिरफ्तार हुए औरजेल गए। जेल में पहुंचते ही राष्ट्रपति के आदेश पर उनके ऊपर मीशा लगा दिया गया और कठोर कारावास में रखा गया। सारे आंदोलनकारी कुछ दिन पश्चात छोड़ दिए गए लेकिन श्री मिश्र के रिहाई 21 मार्च 1977 को मुरारजी देसाई के सरकार में किया गया।
स्वर्गीय राधेश्याम मिश्र ने गोंडा बलरामपुर बहराइच के साथ-साथ अन्य जिलों में भी संघ एवं विश्व हिन्दू परिषद का बिगुल बजाया। आज भी श्री मिश्र के हजारों अनुयाई सामाजिक क्षेत्र में आर एस एस अलग-अलग अनुसांगिक संगठनों में काम कर रहे हैं।स्वर्गीय राधे श्याम मिश्र के निधन से बलरामपुर जनपद को अपूर्णनीय छति हुई है। उनके जैसा समाज से भी धर्मनिष्ठ एवं प्रतिज्ञावादी व्यक्ति का अभाव हमेशा रहेगा।
इस अवसर पर एमएलके कॉलेज के पूर्व प्राचार्य डॉक्टर ओपी मिश्रा, विद्याभूषण मिश्रा, कमलेश त्रिपाठी, यदुनंदन मिश्रा, योगी शुक्ला, हरिवंश सिंह, तुलसी दुबे, अंबरीश शुक्ला, राम जन्मभूमि के विजयी पक्षकार राजेंद्र सिंह, अजय जायसवाल, उमेश मणि दीक्षित, रामकृपाल शुक्ल, कौशल शुक्ल, प्रेम कुमार मिश्र, विश्व गौरव पाण्डेय, कैलाश नाथ शुक्ल सहित सैकड़ो लोग अंतिम संस्कार में शामिल होकर श्रद्धांजलि दी।









Nov 10 2025, 11:55
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