हॉकी खेल के सौ वर्ष पर बलरामपुर में भव्य हॉकी प्रतियोगिता का आयोजन
बलरामपुर 8 नवंबर हॉकी खेल के सौ वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में जिला स्पोर्ट्स स्टेडियम बलरामपुर में एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर रोमांचक हॉकी मुकाबला दो टीमों के बीच खेला गया, जिसने दर्शकों का दिल जीत लिया। पूरे स्टेडियम में खिलाड़ियों का उत्साह और दर्शकों का जोश देखने लायक था।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डीपी सिंह बैस ने खिलाड़ियों से परिचय प्राप्त किया और उन्हें संबोधित करते हुए कहा कि “हॉकी भारत का राष्ट्रीय खेल है और हमें इसे प्रोत्साहित करने के लिए हर संभव प्रयास करना चाहिए।” उन्होंने आगे कहा कि हॉकी के विकास के लिए सरकार और समाज दोनों को मिलकर कार्य करना होगा, ताकि युवा पीढ़ी इस खेल से जुड़ सके और देश का नाम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रोशन कर सके।
मुख्य अतिथि ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खेल के प्रति योगदान का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री की खेलों में गहरी रुचि के कारण देश में खेलों को नई दिशा और प्रगति मिली है। भारत सरकार ने देश के सबसे बड़े खेल सम्मान ‘खेल रत्न’ का नाम हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद के नाम पर रखकर हॉकी खेल और उसके गौरवशाली इतिहास को सम्मानित किया है।
इस अवसर पर जिला क्रीड़ा अधिकारी दिनेश कुमार, ताइक्वांडो प्रशिक्षक नागेंद्र गिरी, अवैतनिक फुटबॉल सचिव मोहम्मद हसन कुरैशी, प्रवेज कुमार रावत, जूडो प्रशिक्षक विजय शंकर, वरिष्ठ खिलाड़ी तौहीद अहमद, सौरभ सिंह सहित तमाम खेल प्रेमी और खिलाड़ी उपस्थित रहे। सभी ने हॉकी खेल को बढ़ावा देने और युवा खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने का संकल्प लिया।
कार्यक्रम का समापन खिलाड़ियों को सम्मानित करने और विजेता टीम को ट्रॉफी प्रदान करने के साथ हुआ। पूरे आयोजन ने यह संदेश दिया कि हॉकी केवल एक खेल नहीं, बल्कि भारत की गौरवशाली खेल संस्कृति का प्रतीक है।










9 hours ago
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