बाबा कैलेश्वर धाम में गद्दी विवाद गहराया, दोनों पक्ष आमने-सामने — प्रशासन पहुंचा मौके पर अतरौलिया







आजमगढ़ अतरौलिया क्षेत्र के चिश्तीपुर स्थित प्रसिद्ध बाबा कैलेश्वर धाम में महंत की गद्दी को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। मंदिर के वर्तमान महंत और उनके शिष्य के बीच चल रहे इस विवाद ने अब गंभीर रूप ले लिया है।गद्दी पर बैठे महंत का आरोप है कि उनके शिष्य रहे राममिलन दास ने ही उन पर पहले जानलेवा हमला किया था, जिसकी रिपोर्ट दर्ज हुई थी और वे जेल भी गए थे। महंत का कहना है कि राममिलन दास ने अब एक बाहरी व्यक्ति सुजीत दास को धर्मशाला में रख लिया है, जो अपने परिवार के साथ वहां रह रहे हैं। महंत ने इसे परंपरा और मंदिर की मर्यादा के खिलाफ बताते हुए आपत्ति जताई। शिकायत के बाद मौके पर एसडीएम, तहसीलदार और सीओ अतरौलिया पहुंचे और सुजीत दास को धर्मशाला खाली करने का निर्देश दिया।वहीं दूसरी ओर, राममिलन दास ने इन आरोपों को निराधार बताया। उन्होंने कहा कि उन्होंने स्थानीय लोगों से कुछ जमीन बैनामा ली है, जिस पर विवाद चल रहा है। उनके अनुसार सुजीत दास कथा वाचक हैं, जो कभी-कभी मंदिर में पूजा-पाठ करने और कथा कहने के बाद धर्मशाला में विश्राम करते हैं। उनके अनुसार, “सुजीत दास धर्मशाला की साफ-सफाई करते हैं और धार्मिक कार्यों में सहयोग देते हैं। उनके खिलाफ लगाया गया आरोप पूरी तरह झूठा है।” राममिलन दास ने यह भी कहा कि वर्ष 2018 में बाबा पर हुए हमले के मामले में उन्हें झूठा फंसाया गया था, जबकि वे झगड़ा छुड़ाने का प्रयास कर रहे थे। उन्होंने आरोप लगाया कि “अब कुछ बाहरी लोग मिलकर मंदिर की धर्मशाला को खाली कराना चाहते हैं और वास्तविक सेवकों को भगाया जा रहा है।”इधर, कथा वाचक सुजीत दास ने कहा कि वे सनातन धर्म के प्रचार-प्रसार में लगे रहते हैं और दूर-दूर तक कथा कहते हैं। “मेरे ऊपर मिथ्या आरोप लगाकर मुझे धर्मशाला से निकालने का प्रयास किया जा रहा है, जबकि मेरा किसी विवाद से कोई लेना-देना नहीं है,” उन्होंने कहा।दोनों पक्षों के आरोप-प्रत्यारोप से बाबा कैलेश्वर धाम का माहौल तनावपूर्ण बना हुआ है। मामले की जानकारी मिलने के बाद प्रशासन ने जांच शुरू कर दी है। वहीं स्थानीय लोग चाहते हैं कि मंदिर की परंपरा और धार्मिक माहौल को बनाए रखने के लिए निष्पक्ष जांच कर उचित कार्यवाही की जाए। भक्ति और परंपरा के केंद्र बाबा कैलेश्वर धाम में बढ़ते विवाद से श्रद्धालुओं में निराशा का माहौल है। सभी की नजरें अब प्रशासनिक कार्रवाई पर टिकी हैं।
हिसामुद्दीनपुर मिश्रौलिया में देव दीपावली पर ब्राह्मण समाज की एकजुटता का आह्वान — रमेश दूबे बोले, “संगठित होंगे तभी मिलेगा सम्मान और हक”







आजमगढ़। बुढ़नपुर तहसील क्षेत्र के हिसामुद्दीनपुर मिश्रौलिया गांव स्थित पंडित जीवनाथ मिश्र ब्रह्म स्थान पर देव दीपावली के पावन अवसर पर एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस मौके पर राष्ट्रीय अध्यक्ष देवदूत बानर सेना एवं सुभासपा के वरिष्ठ नेता रमेश दूबे ने फीता काटकर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।अपने संबोधन में रमेश दूबे ने ब्राह्मण समाज की एकजुटता पर बल देते हुए कहा कि “ब्राह्मण समाज की भागीदारी हर क्षेत्र में महत्वपूर्ण रही है, लेकिन आज हम बिखरे हुए हैं, जिसके कारण हमारी आवाज कमजोर हो गई है। यदि हम सब एक मंच पर आ जाएं, तो समाज में अपनी बात दमदारी से रख सकते हैं।” उन्होंने कहा कि आज जिन जातियों को पहले कमतर समझा जाता था, वे एकजुट होकर समाज में मजबूत स्थान बना चुकी हैं। ऐसे में ब्राह्मण समाज को भी एकजुट होकर अपनी भूमिका तय करनी होगी।रमेश दूबे ने कहा कि “अब समय आ गया है कि ब्राह्मण समाज का एक नेता सामने आए जो समाज के हक और अधिकार की लड़ाई मजबूती से लड़े। जब तक हम संगठित नहीं होंगे, तब तक हमारा विकास और कल्याण संभव नहीं है।” कार्यक्रम में वक्ताओं ने देव दीपावली के पावन पर्व पर ब्राह्मण एकता और समाजिक चेतना को लेकर जागरूकता फैलाने की अपील की।इस अवसर पर आनंद तिवारी, सर्वेश पाण्डेय, विन्देश्वरी मिश्र, दिनेश मिश्र, गुडडू राजभर, विवेक मिश्र, कोदई मिश्र, उदयभान मिश्र, रविन्द्र मिश्र, श्रवण मिश्र, ज्वाला प्रसाद मिश्र, अशोक कुमार मिश्र सहित बड़ी संख्या में ब्राह्मण समाज के लोग उपस्थित रहे।कार्यक्रम के अंत में ब्राह्मण एकता के नारे लगाते हुए समाज के लोगों ने आपसी भाईचारा और संगठन को मजबूत बनाने का संकल्प लिया।
हिसामुद्दीनपुर मिश्रौलिया में पंडित जीवनाथ मिश्र ब्रह्म बाबा स्थल पर शुरू हुआ अखंड रामायण पाठ, बुधवार को होगा विशाल भंडारा
आजमगढ़। बुढ़नपुर तहसील क्षेत्र के हिसामुद्दीनपुर मिश्रौलिया गांव स्थित पंडित जीवनाथ मिश्र ब्रह्म बाबा के स्थान पर शाकद्विपीय ब्राह्मण समाज एवं उनके वंशजों द्वारा अखण्ड रामायण एवं श्रीराम चरित मानस का पाठ प्रारंभ हुआ। यह पाठ श्रद्धा और भक्ति के वातावरण में विधि-विधान के साथ आरंभ किया गया। गांव के धार्मिक स्थल पर सुबह से ही भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी। भजन-कीर्तन और मंत्रोच्चारण से पूरा वातावरण राममय हो उठा। महिलाएं एवं पुरुष श्रद्धालु एकाग्र भाव से राम कथा का श्रवण कर रहे हैं। आयोजन में क्षेत्रीय लोगों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और इस अवसर पर धार्मिक उत्साह देखने को मिला। आयोजकों ने बताया कि बुधवार को अखण्ड रामायण पाठ के समापन उपरांत विशाल भंडारे का आयोजन किया जाएगा, जिसमें सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालुओं के शामिल होने की संभावना है। भंडारे की तैयारी जोर-शोर से की जा रही है।स्थानीय लोगों का कहना है कि इस प्रकार के धार्मिक आयोजन गांव में सामाजिक एकता, सद्भाव और आस्था को और मजबूत करते हैं।
केलेश्वर मंदिर पर कब्जे का स्थानीय लोगों ने लगाया आरोप, जांच करने पहुंचे एस डी एम, तहसीलदार सीओ







आजमगढ़ जिले के अतरौलिया के चिश्तीपुर स्थित कैलेश्वर धाम के महंत दिलीप दास ने व स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया है कि मंदिर पर अवैध कब्जे का प्रयास किया जा रहा है उन्होंने आरोप लगाया नगर पंचायत अध्यक्ष एवं सपा नेता सुभाष चंद्र जायसवाल के समर्थन पर राममिलन व सुजीत यादव द्वारा अपने परिवार सहित मंदिर की जमीन पर कब्जा करने की कोशिश कर रहे हैं ।वही महंत म दिलीप दास ने बताया कि राममिलन द्वारा अपने एक चेला सुजीत यादव को मठ में स्थान देकर गुंडा गर्दी की जा रही है। सुजीत यादव यहां पर आतंक मचा दिये हैं।इसके पहले 2018 में राममिलन द्वारा यहाँ के महंत पर लाठी डंडे से जानलेवा हमला किया गया।जान से मारने का प्रयास किया गया।उनके ऊपर मुकदमा दर्ज हुआ जेल भी गए। उन्होंने इस मामले की शिकायत स्थानीय थाने से लेकर प्रशासन तक की गई लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई इस बात की शिकायत करने पर आज एसडीएम बुढ़नपुर नंदिनी शाह तहसीलदार शैलेश कुमार को बुढ़नपुर सीओ अजय प्रताप सिंह मौके पर पहुंचे और उन्होंने मामले की जांच की व कहा कि अगर तीन दिन के अंदर अतिक्रमण करने वाले द्वारा मंदिर की जमीन को खाली नहीं किया जाता है तो आकर यहां से कब्जा खाली करवा दिया जाएगा उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी इस संबंध में नगर पंचायत अध्यक्ष सुभाष चंद्र जायसवाल ने बताया कि उनका आरोप गलत है मैंने मंदिर परिषद धर्मशाला मेरे द्वारा किसी को कब्जा करने का प्रोत्साहन नहीं दिया जा रहा है मौके पर आज हल्का लेखपाल ज्योत्सना प्रवीन, थानाध्यक्ष अतरौलिया अमित कुमार मिश्रा सहित है अनेक लोग उपस्थित रहे।
तीन दिन की झमाझम बारिश से बुढ़नपुर में तबाही का मंजर — धान और सब्जियों की फसलें बर्बाद, किसानों की गाढ़ी कमाई पर फिरा पानी, चेहरे पर मायूसी छाई
आजमगढ़। बुढ़नपुर क्षेत्र में लगातार तीन दिनों से हो रही बारिश ने किसानों की मेहनत पर जैसे वज्रपात कर दिया है। खेतों में पानी भर जाने से धान की फसल जहां पूरी तरह गिरकर सड़ने लगी है, वहीं सब्जियों की फसलें भी पूरी तरह चौपट हो गई हैं। मौसम की इस बेरहम मार ने किसानों की गाढ़ी कमाई पर डाका डाल दिया है।क्षेत्र के हिसामुद्दीनपुर, मिश्रौलिया, धरौली, भरौली,टोडर रानीपुर देउरपुर सहित कई गांवों में खेत तालाब बन गए हैं। जिन खेतों में धान की कटाई शुरू हुई थी, वहां अब मशीनें और मजदूर कुछ नहीं कर पा रहे हैं। धान की बाली पानी में डूब जाने से दाने काले पड़ने लगे हैं। दूसरी ओर, मिर्च, टमाटर, गोभी, बैंगन जैसी सब्जियों की फसलें सड़कर खत्म हो गई हैं। किसानों का कहना है कि सालभर की मेहनत और लागत पर पानी फिर गया।ग्राम वासी किसान उदयभान ज्वाला, चण्डी पाण्डेय ने बताया कि “इस बारिश ने सब कुछ तबाह कर दिया। अब घर चलाना मुश्किल हो गया है। सरकार को तत्काल सर्वे कराकर मुआवजा देना चाहिए।”किसानों ने जिला प्रशासन से फसलों के नुकसान का तत्काल आकलन कर राहत राशि दिलाने की मांग की है। वहीं कृषि विभाग की लापरवाही को लेकर किसानों में नाराजगी भी देखी जा रही है। उनका कहना है कि बारिश से पहले खेतों में जलनिकासी की व्यवस्था होती तो इतनी बड़ी तबाही नहीं होती।लगातार वर्षा ने जहां किसानों की कमर तोड़ दी है, वहीं ग्रामीण अर्थव्यवस्था पर भी इसका गहरा असर पड़ा है। खेतों में पानी के ठहराव से अगली फसल की बुवाई भी प्रभावित होने की आशंका जताई जा रही है। कुल मिलाकर, बुढ़नपुर क्षेत्र के किसानों के लिए यह बारिश वरदान नहीं, अभिशाप साबित हुई है — जिसने मेहनतकश किसानों की उम्मीदों को डुबो दिया है।
बिना जांच के बंट रहे पोल, अतरौलिया क्षेत्र में उठे सवाल — क्षेत्रवासी बोले, हो जांच कार्रवाई
आजमगढ़। अतरौलिया क्षेत्र में विद्युत विभाग की कार्यशैली पर सवाल खड़े हो रहे हैं। एक ओर जहां क्षेत्र के कई स्थानों पर टूटे हुए पोलों से होकर हाईटेंशन तार गुजर रहे हैं, जिससे किसी बड़े हादसे की आशंका बनी हुई है, वहीं दूसरी ओर पावर दार मंगितपुर गांव में बिना किसी स्पष्ट प्रक्रिया या निरीक्षण के एक पावर दार व्यक्ति को कई पोल उपलब्ध करा दिए गए हैं।स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि विभाग की यह मनमानी कार्यप्रणाली क्षेत्र के अन्य जरूरतमंद स्थानों की अनदेखी करते हुए चहेतों को फायदा पहुंचाने जैसी प्रतीत होती है। ग्रामीणों ने बताया कि कई गांवों में पोल टूटे पड़े हैं और बार-बार शिकायत के बावजूद विभागीय अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे। वहीं मंगितपुर में बिना पहुंच और जांच के पोल वितरण को लेकर लोगों में नाराजगी है। क्षेत्रवासियों ने आरोप लगाया कि यह कार्य पारदर्शिता के नियमों का उल्लंघन है। उन्होंने जिला प्रशासन और विद्युत विभाग के उच्चाधिकारियों से मामले की तत्काल जांच कर जिम्मेदारों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि शीघ्र जांच नहीं कराई गई तो वे आंदोलन करने को बाध्य होंगे।
छठ पूजा ड्यूटी के दौरान हेड कांस्टेबल की तबीयत बिगड़ने से मौत, पुलिस महकमे में शोक की लहर।






बुढ़नपुर छठ पूजा ड्यूटी के दौरान डायल 112 पर तैनात हेड कांस्टेबल वीरेंद्र प्रताप सिंह यादव की तबीयत अचानक बिगड़ने से मौत हो गई। बताया जा रहा है कि वीरेंद्र प्रताप सिंह यादव (उम्र लगभग 48 वर्ष) पुत्र विश्वनाथ यादव, निवासी देबुआपुर थाना धानापुर, जनपद चंदौली के रहने वाले थे और वर्तमान में थाना अतरौलिया में डायल 112 पर तैनात थे। जानकारी के अनुसार, सोमवार को छठ पर्व के अवसर पर उनकी ड्यूटी थाना क्षेत्र के कड़सरा में शाम 3 बजे से लगी थी। ड्यूटी समाप्त कर वे वापस थाने लौट रहे थे कि रास्ते में अचानक उनकी तबीयत बिगड़ गई। साथ चल रहे हमराही सिपाही ने तत्काल उन्हें शौ सैया संयुक्त चिकित्सालय अतरौलिया पहुंचाया, जहां इलाज के दौरान डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इस घटना की पुष्टि करते हुए क्षेत्राधिकारी बुढ़नपुर अजय प्रताप सिंह ने बताया कि हेड कांस्टेबल वीरेंद्र प्रताप सिंह यादव वर्ष 1997 बैच के सिपाही थे और वर्तमान में डायल 112 पर अतरौलिया थाने पर कार्यरत थे, ड्यूटी के ही दौरान उनकी अचानक तबियत बिगड़ गई। उन्होंने बताया कि उनके परिजनों को घटना की सूचना दे दी गई है। फिलहाल शव को थाने पर रखा गया है, जिसे परिजनों के आने पर सुपुर्द कर दिया जाएगा। अचानक हुई इस घटना से पूरे पुलिस विभाग में शोक की लहर दौड़ गई। सहयोगियों ने बताया कि वीरेंद्र प्रताप सिंह कर्तव्यनिष्ठ और शांत स्वभाव के पुलिसकर्मी थे। उनके असमय निधन से विभाग को गहरा आघात पहुंचा है।
अपहरण की अफवाह निकली झूठी, महिला ने दिया लिखित खंडन — पुलिस की तत्परता से सच्चाई आई साम
आजमगढ़। कप्तानगंज थाना क्षेत्र के बाबा गोपीदास स्कूल में सोमवार को उस समय हलचल मच गई जब एक महिला ने अपने बेटे के अपहरण की आशंका जताते हुए पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलते ही कप्तानगंज पुलिस सक्रिय हो गई और मौके पर पहुंचकर जांच शुरू की। मामले की जांच में पुलिस ने स्कूल और आसपास के क्षेत्रों के सीसीटीवी फुटेज खंगाले, जिसमें सच्चाई सामने आ गई। फुटेज में पता चला कि महिला के पुत्र आदर्श यादव, जो कक्षा 5 का छात्र है,स्कूल ओवर होने के बाद खेलने के लिए बुलाने आये थे।घर का नाम कुछ और था स्कूल का नाम कुछ और था।स्कूल में नही मिल पाए चले गए।।वह किसी और को बुलाने आये थे लेकिन भ्रम बस उसे बुलाने लगे मै गलत समझ बैठी। बाद में आदर्श की मां सुभावती देवी ने लिखित रूप से कहा — “मेरा पुत्र आदर्श यादव बाबा गोपीदास स्कूल में कक्षा 5 में पढ़ता है। कुछ बच्चे खेलते हुए स्कूल पूछने गए थे। मैं भ्रमवश कुछ और सोच बैठी लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ। सब कुछ ठीक है, अपहरण जैसी बातों का मैं खंडन करती हूं। पुलिस द्वारा सीसीटीवी जांच में सब स्पष्ट हो गया। कप्तानगंज पुलिस का सहयोग सराहनीय रहा।” थाना प्रभारी कप्तानगंज ने बताया कि यह पूरी तरह गलतफहमी का मामला था। उन्होंने नागरिकों से अपील की कि किसी भी सूचना को साझा करने से पहले उसकी सत्यता की पुष्टि अवश्य करें, ताकि अफवाह या अनावश्यक तनाव से बचा जा सके।
बुढ़नपुर क्षेत्र में छठ पूजा की रौनक, दुकानों पर उमड़ी भीड़ — तीन दिन तक चलता है कठिन पर्व
बुढ़नपुर (आजमगढ़)। चारों ओर छठ मईया के गीतों की गूंज और पूजन सामग्री की दुकानों पर लगी भीड़ यह संकेत दे रही है कि लोकआस्था का महापर्व छठ पूरे उत्साह के साथ मनाने की तैयारी हो चुकी है। बुढ़नपुर क्षेत्र के बाजारों, गलियों और गांवों में इन दिनों श्रद्धालुओं की अपार भीड़ उमड़ रही है। महिलाएं व बच्चे छठ पूजा के लिए आवश्यक सामग्री जैसे बांस की सुप, दऊरा, फल, नारियल, गुड़, ईख, नई मिट्टी की सूपिया और वस्त्र खरीदते नजर आ रहे हैं। बाजारों में दुकानदारों की चांदी हो गई है। खासतौर पर मिट्टी के बर्तनों, फल-सब्जियों और पूजन सामग्री की दुकानों पर सुबह से देर रात तक रौनक बनी हुई है। जगह-जगह अस्थाई दुकानें सज गई हैं और लोग श्रद्धा भाव से खरीदारी कर रहे हैं।यह पर्व तीन दिनों तक चलने वाला कठिन व्रत माना जाता है। पहले दिन नहाय-खाय, दूसरे दिन खरना और तीसरे दिन सूर्य अर्घ्य के साथ व्रतियों का यह उपवास पूर्ण होता है। व्रती महिलाएं इस दौरान निर्जला उपवास रखती हैं और पूरे विधि-विधान से अस्ताचल व उदयाचल सूर्य को अर्घ्य देकर परिवार की सुख-समृद्धि की कामना करती हैं।क्षेत्र के बुढ़नपुर कोयलसा, रानीपुर, देउरपुर कस्बे के घाटों पर साफ-सफाई व सजावट का काम भी तेज़ी से चल रहा है। ग्रामवासी, युवक मंडल व स्वयंसेवी संगठन मिलकर घाटों की व्यवस्था में लगे हैं ताकि व्रतियों को किसी प्रकार की असुविधा न हो।उधर, स्थानीय प्रशासन ने भी घाटों पर सुरक्षा व स्वच्छता को लेकर तैयारियां शुरू कर दी हैं। राजस्व विभाग, पुलिस बल और नगर पंचायत की टीमें लगातार निरीक्षण कर रही हैं।ग्रामीणों का कहना है कि छठ पूजा सिर्फ एक पर्व नहीं, बल्कि आस्था, अनुशासन और पवित्रता का प्रतीक है। महिलाएं महीनों पहले से इसकी तैयारी करती हैं और पूरे परिवार की भागीदारी इस पर्व को खास बनाती है।
आजमगढ जनपद के शिक्षक अमित कुमार मिश्र को मिला एडुलीडर्स अवार्ड 2025
आजमगढ़ जनपद में अकादमिक गतिविधियों, शैक्षिक गुणवत्ता उन्नयन, शैक्षिक नवाचार ,निपुण भारत मिशन की दक्षताओं के विकास के लिए कंपोजिट विद्यालय शंकरकोला शिक्षा क्षेत्र अहरौला के सहायक अध्यापक अमित कुमार मिश्र को प्रदेश में प्राथमिक शिक्षा को एक विशिष्ट पहचान देने वाले स्वप्रेरित,ऊर्जावान, टेक्नोसेवी शैक्षणिक संस्था एडूलीडर्स द्वारा विकसित उत्तर प्रदेश विकसित भारत 2047 विषयक शिक्षक संगोष्ठी एवं एड्युलीडर सम्मान समारोह कार्यक्रम में यूपी नेडा लखनऊ के प्रेक्षागृह में मुख्य अतिथि मुकेश द्वारा सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि के रूप में मुकेश कुमार मेश्राम प्रमुख सचिव पशुपालन दुग्ध विकास एवं मत्स्य विभाग, विशिष्ट अतिथि सर्वेंद्र विक्रम बहादुर सिंह शिक्षाविद और पूर्व शिक्षा निदेशक एस सी ई आर टी उत्तर प्रदेश, टीका राम परियोजना अधिकारी नेडा उत्तर प्रदेश, आशुतोष द्विवेदी सलाहकार अंतरराष्ट्रीय रामायण शोध संस्थान अयोध्या, संस्थापक एड्युलीडर सर्वेष्ट मिश्र द्वारा मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलन के साथ किया गया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि सर्वेंद्र विक्रम बहादुर सिंह ने कहा कि कहानी और लेखन का अभ्यास सभी को जारी रखना चाहिए। इसके अतिरिक्त अकादमिक गतिविधि संकलित पुस्तिका शिक्षा के दीप स्तंभ का विमोचन भी किया गया। आप को बताते चलें कि एडूलीडर्स संस्था प्रदेश के 75 जिलों में प्रतिदिन शिक्षक और छात्रों के लिए शैक्षणिक सामग्री तैयार करता है और शैक्षणिक गुणवत्ता के उन्नयन करते हुए प्रदेश को निपुण बनाने हेतु प्रयासरत है। अमित कुमार मिश्र ने अपनी इस सफलता का श्रेय अपने विद्यार्थियों के साथ अपने सहयोगी शिक्षकों और अभिभावकों , जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी आजमगढ़, खण्ड शिक्षा अधिकारी अहरौला, समस्त ARP को दिया जिनके आपसी सहयोग से यह सफलता अर्जित की जा सकी।