भारत में अपना पहला राजदूत नियुक्त करेगा तालिबान, मुत्तकी की यात्रा के बाद बड़ा फैसला
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भारत और अफगानिस्तान के संबंधों में तेज़ी से मज़बूती आ रही है। पिछले महीने अफगान विदेश मंत्री अमीर खान मुत्तकी भारत दौरे पर भी आए थे और भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर से मुलाकात की थी। अब तालिबान सरकार ने भारत के साथ मिलकर कुछ ऐसा करने की तैयारी की है जिससे पाकिस्तान की टेंशन बढ़ जाएगी। दरअसल, तालिबान ने भारत के साथ एक और कदम बढ़ाते हुए दिल्ली में पहली राजनयिक की नियुक्ति करने जा रहा है।
इसी महीने होगी नियुक्ति
मुत्तकी की यात्रा के दौरान भारत ने काबुल में अपने तकनीकी मिशन को दूतावास के स्तर तक बढ़ाने और तालिबान राजनयिकों को स्वीकार करने पर सहमति व्यक्त करने की घोषणा की। तालिबान सरकार ने भारत में अपने राजदूत की नियुक्ति करने के फैसला लिया है। यह नियुक्ति इसी महीने होगी।
तालिबान के काबुल पर कब्जे के बाद पहली नियुक्ति
तालिबान की तरफ से भारतीय अधिकारियों को सूचित किया गया है कि दिसंबर के अंत या जनवरी की शुरुआत में एक और राजनयिक की नियुक्ति की जाएगी। अगस्त 2021 में तालिबान के काबुल पर कब्जे के बाद पहली बार तालिबान सरकार भारत में अपने राजनयिक की आधिकारिक नियुक्ति करने जा रही है। यह कदम दोनों देशों के बीच राजनयिक रिश्तों को नई ऊंचाई देने वाला साबित हो सकता है।
भारत-अफगानिस्तान के बीच सुधर रहे संबंध
एक साल में भारत और अफगानिस्तान के बीच संबंध लगातार मजबूत हुए हैं। इसका सबसे बड़ा उदाहरण रहा तालिबान के विदेश मंत्री अमीर खान मुत्तकी का पिछले महीने भारत दौरा, जो तालिबान शासन के बाद पहली बार किसी शीर्ष अफगान नेता की भारत यात्रा थी। मुत्तकी की इस यात्रा के दौरान भारत ने बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि वह काबुल में अपने तकनीकी मिशन को ‘दूतावास स्तर’ तक अपग्रेड करेगा और तालिबान राजनयिकों की नियुक्ति स्वीकार करेगा।








8 hours ago
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