*पुलिस के तानाशाही रवैया से आहत पत्रकार पैदल ही जाएंगे मुख्यमंत्री दरबार तक*
फर्रुखाबाद की पुलिस बनी तानाशाह,पत्रकारो की कलम रोकने के लिए दर्ज कर दिए मुकदमे
अमृतपुर फर्रुखाबाद । लोकतंत्र के सजक प्रहरी कहे जाने वाले कलमकार अब प्रदेश के पुलिसिया सिस्टम के शिकार होने लगे हैं। इन पत्रकारों की कलम से सच्चाई बाहर ना आ सके इसके लिए अब इन्हें डराया धमकाया जा रहा है। अगर कोई कलमकार सही लिखने का प्रयास करता है तो उसके विरुद्ध मुकदमे दर्ज कर दिए जाते हैं। ऐसी स्थिति में योगी सरकार की मित्र पुलिस कहीं जाने वाली पुलिस से जनता क्या उम्मीद कर सकती है। क्या यह लोग न्याय हित में सरकार का साथ देंगे या फिर कानून को अपने हाथों की कठपुतली बनाकर यूं ही नचाते रहेंगे। अगर योगी सरकार पुलिस सिस्टम को वाकई में पारदर्शी और मित्र पुलिस बनाना चाहती है तो फिर थानों, कोतवाली,पुलिस चौकियो पर ईमानदार,कर्मठ व्यवहार कुशल अधिकारियों की तैनाती करना आवश्यक होगा और इन पुलिस स्थानो पर दलालों का प्रवेश बिल्कुल वर्जित करना होगा। थाना अमृतपुर में पत्रकारों के विरुद्ध कथित रूप से झूठे मुकदमे दर्ज किए जाने से आक्रोशित प्रिंट एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया एसोशिएशन के पदाधिकारी अब न्याय के लिए सड़कों पर उतरने की तैयारी में लग गए हैं।
संगठन की कार्यकारिणी ने बताया कि थाना अध्यक्ष अमृतपुर मोनू शाक्या द्वारा खबरों से कुंठित होकर पत्रकारों पर फर्जी मुकदमे लिखे जा रहे हैं। इस प्रकरण में संगठन के पदाधिकारी पहले भी 11 अक्टूबर 2025 को अपर पुलिस अधीक्षक फतेहगढ़, 22 अक्टूबर को पुलिस कप्तान फतेहगढ़ को प्रार्थना पत्र देकर न्याय की मांग कर चुके हैं। किंतु अब तक कोई ठोस कार्रवाई न होने से पत्रकारों में आक्रोश बढ़ रहा है। मीडिया संगठन का कहना है कि थाना प्रभारी अमृतपुर न केवल पत्रकारों को फर्जी मुकद्दमों में फंसा रही है बल्कि लगातार धमकियां भी दे रही है। उनका कहना है कि वह जब तक वहां तैनात हैं तब तक पत्रकारों पर और मुकदमे दर्ज किये जाएंगे।अमृतपुर पुलिस के अडियल रवैये के कारण क्षेत्रीय पत्रकारों व आम नागरिकों में भारी रोश उत्पन्न हो रहा है।
संगठन के पदाधिकारियो ने बताया कि न्याय की उम्मीद टूटने के बाद सभी पत्रकार साथी 31 अक्टूबर 2025 को सुबह 10: बजे से अमृतपुर थाना गेट से लखनऊ तक हाँथो में तख्ती बैनर लेकर पैदल मार्च करते हुए जायेंगे। यह यात्रा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलकर ज्ञापन सौंपने के बाद ही समाप्त होगी। पदाधिकारियों ने चेतावनी देते हुए कहा कि शांतिपूर्ण पैदल यात्रा के दौरान किसी भी पत्रकार साथी को किसी प्रकार की कोई हानि या असुविधा होती है तो उसकी पूर्ण जिम्मेदारी पुलिस प्रशासन की होगी।
इसके संबंध में मीडिया कर्मियों की एक बैठक आयोजित की गई जिसमें प्रताप सिंह यादव लक्ष्मी शरण राठौर रामऔतार शर्मा गोपाल सक्सेना विनय त्रिपाठी प्रशांत अवस्थी सर्वजीत यादव राहुल राठौर रामू राजपूत अनुज कुमार सिंह सचिन शुक्ला सुरजीत शुक्ला बृजकांत दीक्षित प्रबल अवस्थी राम रहीस राठौर अभिषेक तिवारी धर्मेंद्र सिंह निर्मल त्रिवेदी हर्देश कुमार आकाश सिंह चंदन सिंह आदि लोग उपस्थित रहे।







Oct 31 2025, 19:18
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