दो रुपए में एक की रोटी तो दूसरे का खरीदें किताब” — शिक्षाविद धनेश्वर प्रसाद
![]()
जहानाबाद पटना से आए लॉर्ड बुद्धा स्कूल के प्राचार्य एवं शिक्षाविद धनेश्वर प्रसाद ने जहानाबाद जिले के विभिन्न गांवों का दौरा कर शिक्षा के प्रति जागरूकता अभियान चलाया। ग्रामीणों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा —“अगर आपके पास दो रुपये हैं तो एक रुपये की रोटी और एक रुपये की किताब खरीद लो। रोटी तुम्हें जीने में मदद करेगी, और किताब तुम्हें जीना सिखाएगी।”
उन्होंने कहा कि शिक्षा ही वह साधन है जो समाज को अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाती है। जब हर घर में शिक्षा पहुँचेगी, तभी समाज और राज्य का वास्तविक विकास संभव है।
राजनीतिक संदर्भ में धनेश्वर प्रसाद ने कहा कि जो लोग समाज में राजनीतिक ऊँचाई हासिल करते हैं, उनके खिलाफ साजिशें रची जाती हैं। उन्होंने उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी का समर्थन करते हुए कहा कि उनके खिलाफ प्रशांत किशोर द्वारा दिया गया बयान कुशवाहा समाज किसी भी सूरत में स्वीकार नहीं करेगा।
उन्होंने ऐतिहासिक परिप्रेक्ष्य में कहा कि साल 1933 में कोईरी, कुर्मी और यादव समाज ने मिलकर ‘त्रिवेणी संघ’ की स्थापना की थी। इसके परिणामस्वरूप यादव समाज को 15 वर्ष, कुर्मी समाज को 20 वर्ष तक सत्ता का अवसर मिला। इसलिए सामाजिक न्याय की भावना से कुशवाहा समाज को भी कम-से-कम पांच वर्ष तक मुख्यमंत्री पद का अवसर मिलना चाहिए।
धनेश्वर प्रसाद ने कहा कि हमारे समाज के दो बड़े नेता — उपेंद्र कुशवाहा और उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी हैं। उनका मानना है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बाद आने वाले समय में सम्राट चौधरी को राज्य की बागडोर संभालने का अवसर मिलना चाहिए।
उन्होंने अपने संबोधन के अंत में कहा कि “जब शिक्षा हर घर तक पहुँचेगी, तभी बिहार सशक्त बनेगा और समाज में समानता व सम्मान का वातावरण स्थापित होगा।”



जहानाबाद में चुनाव प्रशिक्षण के लिए जा रहे एक शिक्षक की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई। यह दर्दनाक हादसा जब नालंदा जिला के हिलसा निवासी सेवानिवृत्त शिक्षक नरेश पासवान के इकलौते पुत्र दीपक कुमार की सड़क हादसे में मृत्यु हो गई। दीपक कुमार जहानाबाद के मोडनगंज प्रखंड अंतर्गत प्रोजेक्ट कन्या उच्च विद्यालय, ओकरी में शिक्षक (BPSC-TRE-3) के पद पर पदस्थापित थे।
डाउनटाउन क्लीनिक में आयोजित फ्री मेडिकल कैंप में उमड़ी भारी भीड़
जहानाबाद मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना के तहत जहानाबाद में आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम का सीधा प्रसारण किया गया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य भर की 25 लाख महिलाओं के बैंक खातों में प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (डीबीटी) के माध्यम से 10-10 हजार रुपये की राशि भेजी। कार्यक्रम में बताया गया कि इस योजना के तहत प्रत्येक परिवार की एक महिला को रोजगार शुरू करने के लिए 10 हजार रुपये की प्रथम किस्त दी जा रही है। आगे रोजगार की प्रगति और आकलन के आधार पर 2 लाख रुपये तक की अतिरिक्त सहायता भी उपलब्ध कराई जाएगी। आज जहानाबाद जिले की 26,713 महिलाओं के खाते में 10-10 हजार रुपये की राशि भेजी गई। इससे पहले 26 सितम्बर 2025 को जिले की 1,01,061 महिलाओं को इसका लाभ मिला था। इस प्रकार अब तक जिले की 1 लाख 27 हजार से अधिक महिलाएँ इस योजना से लाभान्वित हो चुकी हैं। जिला पदाधिकारी अलंकृता पांडेय, उप विकास आयुक्त डॉ. प्रीति, जीविका जिला परियोजना प्रबंधक विनय कुमार समेत अन्य पदाधिकारी कार्यक्रम में उपस्थित रहे। बड़ी संख्या में जीविका दीदियों ने भी भाग लिया और योजना के लाभार्थी बनने पर अपनी खुशी व्यक्त की। जिले के सभी प्रखंडों में कार्यक्रम का सीधा प्रसारण किया गया, जिसे ग्रामीण महिलाओं ने उत्साहपूर्वक देखा। जीविका दीदियों ने कहा कि यह योजना महिलाओं के आत्मनिर्भर बनने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगी और इससे वे अपने पसंदीदा रोजगार की शुरुआत कर आर्थिक रूप से मजबूत बनेंगी।
जहानाबाद “जिंदगी मौत की निशानी है, कुछ लोग भले ही इस दुनिया से चले जाते हैं, लेकिन अपनी कर्मभूमि पर अमिट छाप छोड़ जाते हैं।” इस पंक्ति को चरितार्थ करने वाले स्वर्गीय भवानी प्रसाद सिंह की याद में रविवार को सरता उच्च विद्यालय परिसर श्रद्धा और सम्मान से गूंज उठा। विद्यालय में उनके सम्मान में भव्य प्रतिमा स्थापना एवं श्रद्धांजलि समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में गणमान्य लोग, बुद्धिजीवी और छात्र-छात्राएं शामिल हुए। श्रद्धांजलि और स्मृतियों का संकल्प समारोह का शुभारंभ अतिथियों द्वारा प्रतिमा पर माल्यार्पण से हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता विद्यालय के प्राध्यापक डॉ. अश्लोक कुमार ने की। मौके पर मौजूद पूर्व मंत्री प्रो. रामजतन सिन्हा, पूर्व सांसद डॉ. अरुण कुमार सिंह, विधायक सुधा यादव, हम पार्टी के वरिष्ठ नेता रितेश कुमार उर्फ चुन्नू शर्मा, विधान पार्षद अनिल कुमार, शिक्षा वेद चंद्रभूषण कुमार, प्रो. कृष्ण मुरारी प्रसाद, अमित कुमार और शिक्षक दीपक कुमार समेत कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे। शिक्षा को बनाया बदलाव का हथियार वक्ताओं ने भवानी प्रसाद सिंह के व्यक्तित्व और योगदान पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उन्होंने सरता उच्च विद्यालय की स्थापना कर शिक्षा की ज्योत जलाई। उनकी सोच थी कि शिक्षा समाज में परिवर्तन लाने का सबसे बड़ा हथियार है। उनके प्रयासों से अनगिनत छात्र-छात्राओं ने देश और समाज में अपनी पहचान बनाई। समाज सुधारक के रूप में याद सभी वक्ताओं ने एक स्वर में माना कि भवानी प्रसाद सिंह सिर्फ शिक्षक ही नहीं, बल्कि सच्चे समाज सुधारक भी थे। उन्होंने जीवन भर शिक्षा और समाज उत्थान के लिए काम किया और लोगों के दिलों में ऐसी छाप छोड़ी, जो आने वाली पीढ़ियों को भी प्रेरित करती रहेगी। समारोह का समापन कार्यक्रम के अंत में विद्यालय परिवार की ओर से सभी अतिथियों का सम्मान किया गया। उपस्थित लोगों ने संकल्प लिया कि भवानी प्रसाद सिंह की स्मृतियां और उनकी शिक्षाएं सदैव जीवित रहेंगी और छात्रों को मार्गदर्शन देती रहेंगी।
Oct 24 2025, 18:58
- Whatsapp
- Facebook
- Linkedin
- Google Plus
2- Whatsapp
- Facebook
- Linkedin
- Google Plus
1.5k