दीपावली पर्व के उपरांत पांडेय ऑटो सेल्स पर स्नेहिल मिलन समारोह का हुआ आयोजन
आजमगढ़। दीपावली पर्व के उपरांत कोयलसा क्षेत्र स्थित पांडेय ऑटो सेल्स पर कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों के बीच स्नेहिल मुलाकात का आयोजन किया गया। इस मौके पर सभी ने एक-दूसरे को दीपावली की शुभकामनाएं दीं और संगठन की मजबूती एवं सामाजिक एकता पर चर्चा की।कार्यक्रम में मण्डल अध्यक्ष कोयलसा रुद्र प्रकाश शर्मा, राघवेंद्र पाण्डेय एडवोकेट, धर्म मणि पाण्डेय, मनोज सिंह, जगन्नाथ राजभर, मधुरेश सिंह एडवोकेट सहित कई कार्यकर्ता और पदाधिकारी उपस्थित रहे। इस दौरान सभी ने एकता और सहयोग की भावना के साथ आगे बढ़ने का संकल्प लिया। कार्यक्रम का संचालन आपसी सौहार्द्र और भाईचारे के माहौल में संपन्न हुआ।
केंद्रीय सशस्त्र बल में रोशन मौर्य का हुआ चयन, क्षेत्र में खुशी की लहर बुढ़नपुर
आजमगढ़ क्षेत्र के भरौली टोडर गांव के निवासी रोशन मौर्य पुत्र राकेश मौर्य ने केंद्रीय सशस्त्र बल में सब-इंस्पेक्टर (SI) पद पर चयनित होकर क्षेत्र का नाम रोशन किया है। इस उपलब्धि की खबर मिलते ही पूरे गांव में खुशी की लहर दौड़ गई। परिजनों व शुभचिंतकों ने मिठाई खिलाकर एक-दूसरे को बधाई दी।रोशन मौर्य की प्रारंभिक शिक्षा सरस्वती शिशु मंदिर से हुई, जबकि जूनियर शिक्षा कानपुर में पूरी की। उन्होंने हाई स्कूल उद्योग विद्यालय इंटर कॉलेज, इंटरमीडिएट राम रूप मेमोरियल इंटर कॉलेज, बुढ़नपुर से तथा स्नातक इलाहाबाद विश्वविद्यालय से किया।उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय अपने अधिवक्ता चाचा राजेश प्रसाद मौर्य, परिजनों और गुरुजनों को देते हुए कहा कि उनकी प्रेरणा और आशीर्वाद से यह मुकाम हासिल हुआ है। रोशन ने कहा कि आगे चलकर वे कमांडेंट के पद पर कार्य करना चाहते हैं और भविष्य में सिविल सर्विसेज की परीक्षा में भी भाग लेने की तैयारी कर रहे हैं। उन्होंने युवाओं को संदेश देते हुए कहा कि “सफलता पाने के लिए हर अवसर को गंभीरता से लेना चाहिए। छोटी-बड़ी सभी परीक्षाओं के फॉर्म भरते रहें और निरंतर तैयारी करते रहें, सफलता अवश्य मिलेगी।” इस मौके पर इंद्रेश मौर्य, अतुल मौर्य, मनीष मौर्य, शनि गौड़ सहित गांव के अन्य लोग उपस्थित रहे और सभी ने रोशन की सफलता पर गर्व व्यक्त किया।
ग्राम प्रधान और परिजनों पर सरकारी चकमार्ग कब्जे का आरोप, ग्रामीणों ने प्रशासन से लगाई गुहार







आजमगढ़। बुढ़नपुर तहसील क्षेत्र के धरौली बसेवा गांव में ग्राम प्रधान किसमत्ती देवी और उनके परिवार पर सरकारी चकमार्ग संख्या 119 पर कब्जा करने का गंभीर आरोप लगा है। ग्रामीणों का कहना है कि प्रधान परिवार ने दबंगई के बल पर सरकारी रास्ते पर मकान का निर्माण करवा लिया है, जिससे आम लोगों के आवागमन में बाधा उत्पन्न हो रही है।गांव के ही निवासी विनोद कुमार यादव ने इस मामले की शिकायत उपजिलाधिकारी एसडीएम) बुढ़नपुर से की। शिकायत के बाद एसडीएम के निर्देश पर हल्का लेखपाल ने मौके पर जांच की। जांच रिपोर्ट में स्पष्ट हुआ कि सरकारी चकमार्ग पर वास्तव में कब्जा किया गया है।लेखपाल की रिपोर्ट के आधार पर तहसील प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए तहसीलदार न्यायालय में बेदखली का मुकदमा दर्ज कराया है। फिलहाल मामला न्यायालय में विचाराधीन है, लेकिन ग्रामीणों में प्रशासन की निष्क्रियता को लेकर नाराजगी व्याप्त है। ग्रामीणों का कहना है कि जब सरकारी जमीनों पर कब्जा करने वाले खुद जनप्रतिनिधि हों, तो आम जनता को न्याय कैसे मिलेगा। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि सरकारी चकमार्ग से तत्काल कब्जा हटवाकर गांव के लोगों के आवागमन का मार्ग पुनः बहाल किया जाए।स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि शीघ्र कार्रवाई नहीं हुई तो वे सामूहिक रूप से धरना-प्रदर्शन करने को विवश होंगे। अब देखना यह है कि प्रशासन इस गंभीर प्रकरण पर क्या ठोस कदम उठाता है।
ग्राम प्रधान और परिजनों पर सरकारी चकमार्ग कब्जे का आरोप, ग्रामीणों ने प्रशासन से लगाई गुहार







आजमगढ़। बुढ़नपुर तहसील क्षेत्र के धरौली बसेवा गांव में ग्राम प्रधान किसमत्ती देवी और उनके परिवार पर सरकारी चकमार्ग संख्या 119 पर कब्जा करने का गंभीर आरोप लगा है। ग्रामीणों का कहना है कि प्रधान परिवार ने दबंगई के बल पर सरकारी रास्ते पर मकान का निर्माण करवा लिया है, जिससे आम लोगों के आवागमन में बाधा उत्पन्न हो रही है।गांव के ही निवासी विनोद कुमार यादव ने इस मामले की शिकायत उपजिलाधिकारी एसडीएम) बुढ़नपुर से की। शिकायत के बाद एसडीएम के निर्देश पर हल्का लेखपाल ने मौके पर जांच की। जांच रिपोर्ट में स्पष्ट हुआ कि सरकारी चकमार्ग पर वास्तव में कब्जा किया गया है।लेखपाल की रिपोर्ट के आधार पर तहसील प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए तहसीलदार न्यायालय में बेदखली का मुकदमा दर्ज कराया है। फिलहाल मामला न्यायालय में विचाराधीन है, लेकिन ग्रामीणों में प्रशासन की निष्क्रियता को लेकर नाराजगी व्याप्त है। ग्रामीणों का कहना है कि जब सरकारी जमीनों पर कब्जा करने वाले खुद जनप्रतिनिधि हों, तो आम जनता को न्याय कैसे मिलेगा। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि सरकारी चकमार्ग से तत्काल कब्जा हटवाकर गांव के लोगों के आवागमन का मार्ग पुनः बहाल किया जाए।स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि शीघ्र कार्रवाई नहीं हुई तो वे सामूहिक रूप से धरना-प्रदर्शन करने को विवश होंगे। अब देखना यह है कि प्रशासन इस गंभीर प्रकरण पर क्या ठोस कदम उठाता है।
पीजी कॉलेज कोयलसा में मिशन शक्ति के तहत किया गया जागरूक








गांधी शताब्दी स्मारक स्नातकोत्तर महाविद्यालय, कोयलसा, आजमगढ़ में 'मिशन शक्ति' तथा 'स्वास्थ्य पखवाड़ा' के अंतर्गत विभिन्न कार्यक्रमों यथा निबंध लेखन,चित्रकला,गीत एवं व्याख्यान आदि का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की विधिवत् शुरुआत मां सरस्वती की प्रतिमा पर पुष्प अर्पण तथा दीप प्रज्वलन करके की गई। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि डॉ ऋचा सिंह (पोषण विशेषज्ञ) ने खान पान संबंधी भ्रांतियों को बताते हुए छात्राओं की अनेकशः समस्याओं पर ध्यान केंद्रित करते हुए उचित खान पान की सलाह दी। डॉ अर्चना सिंह (दंत विशेषज्ञ) ने दांतों की समस्याओं तथा उनके निवारण के उपाय बताए। वहीं पर मिशन शक्ति के अंतर्गत छात्राओं हेतु निबंध लेखन कौशल,चित्रकला,स्लोगन, गीत इत्यादि प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्राचार्य डॉ स्वस्तिक सिंह ने की। उक्त कार्यक्रम का संयोजन संदीप कुमार ने तथा संचालन चंदन कुमार किया। कार्यक्रम के अंत में आभार ज्ञापन डॉ दुष्यंत कुमार त्रिपाठी ने किया। कार्यक्रम में डॉ दिनेश कुमार सिंह, डॉ जयराम यादव, डॉ पुरंजय सिंह चंदेल,डॉo धीरेंद्र गुप्त, श्री राजेश विश्वकर्मा, श्री पंकज मौर्य,डॉo युवराज सिंह, डॉo अनुराग मिश्र,डॉo मनमोहन लाल विश्वकर्मा,डॉo संजय पटेल, डॉo शिवाकांत पांडेय,डॉo तृप्ति सिंह, डॉo अनीता सोनी, डॉo शकुंतला मिश्रा, डॉ सुलक्षणा पांडेय, डॉo उपेंद्र कुमार विश्वकर्मा, श्री प्रमोद वर्मा, श्री अरुण यादव, श्री प्रमोद यादव, डॉo विनीत कुमार तिवारी, श्री विपिन चतुर्वेदी, श्री पीयूष यादव, श्री अंकित यादव,डॉ रमेश पांडेय, डॉ धीरेंद्र मिश्र ,डॉ वीरेंद्र यादव सदृश प्राध्यापक उपस्थित रहे। महाविद्यालय के शिक्षणेत्तर कर्मचारियों का सहयोग सराहनीय रहा।
विवादित भूमि की जांच करने पहुंचे न्यायिक मजिस्ट्रेट, कहा— न्यायालय के फैसले तक नहीं होगा कोई निर्माण कार्य
आजमगढ़। अहरौला थाना क्षेत्र के आलमपुर गांव स्थित विवादित भूमि को लेकर गुरुवार को न्यायिक मजिस्ट्रेट संतरंजन ने मौके पर पहुंचकर जांच की। जांच के दौरान उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिया कि जब तक न्यायालय से मामले पर फैसला नहीं आ जाता, तब तक विवादित भूमि पर कोई नया निर्माण कार्य नहीं किया जाएगा।इस दौरान न्यायिक मजिस्ट्रेट ने दोनों पक्षों की बात सुनी और जमीन की स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि भूमि संबंधी मामला वर्तमान में उप जिलाधिकारी न्यायालय में विचाराधीन है, इसलिए किसी भी पक्ष को निर्माण कार्य करने की अनुमति नहीं दी जा सकती।वहीं, पीड़ित फौजदार सिंह पुत्र बनवारी सिंह ने बताया कि जमीन का बंटवारा न्यायालय में लंबित है, बावजूद इसके विपक्षी पक्ष जबरन कब्जा करने का प्रयास कर रहा है। उन्होंने कहा कि बार-बार झूठे प्रार्थना पत्र देकर विपक्षी प्रशासन को गुमराह कर रहा है और जबरदस्ती दीवार जोड़ने का प्रयास कर रहा है, जिससे वे मानसिक रूप से परेशान हैं।फौजदार सिंह ने प्रशासन से मांग की कि ऐसे लोगों पर सख्त कार्रवाई की जाए जो न्यायालय की प्रक्रिया के बीच अवैध तरीके से विवादित भूमि पर कब्जा करने का प्रयास कर रहे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि न्यायालय के आदेश का पालन सुनिश्चित कराना प्रशासन की जिम्मेदारी है ताकि किसी प्रकार का विवाद या तनाव गांव में न बढ़े।
अंधी मां ने सेवा करने वाली बहू को दी संपत्ति, नाराज बेटों ने किया हमला — पुलिस ने दोनों पक्षों का किया चालान
आजमगढ़। बूढ़नपुर तहसील क्षेत्र के कब्रिरुद्दीनपुर गांव में मानवीय रिश्तों को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है। जहां 85 वर्षीय अंधी मां ने अपनी सेवा करने वाली बहू को संपत्ति दान में दी तो इस बात से नाराज तीन बेटों ने अपने ही भाई के परिवार पर हमला कर दिया। जानकारी के अनुसार,कब्रिरुद्दीनपुर गांव की निवासी राजकुमारी (85 वर्ष) ने बताया कि उनके तीन बेटे बाहर रहते हैं और वर्षों से उनकी देखभाल नहीं करते। वृद्धा ने कहा, “मैं काफी दिनों से बीमार और दृष्टिहीन हूं। मेरी सेवा और देखभाल मेरी बहू नीतू करती है। इसी कारण मैंने अपनी मर्जी से अपनी संपत्ति उसे दान में दे दी ताकि मेरी दवा-इलाज और देखभाल हो सके।” वृद्धा के मुताबिक, जब तीन बेटों को यह बात पता चली तो वे भड़क उठे और घर आकर नीतू व उसकी बेटी के साथ मारपीट कर उन्हें घायल कर दिया। पीड़िता ने इसकी शिकायत अतरौलिया पुलिस से की, लेकिन पुलिस ने दोनों पक्षों को शांति भंग की धारा में चालान कर मामला रफा-दफा कर दिया। राजकुमारी का आरोप है कि उनके तीन बेटे आए दिन बहू और उसकी बेटी को गाली-गलौज और जान से मारने की धमकी देते हैं। वृद्धा ने प्रशासन से न्याय की गुहार लगाते हुए कहा कि उन्हें और उनकी सेवा करने वाली बहू को सुरक्षा दी जाए ताकि वे शांति से जीवन व्यतीत कर सकें। स्थानीय लोगों ने इस घटना को पारिवारिक लोभ-लालच का परिणाम बताया और कहा कि ऐसे मामलों में प्रशासन को निष्पक्ष कार्रवाई करनी चाहिए ताकि बुजुर्गों को इंसाफ और सम्मान मिल सके।
आजमगढ़ कामरेड नागेश्वर तिवारी का 83 वर्ष की आयु में निधन, पैतृक आवास पर गार्ड ऑफ ऑनर के साथ दी गई अंतिम विदाई, क्षेत्र में शोक की लहर।




 

अतरौलिया थाना क्षेत्र के महगुपुर ढाहर गांव निवासी, प्रख्यात समाजसेवी एवं कोयलसा इंटर कॉलेज के पूर्व प्रवक्ता रहे कामरेड नागेश्वर प्रसाद तिवारी का शनिवार की सुबह 83 वर्ष की आयु में उनके पैतृक आवास पर निधन हो गया। उनके निधन की सूचना मिलते ही पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई। कामरेड नागेश्वर तिवारी ने जीवन भर जनसेवा को अपना ध्येय बनाया। वे 1988 तथा 1993 में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई एम ) से अतरौलिया विधानसभा चुनाव के प्रत्याशी रहे थे। वर्ष 1975 की आपातकाल (इमरजेंसी) के दौरान उन्हें मीसा एक्ट के तहत छह माह तक जेल में रहना पड़ा था। लोकतंत्र की रक्षा में उनके योगदान के लिए सरकार द्वारा उन्हें लोकतंत्र सेनानी का दर्जा और पेंशन धारक का सम्मान प्रदान किया गया था। वे अपने विचारों की प्रखरता, वाकपटुता और सामाजिक सक्रियता के कारण क्षेत्र में विशेष पहचान रखते थे। भारतीय जनता पार्टी द्वारा भी उन्हें लोकतंत्र सेनानी के रूप में सम्मानित किया गया था।उनका अंतिम संस्कार रविवार की सुबह लगभग 10 बजे अंबेडकर नगर स्थित श्मशान घाट पर राजकीय सम्मान (गार्ड ऑफ ऑनर) के साथ किया जाएगा। पीछे दो पुत्र राकेश तिवारी एवं राजेश तिवारी, तथा दो पुत्रियाँ सुधा व रंजना हैं, जिनकी शादियाँ हो चुकी हैं। श्रद्धांजलि देने वालों में नायब तहसीलदार बुढ़नपुर बंदना, क्षेत्राधिकारी बुढ़नपुर, थाना अध्यक्ष अमित कुमार मिश्, भाजपा नेता चंद्रजीत तिवारी, युवा मोर्चा जिला अध्यक्ष पुष्कर मिश्रा, हर्षित सिंह, आनंद तिवारी, सुभाष निषाद, नीरज तिवारी, संतराम निषाद, सुनील पांडे, संतोष यादव, जयकिशन पांडे, मुन्ना श्रीवास्तव, फूलचन्द्र यादव, ब्रह्मदेव सिंह सहित अनेक संभ्रांत जन उपस्थित रहे।चंद्रजीत तिवारी ने कहा, "कामरेड नागेश्वर तिवारी ने अपने जीवन में हमेशा समाज की भलाई और लोकतंत्र की रक्षा के लिए काम किया। उनका व्यक्तित्व हम सभी के लिए प्रेरणा है।" क्षेत्राधिकारी बुढ़नपुर अजय प्रताप सिंह ने कहा, "उनकी नीति और साहस ने पूरे क्षेत्र में सम्मान पाया। समाज को अपूर्णनीय छति प्राप्त हुई है ।"पुष्कर मिश्र ने कहा, "नागेश्वर तिवारी जी की सामाजिक सक्रियता और न्यायप्रियता आज भी हम सभी के लिए उदाहरण है।" हर्षित सिंह ने कहा, "उनकी विनम्रता और संघर्ष की भावना आने वाली पीढ़ियों के लिए मार्गदर्शक रहेगी।" आनंद तिवारी ने कहा, "कामरेड तिवारी का योगदान हम नहीं भूल सकते। उनका व्यक्तित्व हमेशा हमारे दिलों में जीवित रहेगा।" सुभाष निषाद ने कहा, "समाज के लिए उनका समर्पण अद्वितीय था। हम उनकी याद में सदैव प्रेरित रहेंगे।"नीरज तिवारी ने कहा, "उनके विचार और कर्म हमारे लिए प्रेरणा स्रोत हैं। उनकी कमी हमेशा महसूस होगी।"इस अवसर पर सभी ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित कर उनके जीवन और कार्यों को याद किया।
मिशन शक्ति के तहत मदर शारदा कॉन्वेंट स्कूल में चला जागरूकता अभियान
आजमगढ़ | संवाददाता मिशन शक्ति अभियान के अंतर्गत बुधवार को मदर शारदा कॉन्वेंट स्कूल, सरैया बाजार में एक भव्य जागरूकता अभियान का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य महिला सशक्तिकरण, सुरक्षा और आत्मनिर्भरता के प्रति छात्राओं और अभिभावकों को जागरूक करना था।कार्यक्रम में थाना कप्तानगंज के प्रभारी श्री देवेंद्र नाथ दुबे तथा उपनिरीक्षक (S.I.) प्रिंस मिश्रा ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की। उन्होंने छात्राओं को उनके कानूनी अधिकारों, सुरक्षा उपायों और आत्मरक्षा से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी दी। इस अवसर पर स्कूल के प्रबंधक श्री आशुतोष चौबे सहित शिक्षिकाएं सोनाली सिंह, पूजा गुप्ता, रजनी वर्मा, ममता, सीता चौबे, सहनाज, नेहा यादव, खुशी मिश्रा, शिवांगी विश्वकर्मा, रागिनी मौर्या, मंतसा, एवं शुभम शर्मा, चंद्रतारा देवी आदि ने भी सक्रिय सहभागिता दिखाई। पुलिस विभाग की ओर से S.I. विवेक कुमार, कांस्टेबल देवकीनंदन पाल, कांस्टेबल सौरभ सिंह, महिला कांस्टेबल नीतू शुक्ला एवं सपना कुमारी ने भी छात्राओं से संवाद स्थापित किया और मिशन शक्ति के उद्देश्यों को साझा किया।विद्यालय में छात्राओं ने नुक्कड़ नाटक, पोस्टर प्रदर्शनी और भाषणों के माध्यम से समाज में महिलाओं की भूमिका और सुरक्षा को लेकर जागरूकता फैलाने का कार्य किया, जिसे उपस्थित जनसमूह ने खूब सराहा। प्रबंधक श्री आशुतोष चौबे ने कहा कि “मिशन शक्ति जैसी पहलें आज की आवश्यकता हैं, ताकि हमारी बेटियाँ आत्मनिर्भर बनें और भयमुक्त वातावरण में आगे बढ़ें।”कार्यक्रम के अंत में विद्यालय परिवार एवं पुलिस विभाग द्वारा मिलकर सभी छात्राओं को महिला हेल्पलाइन नंबर, साइबर सुरक्षा टिप्स एवं आत्मरक्षा के गुरों की जानकारी दी गई।