अमेरिकी सिंगर मैरी मिलबेन ने राहुल गांधी को लगाई फटकार, पीएम मोदी की बुराई पर हुईं नाराज

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अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत और रूस के तेल खरीद पर बड़ा बयान दिया। ट्रंप के इस बयान को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भारत सरकार पर निशाना साधा, जिसे लेकर मशहूर अमेरिकी सिंगर मैरी मिलबेन उनके ऊपर भड़क उठीं। अमेरिकी सिंगर मैरी मिलबेन ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को फटकारते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से नहीं डरते हैं।

मोदी दूरदर्शी, ट्रंप से नहीं डरते-मैरी

अमेरिकी सिंगर मिलबेन ने 'एक्स' पर राहुल गांधी पर पलटवार करते हुए कहा कि आप गलत हैं। पीएम मोदी राष्ट्रपति ट्रंप से नहीं डरते। पीएम मोदी दूरगामी सोच को समझते हैं। अमेरिका के साथ उनकी कूटनीति रणनीतिक है। जिस तरह राष्ट्रपति हमेशा अमेरिका के हितों को सर्वोपरि रखेंगे, उसी तरह प्रधानमंत्री मोदी भी वही करेंगे जो भारत के लिए सबसे अच्छा होगा। और मैं इसकी सराहना करती हूं। राष्ट्राध्यक्ष यही करते हैं। वे वही करते और कहते हैं जो उनके देश के लिए सबसे अच्छा होता है।

राहुल गांधी को जमकर सुनाई खरी-खोटी

मैरी यहीं नहीं रूकी, उन्होंने आगे कहा कि मैं आपसे इस तरह के नेतृत्व को समझने की उम्मीद नहीं करती, न हीं आपको भारत का प्रधानमंत्री बनने के योग्य मानती हूं। बेहतर होगा कि आप अपने "मुझे भारत से नफरत है" वाले दौरे पर वापस लौट जाएं, जिसके दर्शक सिर्फ आप ही हैं।

क्या बोले थे राहुल?

दरअसल, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने हाल में ही पीएम मोदी पर आरोप लगाते हुए कहा था कि वह अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से डरते हैं, इसी कारण वह बार-बार उन्हें बधाई देते हैं। अब राहुल के इस बयान पर अमेरिकी पॉप सिंगर मैरी मिलबेन ने उन्हें जमकर खरी-खोटी सुनाई है।

भारत में काफी लोकप्रिय अमेरिकी सिंगर

बता दें कि अमेरिकी पॉप सिंगर मैरी मिलबेन भारत में भी काफी लोकप्रिय हैं। वो पहली बार चर्चा में तब आईं जब उन्होंने 2020 में स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर भारतीय राष्ट्रगान गाया था। इसके साथ ही उन्होंने दिवाली के उत्सव के लिए 'ओम जय जगदीश हरे' गाकर भारतीय लोगों के दिलों में अपनी छाप छोड़ दी थी। वहीं साल 2022 में मिलबेन को स्वतंत्रता दिवस समारोह में प्रस्तुति के लिए भारत आमंत्रित किया गया था। इसके अलावा जून 2023 में मैरी मिलबेन ने अमेरिका और भारत में तब सुर्खियां बटोरीं जब उन्होंने अमेरिका के दौरे पर गए पीएम मोदी के सामने राष्ट्रगान प्रस्तुत किया था।

बीजेपी सांसद का पूर्व पीएम राजीव गांधी पर बड़ा आरोप, बोले-राहुल गांधी के पिताजी स्वीडन की कंपनी के एजेंट थे

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भारतीय जनता पार्टी के सांसद निशिकांत दुबे ने एक बार फिर कांग्रेस और राहुल गांधी पर बड़ा गंभीर आरोप लगाया है। निशिंकात दुबे ने राहुल गांधी को उनके पिता और पूर्व पीएम राजीव गांधी के नाम पर घेरा। बीजेपी सांसद ने दावा किया गया कि पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी एक स्वीडिश सैन्य कंपनी के एजेंट थे।

निशिकांत दुबे ने शुक्रवार को सोशल मीडिया पर राहुल गांधी पर उनके पिता का नाम लेकर जोरदार हमला बोला। दुबे ने सोशल मीडिया पर एक दस्तावेज शेयर किया। इसमें दावा किया गया कि पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी एक स्वीडिश सैन्य कंपनी के एजेंट थे। उन्होंने आगे कहा कि इसका मतलब है कि वह 1970 के दशक में दलाली में शामिल थे।

फाइटर जेट सौदे में राजीव गांधी की भूमिका पर उठाया था सवाल

यह पहला मौका नहीं है, जब निशिकांत ने राजीव गांधी को लेकर कोई बयान दिया है। इससे पहले जुलाई में भी दुबे ने विकीलीक्स की एक पुरानी रिपोर्ट के हवाले से राजीव और इंदिरा गांधी पर आरोप लगाए थे। उन्होंने दावा किया था कि 1970 के दशक में एक फाइटर जेट सौदे में राजीव गांधी ने ‘बिचौलिये’ की भूमिका निभाई थी।

इंदिरा गांधी पर रक्षा सौदों में ज़्यादा हस्तक्षेप का आरोप

भाजपा नेता ने यह भी आरोप लगाया कि तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने डिफेंस डील में 'हद से ज़्यादा दखलंदाज़ी' की थी। उन्होंने अपने सोशल मीडिया पोस्ट पर लिखा कि 2013 में विकीलीक्स ने चौंकाने वाले खुलासे किए थे। दुबे ने अपने पोस्ट में लिखा, "21 अक्टूबर 1975 को एक स्वीडिश डिप्लोमैट ने अमेरिकी सरकार को बताया कि साब-स्कैनिया कंपनी भारत को विगेन फाइटर जेट बेचना चाहती थी, और उस वक्त की प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के पायलट बेटे राजीव गांधी बिचौलिये की तरह काम कर रहे थे।" उन्होंने यह भी कहा कि इंदिरा गांधी रक्षा सौदों में ज़्यादा हस्तक्षेप करती थीं।

सीजेई पर जूता फेंकने वाले वकील पर होगी कार्रवाई, चलेगा अवमानना का केस, अटॉर्नी जनरल ने दी मंजूरी

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सीजेआई बीआर गवई पर जूता फेंकने की कोशिश करने वाले एडवोकेट की मुश्किल बढ़ सकती है। देश के अटॉर्नी जनरल आर वेंकटरमणि ने आरोपी एडवोकेट राकेश किशोर के खिलाफ आपराधिक अवमानना कार्यवाही शुरू करने की सहमति दे दी। एडवोकेट राकेश किशोर ने पिछले हफ्ते कोर्ट रूम में सीजेआई बीआर गवई पर जूता फेंकने की कोशिश की थी।

दिवाली की छुट्टियों के बाद सुनवाई

सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता और सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन (एससीबीए) के प्रमुख एवं वरिष्ठ अधिवक्ता विकास सिंह ने कोर्ट से अनुरोध किया कि मुख्य न्यायाधीश पर जूता फेंकने वाले वकील राकेश किशोर के खिलाफ अवमानना मामले की सुनवाई की जाए। सुप्रीम कोर्ट ने दीवाली की छुट्टियों के बाद मामला सुनवाई के लिए लगाने का निर्देश दिया है।

वकील राकेश किशोर के खिलाफ चलेगा अवमानना का केस

गुरुवार को मामला न्यायमूर्ति सूर्यकांत और न्यायमूर्ति जॉयमाल्या बागची की पीठ से अनुरोध किया कि मुख्य न्यायाधीश पर जूता फेंकने वाले वकील राकेश किशोर के खिलाफ अवमानना मामले की सुनवाई की जाए। वरिष्ठ वकील विकास सिंह और सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने पीठ को जानकारी दी कि अटॉर्नी जनरल ने कार्यवाही की अनुमति दे दी है। सिंह ने इस दौरान कहा कि 6 अक्टूबर को हुई घटना को लेकर सोशल मीडिया पर काफी हंगामा मचा हुआ है और इससे संस्थागत अखंडता और गरिमा को ठेस पहुंच रही है। जिस पर पीठ ने कहा कि अभिव्यक्ति का मौलिक अधिकार पूर्ण नहीं है और इसे दूसरों की अखंडता और गरिमा की कीमत पर नहीं छीना जा सकता।

क्या है मामला?

यह घटना 6 अक्टूबर को सुप्रीम कोर्ट के कोर्टरूम नंबर 1 में हुई, जब 71 वर्षीय वकील राकेश किशोर ने सुनवाई के दौरान सीजेआ गवई की ओर जूता फेंकने की कोशिश की। सुरक्षा कर्मियों ने तुरंत एक्शन में आकर इसे विफल कर दिया। जूता फेंकने के बाद किशोर ने नारे लगाए- सनातन धर्म का अपमान नहीं सहेगा हिंदुस्तान। घटना के तुरंत बाद बार काउंसिल ऑफ इंडिया (BCI) ने किशोर का लाइसेंस तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया।

रूस से तेल खरीदना जारी रखेगा भारत? डोनाल्ड ट्रंप के दावे पर विदेश मंत्रालय ने दिया जवाब

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भारत के विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के उन दावों को लेकर जवाब दिया, जिनमें कहा गया था कि भारत जल्द ही रूस से तेल की खरीद को रोक सकता है। भारत ने साफ कर दिया है कि उसकी प्राथमिकता भारत के लोग हैं और कुछ नहीं। ट्रंप के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत का तेल आयात भारत के हितों की रक्षा के आधार पर तय होता है। भारतीय उपभोक्ताओं के हितों की रक्षा करना भारत की प्राथमिकता है।

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देश के हितों को सुरक्षित रखना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रंधीर जायसवाल ने गुरुवार को ट्रंप के दावे पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि भारत एक बड़ा तेल और गैस आयातक देश है और अस्थिर वैश्विक ऊर्जा बाजार में देश के हितों को सुरक्षित रखना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। जायसवाल ने कहा कि हमारी ऊर्जा नीति के दो प्रमुख लक्ष्य हैं, जिसमें स्थिर ऊर्जा कीमतें बनाए रखा और आपूर्ति की सुरक्षा सुनिश्चित करना शामिल हैं। इसी उद्देश्य से भारत अपने ऊर्जा स्रोतों को अलग-अलग बना रहा है और बाजार की परिस्थितियों के अनुसार आयात नीतियां तय कर रहा है।

अमेरिका के साथ तेल खरीद पर बातचीत जारी

विदेश मंत्रालय के बयान में आगे कहा गया, जहां तक अमेरिका का सवाल है, हम कई वर्षों से अपनी ऊर्जा खरीद का विस्तार करने का प्रयास कर रहे हैं। पिछले दशक में इसमें लगातार प्रगति हुई है। मौजूद अमेरिकी प्रशासन ने भारत के साथ ऊर्जा सहयोग को गहरा करने में रुचि दिखाई है। इस पर चर्चाएं जारी हैं।

डोनाल्ड ट्रंप ने क्या कहा था?

इससे पहले डोनाल्ड ट्रंप ने ओवल ऑफिस में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान समाचार एजेंसी एएनआई की ओर से पूछे गए एक सवाल के जवाब में दिया। एएनआई ने एक सवाल किया कि क्या अमेरिकी राष्ट्रपति भारत को एक विश्वसनीय साझेदार मानते हैं? इस पर ट्रंप ने कहा, हां, बिल्कुल। वह (पीएम मोदी) मेरे मित्र हैं। हमारे बीच बहुत अच्छे संबंध हैं। भारत रूस से तेल खरीद रहा है, इससे मैं खुश नहीं था। हालांकि, उन्होंने अब मुझे आश्वासन दिया है कि भारत रूस से तेल नहीं खरीदेगा। यह एक बड़ा कदम है।

भारत को मिल सकती है कॉमनवेल्थ गेम्स 2030 की मेजबानी, इस शहर में होगा आयोजन

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भारतीय के लिए बड़ी खुशखबरी आई है। भारत को अब कॉमनवेल्थ 2030 की मेजबानी मिलने वाली है। जिसका आयोजन गुजरात के अहमदाबाद में किया जाएगा। भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने एक्स पर यह बड़ा ऐलान किया। एस जयशंकर ने इसे भारत के लिए गौरव का पल करार दिया।

एस जयशंकर ने अपनी पोस्ट में लिखा- भारत कॉमनवेल्थ गेम्स की मेजबानी अहमदाबाद में करेगा, जो भारत और गुजरात के लिए गौरव का क्षण है। यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विश्वस्तरीय बुनियादी ढाँचे और खेल प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करने के दृष्टिकोण का प्रमाण है। कॉमनवेल्थ गेम्स के आयोजन से भारत को ओलंपिक की मेजबानी हासिल करने में काफी मदद मिलेगी। भारत का अगला बड़ा लक्ष्य ओलंपिक गेम्स का पहली बार अपने यहां आयोजित करना है।

26 नवंबर को आखिरी फैसला

कॉमनवेल्थ स्पोर्ट के एग्जीक्यूटिव बोर्ड ने 15 अक्टूबर को ये बताया कि भारत को बिडिंग प्रोसेस में शामिल किया जाता है। भारत की तरफ से राष्ट्रमंडल खेलों के आयोजन के लिए अहमदाबाद का नाम दिया गया था।कॉमनवेल्थ स्पोर्ट्स की कार्यकारी समिति ने इस पर अपनी सहमति दे दी है और इसका औपचारिक अनुमोदन 26 नवंबर को किया जाएगा। 26 नवंबर को ही आखिरी फैसला आएगा कि कॉमनवेल्थ गेम्स 2030 कौन सा देश होस्ट करेगा।

भारत के साथ नाइजीरिया भी मेजबानी की दौड़ में

2030 कॉमनवेल्थ गेम्स की मेजबानी के लिए दुनिया भर के शहरों को 31 मार्च 2025 तक अपनी रुचि दर्ज करनी थी। इसके बाद, उन्हें अगले पांच महीनों में, यानी 31 अगस्त 2025 तक अपना विस्तृत 'बिड डॉक्युमेंट' या 'बिड डोजियर' जमा करना था। इस दस्तावेज में हर शहर को यह विस्तार से बताना था कि वह गेम्स के आयोजन के लिए क्या रणनीति अपनाएगा। साथ ही खेल सुविधाएं, खेल गांव, सुरक्षा व्यवस्था और आयोजन के बाद के प्लान जानकारी भी देनी थी। इसके बाद, कॉमनवेल्थ स्पोर्ट्स फेडरेशन (CGF) को इन सभी प्रस्तावों का मूल्यांकन कर नवंबर के अंत तक अंतिम निर्णय लेना था। समय सीमा से पहले केवल दो देशों, भारत (अहमदाबाद) और नाइजीरिया (अबुजा) ने 2030 सेंचुरी कॉमनवेल्थ गेम्स की मेजबानी के लिए अपनी बोली प्रस्तुत की।

क्या भारत अब रूस से तेल नहीं खरीदेगे, ट्रंप बोले- पीएम मोदी ने मुझे आश्वासन दिया, जानें दावों में कितनी सच्चाई?

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अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर देश का सियासी तापमान बढ़ाने वाला बयान दा है। ट्रंप ने बुधवार को दावा किया कि प्रधानमंत्री मोदी ने उन्हें आश्वासन दिया है कि भारत रूस से तेल खरीदना बंद कर देगा। उन्होंने कहा कि भारत तुरंत ऐसा नहीं कर सकता लेकिन वह जल्द ही यह कदम उठाएगा। उन्होंने बुधवार को व्हाइट हाउस में एक कार्यक्रम के दौरान पत्रकारों को ये जानकारी दी।

ट्रंप ने कहा, मैं इस बात से खुश नहीं था कि भारत तेल खरीद रहा है और उन्होंने आज मुझे आश्वासन दिया कि वे रूस से तेल नहीं खरीदेंगे। अमेरिकी राष्ट्रपति ने इसे रूस को आर्थिक रूप से अलग-थलग करने के प्रयास में 'बड़ा कदम' बताया।उन्होंने आगे कहा कि अगर भारत रूस से तेल खरीदना बंद कर देता है तो उनके लिए रूस और यूक्रेन के बीच संघर्ष विराम कराने में आसानी होगी। अमेरिकी राष्ट्रपति ने यह भी कहा कि संघर्ष खत्म होने के बाद भारत फिर से रूस से तेल खरीद सकेगा।

ट्रंप ने क्या कहा?

डोनाल्ड ट्रंप ने ओवल ऑफिस में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान समाचार एजेंसी एएनआई की ओर से पूछे गए एक सवाल के जवाब में दिया। एएनआई ने एक सवाल किया कि क्या अमेरिकी राष्ट्रपति भारत को एक विश्वसनीय साझेदार मानते हैं? इस पर ट्रंप ने कहा, हां, बिल्कुल। वह (पीएम मोदी) मेरे मित्र हैं। हमारे बीच बहुत अच्छे संबंध हैं। भारत रूस से तेल खरीद रहा है, इससे मैं खुश नहीं था। हालांकि, उन्होंने अब मुझे आश्वासन दिया है कि भारत रूस से तेल नहीं खरीदेगा। यह एक बड़ा कदम है। अब हमें चीन से भी यही करवाना होगा।

भारत सरकार ने ट्रंप के दावे की पुष्टि नहीं की

ट्रंप ने आगे कहा कि राष्ट्रपति पुतिन से बस यही चाहते हैं कि वे इस युद्ध को रोकें और यूक्रेनियों और रूसियों को मारना बंद करें क्योंकि वे बहुत सारे रूसियों को मार रहे हैं। जेलेंस्की और व्लादिमीर पुतिन के बीच एक-दूसरे के लिए नफरत बहुत ज्यादा है, जो एक बड़ी रुकावट है। ट्रंप ने कहा कि लेकिन उन्हें लगता है कि हम उन्हें सुलझा लेंगे। उन्होंने कहा कि अगर भारत रूस से तेल खरीदना बंद कर देगा तो यह काम और आसान हो जाएगा और युद्ध खत्म होने के बाद व्यापार फिर से शुरू हो जाएगा। नई दिल्ली ने अभी तक ट्रंप के दावे को लेकर पुष्टि नहीं की है।

रूस पर दबाव बढ़ा रहे डोनाल्ड ट्रंप

ट्रंप का बयान ऐसे समय में आया है, जब अमेरिकी यूक्रेन में युद्ध रोकने के लिए रूस की आर्थिक नाकेबंदी कर रहा है और यह सुनिश्चित करने की कोशिश कर रहा है कि मॉस्को के खिलाफ प्रतिबंध कारगर हों। रूसी तेल खरीदना बंद करने का वादा वैश्विक ऊर्जा कूटनीति में एक बड़ा मोड़ साबित हो सकता है।

महाभारत' फेम एक्टर पंकज धीर का निधन, 68 साल की उम्र में कैंसर से हारे जिंदगी

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बीआर चोपड़ा की ‘महाभारत’ में कर्ण का यादगार किरदार निभाकर घर-घर में मशहूर हुए दिग्गज अभिनेता पंकज धीर का निधन हो गया है। उन्होंने 68 साल की उम्र में आखिरी सांस ली। वह काफी समय से कैंसर से जूझ रहे थे। पिछले कई दिनों से पंकज धीर अस्पताल में एडमिट थे। बीती रात उन्होंने आखिरी सांस ली। उनके निधन की खबर से फैंस और इंडस्ट्री शोक में है।

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कैंसर लौट आया था दोबारा

पंकज धीर पिछले काफी समय से कैंसर से पीड़ित थे। वो इससे जंग जीत गए थे। लेकिन बीते कुछ महीनों में उनका कैंसर दोबारा लौटा। एक्टर की हालत काफी नाजुक थी। बीमारी की वजह से वो एक बड़ी सर्जरी से भी गुजरे थे। लेकिन पंकज को बचाया नहीं जा सका।

फिरोज खान ने दी दोस्त के निधन की खबर

पंकज धीर के निधन की जानकारी उनके दोस्त फिरोज खान ने इंस्टाग्राम पर शेयर की है। फिरोज ने इंस्टा स्टोरी पर पंकज धीर के साथ अपनी एक फोटो शेयर कर उन्हें अलविदा कहा। बॉलीवुड अभिनेता राजा मुराद ने भी पंकज धीर के निधन की पुष्टि की और कहा कि कुछ दिनों से वो अपना इलाज करवा रहे थे कैंसर शरीर में कई जगह फैल गया था।

महाभारत में ‘कर्ण’ बनकर हो गए अमर

पंकज धीर ने अपने करियर की शुरुआत फ़िल्मों से की थी. उनकी पहली फ़िल्म पूनम (1981) थी, लेकिन यह बुरी तरह फ्लॉप रही। अगले कुछ सालों में, उन्होंने सूखा, मेरा सुहाग, रंदम वरवु और जीवन एक संघर्ष जैसी कई और यादगार फ़िल्मों में अभिनय किया। हालांकि, पंकज धीर को 1988 के ऐतिहासिक धारावाहिक ‘महाभारत’ में निभाए गए कर्ण के चरित्र ने उन्हें अमर बना दिया। उनके इस किरदार को इतनी लोकप्रियता मिली कि देश के कई हिस्सों में उनकी मूर्तियों की पूजा भी की जाती थी।

कई फिल्मों और टीवी सीरियलों में काम किया

पंकज धीर के करियर की बात करें, तो उन्होंने कई फिल्मों और टीवी सीरियलों में काम किया था। जहां 'महाभारत' में उन्हें कर्ण के किरदार ने लोकप्रियता दी, वहीं 'चंद्रकांता' में उन्हें शिवदत्त के रोल में भी खूब पसंद किया गया था। वह 'बढ़ो बहू', 'युग', 'द ग्रेट मराठा' और 'अजूनी' जैसे टीवी शोज का हिस्सा रहे। इसके अलावा वह 'सोल्जर', 'तुमको ना भूल पाएंगे', 'रिश्ते', 'अंदाज', 'सड़क' और 'बादशाह' जैसी फिल्मों में नजर आए।

बिहार विधानसभा चुनाव के लिए जेडीयू ने जारी की पहली लिस्ट, 57 उम्मीदवारों का ऐलान

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बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर आज का दिन भी बड़ा दिन बन गया है। सत्ताधारी और एनडीए की प्रमुख पार्टी जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) ने अपने उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर दी है। इस लिस्ट में कुल 57 उम्मीदवारों के नाम हैं। इस लिस्ट में मंत्री श्रवण कुमार, विजय कुमार चौधरी, महेश्वर हजारी समेत कई दिग्गज नेताओं के नाम शामिल हैं। जदयू के टिकट से अपना नामांकन दाखिल कर चुके अनंत सिंह का भी नाम इस लिस्ट में है।

जातीय संतुलन को साधने की कोशिश

बिहार में पहले चरण की नामांकन की प्रक्रिया में अब 3 दिन ही बचे हैं, ऐसे में राजनीतिक दलों की ओर से उम्मीदवारों के नामों के ऐलान का सिलसिला शुरू हो गया है। इसी क्रम में राज्य में सत्तारुढ़ जनता दल यूनाइटेड ने अपनी पहली लिस्ट जारी कर दी है। पार्टी ने टिकट वितरण में सामाजिक और जातीय संतुलन को साधने की कोशिश की है। लिस्ट में कुशवाहा और कोइरी, अति पिछड़ा और अनुसूचित जाति (एससी) समुदाय के प्रतिनिधित्व को प्राथमिकता दी गई है। जेडीयू की पहली लिस्ट में कुशवाहा और कोइरी समाज से 23, दलित समाज से 12 और अति पिछड़ा समाज से 9 उम्मीदवारों को टिकट दिया गया है। वहीं जेडीयू की पहली लिस्ट में सवर्ण समाज को भी साधने की पूरी कोशिश की गयी है।

पहली बार 4 महिलाओं को टिकट

जेडीयू की ओर से जारी लिस्ट में पहली बार 4 महिलाओं को शामिल किया गया है। मधेपुरा से कविता शाहा, गायघाट से कोमल सिंह, समस्तीपुर से अश्वमेघ देवी और विभूतिपुर सीट से रवीना कुशवाहा को उतारा गया है।

पहली लिस्ट में इनके नाम

जनता दल यूनाइटेड के उम्मीदवारों की पहली लिस्ट इस तरह से है। आलमनगर से नरेंद्र नारायण यादव, बिहारीगंज से निरंजन कुमार मेहता, सिंहेश्वर से रमेश ऋषिदेव, मधेपुरा से कविता साहा, सोनबरसा से रत्नेश सदा, महिषी से गुंजेश्वर साह, कुशेश्वरस्थान से अतिरेक कुमार, बेनीपुर से विनय कुमार चौधरी, दरभंगा ग्रामीण से ईश्वर मंडल, बहादुरपुर से मदन सहनी, गायघाट से कोमल सिंह, मीनापुर से अजय कुशवाहा, सकरा से आदित्य कुमार, कांटी से अजीत कुमार, कुचायकोट से अमरेंद्र कुमार पांडेय, भोरे से सुनील कुमार, हथुआ से रामसेवक सिंह, बरौली से मंजीत सिंह, जीरादेई से भीष्म कुशवाहा, रघुनाथपुर से विकास कुमार सिंह को जदयू ने टिकट दिया है।

इनको भी मिला टिकट

वहीं बड़हरिया से इंद्रदेव पटेल, महाराजगंज से हेमनारायण साह, एकमा से धूमल सिंह, मांझी से रणधीर सिंह, परसा से छोटे लाल राय, वैशाली से सिद्धार्थ पटेल, राजापाकर से महेंद्र राम, महनार से उमेश कुशवाहा और मोकामा से अनंत सिंह को टिकट मिला है। इनमें उमेश कुशवाहा और अनंत सिंह ने अपना नॉमिनेशन भी फाइल कर दिया है।

मैथिली ठाकुर बीजेपी में शामिल, अलीनगर सीट से लड़ सकती है विधानसभा चुनाव

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लोकप्रिय गायिका मैथिली ठाकुर भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गईं हैं। मैथिली ठाकुर पटना स्थित पार्टी कार्यालय में आयोजित मिलन समारोह में भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गईं। उनके साथ कई अन्य लोगों ने भी बीजेपी की सदस्यता ग्रहण की। बीते कुछ दिनों से उनके राजनीति में आने की खबरें थीं, जिस पर अब मुहर लग गई है। युवा गायिका मैथिली ठाकुर लोक गीतों, शास्त्रीय और भजन गायन के लिए काफी चर्चित हैं।

लोगों ने ठाना है, एनडीए सरकार को लाना है- दिलीप जायसवाल

पटना में राज्य के वरिष्ठ बीजेपी नेताओं की मौजूदगी में मैथिली ठाकुर ने पार्टी की सदस्यता ली। इस मौके पर बिहार बीजेपी के अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने कहा कि पूरी दुनिया मिथिला की बेटी लोक गायिका मैथिली ठाकुर को सलाम करती है। बिहार बीजेपी अध्यक्ष ने कहा, सब लोगों ने ठाना है कि एनडीए की सरकार को लाना है। उन्होंने कहा, बिहार एनडीए सरकार में आगे बढ़ेगा और विकसित होगा। महिलाओं का सशक्तीकरण, गरीब का कल्याण, युवाओं का भविष्य, किसानों का कल्याण, हमारी सरकार की प्राथमिकता है। इसी प्राथमिकता के साथ हम चुनाव में मतदाता के पास जाने वाले हैं।

मैथिली ठाकुर ने कहा- नेता बनने नहीं समाजसेवा के लिए आई

मैथिली ठाकुर ने पार्टी में शामिल होने के बाद कहा कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से प्रभावित हैं और नीतीश कुमार से प्रेरित होकर उनके सहयोग के लिए खड़ी हैं। उन्होंने कहा, राजनीतिक दल में शामिल होने का मतलब यह नहीं है कि मैं नेता बनने आई हूं। मैं समाजसेवा के लिए आई हूं। मैं मिथिला की बेटी हूं और मेरे प्राण मिथिलांचल में बसते हैं।

अलीनगर से चुनावी मैदान में उतरने की अटकलें

पार्टी सूत्रों के अनुसार, बीजेपी अलीनगर सीट से मौजूदा विधायक मिश्रीलाल यादव का टिकट काटकर एक युवा और लोकप्रिय चेहरा उतारने पर विचार कर रही है। वैसे, मिश्रीलाल यादव पहले ही बीजेपी से इस्तीफा दे चुके हैं। अगर मैथिली ठाकुर को टिकट मिलता है, तो यह बिहार की लोक-संस्कृति से जुड़ी किसी प्रसिद्ध गायिका का सीधे राजनीतिक मैदान में उतरने का पहला मामला होगा। बीजेपी उनके बड़े फैन बेस और मिथिला क्षेत्र में उनकी गहरी लोकप्रियता को भुनाना चाहती है।

बीजेपी की पहली लिस्ट जारी, 71 नामों का ऐलान, नंदकिशोर यादव का टिकट कटा

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बिहार चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर दी गयी है। बीजेपी ने 71 उम्मीदवारों के नामों का लान किया है। बीजेपी की पहली उम्मीदवारों की सूची में सम्राट चौधरी के अलावा रामकृपाल यादव, संजीव चौरसिया, विजय सिन्हा, श्रेयसी सिंह और मंगल पांडे जैसे बड़े नाम शामिल हैं। लिस्ट की सबसे चौंकाने वाली बात विधानसभा सभा अध्यक्ष नंद किशोर यादव का टिकट कटना है। बीजेपी ने पहली लिस्ट में कुल में नौ विधायकों के टिकट काटे हैं। इस सूची में कुल 9 महिला उम्मीदवार भी शामिल हैं।

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रामकृपाल यादव को दानापुर से टिकट

बीजेपी उम्मीदवारों की पहली सूची में रामकृपाल यादव को भी टिकट मिला है। पूर्व सांसद रामकृपाल यादव को दानापुर से टिकट दिया गया है। बीजेपी उम्मीवारों की पहली सूची के अनुसार सम्राट चौधरी को तारापुर से टिकट मिला है। वहीं नीरज बबलू छातापुर से चुनाव लड़ेंगे। वहीं आरा से संजय टाइगर को टिकट दिया गया है।

पटना साहिब से नंदकिशोर यादव का टिकट कटा

बीजेपी ने पटना की 2 बड़ी सीटों पर इस बार बड़ा बदलाव किया है। पार्टी पटना की कुम्हारर सिटी से इस बार अरुण कुमार सिन्हा की जगह संजय गुप्ता को टिकट दिया गया है। वहीं पटना साहिब से नंदकिशोर यादव का टिकट कट गया है। नंदकिशोर यादव की जगह इस बार रत्नेश कुशवाहा को पटना साहिब से टिकट दिया गया है।

इन दिग्गजों पर भरोसा

पार्टी ने अपने कई कद्दावर मंत्रियों और वरिष्ठ नेताओं को उनकी वर्तमान सीटों से दोबारा मैदान में उतारा है। मंत्री नितिन नबीन को पटना की बांकीपुर सीट से उम्मीदवार बनाया गया है। वहीं, मंत्री मंगल पाण्डेय को सिवान से टिकट दिया गया है। इसके अतिरिक्त, संजय सरावगी को दरभंगा सीट से चुनावी जंग में उतारा गया है। इसके अलावा, पूर्व उपमुख्यमंत्री रेणु देवी को बेतिया विधानसभा सीट से एक बार फिर टिकट दिया गया है।