जहानाबाद चुनाव प्रशिक्षण में जा रहे शिक्षक दीपक कुमार की सड़क दुर्घटना में दर्दनाक मौत, शिक्षा जगत में शोक की लहर
जहानाबाद में चुनाव प्रशिक्षण के लिए जा रहे एक शिक्षक की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई। यह दर्दनाक हादसा  जब नालंदा जिला के हिलसा निवासी सेवानिवृत्त शिक्षक नरेश पासवान के इकलौते पुत्र दीपक कुमार की सड़क हादसे में मृत्यु हो गई। दीपक कुमार जहानाबाद के मोडनगंज प्रखंड अंतर्गत प्रोजेक्ट कन्या उच्च विद्यालय, ओकरी में शिक्षक (BPSC-TRE-3) के पद पर पदस्थापित थे।

जानकारी के अनुसार, दीपक कुमार राज्य संपोषित कन्या उच्च विद्यालय, जहानाबाद में आयोजित चुनाव प्रशिक्षण में भाग लेने के लिए जा रहे थे। इसी दौरान रास्ते में एक तेज रफ्तार वाहन की चपेट में आने से वे गंभीर रूप से घायल हो गए। स्थानीय लोगों की मदद से उन्हें सदर अस्पताल, जहानाबाद लाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

अस्पताल में आवश्यक कागजी कार्रवाई और पोस्टमार्टम की प्रक्रिया पूरी करने के बाद शव को अंतिम संस्कार के लिए परिजनों को सौंप दिया गया। घटना की खबर मिलते ही पूरे परिवार में कोहराम मच गया। परिजनों पर मानो दुख का पहाड़ टूट पड़ा है।

इस हृदयविदारक हादसे की जानकारी मिलते ही विद्यालय परिवार, सहकर्मी शिक्षक और समाज के कई लोग सदर अस्पताल पहुंचकर भरी आंखों से श्रद्धांजलि अर्पित की। उपस्थित लोगों ने ईश्वर से प्रार्थना की कि दिवंगत आत्मा को शांति मिले और शोकाकुल परिवार को इस कठिन घड़ी में धैर्य प्रदान करें।

शिक्षक समुदाय एवं समाज के लोगों ने सरकार से उचित मुआवजा देने की मांग की है, साथ ही जिले में लगातार हो रहे सड़क हादसों पर रोकथाम के ठोस कदम उठाने की अपील की है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।

शोक संवेदना व्यक्त करने वालों में शामिल थे:
एससी/एसटी कर्मचारी संघ के जिला अध्यक्ष डॉ. अरविंद चौधरी (प्रधानाध्यापक), उपाध्यक्ष सह संबंधित समन्वयक राम सिहासन दास, महेश पासवान (JE), डॉ. अशोक पासवान, साहेब लाल, अमलेश मुखिया, अनुज कुमार, राजद के पूर्व जिला अध्यक्ष कौलेश्वर पासवान, प्रेम प्रकाश, सुनील कुमार, संबंधित प्रधानाध्यापक प्रवीण कुमार, शिक्षक विनय कुमार पांडे, राजकुमार निराला समेत अनेक लोग उपस्थित थे।

बताया जाता है कि दिवंगत शिक्षक दीपक कुमार, मध्य विद्यालय कंसुआ के प्रधानाध्यापक डॉ. अशोक पासवान के बड़े साढ़ू के इकलौते पुत्र थे। उनके निधन से न केवल परिवार, बल्कि पूरा शिक्षा जगत शोकाकुल है।

पटना में संस्कार भारती प्रांत की वार्षिक साधारण सभा संपन्न — समाज में एकता, संस्कृति और संस्कार जागरण पर दिया गया बल

पटना (बिहार):राजधानी पटना में रविवार को संस्कार भारती की वर्ष 2025 की प्रांत स्तरीय वार्षिक साधारण सभा का भव्य आयोजन संपन्न हुआ। यह महत्वपूर्ण बैठक सुबह 10 बजे से संध्या 5 बजे तक चली, जिसमें न केवल बिहार के विभिन्न जिलों से बल्कि अन्य राज्यों से भी संस्कार भारती से जुड़े पदाधिकारी, कार्यकर्ता एवं कला-संस्कृति प्रेमी बड़ी संख्या में शामिल हुए।

बैठक का मुख्य उद्देश्य संगठन के वर्षभर के कार्यों की समीक्षा, आगामी योजनाओं की रूपरेखा तैयार करना तथा समाज में सांस्कृतिक एकता, भारतीय संस्कारों के संरक्षण और हिंदुत्व जागरण पर गहन विचार-विमर्श करना रहा।

कार्यक्रम का संचालन प्रांतीय महामंत्री संजय पोद्दार, मंत्री विकास मिश्र, सुदीपा घोष तथा अन्य प्रांतीय पदाधिकारियों के कुशल निर्देशन में हुआ। बैठक में प्रदेश के सभी जिलों से आए पदाधिकारियों — अध्यक्ष, महामंत्री एवं सक्रिय कार्यकर्ताओं — ने अपने-अपने क्षेत्रों में किए जा रहे कार्यों का ब्यौरा प्रस्तुत किया और संगठन को मजबूत बनाने के लिए अपने विचार साझा किए।

इस अवसर पर जहानाबाद इकाई का विशेष प्रतिनिधित्व देखने को मिला। जहानाबाद से अध्यक्ष डॉ. सुनील सर, उपाध्यक्ष अमित कुणाल, महामंत्री डॉ. मानसी सिंह, मंत्री राणा बीरेंद्र सिंह एवं प्रचार विभाग संयोजक बरूण कुमार उपस्थित रहे। इन सभी ने जिले में संचालित सांस्कृतिक अभियानों, जन-जागरूकता कार्यक्रमों एवं सामाजिक एकता को बढ़ाने के प्रयासों पर विस्तार से जानकारी दी।

बैठक में वक्ताओं ने कहा कि वर्तमान समय में भारतीय संस्कृति और परंपराओं की जड़ें कमजोर होती जा रही हैं, ऐसे में समाज को अपने मूल संस्कारों, संस्कृति और आध्यात्मिक चेतना से जोड़ना अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने कहा कि “संस्कार भारती” कला, साहित्य, संगीत, नाटक और भारतीय विचारधारा के माध्यम से लोगों में एकता और आत्मगौरव की भावना जगाने का कार्य कर रही है।

जहानाबाद के प्रतिनिधियों ने विशेष रूप से इस बात पर बल दिया कि समाज में हिंदुत्व की रक्षा, राष्ट्रीय एकता और युवाओं में भारतीय संस्कृति के प्रति गर्व की भावना जगाने के लिए जन-जागरूकता अभियान चलाना समय की आवश्यकता है।
जिला अध्यक्ष डॉ. सुनील सर ने अपने संबोधन में कहा कि “आज के समाज में संस्कारों की कमी एक बड़ी चुनौती है। हमारी जिम्मेदारी है कि बच्चों और युवाओं के मन में भारतीय मूल्यों का बीज बोया जाए, ताकि वे संस्कारवान नागरिक बनकर देश की दिशा तय कर सकें।”

सभा में संगठन की वार्षिक उपलब्धियों का भी उल्लेख किया गया। विभिन्न जिलों के पदाधिकारियों ने अपने क्षेत्र में हुए सांस्कृतिक, कलात्मक और सामाजिक कार्यों का ब्यौरा प्रस्तुत किया। इस दौरान जहानाबाद इकाई की सक्रियता की विशेष सराहना की गई, जिसने वर्षभर में कई जनजागरूकता और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का सफल आयोजन किया।

कार्यक्रम के समापन पर सभी प्रांतीय पदाधिकारियों एवं कार्यकारिणी सदस्यों को इस सफल आयोजन के लिए हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दी गईं। साथ ही यह संकल्प लिया गया कि आने वाले वर्ष में संस्कार भारती समाज के हर वर्ग तक भारतीय संस्कृति, कला, साहित्य और अध्यात्म का संदेश पहुंचाने के लिए निरंतर कार्य करता रहेगा।

डाउनटाउन क्लीनिक में जाने-माने हृदय रोग एवं स्त्री रोग विशेषज्ञों की देख-रेख में सैकड़ों लोगों की निशुल्क हुई जांच

डाउनटाउन क्लीनिक में आयोजित फ्री मेडिकल कैंप में उमड़ी भारी भीड़

जहानाबाद (बिहार):राजा बाजार स्थित मुरलीधर उच्च विद्यालय के सामने अवस्थित डाउनटाउन क्लीनिक अस्पताल में  आयोजित निःशुल्क स्वास्थ्य जांच शिविर (फ्री मेडिकल हेल्थ कैंप) में सुबह से ही मरीजों की लंबी कतारें देखने को मिलीं। महिलाओं और पुरुषों की अपार भीड़ ने इस कैंप को बेहद सफल बना दिया। इस अवसर पर देश के सुप्रसिद्ध चिकित्सकों की टीम ने सैकड़ों मरीजों की जांच कर उन्हें निःशुल्क परामर्श एवं दवाएं उपलब्ध कराईं।

इस फ्री हेल्थ कैंप में देश के ख्यातिप्राप्त हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. बी.बी. भारती (गोल्ड मेडलिस्ट, डीएम कार्डियोलॉजी), प्रसिद्ध स्त्री रोग एवं आईवीएफ विशेषज्ञ डॉ. अभिलाषा कुमारी (एमबीबीएस, डीजीओ), अनुभवी चिकित्सक डॉ. विनोद कुमार सिंह (एमबीबीएस, एमडी) तथा डॉ. पप्पू कुमार (एमबीबीएस) ने संयुक्त रूप से मरीजों की जांच की।

शिविर में हृदय रोग, रक्तचाप, मधुमेह, महिलाओं से संबंधित रोगों एवं बांझपन जैसी समस्याओं की जांच की गई। मरीजों को उचित चिकित्सीय परामर्श के साथ-साथ आवश्यक दवाएं भी मुफ्त में दी गईं।

डाउनटाउन क्लीनिक के डायरेक्टर डॉ. विनोद कुमार सिन्हा ने बताया कि जहानाबाद में हृदय रोग विशेषज्ञों की कमी के कारण कई मरीजों को पटना या अन्य बड़े शहरों में जाना पड़ता था। आर्थिक रूप से कमजोर तबके के लोगों के लिए यह मुश्किल होता है, इसलिए इस तरह के कैंप से उन्हें बड़ी राहत मिलती है। उन्होंने कहा कि उम्मीद से अधिक संख्या में लोग पहुंचे, लेकिन पूरी टीम ने हर मरीज को व्यवस्थित ढंग से देखा और उचित सलाह दी।

इस अवसर पर डॉ. बी.बी. भारती ने कहा कि आज लोगों में हृदय रोग बढ़ने का सबसे बड़ा कारण अनियमित जीवनशैली, तनाव और असंतुलित खानपान है। उन्होंने कहा कि समय पर जांच, संतुलित आहार और व्यायाम से हृदय रोगों से बचा जा सकता है।
वहीं, डॉ. अभिलाषा कुमारी ने महिलाओं में बांझपन की समस्या पर विस्तार से बात करते हुए बताया कि आधुनिक चिकित्सा पद्धतियों से अब इसका उपचार संभव है, बस सही समय पर जांच और इलाज जरूरी है।

कार्यक्रम के दौरान जहानाबाद और आसपास के क्षेत्रों से सैकड़ों लोगों ने इस शिविर का लाभ उठाया। साथ ही, समाजसेवी, बुद्धिजीवी और स्थानीय गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति ने कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई।
मौके पर अतिथियों को बूके, अंगवस्त्र और स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।

इस सफल आयोजन ने न केवल स्थानीय लोगों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया, बल्कि समाज में सेवा की भावना का भी सशक्त संदेश दिया।

जहानाबाद में जन सुराज पार्टी की जिला कार्य समिति की बैठक संपन्न, प्रशांत किशोर के आगमन को लेकर तैयारियों में जुटी टीम

जहानाबाद (बिहार): जन सुराज पार्टी के जिला कार्यालय, जहानाबाद में  जिला कार्य समिति की महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता जिला अध्यक्ष विमल शर्मा ने की। इस दौरान पार्टी के कई वरिष्ठ पदाधिकारी और कार्यकर्ता बड़ी संख्या में शामिल हुए।

बैठक की शुरुआत मीडिया बंधुओं के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस से हुई, जिसमें मुख्य रूप से जन सुराज पार्टी के संस्थापक और जन आंदोलन के सूत्रधार प्रशांत किशोर के आगामी आगमन को लेकर चर्चा की गई। प्रशांत किशोर के स्वागत और उनके कार्यक्रम को ऐतिहासिक बनाने के लिए पार्टी के पदाधिकारियों ने रणनीति तैयार की

यह निर्णय लिया गया कि प्रशांत किशोर का अगला बड़ा जनसंवाद कार्यक्रम घोसी के खापुरा मोड़ मैदान में आयोजित किया जाएगा। बैठक में जिले के तीनों विधानसभा क्षेत्रों के संभावित प्रत्याशियों और पदाधिकारियों ने मिलकर सभा को सफल बनाने के लिए योजनाएं तैयार कीं। सभी ने एकजुट होकर यह संकल्प लिया कि अधिक से अधिक लोगों की भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी, ताकि यह कार्यक्रम जन उत्सव का रूप ले सके।

बैठक के दौरान वक्ताओं ने कहा कि जन सुराज पार्टी हमेशा जनता के हित में कार्य करती आई है, और जहानाबाद में पार्टी की लोकप्रियता तेजी से बढ़ रही है। नेताओं ने बताया कि प्रशांत किशोर जहानाबाद की जनता से बेहद प्रसन्न हैं और वे यहां के लोगों से सीधे संवाद कर उनकी समस्याओं और सुझावों को सुनना चाहते हैं।

सूत्रों के अनुसार, प्रशांत किशोर ने स्वयं कहा है कि “जहानाबाद की जनता का स्नेह और समर्थन अभूतपूर्व है, इसलिए मैं दोबारा जहानाबाद आना चाहता हूं।” इस घोषणा के बाद से ही पार्टी कार्यकर्ताओं में उत्साह का माहौल है और सभी जनसंपर्क अभियान व तैयारी में जुट गए हैं।

बैठक में जिला उपाध्यक्ष अवधेश पासवान, अनिल कुमार, महामंत्री रामबाबू पासवान, अभियान समिति संयोजक गंगासागर कुंज, जिला मुख्य प्रवक्ता रूपेश पंकज बिहारी, जिला युवा अध्यक्ष धीरज कुमार, अनुमंडल संगठन अध्यक्ष राजकुमार सिंह, अनुमंडल महासचिव मुकेश कुमार, नगर अनुमंडल अध्यक्षा आशा देवी, जिला महिला अध्यक्ष नाजनी परवीन, मखदुमपुर प्रखंड अध्यक्ष अरविंद कुमार चंद्रवंशी, मखदुमपुर युवा अध्यक्ष नितिन मुकेश, घोसी प्रखंड अध्यक्ष राकेश कुमार, हुलासगंज प्रखंड अध्यक्ष रविकांत कुमार, तथा नगर अध्यक्ष विकास कुमार समेत सैकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

बैठक का समापन इस संकल्प के साथ हुआ कि जहानाबाद में होने वाली आगामी जनसभा को ऐतिहासिक सफलता दिलाना प्रत्येक कार्यकर्ता की प्राथमिकता होगी, ताकि जन सुराज का संदेश हर घर तक पहुंचे और पार्टी के जन आंदोलन को नई दिशा मिले।

मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना के अंतर्गत जहानाबाद की 26,713 महिलाओं को मिली आर्थिक सहायता
जहानाबाद मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना के तहत जहानाबाद में आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम का सीधा प्रसारण किया गया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य भर की 25 लाख महिलाओं के बैंक खातों में प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (डीबीटी) के माध्यम से 10-10 हजार रुपये की राशि भेजी। कार्यक्रम में बताया गया कि इस योजना के तहत प्रत्येक परिवार की एक महिला को रोजगार शुरू करने के लिए 10 हजार रुपये की प्रथम किस्त दी जा रही है। आगे रोजगार की प्रगति और आकलन के आधार पर 2 लाख रुपये तक की अतिरिक्त सहायता भी उपलब्ध कराई जाएगी। आज जहानाबाद जिले की 26,713 महिलाओं के खाते में 10-10 हजार रुपये की राशि भेजी गई। इससे पहले 26 सितम्बर 2025 को जिले की 1,01,061 महिलाओं को इसका लाभ मिला था। इस प्रकार अब तक जिले की 1 लाख 27 हजार से अधिक महिलाएँ इस योजना से लाभान्वित हो चुकी हैं। जिला पदाधिकारी अलंकृता पांडेय, उप विकास आयुक्त डॉ. प्रीति, जीविका जिला परियोजना प्रबंधक विनय कुमार समेत अन्य पदाधिकारी कार्यक्रम में उपस्थित रहे। बड़ी संख्या में जीविका दीदियों ने भी भाग लिया और योजना के लाभार्थी बनने पर अपनी खुशी व्यक्त की। जिले के सभी प्रखंडों में कार्यक्रम का सीधा प्रसारण किया गया, जिसे ग्रामीण महिलाओं ने उत्साहपूर्वक देखा। जीविका दीदियों ने कहा कि यह योजना महिलाओं के आत्मनिर्भर बनने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगी और इससे वे अपने पसंदीदा रोजगार की शुरुआत कर आर्थिक रूप से मजबूत बनेंगी।
जहानाबाद: सरता उच्च विद्यालय में स्वर्गीय भवानी प्रसाद सिंह की प्रतिमा का अनावरण, श्रद्धा और सम्मान से गूंजा समारोह
जहानाबाद “जिंदगी मौत की निशानी है, कुछ लोग भले ही इस दुनिया से चले जाते हैं, लेकिन अपनी कर्मभूमि पर अमिट छाप छोड़ जाते हैं।” इस पंक्ति को चरितार्थ करने वाले स्वर्गीय भवानी प्रसाद सिंह की याद में रविवार को सरता उच्च विद्यालय परिसर श्रद्धा और सम्मान से गूंज उठा। विद्यालय में उनके सम्मान में भव्य प्रतिमा स्थापना एवं श्रद्धांजलि समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में गणमान्य लोग, बुद्धिजीवी और छात्र-छात्राएं शामिल हुए। श्रद्धांजलि और स्मृतियों का संकल्प समारोह का शुभारंभ अतिथियों द्वारा प्रतिमा पर माल्यार्पण से हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता विद्यालय के प्राध्यापक डॉ. अश्लोक कुमार ने की। मौके पर मौजूद पूर्व मंत्री प्रो. रामजतन सिन्हा, पूर्व सांसद डॉ. अरुण कुमार सिंह, विधायक सुधा यादव, हम पार्टी के वरिष्ठ नेता रितेश कुमार उर्फ चुन्नू शर्मा, विधान पार्षद अनिल कुमार, शिक्षा वेद चंद्रभूषण कुमार, प्रो. कृष्ण मुरारी प्रसाद, अमित कुमार और शिक्षक दीपक कुमार समेत कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे। शिक्षा को बनाया बदलाव का हथियार वक्ताओं ने भवानी प्रसाद सिंह के व्यक्तित्व और योगदान पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उन्होंने सरता उच्च विद्यालय की स्थापना कर शिक्षा की ज्योत जलाई। उनकी सोच थी कि शिक्षा समाज में परिवर्तन लाने का सबसे बड़ा हथियार है। उनके प्रयासों से अनगिनत छात्र-छात्राओं ने देश और समाज में अपनी पहचान बनाई। समाज सुधारक के रूप में याद सभी वक्ताओं ने एक स्वर में माना कि भवानी प्रसाद सिंह सिर्फ शिक्षक ही नहीं, बल्कि सच्चे समाज सुधारक भी थे। उन्होंने जीवन भर शिक्षा और समाज उत्थान के लिए काम किया और लोगों के दिलों में ऐसी छाप छोड़ी, जो आने वाली पीढ़ियों को भी प्रेरित करती रहेगी। समारोह का समापन कार्यक्रम के अंत में विद्यालय परिवार की ओर से सभी अतिथियों का सम्मान किया गया। उपस्थित लोगों ने संकल्प लिया कि भवानी प्रसाद सिंह की स्मृतियां और उनकी शिक्षाएं सदैव जीवित रहेंगी और छात्रों को मार्गदर्शन देती रहेंगी।
महर्षि विद्यापीठ में डांडिया महोत्सव का भव्य आयोजन, नन्हें-मुन्नों की प्रस्तुति ने बांधा समां
जहानाबाद नवरात्रि के पावन अवसर पर स्थानीय उतरी गांधी मैदान स्थित महर्षि विद्या पीठ का प्रांगण  भक्ति और उल्लास से सराबोर रहा। अवसर था विद्यालय द्वारा आयोजित रंगारंग डांडिया महोत्सव का, जिसमें नन्हें-मुन्नों से लेकर अभिभावकों तक ने भाग लेकर इस आयोजन को यादगार बना दिया।

विद्यालय परिसर सतरंगी रोशनी, पारंपरिक परिधानों और डांडिया की मधुर धुनों से इस कदर सजा कि पूरा माहौल मानो नवरात्र की आराधना में रंग गया हो। महोत्सव का शुभारंभ माता दुर्गा की आरती के साथ हुआ, जिसमें मुख्य अतिथि एएसआई दिनेश कुमार ने दीप प्रज्वलित कर आयोजन की शुरुआत की।

आरती के बाद बच्चों ने पारंपरिक वेशभूषा में गरबा और डांडिया की प्रस्तुतियां दीं। छोटे-छोटे कदमों की लयबद्ध थाप और रंग-बिरंगे परिधानों की झलक ने उपस्थित अभिभावकों और दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। बच्चे जब डांडिया की ताल पर थिरक रहे थे तो पूरा परिसर तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। शिक्षिकाओं और माताओं ने भी बच्चों का साथ देकर गरबा और डांडिया खेला, जिससे उत्सव का उल्लास और बढ़ गया।

आयोजन के दौरान न केवल नृत्य की धूम रही बल्कि धार्मिक और सांस्कृतिक मूल्यों का भी विशेष संदेश दिया गया। गरबा प्रस्तुतियों के माध्यम से माँ दुर्गा की अर्चना की गई। अभिभावकों ने भी मंच पर आकर डांडिया खेला और अपने बच्चों के साथ इस क्षण को संजो लिया।

विद्यालय के निदेशक साकेत रौशन ने कहा कि ऐसे आयोजनों का उद्देश्य केवल मनोरंजन नहीं बल्कि बच्चों को भारतीय संस्कृति और परंपराओं से जोड़ना है। उन्होंने कहा कि नवरात्र नारी शक्ति और अच्छाई की बुराई पर विजय का प्रतीक है। बच्चों को इन मूल्यों को अपने जीवन में अपनाने की प्रेरणा दी जानी चाहिए।

वहीं, विद्यालय की प्राचार्या सोनाली शर्मा ने अपने संबोधन में कहा कि भारतीय सभ्यता और संस्कृति की विश्व में विशिष्ट पहचान है। माँ दुर्गा की आराधना केवल धार्मिक आस्था का विषय नहीं, बल्कि यह शक्ति, साहस और सत्य की राह पर चलने का संदेश भी देती है। उन्होंने कहा कि नन्हें बच्चों के मन में इस प्रकार की सांस्कृतिक जड़ें बचपन से ही रोपित होनी चाहिए।

मुख्य अतिथि एएसआई दिनेश कुमार ने बच्चों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि महर्षि विद्यापीठ का यह प्रयास सराहनीय है। इस तरह के कार्यक्रम बच्चों में आत्मविश्वास और सामाजिक जुड़ाव को बढ़ाते हैं। उन्होंने विद्यालय प्रबंधन और शिक्षकों की टीम को सफल आयोजन के लिए बधाई दी। पूरे कार्यक्रम के दौरान विद्यालय परिवार के सभी शिक्षक-शिक्षिकाएँ सक्रिय रहे। कार्यक्रम में शिक्षिकाएँ श्रुति केशरी, ब्यूटी कुमारी, प्रिया कुमारी, सिमरन कुमारी, शिक्षक हिमांशु राज, आदित्य कुमार सहित बड़ी संख्या में अभिभावक मौजूद थे। सभी ने मिलकर बच्चों की प्रस्तुतियों का भरपूर आनंद लिया और उनके प्रयासों की सराहना की। इस तरह महर्षि विद्या पीठ का डांडिया महोत्सव केवल मनोरंजन का माध्यम नहीं रहा, बल्कि यह भारतीय संस्कृति और नवरात्रि की आध्यात्मिक भावना को बच्चों और अभिभावकों तक पहुंचाने का एक सफल प्रयास साबित हुआ।

जहानाबाद दरधा नदी पर पुल निर्माण को लेकर सांसद सुरेंद्र यादव सक्रिय, निगम को लिखा पत्र

जहानाबाद जिले के विकास कार्यों को आगे बढ़ाने के क्रम में सांसद सुरेंद्र प्रसाद यादव ने दरधा नदी पर पुल निर्माण की दिशा में पहल तेज कर दी है। उन्होंने बिहार राज्य पुल निर्माण निगम के प्रबंध निदेशक को पत्र लिखकर पुरानी थाना रोड के समीप दरधा नदी पर एक बड़े पुल का निर्माण कराने की मांग की है।

सांसद ने बताया कि फिलहाल दरधा नदी पर केवल एक फुटब्रिज बना हुआ है, जिसकी स्थिति अब काफी जर्जर हो चुकी है। यह पुल जहानाबाद की पुरानी रोड और गांधी मैदान को जोड़ने वाला एकमात्र मार्ग है। इसके कमजोर और संकरे होने की वजह से किसी भी प्रकार का वाहन परिचालन संभव नहीं हो पा रहा है। उन्होंने कहा कि पुरानी थाना रोड में अनुसूचित जाति-जनजाति थाना एवं महिला थाना का भवन स्थित है, जहाँ प्रतिदिन बड़ी संख्या में लोगों का आना-जाना होता है। इस जर्जर फुटब्रिज से गुजरना स्थानीय लोगों के लिए जोखिम भरा और परेशानी का सबब बन चुका है।

सांसद ने अपने पत्र में कहा है कि यदि यहां एक मजबूत और चौड़ा पुल का निर्माण कर दिया जाए तो यह न केवल दैनिक आवागमन को सुगम बनाएगा बल्कि किसी भी विषम परिस्थिति में वाहनों के लिए वैकल्पिक मार्ग भी साबित होगा। उन्होंने इसे जनहित में नितांत आवश्यक बताया।

सांसद की इस पहल का स्वागत करते हुए राजद नेताओं और कार्यकर्ताओं ने उन्हें बधाई दी। बधाई देने वालों में राजद के जिला प्रवक्ता डॉ. शशी रंजन उर्फ पप्पू यादव, सांसद प्रतिनिधि धर्मपाल यादव, बैकुंठ यादव, सतीश यादव, छोटू यादव, अनिल पासवान समेत अनेक लोग शामिल थे। सभी ने कहा कि सांसद ने जनता की वर्षों पुरानी मांग को मजबूती से उठाया है, जिससे स्थानीय लोगों को राहत मिलने की उम्मीद जगी है।

दरधा नदी पर पुल निर्माण की मांग काफी लंबे समय से होती रही है। अब सांसद की इस सक्रियता के बाद इलाके के लोगों को भरोसा है कि सरकार इस दिशा में ठोस कदम उठाएगी और शहर को जल्द ही एक नया पुल मिलेगा।

जहानाबाद में फुटपाथ दुकानदारों को फास्टैग प्रमाण पत्र और हाइजीनिक किट का वितरण, स्वच्छता शपथ दिलाई गई

जहानाबाद नेशनल एसोसिएशन ऑफ़ स्ट्रीट वेंडर (NASVI) ऑफ इंडिया के तत्वावधान में जहानाबाद में फुटपाथ दुकानदारों के लिए विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर दुकानदारों को फास्टैग प्रमाण पत्र और हाइजीनिक किट निशुल्क वितरित की गई।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी डॉ. प्रीति कुमारी थीं, जिन्होंने दुकानदारों को स्वच्छता और सुरक्षित खाद्य सेवा के महत्व पर विशेष प्रशिक्षण दिया। हाइजीनिक किट में हैंड ग्लास, हेडगियर, टावर माप, डस्टर और अन्य आवश्यक उपकरण शामिल थे।

स्वच्छता शपथ और जागरूकता

फुटपाथ दुकानदार संघ के जिला अध्यक्ष अरविंद कुमार चोपड़ा और NASVI ट्रेनर अजीत कुमार ने संयुक्त रूप से दुकानदारों को स्वच्छता बनाए रखने की शपथ दिलाई। दुकानदारों ने स्वयं उपस्थित होकर शपथ ली और जिला प्रशासन की इस पहल की सराहना की।

डॉ. प्रीति कुमारी ने कहा कि दुर्गा पूजा और अन्य त्योहारों के समय सड़क किनारे छोटे दुकानदारों द्वारा परोसे जाने वाले खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता और सुरक्षा सुनिश्चित करना अति आवश्यक है। उन्होंने साफ-सुथरा और सुरक्षित भोजन परोसने के उपायों पर विस्तार से प्रकाश डाला।

आयोजकों और दुकानदारों की भागीदारी

कार्यक्रम में फुटपाथ दुकानदार संघ के जिला अध्यक्ष अरविंद कुमार चोपड़ा, मीट-मुर्गा-मछली मंडी के अध्यक्ष भागीरथ कुमार उर्फ राजेश और अन्य प्रतिनिधि उपस्थित थे। इस अवसर पर सैकड़ों दुकानदारों ने भाग लिया, जिनमें मोहम्मद अशरफ, गुड्डू कुमार, किरण देवी, अनिल चौधरी और विनोद चौधरी शामिल थे।

अरविंद कुमार चोपड़ा ने कहा कि इस तरह के कार्यक्रम दुकानदारों के हित में बेहद उपयोगी हैं और वे जिला प्रशासन के साथ मिलकर नियमित रूप से स्वच्छता और स्वास्थ्य संबंधी प्रशिक्षण जारी रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

निष्कर्ष और भविष्य की योजना

NASVI और जिला प्रशासन की इस पहल से दुकानदारों को हाइजीनिक किट और प्रशिक्षण देकर उनके काम के स्तर को सुरक्षित और प्रभावी बनाने का मार्ग प्रशस्त किया गया। यह पहल भविष्य में नियमित रूप से जारी रहेगी, ताकि शहर में फुटपाथ दुकानदारों द्वारा परोसे जाने वाले खाद्य पदार्थ सुरक्षित, स्वच्छ और गुणवत्ता युक्त हों।

जहानाबाद में विराट युवा कवि सम्मेलन भव्य आयोजन, कविताओं ने बाँधा समाँ
जहानाबाद विराट युवा कवि मंच के तत्वावधान में आयोजित विराट युवा कवि सम्मेलन भाग–4 का भव्य आयोजन संपन्न हुआ। इस साहित्यिक समारोह में जहानाबाद के साथ-साथ बिहार और उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों से आए दर्जनों युवा और वरिष्ठ कवियों ने अपनी काव्य प्रस्तुतियों से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।

उद्देश्य और महत्ता

आयोजकों ने बताया कि इस सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण और कस्बाई क्षेत्रों में छिपी प्रतिभाओं को पहचान दिलाना है। मंच का मानना है कि गाँव–कस्बों में अनेक युवा कवि और साहित्यकार हैं, जिन्हें उचित अवसर नहीं मिलता। ऐसे आयोजनों से न केवल साहित्य को बढ़ावा मिलता है, बल्कि संस्कृति और समाज को नई दिशा देने का मार्ग भी प्रशस्त होता है।

दीप प्रज्वलन से हुआ शुभारंभ

कार्यक्रम का शुभारंभ पूर्व सांसद डॉ. अरुण कुमार, समाजसेवी अशोक कुमार, निरंजन केशव प्रिंस, रितेश कुमार उर्फ चुनू जी और वरिष्ठ पत्रकार संतोष श्रीवास्तव ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया।
डॉ. अरुण कुमार ने कहा – “कविता केवल शब्दों का संग्रह नहीं, बल्कि समाज का दर्पण है। यदि युवाओं को सही मंच और दिशा मिले तो वे साहित्य और समाज दोनों को नई ऊँचाइयों पर पहुँचा सकते हैं। विराट युवा कवि मंच का यह प्रयास सराहनीय है।”

प्रेरक संबोधन

समाजसेवी अशोक कुमार ने कहा कि गाँव और कस्बों में छिपी प्रतिभाएँ अक्सर अनदेखी रह जाती हैं, जबकि यह मंच उन्हें सामने लाने का कार्य कर रहा है।
निरंजन केशव प्रिंस ने कहा – “कविता केवल मनोरंजन का साधन नहीं, बल्कि समाज को दिशा देने का सशक्त माध्यम है।”
रितेश कुमार उर्फ चुनू जी ने युवाओं को मोबाइल और इंटरनेट की दुनिया से बाहर निकालकर साहित्य और संस्कृति की ओर आकर्षित करने की आवश्यकता पर जोर दिया।
वरिष्ठ पत्रकार संतोष श्रीवास्तव ने लेखनी को सबसे बड़ी शक्ति बताते हुए कहा कि यह मंच गाँव से लेकर शहर तक की युवा प्रतिभाओं को नई पहचान दे रहा है।

कवियों का सम्मान

सम्मेलन के समापन पर मंच ने सभी प्रतिभागी कवियों को मेडल, प्रमाणपत्र और मोमेंटो देकर सम्मानित किया। मंच के संस्थापक समाजसेवी विक्रम कुमार ने कहा – “हमारा उद्देश्य केवल कवियों को अवसर देना नहीं, बल्कि युवाओं की रचनात्मकता को पहचान दिलाना है। गाँव–गाँव और शहर–शहर तक पहुँचकर ऐसी प्रतिभाओं को सामने लाना ही हमारा संकल्प है।”

कविताओं ने बाँधा समाँ

सम्मेलन में प्रस्तुत कविताओं ने श्रोताओं को कभी भावुक किया तो कभी जोश से भर दिया। पूरे कार्यक्रम का माहौल साहित्य और संस्कृति की सुगंध से सराबोर रहा।

इस अवसर पर युवा कवि सुभाष शर्मा, रजनीश कुमार गौतम, नारायण जी, अमन शर्मा, बिट्टू जी, पवन उर्फ लड्डू बाबू, शुभम कुमार, राहुल जी समेत कई कवि और साहित्यप्रेमी उपस्थित रहे।

इस भव्य आयोजन ने यह साबित किया कि साहित्य और कविता के माध्यम से युवा समाज को जागरूक और संवेदनशील बनाने में कितनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।