जहानाबाद के खिलाड़ियों का जलवा, ईस्ट इंडिया पावरलिफ्टिंग एवं आर्म रैसलिंग चैंपियनशिप 2025 में जीते कई पदक
जहानाबाद पुरानी दीघा (पूर्वा मिदनापुर, पश्चिम बंगाल)। ईस्ट इंडिया पावरलिफ्टिंग एवं आर्म रैसलिंग चैंपियनशिप 2025 में जहानाबाद के खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए कई पदक अपने नाम किए और जिले के साथ-साथ राज्य का नाम रोशन किया।

विजेता खिलाड़ी

  • 60 किलोग्राम वर्ग – रुद्रांश राज (ब्रॉन्ज)
  • 65 किलोग्राम वर्ग – मोहम्मद कैफ (गोल्ड)
  • 75 किलोग्राम वर्ग – मोहम्मद मलिक मस्तूर (सिल्वर), हर्ष राज (ब्रॉन्ज)
  • 75+ किलोग्राम वर्ग – निशांत कुमार (सिल्वर)

प्रतियोगिता में रेफरी की भूमिका धीरज कुमार, स्वमजीत पोद्दार, आनंद साहू और मनीष कुमार ने निभाई।

खिलाड़ियों को मिली बधाई

बिहार महासचिव विक्रम कुमार ने विजेता खिलाड़ियों को बधाई देते हुए कहा कि जहानाबाद के युवा मेहनत और लगन से खेल जगत में अपनी पहचान बना रहे हैं। उन्होंने विश्वास जताया कि आने वाले समय में यही खिलाड़ी राज्य और देश का नाम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी रौशन करेंगे।

उन्होंने कहा कि जहानाबाद के खिलाड़ी पढ़ाई, नौकरी और खेलकूद हर क्षेत्र में सफलता प्राप्त कर रहे हैं। विशेषकर पंजा कुश्ती जैसे खेलों में उनकी उपलब्धियाँ युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं।

विक्रम कुमार ने संदेश दिया कि इस आयोजन का उद्देश्य युवाओं को “फिट और हिट” बनाना है। फिटनेस ही रोजगार और जीवन में सफलता का मार्ग प्रशस्त करती है।

जहानाबाद में श्रीराम जीवन बीमा कार्यालय का उद्घाटन, वित्तीय सुरक्षा और समृद्धि का संदेश
जहानाबाद शहर के होरिगंज में श्रीराम जीवन बीमा का नया कार्यालय शुरू हो गया। उद्घाटन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में कंपनी के नेशनल एचआर हेड उमाकांत कुमार और जनरल मैनेजर रतन कुमार विमल शामिल हुए। इस अवसर पर कंपनी के नारे “आपके साथी की समृद्धि के लिए” को रेखांकित किया गया, जो भारतीय परिवारों को जीवन बीमा के माध्यम से वित्तीय सुरक्षा प्रदान करने पर केंद्रित है। श्रीराम जीवन बीमा का उद्देश्य विशेष रूप से उन परिवारों को सहारा देना है, जो कमाने वाले सदस्य को खोने की स्थिति में आर्थिक रूप से संवेदनशील हो जाते हैं। कंपनी वित्तीय सहायता, धन सृजन के अवसर और जीवन बीमा की विभिन्न योजनाएं उपलब्ध कराती है, जिससे परिवार भविष्य के लिए सुरक्षित हो सकें। श्रीराम जीवन बीमा की प्रमुख विशेषताएं: वित्तीय सुरक्षा: परिवार को असामयिक मृत्यु की स्थिति में शिक्षा, किराया और अन्य आवश्यक खर्चों के लिए आर्थिक सहायता। धन सृजन: बचत और बंदोबस्ती योजनाओं के माध्यम से समय के साथ संपत्ति निर्माण। विस्तृत कवरेज: टर्म प्लान, बचत योजना, चाइल्ड प्लान और रिटायरमेंट समाधान जैसे विविध उत्पाद। किफायती प्रीमियम: ग्रामीण और आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के लिए भी सुलभ योजनाएं। पारदर्शी दावा प्रक्रिया: त्वरित और निष्पक्ष दावे का निपटारा। तकनीकी पहल: “श्रीमित्रा” ग्राहक सेवा ऐप, “एस्ट्रा” सेल्सपर्सन ऐप और “श्रीराम स्मार्ट सुरक्षा कार्ड” जैसी डिजिटल सेवाएं। राष्ट्रीय उपस्थिति: पूरे भारत में 500 से अधिक कार्यालयों के साथ ग्राहकों की सेवा। योजनाओं के मुख्य लाभ: मृत्यु लाभ: बीमाधारक की मृत्यु पर परिजनों को आर्थिक सहायता। परिपक्वता लाभ: कुछ योजनाओं में पॉलिसी अवधि पूरी होने पर एकमुश्त राशि या नियमित आय। कर लाभ: लागू कर कानूनों के तहत प्रीमियम और लाभ पर टैक्स छूट। उद्घाटन के दौरान कंपनी प्रतिनिधियों ने कहा कि श्रीराम जीवन बीमा का लक्ष्य हर वर्ग के परिवार तक वित्तीय सुरक्षा और समृद्धि का संदेश पहुँचाना है।
हंसराज कॉलेज ने NIRF 2025 रैंकिंग में हासिल किया तीसरा स्थान, परिवार में जश्न का माहौल

दिल्ली। राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क (NIRF) 2025 में हंसराज कॉलेज ने अभूतपूर्व उपलब्धि दर्ज की है। पूरे भारत के श्रेष्ठ महाविद्यालयों में कॉलेज ने तीसरा स्थान प्राप्त किया है। पिछले वर्ष कॉलेज 12वें स्थान पर था और इस बार उसने बड़ी छलांग लगाते हुए टॉप-3 में जगह बनाई है।

ऐतिहासिक पृष्ठभूमि और गौरव

1948 में स्थापित हंसराज कॉलेज की नींव महामना दयानंद सरस्वती की तपस्या और महात्मा हंसराज के त्याग पर आधारित रही है। यह संस्थान शिक्षा के साथ संस्कार और समाज के प्रति जिम्मेदारी का भाव भी विद्यार्थियों में विकसित करने के लिए जाना जाता है।

प्राचार्या की प्रतिक्रिया

प्राचार्या प्रो. रमा ने कहा—
"हम केवल रैंकिंग से प्रभावित नहीं हुए। हमारा लक्ष्य हमेशा शिक्षा और संस्कार में उत्कृष्टता प्राप्त करना और अपने पूर्वजों की परंपरा का सम्मान करना रहा है। हंसराज मेरे लिए सिर्फ एक संस्थान नहीं, बल्कि एक परिवार है। इस उपलब्धि में शिक्षकों, विद्यार्थियों, नॉन-टीचिंग स्टाफ और पूर्व छात्रों सभी का योगदान है।"

उन्होंने उप प्राचार्य डॉ. विजय रानी राजपाल और IQAC निदेशक डॉ. अल्का कक्कड़ के योगदान को विशेष रूप से रेखांकित किया।

दस वर्षों का संकल्प

प्रो. रमा ने भावुक होकर कहा कि पिछले दस वर्षों से उनका संकल्प केवल हंसराज परिवार की प्रतिष्ठा और ऊँचाइयों में वृद्धि करना रहा है।
"ईश्वर साक्षी है, मैंने केवल हंसराज परिवार के उत्थान और गौरव का सपना देखा। आज तीसरा स्थान पाना उसी सपने की सिद्धि है।"

आगे का लक्ष्य: विकसित भारत 2047

प्राचार्या ने दिल्ली विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. योगेश सिंह का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह सफलता केवल संख्याओं की कहानी नहीं, बल्कि शिक्षकों की निष्ठा, विद्यार्थियों की मेहनत, नॉन-टीचिंग स्टाफ के परिश्रम और पूर्व छात्रों के सहयोग का परिणाम है।
उन्होंने आगे कहा—
"अब हमारा अगला संकल्प है विकसित भारत 2047। हंसराज परिवार राष्ट्रनिर्माण के इस लक्ष्य में तन, मन और धन से योगदान देगा, क्योंकि हमारे लिए राष्ट्र सर्वोपरि है।"

गौरव का क्षण

हंसराज कॉलेज न केवल अकादमिक क्षेत्र में बल्कि खेल, कला, संस्कृति, शोध और नवाचार में भी निरंतर अपनी पहचान स्थापित कर रहा है। इस उपलब्धि से कॉलेज समुदाय में उत्साह और गर्व का माहौल है।

जहानाबाद बाल सुधार गृह से 24 बाल कैदी फरार, सुरक्षा में लापरवाही उजागर
जहानाबाद। जिले के बाल सुधार गृह से बड़ा हादसा हो गया। यहां से 24 बाल कैदी फरार हो गए, जिससे पूरे प्रशासनिक तंत्र में हड़कंप मच गया है। घटना को गंभीर सुरक्षा चूक मानते हुए संबंधित कर्मियों पर कार्रवाई शुरू कर दी गई है। कैसे मची अफरातफरी प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि कुछ बाल कैदियों के अभिभावक अवैध रूप से सिम कार्ड पहुंचाने की कोशिश कर रहे थे। ड्यूटी पर तैनात सुरक्षाकर्मियों ने इस गतिविधि को रोकने का प्रयास किया तो स्थिति बेकाबू हो गई। बाल कैदियों और उनके अभिभावकों ने विरोध जताया और इस दौरान हुई अफरातफरी का फायदा उठाकर 24 कैदी फरार हो गए। जिम्मेदारों पर गिरी गाज जांच में पाया गया है कि घटना में होमगार्ड, बीसैप के सिपाही और अधीक्षक स्तर पर गंभीर लापरवाही हुई है। प्रशासन ने इस मामले में कठोर कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू कर दी है। सर्च अभियान जारी घटना के तुरंत बाद पुलिस हरकत में आई और विशेष टीम गठित की गई। अब तक 4 फरार बाल कैदी पकड़े जा चुके हैं, जबकि बाकी 20 कैदियों की तलाश जारी है। पुलिस संभावित ठिकानों पर छापेमारी कर रही है। प्रशासन का बयान प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि दोषियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा। साथ ही, बाल सुधार गृह की सुरक्षा व्यवस्था को और सुदृढ़ करने के निर्देश जारी किए गए हैं ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न दोहराई जाएं।
जहानाबाद अखंड सुहाग के लिए सुहागिनों ने रखा निर्जला तीज व्रत, शिव-पार्वती की पूजा-अर्चना से गूंजे घर-घर
जहानाबाद घोसी प्रखंड अखंड सुहाग और पति की लंबी आयु की कामना के साथ  सुहागिन महिलाओं ने निर्जला तीज व्रत श्रद्धा और उल्लास के साथ संपन्न किया।शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों तक हर घर में धार्मिक माहौल रहा और परंपरागत अनुष्ठानों की गूंज सुनाई दी। सुबह स्नान-ध्यान के बाद महिलाओं ने मंदिरों और नदी तटों पर एकत्रित होकर भक्ति गीत गाए और विधि-विधान से पूजन किया। दिनभर मंदिरों में महिलाओं की भीड़ रही। सोलह श्रृंगार से सजी सुहागिनें कथा-श्रवण और पूजा-पाठ में लीन दिखीं। कई परिवारों में महिलाओं ने घर पर ही भगवान शिव, माता पार्वती और गणेश जी की मिट्टी से प्रतिमा बनाकर आराधना की। कुछ घरों में ब्राह्मणों को बुलाकर पारंपरिक विधि से कथा और आरती का आयोजन भी हुआ। तीज व्रत की पौराणिक कथा सुनाई। उन्होंने बताया कि माता पार्वती ने बचपन से ही भगवान शिव को पति रूप में पाने का संकल्प लिया था। युवावस्था में सहेलियों संग वन में कठोर तपस्या करने के बाद भाद्रपद शुक्ल पक्ष की तृतीया को उन्होंने मिट्टी और बालू से शिव प्रतिमा बनाकर व्रत रखा। प्रसन्न होकर शिव ने उन्हें दर्शन दिए और यह वरदान दिया कि वे हर जन्म में पति-पत्नी रूप में साथ रहेंगे। व्रत के दौरान सुहागिन महिलाओं ने चौकी पर गणेश, पार्वती और भोलेनाथ की प्रतिमाएं स्थापित कीं। सर्वप्रथम विघ्नहर्ता गणेश जी का पूजन हुआ, तत्पश्चात माता पार्वती को सुहाग का जोड़ा और श्रृंगार सामग्री अर्पित की गई।मौके पर *स्वीटी कुमारी जुली कुमारी कामिनी कुमारी ने कहा कि यह पर्व केवल व्रत और पूजा का नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति की गहराई और उसकी अनवरत परंपरा का प्रतीक है। वही *स्वीटी कुमारी* ने कहा“तीज हमें यह सिखाता है कि जीवन में प्रेम, विश्वास और समर्पण ही संबंधों की असली नींव है। यही धार्मिक-सांस्कृतिक परंपराएं भारत की सांस्कृतिक धरोहर को युगों से अखंड और उज्ज्वल बनाए हुए हैं।”अंत में शिव-पार्वती की आरती के साथ तीज व्रत की पूर्णाहुति की गई और घर-घर में मंगलकामनाओं का माहौल छा गया।
जहानाबाद: बाढ़ पीड़ित किसानों को मुआवजा दिलाने की मांग पर सांसद सुरेंद्र यादव सक्रिय, विकास योजनाओं का ऐलान

जहानाबाद सांसद सुरेंद्र प्रसाद यादव ने  जिला पदाधिकारी अलंकृता पांडे से मुलाकात कर जिले में आई बाढ़ से किसानों एवं आम लोगों को हुई भारी तबाही और नुकसान से अवगत कराया। उन्होंने जिला प्रशासन से आग्रह किया कि प्रभावित किसानों और लोगों को शीघ्र मुआवजा उपलब्ध कराया जाए।

सांसद ने कहा कि बाढ़ से किसानों की पूरी फसल बर्बाद हो गई है, जिससे उनकी आजीविका पर गंभीर संकट उत्पन्न हो गया है। डीएम से लंबी बातचीत के बाद सांसद ने स्थानीय परिसदन में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि वह किसानों और आम लोगों को राहत दिलाने के लिए हर स्तर पर प्रयासरत हैं।

उन्होंने बताया कि जहानाबाद संसदीय क्षेत्र के विकास को लेकर भी ठोस कदम उठाए जा रहे हैं। हाल ही में अरवल-बिहारशरीफ सड़क मार्ग को फोरलेन बनाने की स्वीकृति मिल गई है और जल्द ही इसका निर्माण कार्य शुरू होगा। इसके बन जाने से लोगों को आवागमन में आसानी होगी और समय की बचत भी होगी।

सांसद ने आगे कहा कि जहानाबाद शहर के अरवल मोड़ के पास फ्लाईओवर का निर्माण भी जल्द प्रारंभ होगा। इससे राजा बाजार सहित शहर के अन्य इलाकों में जाम की समस्या से लोगों को बड़ी राहत मिलेगी।

उन्होंने भरोसा दिलाया कि वह दिल्ली में रहकर विभिन्न विभागों के मंत्रियों एवं अधिकारियों से मिलकर जहानाबाद संसदीय क्षेत्र के चौमुखी विकास के लिए हर संभव स्वीकृति सुनिश्चित कर रहे हैं। आने वाले समय में ये योजनाएँ धरातल पर उतारी जाएँगी।

इस अवसर पर राजद के मीडिया प्रभारी डॉ. शशीरंजन उर्फ पप्पू यादव समेत बड़ी संख्या में राजद कार्यकर्ता और स्थानीय नेता उपस्थित थे।
जहानाबाद फल्गु नदी में आई बाढ़ से प्रभावित परिवारों को अरिस्टो फार्मा ने दी राहत
जहानाबाद। फल्गु नदी में आई बाढ़ से प्रभावित लाचार और बेबस परिवारों के बीच अरिस्टो फार्मा ने राहत सामग्री का वितरण किया। कंपनी के प्रबंध निदेशक एवं प्रसिद्ध उद्योगपति उमेश शर्मा उर्फ भोला बाबू के निर्देश पर 25 अगस्त को यह कार्यक्रम आयोजित किया गया।

प्रभावित गांवों में पहुंची CSR टीम

अरिस्टो फार्मा की CSR टीम ने जहानाबाद जिले के मेटरा, गिरधरपुर, तुलसीपुर, बिजलीपुर, मुकीमपुर और भारथु गांवों में बाढ़ प्रभावित परिवारों की सूची तैयार कर राहत सामग्री वितरित की। इस दौरान करीब 700 पैकेट जरूरतमंदों तक पहुंचाए गए।

राहत सामग्री में शामिल रहीं आवश्यक वस्तुएं

राहत पैकेट में चावल, आटा, दाल, तेल, बिस्किट और पीने का पानी समेत अन्य जरूरी सामान शामिल थे। इन सामग्रियों को खासतौर पर उन परिवारों को दिया गया, जिनके घर बाढ़ की चपेट में आकर क्षतिग्रस्त हो गए थे या जिनके पास खाने-पीने की पर्याप्त सुविधा नहीं थी।

मानवता की मिसाल

अरिस्टो फार्मा के CSR एक्जीक्यूटिव अनुराग गुंजन ने कहा कि कठिन परिस्थिति में समाज के प्रति जिम्मेदारी निभाना हर संस्थान का नैतिक कर्तव्य है। बाढ़ पीड़ितों तक राहत पहुंचाकर अरिस्टो फार्मा ने अपनी सामाजिक जिम्मेदारी का परिचय दिया है। उन्होंने कहा कि आगे भी कंपनी अपने MD भोला बाबू के मार्गदर्शन में इसी तरह समाज सेवा के कार्य करती रहेगी।

क्या बोले पूर्व मुखिया पति

इस अवसर पर भारथू पंचायत के पूर्व मुखिया पति मधुसूदन शर्मा ने बताया कि भयावह बाढ़ से हजारों लोग प्रभावित हुए हैं। इसी को देखते हुए अरिस्टो फार्मा के MD भोला बाबू से सहयोग की अपील की गई, जिसके बाद उन्होंने 700 से 800 पैकेट राहत सामग्री भेजी। CSR टीम ने इन्हें गांव-गांव जाकर जरूरतमंदों में बांटा।

ग्रामीणों ने जताया आभार

राहत सामग्री मिलने के बाद ग्रामीणों ने अरिस्टो फार्मा और भोला बाबू का आभार जताया। उन्होंने कहा कि कंपनी का यह सहयोग कठिन समय में बड़ी मदद साबित हुआ है और उम्मीद जताई कि आगे भी इसी तरह सहयोग मिलता रहेगा।

जहानाबाद किसानों का दर्द छलका — “मार तो दिया, अब पिंडदान कर दे”

जहानाबाद: फल्गु नदी की बाढ़ से मत्स्य पालन और किसानों को करोड़ों का नुकसान

जहानाबाद। झारखंड में हुई भारी बारिश से बिहार की फल्गु नदी उफान पर है। इसका असर गया, जहानाबाद और नालंदा जिलों पर सबसे ज्यादा पड़ा है। नदी का पानी गांवों में घुसते ही कई घर ढह गए, धान की फसलें बर्बाद हो गईं और मत्स्यपालकों की मेहनत पर पानी फिर गया। जीरा मछली से लेकर तैयार मछलियां तक बाढ़ का पानी बहाकर ले गया।

जहानाबाद जिले के घोसी प्रखंड स्थित भारथु गांव में बड़े पैमाने पर मत्स्य पालन होता है। इस बार आई बाढ़ ने यहां एक से दो करोड़ रुपये तक का नुकसान कर दिया। ग्रामीणों का कहना है कि बाढ़ ने उनकी रोजी-रोटी छीन ली है। मजदूरी करने वाले बेरोजगार हो गए हैं, जबकि किसान और मत्स्यपालक कर्ज के बोझ तले दब गए हैं।

मत्स्यपालकों का दर्द

मत्स्यपालक किसान दुर्गेश कुमार ने कहा—
“हमने करीब 50 लाख रुपये मत्स्य पालन में लगाए थे। बाढ़ से अब तक 25 लाख का नुकसान हो चुका है। 15 दिन पहले भी यही स्थिति हुई थी। प्रशासन ने वादा किया था कि तटबंध को दुरुस्त करेंगे, लेकिन 5 मिनट भी पानी का दबाव नहीं झेल सका और पूरा इलाका जलमग्न हो गया। अब तो हालात ऐसे हैं कि जीने की उम्मीद खत्म हो गई है। पिंडदान ही कर दीजिए।”

ग्रामीणों का आक्रोश

भारथु गांव की सीता कुमारी ने कहा—
“बाढ़ ने हमारी जिंदगी नरक बना दी है। बच्चे तक बाढ़ का पानी पीकर जिंदा रहे। प्रशासन और नेता सिर्फ फोटो-वीडियो खिंचवाने आते हैं, मदद कोई नहीं करता। अगर यही हाल रहा तो इस बार हम चुनाव का बहिष्कार करेंगे।”

मदद की आखिरी उम्मीद

ग्रामीणों का कहना है कि प्रशासन और नेताओं ने अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया है। दो बार बाढ़ आ चुकी है, लेकिन तटबंध की मजबूती पर ध्यान नहीं दिया गया। परिणामस्वरूप करोड़ों की मछली बर्बाद हो गई और किसानों की फसलें डूब गईं। अब ग्रामीण सिर्फ सरकार और प्रशासन से राहत और मुआवजा मिलने की उम्मीद लगाए बैठे हैं।

जहानाबाद में भामाशाह मिलन सह सम्मान समारोह सम्पन्न, तेली समाज की एकजुटता का दिखा अद्भुत नजारा

जहानाबाद। स्थानीय एक निजी मैरिज हॉल में रविवार को भव्य रूप से भामाशाह मिलन सह सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर तेली समाज के हजारों महिला-पुरुषों ने भाग लेकर समाज की अद्वितीय एकजुटता और शक्ति का परिचय दिया।

समारोह के मुख्य अतिथि धनबाद के सांसद ढुल्लू महतो रहे। कार्यक्रम स्थल पर पहुंचने पर उनका स्वागत पूर्व वाइस चेयरमैन कृष्णा गुप्ता समेत समाज के गणमान्य लोगों ने किया। संबोधन में सांसद महतो ने कहा कि “हमारा समाज मेहनत, दान और सेवा में हमेशा अग्रणी रहा है, लेकिन राजनीति में हमारी हिस्सेदारी कम रही है। अब समय आ गया है कि तेली समाज अपना हक खुद ले और राजनीति में सशक्त भागीदारी सुनिश्चित करे।”

समारोह में पटना मेयर सीता साहू के सुपुत्र शिशिर गुप्ता, तेली समाज के प्रदेश उपाध्यक्ष भीम कुमार साहू, विधि प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष आनंद कुमार, राष्ट्रीय अध्यक्ष गुरुदेव प्रेम जी सहित कई गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे। वक्ताओं ने तेली समाज को और अधिक संगठित करने तथा राजनीति में उचित भागीदारी सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार तेली समाज लगातार एनडीए को समर्थन देता आया है, उसी प्रकार सभी राजनीतिक दलों को भी समाज को सम्मानजनक भागीदारी देनी चाहिए।

सभा में यह भी मांग रखी गई कि आगामी विधानसभा चुनावों में तेली समाज को अधिक से अधिक टिकट दिए जाएं और पार्टी के संगठनात्मक ढांचे में समाज की सक्रिय भूमिका सुनिश्चित हो।

इस कार्यक्रम को सफल बनाने में दामोदर प्रसाद भोला बाबू, लोकहित पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अजय गुप्ता, पूर्व उपमुख्य वार्ड पार्षद कृष्णा गुप्ता, विजय प्रसाद, युवा जिला अध्यक्ष नित्यानंद गुप्ता, लड्डू कुमार, नितेश कुमार मोनू, राजू सेठ, धर्मेंद्र कुमार गुप्ता, ममता साहू, सुनीता साहू, सावित्री सुमन, पूनम गुप्ता, विक्टोरिया सरकार, संजय गुप्ता, विक्रम, लक्ष्मण गुप्ता, प्रशांत कुमार गुप्ता और पप्पू महाकाल सहित सैकड़ों कार्यकर्ताओं का विशेष योगदान रहा।

भामाशाह मिलन सह सम्मान समारोह ने न केवल समाज के प्रतिभागियों को सम्मानित किया, बल्कि तेली समाज को एक संगठित और सशक्त शक्ति के रूप में स्थापित करने का भी कार्य किया।

अरिस्टो फार्मास्यूटिकल्स लिमिटेड के MD उमेश शर्मा ‘भोला बाबू’ बने विश्व हिन्दी परिषद के उपाध्यक्ष

जहानाबाद जिले के गौरव, अरिस्टो फार्मास्यूटिकल्स लिमिटेड के प्रबंध निदेशक उमेश शर्मा उर्फ भोला बाबू को उनकी सामाजिक सक्रियता और शांति-स्वभाव के लिए बड़ी उपलब्धि मिली है। उन्हें विश्व हिन्दी परिषद का उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया है।

भोला बाबू न केवल एक सफल उद्योगपति हैं, बल्कि समाजसेवा और ग्रामीण विकास के क्षेत्र में भी लगातार सक्रिय रहते हैं। बिहार प्रवास के दौरान उन्होंने कई गांवों को गोद लिया है और ग्रामीणों की समस्याओं के समाधान की दिशा में ठोस पहल की है। उनकी सरलता और मिलनसार स्वभाव ने उन्हें व्यावसायिक और सामाजिक जगत में विशेष पहचान दिलाई है। उमेश शर्मा को यह दायित्व मिलने पर जहानाबाद सहित पूरे बिहार में हर्ष की लहर है। स्थानीय लोग और समर्थक इसे जिले के लिए गर्व का क्षण बता रहे हैं।

अरिस्टो कंपनी के साथ-साथ समाजसेवा के क्षेत्र में भी सक्रिय रहने वाले भोला बाबू का कहना है कि वे अपनी नई जिम्मेदारी को पूरी निष्ठा से निभाएंगे और हिन्दी भाषा एवं भारतीय संस्कृति के प्रसार में योगदान देंगे।