पितृपक्ष मेला 2025: गया में तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए तैयारियां जोरों पर

गयाजी: 6 सितंबर से शुरू होने वाले पितृपक्ष मेले के लिए गया जिला प्रशासन और भारतीय रेल ने अपनी कमर कस ली है। इस वर्ष भी बड़ी संख्या में देश-विदेश से श्रद्धालु गयाजी आएंगे, जिनकी सुरक्षा और सुविधा सुनिश्चित करने के लिए डीआरएम और जिलाधिकारी शशांक शुभंकर ने संयुक्त रूप से गया स्टेशन का निरीक्षण किया।
जिलाधिकारी ने स्टेशन पर आने वाले तीर्थयात्रियों के लिए सभी आवश्यक सुविधाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पीने का पानी, शौचालय, और बिजली की पर्याप्त व्यवस्था की जाए। इसके अलावा, एक नंबर से लेकर सात नंबर प्लेटफार्म तक सभी सुविधाओं को दुरुस्त रखने को कहा गया है।
यात्री सुविधाओं पर विशेष ध्यान
यातायात और पार्किंग: जिलाधिकारी ने ऑटो स्टैंड और पार्किंग स्थलों को व्यवस्थित और समतल बनाने का निर्देश दिया, ताकि वाहनों की कतारबद्ध पार्किंग हो सके।
सूचना और साइनेज: ट्रेन की जानकारी के लिए जगह-जगह टाइम टेबल, डिस्प्ले बोर्ड और साइनेज लगाने को कहा गया है। इसमें विष्णुपद मंदिर की दिशा और स्टेशन से निकलने के रास्तों की जानकारी भी शामिल होगी।
स्वच्छता और पेयजल: कुल 20 शौचालयों के अलावा, अतिरिक्त अस्थायी शौचालयों का भी निर्माण किया जा रहा है। अधिकारियों को नियमित साफ-सफाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। प्लेटफार्म पर और बाहर पर्याप्त पेयजल की व्यवस्था करने को कहा गया है।
सुरक्षा और निगरानी: स्टेशन पर भीड़ प्रबंधन के लिए हाई-रेजोल्यूशन सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे, जिनकी निगरानी जिला नियंत्रण कक्ष से की जाएगी। साथ ही, आरपीएफ और जीआरपी के जवानों को तैनात किया जाएगा।
हेल्प डेस्क और अनाउंसमेंट: रेलवे और जिला प्रशासन दोनों की ओर से हेल्प डेस्क और कंट्रोल रूम स्थापित किए जाएंगे। इसके अलावा, लगातार अनाउंसमेंट के माध्यम से यात्रियों को जानकारी दी जाएगी।
चुनौतियों का समाधान
वर्तमान में गया स्टेशन के नए सिरे से निर्माण के कारण आ रही परेशानियों को देखते हुए, जिलाधिकारी ने अनुपयोगी उपकरणों को हटाने और उबड़-खाबड़ रास्तों को समतल करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि तीर्थयात्रियों की सुरक्षा सर्वोपरि है, और इसके लिए सभी उपाय किए जाने चाहिए।
रेलवे अधिकारियों ने बताया कि पितृपक्ष के दौरान गया आने वाले यात्रियों की संख्या 80,000 से 90,000 प्रतिदिन तक पहुंच जाती है। उन्होंने बताया कि इस वर्ष भी पिछले साल की तरह स्पेशल ट्रेनें चलाने की मांग की गई है।
Sep 01 2025, 09:32