जहानाबाद फल्गु नदी ने फिर मचाया कहर, घोसी प्रखंड के कई गांव जलमग्न, प्रशासन ने जारी किया अलर्ट
जहानाबाद। फल्गु नदी का जलस्तर एक बार फिर खतरे का संकेत देने लगा है। शुक्रवार की देर रात करीब 2 बजे घोसी प्रखंड के कई गांवों में अचानक नदी का पानी घुस आया। सुबह होते-होते जल प्रवाह और तेज हो गया, जिससे पूरे इलाके में अफरा-तफरी मच गई।
ग्रामीणों के अनुसार देर रात जब लोग गहरी नींद में थे, तभी अचानक 3 बजे के आसपास घरों में पानी भरने लगा। ग्रामीण घबराकर उठे और सुरक्षित स्थानों की ओर निकलने लगे। कई घर जलमग्न हो गए और खेत-खलिहान पानी में डूब गए। गौरतलब है कि महज कुछ माह पूर्व ही फल्गु नदी का तटबंध टूटने से घोसी प्रखंड के कई गांव डूबान की चपेट में आ गए थे। उस समय किसानों की फसलें पूरी तरह बर्बाद हो गई थीं। लोग उस आपदा से उबर भी नहीं पाए थे कि अब एक बार फिर जलस्तर बढ़ने से ग्रामीणों पर संकट गहराने लगा है। इधर, जिला प्रशासन ने शुक्रवार को ही अलर्ट जारी करते हुए लोगों से सतर्क रहने और ऊँचे स्थानों पर जाने की अपील की थी। फिलहाल स्थिति पर प्रशासन की पैनी नजर बनी हुई है। राहत की बात यह है कि अब तक किसी बड़े नुकसान की खबर नहीं है और लोग सुरक्षित बताए जा रहे हैं। जिला प्रशासन ने स्थानीय स्तर पर टीम का गठन कर घटनास्थल का निरीक्षण शुरू कर दिया है। साथ ही ग्रामीणों से अपील की जा रही है कि वे नदी के समीप या निचले इलाकों में न रहें और प्रशासन के निर्देशों का पालन करें।

जहानाबाद। फल्गु नदी का जलस्तर एक बार फिर खतरे का संकेत देने लगा है। शुक्रवार की देर रात करीब 2 बजे घोसी प्रखंड के कई गांवों में अचानक नदी का पानी घुस आया। सुबह होते-होते जल प्रवाह और तेज हो गया, जिससे पूरे इलाके में अफरा-तफरी मच गई।

जहानाबाद बुनियाद केंद्र में दिव्यांगजन आपदा सुरक्षा प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में दिव्यांगजन और उनके परिजन शामिल हुए। कार्यक्रम का संचालन संबंधित अधिकारियों ने किया और दिव्यांगजनों से संवाद करते हुए आपदा की स्थिति में सुरक्षित रहने के उपायों की जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि जहां सामान्य व्यक्ति आपदा के समय अपने बचाव के कई विकल्प निकाल सकते हैं, वहीं दिव्यांगजनों के लिए यह चुनौतीपूर्ण होता है। इसलिए ऐसे प्रशिक्षण कार्यक्रमों का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि दिव्यांगजन समय पर सही कदम उठाकर सुरक्षित रह सकें।बुनियाद केंद्र की जिला प्रबंधक अनु कुमारी ने बताया कि इस तरह के शिविरों के माध्यम से दिव्यांगजनों तक आपदा सुरक्षा का संदेश पहुँचाना ही मुख्य उद्देश्य है। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में प्रखंड स्तर पर भी ऐसे कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे ताकि अधिक से अधिक दिव्यांगजन इसका लाभ उठा सकें। अनु कुमारी ने यह भी बताया कि दिव्यांगजन अलग-अलग प्रकार के होते हैं—कुछ शारीरिक रूप से, कुछ मानसिक रूप से, कुछ देखने-सुनने में असमर्थ होते हैं, तो कुछ चलने-फिरने में अक्षम। ऐसे में हर प्रकार की जरूरत को ध्यान में रखते हुए बुनियाद केंद्र निरंतर सहयोग करता है।धनंजय कुमार ने अपने संबोधन में कहा कि यदि किसी दिव्यांगजन को कोई समस्या हो तो वे सीधे बुनियाद केंद्र से संपर्क कर सकते हैं। यहाँ पर उन्हें आवश्यकतानुसार सहायक उपकरण जैसे—श्रवण यंत्र, ट्राईसाइकिल और अन्य सुविधाएँ उपलब्ध कराई जाती हैं।कार्यक्रम में बुनियाद केंद्र के कर्मचारी विशाल कुमार सहित अन्य कर्मचारी भी उपस्थित रहे।
जहानाबाद मौसम विभाग द्वारा 21 अगस्त से 23 अगस्त 2025 तक चतरा एवं हजारीबाग क्षेत्र में भारी वर्षा की संभावना जताई गई है। इसके मद्देनजर फल्गु नदी के जलस्तर में तेजी से वृद्धि की आशंका व्यक्त की गई है। जिला प्रशासन ने इसको लेकर अलर्ट जारी करते हुए लोगों से सतर्क रहने की अपील की है।
जहानाबाद। प्रयत्न नारी शक्ति महिला विकास स्वावलंबी सहकारी समिति लिमिटेड, सदर जहानाबाद की वार्षिक प्रतिनिधि आमसभा का आयोजन एक निजी रेस्ट हाउस में किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता समिति की अध्यक्ष
नीतू कुमारी ने की।
जहानाबाद। बिहार राज्य आंगनवाड़ी सेविका-सहायिका संघ (CITU से सम्बद्ध) की जिला शाखा के बैनर तले गुरुवार को आंगनवाड़ी सेविकाओं और सहायिकाओं ने डीएम ऑफिस गेट पर जोरदार प्रदर्शन किया। सैकड़ों की संख्या में जुटी महिलाओं ने तख्तियां-बैनर लेकर नारेबाजी की और अपनी 6 सूत्री मांगों को पूरा करने की मांग की।
जहानाबाद। श्रम संसाधन विभाग अंतर्गत
जिला नियोजनालय, जहानाबाद की ओर से बेरोजगार युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में मदद पहुंचाने के उद्देश्य से
टूल किट एवं स्टडी किट वितरण कार्यक्रम का आयोजन श्याम नगर स्थित जिला नियोजनालय परिसर में किया गया।
भागलपुर। देश के जाने-माने उद्योगपति और अरिस्टो कंपनी के प्रबंध निदेशक
उमेश शर्मा उर्फ भोला बाबू इन दिनों बिहार दौरे पर हैं। समाज सेवा और ग्रामीण विकास की दिशा में कदम बढ़ाते हुए उन्होंने भागलपुर जिले के
तुलसीपुर गांव को गोद लिया है। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि जिस-जिस गांव को वे गोद लेते हैं, वहां एक साल के भीतर तस्वीर पूरी तरह बदल जाती है।



Aug 23 2025, 17:51
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