बाढ़ पीड़ितों की जिलाधिकारी से गुहार, सही करायें गंगा पार की बिजली

अमृतपुर फर्रुखाबाद। 22 अगस्त बीते चार हफ्तों से गंगा पार क्षेत्र लगातार बाढ़ का दंस झेल रहा है। गंगा एवं रामगंगा नदियों में भयानक सैलाब की स्थिति बनी हुई है।

इस क्षेत्र के आधा सैकड़ा से अधिक गांव प्रभावित हुए हैं। जहां के लोग अब रोजी-रोटी के लिए तरस रहे है।अनेकों समस्याएं इस क्षेत्र के लिए मुँह बाये खड़ी है। इन्हीं सब में एक गंभीर समस्या बिजली विभाग ने भी पैदा कर दी है। बाढ़ का दंस झेल रहे ग्रामीण क्षेत्र के लोग अब बिजली विभाग की कार्यशैली को लेकर निराशा की स्थिति में चल रहे हैं। काम धंधे पहले से ही ठप हो चुके थे। अब बीते 10 दिनों से लगातार बिजली न आने के कारण काम करने की गति प्रभावित हुई है। आटा चक्की ई रिक्शा चार्जिंग मोबाइल चार्जिंग इलेक्ट्रॉनिक की दुकाने पूर्णतया बंद हो चुकी हैं। घरों में अंधेरा है और इस भीषण गर्मी में जीना मुश्किल हो चुका है।

बिजली विभाग शायद अपने कर्तव्यों का सही ढंग से निर्वाहन नहीं कर पा रहा है। जब से अधिकारियों की तैनाती में फेरबदल किया गया बिजली की दुर्दशा होती चली गई। अधिशासी अभियंता एवं अवर अभियंता गंगा पार क्षेत्र की बिजली की समस्याओं को दूर करने में असफल होते जा रहे हैं। इस क्षेत्र के पांच सैकड़ा से अधिक गांव अंधेरे में डूब चुके हैं। बीते कई दशकों से इस क्षेत्र में बाढ़ आती रही परंतु बिजली की दुर्दशा ऐसी कभी नहीं हुई जैसी स्थिति इस वर्ष देखने को मिली। सन 2010 में भी बाढ़ भयानक रूप से इस क्षेत्र में फैली हुई थी। लेकिन फिर भी अमृतपुर कस्बे की सप्लाई चालू रही।

इस वर्ष नवागंतुक अधिकारियों की लापरवाही के चलते 10 दिनों से लगातार गंगा पार क्षेत्र अंधेरे में डूबा हुआ है। कभी फाल्ट कभी लोकल फाल्ट कभी खंबे कभी पावर हाउस में समस्या और सबसे अधिक समस्या इन अधिकारियों ने पैदा कर दी। अब इस स्थिति से दो-चार होने के लिए ना तो कोई जनप्रतिनिधि आगे आ रहा है और ना ही कोई उच्च अधिकारी। कई बार लोगों ने इसकी शिकायत अवर अभियंता से की और इस समस्या का समाधान करने की गुहार लगाई।

सोशल मीडिया पर भी इस समस्या को लेकर हाय तौबा मची लेकिन परिणाम पॉजिटिव नहीं हो सके। इस क्षेत्र के रहने वाले हरि ओम राघव पूरनलाल दीनदयाल राजेश कल्लू फूलमती राज रानी देवकी सुनीता घनश्याम मोहन प्रदीप वासुदेव अनोखेलाल राम प्रसाद रामनाथ आदि सैकड़ो उपभोक्ताओं ने बिजली सुधार की समस्या को लेकर जिलाधिकारी से मांग की है कि वह इस तरफ भी ध्यान दें जिससे बाढ़ का दंस झेल रहे गंगा पार के बाढ़ पीड़ित कम से कम दोहरी मार से तो बच सके। शाम ढलने के बाद चारों तरफ पानी और अंधेरा दिखाई देता है। ऐसी स्थिति में उजाले की सख्त जरूरत पड़ती है। लेकिन घरों सड़कों के अंधेरे ने अब जीवन में भी अंधेरा घोल दिया है।

बिजली विभाग की सुस्ती के चलते प्रत्येक उपभोक्ता परेशान हो चुका है। अगर ऐसी ही समस्या बनी रही तो इन उपभोक्ताओं का सब्र टूट कर सड़कों पर आ सकता है और फिर इसे संभालना अधिकारियों के बस में नहीं होगा क्योंकि यह समस्या एक दो गांवो की नहीं बल्कि सैकड़ो गांवो की है।

इस अंधकार में हजारों उपभोक्ता परेशान हो चुके हैं। बिजली विभाग को चाहिए कि वह अपना संपूर्ण योगदान देकर इस समस्या का समाधान स्थाई तौर पर करें। नए कानून और नए नियम उपभोक्ताओं पर जबरिया थोपने की कोशिश कतई ना करें। बिजली रात ही नहीं दिन में भी दी जाए।

78 साल बाद भी गंगापार के लोगों के लिए नहीं बन सका स्थायी अन्त्योष्टि स्थल, भाजपा नेता विकास राजपूत ने जताई नाराजगी

फर्रुखाबाद। जिले में आई बाढ़ ने गंगापार क्षेत्र की बड़ी आबादी को गहरी मुश्किलों में डाल दिया है। भाजपा नेता एवं समाजसेवी विकास राजपूत ने मंगलवार को पांचाल घाट का दौरा किया, जहां उन्होंने देखा कि बाढ़ के कारण लोग मजबूर होकर सड़कों के किनारे खुले में अपने परिजनों का अंतिम संस्कार कर रहे हैं।

इस हृदयविदारक दृश्य को देखकर राजपूत भावुक हो उठे। उन्होंने कहा कि बाढ़ग्रस्त लोग न तो सूखी लकड़ी का इंतज़ाम कर पा रहे हैं और न ही सूखे कंडों का। पानी से जूझते हुए किसी तरह शवों का अंतिम संस्कार करना बेहद दुखद और असहनीय स्थिति है।

राजपूत ने कहा—

“आज़ादी के 78 वर्ष बाद भी गंगापार की बड़ी आबादी को स्थायी अन्त्योष्टि स्थल उपलब्ध नहीं हो सका है। यह बेहद चिंताजनक और पीड़ादायक है।”

उन्होंने प्रशासन और जनप्रतिनिधियों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि गंगा के एक किनारे पर तो शेड और पक्के अन्त्योष्टि स्थल बनाए गए हैं, लेकिन गंगापार की बड़ी आबादी आज भी इस बुनियादी सुविधा से वंचित है।

राजपूत ने सरकार और जिला प्रशासन से तत्काल गंगा के दूसरी ओर भी पक्के अन्त्योष्टि स्थल और शेड का निर्माण कराने की मांग की। उन्होंने कहा कि—

“बाढ़ और बरसात के दिनों में लोगों को खुले में शव जलाने की विवशता कलयुग की पराकाष्ठा है। अब गंगापार की जनता को सम्मानजनक अन्त्योष्टि स्थल मिलना ही चाहिए।”

अज्ञात वाहन की टक्कर से गोवंश की मृत्यु, पुलिस ने जेसीबी की मदद से दफनाया

अमृतपुर फर्रुखाबाद 

जनपद फर्रुखाबाद के तहसील क्षेत्र अमृतपुर के अंतर्गत फर्रुखाबाद बदायूं मार्ग राजपुर कस्बा में किसी अज्ञात वाहन की टक्कर से एक गोवंश की मृत्यु हो गई। सड़क पर पड़े गोवंश से आवा गमन बाधित हो रहा था। जिसकी राहगीरों द्वारा जिला प्रशासन को सूचना दी गई। जिला प्रशासन द्वारा थाना पुलिस को अवगत कराया गया कि एक मृत गोवंश कस्बा राजपुर में रोड पर पड़ा है। जिससे आवागमन बाधित हो रहा है। थाना अध्यक्ष मोनू शाक्या ने संज्ञान में लेते हुए। पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंची और दरोगा राघवेंद्र सिंह भदौरिया ने मृत गोवंश को जेसीबी बुलवाकर सुरक्षित स्थान पर दफनाया जाकर।

कस्बा राजपुर के दुकानदारों और ग्रामीणों ने थाना पुलिस की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह गोवंश रात्रि के समय किसी अज्ञात वाहन की टक्कर से मृत्यु हो गई थी जिसको पुलिस ने संज्ञान में लेते हुए इसका अंतिम संस्कार जेसीबी के माध्यम से किया।

बाढ़ पीड़ित गांव के लिए, मसीहा बने जिला पंचायत सदस्य देवेंद्र प्रताप सिंह

अमृतपुर फर्रुखाबाद।फर्रुखाबाद में गंगा नदी के बढ़ते जलस्तर से कई गांव प्रभावित हुए हैं। खेतों में फसलें डूब गई हैं। कच्चे मकान ढह रहे हैं। गांव के मार्गो पर जल भराव होने से मात्र ट्रैक्टर ट्राली ही यातायात का साधन बना हुआ है। और जिन मार्गों पर ट्रैक्टर ट्राली भी नहीं पहुंच सकते थे उसे जगह नाव से भोजन पहुंचा।

इस स्थिति में जिला पंचायत सदस्य देवेंद्र प्रताप सिंह ने बाढ़ पीड़ितों की मदद का बीड़ा उठाया है। उन्होंने बताया है कि हम लगातार जन सेवा में लगे हुए और निरंतर जन सेवा करेंगे अपनी टीम के साथ हमीरपुर,सुगनापुर,माखन नगला ,मीगन नगला गांव में निःशुल्क भोजन वितरण शुरू किया है। उनका कहना है कि बाढ़ का पानी उतरने भोजन एवं राहत सामग्री पहुंचाने का कार्य जारी रहेगा।

देवेंद्र प्रताप नाव से बाढ़ग्रस्त इलाकों में जा रहे हैं। वे बच्चों, महिलाओं और बुजुर्गों को भोजन पैके बांट रहे हैं। साथ ही उनकी समस्याएं भी सुन रहे हैं। उन्होंने कहा कि वे नेता नहीं बल्कि बेटे के रूप में सेवा कर रहे हैं।प्रशासन के अनुसार राजेपुर और अमृतपुर ब्लॉक के कई गांव बाढ़ से घिरे हैं। मुख्य मार्ग जलमग्न हैं। केवल नाव या ट्रैक्टर ट्रॉली से ही आवागमन हो पा रहा है। ग्रामीणों ने इस आपदा के समय समाजसेवियों के प्रयास की सराहना की है।

नाव से पहुंचकर पीड़ित परिवारों को भोजन और राहत सामग्री बांट रहे देवेंद्र प्रताप सिंह

अमृतपुर फर्रुखाबाद। गंगा नदी के बढ़ते जलस्तर से कई गांव प्रभावित हुए हैं। खेतों में फसलें डूब गई हैं। कच्चे मकान ढह रहे हैं। गांव की गलियों में नावें ही एकमात्र यातायात का साधन बन गई हैं।

इस स्थिति में जिला पंचायत सदस्य देवेंद्र प्रताप सिंह ने बाढ़ पीड़ितों की मदद का बीड़ा उठाया है। उन्होंने अपनी टीम के साथ कुड़री सारंगपुर, बनारसीपुर गांव में निःशुल्क भोजन वितरण शुरू किया है। जिसमें अतर सिंह प्रधान भी मौके पर मौजूद रहे।उनका कहना है कि बाढ़ का पानी उतरने तक राहत कार्य जारी रहेगा।देवेंद्र प्रताप नाव से बाढ़ग्रस्त इलाकों में जा रहे हैं। वे बच्चों, महिलाओं और बुजुर्गों को भोजन पैकेट और बिस्किट बांट रहे हैं। साथ ही उनकी समस्याएं भी सुन रहे हैं। उन्होंने कहा कि वे नेता नहीं बल्कि बेटे के रूप में सेवा कर रहे हैं।प्रशासन के अनुसार राजेपुर और अमृतपुर ब्लॉक के कई गांव बाढ़ से घिरे हैं। मुख्य मार्ग जलमग्न हैं। केवल नाव या ट्रैक्टर ट्रॉली से ही आवागमन हो पा रहा है। ग्रामीणों ने इस आपदा के समय समाजसेवियों के प्रयास की सराहना की है।

समाधान दिवस की शिकायतों को अधिकारी गंभीरता से लेकर निस्तारण करें डीएम

फर्रूखाबाद।संपूर्ण समाधान दिवस में आने वाली शिकायतों को सभी अधिकारी गंभीरता से लें और उनका भी निस्तारण करें जिससे शिकायत पटल पर शिकायतों का आंकड़ा कम हो सके l

सोमवार को ऑफिसर्स क्लब फतेहगढ़ में तहसील सदर का सम्पूर्ण समाधान दिवस का आयोजन जिलाधिकारी आशुतोष कुमार द्विवेदी की अध्यक्षता में किया गया l संम्पूर्ण समाधान दिवस में राजस्व विभाग की 33,पुलिस की 04,विकास विभाग की 01,विद्युत विभाग की 02 व अन्य विभागों की 12 शिकायते कुल 52 शिकायतें प्राप्त हुई, जिनमे से 02 का मौके पर निस्तारण किया गया।

जिलाधिकारी द्वारा प्राप्त शिकायतों का शासन की मंशा के अनुरूप प्राथमिकता के आधार पर तय समय सीमा के अंदर निस्तारण करने के आदेश संवंधित विभाग के अधिकारियो को दिए हैं l

इस मौके पर पुलिस अधीक्षक आरती सिंह,मुख्य विकास अधिकारी,मुख्य चिकित्सा अधिकारी,उप जिलाधिकारी व संवंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।

बाढ़ पीड़ितों ने मंत्री से की गंगा पर तटबंध बनवाए जाने की मांग , गौशाला में गायों को गुड केले का सेवन कराया

फर्रूखाबाद l प्रदेश के जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह द्वारा फर्रूखाबाद पहुँचकर बाढ़ से प्रभावित अमृतपुर तहसील के जमापुर मोड़ व कायमगंज तहसील के शमसाबाद मंडी में बाढ़ पीड़ितों को बाढ़ राहत सामिग्री वितरण की गई जमापुर में 250 परिवारों को व शमसाबाद में 300 परिवारों को बाढ़ राहत किट प्रदान की गई।

इस दौरान मंत्री ने बाढ़ पीड़ितों से संबाद कर उनकी समस्याओं के बारे में जानकारी प्राप्त की बाढ़ पीड़ितों द्वारा मंत्री से गंगा पर तटबंध बनबाने की मांग की गई l मंत्री को अधिशासी अभियंता सिचाई द्वारा अवगत कराया गया कि तटबंध का सर्वे हो गया है l मंत्री द्वारा निर्देशित किया गया कि आगे की आवश्यक कार्यवाही कर जल्द से जल्द तटबंध बनबाने की कार्यवाही की जाये।

साथ ही मंत्री जी द्वारा नेकपुर खुर्द गौशाला का निरीक्षण किया और गायों को गुड़ केले का सेवन कराया गया।

इस मौके पर विधायक अमृतपुर, विधायक भोजपुर, विधायक कायमगंज,जिलाध्यक्ष भाजपा, जिलाधिकारी आशुतोष कुमार द्विवेदी, पुलिस अधीक्षक आरती सिंह, मुख्य विकास अधिकारी व संवंधित अधिकारी मौजूद रहे।

पैसे के लेनदेन को लेकर फायरिंग करने वाले दो युवकों को पुलिस ने किया गिरफ्तार

फर्रुखाबाद l फतेहगढ़ कोतवाली क्षेत्र के लोको रोड पर पैसे के लेनदेन को लेकर घर के बाहर दरवाजे के सामने हवाई फायरिंग किए जाने से लोग बाल बाल बच गए l पीड़ित आशीष के परिवार ने कोतवाली फतेहगढ़ पहुंचकर पुलिस को तहरीर दी है जिसमें कहा है की लोको रोड निवासी प्रताप सिंह चौहान और अमरश राठौर आए और फायरिंग करने लगे जब विरोध किया तो गली से भाग गए l

आशीष कुमार ने पुलिस को तत्काल सूचना दी सूचना मिलते ही पुलिस ने आरोपियों के घर पर दबिश देकर दोनों युवकों को गिरफ्तार कर लिया है l अपर पुलिस अधीक्षक संजय कुमार सिंह ने बताया कि पहले भी मुकदमा दिखाया गया था इन लोगों के बीच पैसे के लिए विवाद चल रहा है l

मोहम्मदाबाद पुलिस ने शस्त्र फैक्ट्री में मारा छापा,18 असलाह बरामद,दो गिरफ्तार

फर्रुखाबाद lपुलिस ने मोहमदाबाद मे अवैध तमंचा फैक्ट्री को पकड़ा।कई असलहे बरामद करके दो अभियुक्तों को दबोचा जबकि एक अभियुक्त फरार हो गया।

अपर पुलिस अधीक्षक डा.संजय सिंह ने पुलिस लाइन सभागार में प्रेस वार्ता में जानकारी दी।डा.सिंह ने बताया कि मुखबिर की सूचना पर मोहम्मदाबाद कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक विनोद शुक्ला ने अपनी टीम के साथ ग्राम गिरिराजपुर में छापा मारा,गांव में एक झोपड़ी व कमरे पर दो अभियुक्तों को गिरफ्तार किया जिनमें रणवीर शाक्य पुत्र भीखम सिंह निवासी ग्राम दुर्गापुर,हाल निवासी तकीपुर आंबेडकर नगर कोतवाली फतेहगढ़ तथा रनपाल पुत्र रविन्द्र सिंह निवासी ग्राम भरतपुर रसूलपुर शामिल है।

जबकि एक अन्य अभियुक्त मौके का फायदा उठाकर फरार हो गया। इन अभियुक्तों के पास से 13 अदद देशी तमंचा देशी,5 अधवने तमंचे देशी बरामद हुए, शस्त्र बनाने के उपकरण एवं अन्य सामग्री तमंचे बनाने की बरामद हुई।अपर पुलिस अधीक्षक डा.संजय सिंह ने पुलिस टीम को 5000 रूपये प्रोत्साहन राशि देने की घोषणा की।

बाढ़ पीड़ितों के बीच पहुंचे जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, बोले – किसी को भूखा या बेसहारा नहीं रहने देंगे

अमृतपुर फर्रुखाबाद।गंगा और रामगंगा की लहरों में डूबे गांवों की तस्वीरें भयावह हैं। कहीं छतों तक पानी, कहीं खाली आंगन में तैरते बर्तन और टूटी चारपाइयाँ…। लोग अपने बच्चों और बुजुर्गों को गोद में उठाए ऊँचे स्थलों पर शरण लिए हुए हैं। ऐसे ही हालात का जायजा लेने रविवार को प्रदेश सरकार के जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह अमृतपुर क्षेत्र के ग्राम जमापुर पहुँचे।

जमापुर के पास पहुंचते ही ग्रामीणों ने मंत्री का स्वागत किया और अपने हालात साझा किए। मंत्री ने उनकी बातें गंभीरता से सुनीं और तुरंत प्रशासनिक अधिकारियों को समस्याएँ हल करने के निर्देश दिए।

मंत्री ने खुद बांटी राहत सामग्री

मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने अपने हाथों से बाढ़ पीड़ित परिवारों को राहत सामग्री सौंपी। इसमें राशन, पीने का पानी, कपड़े और दवाइयाँ शामिल थीं। बच्चों को चॉकलेट और बिस्कुट भी दिए गए।उन्होंने ग्रामीणों से कहा –

"सरकार हर क्षण आपके साथ है। किसी को भी भूखा या बेसहारा नहीं रहने दिया जाएगा। यदि कहीं भी कमी दिखाई दे तो तुरंत हमें और प्रशासन को अवगत कराएँ।"

डीएम की व्यवस्था पर जताई संतुष्टि

जिला अधिकारी आशुतोष द्विवेदी पूरी टीम के साथ राहत कार्य का नेतृत्व कर रहे थे। मंत्री ने राहत कैंप और वितरण प्रणाली देखकर उनकी सराहना की।मौके पर डीएम ने बताया कि प्रभावित परिवारों को सुरक्षित स्थलों पर पहुंचाया जा रहा है और उनके लिए भोजन, पानी, चिकित्सा तथा पशुओं के चारे तक की व्यवस्था की गई है।

मंत्री ने अधिकारियों को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि राहत कार्यों में लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी। उन्होंने कहा कि अगर किसी स्तर पर ढिलाई मिली तो जिम्मेदार अधिकारी पर कठोर कार्रवाई की जाएगी।

विधायक व पूर्व विधायक भी पहुंचे, दिया भरोसा

अमृतपुर विधायक सुशील शाक्य ने कहा कि बाढ़ प्रभावितों को हर हाल में सहायता मिलेगी। उन्होंने आश्वासन दिया कि फसल और मकान की क्षति का आकलन कर किसानों और परिवारों को मुआवजा दिलाने की पूरी कोशिश की जाएगी।

पूर्व विधायक कुलदीप गंगवार ने भी ग्रामीणों से सीधे संवाद किया और कहा कि संकट की इस घड़ी में पूरा क्षेत्र एकजुट होकर उनके साथ है। उन्होंने सरकार से अपील की कि मुआवजे की प्रक्रिया को तेज किया जाए।

ग्रामीणों की पीड़ा – “आठ दिन से घर छोड़कर मंदिर में रह रहे हैं”

ग्रामीणों ने मंत्री और प्रशासन के सामने अपनी समस्याएँ भी रखीं।

जमापुर निवासी हरिश्चंद्र ने कहा – “आठ दिन से हम परिवार सहित मंदिर में शरण लिए हुए हैं। घर पूरी तरह डूब गया है।”

शीशराम नामक किसान ने कहा – “धान और मक्का की फसल पूरी तरह बर्बाद हो चुकी है। सरकार से उम्मीद है कि मुआवजा मिलेगा।”

वहीं, गृहिणी फूलमती देवी ने बताया – “बच्चों को दूध और दवा की सबसे ज्यादा दिक्कत है। प्रशासन से मिल रही मदद राहत दे रही है।”

गांव जलमग्न, फसलें और मकान डूबे

गंगा और रामगंगा के उफान से अमृतपुर क्षेत्र के 50 से अधिक गांव जलमग्न हैं। खेतों में लगी धान, आलू, मक्का और सब्जी की फसलें पूरी तरह नष्ट हो गई हैं। कई मकान गिर गए हैं, लोग जान बचाने के लिए ऊंचे स्थानों और स्कूलों-मंदिरों में शरण लिए हुए हैं। पशुओं के चारे और पीने के पानी की भी भारी समस्या खड़ी हो गई है।

नावों से चल रहा बचाव अभियान

प्रशासन ने विशेष टीमें गठित कर दी हैं। लगातार नावों के जरिए बाढ़ प्रभावित गांवों तक राहत सामग्री पहुंचाई जा रही है। बच्चों, महिलाओं और बुजुर्गों को प्राथमिकता पर सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाया जा रहा है। चिकित्सा टीमें भी गांव-गांव जाकर बीमार और घायल लोगों की मदद कर रही हैं।

मंत्री के दौरे से बढ़ा विश्वास

जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह का यह दौरा ग्रामीणों के लिए राहत और विश्वास का संदेश लेकर आया। लोगों ने सरकार और प्रशासन की तत्परता की सराहना की और कहा कि संकट की इस घड़ी में सरकार का साथ मिलना बड़ा सहारा है।

ग्रामीणों ने साथ ही यह मांग भी की कि जल्द से जल्द नुकसान का आकलन कर मुआवजा उपलब्ध कराया जाए, ताकि वे फिर से अपना जीवन पटरी पर ला सकें।