मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने झारखंड विधानसभा परिसर में मीडिया से की बात, जानें क्या कहा
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने झारखंड विधानसभा परिसर में मीडिया से की बात, जानें क्या कहा

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने झारखंड विधानसभा परिसर में मीडिया से की बात, जानें क्या कहा

झारखंड विधानसभा का मानसून सत्र शुरू, 4296 करोड़ का अनुपूरक बजट पेश

रांची: झारखंड विधानसभा का मानसून सत्र आज 22 अगस्त को शुरू हो गया है। सत्र के पहले दिन, वित्त मंत्री राधा कृष्ण किशोर ने वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए 4,296 करोड़ रुपये का पहला अनुपूरक बजट पेश किया।

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सत्र की शुरुआत स्पीकर रवीन्द्रनाथ महतो ने दिवंगत दिशोम गुरु शिबू सोरेन और शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन को श्रद्धांजलि देकर की। इसके बाद सदन की कार्यवाही शुरू हुई। यह सत्र 28 अगस्त तक चलेगा और इसमें कुल चार कार्य दिवस होंगे।

इससे पहले, 26 जुलाई को शुरू हुआ मानसून सत्र शिबू सोरेन के निधन के कारण अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया था।

मानसून सत्र का शेड्यूल

22 अगस्त: वित्तीय वर्ष 2025-26 का पहला अनुपूरक बजट पेश किया गया और शोक प्रकट किया गया।

25 अगस्त: प्रश्नकाल और अनुपूरक बजट पर वाद-विवाद होगा।

26 अगस्त: प्रश्नकाल और राजकीय विधेयक पर चर्चा होगी।

28 अगस्त: प्रश्नकाल, राजकीय विधेयक और गैर-सरकारी संकल्प पर चर्चा होगी।

झारखंड विधानसभा में शिबू सोरेन को भारत रत्न देने की मांग उठी

रांची: झारखंड विधानसभा के मानसून सत्र के पहले दिन आज पोड़ैयाहाट विधायक प्रदीप यादव ने दिशोम गुरु शिबू सोरेन को भारत रत्न देने की मांग की। उन्होंने सदन से एक प्रस्ताव पारित कर केंद्र सरकार को भेजने की अपील की।

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प्रदीप यादव ने राज्य के लिए शिबू सोरेन के बलिदानों को याद करते हुए कहा, "ऐसे महान लोगों को ही भारत रत्न मिलना चाहिए।" उन्होंने शिबू सोरेन के संघर्ष की गाथा को याद करते हुए कहा कि उनकी जीवनी को राज्य के स्कूली पाठ्यक्रम में भी शामिल किया जाना चाहिए।

सत्र की शुरुआत में स्पीकर रवीन्द्रनाथ महतो, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने दिवंगत दिशोम गुरु शिबू सोरेन और पूर्व शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन को श्रद्धांजलि अर्पित की। सदन में मौजूद सभी विधायकों ने भी दिवंगत नेताओं के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की।

झारखंड विधानसभा का मानसून सत्र आज से शुरू, 4 हजार करोड़ का अनुपूरक बजट होगा पेश

रांची: झारखंड विधानसभा का मानसून सत्र आज 22 अगस्त से शुरू हो रहा है, जो 28 अगस्त 2025 तक चलेगा। इस सत्र में कुल चार कार्य दिवस होंगे। सत्र के पहले दिन वित्तीय वर्ष 2025-26 का पहला अनुपूरक बजट पेश किया जाएगा, जिसमें सरकार लगभग 4 हजार करोड़ रुपये की मांग कर सकती है।

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इससे पहले 26 जुलाई को शुरू हुआ सत्र, दिशोम गुरु शिबू सोरेन के निधन के कारण अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया था। इस पूरक सत्र में दिवंगत शिबू सोरेन और शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन को श्रद्धांजलि दी जाएगी।

मानसून सत्र का शेड्यूल

22 अगस्त: वित्तीय वर्ष 2025-26 का पहला अनुपूरक बजट पेश किया जाएगा और शोक प्रकट किया जाएगा।

25 अगस्त: प्रश्नकाल और अनुपूरक बजट पर वाद-विवाद होगा।

26 अगस्त: प्रश्नकाल और राजकीय विधेयक पर चर्चा होगी।

28 अगस्त: प्रश्नकाल, राजकीय विधेयक और गैर-सरकारी संकल्प पर चर्चा होगी।

शिबू सोरेन को भारत रत्न देने की मांग

सत्र के दौरान सत्ताधारी दल की ओर से दिशोम गुरु शिबू सोरेन को भारत रत्न देने की मांग उठ सकती है। इस संबंध में केंद्र सरकार को एक प्रस्ताव भेजने पर सदन में सहमति बनाने की कोशिश की जाएगी। इसके अलावा, राज्य में अतिवृष्टि के कारण किसानों को हुए नुकसान पर भी 26 अगस्त को विशेष चर्चा होने की संभावना है।

पूर्व शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन का श्राद्ध कर्म 28 अगस्त को, अस्थियां रजरप्पा में विसर्जित होंगी

जमशेदपुर: झारखंड के पूर्व शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन का श्राद्ध कर्म 28 अगस्त को जमशेदपुर के घोड़ाबांधा स्थित उनके आवास पर किया जाएगा। इसके पहले 26 अगस्त को उनकी अस्थियां रामगढ़ जिले के प्रसिद्ध सिद्धपीठ रजरप्पा मंदिर के पास दामोदर नदी में विसर्जित की जाएंगी। अस्थि विसर्जन के लिए उनके बड़े पुत्र सोमेश सोरेन अपने परिवार के अन्य सदस्यों के साथ रजरप्पा जाएंगे।

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रामदास सोरेन के भतीजे विक्टर सोरेन ने बताया कि 29 अगस्त को श्राद्ध भोज का आयोजन किया गया है।

सीएम हेमंत सोरेन समेत कई नेता होंगे श्राद्ध भोज में शामिल:

विक्टर सोरेन के अनुसार, श्राद्ध भोज में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी, परिवहन मंत्री दीपक बिरुवा, सांसद जोबा मांझी और कई विधायक शामिल होंगे। इसके अलावा, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष केशव महतो कमलेश, पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा, रघुवर दास, चंपाई सोरेन और मधु कोड़ा के भी श्राद्ध भोज में शामिल होने की उम्मीद है।

ज्ञात हो कि रामदास सोरेन का निधन 15 अगस्त, 2025 को दिल्ली के अपोलो अस्पताल में इलाज के दौरान हुआ था। उन्हें 2 अगस्त को अपने आवास पर गिरने के बाद सिर में गंभीर चोट लगी थी, जिसके बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से बात करने के बाद उन्हें एयरलिफ्ट कर दिल्ली ले जाया गया था।

सूर्या हांसदा के एनकाउंटर पर सुदेश महतो ने उठाए सवाल, बोले- सरकार दे जवाब

रांची: आजसू पार्टी के सुप्रीमो और पूर्व उपमुख्यमंत्री सुदेश महतो ने हाल ही में हुए सूर्या हांसदा के एनकाउंटर पर हेमंत सोरेन सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने पुलिसिया कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए कहा कि जब राज्य में सरेंडर पॉलिसी लागू है, तो सूर्या हांसदा के मामले में ऐसी क्या जल्दबाजी थी कि उनका एनकाउंटर करना पड़ा।

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सुदेश महतो ने कहा कि उन्हें सूर्या हांसदा के आपराधिक रिकॉर्ड की जानकारी नहीं है, लेकिन अगर उनका रिकॉर्ड था, तो क्या सरकार ने उन्हें आत्मसमर्पण नीति के तहत मुख्यधारा में लाने का प्रयास किया था? उन्होंने कहा कि इस मामले में पुलिस पर परिवार के भी गंभीर आरोप हैं, इसलिए सरकार को इन सवालों का जवाब देना होगा, अन्यथा लग रहे आरोपों को और बल मिलेगा।

रिम्स-टू की जमीन पर झामुमो का दोहरा चरित्र

सुदेश महतो ने नगड़ी में रिम्स-टू की जमीन के मुद्दे पर भी अपनी राय रखी। उन्होंने कहा कि इस मामले में झामुमो का दोहरा चरित्र सामने आया है। जब पहले की सरकार ने वहां काम शुरू करने की इच्छा जताई थी, तब झामुमो के नेताओं ने इसका विरोध किया था, और अब वही नेता जमीन खाली करने में लगे हुए हैं।

इसके अलावा, सुदेश महतो सरायकेला-खरसावां जिले के राजनगर भी पहुंचे, जहां उन्होंने पार्टी के जिला उपाध्यक्ष दिलीप महतो से मुलाकात की। दिलीप महतो का हाल ही में पैर का ऑपरेशन हुआ है। सुदेश महतो ने उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली और उनके जल्द स्वस्थ होने की कामना की। इस दौरान पार्टी के कई अन्य नेता भी उनके साथ मौजूद थे।

रांची के बकरी बाजार में बनेगा अब तक का सबसे बड़ा अंकोरवाट मंदिर जैसा पूजा पंडाल

रांची: राजधानी रांची में शारदीय नवरात्र की तैयारियां पूरे जोर-शोर से चल रही हैं। इस साल भारतीय युवक संघ, बकरी बाजार, में एक भव्य पूजा पंडाल का निर्माण किया जा रहा है, जो अब तक का सबसे बड़ा पंडाल होगा। करीब 70 लाख रुपये की लागत से बन रहे इस पंडाल का निर्माण कार्य लगभग 50 प्रतिशत पूरा हो चुका है। इसका उद्घाटन 26 सितंबर को किया जाएगा।

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अंकोरवाट मंदिर की प्रतिकृति

इस वर्ष भारतीय युवक संघ की ओर से कंबोडिया के विश्व प्रसिद्ध अंकोरवाट मंदिर की प्रतिकृति में यह पंडाल बनाया जा रहा है। पंडाल का निर्माण 14,400 वर्ग फीट के क्षेत्र में हो रहा है और इसकी ऊंचाई लगभग 110 फीट होगी। पंडाल निर्माण का कार्य बंगाल के 'पार्वती डेकोरेटर्स' द्वारा किया जा रहा है, जिसमें करीब 70 कारीगर लगे हुए हैं।

भव्य प्रतिमा और प्राकृतिक सामग्री का उपयोग

पूजा पंडाल के साथ-साथ मां दुर्गा और अन्य देवी-देवताओं की प्रतिमा भी बेहद भव्य होगी। प्रतिमा की चौड़ाई 36 फीट और ऊंचाई करीब 26 फीट होगी, जिसे बनाने में करीब 4 लाख रुपये का खर्च आएगा। बंगाल के प्रसिद्ध मूर्तिकार अनूप दा प्रतिमा का निर्माण कर रहे हैं। प्रतिमा के श्रृंगार में भी प्राकृतिक सामग्रियों का उपयोग किया जाएगा।

भारतीय युवक संघ, बकरी बाजार के अध्यक्ष राहुल अग्रवाल ने बताया कि इस पंडाल के निर्माण में प्राकृतिक चीजों जैसे पाठ काठी, मलाई काठी, होगला पत्ता, पाम पत्ता, बूलेन रस्सी, त्रिपुरा मैट, और त्रिपुरा मदूर काठी का उपयोग किया जा रहा है। हर साल की तरह इस बार भी पंडाल परिसर में मेला लगेगा, जिसमें झूले और फूड स्टॉल लगाए जाएंगे। मालूम हो कि बकरी बाजार में वर्ष 1958 से ही भव्य दुर्गा पूजा का आयोजन होता आ रहा है। वर्तमान में पूजा समिति में कुल 125 सदस्य हैं।

सूर्या हांसदा एनकाउंटर जांच टीम की आज प्रदेश कार्यालय में हुई बैठक। पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा...

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भाजपा प्रदेश कार्यालय में आज सूर्या हांसदा एनकाउंटर मामले की जांच केलिए गठित सात सदस्यीय टीम की महत्वपूर्ण बैठक हुई।

बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा,पूर्व नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी,पूर्व सांसद सुनील सोरेन,प्रदेश प्रवक्ता अमित मंडल एवं अनीता सोरेन उपस्थित थे।

बैठक में जांच समिति ने अपनी रिपोर्ट को अंतिम रूप दिया जो प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी को सौंपा जाएगा।

बाद में मीडिया से बात करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि ललमटिया दौरे पर जाने के बाद टीम ने स्व सूर्या हांसदा के परिजनों एवं वहां के प्रबुद्ध जन,स्थानीय जनता से घटना के संदर्भ में जानकारी ली।

कहा कि सभी ने स्पष्ट तौर पर आशंका जाहिर की कि स्व सूर्या हांसदा का इनकाउंटर फर्जी है तथा यह साजिशन हत्या है।

उन्होंने कहा कि स्व हंसदा अवैध उत्खनन तथा भ्रष्टाचार का सदैव विरोध करते थे। उनका परिवार रूढ़िवादी पारम्परिक आदिवासी व्यवस्था का अगुआ है। उनका परिवार मांझी परिवार है ।

कहा स्व सूर्या हांसदा अपने आंदोलनों के कारण खनन माफियाओं के आंखों की किरकिरी बने हुए थे। उनके रास्ते में रोड़ा बनकर खड़े थे इसलिए उन्हें रस्ते से हटाने की साजिश रची गई।

कहा कि जिस मुकदमे में उनका एनकाउंटर दिखाया जा रहा उसमे वे नामजद भी नहीं थे।

कहा कि स्व सूर्या हांसदा गरीब बच्चों के मसीहा थे।सैकड़ों बच्चों के शिक्षा की चिंता करते थे।आज वे बच्चे अनाथ महसूस कर रहे थे।

श्री मुंडा ने कहा कि भाजपा स्व सूर्या हांसदा एनकाउंटर मामले की लड़ाई को अंतिम दम तक लड़ेगी।पार्टी परिवार के साथ खड़ी है।

कहा कि आनेवाले दिनों में पार्टी ठोस आंदोलन कार्यक्रम की घोषणा करेगी।

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने दिवंगत मंत्री रामदास सोरेन को दी श्रद्धांजलि

जमशेदपुर: झारखंड के मुख्यमंत्री श्री हेमंत सोरेन ने आज अपनी धर्मपत्नी एवं विधायक श्रीमती कल्पना सोरेन के साथ पूर्व स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता मंत्री रामदास सोरेन के घोड़ाबांधा, जमशेदपुर स्थित आवास पर पहुंचकर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। मुख्यमंत्री ने रामदास सोरेन की तस्वीर पर माल्यार्पण किया और शोक संतप्त परिजनों से मिलकर गहरी संवेदना व्यक्त की।

रामदास सोरेन का निधन 15 अगस्त को दिल्ली के एक अस्पताल में इलाज के दौरान हुआ था।

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दिशोम गुरु के बाद रामदास सोरेन का निधन असहनीय पीड़ा:

मुख्यमंत्री ने कहा कि दिशोम गुरु शिबू सोरेन के निधन के बाद रामदास सोरेन का इस तरह चले जाना उनके लिए एक असहनीय पीड़ा है। उन्होंने कहा कि उनका निधन राज्य और उनके लिए एक अपूरणीय क्षति है, जिसकी भरपाई नहीं हो सकती।

संघर्ष से बनाई थी पहचान:

हेमंत सोरेन ने कहा कि रामदास सोरेन ने संघर्ष से अपनी एक अलग पहचान बनाई थी और दिशोम गुरु शिबू सोरेन के नेतृत्व में चले झारखंड आंदोलन में उनका अहम योगदान था। उन्होंने रामदास सोरेन के सरल और सहज व्यवहार की प्रशंसा करते हुए कहा कि वे हमेशा आम लोगों के दुख-दर्द दूर करने के लिए खड़े रहे।

शिक्षा के क्षेत्र में योगदान:

मुख्यमंत्री ने रामदास सोरेन के स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता मंत्री के रूप में किए गए कार्यों की भी सराहना की। उन्होंने कहा कि रामदास सोरेन ने सरकारी विद्यालयों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और आधारभूत संरचना को मजबूत करने के लिए कई नई पहलें की थीं। उनका विशेष जोर गांव-देहात

रांची में बनेगा दिशोम गुरु शिबू सोरेन का स्मृति स्थल, भूमि चिन्हित करने का काम हुआ शुरू

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झारखंड की राजधानी रांची में दिवंगत दिशोम गुरु शिबू सोरेन का स्मृति स्थल बनेगा। इसके लिए भूमि चिन्हित करने का काम शुरू हो गया है।इसके लिए नगर विकास विभाग ने झारखंड राज्य आवास बोर्ड से जमीन की मांग की है।

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जानकारी के मुताबिक दिवंगत दिशोम गुरु शिबू सोरेन की याद में राजधानी रांची के हरमू रोड स्थित बाईपास में स्मृति स्थल का निर्माण किया जायेगा। इसके लिए नगर विकास विभाग ने झारखंड राज्य आवास बोर्ड से जमीन की मांग की है। आवास बोर्ड के तरफ से जमीन चिन्हित करने का काम शुरू कर दिया गया है। बाईपास रोड में डीपीएस स्कूल के पास स्थित भुसूर मौजा में गुरुजी का स्मृति स्थल बनाने पर विचार तेज है क्योंकि इस मुख्य मार्ग पर स्थित भुसूर मौजा में कई एकड़ जमीनें खाली पड़ी हैं।

इस जगह स्मृति स्थल बनाने की तैयारी

शिबू सोरेन के स्मृति स्थल को लेकर जिस जमीन का चयन किया जा रहा है, वह रांची के सबसे महत्वपूर्ण मार्ग में पड़ता है। सचिवालय भवन, विधानसभा व हाईकोर्ट आने-जाने के लिए मुख्यमंत्री, कैबिनेट मंत्री, विधानसभा अध्यक्ष, मुख्य न्यायाधीश, विधायक जैसे गणमान्य लोग प्रतिदिन इसी रास्ते का उपयोग करते हैं। वहीं नई दिल्ली से रांची एयरपोर्ट से आने के बाद राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री या अन्य केंद्रीय मंत्री भी राजभवन या अन्य जगह जाने के लिए इसी मार्ग का उपयोग करते हैं।

बापू वाटिका की तर्ज पर होगा स्मृति स्थल का निर्माण

मोरहाबादी स्थित बापू वाटिका की तर्ज पर ही शिबू सोरेन का स्मृति स्थल बनाया जाएगा। यहां उनकी एक प्रतिमा लगेगी। स्मृति स्थल परिसर में चारों तरफ पार्क होंगे और बेहतर लाइटिंग की व्यवस्था की जाएगी। जमीन चिह्नित होने के बाद स्मृति स्थल पर सौंदर्यीकरण से जुड़े अन्य कई महत्वपूर्ण कार्य की रूपरेखा भी नगर विकास विभाग द्वारा तैयार की जाएगी। निर्माण राशि का विभाग के स्तर पर आकलन किया जाएगा, फिर मंत्रिपरिषद की स्वीकृति ली जाएगी।

बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री दिशोम गुरु शिबू सोरेन ने 4 अगस्त को दिल्ली के सर गंगा राम अस्पताल में अंतिम सांस ली। जिसके बाद उनका अंतिम संस्कार उनके बेटे हेमंत सोरेन ने अपने पैतृक गांव नेमरा में किया था। शिबू सोरेन के अंतिम संस्कार से संबंधित सभी पूरे काम विधि विधान के साथ नमेरा में ही किया।